আচার্য লক্ষ্মীকান্ত দীক্ষিতের মৃত্যুতে গভীর শোক ও দুঃখ প্রকাশ করেছেন প্রধানমন্ত্রী শ্রী নরেন্দ্র মোদী। তিনি বলেছেন যে শ্রী দীক্ষিত ছিলেন রাম মন্দির প্রতিষ্ঠার এক পুরোধা পুরুষ। কাশী বিশ্বনাথ ধামের সঙ্গেও তাঁর ঘনিষ্ঠ যোগাযোগ ছিল। প্রধানমন্ত্রী তাঁর শোকবার্তায় আচার্য দীক্ষিতকে কাশীর বিদগ্ধ সমাজের এক ঐতিহ্যবাহী পুরুষ বলে বর্ণনা করেছেন।
সমাজমাধ্যমে তুলে ধরা প্রধানমন্ত্রীর মূল বার্তাটি এখানে তুলে ধরা হল :
“देश के मूर्धन्य विद्वान और साङ्गवेद विद्यालय के यजुर्वेदाध्यापक लक्ष्मीकान्त दीक्षित जी के निधन का दुःखद समाचार मिला। दीक्षित जी काशी की विद्वत् परंपरा के यशपुरुष थे। काशी विश्वनाथ धाम और राम मंदिर के लोकार्पण पर्व पर मुझे उनका सान्निध्य मिला। उनका निधन समाज के लिए अपूरणीय क्षति है।”
देश के मूर्धन्य विद्वान और साङ्गवेद विद्यालय के यजुर्वेदाध्यापक लक्ष्मीकान्त दीक्षित जी के निधन का दुःखद समाचार मिला। दीक्षित जी काशी की विद्वत् परंपरा के यशपुरुष थे। काशी विश्वनाथ धाम और राम मंदिर के लोकार्पण पर्व पर मुझे उनका सान्निध्य मिला। उनका निधन समाज के लिए अपूरणीय क्षति…
— Narendra Modi (@narendramodi) June 22, 2024