অরুণাচল প্রদেশ, আসাম ও ত্রিপুরা সফরের অঙ্গ হিসেবে প্রধানমন্ত্রী আজ (৯ই ফেব্রুয়ারি) গুয়াহাটিতেও যান। তিনি সেখানে উত্তর-পূর্ব গ্যাস গ্রিড প্রকল্পের শিলান্যাস করেন। আসামের জন্য একাধিক উন্নয়নমূলক প্রকল্পেরও সূচনা করেন তিনি।
এই উপলক্ষে তিনি বলেন, “উত্তর-পূর্ব ভারতের ইতিহাসে আজ এক নতুন অধ্যায়ের সূচনা হল। এই অঞ্চলের দ্রুত উন্নয়ন আমার সরকারের সর্বোচ্চ অগ্রাধিকার। তিনি আরও বলেন, আসাম অগ্রগতির পথে এগিয়ে চলেছে। “উত্তর-পূর্বের প্রতি আমাদের আন্তরিকতা এই অঞ্চলের জন্য অন্তর্বর্তী বাজেটে বরাদ্দ ২১ শতাংশেরও বেশি বাড়ানোর মাধ্যমে প্রতিফলিত হয়েছে।”
এই উপলক্ষে তিনি বলেন, “উত্তর-পূর্ব ভারতের ইতিহাসে আজ এক নতুন অধ্যায়ের সূচনা হল। এই অঞ্চলের দ্রুত উন্নয়ন আমার সরকারের সর্বোচ্চ অগ্রাধিকার। তিনি আরও বলেন, আসাম অগ্রগতির পথে এগিয়ে চলেছে। “উত্তর-পূর্বের প্রতি আমাদের আন্তরিকতা এই অঞ্চলের জন্য অন্তর্বর্তী বাজেটে বরাদ্দ ২১ শতাংশেরও বেশি বাড়ানোর মাধ্যমে প্রতিফলিত হয়েছে।”
প্রধানমন্ত্রী আরও বলেন, উত্তর-পূর্বের সামগ্রিক উন্নয়নে তাঁর সরকার অঙ্গীকারবদ্ধ। তিনি উত্তর-পূর্বঞ্চলবাসীকে আশ্বস্ত করে বলেন, তাঁদের সংস্কৃতি, সম্পদ ও ভাষা সুরক্ষিত রাখা হবে। নাগরিকত্ব বিল প্রসঙ্গে প্রধানমন্ত্রী এই বিল সম্পর্কে যে বিভ্রান্তি ছড়িয়েছে সে বিষয়েও বিভ্রান্ত না হওয়ার আবেদন জানান। তিনি বলেন, আসাম চুক্তির ৩৬ বছর পার হওয়ার পরও তা কার্যকর করা যায়নি। মোদীর নেতৃত্বাধীন সরকারই এই চুক্তি রূপায়ণ করবে, সাধারণ মানুষের আশা-আকাঙ্ক্ষা পূর্ণ করবে। রাজনৈতিক স্বার্থসিদ্ধি এবং ভোটব্যাঙ্কের লক্ষ্যকে সামনে রেখে প্রধানমন্ত্রী রাজনৈতিক দলগুলিকে আসামের সাধারণ মানুষের আবেগ নিয়ে না খেলার আহ্বান জানান। উত্তর-পূর্বের মানুষকে আশ্বস্ত করে প্রধানমন্ত্রী বলেন, নাগরিকত্ব (সংশোধন) বিলের জন্য তাঁদের রাজ্যের কোন ক্ষতি হবে না। আসাম চুক্তি রূপায়িত হলে রাজ্যবাসীর চাহিদাগুলি পূর্ণ হবে।
দুর্নীতি প্রসঙ্গে প্রধানমন্ত্রী বলেন, “চৌকিদার দুর্নীতির শিরদাড়া ভেঙে দিচ্ছে। আগের সরকারগুলি দুর্নীতিকে প্রায় নীতি বানিয়ে ফেলেছিল। আমরা সমাজের এই ভয়কে চিরতরে দূর করছি।”
উত্তর-পূর্ব গ্যাস গ্রিডের শিলান্যাস করে প্রধানমন্ত্রী বলেন, গ্যাস সরবরাহের এই উদ্যোগ এই অঞ্চলে নিরবচ্ছিন্ন প্রাকৃতিক গ্যাসের যোগান বাড়াবে এবং শিল্পের বিকাশে সহায়ক হবে। তিনসুকিয়াতে হলং মডিউলার গ্যাস প্রোসেসিং প্ল্যান্টের উদ্বোধন করেন তিনি। গ্যাস প্রক্রিয়াকরণের এই কেন্দ্রটি আসামে মোট যে পরিমাণ গ্যাস প্রয়োজন হয় তার ১৫ শতাংশ যোগান দেবে। উত্তর গুয়াহাটিতে প্রধানমন্ত্রী রান্নার গ্যাসের যোগান বাড়ানোর জন্য ভাসমান এক বৃহদায়তন মজুতভাণ্ডার ব্যবস্থার উদ্বোধন করেন।
এই উপলক্ষে, বিহার, পশ্চিমবঙ্গ, সিকিম ও আসাম দিয়ে অতিবাহিত ৭২৯ কিলোমিটার দীর্ঘ বারাউনি-গুয়াহাটি গ্যাস পাইপলাইন সহ নুমালিগড়ে এনআরএল বায়ো-রিফাইনারির শিলান্যাস করেন প্রধানমন্ত্রী।
প্রধানমন্ত্রী বলেন, ভারতে যে ১২টি বায়-রিফাইনারি বা জৈব তৈল শোধনাগার গড়ে তোলা হচ্ছে, নুমালিগড় তার অন্যতম বৃহৎ একটি। এই বৃহদায়তন তৈল পরিশোধনাগারটি আসামকে তেল ও প্রাকৃতিক গ্যাসের হাব হিসেবে গড়ে তুলবে। ভারতীয় অর্থনীতিতেও এই তৈল শোধনাগারগুলির গুরুত্বপূর্ণ প্রভাব পড়তে চলেছে বলে তিনি মন্তব্য করেন। ১০ শতাংশ পর্যন্ত ইথানল মিশ্রণের সরকারি পরিকল্পনার কথাও তিনি জানান।
এরপর প্রধানমন্ত্রী কামরূপ, কাছার, হাইলাকান্দি ও করিমগঞ্জ জেলায় নগর-কেন্দ্রিক গ্যাস বিতরণ নেটওয়ার্কের শিলান্যাস করেন। তিনি আরও বলেন, ২০১৪-তে প্রায় ২৫ লক্ষ পেট্রোলিয়াম ও প্রাকৃতিক গ্যাস সংযোগ ছিল। বিগত চার বছরে এই সংখ্যা বেড়ে হয়েছে ৪৬ লক্ষ। আলোচ্য সময়ে সিএনজি রিফিলিং স্টেশনের সংখ্যা ৯৫০ থেকে বেড়ে ১,৫০০ হয়েছে।
ব্রহ্মপুত্র নদের ওপর ছ’লেন বিশিষ্ট সেতুর শিলান্যাস করেন প্রধানমন্ত্রী। এই উপলক্ষে শ্রী মোদী বলেন, আজ আমরা ব্রহ্মপুত্র নদের ওপর ছ’লেন বিশিষ্ট মহাসড়কের কাজের সূচনা করছি। এই কাজ সম্পূর্ণ হলে দুই পাড়ের যাতায়াতের সময় দেড় ঘন্টা থেকে কমে পনেরো মিনিট হবে।
তাঁর সরকার গোপীনাথ বরদোলোই ও ভুপেন হাজারিকাকে দেশের সর্বোচ্চ অসামরিক সম্মান ‘ভারতরত্ন’ দিয়ে ভূষিত করায় তিনি গর্ব প্রকাশ করেন। শ্রী মোদী বলেন, ‘ভারতরত্ন’ সম্মান একটা সময়ে নির্দিষ্ট কিছু মানুষের জন্য সীমাবদ্ধ ছিল। জীবিত অবস্থায় ভুপেন হাজারিকা এই সম্মানে ভূষিত হওয়ার সুযোগ থেকে বঞ্চিত হয়েছিলেন। দেশকে গর্বিত করার ক্ষেত্রে যাঁরা জীবনোৎসর্গ করেছিলেন, তাঁদের যথাযথ সম্মান জানাতে একটা সময় কয়েক দশক লেগে যেত বলে প্রধানমন্ত্রী ক্ষোভ প্রকাশ করেন।
आज नॉर्थ ईस्ट के विकास में नया इतिहास जुड़ रहा है।
— narendramodi_in (@narendramodi_in) February 9, 2019
थोड़ी देर पहले ही असम और नॉर्थ ईस्ट के विकास से जुड़े हज़ारों करोड़ के प्रोजेक्ट्स का लोकार्पण, उद्घाटन और शिलान्यास किया गया है: PM @narendramodi
भूपेन दा ने असमिया भाषा और संस्कृति को देश और दुनिया तक पहुंचाने में अहम भूमिका तो निभाई ही है, वंचितों और शोषितों के लिए आवाज बुलंद की है: PM @narendramodi
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भूपेन दा के सुरों ने ब्रह्मपुत्र के इर्दगिर्द बसने वालों के जीवन में नई चेतना का संचार किया तो साथ ही, गंगा के विस्तार में फैली मानवता को भी जगाने का प्रयास किया: PM @narendramodi
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असम और देश के लिए, समाज के लिए, अपने गीतों से, अपने सुरों से जिस महान व्यक्तित्व ने इतना योगदान दिया, वंचितों, पीड़ितों और शोषितों के लिए समर्पित भारत के उस सच्चे रत्न की पहचान करने में दशकों की देरी हुई है: PM @narendramodi
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आज मुझे असम के एक और महान सपूत गोपीनाथ बोरदोलोई की भी याद आ रही है, जिनको सच्ची श्रद्धांजलि देने के लिए, भारत रत्न देने के लिए भी, असम को, देश को, श्रद्धेय अटल बिहारी वाजपेयी जी का इंतज़ार करना पड़ा: PM @narendramodi
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BC और AD यानि बिफोर कांग्रेस और आफ्टर डायनेस्टी का ही गौरवगान करने वालों से मैं आज यहां से पूछना चाहता हूं कि आखिर आपने भारत के सच्चे रत्नों को न पहचानने का कुटिल खेल दशकों तक क्यों खेला: PM @narendramodi
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आखिर ऐसा क्यों रहा कि कुछ लोगों के लिए जन्म लेते ही उनके लिए भारत रत्न तय हो जाता था और देश के मान-सम्मान के लिए जिन्होंने जीवन लगा दिया उनको सम्मानित करने के लिए दशक लग जाते थे ?
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इसका जवाब असम सहित भारत का कोना-कोना मांग रहा है: PM @narendramodi
आज मुझे गर्व है कि भारतीय जनता पार्टी की सरकार के समय ही असम के दो सपूतों, गोपीनाथ बोरदोलोई और भुपेन हजारिका को भारत रत्न देने का काम किया गया है: PM @narendramodi
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जो लोग अपने नायकों को भूल गए, वो लोग नॉर्थ ईस्ट के, असम के विकास को भी भूल गए थे।
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यहां बैठे अनेक साथियों को वो चर्चाएं भलीभांति याद होंगी, जब अखबारों में 'Neglected Paradise', 'The Neglected States of the Nation' जैसी हेडलाइंस छपती थीं: PM @narendramodi
आज अखबारों में क्या खबरें आती हैं?
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Infra push in Northeast, Digital Push in Northeast, किसी राज्य में पहली बार रेल connectivity, कहीं पर पहली बार हवाई connectivity, गांवों में पहुंच रही बिजली, बरसों से अधूरे देश के सबसे लंबे रेल-रोड ब्रिज का लोकार्पण ...अब ऐसी खबरें आती हैं: PM
नॉर्थ ईस्ट और असम के विकास के लिए, यहां के सम्मान के लिए, अपने समर्पण को जारी रखते हुए आज अनेक परियोजनाओं का उद्घाटन और शिलान्यास किया गया है: PM @narendramodi
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बीते साढ़े 4 वर्षों में हमारी सरकार द्वारा, असम में ऑयल एंड गैस सेक्टर में ही लगभग 14 हज़ार करोड़ रुपए के प्रोजेक्ट्स पूरे किए जा चुके हैं।
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लगभग साढ़े 9 हज़ार करोड़ रुपए के प्रोजेक्ट्स पर काम तेज़ गति से आगे बढ़ रहा है: PM @narendramodi
विदेशों से आयात कम करने और किसानों, आदिवासियों के लिए आय के अतिरिक्त साधन जुटाने के लिए हम इथेनॉल ब्लेंडिंग और बायोफ्यूल पर तेज़ी से काम कर रहे हैं।
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गाड़ियां हों या हवाई जहाज, अब हम ईंधन में लगभग 10% बायोफ्यूल की ब्लेंडिंग करने के लक्ष्य को प्राप्त करने की ओर बढ़ रहे हैं: PM
देश के पूर्वी हिस्से में गैस आधारित उद्योग और पाइप के माध्यम से घरों में गैस पहुंचाने का एक बड़ा अभियान भी चलाया जा रहा है।
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प्रधानमंत्री ऊर्जा गंगा योजना को सशक्त करने के लिए आज गुवाहाटी से बिहार के बरौनी तक जाने वाली नैचुरल गैस पाइपलाइन का शिलान्यास किया गया है: PM
साल 2014 में 25 लाख घरों में पाइप गैस का कनेक्शन था और आज ये करीब-करीब दो गुणा यानि 46 लाख से अधिक हो चुका है।
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जिस गति से काम हो रहा है, उससे आने वाले वर्षों में ये संख्या 2 करोड़ के पार पहुंचने वाली है: PM @narendramodi
इसी तरह देशभर में CNG स्टेशनों की संख्या भी साढ़े 9 सौ से बढ़कर लगभग 15 सौ तक पहुंच चुकी है: PM @narendramodi
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बीते 50-55 महीनों से केंद्र सरकार और राज्य सरकार निरंतर असम को देश के विकास मानचित्र पर स्थापित करने में जुटी हैं।
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मैं @sarbanandsonwal जी और उनकी टीम को बधाई देता हूं, कि वो असम को करप्शन और पहले की कार्यसंस्कृति से बाहर निकालने के लिए बहुत परिश्रम कर रहे हैं: PM @narendramodi
पहले की सरकार ने करप्शन को जिस तरह से सिस्टम का हिस्सा बना दिया था, उसके आप सभी परिचित और पीड़ित रहे हैं।
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लेकिन भ्रष्टाचारियों को पर कार्रवाई करके यहां की सरकार ने कड़ा संदेश भी दिया है: PM @narendramodi in Assam
आप सभी देख ही रहे हैं कि गरीबों को लूटने वालों, देश की सुरक्षा से खिलवाड़ करने वालों के साथ कितनी सख्ती से निपटा जा रहा है।
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जो घोटाले करके देश से भाग जाते थे, उनको वापस लाया जा रहा है, भारत के कानून के हवाले किया जा रहा है: PM @narendramodi
ये पूरा देश देख रहा है कि चौकीदार की चौकसी से कैसे भ्रष्टाचारी बौखलाए हुए हैं और सुबह-शाम मोदी-मोदी के नाम की रट लगाए हुए हैं: PM @narendramodi
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असम को कैसे आगे बढ़ाएंगे, नॉर्थ ईस्ट के लिए क्या करेंगे, देश के लिए क्या योजनाएं हैं, इस पर नहीं बोलेंगे लेकिन मोदी को कौन ज्यादा गाली दे सकता है, इसका कंपटीशन चल रहा है: PM @narendramodi
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ये लोग महामिलावट करने में जुटे हैं, समाज को भड़काने में जुटे हैं और हम असम की अस्मिता और असम के विकास के लिए डटे हैं।
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हम निरंतर ये कहते रहे हैं कि घुसपैठियों के लिए असम समेत देश के किसी भी हिस्से में कोई जगह नहीं है: PM @narendramodi
देश को घुसपैठियों से मुक्त करने के लिए हमने हर बार जनता की आवाज़ को बुलंद किया है।
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यही कारण है बांग्लादेश से हो रही घुसपैठ को रोकने के लिए हमने छितमहल समझौता किया, और
अब भारत-बांग्लादेश सीमा को पूरी तरह सील करने की तरफ तेजी से कदम बढ़ा रहे हैं: PM @narendramodi
जिस NRC को अमल में लाने से पुरानी सरकार बच रही थी, उसपर हमने सुप्रीम कोर्ट की निगरानी में कार्रवाई की।
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हमारा प्रयास है कि तय समय पर इस प्रक्रिया को पूरा किया जाए: PM @narendramodi
NRC के साथ-साथ मैं आप सभी से ये भी कहने आया हूं कि नागरिकता से जुड़े कानून को लेकर बहुत बड़ा भ्रम फैलाया जा रहा है।
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असम और नॉर्थ ईस्ट के राज्यों की भाषा-संस्कृति और संसाधनों पर हक की रक्षा करने के लिए भारतीय जनता पार्टी, NDA सरकार पूरी तरह से प्रतिबद्ध है: PM @narendramodi
हमारा प्रयास है कि असम अकॉर्ड के क्लॉज 6 को जल्द से जल्द लागू किया जा सके।
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इसके लिए हमारी सरकार द्वारा एक कमेटी भी बनाई जा चुकी है: PM @narendramodi
आप ये भी भली-भांति जानते हैं कि जो दल आज भ्रम फैलाने में जुटे हैं उन्होंने 30-35 साल तक असम अकॉर्ड को लागू करने में कभी ईमानदारी नहीं दिखाई: PM @narendramodi
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असम और उत्तर पूर्व के लोगों के साथ मेरा विशेष लगाव है।
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आपका स्नेह और आशीर्वाद मेरे लिए बहुत महत्वपूर्ण है। जितना अधिकार आपका मुझ पर है, उतना ही दायित्व मेरा भी आपके प्रति है।
इसलिए मैं सिटिजनशिप अमेंडमेंट बिल पर भी आपके साथ बात करना चाहता हूं: PM @narendramodi
हमें भारत के संसाधनों पर कब्ज़ा करने के इरादे से भारत में घुसने वालों और आस्था की वजह से अत्याचार के कारण अपना घर-बार छोड़ने के लिए मजबूर लोगों का फर्क समझना होगा: PM @narendramodi
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नागरिकता संशोधन का विषय सिर्फ असम या नॉर्थ ईस्ट से जुड़ा नहीं है, बल्कि देश के अनेक हिस्सों में मां भारती पर आस्था रखने वाली ऐसी संताने हैं, ऐसे लोग हैं जिनको अपनी जान बचाकर भारत आना पड़ा है: PM @narendramodi
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चाहे वो पाकिस्तान से आए हों, अफगानिस्तान से आए हों या फिर बांग्लादेश से, ये 1947 से पहले भारत का ही हिस्सा थे, जब आस्था के आधार पर देश का विभाजन हुआ: PM @narendramodi
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हमसे अलग हुए देशों में जो अल्पसंख्यक यानि हिंदू, सिख, जैन, बौद्ध पारसी और ईसाई, वहां रह गए थे उनको संरक्षण देना हमारा दायित्व है: PM @narendramodi
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मेरी सरकार असम और असमिया हितों के लिए पूरी तरह समर्पित है।
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असम अकॉर्ड के अनुरूप ही हमारी सरकार 6 समुदायों, आहुम, मौटक, मौढ़न, शुटिया, कुश राजवंशी और शाह जनगोष्टी को जनजाति का दर्जा देने पर भी काम कर रही है।
इसके लिए राज्यसभा में बिल लाने का काम भी हमारी ही सरकार ने किया है:PM
इन 6 समुदायों को Tribe का दर्जा देते समय, ये भी सुनिश्चित किया जाएगा कि असम की वर्तमान जनजातियों के हितों, उनके अधिकारों की पूरी तरह से रक्षा हो: PM @narendramodi
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