Amroha is a witness to Shri Krishna's Shricharan
Amroha has given us Mohammed Shami
Despite being close to Delhi NCR, Amroha and it's garment industry couldn't derive the benefits for several decades
In the last decade we have fulfilled the vision of Babasaheb Ambedkar, Jyotiba Phule & Chaudhary Charan Singh in enabling developmental benefits to all
Our government enforced the ban of 'Triple Talaq' truly empowering our Muslim Sisters
People will not forget the 'Gunda Raj' before the advent of the BJP government in UP

आप सभी को राम-राम।
आज पहले चरण का मतदान हो रहा है। ये लोकतंत्र के सबसे बड़ा उत्सव का एक बहुत बड़ा दिन है। मेरा सभी मतदाताओं से अनुरोध है, संविधान से मिले इस अधिकार का उपयोग जरूर करें। मैं युवाओं से आग्रह करूंगा, जो पहली बार वोट डालने जा रहे हैं, उनसे आग्रह करूंगा कि ऐसा मौका जाने ना दें। वो आवश्य वोट करें।

साथियो,
हमारा अमरोहा कोई साधारण जगह नहीं है। मां गंगा के तट पर स्थित, ये धरती भगवान श्रीकृष्ण के श्रीचरणों की साक्षी रही है। ये धरती राजा गजसिंह और ठाकुर जयराम सिंह जैसे वीरों की भूमि है। मुझे अमरोहा की एक और पहचान ढोलक दिया गया है और यहां के ढोलक की थाप दूर-दूर तक गूंजती है। हमारे योगी जी के प्रयासों से अमरोहा की ढोलक को भाजपा की सरकार ने GI टैग देकर पूरी दुनिया में पहचान दिलवाई है। और, इस समय मैं ये जो जनसमूह देख रहा हूँ, आपका ये उत्साह दिखाता है...आज अमरोहा की एक ही थाप है- कमल छाप! और अमरोहा का एक ही स्वर है- फिर एक बार, मोदी सरकार! फिर एक बार, मोदी सरकार! फिर एक बार, मोदी सरकार!

साथियो,
अमरोहा केवल ढोलक ही नहीं, देश का डंका भी बजाता है। क्रिकेट वर्ल्ड कप में मोहम्मद शामी ने जो कमाल किया, वो पूरी दुनिया ने देखा है। खेलों में शानदार प्रदर्शन के लिए केंद्र सरकार ने भाई मोहम्मद शामी को अर्जुन अवार्ड दिया है। और योगी जी की सरकार तो यहां के युवाओं के लिए स्टेडियम भी बनवा रही है। मैं अमरोहा के लोगों को इसकी बहुत-बहुत बधाई देता हूं।

साथियो,
2024 का लोकसभा चुनाव, देश के भविष्य का चुनाव है। इस चुनाव में आपका एक-एक वोट भारत के भाग्य को सुनिश्चित करने वाला है। भाजपा गाँव-गरीब के लिए बड़े विज़न और बड़े लक्ष्यों के साथ आगे बढ़ रही है। लेकिन इंडी गठबंधन के लोगों की सारी शक्ति, गांव-देहात को पिछड़ा बनाए रखने में लगती है। इस मानसिकता का सबसे बड़ा नुकसान अमरोहा और पश्चिमी यूपी जैसे क्षेत्रों को उठाना पड़ा है। ये इलाका दिल्ली और NCR के इतने करीब है। लेकिन, दिल्ली एनसीआर का जो फ़ायदा अमरोहा को मिलना चाहिए था वो पहले मिला क्या? भाजपा के आने से पहले मिला क्या। इंडी गठबंधन वालों के दौर में यूपी की पहचान पिछड़ेपन के कारण होती थी। लेकिन, आज वही यूपी देश में एक्स्प्रेसवे वाले प्रदेश के तौर पर हिंदुस्तान जानने लगा है। आज यूपी में सबसे ज्यादा अंतर्राष्ट्रीय हवाई अड्डे हैं। अमरोहा और गजरौला के रेलवे स्टेशनों को आधुनिक बनाया जा रहा है। हर रूट पर वंदेभारत जैसी ट्रेनों का विस्तार हो रहा है। हमारे अमरोहा में, यहीं पास में गंगा एक्सप्रेसवे बन रहा है।

साथियों,
कनेक्टिविटी के इन सारे कार्यों का लाभ अमरोहा के उद्योगों और कामगारों को हो रहा है। भाजपा सरकार देश में टेक्सटाइल इंडस्ट्री को बढ़ावा देने के लिए टेक्सटाइल पार्क बना रही है। इसका लाभ भी अमरोहा के गारमेंट उद्योग को मिलेगा। उससे ज्यादा से ज्यादा रोजगार युवाओं को मिलेंगे। अमरोहा में हमारी सरकार प्लेज पार्क भी बना रही है, औद्योगिक पार्क बना रही है। इसमें यहाँ अनेकों लघु उद्योगों को बहुत बड़ी मदद मिलेगी। इससे यहां का कुटीर उद्योग बढ़ेगा, इस क्षेत्र के युवाओं को रोजगार मिलेगा। भाजपा सरकार की पीएम विश्वकर्मा योजना और मुद्रा योजना का लाभ भी यहां के साथियों को हो रहा है।

साथियो,
मोदी सरकार के पिछले 10 वर्षों में जो हुआ है, वो तो अभी केवल एक ट्रेलर है। अभी तो हमें यूपी को, देश को बहुत आगे लेकर जाना है।

साथियो,
हमारे देश में पहले की सरकारें, सामाजिक न्याय के नाम पर SC-ST-OBC को सिर्फ धोखा ही देती रहीं। जो सपना ज्योतिबा फुले जी का था, जो सपना बाबासाहेब अम्बेडकर का था, जो सपना चौधरी चरण सिंह जी का था, सामाजिक न्याय का वो सपना जब से मोदी को आपने काम करने का मौका दिया है , वो सपना पूरा करने के लिए दिन रात काम कर रहे है। जब मोदी तीन तलाक के खिलाफ कानून बनाकर अपनी मुस्लिम बहनों को बचाता है, तो ये सामाजिक न्याय में मदद करता है। जब मोदी हर घर जल पहुंचाता है, गैस और बिजली पहुंचाता है, तो महिलाओं की जिंदगी आसान होती है, सामाजिक न्याय होता है। हमारे यहां गरीबों की, SC-ST-OBC समुदाय की कितनी ही पीढ़ियां, बिजली-पानी-घर के बिना ही गुजर गईं। ये गरीब का बेटा मोदी है, जो आपको इस मुश्किल से निकालने के लिए दिन रात मेहनत कर रहा है, खुद को खपा रहा है। भाजपा सरकार ने 10 साल में जो 4 करोड़ पक्के घर गरीबों के लिए बनवाए हैं, उसके बहुत बड़े लाभार्थी SC-ST-OBC हैं। अब तो भाजपा ने अपने मेनिफेस्टो में देश में 3 करोड़ और नए घर बनाने की घोषणा की है। यहां भी हर बेघर को पक्का घर मिलेगा-ये मोदी की गारंटी है। आप लोग मेरा एक काम करोगे, जब आप चुनाव प्रचार में गांव में जाएंगे-मोहल्लों में जाएंगे। तो उस गांव में दो-चार लोगों से मिल जाएंगे , जिनको अभी घर ना पहुंचा हो, नल से जल ना पहुंचा हो, गैस कनेक्शन न पहुंचा हो, इतना सारा किया है, लेकिन अगर कोई छूट गया है, तो आप मेरी तरफ से पूरे विश्वास के साथ, आप ही मेरे लिए मोदी हैं। पूरे विश्वास के साथ उनको कह देना जैसे गांव में और लोगों को घर मिला है। नल से जल मिला है, गैस का कनेक्शन मिला है। तीसरी बार मोदी आने के बाद, जो बाकी काम रह गया ना, वह भी पूरा हो जाएंगे। आपको अपना हक मिल जाएगा। यह बताओगे। घर-घर जाकर बताओगे।

साथियो,
अमरोहा और पश्चिमी यूपी का ये क्षेत्र, अपने मेहनती किसानों की वजह से भी जाना जाता है। कांग्रेस-सपा-बसपा सरकारों में यहां किसान की समस्याओं को ना सुना जाता था, ना देखा जाता था और परवाह की जाती थी। लेकिन भाजपा सरकार किसानों की समस्याओं को कम करने के लिए दिन-रात काम कर रही है। अमरोहा के किसानों को PM किसान सम्मान निधि के करीब 600 करोड़ रुपए मिले हैं। यूरिया की जो बोरी अमेरिका में 3 हजार रुपए की मिलती है, वो हम 300 रुपए से भी कम में किसानों को उपलब्ध करा रहे हैं। जिन्होंने बसपा, सपा और कांग्रेस की सरकारें देखी हैं, वो जरा योगी जी की सरकार को देख लें। योगी जी ने गन्ना किसानों की सबसे ज्यादा चिंता की। अभी हाल ही में योगी जी ने गन्ना मूल्य में भी बढ़ोत्तरी की है। अमरोहा के गन्ना किसान कभी नहीं भूल सकते कि पहले उन्हें भुगतान के लिए कितना परेशान किया जाता था। लेकिन, आज प्रदेश में गन्ने की रिकॉर्ड खरीद के साथ रिकॉर्ड भुगतान हो रहा है। जब सपा की सरकार थी तो अमरोहा के गन्ना किसानों को साल में औसतन सिर्फ 500 करोड़ रुपए का भुगतान होता था। जबकि योगी जी की सरकार में यहां हर साल करीब डेढ़ हजार करोड़ रुपए का भुगतान गन्ना किसानों को हुआ है। एक समय था जब यूपी में धड़ा-धड़ चीनी मिलें बंद हो रहीं थीं। जबकि हम हसनपुर शुगर मिल की क्षमता दोगुनी करने पर काम कर रहे हैं। यहां अमरोहा में इथेनॉल का प्लांट भी लगाया गया है। अमरोहा के आम का स्वाद भी किसानों के लिए समृद्धि लाये, हमारी सरकार इसके लिए भी काम कर रही है। आम की प्रोसेसिंग के लिए यहां मैंगो पैक हाउस का निर्माण कराया गया है।

भाइयों-बहनों,
भाजपा सरकार के इन प्रयासों के बीच यूपी में एक बार फिर दो शहजादों की जोड़ी, उनके फिल्म की शूटिंग चल रहा है आजकल। और ये दो शहजादों की फिल्म का पहले ही रिजेक्शन हो चुका है। हर बार ये लोग परिवारवाद, भ्रष्टाचार और तुष्टिकरण की टोकरी उठाकर यूपी की जनता से वोट मांगने निकल पड़ते हैं। अपने इस अभियान में ये लोग हमारी आस्था पर हमला करने का कोई मौका नहीं छोड़ते। आप याद करिए, इनकी सरकार को यहां के पवित्र तिगरी मेले से कितनी दिक्कत थी। तिगरी मेले में भी रूकावट डालते थे। यहां जो काँग्रेस के प्रत्याशी हैं, उन्हें तो भारत माता की जय बोलने तक से आपत्ति होती है। जिसको भारत माता की जय मंजूर नहीं, वो भारत की संसद में शोभा देता है क्या, ऐसे लोगों को भारत की संसद में प्रवेश मिलना चाहिए क्या। अयोध्या में राममंदिर बना, तो सपा-कांग्रेस दोनों ही पार्टियों ने प्राण प्रतिष्ठा का निमंत्रण ठुकरा दिया। आप कल्पना कर सकते हैं. वोट बैंक के भूखे लोग प्रभु श्री राम की प्राण प्रतिष्ठा का निणंत्रण का अवसर ठुकरा गए। उनके बजाए उनकी ओर देखिए जो जीवन भर बाबरी मस्जिद का केस लड़ते थे, सुप्रीम कोर्ट में हार गए, तो फिर भी प्राण प्रतिष्ठा में आ कर शामिल हो गए। लेकिन इनको तो उसमें भी शर्म रही है। ये तो उनसे भी गए बीते हैं। लेकिन, इतने पर ही ये संतुष्ट नहीं हुये। इनको लगा कि शायद वोट बैंक कच्ची रह जाएगी। इसलिए आए दिन राम मंदिर और सनातन आस्था को गालियां दे रहे हैं। अभी रामनवमी पर अयोध्या में रामलला का इतना भव्य सूर्यतिलक हुआ...आपने देखा ना? आज जब पूरा देश राममय है तो समाजवादी पार्टी वाले, जो राम की भक्ति रहते हैं उनको पाखंडी बोलते हैं। क्या ये लोग पाखंडी हैं क्या। क्या राम की पूजा करने वाले पाखंडी हैं क्या।

साथियो,
इंडी गठबंधन वाले सनातन से घृणा करते हैं। आपको ध्यान होगा, मैं कुछ दिनों पहले द्वारका नगरी गया था, अमरोहा तो सीधा सीधा श्री कृष्ण से नाता रखने वाली जगह है। भगवान श्रीकृष्ण यहां से निकलकर गुजरात गए थे। और मजा देखिए मैं गुजरात में पैदा हुआ और उत्तर प्रदेश की चरणों में आकर बैठ गया। काशी ने मुझे सांसद बना दिया। मैं द्वारका गया सारे आर्किलॉजी वालों ने खोज कर निकाला है कि समंदर के नीचे मूल द्वारका है। और वहां मैं गया,समंदर के नीचे बहुत गहरा चला गया। जहां श्रीकृष्ण जी की पुरानी द्वारका नगरी है वहां मैं पहुंचा और बहुत श्रद्धा और आस्था के साथ पूजा कि। मैं अपने साथ भगवान श्रीकृष्ण को पसंद मोर पंख भी ले गया था। वो भी वहां रखा। लेकिन कांग्रेस के शहजादे कहते हैं कि समंदर के नीचे पूजा करने योग्य कुछ है ही नहीं। हमारी हजारों वर्षों की मान्यता को, भक्ति को, जिसके साक्षात सबूत हैं, इस तरह खारिज कर रहे हैं ये लोग। सिर्फ और सिर्फ वोट वैंक के खातिर। और जो अपने आप को यदुवंशी कह कर ढोल पीटते हैं, मैं जरा उनको पूछना चाहता हूं, बिहार में जो कहते हैं न कि यदुवंशी हैं, उत्तर प्रदेश में जो नेता यदुवंशी का माल-मलाई खाने निकलते हैं, मैं उनको पूछना चाहता हूं, अगर आप सच्चे यदुवंशी है तो भगवान द्वारका का पूजा करने वाले की अपमान करने वाली पार्टी के साथ कैसे बैठ सकते हो। कैसे उनके साथ समझौता कर सकते हो।

साथियो,
आप याद करिए, तुष्टीकरण के इसी खेल ने यूपी को, और खासकर हमारे पश्चिमी यूपी को दंगों की आग में जलाया था। यूपी के लोग गुंडाराज का वो दौर भूले नहीं हैं। आए दिन यूपी में दंगे होते थे। लोगों को अपना घर छोड़कर जाना पड़ता था। पश्चिमी यूपी के कितने मोहल्लों में सामूहिक तौर पर मकान बिकाऊ है, के पोस्टर लगाने पड़ते थे। हमारी बहन बेटियाँ तक सुरक्षित नहीं थीं। हमारे योगी जी ने आपकी सुरक्षा के लिए यूपी को ऐसे अपराधियों से मुक्ति दिलाई है। हमें दोबारा किसी भी कीमत पर उन ताकतों को मजबूत नहीं होने देना है।

साथियो,
26 अप्रैल को चुनाव में एक बड़ा अवसर आने वाला है। आपको भाई कंवर सिंह तंवर को रिकॉर्ड मतों से जिताकर संसद भेजना है। आपको यहां से निकलकर एक और काम करना है। कुछ दिन पहले मैं एक प्रेस इंटरव्यू दे रहा था। मुझे पूछ रहे थे कि आप 400 पार, 400 पार कह रहे हैं। बहुत से राज्यों में आप इतने आगे बढ़ चुके हैं, उससे आगे और कहां बढ़ोगे। मैंने कहा लिख लो मैं उत्तर प्रदेश का सांसद हूं तो उसकी बात करता हूं। मैंने कहा, 7 साल से योगी जी की सरकार है और 2019 में तो उन्हें 2 साल ही काम करने का मौका मिला था। 7 साल में उन्होंने दिखा दिया है कि गवर्नंस क्या होता है, कानून व्यवस्था क्या होती है। इसलिए मैंने कहा योगी जी के नेतृत्व में 2014 का रिकॉर्ड टूटेगा, 2019 का रिकॉर्ड टूटेगा और ये दोनों रिकॉर्ड तोड़कर यूपी नया इतिहास बनने वाला है। इसके लिए हमें अपना पोलिंग बूथ जीतना है, इसके लिए घर-घर जाओगे, मतदान करवाओगे, ज्यादा से ज्यादा मतदान करवाओगे। आपको यहां से निकल एक काम और करना है आपको घर-घर जाना और कहना मोदी जी आए थे, उन्होंने आपको प्रणाम भेजा है। मेरा प्रणाम पहुंचा दोगे। मेरा प्रणाम पहुंचा दोगे।

भारत माता की जय
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बहुत बहुत धन्यवाद

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Text Of Prime Minister Narendra Modi addresses BJP Karyakartas at Party Headquarters
November 23, 2024
Today, Maharashtra has witnessed the triumph of development, good governance, and genuine social justice: PM Modi to BJP Karyakartas
The people of Maharashtra have given the BJP many more seats than the Congress and its allies combined, says PM Modi at BJP HQ
Maharashtra has broken all records. It is the biggest win for any party or pre-poll alliance in the last 50 years, says PM Modi
‘Ek Hain Toh Safe Hain’ has become the 'maha-mantra' of the country, says PM Modi while addressing the BJP Karyakartas at party HQ
Maharashtra has become sixth state in the country that has given mandate to BJP for third consecutive time: PM Modi

जो लोग महाराष्ट्र से परिचित होंगे, उन्हें पता होगा, तो वहां पर जब जय भवानी कहते हैं तो जय शिवाजी का बुलंद नारा लगता है।

जय भवानी...जय भवानी...जय भवानी...जय भवानी...

आज हम यहां पर एक और ऐतिहासिक महाविजय का उत्सव मनाने के लिए इकट्ठा हुए हैं। आज महाराष्ट्र में विकासवाद की जीत हुई है। महाराष्ट्र में सुशासन की जीत हुई है। महाराष्ट्र में सच्चे सामाजिक न्याय की विजय हुई है। और साथियों, आज महाराष्ट्र में झूठ, छल, फरेब बुरी तरह हारा है, विभाजनकारी ताकतें हारी हैं। आज नेगेटिव पॉलिटिक्स की हार हुई है। आज परिवारवाद की हार हुई है। आज महाराष्ट्र ने विकसित भारत के संकल्प को और मज़बूत किया है। मैं देशभर के भाजपा के, NDA के सभी कार्यकर्ताओं को बहुत-बहुत बधाई देता हूं, उन सबका अभिनंदन करता हूं। मैं श्री एकनाथ शिंदे जी, मेरे परम मित्र देवेंद्र फडणवीस जी, भाई अजित पवार जी, उन सबकी की भी भूरि-भूरि प्रशंसा करता हूं।

साथियों,

आज देश के अनेक राज्यों में उपचुनाव के भी नतीजे आए हैं। नड्डा जी ने विस्तार से बताया है, इसलिए मैं विस्तार में नहीं जा रहा हूं। लोकसभा की भी हमारी एक सीट और बढ़ गई है। यूपी, उत्तराखंड और राजस्थान ने भाजपा को जमकर समर्थन दिया है। असम के लोगों ने भाजपा पर फिर एक बार भरोसा जताया है। मध्य प्रदेश में भी हमें सफलता मिली है। बिहार में भी एनडीए का समर्थन बढ़ा है। ये दिखाता है कि देश अब सिर्फ और सिर्फ विकास चाहता है। मैं महाराष्ट्र के मतदाताओं का, हमारे युवाओं का, विशेषकर माताओं-बहनों का, किसान भाई-बहनों का, देश की जनता का आदरपूर्वक नमन करता हूं।

साथियों,

मैं झारखंड की जनता को भी नमन करता हूं। झारखंड के तेज विकास के लिए हम अब और ज्यादा मेहनत से काम करेंगे। और इसमें भाजपा का एक-एक कार्यकर्ता अपना हर प्रयास करेगा।

साथियों,

छत्रपति शिवाजी महाराजांच्या // महाराष्ट्राने // आज दाखवून दिले// तुष्टीकरणाचा सामना // कसा करायच। छत्रपति शिवाजी महाराज, शाहुजी महाराज, महात्मा फुले-सावित्रीबाई फुले, बाबासाहेब आंबेडकर, वीर सावरकर, बाला साहेब ठाकरे, ऐसे महान व्यक्तित्वों की धरती ने इस बार पुराने सारे रिकॉर्ड तोड़ दिए। और साथियों, बीते 50 साल में किसी भी पार्टी या किसी प्री-पोल अलायंस के लिए ये सबसे बड़ी जीत है। और एक महत्वपूर्ण बात मैं बताता हूं। ये लगातार तीसरी बार है, जब भाजपा के नेतृत्व में किसी गठबंधन को लगातार महाराष्ट्र ने आशीर्वाद दिए हैं, विजयी बनाया है। और ये लगातार तीसरी बार है, जब भाजपा महाराष्ट्र में सबसे बड़ी पार्टी बनकर उभरी है।

साथियों,

ये निश्चित रूप से ऐतिहासिक है। ये भाजपा के गवर्नंस मॉडल पर मुहर है। अकेले भाजपा को ही, कांग्रेस और उसके सभी सहयोगियों से कहीं अधिक सीटें महाराष्ट्र के लोगों ने दी हैं। ये दिखाता है कि जब सुशासन की बात आती है, तो देश सिर्फ और सिर्फ भाजपा पर और NDA पर ही भरोसा करता है। साथियों, एक और बात है जो आपको और खुश कर देगी। महाराष्ट्र देश का छठा राज्य है, जिसने भाजपा को लगातार 3 बार जनादेश दिया है। इससे पहले गोवा, गुजरात, छत्तीसगढ़, हरियाणा, और मध्य प्रदेश में हम लगातार तीन बार जीत चुके हैं। बिहार में भी NDA को 3 बार से ज्यादा बार लगातार जनादेश मिला है। और 60 साल के बाद आपने मुझे तीसरी बार मौका दिया, ये तो है ही। ये जनता का हमारे सुशासन के मॉडल पर विश्वास है औऱ इस विश्वास को बनाए रखने में हम कोई कोर कसर बाकी नहीं रखेंगे।

साथियों,

मैं आज महाराष्ट्र की जनता-जनार्दन का विशेष अभिनंदन करना चाहता हूं। लगातार तीसरी बार स्थिरता को चुनना ये महाराष्ट्र के लोगों की सूझबूझ को दिखाता है। हां, बीच में जैसा अभी नड्डा जी ने विस्तार से कहा था, कुछ लोगों ने धोखा करके अस्थिरता पैदा करने की कोशिश की, लेकिन महाराष्ट्र ने उनको नकार दिया है। और उस पाप की सजा मौका मिलते ही दे दी है। महाराष्ट्र इस देश के लिए एक तरह से बहुत महत्वपूर्ण ग्रोथ इंजन है, इसलिए महाराष्ट्र के लोगों ने जो जनादेश दिया है, वो विकसित भारत के लिए बहुत बड़ा आधार बनेगा, वो विकसित भारत के संकल्प की सिद्धि का आधार बनेगा।



साथियों,

हरियाणा के बाद महाराष्ट्र के चुनाव का भी सबसे बड़ा संदेश है- एकजुटता। एक हैं, तो सेफ हैं- ये आज देश का महामंत्र बन चुका है। कांग्रेस और उसके ecosystem ने सोचा था कि संविधान के नाम पर झूठ बोलकर, आरक्षण के नाम पर झूठ बोलकर, SC/ST/OBC को छोटे-छोटे समूहों में बांट देंगे। वो सोच रहे थे बिखर जाएंगे। कांग्रेस और उसके साथियों की इस साजिश को महाराष्ट्र ने सिरे से खारिज कर दिया है। महाराष्ट्र ने डंके की चोट पर कहा है- एक हैं, तो सेफ हैं। एक हैं तो सेफ हैं के भाव ने जाति, धर्म, भाषा और क्षेत्र के नाम पर लड़ाने वालों को सबक सिखाया है, सजा की है। आदिवासी भाई-बहनों ने भी भाजपा-NDA को वोट दिया, ओबीसी भाई-बहनों ने भी भाजपा-NDA को वोट दिया, मेरे दलित भाई-बहनों ने भी भाजपा-NDA को वोट दिया, समाज के हर वर्ग ने भाजपा-NDA को वोट दिया। ये कांग्रेस और इंडी-गठबंधन के उस पूरे इकोसिस्टम की सोच पर करारा प्रहार है, जो समाज को बांटने का एजेंडा चला रहे थे।

साथियों,

महाराष्ट्र ने NDA को इसलिए भी प्रचंड जनादेश दिया है, क्योंकि हम विकास और विरासत, दोनों को साथ लेकर चलते हैं। महाराष्ट्र की धरती पर इतनी विभूतियां जन्मी हैं। बीजेपी और मेरे लिए छत्रपति शिवाजी महाराज आराध्य पुरुष हैं। धर्मवीर छत्रपति संभाजी महाराज हमारी प्रेरणा हैं। हमने हमेशा बाबा साहब आंबेडकर, महात्मा फुले-सावित्री बाई फुले, इनके सामाजिक न्याय के विचार को माना है। यही हमारे आचार में है, यही हमारे व्यवहार में है।

साथियों,

लोगों ने मराठी भाषा के प्रति भी हमारा प्रेम देखा है। कांग्रेस को वर्षों तक मराठी भाषा की सेवा का मौका मिला, लेकिन इन लोगों ने इसके लिए कुछ नहीं किया। हमारी सरकार ने मराठी को Classical Language का दर्जा दिया। मातृ भाषा का सम्मान, संस्कृतियों का सम्मान और इतिहास का सम्मान हमारे संस्कार में है, हमारे स्वभाव में है। और मैं तो हमेशा कहता हूं, मातृभाषा का सम्मान मतलब अपनी मां का सम्मान। और इसीलिए मैंने विकसित भारत के निर्माण के लिए लालकिले की प्राचीर से पंच प्राणों की बात की। हमने इसमें विरासत पर गर्व को भी शामिल किया। जब भारत विकास भी और विरासत भी का संकल्प लेता है, तो पूरी दुनिया इसे देखती है। आज विश्व हमारी संस्कृति का सम्मान करता है, क्योंकि हम इसका सम्मान करते हैं। अब अगले पांच साल में महाराष्ट्र विकास भी विरासत भी के इसी मंत्र के साथ तेज गति से आगे बढ़ेगा।

साथियों,

इंडी वाले देश के बदले मिजाज को नहीं समझ पा रहे हैं। ये लोग सच्चाई को स्वीकार करना ही नहीं चाहते। ये लोग आज भी भारत के सामान्य वोटर के विवेक को कम करके आंकते हैं। देश का वोटर, देश का मतदाता अस्थिरता नहीं चाहता। देश का वोटर, नेशन फर्स्ट की भावना के साथ है। जो कुर्सी फर्स्ट का सपना देखते हैं, उन्हें देश का वोटर पसंद नहीं करता।

साथियों,

देश के हर राज्य का वोटर, दूसरे राज्यों की सरकारों का भी आकलन करता है। वो देखता है कि जो एक राज्य में बड़े-बड़े Promise करते हैं, उनकी Performance दूसरे राज्य में कैसी है। महाराष्ट्र की जनता ने भी देखा कि कर्नाटक, तेलंगाना और हिमाचल में कांग्रेस सरकारें कैसे जनता से विश्वासघात कर रही हैं। ये आपको पंजाब में भी देखने को मिलेगा। जो वादे महाराष्ट्र में किए गए, उनका हाल दूसरे राज्यों में क्या है? इसलिए कांग्रेस के पाखंड को जनता ने खारिज कर दिया है। कांग्रेस ने जनता को गुमराह करने के लिए दूसरे राज्यों के अपने मुख्यमंत्री तक मैदान में उतारे। तब भी इनकी चाल सफल नहीं हो पाई। इनके ना तो झूठे वादे चले और ना ही खतरनाक एजेंडा चला।

साथियों,

आज महाराष्ट्र के जनादेश का एक और संदेश है, पूरे देश में सिर्फ और सिर्फ एक ही संविधान चलेगा। वो संविधान है, बाबासाहेब आंबेडकर का संविधान, भारत का संविधान। जो भी सामने या पर्दे के पीछे, देश में दो संविधान की बात करेगा, उसको देश पूरी तरह से नकार देगा। कांग्रेस और उसके साथियों ने जम्मू-कश्मीर में फिर से आर्टिकल-370 की दीवार बनाने का प्रयास किया। वो संविधान का भी अपमान है। महाराष्ट्र ने उनको साफ-साफ बता दिया कि ये नहीं चलेगा। अब दुनिया की कोई भी ताकत, और मैं कांग्रेस वालों को कहता हूं, कान खोलकर सुन लो, उनके साथियों को भी कहता हूं, अब दुनिया की कोई भी ताकत 370 को वापस नहीं ला सकती।



साथियों,

महाराष्ट्र के इस चुनाव ने इंडी वालों का, ये अघाड़ी वालों का दोमुंहा चेहरा भी देश के सामने खोलकर रख दिया है। हम सब जानते हैं, बाला साहेब ठाकरे का इस देश के लिए, समाज के लिए बहुत बड़ा योगदान रहा है। कांग्रेस ने सत्ता के लालच में उनकी पार्टी के एक धड़े को साथ में तो ले लिया, तस्वीरें भी निकाल दी, लेकिन कांग्रेस, कांग्रेस का कोई नेता बाला साहेब ठाकरे की नीतियों की कभी प्रशंसा नहीं कर सकती। इसलिए मैंने अघाड़ी में कांग्रेस के साथी दलों को चुनौती दी थी, कि वो कांग्रेस से बाला साहेब की नीतियों की तारीफ में कुछ शब्द बुलवाकर दिखाएं। आज तक वो ये नहीं कर पाए हैं। मैंने दूसरी चुनौती वीर सावरकर जी को लेकर दी थी। कांग्रेस के नेतृत्व ने लगातार पूरे देश में वीर सावरकर का अपमान किया है, उन्हें गालियां दीं हैं। महाराष्ट्र में वोट पाने के लिए इन लोगों ने टेंपरेरी वीर सावरकर जी को जरा टेंपरेरी गाली देना उन्होंने बंद किया है। लेकिन वीर सावरकर के तप-त्याग के लिए इनके मुंह से एक बार भी सत्य नहीं निकला। यही इनका दोमुंहापन है। ये दिखाता है कि उनकी बातों में कोई दम नहीं है, उनका मकसद सिर्फ और सिर्फ वीर सावरकर को बदनाम करना है।

साथियों,

भारत की राजनीति में अब कांग्रेस पार्टी, परजीवी बनकर रह गई है। कांग्रेस पार्टी के लिए अब अपने दम पर सरकार बनाना लगातार मुश्किल हो रहा है। हाल ही के चुनावों में जैसे आंध्र प्रदेश, अरुणाचल प्रदेश, सिक्किम, हरियाणा और आज महाराष्ट्र में उनका सूपड़ा साफ हो गया। कांग्रेस की घिसी-पिटी, विभाजनकारी राजनीति फेल हो रही है, लेकिन फिर भी कांग्रेस का अहंकार देखिए, उसका अहंकार सातवें आसमान पर है। सच्चाई ये है कि कांग्रेस अब एक परजीवी पार्टी बन चुकी है। कांग्रेस सिर्फ अपनी ही नहीं, बल्कि अपने साथियों की नाव को भी डुबो देती है। आज महाराष्ट्र में भी हमने यही देखा है। महाराष्ट्र में कांग्रेस और उसके गठबंधन ने महाराष्ट्र की हर 5 में से 4 सीट हार गई। अघाड़ी के हर घटक का स्ट्राइक रेट 20 परसेंट से नीचे है। ये दिखाता है कि कांग्रेस खुद भी डूबती है और दूसरों को भी डुबोती है। महाराष्ट्र में सबसे ज्यादा सीटों पर कांग्रेस चुनाव लड़ी, उतनी ही बड़ी हार इनके सहयोगियों को भी मिली। वो तो अच्छा है, यूपी जैसे राज्यों में कांग्रेस के सहयोगियों ने उससे जान छुड़ा ली, वर्ना वहां भी कांग्रेस के सहयोगियों को लेने के देने पड़ जाते।

साथियों,

सत्ता-भूख में कांग्रेस के परिवार ने, संविधान की पंथ-निरपेक्षता की भावना को चूर-चूर कर दिया है। हमारे संविधान निर्माताओं ने उस समय 47 में, विभाजन के बीच भी, हिंदू संस्कार और परंपरा को जीते हुए पंथनिरपेक्षता की राह को चुना था। तब देश के महापुरुषों ने संविधान सभा में जो डिबेट्स की थी, उसमें भी इसके बारे में बहुत विस्तार से चर्चा हुई थी। लेकिन कांग्रेस के इस परिवार ने झूठे सेक्यूलरिज्म के नाम पर उस महान परंपरा को तबाह करके रख दिया। कांग्रेस ने तुष्टिकरण का जो बीज बोया, वो संविधान निर्माताओं के साथ बहुत बड़ा विश्वासघात है। और ये विश्वासघात मैं बहुत जिम्मेवारी के साथ बोल रहा हूं। संविधान के साथ इस परिवार का विश्वासघात है। दशकों तक कांग्रेस ने देश में यही खेल खेला। कांग्रेस ने तुष्टिकरण के लिए कानून बनाए, सुप्रीम कोर्ट के आदेश तक की परवाह नहीं की। इसका एक उदाहरण वक्फ बोर्ड है। दिल्ली के लोग तो चौंक जाएंगे, हालात ये थी कि 2014 में इन लोगों ने सरकार से जाते-जाते, दिल्ली के आसपास की अनेक संपत्तियां वक्फ बोर्ड को सौंप दी थीं। बाबा साहेब आंबेडकर जी ने जो संविधान हमें दिया है न, जिस संविधान की रक्षा के लिए हम प्रतिबद्ध हैं। संविधान में वक्फ कानून का कोई स्थान ही नहीं है। लेकिन फिर भी कांग्रेस ने तुष्टिकरण के लिए वक्फ बोर्ड जैसी व्यवस्था पैदा कर दी। ये इसलिए किया गया ताकि कांग्रेस के परिवार का वोटबैंक बढ़ सके। सच्ची पंथ-निरपेक्षता को कांग्रेस ने एक तरह से मृत्युदंड देने की कोशिश की है।

साथियों,

कांग्रेस के शाही परिवार की सत्ता-भूख इतनी विकृति हो गई है, कि उन्होंने सामाजिक न्याय की भावना को भी चूर-चूर कर दिया है। एक समय था जब के कांग्रेस नेता, इंदिरा जी समेत, खुद जात-पात के खिलाफ बोलते थे। पब्लिकली लोगों को समझाते थे। एडवरटाइजमेंट छापते थे। लेकिन आज यही कांग्रेस और कांग्रेस का ये परिवार खुद की सत्ता-भूख को शांत करने के लिए जातिवाद का जहर फैला रहा है। इन लोगों ने सामाजिक न्याय का गला काट दिया है।

साथियों,

एक परिवार की सत्ता-भूख इतने चरम पर है, कि उन्होंने खुद की पार्टी को ही खा लिया है। देश के अलग-अलग भागों में कई पुराने जमाने के कांग्रेस कार्यकर्ता है, पुरानी पीढ़ी के लोग हैं, जो अपने ज़माने की कांग्रेस को ढूंढ रहे हैं। लेकिन आज की कांग्रेस के विचार से, व्यवहार से, आदत से उनको ये साफ पता चल रहा है, कि ये वो कांग्रेस नहीं है। इसलिए कांग्रेस में, आंतरिक रूप से असंतोष बहुत ज्यादा बढ़ रहा है। उनकी आरती उतारने वाले भले आज इन खबरों को दबाकर रखे, लेकिन भीतर आग बहुत बड़ी है, असंतोष की ज्वाला भड़क चुकी है। सिर्फ एक परिवार के ही लोगों को कांग्रेस चलाने का हक है। सिर्फ वही परिवार काबिल है दूसरे नाकाबिल हैं। परिवार की इस सोच ने, इस जिद ने कांग्रेस में एक ऐसा माहौल बना दिया कि किसी भी समर्पित कांग्रेस कार्यकर्ता के लिए वहां काम करना मुश्किल हो गया है। आप सोचिए, कांग्रेस पार्टी की प्राथमिकता आज सिर्फ और सिर्फ परिवार है। देश की जनता उनकी प्राथमिकता नहीं है। और जिस पार्टी की प्राथमिकता जनता ना हो, वो लोकतंत्र के लिए बहुत ही नुकसानदायी होती है।

साथियों,

कांग्रेस का परिवार, सत्ता के बिना जी ही नहीं सकता। चुनाव जीतने के लिए ये लोग कुछ भी कर सकते हैं। दक्षिण में जाकर उत्तर को गाली देना, उत्तर में जाकर दक्षिण को गाली देना, विदेश में जाकर देश को गाली देना। और अहंकार इतना कि ना किसी का मान, ना किसी की मर्यादा और खुलेआम झूठ बोलते रहना, हर दिन एक नया झूठ बोलते रहना, यही कांग्रेस और उसके परिवार की सच्चाई बन गई है। आज कांग्रेस का अर्बन नक्सलवाद, भारत के सामने एक नई चुनौती बनकर खड़ा हो गया है। इन अर्बन नक्सलियों का रिमोट कंट्रोल, देश के बाहर है। और इसलिए सभी को इस अर्बन नक्सलवाद से बहुत सावधान रहना है। आज देश के युवाओं को, हर प्रोफेशनल को कांग्रेस की हकीकत को समझना बहुत ज़रूरी है।

साथियों,

जब मैं पिछली बार भाजपा मुख्यालय आया था, तो मैंने हरियाणा से मिले आशीर्वाद पर आपसे बात की थी। तब हमें गुरूग्राम जैसे शहरी क्षेत्र के लोगों ने भी अपना आशीर्वाद दिया था। अब आज मुंबई ने, पुणे ने, नागपुर ने, महाराष्ट्र के ऐसे बड़े शहरों ने अपनी स्पष्ट राय रखी है। शहरी क्षेत्रों के गरीब हों, शहरी क्षेत्रों के मिडिल क्लास हो, हर किसी ने भाजपा का समर्थन किया है और एक स्पष्ट संदेश दिया है। यह संदेश है आधुनिक भारत का, विश्वस्तरीय शहरों का, हमारे महानगरों ने विकास को चुना है, आधुनिक Infrastructure को चुना है। और सबसे बड़ी बात, उन्होंने विकास में रोडे अटकाने वाली राजनीति को नकार दिया है। आज बीजेपी हमारे शहरों में ग्लोबल स्टैंडर्ड के इंफ्रास्ट्रक्चर बनाने के लिए लगातार काम कर रही है। चाहे मेट्रो नेटवर्क का विस्तार हो, आधुनिक इलेक्ट्रिक बसे हों, कोस्टल रोड और समृद्धि महामार्ग जैसे शानदार प्रोजेक्ट्स हों, एयरपोर्ट्स का आधुनिकीकरण हो, शहरों को स्वच्छ बनाने की मुहिम हो, इन सभी पर बीजेपी का बहुत ज्यादा जोर है। आज का शहरी भारत ईज़ ऑफ़ लिविंग चाहता है। और इन सब के लिये उसका भरोसा बीजेपी पर है, एनडीए पर है।

साथियों,

आज बीजेपी देश के युवाओं को नए-नए सेक्टर्स में अवसर देने का प्रयास कर रही है। हमारी नई पीढ़ी इनोवेशन और स्टार्टअप के लिए माहौल चाहती है। बीजेपी इसे ध्यान में रखकर नीतियां बना रही है, निर्णय ले रही है। हमारा मानना है कि भारत के शहर विकास के इंजन हैं। शहरी विकास से गांवों को भी ताकत मिलती है। आधुनिक शहर नए अवसर पैदा करते हैं। हमारा लक्ष्य है कि हमारे शहर दुनिया के सर्वश्रेष्ठ शहरों की श्रेणी में आएं और बीजेपी, एनडीए सरकारें, इसी लक्ष्य के साथ काम कर रही हैं।


साथियों,

मैंने लाल किले से कहा था कि मैं एक लाख ऐसे युवाओं को राजनीति में लाना चाहता हूं, जिनके परिवार का राजनीति से कोई संबंध नहीं। आज NDA के अनेक ऐसे उम्मीदवारों को मतदाताओं ने समर्थन दिया है। मैं इसे बहुत शुभ संकेत मानता हूं। चुनाव आएंगे- जाएंगे, लोकतंत्र में जय-पराजय भी चलती रहेगी। लेकिन भाजपा का, NDA का ध्येय सिर्फ चुनाव जीतने तक सीमित नहीं है, हमारा ध्येय सिर्फ सरकारें बनाने तक सीमित नहीं है। हम देश बनाने के लिए निकले हैं। हम भारत को विकसित बनाने के लिए निकले हैं। भारत का हर नागरिक, NDA का हर कार्यकर्ता, भाजपा का हर कार्यकर्ता दिन-रात इसमें जुटा है। हमारी जीत का उत्साह, हमारे इस संकल्प को और मजबूत करता है। हमारे जो प्रतिनिधि चुनकर आए हैं, वो इसी संकल्प के लिए प्रतिबद्ध हैं। हमें देश के हर परिवार का जीवन आसान बनाना है। हमें सेवक बनकर, और ये मेरे जीवन का मंत्र है। देश के हर नागरिक की सेवा करनी है। हमें उन सपनों को पूरा करना है, जो देश की आजादी के मतवालों ने, भारत के लिए देखे थे। हमें मिलकर विकसित भारत का सपना साकार करना है। सिर्फ 10 साल में हमने भारत को दुनिया की दसवीं सबसे बड़ी इकॉनॉमी से दुनिया की पांचवीं सबसे बड़ी इकॉनॉमी बना दिया है। किसी को भी लगता, अरे मोदी जी 10 से पांच पर पहुंच गया, अब तो बैठो आराम से। आराम से बैठने के लिए मैं पैदा नहीं हुआ। वो दिन दूर नहीं जब भारत दुनिया की तीसरी सबसे बड़ी अर्थव्यवस्था बनकर रहेगा। हम मिलकर आगे बढ़ेंगे, एकजुट होकर आगे बढ़ेंगे तो हर लक्ष्य पाकर रहेंगे। इसी भाव के साथ, एक हैं तो...एक हैं तो...एक हैं तो...। मैं एक बार फिर आप सभी को बहुत-बहुत बधाई देता हूं, देशवासियों को बधाई देता हूं, महाराष्ट्र के लोगों को विशेष बधाई देता हूं।

मेरे साथ बोलिए,

भारत माता की जय,

भारत माता की जय,

भारत माता की जय,

भारत माता की जय,

भारत माता की जय!

वंदे मातरम, वंदे मातरम, वंदे मातरम, वंदे मातरम, वंदे मातरम ।

बहुत-बहुत धन्यवाद।