In the last 10 years, we have given Rs 80,000 crore to sugarcane farmers through ethanol purchase: PM Modi in Solapur
This election in Maharashtra is a choice between Mahayuti's proven track record of development and Maha Aghadi's same old tape record of lies: PM

जय तुलजा भवानी

जय शिवाजी

आज कार्तिकी एकादशी// पंढरपुरची यात्रा

आजच्या दिवशी त्या जिल्यात येण्याचे भाग्य लाभले

पंढरीच्या विठुरायाला माझे कोटि-कोटि नमन

संत नामदेव महाराजांची आज जयंती त्यान्ना शत-शत नमन 

मैं सिद्धेश्वर महाराज और भगवान बसवेश्वर को प्रणाम करता हूं।


साथियों,

देवोत्थानी एकादशी का ये दिन, पंढरपुर की पवित्र धरती और विठोबा का सानिध्य। ये केवल एक संयोग नहीं है। ये अगले 5 वर्षों के लिए महाराष्ट्र और सोलापुर की सेवा का आशीर्वाद है।

भाइयों बहनों,

जब महाराष्ट्र की आस्था और संस्कृति में विश्वास करने वाली महायुति की सरकार काम करती है, तो कैसे परिणाम आते हैं, सोलापुर के लोगों ने ये देखा है। सोलापुर के लोग जिस विकास की मांग दशकों से कर रहे थे, जो प्रोजेक्ट्स दशकों से लटके थे, महायुति सरकार ने उन्हें पूरा करके दिखाया है। अभी कुछ ही दिन पहले मैंने सोलापुर एयरपोर्ट के विस्तार का लोकार्पण किया था। और शायद मैं कह सकता हूं कि हिंदुस्तान में अबतक जितने प्रधानमंत्री हो गए, वो सारे प्रधानमंत्री जितनी बार सोलापुर आए होंगे, मैं अकेला उससे ज्यादा बार आया हूं। सोलापुर ने मुझे इतना प्यार दिया है, इतना प्यार दिया है कि अगर मैं ना आऊं, तो मुझे खाली लगता है। आज माताएं-बहनें भी इतनी बड़ी मात्रा में आशीर्वाद देने के लिए आई हैं। 

साथियों, 

ऐसा सौभाग्य बहुत कम लोगों को मिलता है और मैं भाग्यवान हूं, आपका ये प्यार, आपके आशीर्वाद मेरी निरंतर उर्जा बनाए रखते हैं। 

साथियों, 

देश-विदेश से आने वाले लोगों को, ये जो विकास के काम हुए हैं, उससे बेहतर कनेक्टिविटी मिलेगी। हमारे सोलापुर में पालकी यात्रा की इतनी प्राचीन परंपरा है। पहले यात्रियों को, वारकरी साथियों को कितनी परेशानी होती थी। पालकी महामार्ग का निर्माण करवाकर इस परेशानी को हल करने का सौभाग्य भी हमें ही मिला। आज सोलापुर के चारों तरफ फोर लेन हाइवे बन चुके हैं। सोलापुर से वंदेभारत ट्रेन चल रही है। ये बदलाव केंद्र की बीजेपी और महाराष्ट्र की महायुति सरकार के कामों से संभव हुआ है। आज हम विकसित महाराष्ट्र से विकसित भारत के निर्माण की ओर बढ़ रहे हैं। इसलिए मैं कहता हूं, 

भाजपा-महायुति आहे

तर गति आहे

महाराष्ट्राची प्रगति आहे

साथियों,

महाराष्ट्र को अगले पांच साल तक महायुति की ऐसी सरकार की जरूरत है, जो स्थिर हो, जिसका एकमात्र लक्ष्य महाराष्ट्र का विकास हो। स्थिर सरकार ही महाराष्ट्र के लिए दूरगामी नीतियां बना पाएगी। लेकिन आपको याद रखना है कि महाअघाड़ी वाले जिस गाड़ी पर चल रहे हैं, वो ऐसी गाड़ी है, ना पहिए हैं, ना ब्रेक है और कौन चलाएगा, इसके लिए मारंमार है। वो सबसे अस्थिर गाड़ी है। ये लोग आपस में ही झगड़ा करने में समय बर्बाद कर देते हैं। साथी, आप बाबासाहेब का चित्र बनाकर लाए हैं। चलिए मैं आपका बहुत आभारी हूं। जरा मैं हमारे साथियों को कहता हूं, जरा कलेक्ट कर लें। मैं आपका बहुत आभारी हूं, आपने इतनी शानदार भेंट मेरे लिए लाए हैं। हमारे साथी ले लेंगे। बहुत-बहुत धन्यवाद भैया।  

साथियों, 

आप सब भी भलि-भांति जानते हैं। आप लोग देख रहे हैं कि अघाड़ी में कैसे भगदड़ मची हुई है। अभी से अघाड़ी में मुख्यमंत्री पद के लिए खींचतान, नूराकुश्ती चल रही है। एक पार्टी पूरे दिन अपने नेता को मुख्यमंत्री बताने में लगी रहती है। दूसरी पार्टी और काँग्रेस वाले उनकी दावेदारी ख़ारिज करने में लगे रहते हैं। आप जरा सोचिए, चुनाव से पहले इनका ये हाल है! ये अघाड़ी वाले कभी महाराष्ट्र को स्थिर सरकार नहीं दे सकते।

साथियों,

काँग्रेस पार्टी ने देश पर दशकों तक राज किया। 50-50 साल तक,  लेकिन, उनकी सोच क्या थी? उनकी एक ही सोच थी समस्याओं को बनाए रखना। लोगों को समस्याओं में उलझाए रखना, यही कांग्रेस की कार्यशैली रही है। कांग्रेस की इसी सोच ने हमारे महाराष्ट्र के किसानों को बदहाल बनाए रखा। हमारे इस इलाके में सिंचाई के लिए आपको कांग्रेस और उसके सहयोगियों ने आपलोगों को कितना तरसाया है। ये माताएं-बहनें और किसान तो उनको कभी माफ नहीं करेंगे। हमने यहां किसानों की सिंचाई की समस्या को दूर करने पर फोकस किया। हमारे प्रयासों से सोलापुर जिले के कई गांवों का जलस्तर बढ़ रहा है। महायुति सरकार ने किसानों के बिजली के बिल माफ कर दिए हैं। हमारी कोशिश है कि अब किसानों को बिजली का बिल भरना ही ना पड़े। और इसीलिए हम हर खेत तक सोलर ऊर्जा पहुंचाने में जुटे हैं। बड़ी संख्या में सिंचाई के पंपों को सोलर पंप में बदला जा रहा है।
 

साथियों, 

समस्याओं का समाधान करने के साथ ही, हमने किसानों की आय बढ़ाने पर भी जोर दिया। ये हमारा सोलापुर शुगर बेल्ट है। हमारी सरकार गन्ना किसानों के लिए लगातार पूरे देश में काम कर रही है। गन्ना का समर्थन मूल्य अब 3150 रुपए कर दिया गया है। इसके अलावा हम इथेनॉल इकोनॉमी के माध्यम से गन्ना किसानों के लिए आय के नए अवसर पैदा कर रहे हैं। अब मुझे बताइए भाइयों-बहनों, क्या मोदी प्रधानमंत्री बना, क्या उसके बाद ही इथेनॉल की टेक्नोल़ॉजी आई। मोदी प्रधानमंत्री बना, क्या उसके बाद ही गन्ने से इथेनॉल बनने की टेक्नोल़ॉजी आई। ये पहले भी था, लेकिन पहले जो सरकारें थीं, उनको आपकी परवाह नहीं थी। आपको तड़पाए रखने में ही उनको मजा आता था। जब कांग्रेस की सरकार थी, तो पेट्रोल में मुश्किल से 2 या 3 प्रतिशत ही इथेनॉल मिलाया जाता था। जब 2014 में आपने मोदी की सरकार बनाई, तो आपके सेवक ने तय किया कि गन्ना किसानों के हित के लिए इथेनॉल की ब्लेंडिंग बढ़ाउंगा। अब पेट्रोल में इथेनॉल की ब्लेडिंग बढ़कर 15 परसेंट तक पहुंच रही है। औऱ मैं 20 परसेंट का लक्ष्य लेकर चल रहा हूं। बीते 10 साल में हमने देश के किसानों को इथेनॉल के बदले, ये आंकड़ा याद रखना जो गन्ना किसानों को पहले नहीं मिलता था। इथेनॉल के बदले 80 हजार करोड़ रुपए गन्ना किसानों के पास पहुंचे हैं। इस 80 हजार करोड़ रुपए में अधिकतम पैसा हमारे गन्ना किसानों को मिला है।

साथियों, 

महाराष्ट्र के किसानों को केंद्र और राज्य सरकार की योजनाओं का फायदा भी डबल मिल रहा है। यानी, पीएम किसान सम्मान निधि और नमो शेतकरी योजना का, दोनों का एक साथ लाभ! डबल पैसा! अगले 5 वर्षों में किसानों का फायदा भी बढ़ेगा, उन्हें नए अवसर भी मिलेंगे।

साथियों,

सोलापुरी की चादरें पूरे देश में प्रसिद्ध है। देश में यूनीफार्म की बात होती है तो सोलापुर का नाम सबसे ऊपर होता है। यहां पीढ़ियों से सिलाई करने वाले कई परिवार हैं। लेकिन, काँग्रेस की सरकारों ने उनकी कभी चिंता नहीं की। हमारी सरकार ऐसे साथियों का जीवन बदलने के लिए पीएम विश्वकर्मा योजना चला रही है। इस योजना पर 13 हजार करोड़ रुपए से ज्यादा खर्च किए जा रहे हैं। हम महाराष्ट्र में टेक्सटाइल पार्क बनवा रहे हैं। इससे सोलापुर के टेक्सटाइल उद्योग को भी फायदा होगा। यहां के प्रॉडक्ट्स देश-विदेश तक पहुंचेंगे।

साथियों, 

इस क्षेत्र में कितने ही परिवार पीढ़ियों से बीड़ी बनाने के काम में लगे थे। किसी ने उनके बारे में नहीं सोचा। हमने 15 हजार आवास बनाकर हमारे इन साथियों के दिए हैं।

भाइयों और बहनों,

ये केवल नीतियों की बात नहीं है। ये हमारी नियत का जीता जागता सबूत है। दूसरी तरफ अघाड़ी की नियत में ही खोट है। इसीलिए, महाराष्ट्र को साफ नियत और सेवा भाव वाली महायुति सरकार की जरूरत है।

साथियों,

आज महाराष्ट्र के विकास अभियान की सारथी अगर कोई है, तो हमारे महाराष्ट्र की माताएं-बहनें हैं, महिलाएं हैं। इसीलिए, महायुति सरकार महिलाओं को सशक्त बनाने के लिए दिन रात काम कर रही है। माझी लाडकी बहिण योजना हर किसी की जुबान पर है। माझी लाडकी बहिण योजना, ये योजना महिलाओं के विकास के प्रति हमारी प्रतिबद्धता का उत्तम उदाहरण है।आपने देखा है, सरकार ने महिलाओं के हाथ में पैसा दिया, सीधा उनके खाते में जमा हआ, तो ये अघाड़ी वालों की नींद हराम हो गई, उनको लगा ये क्या कमाल हो गया, ये तो क्या हो जाएगा, इसलिए आनन-फानन में सोचे-समझे बिना, एकदम विरोध में उतर आए! माताओं-बहनों को ये पैसा मिलना बंद हो जाए, इसके लिए ये लोग कोर्ट तक चले गए! लेकिन, जब महिलाओं के हाथ में पैसा आता है, तो उसका कैसा असर होता है, ये इस बार हमने दीवाली में बराबर देखा है। इस बार दिवाली का उत्साह दोगुना था। माताओं-बहनों ने खुलकर खरीददारी भी की। कई सालों में जो काम अटके पड़े थे, माताओं-बहनों ने पूरा किया, उससे अर्थव्यवस्था को भी ताकत मिली और यही बीजेपी का विज़न है। हम महिलाओं को ही जन कल्याण की सभी योजनाओं के केंद्र में रखकर काम कर रहे हैं। आज पीएम आवास योजना के तहत घर महिलाओं के नाम पर बन रहे हैं। मुद्रा योजना की सबसे बड़ी लाभार्थी हमारी माताएं-बहनें हैं। हम 3 करोड़ बहनों को लखपति दीदी बनाने के मिशन में जुटे हैं। ये लखपति दीदी का मतलब है, मैं देश में स्वय़ं सहायता समूहों में काम करने वाली 3 करोड़ बहनों को ऐसी स्थिती में ले आऊंगा कि वे हर वर्ष, एक बार नहीं, हर वर्ष एक लाख रुपये की कमाई करें और मेरी लखपति दीदी बनें। आप तो जानते हैं ड्रोन दीदी। आज ड्रोन दीदी गांवों में खेतों में उसका बोलबाला हो गया है, आज हमारी बहनें खेती के सीजन में, एक-एक सीजन में ड्रोन से खेती में मदद करती हैं, कॉन्ट्रैक्ट करती हैं और ढेर सारे पैसे कमा रही हैं। इसीलिए, आज महिलाओं का आशीर्वाद भी महायुति के साथ हैं। और मोदी तो कहता है मेरा सबसे बड़ा कोई रक्षा कवच है, तो ये मेरी माताएं-बहनें हैं। 

साथियों, 

कांग्रेस देश के गरीबों, वंचितों को संविधान से मिले अधिकारों को खत्म करना चाहती है। शहजादे तो विदेश में जाकर खुलेआम आरक्षण खत्म करने की काँग्रेस की बात कर आए हैं। आरक्षण खत्म करने की कांग्रेस की ये इच्छा नई नहीं है। एक समय था, जब काँग्रेस आरक्षण के खिलाफ खुलेआम अखबारों में बड़े-बड़े विज्ञापन देती थी। आप पुराने अखबार निकाल दीजिए, कांग्रेस ने अपने नाम से, अपने सिंबल से, आरक्षण को खत्म कर वोट मांगने का प्रयास किया था। 

साथियों,  

आज इंटरनेट का जमाना है! अब काँग्रेस के वो आरक्षण विरोधी बयान इंटरनेट और सोशल मीडिया पर उपलब्ध हैं। मैं चाहूँगा, आप भी वो पुराने अखबार इंटरनेट पर देखिएगा। औऱ मैं तो अखबार वालों से विशेष प्रार्थना करता हूं कि जरा उस जमाने की पुराने अखबार निकाल कर देख लीजिए। क्या-क्या बोले थे, क्या-क्या छापा था उन्होंने। आरक्षण और आरक्षण का लाभ लेने वाले एससी, एसटी, ओबीसी के खिलाफ कांग्रेस कैसी भाषा का इस्तेमाल करती है! अब आज जब दलित, हमारे आदिवासी एकजुट हो रहे हैं, तो ये कांग्रेस वाले सबसे ज्यादा परेशान हैं। उन्हें लगता है, अगर पिछड़ा समाज ओबीसी एक हो जाएगा, अगर शेड्यूल कास्ट, एससी, दलित समाज  एक हो जाएगा, एसटी हमारे आदिवासी भाई-बहन एक हो जाएंगे, तो शाही खानदान को कुर्सी कैसी मिलेगी? इसीलिए, काँग्रेस अब दलित, पिछड़ा, आदिवासी को छोटे-छोटे टुकड़ों में बिखेरने का षड्यंत्र कर रही है। एक जाति को दूसरी जाति से लड़ाकर दलितों के टुकड़े हो जाएं। आदिवासियों के टुकड़े हो जाएं। ओबीसी के टुकड़े हो जाएं। ऐसा पाप कर्म करने के लिए कांग्रेस एक नया खेल खेल रही है और इसलिए मैं आपको चेतावनी देने आया हूं, मैं आपको जगाने आया हूं कि आपकी एकता बनी है, उससे ये परेशान हैं, इसलिए काँग्रेस चाहती है कि हमारा पाटकर, कासार  से लड़ें। हमारी सुथार जाति, गुरव जाति से भिड़ जाए। लेवे गुजर जाति, निलगा जाति से लड़ें। कांग्रेस चाहती है, खटिक जाति और लोधा में टकराव हो जाए। ओबीसी समाज एकजुट नहीं रहेगा, जातियों में बंटेगा, तभी काँग्रेस को ऑक्सिजन मिलेगी! क्या आप दलित, पिछड़ा को बांटकर कमजोर बनाने की काँग्रेस की ये साज़िश, मैं जरा आप से जानना चाहता हूं, क्या ये साजिश को कामयाब होने देंगे आप? पूरी ताकत से बताइए होने देंगे। काँग्रेस के खतरनाक मंसूबों को फेल करने के लिए हमें क्या करना है? हमें एक रहना है, एकजुट रहना है। और इसलिए मेरा आपसे एक ही आग्रह है कि हम एक हैं तो सेफ हैं। हम एक रहेंगे तो सेफ रहेंगे। 

साथियों,

महाराष्ट्र का ये चुनाव महायुति के ट्रैक रेकॉर्ड और महाअघाड़ी के झूठे टेप रेकॉर्ड के बीच हो रहा है। हमारा ट्रैक रेकॉर्ड, यानी महायुति के विकास का रोडमैप! और टेप रेकॉर्ड, यानी काँग्रेस की वही पुरानी झूठ की दुकान! इन चुनाव में ये लोग अफवाहों का वही टेप रेकॉर्ड बजाते रहते हैं। इन्होंने यही टेप रेकॉर्ड हरियाणा में बजाया था। लेकिन, वहाँ की जनता ने इन्हें बराबर पहचान लिया, उन्हें पूरी तरह नकार दिया। और मैं झारखंड जाकर आया हूं, महाराष्ट्र के कोने-कोने में जाकर आया हूं। इस चुनाव में झारखंड में भी और महाराष्ट्र में भी ये शाही परिवार के सारे चेले-चपाटे सब जनता घर भेज देने वाली है। बस हमें सावधानी बरतनी है, एक बनकर के आगे बढ़ना है। आज महाराष्ट्र के हर कोने से एक ही आवाज़ आ रही है- महायुतीचीच सरकार पाहिजे, महायुतीचीच सरकार पाहिजे, महायुतीचीच सरकार पाहिजे। मेरा अनुरोध है, आप इस आवाज को मजबूत बनाएँ और महायुति के सभी उम्मीदवारों को भारी बहुमत से विजयी बनाएँ। मैं फिर एक बार इतनी बड़ी तादाद में माताएं बहनें आशीर्वाद देने आई हैं, मैं सिर झुका करके प्रणाम करता हूं। आप इतनी बड़ी तादाद में सबलोग हमें आशीर्वाद देने आए हैं। हमारे सभी साथियों को आशीर्वाद देने आए हैं। मैं आपका बहुत-बहुत अभारी हूं। मेरे साथ बोलिए, पूरी ताकत से हाथ ऊपर करके बोलिए। 

भारत माता की जय 

भारत माता की जय 

भारत माता की जय 

बहुत-बहुत धन्यवाद।

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