MoU on general supply of Petroleum, Oil, Lubricants (POL) and related products from India to Bhutan
This MoU provides for a list of Petroleum, Oil, Lubricants related items. GoI would facilitate its supply to Bhutan through agreed entry/exit points.
Ms Tashi Wangmo, Secretary, Ministry of Industry Commerce, and Employment, RGoB
Shri Sudhakar Dalela, Ambassador of India to the Kingdom of Bhutan
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Agreement for recognition of official control exercised by Bhutan Food And Drug Authority (BFDA) by Food Safety and Standards Authority Of India (FSSAI)
The agreement will facilitate the trade between India and Bhutan by promoting ease of doing business and reducing compliance cost on both sides. The MoU will make the export inspection certificate issued by BFDA acceptable by FSSAI for compliance with requirements prescribed by FSSAI, while exporting the products to India.
Mr. Pemba Wangchuk, Secretary, Ministry of Health, RGoB
Shri Sudhakar Dalela, Ambassador of India to the Kingdom of Bhutan
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MoU on cooperation in the field of Energy Efficiency and Energy Conservation measures
This MoU aims to assist Bhutan to enhance energy efficiency in the household sector by promoting star labeling programme developed by Bureau of Energy Efficiency. The MoU covers facilitating the formulation of building codes based on India's experience, creation of a pool of energy professionals at Bhutan by institutionalizing training of energy auditors etc.
Mr. Karma Tshering, Secretary, Ministry of Economic and Natural Resources, RGoB
Shri Sudhakar Dalela, Ambassador of India to the Kingdom of Bhutan
4
MoU on cooperation in Sports and Youth
This MoU would help further people to people linkages between India and Bhutan by advancing linkages between sports agencies of both sides and conduct sports activities/programmes.
Ms. Pema Choden, Secretary, Ministry of Foreign Affairs and External Trade, RGoB
Shri Sudhakar Dalela, Ambassador of India to the Kingdom of Bhutan
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MoU on cooperation concerning sharing reference standard, pharmacopoeia, vigilance and testing of medicinal products
This MoU would help further developing our close cooperation and exchanging information in the field of the regulation of medicines in accordance with the respective laws and regulations of each side. The MoU would allow for acceptance of Indian Pharmacopoeia by Bhutan as a book of standards for medicines and supply of generic medicines at affordable price.
Mr. Pemba Wangchuk, Secretary, Ministry of Health, RGoB
Shri Sudhakar Dalela, Ambassador of India to the Kingdom of Bhutan
6
Joint Plan of Action (JPOA) on Space Cooperation<
The Joint Action Plan provides a concrete roadmap for further developing our space cooperation through exchange programmes, training etc.
Mr. Jigme Tenzing, Secretary, Government Technology Agency, RGoB
Shri Sudhakar Dalela, Ambassador of India to the Kingdom of Bhutan
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Renewal of MoU on Peering Arrangement between National Knowledge Network of India (NKN) and Druk Research And Education Network of Bhutan
This MoU is between the National Knowledge Network (NKN) of India and Druk Research and Education Network (DrukREN) of Bhutan to renew the peering agreement between NKN and DrukREN, The MoU will enhance digital connectivity between India and Bhutan and will benefit the scholars and research institutions of Bhutan.
Mr. Jigme Tenzing, Secretary, Government Technology Agency, RGoB
Shri Sudhakar Dalela, Ambassador of India to the Kingdom of Bhutan
In addition, both sides have also agreed on and initialled the text of the MoU on Establishment of Rail Links between India and Bhutan.- The MoU provides for establishment of two proposed rail links between India and Bhutan, including the Kokrajhar-Gelephu rail link and Banarhat-Samtse rail link and their implementation modalities.
Government is running a special campaign for the development of tribal society: PM Modi in Bilaspur, Chhattisgarh
March 30, 2025
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Today, on the auspicious day of Navratri, on the New Year, three lakh poor families of Chhattisgarh are entering their new houses: PM
Government is concerned about providing health facilities and medical treatment for poor tribals: PM
Government is running a special campaign for the development of tribal society: PM
भारत माता की जय!
भारत माता की जय!
भारत माता की जय!
छत्तीसगढ़ महतारी की जय!
रतनपुर वाली माता महामाया की जय!
कर्मा माया की जय! बाबा गुरु घासीदास की जय!
जम्मो संगी-साथी-जहुंरिया,
महतारी-दीदी-बहिनी अउ सियान-जवान,
मन ला जय जोहार !
छत्तीसगढ़ के राज्यपाल श्री रमेन डेका जी, यहां के लोकप्रिय और ऊर्जावान मुख्यमंत्री श्री विष्णुदेव साय जी, केंद्रीय मंत्रिमंडल के मेरे साथी मनोहर लाल जी, इसी क्षेत्र के सांसद और केंद्र में मंत्री तोखन साहू जी, छत्तीसगढ़ विधानसभा के स्पीकर मेरे परम मित्र रमन सिंह जी, उपमुख्यमंत्री विजय शर्मा जी, अरुण साहू जी, छत्तीसगढ़ सरकार के सभी मंत्री गण, सांसद गण और विधायक गण और दूर-दूर से यहां आए मेरे भाइयों और बहनों!
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आज से नववर्ष शुरू हो रहा है। आज पहला नवरात्रि है और ये तो माता महामाया की धरती है। छत्तीसगढ़ माता कौशल्या का मायका है। ऐसे में मातृशक्ति के लिए समर्पित इन नौ दिन छत्तीसगढ़ के लिए बहुत ही विशेष रहते हैं और मेरा परम सौभाग्य है कि नवरात्रि के पहले दिन मैं यहां पहुंचा हूं। अभी कुछ दिन पहले भक्त शिरोमणि माता कर्मा के नाम पर डाक टिकट भी जारी हुआ है। मैं आप सभी को इसकी बधाई देता हूं।
साथियों,
नवरात्रि का ये पर्व रामनवमी के उत्सव के साथ संपन्न होगा और छत्तीसगढ़ की तो, यहां की राम भक्ति भी अद्भुत है। हमारा जो रामनामी समाज है, उसने तो पूरा शरीर राम नाम के लिए समर्पित किया है। मैं प्रभु राम के ननिहाल वालों को, आप सभी साथियों को बहुत-बहुत शुभकामनाएं देता हूं। जय श्री राम!
साथियों,
आज के इस पावन दिवस पर मुझे मोहभट्टा स्वयंभू शिवलिंग महादेव के आशीर्वाद से छत्तीसगढ़ के विकास को और गति देने का अवसर मिला है। थोड़ी देर पहले 33 हजार 700 करोड़ रुपये से अधिक की परियोजनाओं का शिलान्यास और लोकार्पण हुआ है। इसमें गरीबों के घर हैं, स्कूल हैं, रोड है, रेल है, बिजली है, गैस की पाइप लाइन हैं। यानी ये सारे प्रोजेक्ट्स छत्तीसगढ़ के नागरिकों को सुविधा देने वाले हैं। यहां नौजवानों के लिए नए रोजगार बनाने वाले हैं। आप सभी को इन विकास कार्यों के लिए बहुत-बहुत बधाई।
साथियों,
हमारी परंपरा में किसी को भी आश्रय देना एक बहुत बड़ा पुण्य माना जाता है। लेकिन जब किसी के घर का सपना पूरा होता है, तो उससे बड़ा आनंद भला क्या हो सकता है। आज नवरात्रि के शुभ दिन, नव वर्ष पर छत्तीसगढ़ के तीन लाख गरीब परिवार अपने नए घर में गृह प्रवेश कर रहे हैं। मुझे अभी यहां तीन लाभार्थियों से मिलने का अवसर मिला और मैं देख रहा था उनके चेहरे पर खुशी नहीं समा रही थी और वो मां तो अपना यहां आनंद रोक ही नहीं पा रही थी। मैं इन सभी परिवारों को, तीन लाख परिवार साथियों, एक नए जीवन के लिए बहुत शुभकामनाएं देता हूं। इन गरीब परिवारों के सिर पर पक्की छत आप सभी की वजह से ही संभव हो पाई है। ये मैं इसलिए कह रहा हूं क्योंकि आपने मोदी की गारंटी पर भरोसा किया। छत्तीसगढ़ के लाखों परिवारों के पक्के घर का सपना पहले की सरकार ने फाइलों में गुमा दिया था और तब हमने गारंटी दी थी, ये सपना हमारी सरकार पूरा करेगी। और इसलिए विष्णु देव जी की सरकार बनते ही पहली कैबिनेट में 18 लाख घर बनाने का निर्णय लिया गया। आज उसमें से तीन लाख घर बनकर तैयार हैं। मुझे खुशी इस बात की भी है, इसमें बहुत सारे घर हमारे आदिवासी क्षेत्रों में बने हैं। बस्तर और सरगुजा के अनेक परिवारों को भी अपने पक्के घर मिले हैं। जिन परिवारों की अनेक पीढ़ियों ने झोपड़ियों में बेहाल जीवन बिताया है, उनके लिए ये कितना बड़ा उपहार है, ये हम समझ सकते हैं और जो नहीं समझ सकते हैं, मैं उनको समझाना चाहता हूं। आप अगर रेलवे में या बस में यात्रा कर रहे हैं, जगह नहीं मिल रही है, खड़े-खड़े जा रहे हैं और अगर थोड़ी सी एकाध सीट मिल जाए, आपका आनंद कितना बड़ा रह जाता है, पता है न! एक-दो-तीन घंटे की यात्रा में बैठने की जगह मिल जाए, तो आपकी खुशियां अनेक गुना बढ़ जाती हैं। आप कल्पना कीजिए कि इन परिवारों ने पीढ़ी दर पीढ़ी झोपड़ी में जिंदगी गुजारी। आज जब उनको पक्का घर मिल रहा है, आप कल्पना कीजिए, उनकी जीवन की खुशियां कितनी उमंग से भरी होंगी। और जब ये सोचता हूं, ये देखता हूं, मुझे भी नई ऊर्जा मिलती है। देशवासियों के लिए रात-दिन काम करने का मन मजबूत हो जाता है।
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साथियों,
इन घरों को बनाने के लिए भले ही सरकार ने मदद दी है। लेकिन घर कैसा बनेगा, ये सरकार ने नहीं, हर लाभार्थी ने खुद तय किया है। ये आपके सपनों का घर है और हमारी सरकार सिर्फ चारदीवारी ही नहीं बनाती, इन घरों में रहने वालों की जिंदगी भी बनाती है। इन घरों को Toilet, बिजली, उज्ज्वला की गैस, नल से जल, सभी सुविधाओं से जोड़ने का प्रयास है। यहां मैं देख रहा हूं कि बहुत बड़ी संख्या में माताएं-बहनें आई हैं। ये जो पक्के घर मिले हैं, इनमें से अधिकतर की मालिक हमारी माताएं-बहनें ही हैं। हजारों ऐसी बहनें हैं, जिनके नाम पर पहली बार कोई संपत्ति रजिस्टर हुई है। मेरी माताओं-बहनों, आपके चेहरे की ये खुशी, आपका ये आशीर्वाद, ये मेरी बहुत बड़ी पूंजी है।
साथियों,
जब इतने सारे घर बनते हैं, लाखों की संख्या में घर बनते हैं, तो इससे एक और बड़ा काम होता है। अब आप सोचिए कि ये घर बनाता कौन है, इन घरों में लगने वाला सामान कहां से आता है, ये छुट-पुट का सामान कोई दिल्ली-मुंबई से थोड़ा आता है, जब इतने सारे घर बनते हैं, तो गांव में हमारे राज मिस्त्री, रानी मिस्त्री, श्रमिक साथी, सभी को काम मिलता है और जो सामान आता है, उसका फायदा भी तो स्थानीय छोटे-छोटे दुकानदारों को होता है। जो गाड़ी में, ट्रक में सामान लाते हैं, उनको होता है। यानी लाखों घरों ने छत्तीसगढ़ में बहुत सारे लोगों को रोजगार भी दिया है।
साथियों,
भाजपा सरकार, छत्तीसगढ़ के लोगों से किए गए, हर वादे को पूरा कर रही है। और अभी मुख्यमंत्री जी बता रहे थे कि पिछले दिनों जो स्थानिक स्वराज संस्थाओं के चुनाव हुए, त्रिस्तीय चुनाव और उसमें भी आपने जिस प्रकार से आशीर्वाद दिए हैं, आज मैं आया हूं, तो इसके लिए भी आभार व्यक्त करता हूं।
साथियों,
यहां बहुत बड़ी संख्या में अलग-अलग योजनाओं के लाभार्थी आए हैं। आप सभी ने अनुभव किया है कि हमारी सरकार कितनी तेज़ी से अपनी गारंटियां पूरी कर रही हैं। छत्तीसगढ़ की बहनों से हमने जो वादा किया था, वो पूरा कर के दिखाया। धान किसानों को 2 साल का बकाया बोनस मिला है, बढ़े हुए MSP पर धान की खरीदी की गई है। इससे लाखों किसान परिवारों को हज़ारों करोड़ रुपए मिले हैं। कांग्रेस की सरकार में यहां भर्ती परीक्षाओं में भी खूब घोटाले हुए, भाजपा सरकार ने भर्ती परीक्षाओं में हुए घोटालों को लेकर जांच बिठाई है। और हमारी सरकार पूरी पारदर्शिता के साथ परीक्षाएं करवा रही है। इन ईमानदार प्रयासों का नतीजा है कि भाजपा पर जनता का भरोसा बढ़ता जा रहा है। विधानसभा और लोकसभा चुनाव के बाद अब निकाय चुनाव में भी यहां भाजपा का परचम लहराया है। छत्तीसगढ़ की जनता भाजपा सरकार के प्रयासों को अपना भरपूर समर्थन दे रही है।
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साथियों,
छत्तीसगढ़ को राज्य बने 25 साल हो रहे हैं, ये वर्ष छत्तीसगढ़ का रजत जयंती वर्ष है, संयोग से यह साल अटल जी का जन्म शताब्दी वर्ष भी है। छत्तीसगढ़ सरकार, 2025 को अटल निर्माण वर्ष के रूप में मना रही है। हमारा संकल्प है– हमने बनाया है, हम ही संवारेंगे। आज इंफ्रास्ट्रक्चर के जितने भी प्रोजेक्ट्स का शिलान्यास और लोकार्पण हुआ है, वो इसी संकल्प का हिस्सा है।
साथियों,
छत्तीसगढ़ को अलग राज्य इसलिए बनाना पड़ा था, क्योंकि यहां विकास का लाभ नहीं पहुंच पा रहा था। कांग्रेस के राज में यहां विकास का काम नहीं हो पाता था और जो काम होते भी थे, उसमें कांग्रेस वाले घोटाले कर देते थे। कांग्रेस को कभी आपकी चिंता नहीं रही। आपके जीवन की, आपकी सुविधाओं की, आपके बच्चों की चिंता हमने की है। हम विकास की योजनाओं को छत्तीसगढ़ के गांव-गांव तक ले जा रहे हैं। वहां एक बेटी कोई एक पेंटिंग बना के लाई है, बेचारी कब से हाथ ऊपर रख के खड़ी है। मैं जरा security वालों से कहूंगा जरा उस बेटी को, जरा पीछे बेटा नाम-पता लिख देना, मैं आपको चिट्ठी भेजूंगा। जरा इसको कोई collect करके मेरे तक पहुंचा दे। बहुत-बहुत धन्यवाद बेटा, बहुत धन्यवाद। आज आप देखिए, यहां दूर-सूदूर के आदिवासी क्षेत्रों में भी अच्छी स़ड़कें पहुंच रही हैं। कई इलाकों में पहली बार ट्रेन पहुंच रही है, अभी मैंने यहां एक ट्रेन को हरी झंडी दिखाई है। अब यहां कहीं पहली बार बिजली पहुंच रही है, कहीं पाइप से पानी पहली बार पहुंच रहा है, कहीं नया मोबाइल टावर पहली बार लग रहा है। नए स्कूल-कॉलेज-अस्पताल बन रहे हैं। यानि हमारे छत्तीसगढ़ की तस्वीर भी बदल रही है, तकदीर भी बदल रही है।
साथियों,
छत्तीसगढ़ देश के उन राज्यों में शामिल हो गया है, जहां शत-प्रतिशत रेल नेटवर्क बिजली से चलने लगा है। ये बहुत बड़ी उपलब्धि है। छत्तीसगढ़ में इस समय करीब 40 हज़ार करोड़ रुपए के रेल प्रोजेक्ट्स पर काम चल रहा है। इस साल के बजट में भी छत्तीसगढ़ के लिए 7 हज़ार करोड़ रुपए की व्यवस्था की गई है। इससे छत्तीसगढ़ के अनेक क्षेत्रों में अच्छी रेल कनेक्टिविटी की मांग पूरी होगी। इससे आसपास के राज्यों से कनेक्टिविटी भी बेहतर होगी।
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साथियों,
विकास के लिए बजट के साथ-साथ नेक-नीयत भी ज़रूरी है। अगर कांग्रेस की तरह मन और मस्तिष्क में बेईमानी भरी हो, तो बड़े से बड़े खज़ाने भी खाली हो जाते हैं। यही स्थिति हमने कांग्रेस के शासन के दौरान देखी है। इस कारण, आदिवासी अंचलों तक विकास नहीं पहुंच पाया। हमारे सामने कोयले का उदाहरण है। छत्तीसगढ़ में बहुत बड़ी मात्रा में कोयला है। लेकिन यहां आपको जरूरत भर की बिजली नहीं मिल पाती थी। कांग्रेस के समय में बिजली की हालत खस्ताहाल थी, यहां पर बिजली के कारखानों पर उतना काम ही नहीं किया गया। आज हमारी सरकार यहां नए बिजली कारखाने लगवा रही है।
साथियों,
हम यहां सौर ऊर्जा से बिजली बनाने पर भी बहुत अधिक जोर दे रहे हैं। और मैं आपको एक और बड़ी शानदार योजना के बारे में बताऊंगा। मोदी ने एक ऐसी योजना शुरू की है, जिसमें आपका बिजली बिल जीरो हो जाएगा और घर में बिजली पैदा करके आप कमाई भी कर सकेंगे। इस योजना का नाम है- पीएम सूर्य घर मुफ्त बिजली योजना। इसके लिए हमारी सरकार हर घर को सोलर पैनल लगाने के लिए 70-80 हजार रुपए की मदद दे रही है। यहां छत्तीसगढ़ में भी 2 लाख से ज्यादा परिवारों ने पीएम सूर्य घर मुफ्त बिजली योजना में अपना रजिस्ट्रेशन करा दिया है। आप भी इस योजना से जुड़ेंगे तो आपको बहुत लाभ होगा।
साथियों,
नेक नीयत का एक और उदाहरण, गैस पाइपलाइन भी है। छत्तीसगढ़ समंदर से दूर है। तो यहां तक गैस पहुंचाना इतना आसान नहीं है। पहले जो सरकार थी, उसने गैस पाइपलाइन पर भी जरूरी खर्च नहीं किया। हम इस चुनौती का भी समाधान कर रहे हैं। हमारी सरकार, यहां गैस पाइप लाइनें बिछा रही है। इससे पेट्रोलियम से जुड़े उत्पादों को ट्रकों से ट्रांसपोर्ट करने की मजबूरी कम होगी। ये चीज़ें कम कीमत में आप लोगों को मिलने लगेंगी। गैस पाइपलाइन आने से, यहां CNG से गाड़ियां चल पाएंगी। इसका एक और फायदा होगा। घरों में खाना बनाने की गैस अब पाइप से भी आ पाएगी। जैसे पाइप से पानी आता है किचन में, वैसे ही अब गैस आएगा। हम अभी 2 लाख से ज्यादा घरों में सीधे पाइप से गैस पहुंचाने का लक्ष्य लेकर चल रहे हैं। गैस उपलब्ध होने से यहां छत्तीसगढ़ में नए उद्योग लगाना भी संभव हो पाएगा। यानि बड़ी संख्या में यहीं पर रोजगार बनेंगे।
साथियों,
बीते दशकों में कांग्रेस की नीतियों की वजह से छत्तीसगढ़ सहित देश के अनेक राज्यों में नक्सलवाद को बढ़ावा मिला। देश में जहां-जहां अभाव रहा, जो-जो क्षेत्र विकास से पीछे रहे, वहां-वहां नक्सलवाद फलता-फूलता रहा। लेकिन जिस दल ने 60 साल सरकार चलाई, उसने क्या किया? उसने ऐसे जिलों को पिछड़ा घोषित कर, अपनी जिम्मेदारी से मुंह मोड़ लिया। हमारे नौजवानों की अनेक पीढ़ियां खप गईं। अनेक माताओं ने अपने लाडले खो दिए। अनेक बहनों ने अपना भाई खो दिया।
साथियों,
उस समय की सरकारों की ये उदासीनता, ये आग में घी डालने जैसा था। आपने तो खुद सहा है, देखा है, छत्तीसगढ़ में कितने ही जिलों में सबसे पिछड़े आदिवासी परिवार रहते थे। उनकी कांग्रेस सरकार ने कभी सुध नहीं ली। हमने गरीब आदिवासियों के शौचालय की चिंता की, स्वच्छ भारत अभियान चलाया, हमने गरीब आदिवासियों के इलाज की चिंता की, 5 लाख रुपए तक मुफ्त इलाज देने वाली आयुष्मान भारत योजना चलाई, हमने आपके लिए सस्ती दवा की चिंता की, अस्सी परसेंट छूट देने वाले पीएम जन औषधि केंद्र खोले।
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साथियों,
जो लोग सामाजिक न्याय पर झूठ बोलते हैं, उन्हीं लोगों ने आदिवासी समाज को भुला रखा था। इसलिए तो मैं कहता हूं, जिसको किसी ने नहीं पूछा, उसको मोदी पूजता है। हम आदिवासी समाज के विकास के लिए भी विशेष अभियान चला रहे हैं। हमने आपके लिए धरती आबा जनजातीय उत्कर्ष अभियान शुरू किया है। इसके तहत करीब 80 हज़ार करोड़ रुपए आदिवासी क्षेत्रों में खर्च किए जा रहे हैं। इससे छत्तीसगढ़ के करीब 7 हज़ार आदिवासी गांवों को फायदा हो रहा है। आप भी जानते हैं कि आदिवासियों में भी अति पिछड़ी आदिवासी जनजातियां होती हैं। पहली बार हमारी सरकार ने ऐसे अति पिछड़े आदिवासियों के लिए पीएम जनमन योजना बनाई है। इसके तहत, छत्तीसगढ़ के 18 जिलों में 2 हज़ार से अधिक बसाहटों में काम किए जा रहा हैं। देशभर में पिछड़ी जनजातियों की बस्तियों में करीब 5 हज़ार किलोमीटर की सड़कें स्वीकृत की गई हैं। इनमें से करीब आधी सड़कें, छत्तीसगढ़ में ही बनाई जानी हैं, यानि ढाई हजार किलोमीटर की सड़कें यहां पीएम जनमन योजना के तहत बनेंगी। आज इस योजना के तहत ही यहां अनेक साथियों को पक्के घर भी मिले हैं।
साथियों,
आज डबल इंजन सरकार में छत्तीसगढ़ की स्थिति तेज़ी से बदल रही है। जब सुकमा जिले के एक स्वास्थ्य केंद्र को राष्ट्रीय गुणवत्ता प्रमाणपत्र मिलता है, तो नया विश्वास जगता है। जब कई सालों बाद दंतेवाड़ा में फिर से स्वास्थ्य केंद्र शुरू होता है, तो नया विश्वास जगता है। ऐसे ही प्रयासों के कारण, नक्सल प्रभावित क्षेत्रों में स्थाई शांति का नया दौर नज़र आ रहा है। अभी दिसंबर में जब मन की बात हुई, तो मैंने बस्तर ओलंपिक की चर्चा की थी। आपने भी वो मन की बात जरूर सुना होगा, बस्तर ओलंपिक में जिस प्रकार हज़ारों नौजवानों ने हिस्सा लिया, वो छत्तीसगढ़ में आ रहे बदलाव का प्रमाण है।
साथियों,
मैं छत्तीसगढ़ के नौजवानों का एक शानदार भविष्य अपनी आंखों के सामने देख रहा हूं। छत्तीसगढ़ जिस प्रकार, नई शिक्षा नीति को लागू कर रहा है, वो बहुत ही शानदार काम हो रहा है। देशभर में 12 हज़ार से अधिक आधुनिक पीएम श्री स्कूल शुरु हो चुके हैं। इनमें से करीब साढ़े तीन सौ, छत्तीसगढ़ में हैं। ये पीएम श्री स्कूल, दूसरे स्कूलों के लिए आदर्श बनेंगे। इससे राज्य की पूरी शिक्षा व्यवस्था का स्तर ऊपर उठेगा। छत्तीसगढ़ में दर्जनों एकलव्य मॉडल स्कूल पहले से ही शानदार काम कर रहे हैं। नक्सल प्रभावित इलाकों में भी अनेक स्कूल फिर से शुरू किए गए हैं। आज छत्तीसगढ़ में विद्या समीक्षा केंद्र की भी शुरुआत हुई है। ये भी देश की शिक्षा व्यवस्था में एक बड़ा कदम है। इससे स्कूलों में शिक्षा का स्तर और अच्छा होगा, क्लास में शिक्षकों की, विद्यार्थियों की रियल टाइम में मदद भी हो पाएगी।
साथियों,
हमने आपसे किया एक और वादा पूरा किया है। नई राष्ट्रीय शिक्षा नीति के तहत, यहां हिंदी में भी मेडिकल और इंजीनियरिंग की पढ़ाई शुरू हो रही है। अब मेरे गांव, गरीब, आदिवासी परिवारों के युवाओं के सपनों को पूरा करने में भाषा कोई बाधा नहीं बनेगी।
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साथियों,
बीते वर्षों में मेरे मित्र रमन सिंह जी ने जो मजबूत नींव रखी थी, उसे वर्तमान सरकार और सशक्त कर रही है। आने वाले 25 वर्षों में हमें इस नींव पर विकास की एक भव्य इमारत बनानी है। छत्तीसगढ़ संसाधनों से भरपूर है, छत्तीसगढ़ सपनों से भरपूर है, छत्तीसगढ़ सामर्थ्य से भरपूर है। 25 साल बाद, जब हम छत्तीसगढ़ की स्थापना के 50 वर्ष मनाएं, तो छत्तीसगढ़ देश के अग्रणी राज्यों में हो, इस लक्ष्य को हम पाकर के ही रहेंगे। मैं आपको फिर विश्वास दिलाऊंगा, यहां विकास का लाभ, छत्तीसगढ़ के हर परिवार तक पहुंचे, इसके लिए हम कोई कोर कसर बाकी नहीं छोड़ेंगे। एक बार फिर आप सभी को इतने सारे विकास कार्यों के लिए और नव वर्ष के आरंभ में ही बहुत बड़े सपने लेकर के जो यात्रा आरंभ हो रही है, उसके लिए मैं आपको बहुत-बहुत बधाई देता हूं। बहुत-बहुत धन्यवाद!