The corruption of BJD leaders has devastated the farmers of Odisha: PM Modi in Balasore, Odisha
BJD leaders, who once didn't even own a bicycle, now ride in luxury cars: PM in Balasore, Odisha

भारता माता की..

भारता माता की..

भारता माता की,

जय जगन्नाथ..

जय जगन्नाथ।

ऐठी उपस्थित भाई अउ भौनी मननकू मोर नमस्कार। मैं बाबा विश्वनाथ की नगरी, काशी का सांसद हूं और बालेश्वर तो, शिव धाम के लिए जाना जाता है। बालेश्वर, धान-पान और मीन की धरती है। यहां का पान भी बालेश्वर और बनारस को जोड़ता है। आज बनारस हो या भद्रक हो या बालेश्वर- एक ही धुन है, एक ही गूंज है- फिर एक बार..मोदी सरकार. फिर एक बार (मैं अपनी बात आगे बढ़ाऊं, उसके पहले मैं देख रहा हूं कई लोग चित्र बनाकर लाए हैं, भांति- भांति के, आप पीछे वाले नीचे रखो अपना जरा पुलिस के लोग इसको ले लो सब या कार्यकर्ता ले लो, नीचे रखो आप, नीचे रखो अपना। ये सारे उनके पोस्टर ले जाओ भाई, पीछे लोग परेशान हो रहे हैं, वहां अगर कोई बीजेपी का कार्यकर्ता है तो उन चीजों को लेकर मेरे पास पहुंचा दीजिए। वो लास्ट में जो लेकर बैठे हैं व्हाइट पोस्टर, वो चार लड़के बैठे हैं एकदम पीछे, वो जो चश्मे वाला सज्जन खड़ा है उसके पास, वो नहीं, हां, जो भी सारे, जितने हैं सारे मेरे पास पहुंचा दीजिए भाई। इधर भी कुछ बच्चे हैं जिनके पास कुछ है। जरा इधर देखिए, ये बड़े प्यार से बनाकर लाए हैं, मैं आप सबका आभारी हूं आपके इस उत्तम चित्रों के लिए और जिसके पीछे अपना नाम- पता लिखा होगा, मैं जरूर उनको धन्यवाद की चिठ्ठी भेजूंगा। लेकिन अब मुझे बीच में परेशान मत कीजिए, जिसको देना है तुरंत दे दीजिए, छुट्टी कर दीजिए। एकदम पीछे कोई बच्चा रह गया है। कोई जरा उसकी मदद करे, उसका आगे पहुंचा दीजिए। मैं बहुत- बहुत आभारी हूं आपका कि आप या कोई चित्र बना कर लाता है मतलब दो- तीन दिन उसने मेहनत की होगी। ये प्यार अदभुत है जी, ये प्यार मैं कभी भूल नहीं सकता हूं। मैं ओडिशा के लोगों का खास करके यहां के नौजवानों का, सभी बेटे- बेटियों का हृदय से बहुत- बहुत आभारी हूं।)

भाइयों और बहनों,

मोदी की गारंटी, पूरे देश का ये अभूतपूर्व भरोसा, 10 साल के सशक्त ट्रैक रिकॉर्ड पर है और हमारा बालासोर तो मिसाइल सिटी है। 10 साल में भारत की मिसाइल पावर, कई गुना बढ़ी है। आज हम, ब्रह्मोस मिसाइल विदेशों को निर्यात करते हैं। हमारा चंद्रयान, वहां पहुंचा है, जहां कोई नहीं पहुंच पाया। हमने G-20 का वैश्विक सम्मेलन सफलता के साथ कराया। हमने कोरोना जैसी 100 साल की सबसे बड़ी आपदा का सामना किया। आपदा के बावजूद भारत दुनिया की सबसे तेज़ी से विकसित होती अर्थव्यवस्था बना।

भाइयों और बहनों,

10 साल पहले, लोगों को लगता था कि घोटालों को रोकना असंभव था। 10 साल में, बिना घोटाले की सरकार मोदी ने चला करके दिखाई है। 10 साल पहले लगता था कि आतंकवाद नहीं थामा जा सकता। हमने देश के बड़े शहरों को बम-धमाकों से मुक्त करके दिखाया है। किसी ने सोचा नहीं था कि जम्मू- कश्मीर में शांति आएगी। हमने 370 की दीवार गिराई, आज वहां लोकतंत्र का उत्सव मनाया जाता है, रिकॉर्ड मतदान हो रहा है। कोटि-कोटि रामभक्त, रामकाज से जुड़े कारसेवक भी, अयोध्या में मंदिर की उम्मीद छोड़ चुके थे। आज 500 साल का इंतज़ार खत्म हो चुका है। हमारे रामलला टेंट से निकलकर भव्य मंदिर में विराजे हैं। बोलिए, जय श्रीराम.. जय श्रीराम.. ये भगवान राम का मंदिर बना आप खुश हुए कि नहीं हुए, पांच सौ साल के हमारे सारे पूर्वज हमें आशीर्वाद देंगे कि नहीं देंगे।

साथियों,

समय का अभाव है इसलिए अभी जो मैंने बताया ना, वो तो ट्रेलर है, ट्रेलर.. आने वाले 5 साल में विकास और विश्वास की एक नई रफ्तार देश को देखने का अवसर मिलेगा। हर क्षेत्र में, हर सेक्टर में, आत्मनिर्भर भारत का उदय होते दुनिया देखेगी। भाइयों और बहनों, बीते दिनों ओडिशा के करीब-करीब हर क्षेत्र में मुझे जा करके जनता- जनार्दन का आशीर्वाद लेने का सौभाग्य मिला है और मेरे लिए तो ‘मेरा भारत- मेरा परिवार’ और इसलिए आज हिन्दुस्तान के हर कोने में जा करके, मैं मेरे परिवारजनों के आशीर्वाद लेने का सौभाग्य मुझे मिला है और हर कोने से एक ही आवाज आ रही है। ओडिशा में मैं जहां- जहां गया, ओडिशा से लोग एक ही बात बताते हैं और बड़े विश्वास के साथ बताते हैं, वो कहते हैं उड़ीसा रे प्रथम थर, हेब डबल इंजीन सरकार। उड़ीसा रे प्रथम थर, हेब डबल इंजीन सरकार। पूरे ओडिशा में एक ही मत है, एक ही सोच है, ओडिया अस्मिता और ओडिशा के विकास के लिए दुइ थरा पद्मा, दुइ गुना विकास। मेरे साथ बोलेंगे दुइ थरा पद्मा.. दुइ थरा पद्मा, दुइ थरा पद्मा। दिल्ली और भुवनेश्वर दोनों जगह जब भाजपा सरकार होगी तो विकास भी तेज़ होगा। इसलिए, इस बार लोकसभा सीट पर BJD उम्मीदवार को लोग वोट देने का नाम नहीं ले रहे हैं। लोगों को लगता है कि बीजेडी वालों को वोट दिया तो बेकार जाएगा और ओडिशा वाले लोग वोट बेकार नहीं होने देना चाहते हैं। लोग कहते हैं कि जिसकी दिल्ली में सरकार बन रही है, उसी को वोट देंगे, सही है न। सही है न।

साथियों,

आपने BJD को 25 साल दिए, 25 साल लेकिन उसने विकास के नाम पर आपके साथ विश्वासघात किया। देश के कितने ही राज्य हैं जो इसलिए समृद्ध हैं, क्योंकि वहां बड़ा समुद्री तट है। क्या ओडिशा में समुद्री तट की कमी है क्या? यहां ओडिशा में तो जहां कदम रखो, वहां प्रकृति ही प्रकृति है, प्राकृतिक संपदा है, समृद्धि का भंडार पड़ा है। ओडिशा सिर्फ इसलिए गरीब है क्योंकि इसको पहले कांग्रेस के नेताओं ने लूटा और फिर 25 साल BJD के नेता लूट रहे हैं।

भाइयों और बहनों,

ओडिशा में अरे नई इंडस्ट्री तो छोड़िए, पहले जो यहां इंडस्ट्री लगी थी, वो भी बंद हो गई। सालों-साल यहां सड़कें नहीं बनीं, रेल कनेक्टिविटी, पोर्ट कनेक्टिविटी बन ही नहीं पाई। जो काम हुए हैं, उनमें से ज्यादा काम बीते 10 साल में भाजपा सरकार ने किए हैं। आपको याद होगा, यहां नीलगिरि रेलवे स्टेशन से पैसेंजर ट्रेन नहीं चलती थी। ये तो हमारे सारंगी जी को आपने चुना और आज ट्रेन चल रही है। आज ओडिशा के अनेक रेलवे स्टेशनों का कायाकल्प हो रहा है। मैं आपको विश्वास दिलाता हूं, यहां ओडिशा में भाजपा का मुख्यमंत्री बनते ही, यहां के जो इतने अच्छे बीच हैं, इनके कायाकल्प करने पर काम शुरु होगा। ओडिशा में तीर्थयात्रा और समुद्री पर्यटन की हर संभावनाओं को तलाशा जाएगा और तराशा भी जाएगा।

भाइयों और बहनों,

BJD सरकार ने हमारे मछुआरे साथियों के लिए भी कुछ नहीं किया। यहां मछली का इतना बड़ा मार्केट है, लेकिन इंफ्रास्ट्रक्चर बेहाल है। मोदी पहली बार, पीएम मत्स्य संपदा योजना लेकर आया है। इससे मछुआरों के लिए नाव खड़ा करने की सुविधाएं बन रही हैं, ताकि मछली बर्बाद न हो। ये भाजपा सरकार है, जिसने देश में पहली बार फिशरमैन के लिए, मछुआरों के लिए, अलग मिनिस्ट्री बनाई, अलग मंत्रालय बनाया है। हमने मछुआरों को भी किसान क्रेडिट कार्ड दिया। ये भाजपा सरकार है, जिसने मछुआरों का बीमा 2 लाख से बढ़ाकर 5 लाख किया है। ये भाजपा सरकार है, जो मछुआरों की नावों को आधुनिक बनाने के लिए मदद कर रही है। आने वाले 5 साल में हम फिशरीज सेक्टर को और मजबूत बनाने वाले हैं। हम मछली और दूसरे सी-फूड के एक्सपोर्ट और प्रोसेसिंग पर विशेष बल देने वाले हैं। हम सी-वीड और मोती की खेती को बढ़ावा देने वाले हैं। ओडिशा भाजपा ने भी मछुआरों को 10 हज़ार रुपए देने की गारंटी दी है।

 

भाइयों और बहनों,

BJD नेताओं के भ्रष्टाचार ने ओडिशा के किसानों को बर्बाद कर दिया, जिन BJD नेताओं के पास कभी साइकिल नहीं थी आज लंबी-लंबी गाड़ियों में टहलते हैं। इन लोगों ने किसानों की सहकारी समितियों में भी घोटाला कर दिया। BJD के नेताओं ने किसानों के नाम पर फर्ज़ीवाड़ा करके लोन ले लिया। लोग कहते हैं इस घोटाले से ही BJD नेता चुनाव लड़ रहे हैं, मतलब आपके ही पैसे मार लिए। धान मंडी में जाओ तो ये लोग आपकी आय में भी कटनी करते हैं, छंटनी करते हैं। जो घोषित MSP है, वो तक पूरा नहीं देते। भाजपा सरकार ये सारे खेल बंद करेगी और ओडिशा भाजपा ने गारंटी दी है, धान का MSP 3 हजार 100 रुपए क्विंटल दिया जाएगा। कितना? जरा बताएंगे मैंने कितना कहा? जरा बोलिए, कितना? जरा उधर से बोलिए, कितना? क्या आप गांव- गांव जाकर किसानों को ये बात बताएंगे? हर किसान को बताएंगे? ये मुद्दा उन तक पहुंचाएंगे? हम 3100 रूपया देंगे, इतना ही नहीं 48 घंटे में आपका पैसा बैंक खाते में जमा हो जाएगा।

साथियों,

मोदी की हर गारंटी शत-प्रतिशत पहुंचती है, कोई घोटाला नहीं, कोई बिचौलिया नहीं। यहां किसानों के बैंक खाते में सीधा पैसा आता है, ये मोदी भेजता है। यहां जो गरीबों के पक्के पीएम आवास बने हैं, इसके लिए पैसा मोदी भेजता है। घर-घर मुफ्त चावल मिल रहा है, इसका पैसा मोदी भेजता है। इन सारे कामों से सबसे बड़ी चिंता अगर किसी की खत्म हुई है, तो मेरी माताओं- बहनों की चिंता खत्म हुई है। अब मोदी की एक और गारंटी है। मोदी 3 करोड़ बहनों को लखपति दीदी बनाने जा रहा है। तीन करोड़, हमारे देश में तीन करोड़ दीदी और वो भी नए, लखपति दीदी बनना मतलब यानी हर साल एक लाख रुपए से अधिक की आय होगी, ऐसी दीदियां हमारे देश में बनेंगी। ओडिशा भाजपा ने सुभद्रा योजना के तहत बहनों को आर्थिक मदद देने की शानदार गारंटी दी है। इससे भी बहनों को बहुत मदद मिलेगी।

साथियों,

आज ओडिशा के लोगों के सामने मैं एक संवेदनशील मुद्दा उठा रहा हूं और मैं चाहूंगा कि आप लोग इसे गंभीरता से सुनें और समझें। ये विषय नवीन बाबू की तबीयत से जुड़ा है। आज नवीन बाबू के शुभचिंतक ये देखकर परेशान हैं कि पिछले एक साल में नवीन बाबू की तबीयत लगातार गिरती जा रही है, बिगड़ती जा रही है। जो लोग वर्षों से नवीन बाबू के साथ रहे हैं, वो बताते हैं कि अब नवीन बाबू अपने आप कुछ भी नहीं कर पा रहे हैं, ऐसे लोग ये भी आशंका जताते हैं कि नवीन बाबू की तबीयत बिगड़ने के पीछे कोई साजिश भी हो सकती है। ये लोगों की आशंका है। तो आप मुझे बताइए, उसकी जांच होनी चाहिए कि नहीं होनी चाहिए? होनी चाहिए कि नहीं होनी चाहिए? सारी सच्चाई सामने आनी चाहिए कि नहीं चाहिए? और इसलिए 10 जून को जब बीजेपी की सरकार बनेगी, भाजपा की सरकार बनेगी और उड़िया मिट्टी में से निकला कोई बेटा या बेटी 10 जून को शपथ लेने वाला है, सरकार बीजेपी की बनने वाली है, भाजपा की बनने वाली है और भाजपा की सरकार बनने के बाद एक स्पेशल कमेटी गठित की जाएगी। ये कमेटी जांच करेगी कि अचानक नवीन बाबू की तबीयत एक साल में ऐसे कैसे गिर गई, ऐसी खराब कैसे हो गई और जांच करके सारी सच्चाई देश और ओडिशा के लोगों के सामने लाएगी।

भाइयों और बहनों,

4 जून को BJD की विदाई तय है। 10 जून को यहां भाजपा का मुख्यमंत्री शपथ लेगा और मैं आप सबको निमंत्रण देने आया हूं। भाइयों और बहनों, भाजपा सरकार बनने के बाद पिछले 25 साल में यहां जो-जो घोटाले हुए हैं, उसके पहले कांग्रेस ने जो-जो घोटाले किए हैं, हर एक का कच्चा चिठ्ठा खोला जाएगा। जांच की जाएगी। किसने लूटा है, कहां से लूटा है, कब लूटा है? ये सारा का सारा निकाला जाएगा और ये मोदी की गारंटी है। भ्रष्टाचारियों से पाई-पाई वसूली जाएगी और ये मोदी की गारंटी समझिए जिसका लूटा है, उसको लौटाया जाएगा। आपकी हर आकांक्षा पूरी हो, उसके लिए भाजपा के हमारे जितने भी असेंबली के लिए उम्मीदवार खड़े हैं उनको MLA बनाकर भुवनेश्वर भेजना है। (जो एमएलए के कैंडिडेट हैं, एमएलए के कैंडिडेट जरा आगे आ जाएं। एमएलए के सारे कैंडिडेट आगे आ जाएं। आप यहीं रूकिए) अब भद्रक से हमारे साथी अविमन्यू सेठी जी उनको भी संसद भेजना है, अविमन्यू जी आइए। अविमन्यू सेठी जी हमारे लोकसभा के उम्मीदवार हैं। जो दिल्ली में आकर मुझे मजबूत करेंगे और हमारे सबके प्रिय पुराने साथी श्री प्रताप सारंगी जी के परिश्रम और उनकी निष्ठा को फिर सम्मान देना है। (मैं जरा एक मिनट इन सब हमारे उम्मीदवारों के बीच जा करके फोटो निकाल करके, वापस आ करके भाषण शुरू करूंगा)

साथियों,

हमारे इन सभी उम्मीदवारों को कमल के निशान पर बटन दबाकर रिकॉर्ड वोटों से विजयी बनना है। जो भुवनेश्वर जीत करके जाएंगे, वो ओडिशा का भाग्य बदलेंगे, जो दिल्ली जीत कर आएंगे वो ओडिशा का भी भाग्य बदलेंगे और देश का भी भाग्य बदलेंगे। तो आप ज्यादा से ज्यादा मतदान कराएंगे? हर पोलिंग बूथ पर जिताएंगे? अच्छा मेरा एक काम करेंगे? कमाल के लोग हो भाई, जब मैंने इन लोगों के लिए कहा तो बड़े उछल- उछलकर कह रहे थे कि करेंगे मैंने जब कहा मेरा काम करेंगे तब आप ठंडे पड़ गए। मेरा काम करेंगे, ये चुनाव वाला काम नहीं है, करेंगे? पक्का करेंगे? भरोसा करूं? आपकी गारंटी। अच्छा एक काम करना, हमारे यहां शहर में, हर इलाके में, गांव में, हर गांव में, कोई ना कोई देवस्थान होता है, कोई तीर्थस्थान होता है, जहां लोग जाते हैं, अच्छे अवसर पर जाते हैं, पूजा- अर्चना करते हैं, परमात्मा से कुछ मांगते हैं, मेरा एक काम करना है, यहां से जाने के बाद ऐसे सभी देवस्थान पर जाना वहां माथा टेकना, मोदी की तरफ से माथा टेकना है, टेकेंगे? मोदी की तरफ से वहां प्रणाम करेंगे? और मेरे लिए कुछ भी नहीं मांगना है, जाएंगे ना? मेरे लिए कुछ भी नहीं मांगना है, मेरे परिवार के लिए भी नहीं मांगना है। भारत विकसित बने इसलिए आशीर्वाद मांगना है। मांगेंगे? विकसित भारत के लिए आशीर्वाद मांगेंगे? प्रार्थना करेंगे?

मेरे साथ बोलिए, भारत माता की..

भारत माता की..

भारत माता की।

बहुत- बहुत धन्यवाद।

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Text of PM Modi's address at the Parliament of Guyana
November 21, 2024

Hon’ble Speaker, मंज़ूर नादिर जी,
Hon’ble Prime Minister,मार्क एंथनी फिलिप्स जी,
Hon’ble, वाइस प्रेसिडेंट भरत जगदेव जी,
Hon’ble Leader of the Opposition,
Hon’ble Ministers,
Members of the Parliament,
Hon’ble The चांसलर ऑफ द ज्यूडिशियरी,
अन्य महानुभाव,
देवियों और सज्जनों,

गयाना की इस ऐतिहासिक पार्लियामेंट में, आप सभी ने मुझे अपने बीच आने के लिए निमंत्रित किया, मैं आपका बहुत-बहुत आभारी हूं। कल ही गयाना ने मुझे अपना सर्वोच्च सम्मान दिया है। मैं इस सम्मान के लिए भी आप सभी का, गयाना के हर नागरिक का हृदय से आभार व्यक्त करता हूं। गयाना का हर नागरिक मेरे लिए ‘स्टार बाई’ है। यहां के सभी नागरिकों को धन्यवाद! ये सम्मान मैं भारत के प्रत्येक नागरिक को समर्पित करता हूं।

साथियों,

भारत और गयाना का नाता बहुत गहरा है। ये रिश्ता, मिट्टी का है, पसीने का है,परिश्रम का है करीब 180 साल पहले, किसी भारतीय का पहली बार गयाना की धरती पर कदम पड़ा था। उसके बाद दुख में,सुख में,कोई भी परिस्थिति हो, भारत और गयाना का रिश्ता, आत्मीयता से भरा रहा है। India Arrival Monument इसी आत्मीय जुड़ाव का प्रतीक है। अब से कुछ देर बाद, मैं वहां जाने वाला हूं,

साथियों,

आज मैं भारत के प्रधानमंत्री के रूप में आपके बीच हूं, लेकिन 24 साल पहले एक जिज्ञासु के रूप में मुझे इस खूबसूरत देश में आने का अवसर मिला था। आमतौर पर लोग ऐसे देशों में जाना पसंद करते हैं, जहां तामझाम हो, चकाचौंध हो। लेकिन मुझे गयाना की विरासत को, यहां के इतिहास को जानना था,समझना था, आज भी गयाना में कई लोग मिल जाएंगे, जिन्हें मुझसे हुई मुलाकातें याद होंगीं, मेरी तब की यात्रा से बहुत सी यादें जुड़ी हुई हैं, यहां क्रिकेट का पैशन, यहां का गीत-संगीत, और जो बात मैं कभी नहीं भूल सकता, वो है चटनी, चटनी भारत की हो या फिर गयाना की, वाकई कमाल की होती है,

साथियों,

बहुत कम ऐसा होता है, जब आप किसी दूसरे देश में जाएं,और वहां का इतिहास आपको अपने देश के इतिहास जैसा लगे,पिछले दो-ढाई सौ साल में भारत और गयाना ने एक जैसी गुलामी देखी, एक जैसा संघर्ष देखा, दोनों ही देशों में गुलामी से मुक्ति की एक जैसी ही छटपटाहट भी थी, आजादी की लड़ाई में यहां भी,औऱ वहां भी, कितने ही लोगों ने अपना जीवन समर्पित कर दिया, यहां गांधी जी के करीबी सी एफ एंड्रूज हों, ईस्ट इंडियन एसोसिएशन के अध्यक्ष जंग बहादुर सिंह हों, सभी ने गुलामी से मुक्ति की ये लड़ाई मिलकर लड़ी,आजादी पाई। औऱ आज हम दोनों ही देश,दुनिया में डेमोक्रेसी को मज़बूत कर रहे हैं। इसलिए आज गयाना की संसद में, मैं आप सभी का,140 करोड़ भारतवासियों की तरफ से अभिनंदन करता हूं, मैं गयाना संसद के हर प्रतिनिधि को बधाई देता हूं। गयाना में डेमोक्रेसी को मजबूत करने के लिए आपका हर प्रयास, दुनिया के विकास को मजबूत कर रहा है।

साथियों,

डेमोक्रेसी को मजबूत बनाने के प्रयासों के बीच, हमें आज वैश्विक परिस्थितियों पर भी लगातार नजर ऱखनी है। जब भारत और गयाना आजाद हुए थे, तो दुनिया के सामने अलग तरह की चुनौतियां थीं। आज 21वीं सदी की दुनिया के सामने, अलग तरह की चुनौतियां हैं।
दूसरे विश्व युद्ध के बाद बनी व्यवस्थाएं और संस्थाएं,ध्वस्त हो रही हैं, कोरोना के बाद जहां एक नए वर्ल्ड ऑर्डर की तरफ बढ़ना था, दुनिया दूसरी ही चीजों में उलझ गई, इन परिस्थितियों में,आज विश्व के सामने, आगे बढ़ने का सबसे मजबूत मंत्र है-"Democracy First- Humanity First” "Democracy First की भावना हमें सिखाती है कि सबको साथ लेकर चलो,सबको साथ लेकर सबके विकास में सहभागी बनो। Humanity First” की भावना हमारे निर्णयों की दिशा तय करती है, जब हम Humanity First को अपने निर्णयों का आधार बनाते हैं, तो नतीजे भी मानवता का हित करने वाले होते हैं।

साथियों,

हमारी डेमोक्रेटिक वैल्यूज इतनी मजबूत हैं कि विकास के रास्ते पर चलते हुए हर उतार-चढ़ाव में हमारा संबल बनती हैं। एक इंक्लूसिव सोसायटी के निर्माण में डेमोक्रेसी से बड़ा कोई माध्यम नहीं। नागरिकों का कोई भी मत-पंथ हो, उसका कोई भी बैकग्राउंड हो, डेमोक्रेसी हर नागरिक को उसके अधिकारों की रक्षा की,उसके उज्जवल भविष्य की गारंटी देती है। और हम दोनों देशों ने मिलकर दिखाया है कि डेमोक्रेसी सिर्फ एक कानून नहीं है,सिर्फ एक व्यवस्था नहीं है, हमने दिखाया है कि डेमोक्रेसी हमारे DNA में है, हमारे विजन में है, हमारे आचार-व्यवहार में है।

साथियों,

हमारी ह्यूमन सेंट्रिक अप्रोच,हमें सिखाती है कि हर देश,हर देश के नागरिक उतने ही अहम हैं, इसलिए, जब विश्व को एकजुट करने की बात आई, तब भारत ने अपनी G-20 प्रेसीडेंसी के दौरान One Earth, One Family, One Future का मंत्र दिया। जब कोरोना का संकट आया, पूरी मानवता के सामने चुनौती आई, तब भारत ने One Earth, One Health का संदेश दिया। जब क्लाइमेट से जुड़े challenges में हर देश के प्रयासों को जोड़ना था, तब भारत ने वन वर्ल्ड, वन सन, वन ग्रिड का विजन रखा, जब दुनिया को प्राकृतिक आपदाओं से बचाने के लिए सामूहिक प्रयास जरूरी हुए, तब भारत ने CDRI यानि कोएलिशन फॉर डिज़ास्टर रज़ीलिएंट इंफ्रास्ट्रक्चर का initiative लिया। जब दुनिया में pro-planet people का एक बड़ा नेटवर्क तैयार करना था, तब भारत ने मिशन LiFE जैसा एक global movement शुरु किया,

साथियों,

"Democracy First- Humanity First” की इसी भावना पर चलते हुए, आज भारत विश्वबंधु के रूप में विश्व के प्रति अपना कर्तव्य निभा रहा है। दुनिया के किसी भी देश में कोई भी संकट हो, हमारा ईमानदार प्रयास होता है कि हम फर्स्ट रिस्पॉन्डर बनकर वहां पहुंचे। आपने कोरोना का वो दौर देखा है, जब हर देश अपने-अपने बचाव में ही जुटा था। तब भारत ने दुनिया के डेढ़ सौ से अधिक देशों के साथ दवाएं और वैक्सीन्स शेयर कीं। मुझे संतोष है कि भारत, उस मुश्किल दौर में गयाना की जनता को भी मदद पहुंचा सका। दुनिया में जहां-जहां युद्ध की स्थिति आई,भारत राहत और बचाव के लिए आगे आया। श्रीलंका हो, मालदीव हो, जिन भी देशों में संकट आया, भारत ने आगे बढ़कर बिना स्वार्थ के मदद की, नेपाल से लेकर तुर्की और सीरिया तक, जहां-जहां भूकंप आए, भारत सबसे पहले पहुंचा है। यही तो हमारे संस्कार हैं, हम कभी भी स्वार्थ के साथ आगे नहीं बढ़े, हम कभी भी विस्तारवाद की भावना से आगे नहीं बढ़े। हम Resources पर कब्जे की, Resources को हड़पने की भावना से हमेशा दूर रहे हैं। मैं मानता हूं,स्पेस हो,Sea हो, ये यूनीवर्सल कन्फ्लिक्ट के नहीं बल्कि यूनिवर्सल को-ऑपरेशन के विषय होने चाहिए। दुनिया के लिए भी ये समय,Conflict का नहीं है, ये समय, Conflict पैदा करने वाली Conditions को पहचानने और उनको दूर करने का है। आज टेरेरिज्म, ड्रग्स, सायबर क्राइम, ऐसी कितनी ही चुनौतियां हैं, जिनसे मुकाबला करके ही हम अपनी आने वाली पीढ़ियों का भविष्य संवार पाएंगे। और ये तभी संभव है, जब हम Democracy First- Humanity First को सेंटर स्टेज देंगे।

साथियों,

भारत ने हमेशा principles के आधार पर, trust और transparency के आधार पर ही अपनी बात की है। एक भी देश, एक भी रीजन पीछे रह गया, तो हमारे global goals कभी हासिल नहीं हो पाएंगे। तभी भारत कहता है – Every Nation Matters ! इसलिए भारत, आयलैंड नेशन्स को Small Island Nations नहीं बल्कि Large ओशिन कंट्रीज़ मानता है। इसी भाव के तहत हमने इंडियन ओशन से जुड़े आयलैंड देशों के लिए सागर Platform बनाया। हमने पैसिफिक ओशन के देशों को जोड़ने के लिए भी विशेष फोरम बनाया है। इसी नेक नीयत से भारत ने जी-20 की प्रेसिडेंसी के दौरान अफ्रीकन यूनियन को जी-20 में शामिल कराकर अपना कर्तव्य निभाया।

साथियों,

आज भारत, हर तरह से वैश्विक विकास के पक्ष में खड़ा है,शांति के पक्ष में खड़ा है, इसी भावना के साथ आज भारत, ग्लोबल साउथ की भी आवाज बना है। भारत का मत है कि ग्लोबल साउथ ने अतीत में बहुत कुछ भुगता है। हमने अतीत में अपने स्वभाव औऱ संस्कारों के मुताबिक प्रकृति को सुरक्षित रखते हुए प्रगति की। लेकिन कई देशों ने Environment को नुकसान पहुंचाते हुए अपना विकास किया। आज क्लाइमेट चेंज की सबसे बड़ी कीमत, ग्लोबल साउथ के देशों को चुकानी पड़ रही है। इस असंतुलन से दुनिया को निकालना बहुत आवश्यक है।

साथियों,

भारत हो, गयाना हो, हमारी भी विकास की आकांक्षाएं हैं, हमारे सामने अपने लोगों के लिए बेहतर जीवन देने के सपने हैं। इसके लिए ग्लोबल साउथ की एकजुट आवाज़ बहुत ज़रूरी है। ये समय ग्लोबल साउथ के देशों की Awakening का समय है। ये समय हमें एक Opportunity दे रहा है कि हम एक साथ मिलकर एक नया ग्लोबल ऑर्डर बनाएं। और मैं इसमें गयाना की,आप सभी जनप्रतिनिधियों की भी बड़ी भूमिका देख रहा हूं।

साथियों,

यहां अनेक women members मौजूद हैं। दुनिया के फ्यूचर को, फ्यूचर ग्रोथ को, प्रभावित करने वाला एक बहुत बड़ा फैक्टर दुनिया की आधी आबादी है। बीती सदियों में महिलाओं को Global growth में कंट्रीब्यूट करने का पूरा मौका नहीं मिल पाया। इसके कई कारण रहे हैं। ये किसी एक देश की नहीं,सिर्फ ग्लोबल साउथ की नहीं,बल्कि ये पूरी दुनिया की कहानी है।
लेकिन 21st सेंचुरी में, global prosperity सुनिश्चित करने में महिलाओं की बहुत बड़ी भूमिका होने वाली है। इसलिए, अपनी G-20 प्रेसीडेंसी के दौरान, भारत ने Women Led Development को एक बड़ा एजेंडा बनाया था।

साथियों,

भारत में हमने हर सेक्टर में, हर स्तर पर, लीडरशिप की भूमिका देने का एक बड़ा अभियान चलाया है। भारत में हर सेक्टर में आज महिलाएं आगे आ रही हैं। पूरी दुनिया में जितने पायलट्स हैं, उनमें से सिर्फ 5 परसेंट महिलाएं हैं। जबकि भारत में जितने पायलट्स हैं, उनमें से 15 परसेंट महिलाएं हैं। भारत में बड़ी संख्या में फाइटर पायलट्स महिलाएं हैं। दुनिया के विकसित देशों में भी साइंस, टेक्नॉलॉजी, इंजीनियरिंग, मैथ्स यानि STEM graduates में 30-35 परसेंट ही women हैं। भारत में ये संख्या फोर्टी परसेंट से भी ऊपर पहुंच चुकी है। आज भारत के बड़े-बड़े स्पेस मिशन की कमान महिला वैज्ञानिक संभाल रही हैं। आपको ये जानकर भी खुशी होगी कि भारत ने अपनी पार्लियामेंट में महिलाओं को रिजर्वेशन देने का भी कानून पास किया है। आज भारत में डेमोक्रेटिक गवर्नेंस के अलग-अलग लेवल्स पर महिलाओं का प्रतिनिधित्व है। हमारे यहां लोकल लेवल पर पंचायती राज है, लोकल बॉड़ीज़ हैं। हमारे पंचायती राज सिस्टम में 14 लाख से ज्यादा यानि One point four five मिलियन Elected Representatives, महिलाएं हैं। आप कल्पना कर सकते हैं, गयाना की कुल आबादी से भी करीब-करीब दोगुनी आबादी में हमारे यहां महिलाएं लोकल गवर्नेंट को री-प्रजेंट कर रही हैं।

साथियों,

गयाना Latin America के विशाल महाद्वीप का Gateway है। आप भारत और इस विशाल महाद्वीप के बीच अवसरों और संभावनाओं का एक ब्रिज बन सकते हैं। हम एक साथ मिलकर, भारत और Caricom की Partnership को और बेहतर बना सकते हैं। कल ही गयाना में India-Caricom Summit का आयोजन हुआ है। हमने अपनी साझेदारी के हर पहलू को और मजबूत करने का फैसला लिया है।

साथियों,

गयाना के विकास के लिए भी भारत हर संभव सहयोग दे रहा है। यहां के इंफ्रास्ट्रक्चर में निवेश हो, यहां की कैपेसिटी बिल्डिंग में निवेश हो भारत और गयाना मिलकर काम कर रहे हैं। भारत द्वारा दी गई ferry हो, एयरक्राफ्ट हों, ये आज गयाना के बहुत काम आ रहे हैं। रीन्युएबल एनर्जी के सेक्टर में, सोलर पावर के क्षेत्र में भी भारत बड़ी मदद कर रहा है। आपने t-20 क्रिकेट वर्ल्ड कप का शानदार आयोजन किया है। भारत को खुशी है कि स्टेडियम के निर्माण में हम भी सहयोग दे पाए।

साथियों,

डवलपमेंट से जुड़ी हमारी ये पार्टनरशिप अब नए दौर में प्रवेश कर रही है। भारत की Energy डिमांड तेज़ी से बढ़ रही हैं, और भारत अपने Sources को Diversify भी कर रहा है। इसमें गयाना को हम एक महत्वपूर्ण Energy Source के रूप में देख रहे हैं। हमारे Businesses, गयाना में और अधिक Invest करें, इसके लिए भी हम निरंतर प्रयास कर रहे हैं।

साथियों,

आप सभी ये भी जानते हैं, भारत के पास एक बहुत बड़ी Youth Capital है। भारत में Quality Education और Skill Development Ecosystem है। भारत को, गयाना के ज्यादा से ज्यादा Students को Host करने में खुशी होगी। मैं आज गयाना की संसद के माध्यम से,गयाना के युवाओं को, भारतीय इनोवेटर्स और वैज्ञानिकों के साथ मिलकर काम करने के लिए भी आमंत्रित करता हूँ। Collaborate Globally And Act Locally, हम अपने युवाओं को इसके लिए Inspire कर सकते हैं। हम Creative Collaboration के जरिए Global Challenges के Solutions ढूंढ सकते हैं।

साथियों,

गयाना के महान सपूत श्री छेदी जगन ने कहा था, हमें अतीत से सबक लेते हुए अपना वर्तमान सुधारना होगा और भविष्य की मजबूत नींव तैयार करनी होगी। हम दोनों देशों का साझा अतीत, हमारे सबक,हमारा वर्तमान, हमें जरूर उज्जवल भविष्य की तरफ ले जाएंगे। इन्हीं शब्दों के साथ मैं अपनी बात समाप्त करता हूं, मैं आप सभी को भारत आने के लिए भी निमंत्रित करूंगा, मुझे गयाना के ज्यादा से ज्यादा जनप्रतिनिधियों का भारत में स्वागत करते हुए खुशी होगी। मैं एक बार फिर गयाना की संसद का, आप सभी जनप्रतिनिधियों का, बहुत-बहुत आभार, बहुत बहुत धन्यवाद।