প্রধানমন্ত্রী শ্রী নরেন্দ্র মোদী আজ সুরাট সফর করেন।তিনি সেখানে সুরাট বিমানবন্দরের টার্মিনাল ভবনের সম্প্রসারণমূলক কাজের শিলান্যাস করেন।টার্মিনাল ভবনের কাজ শেষ হলে গুজরাটের দক্ষিণাঞ্চলে বিমান পরিষেবা আরও উন্নত হবে।
এই উপলক্ষে এক জনসভায় ভাষণে প্রধানমন্ত্রী বলেন, “সহজে ব্যবসা-বাণিজ্যের জন্য দেশের পরিকাঠামো ক্ষেত্রে অবশ্যই উন্নতির প্রয়োজন রয়েছে।সুরাট বিমানবন্দরের টার্মিনাল ভবনের সম্প্রসারণ সেই লক্ষ্যেই একটি পদক্ষেপ”।এই টার্মিনাল ভবনটি সম্প্রসারণের কাজে খরচ ধরা হয়েছে ৩৫৪ কোটি টাকা।সম্প্রসারণের পর টার্মিনাল ভবনের এলাকা বৃদ্ধি পেয়ে হবে ২৫ হাজার ৫০০ বর্গ মিটার।পরিবেশ-বান্ধব এই টার্মিনাল ভবনে সৌরশক্তির পাশাপাশি, আলোকিতকরণের কাজে এলইডি বাল্ব ব্যবহার করা হবে।সম্প্রসারণ কাজ শেষ হলে যাত্রী পরিচালন ক্ষমতা বার্ষিক ৪ লক্ষ থেকে বেড়ে ২৬ লক্ষে পৌঁছবে।তিনি আরও জানান, এয়ার ইন্ডিয়া শীঘ্রই সুরাটের সঙ্গে শারজার বিমান পরিষেবা শুরু করবে।প্রাথমিকভাবে সপ্তাহে দুটি বিমান চালানো হবে।পরে, তা বাড়িয়ে সাপ্তাহিক চারটি করা হবে।
শ্রী মোদী জানান, উড়ান প্রকল্পের আওতায় বিমান যোগাযোগ ব্যবস্থার প্রসারে একাধিক বিমানবন্দরকে নিয়ে আসা হচ্ছে।একই সঙ্গে, স্থানীয় মানুষ নিজের এলাকা থেকেই বিমান পরিষেবার সুযোগ গ্রহণ করতে পারছেন।তিনি বলেন, “আমরা বিমান ভ্রমণ প্রত্যেকের জন্য সহজলভ্য করে তুলতে চাই।উড়ান প্রকল্পের ফলে দেশে বিমান যোগাযোগ ব্যবস্থায় প্রভূত উন্নতি ঘটেছে।এই প্রকল্পের ফলে ভারতের বিমান যোগাযোগ ব্যবস্থার মানচিত্রে ৪০টি বিমানবন্দর যুক্ত হয়েছে।দেশের বিভিন্ন জায়গায় আরও বেশি বিমানবন্দরের সার্বিক মানোন্নয়নে সরকার পরিকল্পনা নিচ্ছে।
সরকারের উন্নয়নমূলক বিভিন্ন কাজের খতিয়ান তুলে ধরে শ্রী মোদী বলেন, সংখ্যাগরিষ্ঠ একটি সরকারই সাহসী সিদ্ধান্ত নিতে পারে।এমনকি, দেশের সার্বিক উন্নয়নেও অবাধে কাজ করতে পারে। “আপনারাই যেহেতু আমাদের সংখ্যাগরিষ্ঠ বানিয়েছেন, তাই আমরা গুরুত্বপূর্ণ ও সংস্কারমূলক সাহসী পদক্ষেপ নিতে সক্ষম হয়েছি” মন্তব্য করে প্রধানমন্ত্রী জানান, বিগত সরকারগুলির মতো বর্তমান এনডিএ সরকারও মধ্যবিত্ত শ্রেণীর মানুষের স্বার্থে কাজ করেছে।
ইউপিএ সরকারের সঙ্গে তাঁর সরকারের তুলনা করে শ্রী মোদী বলেন, “আমাদের শাসনকালের চার বছরে, আমরা ১ কোটি ৩০ লক্ষ গৃহ নির্মাণ করেছি।ইউপিএ শাসনকালে ২৫ লক্ষ গৃহ নির্মাণ হয়েছে”। তিনি আরও বলেন, “এখন পাসপোর্ট কার্যালয়ের সংখ্যা ৪০০-রও বেশি।২০১৪-তে এই সংখ্যা ছিল কেবল ৮০।
প্রধানমন্ত্রী সুরাটে প্রধানমন্ত্রী আবাস যোজনার কয়েকজন সুফলভোগীর হাতে বাড়ির চাবি তুলে দেন।এ প্রসঙ্গে তিনি বলেন, সরকার দরিদ্র মানুষের পাশাপাশি, মধ্যবিত্ত শ্রেণীর মানুষের জীবনযাপনের মানোন্নয়নে মিশন মোড-ভিত্তিতে কাজ করে চলেছে।এক পরিসংখ্যান দিয়ে তিনি বলেন, “বিগত চার বছরে সরকার শহরে বসবাসকারী গরিব মানুষের স্বার্থে ১৩ লক্ষেরও বেশি গৃহ নির্মাণ করেছে।এছাড়াও, আরও ৩৭ লক্ষ গৃহ নির্মাণের কাজ চলতে”।
স্বাধীনতা সংগ্রামে সুরাটের গুরুত্বপূর্ণ ভূমিকার কথা স্মরণ করে শ্রী মোদী আশা প্রকাশ করেন, আগামী এক দশকের মধ্যেই বিনিয়োগের অনুকূল বাতাবরণ গড়ে তুলে এই শহর বিশ্বের অন্যতম দ্রুত বিকাশশীল শহর হয়ে উঠবে।
পরে, অন্য এক অনুষ্ঠানে প্রধানমন্ত্রী সুরাটে অত্যাধুনিক পরিষেবা সম্বলিত সুপার স্পেশালিটি রাসিলাবেন সেবন্তীলাল শাহ্ভেনাস হাসপাতাল উদ্বোধন করেন।এই হাসপাতালের বিভিন্ন চিকিৎসা পরিষেবার সুযোগ-সুবিধাও তিনি ঘুরে দেখেন।এক জনসভায় ভাষণে আয়ুষ্মান ভারত কর্মসূচির কথা উল্লেখ করে শ্রী মোদী বলেন, এই উদ্যোগ সাধারণ মানুষকে সুলভে স্বাস্থ্য পরিষেবা প্রদানে গুরুত্বপূর্ণ ভূমিকা নিয়েছে।এখন পর্যাপ্ত পরিমাণে বিভিন্ন ধরণের জেনেরিক ওষুধপত্র পাওয়া যাচ্ছে, যার ফলে স্বাস্থ্য পরিষেবার খরচই কমেনি, একই সঙ্গে বহু মূল্যবান জীবন রক্ষা করাও সম্ভব হয়েছে।
আজ সন্ধ্যায় প্রধানমন্ত্রী ডান্ডি থেকে ফিরে আসার পূর্বে সুরাট ইন্ডোর স্টেডিয়ামে নতুন ভারত যুবসম্মেলনে ভাষণ দেবেন।ডান্ডি সফরে গিয়ে প্রধানমন্ত্রী জাতীয় লবণ সত্যাগ্রহ স্মারকের আবরণ উন্মোচন করেন।এই স্মারকে মহাত্মা গান্ধী সহ ৮০ জন সত্যাগ্রহীর মূর্তি রয়েছে।ভারতের স্বাধীনতা সংগ্রামের ইতিহাসে ১৯৩০ সালের লবণ সত্যাগ্রহ অভিযান ডান্ডি অভিযান নামে অধিক পরিচিত।উল্লেখ করা যেতে পারে যে, তৎকালীন ব্রিটিশ সরকারের লবণ আইনের বিরুদ্ধে গণআইন অমান্য অভিযানের অংশ হিসাবে মহাত্মা গান্ধীর নেতৃত্বে ৮০ জন সত্যাগ্রহী আমেদাবাদের সবরমতী আশ্রম থেকে ২৪১ মাইল পথ পাড়ি দিয়ে উপকূলবর্তী গ্রাম ডান্ডিতে পৌঁছে সমুদ্রের জল থেকে লবণ তৈরি করেছিলেন।ইতিহাসে এই ঘটনায় ডান্ডি অভিযান হিসাবে চিরস্মরণীয় হয়ে রয়েছে।
सूरत का बापू के नमक सत्याग्रह से बहुत गहरा नाता रहा है।
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सूरत के सैकड़ों सत्याग्रही तो बापू के साथ जुड़े ही थे, साथ में ये देश के उन पहले सेंटर्स में एक था जहां दांडी मार्च से भी पहले नमक कानून का विरोध हुआ था: PM @narendramodi
सूरत ने गांधी जी के मूल्यों को हमेशा से सम्मान दिया है। स्वच्छता हो, स्वाबलंबन हो या फिर स्वदेशी, गांधी जी के दर्शन को सूरत ने ज़मीन पर उतारा है: PM @narendramodi
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हमारी सरकार देश में ईज़ ऑफ लिविंग और ईज़ ऑफ डूइंग बिजनेस की नई संस्कृति विकसित करने में जुटी है।
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इसके लिए देश में इंफ्रा-स्ट्रक्चर के विकास, कनेक्टिविटी के विकास पर बल दिया जा रहा है: PM @narendramodi
सूरत तो देश के उन शहरों में है जो विश्व की सबसे तेज़ी से विकसित हो रही हमारी अर्थव्यवस्था में चार चाँद लगाता है: PM @narendramodi
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हाल में आई एक अंतर्राष्ट्रीय रिपोर्ट के बारे में आपको भी पता होगा।
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इस रिपोर्ट में कहा गया है कि आने वाले 10-15 वर्षों में दुनिया के सबसे तेज़ी से विकसित होते टॉप-टेन शहरों में सभी के सभी भारत के होंगे: PM @narendramodi
सरकार हवाई कनेक्टिविटी से पूरे देश को जोड़ने में जुटी है।
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इसके लिए बीते 3-4 वर्षों में तेज़ गति से काम किया गया है।
इसी का परिणाम है कि 17 एयरपोर्ट्स को अपग्रेड या एक्सपेंड किया जा चुका है और अनेक एयरपोर्ट में काम तेज़ी से चल रहा है: PM @narendramodi
मेरा ये सपना रहा है कि हवाई चप्पल पहनने वाला भी हवाई सफर कर सके।
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इसके लिए ही उड़े देश का आम नागरिक यानि उड़ान योजना शुरु की थी।
आज मुझे ये बताते हुए खुशी है कि उड़ान ने देश को दुनिया के सबसे तेज़ी से बढ़ते एविएशन मार्केट में शामिल करने में बड़ी मदद की है: PM @narendramodi
एयर-कनेक्टिविटी के साथ-साथ ये भी ध्यान रखा जा रहा है कि पासपोर्ट के लिए लोगों को बड़े शहरों के चक्कर न लगाने पड़ें।
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साल 2014 में देश में पासपोर्ट केंद्रों की कुल संख्या करीब 80 थी, जो अब बढ़कर 400 से ज्यादा हो चुकी है: PM @narendramodi
केंद्र सरकार देश के गरीब और मध्यम वर्ग के हर व्यक्ति के जीवन को सरल और सुगम बनाने में पूरी ईमानदारी से जुटी हुई है: PM @narendramodi
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बीते साढ़े 4 वर्षों में शहर में रहने वाले गरीब भाई-बहनों के लिए 13 लाख से अधिक घर बनाए जा चुके हैं और 37 लाख घरों पर काम चल रहा है।
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शहरों में लगभग 70 लाख नए और बनाने के लिए सरकार स्वीकृति दे चुकी है: PM @narendramodi
इसी तरह देश के ग्रामीण इलाकों में भी साल 2014 के बाद से 1 करोड़ 30 लाख से ज्यादा घरों का निर्माण किया जा चुका है।
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ये संख्या अपने आप में कितनी बड़ी है, इसका अंदाजा आप इसी से लगा सकते हैं कि पहले की सरकार ने अपने कार्यकाल में सिर्फ 25 लाख घर बनवाए थे: PM @narendramodi
कुछ लोग सवाल पूछते हैं कि न कि नोटबंदी से क्या फायदा हुआ?
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उन्हें ये सवाल उन युवाओं से भी पूछना चाहिए जिन्हें नोटबंदी के बाद कम हुई घरों की कीमतों का लाभ मिलना शुरू हुआ है।
उस गरीब और मध्यम वर्ग से ये सवाल पूछना चाहिए, जिसका घर का सपना अब साकार होना संभव हुआ है: PM
हमारी सरकार ने रेरा कानून बनाकर अब ये भी सुनिश्चित किया है कि गरीब और मध्यम वर्ग के लोगों की कमाई हाउसिंग प्रोजेक्ट्स में फंसे नहीं।
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रेरा कानून के तहत 30-35 हजार बिल्डरों ने अपना रजिस्ट्रेशन कराया है और तय नियम के मुताबिक लाखों घरों का निर्माण कर रहे हैं: PM @narendramodi
जब सरकार में इच्छा-शक्ति हो, तो कैसे परिवर्तन आता है, इसका एक उदाहरण LED बल्ब भी है।
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पहले जो LED बल्ब 350 रुपए तक में मिलता था, अब उसे 40-50 रुपए में उपलब्ध कराया जा रहा है: PM @narendramodi
बीते साढ़े चार साल में सरकार ने 32 करोड़ LED बल्ब वितरित किए हैं।
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इस वजह से लोगों के बिजली बिल में 16 हजार 500 करोड़ रुपए की बचत हुई है: PM @narendramodi
पहले युवा अगर अपना रोजगार करने के बारे में सोचता था, तो उसे बैंक से कर्ज लेते समय गारंटी की समस्या आती थी।
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हमारी सरकार मुद्रा योजना के तहत अब तक 15 करोड़ से ज्यादा लोन बिना बैंक गारंटी दे चुकी है: PM @narendramodi
इसके तहत लोगों को अपना रोजगार शुरू करने के लिए बिना बैंक गारंटी 7 लाख करोड़ रुपया सरकार की तरफ से दिया गया है।
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इनमें से 4 करोड़ 25 लाख से ज्यादा ऐसे लोग हैं जिन्होंने पहली बार कर्ज लिया है।
यानि बीते साढ़े चार साल में देश को 4 करोड़ 25 लाख नए उद्यमी भी मिले हैं: PM
एक तरफ हम पूरी शक्ति से पुरानी व्यवस्था की कमियों को बदलने में जुटे हैं, नया भारत बनाने में जुटे हैं, वहीं दूसरी तरफ कुछ ऐसे भी लोग हैं जो हमारे इन प्रयासों का मजाक उड़ाते हैं: PM @narendramodi
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वो लोग जिन्होंने बीते 6-7 दशक में देश की सुध नहीं ली, सिर्फ अपनी चिंता की, वो बदलते हुए इस भारत को देख नहीं पा रहे हैं।
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ऐसे नकारात्मक सोच वाले लोगों की परवाह किए बिना, हम आगे बढ़ने वाले हैं: PM @narendramodi