আচার্য বিদ্যাসাগর মহারাজ সমাধিস্থ হয়েছেন। এই ঘটনায় তাঁর গভীর দুঃখ ও অনুভূতির কথা ব্যক্ত করেছেন প্রধানমন্ত্রী শ্রী নরেন্দ্র মোদী।
আচার্য বিদ্যাসাগরজি মহারাজের মহাপ্রয়াণকে দেশের এক অপূরণীয় ক্ষতি বলে বর্ণনা করেছেন তিনি।
প্রধানমন্ত্রী আরও বলেছেন যে জনসাধারণের আধ্যাত্মিক উত্তরণের লক্ষ্যে আচার্যজির মূল্যবান প্রচেষ্টার কথা সর্বদাই স্মরণীয় হয়ে থাকবে। দারিদ্র্য মোচনে এবং স্বাস্থ্য ও শিক্ষার প্রসারে তিনি জীবনভর কাজ করে গেছেন।
গত বছর ছত্তিশগড়ের চন্দ্রগিরি জৈন মন্দিরে বিদ্যাসাগরজি মহারাজের সঙ্গে তাঁর সাক্ষাতের কথাও স্মরণ করেছেন প্রধানমন্ত্রী। এই সাক্ষাৎকারের ঘটনা যে তাঁর কাছে চিরস্মরণীয় হয়ে থাকবে, একথাও এক বার্তায় বলেছেন তিনি।
आचार्य श्री 108 विद्यासागर जी महाराज जी का ब्रह्मलीन होना देश के लिए एक अपूरणीय क्षति है। लोगों में आध्यात्मिक जागृति के लिए उनके बहुमूल्य प्रयास सदैव स्मरण किए जाएंगे। वे जीवनपर्यंत गरीबी उन्मूलन के साथ-साथ समाज में स्वास्थ्य और शिक्षा को बढ़ावा देने में जुटे रहे। यह मेरा… pic.twitter.com/mvJJPbiiwM
— Narendra Modi (@narendramodi) February 18, 2024
সমাজমাধ্যমে প্রধানমন্ত্রীর বার্তার বয়ানটি এখানে তুলে দেওয়া হল :
“आचार्य श्री 108 विद्यासागर जी महाराज जी का ब्रह्मलीन होना देश के लिए एक अपूरणीय क्षति है। लोगों में आध्यात्मिक जागृति के लिए उनके बहुमूल्य प्रयास सदैव स्मरण किए जाएंगे। वे जीवनपर्यंत गरीबी उन्मूलन के साथ-साथ समाज में स्वास्थ्य और शिक्षा को बढ़ावा देने में जुटे रहे। यह मेरा सौभाग्य है कि मुझे निरंतर उनका आशीर्वाद मिलता रहा। पिछले वर्ष छत्तीसगढ़ के चंद्रगिरी जैन मंदिर में उनसे हुई भेंट मेरे लिए अविस्मरणीय रहेगी। तब आचार्य जी से मुझे भरपूर स्नेह और आशीष प्राप्त हुआ था। समाज के लिए उनका अप्रतिम योगदान देश की हर पीढ़ी को प्रेरित करता रहेगा।”
My thoughts and prayers are with the countless devotees of Acharya Shri 108 Vidhyasagar Ji Maharaj Ji. He will be remembered by the coming generations for his invaluable contributions to society, especially his efforts towards spiritual awakening among people, his work towards… pic.twitter.com/jiMMYhxE9r
— Narendra Modi (@narendramodi) February 18, 2024