প্রধানমন্ত্রীশ্রী নরেন্দ্র মোদী আজ মোতিহারিতে স্বচ্ছাগ্রহীদের জাতীয় কনভেনশনে ভাষণ দিয়েছেন।মহাত্মা গান্ধীর নেতৃত্বে চম্পারণ সত্যাগ্রহের শতবর্ষ উদযাপনের অংশ হিসাবে এইঅনুষ্ঠানের আয়োজন করা হয়েছিল।
এই উপলক্ষেপ্রধানমন্ত্রী বেশ কয়েকটি উন্নয়নমূলক প্রকল্পেরও সূচনা করেন। জল সরবরাহ এবংপরিচ্ছন্নতার ক্ষেত্রে তিনি মোতিঝিল প্রকল্পের ভিত্তিপ্রস্তর স্থাপনের একটি ফলক উন্মোচনকরেন।এছাড়া, বেতিয়া নগর পরিষদ জল সরবরাহ প্রকল্প এবং পাটনার সঈদপুরের পয়ঃপ্রণালীব্যবস্থা, পাটনার চতুর্থ জোন-এ পাহাড়ি পয়ঃপ্রণালী ব্যবস্থা, পঞ্চম জোন-এ পাহাড়িপয়ঃপ্রণালী ব্যবস্থা এবং পাহাড়ি এসটিপি প্রকল্পের মতো চারটি গঙ্গা দূষণ নিয়ন্ত্রণপ্রকল্পেরও সূচনা করেন।
রেলেরক্ষেত্রে প্রধানমন্ত্রী মুজফ্ফরনগর থেকে সাগৌলি এবং সাগৌলি থেকে বাল্মীকিনগরের মধ্যেডবল লাইনের কাজের ভিত্তিপ্রস্তর স্থাপন করেন । তিনিমাধেপুরা বৈদ্যুতিক রেল ইঞ্জিন কারখানার প্রথম পর্যায়ের কাজ জাতির উদ্দেশে উৎসর্গকরেন। ভিডিও লিঙ্কের মাধ্যমে তিনি প্রথম ১২ হাজার অশ্বশক্তির মাল পরিবহণ ইঞ্জিন ও‘চম্পারণ হামসফর এক্সপ্রেস’-এর যাত্রার সূচনা করেন।
এছাড়াও,প্রধানমন্ত্রী বিহারের ঔরঙ্গাবাদ থেকে ঝাড়খণ্ডের সীমান্ত এলাকার মধ্যে ২ নম্বরজাতীয় সড়কের একটি নতুন লেন নির্মাণের কাজের ভিত্তিপ্রস্তর স্থাপন করেন । মোতিহারিতেএকটি পেট্রোলিয়াম লুব্রিকেটিং তেল ও ইন্ডিয়ান অয়েল কর্পোরেশন-এর একটি এলপিজিটার্মিনাল এবং সাগৌলিতে হিন্দুস্তান পেট্রোলিয়াম কর্পোরেশন-এর একটি এলপিজিপ্ল্যান্টেরও ভিত্তিপ্রস্তর স্থাপন করেন।
তিনি,চ্যাম্পিয়ন স্বচ্ছাগ্রহীদের মধ্যে পুরস্কারও বিতরণ করেন।
এই উপলক্ষেসমবেত উৎসাহী জনতার উদ্দেশে তাঁর ভাষণে প্রধানমন্ত্রী বলেন, মোতিহারিতে আজকেরপরিবেশ যেন ১০০ বছর আগের চম্পারণ সত্যাগ্রহ সেই বিখ্যাত গণ-আন্দোলনের স্মৃতিকেজাগিয়ে তুলছে।
তিনি বলেন,‘সত্যাগ্রহ থেকে স্বচ্ছাগ্রহ’-এর এই অগ্রযাত্রায় বিহারের মানুষ সর্বাগ্রে এগিয়েযাওয়ার দক্ষতা প্রদর্শন করেছেন। গত এক সপ্তাহে বিহারে শৌচাগার নির্মাণের কাজেউল্লেখযোগ্য অগ্রগতির প্রসঙ্গও তিনি তুলে ধরেন। তিনি রাজ্যের মানুষ এবং রাজ্যসরকারের কাজের বিশেষ প্রশংসা করেন।
প্রধানমন্ত্রীবলেন, স্বচ্ছ ভারত মিশনই হোক অথবা দুর্নীতির বিরুদ্ধে লড়াই কিংবা নাগরিক সুবিধারউন্নয়ন – এইসব ক্ষেত্রেই কেন্দ্রীয় সরকার রাজ্য সরকারগুলির সঙ্গে কাঁধে কাঁধমিলিয়ে কাজ করে চলেছে। তিনি বলেন, আজ ৬,৬০০ কোটি টাকার বিভিন্ন ধরনের যে সবপ্রকল্পের সূচনা হয়েছে, সেগুলি সম্পূর্ণ হলে এই অঞ্চল এবং এই রাজ্যে উন্নয়নের একনতুন দিগন্ত উন্মোচন হবে। তিনি বিশেষ করে মোতিঝিলের পুনরুজ্জীবন প্রকল্পের উল্লেখকরেন। তিনি একে মোতিহারির ইতিহাসের সঙ্গে সম্পৃক্ত বলে বর্ণনা করেন। পবিত্র গঙ্গানদীতে যাতে বর্জ্য জল প্রবেশ করতে না পারে, তার জন্য ৩ হাজার কোটি টাকার ১১টিপ্রকল্প অনুমোদন করা হয়েছে বলে প্রধানমন্ত্রী জানান। তিনি বলেন, শুধুমাত্র বিহাররাজ্যেই ‘উজালা’ যোজনার আওতায় প্রায় ৫০ লক্ষ মহিলা নিঃশুল্ক রান্নার গ্যাসেরসংযোগের সুবিধা পেয়েছেন। এই প্রসঙ্গে তিনি রান্নার গ্যাস এবং পেট্রোলিয়ামেরবিভিন্ন প্রকল্পের সূচনার কথা বলেন। প্রধানমন্ত্রী জানান, ভারতের উন্নয়নের সূচিমুখহিসাবে পূর্বাঞ্চলকে ইঞ্জিন হিসাবে গড়ে তুলতে ভারত সরকারের যে বৃহত্তর স্বপ্নরয়েছে, এই প্রকল্পগুলি তারই অঙ্গ।
তিনিমাধেপুরার বৈদ্যুতিক রেল ইঞ্জিনকারখানাকে ‘মেক ইন ইন্ডিয়া’র উজ্জ্বল উদাহারণহিসাবে বর্ণনা করেন। এই কারখানা এই অঞ্চলে কর্মসংস্থানের উৎস হয়ে উঠেছে বলে তিনিজানান। আজ যাত্রা সূচনা করা ১২ হাজার অশ্বশক্তির ইঞ্জিনটি দেশের মালবাহী ট্রেনেরগতি বৃদ্ধির ক্ষেত্রে তাৎপর্যপূর্ণ ভূমিকা নেবে বলে তিনি উল্লেখ করেন। ২০০৭ সালেরঅনুমোদিত এই প্রকল্পটির কাজ ৩ বছর আগে শুরু হয়েছিল এবং এর প্রথম পর্যায় ইতিমধ্যেইসম্পূর্ণ হয়েছে। প্রধানমন্ত্রী বলেন, কেন্দ্রীয় সরকার তার সমস্ত ‘মিশন’ এবংসিদ্ধান্ত মানুষের সহায়তায় পূরণ করার ক্ষেত্রে প্রতিশ্রুতিবদ্ধ।
পরিচ্ছন্নতারঅভিযানের কাজের অগ্রগতি প্রসঙ্গে প্রধানমন্ত্রী বলেন যে, ২০১৪ সালে এই কাজের পরিধি৪০ শতাংশ থেকে বেড়ে বর্তমানে ৮০ শতাংশে পৌঁছেছে। শৌচালয় নির্মাণের মধ্য দিয়েসামাজিক অসাম্যের দিন শেষ হচ্ছে এবং এই উদ্যোগ আর্থ-সামাজিক ও মহিলাদের ক্ষমতায়নেরএক হাতিয়ার হয়ে উঠেছে। তিনি স্বচ্ছ ভারত অভিযানের গণ-আন্দোলনকে একুশ শতকের পৃথিবীরমধ্যে তুলনাহীন এক উদ্যোগ হিসাবে বর্ণনা করেন।
প্রধানমন্ত্রীদৃঢ় প্রত্যয় ব্যক্ত করে বলেন যে, স্বচ্ছতার এই আন্দোলন এক পরিচ্ছন্ন এবং সমৃদ্ধভারতের নতুন এক অধ্যায়ের সূচনা করবে।
जो लोग कहते हैं कि इतिहास खुद को दोहराता नहीं है, वो यहां आकर देख सकते हैं कि कैसे 100 वर्ष पहले का इतिहास, आज फिर साक्षात, हमारे सामने खड़ा हैचंपारण की इस पवित्र भूमि पर जनआंदोलन की ऐसी ही तस्वीर सौ वर्ष पहले दुनिया ने देखी थी, और आज एक बार फिर देख रही है: PM
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सौ वर्ष पूर्व चंपारण में देशभर से लोग आए थे, गांधी जी के नेतृत्व में गली-गली जाकर काम किया था।सौ वर्ष बाद आज उसी भावना पर चलते हुए, देश के अलग-अलग हिस्सों के आए लोगों ने, यहां के उत्साही नौजवानों, स्वच्छाग्रहियों के साथ कंधे से कंधा मिलाकर काम किया है: PM
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चलो चंपारण के नारे के साथ, हजारों स्वच्छाग्रही यहां जुटे हैं। आपके इस उत्साह, इस उमंग, इस ऊर्जा को, राष्ट्र निर्माण के प्रति आपकी आतुरता को, बिहार के लोगों की अभिलाषा को, मैं प्रणाम करता हूं, नमन करता हूं: PM
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पिछले सौ वर्ष में भारत की 3 बड़ी कसौटियों के समय बिहार ने देश को रास्ता दिखाया है। जब देश गुलामी की जंजीरों में जकड़ा हुआ था, तो बिहार ने गांधी जी को महात्मा बना दिया, बापू बना दिया: PM
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स्वतंत्रता के बाद जब करोड़ों किसानों के सामने भूमिहीनता का संकट आया, तो विनोबा जी ने भूदान आंदोलन शुरू किया। तीसरी बार, जब देश के लोकतंत्र पर संकट आया, तो जयप्रकाश जी उठ खड़े हुए और लोकतंत्र को बचा लिया: PM
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मुझे बहुत गर्व है कि सत्याग्रह से स्वच्छाग्रह तक की इस यात्रा में बिहार के लोगों ने एक बार फिर अपनी नेतृत्व क्षमता को दिखाया है: PM @narendramodi
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नीतीश जी और सुशील जी के नेतृत्व में बिहार ने जो कार्य बीते दिनों करके दिखाया है, उसने सभी का हौसला बढ़ा दिया है। बिहार एक मात्र ऐसा राज्य था, जहां स्वच्छता का दायरा 50% से कम था। लेकिन मुझे बताया गया कि एक हफ्ते के स्वच्छाग्रह अभियान के बाद बिहार ने इस बैरियर को तोड़ दिया: PM
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पिछले एक हफ्ते में बिहार में 8 लाख 50 हजार से ज्यादा शौचालयों का निर्माण किया गया है। ये गति और प्रगति कम नहीं है। मैं बिहार के लोगों को, प्रत्येक स्वच्छाग्रही को और राज्य सरकार को इसके लिए बहुत-बहुत बधाई देता हूं: PM
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आज जिन योजनाओं का शिलान्यास किया गया, उनमें मोतिहारी झील के जीर्णोधार का प्रोजेक्ट भी शामिल है। हमारा मोतिहारी शहर, जिस झील के नाम पर जाना जाता है, जो चंपारण के इतिहास का हिस्सा है, उसके पुनरुद्धार का कार्य आज से शुरु हो रहा है: PM
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स्वच्छता का संबंध पानी से भी है। बेतिया को पीने के साफ पानी के लिए जूझना ना पड़े, इसके लिए अमृत योजना के तहत तकरीबन 100 करोड़ रुपए की लागत से वॉटर सप्लाई योजना का शिलान्यास किया है। इसका सीधा लाभ डेढ़ लाख से ज्यादा लोगों को मिलेगा: PM
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घर या फैक्ट्री के गंदे पानी को गंगा में जाने से रोकने के लिए बिहार में अब तक 3 हजार करोड़ से ज्यादा के 11 प्रोजेक्ट की मंजूरी दी जा चुकी है। इस राशि से 1100 किलोमीटर से लंबी सीवेज लाइन बिछाने की योजना है: PM
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गंगा तट के किनारे बने गांवों को प्राथमिकता के आधार पर खुले में शौच से मुक्त बनाया जा रहा है।
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गंगा किनारे बसे गांवों में कचरे के प्रबंधन की योजनाएं लागू की जा रही हैं ताकि गांव का कचरा नदी में ना बहाया जाए। जल्द ही गंगा तट पूरी तरह खुले में शौच से मुक्त हो जाएगा: PM
स्वच्छ ईंधन पर जोर और उज्जवला योजना की सफलता की वजह से सिलेंडर की मांग भी बढ़ी है। चंपारण और आसपास के लोगों को गैस सिलेंडर की दिक्कत ना हो, इसके लिए मोतिहारी और सुगौली में LPG प्लांट लगाने के प्रोजेक्ट्स का आज शिलान्यास आज किया गया है: PM
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आज लगभग 900 करोड़ रुपए के नेशनल हाईवे प्रोजेक्ट का शिलान्यास किया गया है। औरंगाबाद से चोरदहा का जो सेक्शन अभी 4 लेन का है, उसे 6 लेन बनाने का काम आज से शुरू हो रहा है। ये प्रोजेक्ट बिहार और झारखंड, दोनों राज्यों के लोगों को फायदा पहुंचा पहुंचाएगा: PM
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चंपारण सत्याग्रह के सौ वर्ष के अवसर पर मुझे एक नई ट्रेन का शुभारंभ करने का भी अवसर मिला है। ये ट्रेन कटिहार से पुरानी दिल्ली तक चला करेगी। इसका नाम विशेष रूप से चंपारण हमसफर एक्सप्रेस रखा है। आधुनिक सुविधाओं से लैस ये ट्रेन, दिल्ली आने-जाने में आपके लिए बहुत मददगार साबित होगी: PM
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आज मधेपुरा में इलेक्ट्रिक लोकोमोटिव फैक्ट्री के फेज वन का भी लोकार्पण किया गया है। ये फैक्ट्री दो कारणों से अहम है। एक तो ये मेक इन इंडिया का उत्तम उदाहरण है, और दूसरा, ये इस क्षेत्र में रोजगार का भी बड़ा माध्यम बन रही है: PM
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एक और वजह है जिसकी वजह से मैं आपको इस प्रोजेक्ट के बारे में थोड़ा विस्तार से बताना चाहता हूं। इस प्रोजेक्ट को 2007 में मंजूरी दी गई थी। मंजूरी के बाद 8 साल तक इसकी फाइलों में पावर नहीं आ पाई। 3 साल पहले एनडीए सरकार ने इस पर काम शुरू करवाया और अब पहला फेज पूरा भी कर दिया है: PM
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गांधी जी की इसी भावना को जीते हुए, सवा सौ करोड़ देशवासी मिशन मोड पर काम कर रहे हैं।
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ये उनका स्वच्छाग्रह ही है कि 2014 में स्वच्छता का जो दायरा 40 प्रतिशत से भी कम था, वो अब बढ़कर 80 प्रतिशत से भी ज्यादा हो चुका है: PM
ये लोगों की इच्छाशक्ति ही है कि 4 अप्रैल, यानि पिछले एक हफ्ते में , जिस दौरान सत्याग्रह से स्वच्छाग्रह सप्ताह मनाया गया है, बिहार, यूपी, ओडिशा और जम्मू-कश्मीर में लगभग 26 लाख शौचालयों का निर्माण किया गया है: PM
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स्वच्छ भारत अभियान ने देश की करोड़ों-करोड़ महिलाओं की जिंदगी जिस तरह बदली है, उससे आप भली-भांति परिचित हैं। एक शौचालय के निर्माण से महिला को सम्मान, सुरक्षा और स्वास्थ्य, तीनों मिल रहा है। मुझे बताया गया है कि अब तो बिहार में भी शौचालयों को ‘इज्जत घर’ कहकर बुलाया जाने लगा है: PM
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गांधी जी ने यहां चंपारण में किसान, श्रमिक, शिक्षक, वकील, डॉक्टर-इंजीनियर सभी को एक ही पंक्ति में ला खड़ा किया था। स्वच्छाग्रही के नाते हमारा रोल भी वैसा ही होना चाहिए। स्वच्छता का ये संदेश समाज के हर व्यक्ति, हर तबके तक पहुंचे, ऐसी हमारी कोशिशें होनी चाहिए: PM
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