Today, our President, a daughter from a tribal community, embodies the vision of Modi Ki Guarantee: PM Modi on Women Empowerment
Despite the success of Ujjwala nationwide, over 14 lakh applications for connections remain pending in Bengal due to TMC government's inaction: PM Modi on TMC
Through schemes like Mudra Yojana, over Rs. 1.25 lakh crore has been granted to women entrepreneurs in West Bengal: PM Modi on the success of Central government schemes
Under the influence of appeasement and vested interests, the TMC government fails to ensure the safety of sisters and daughters: PM Modi
Today's massive program underscores BJP's commitment to harnessing the power of women for India's development: PM Modi

भारत माता की, भारत माता की, भारत माता की।
जय मां काली। जय मां काली।
जय मां दुर्गा। जय मां दुर्गा।
बांग्लार माँ-बोनेरा आरो आमार भाई-बोंधू के प्रोणाम जानाई


आज का ये विशाल कार्यक्रम इस बात का साक्षी है कि बीजेपी कैसे नारीशक्ति को विकसित भारत की शक्ति बना रहा है। 9 जनवरी को भाजपा ने देशभर में शक्तिवंदन अभियान शुरू किया था। इस दौरान देशभर में लाखों स्वयं सहायता समूहों से संवाद किया गया। और अब आज यहां पश्चिम बंगाल में, स्वयं सहायता समूहों से जुड़ी बहनों का इतना विराट सम्मेलन हो रहा है। इस कार्यक्रम में देशभर से लाखों अन्य बहनें भी टेक्नोलॉजी के माध्यम से आज इस कार्यक्रम में हमारे साथ जुड़ी हुई हैं। जो दूर-दूर अपने गांव में टेक्नोलॉजी के माध्यम से इस कार्यक्रम में भागीदार हुई हैं मैं उन बहनों का भी और आप सभी का भी आपको वंदन करता हूं, आपका अभिनंदन करता हूं। मैं भारतीय जनता पार्टी की महिला मोर्चा की सभी इन बहनों को, आप सभी बहनों को आज बहुत-बहुत बधाई देना चाहता हूं, बहुत धन्यवाद करना चाहता हूं। मैंने सालों तक संगठन में काम किया है और इसीलिए मुझे पता है कि इतना बड़ा राष्ट्रीय स्तर का कार्यक्रम आर्गेनाइज करना हो, देशभर में 19-20 हजार स्थानों पर महिला समूह बैठ करके इस कार्यक्रम में जुड़े हों, ये हिंदुस्तान की सार्वजनिक जीवन की सबसे बड़ी घटना है। और इसलिए आप सब, और आप सब भी अनेक-अनेक अभिनंदन के अधिकारी हैं। और आपने परंपराओं को भी तोड़ा है। पुरुषों की मैराथन तो सुना करते थे, लेकिन इस बार गांव-गांव हमारी माताएं-बहनें-बेटियां नारीशक्ति वंदन के लिए दौड़ लगा रही थी। पूरे आत्मविश्वास के साथ आगे बढ़ रही थी। मैं उन…छोटी-छोटी बेटियां दो दिन पहले स्कूटी पर पूरे देश में उन्होंने अपने ताकत का परिचय करा दिया। और इस सबके लिए इतने बड़े भव्य आयोजन के लिए मैं आपको जितनी बधाई दूं, जितना अभिनंदन करूं उतना कम है। मेरे साथ बोलिए…भारत माता की। दोनों हाथ ऊपर करके मुट्ठी बंद करके बोलिए... भारत माता की, भारत माता की, भारत माता की।

साथियों,
यहां आने से पहले मैं कोलकाता में कार्यक्रम में था। वहां मैंने भारत सरकार की अनेक विकास परियोजनाओं का शुभारंभ किया। आज एक साथ, कोलकाता मेट्रो, पुणे मेट्रो, कोच्चि मेट्रो, आगरा मेट्रो और नमो भारत ट्रेन से जुड़े नए रूट्स का विस्तार हुआ है। देश के पब्लिक ट्रांसपोर्ट को आधुनिक बनाना, भारत सरकार की प्राथमिकता है। कोलकाता तो वो शहर है जिसकी मेट्रो को देखकर कितनी ही पीढ़ियां बड़ी हुई हैं। मैं बचपन में जब पहली बार कोलकाता आया तो एक आकर्षण था कि जरा मैं मेट्रो देखूं। लेकिन आज कोलकाता की मेट्रो इस बात की भी गवाह है कि बीजेपी सरकार कितनी तेजी से काम करती है। 2014 से पहले के 40 सालों में कोलकाता मेट्रो का सिर्फ 28 किलोमीटर रूट बना था। आपको आंकड़ा याद रहेगा…मैं जो कह रहा हूं याद रहेगा…जरा आप बताएंगे तो पता चलेगा, याद रहेगा। 40 साल में 28 किलोमीटर…ओनली 28 किलोमीटर। जबकि बीजेपी सरकार के बीते 10 साल में कोलकाता मेट्रो का 31 किलोमीटर और विस्तार हो चुका है। बीते 10 वर्षों में भाजपा ने बंगाल के विकास के लिए, देश के विकास के लिए बहुत ईमानदारी से प्रयास किया है। ऐसे काम को देखते हुए ही, पूरा देश कह रहा है...पश्चिम बंगाल कह रहा है, हर माता-बहन कह रही है-
अबकी बार-400 पार ! अबकी बार-400 पार ! जरा पूरी ताकत से बताइए…अबकी बार-400 पार !
NDA सरकार- 400 पार ! NDA सरकार- 400 पार !
एई बार चार शो पार.. एई बार चार शो पार.. एई बार चार शो पार..
एनडीए शोरकार चार शो पार… एनडीए शोरकार चार शो पार...

मेरी एक प्रार्थना है जो लोग चित्र और पोस्टर लेकर आए हैं, वो जरा नीचे कर दें, पीछे लोगों को परेशानी हो रही है, पीछे लोग देख नहीं पाते। मैंने देख लिया है…मुझे दिखाने में सबको परेशान मत करो। नीचे करो इसको। मैंने देख लिया है जी। आपके हाथ में जो पोस्टर है, जो चित्र है, जो कलात्मक चीजें लेके आए हैं, सब देख लिया है, अब मेरी आपसे प्रार्थना है, अब आप इन सबको नीचे कर दीजिए। ठीक है, शाबाश! माताएं-बहनें हर चीज को मान लेती हैं।


साथियों,
केंद्र सरकार में NDA की वापसी पक्की देखकर, इंडी अलायंस के सारे नेता बौखला गए हैं। उनकी नींद उड़ गई है, उन्होंने संतुलन खो दिया है। अब उन्होंने पूरी ताकत से मोदी को गाली देना शुरू कर दिया है। इंडी गठबंधन के भ्रष्टाचारी लोग आजकल मेरे परिवार के बारे में पूछ रहे हैं। ये लोग कह रहे हैं कि मोदी का खुद का परिवार ही नहीं है, इसलिए मैं परिवारवाद के खिलाफ बात कर करता हूं। ये लोग जानना चाहते हैं- कहां हैं मेरा परिवार? ओरा जानते चाए, मोदीर पोरिवार कोथाए ? इन घोर परिवारवादियों को आज यहां नज़र डालनी चाहिए। मेरे देश की ये बहनें, जो यहां बहुत बड़ी संख्या में आई हैं, जो देश के कोने-कोने से इस कार्यक्रम से जुड़ी हुई हैं- यही तो है मोदी का परिवार। यही तो है मोदी का परिवार। एटाई तो, आमार पोरिवार। बंगाल की हर माताएं-बहनें मेरा परिवार हैं। बांग्लार प्रोत्येक मां-बोनेरा, आमार पोरिवार। मोदी के शरीर का कण-कण और जीवन का पल-पल इसी परिवार के लिए, देश की मातृशक्ति के लिए समर्पित है। जब मोदी को कोई भी कष्ट होता है- तो यही माताएं-यही बहनें-बेटियां कवच बनकर मोदी की रक्षा के लिए खड़ी हो जाती हैं। आमार जोन्नो, बांग्लार मां-बोन, दुर्गार मोतो उठिए दाराए। आज हर देशवासी खुद को मोदी का परिवार कह रहा है। आज देश का हर गरीब, हर किसान, हर नौजवान, हर बहन-बेटी कह रही है-मैं हूं मोदी का परिवार !
मैं हूं मोदी का परिवार ! मैं हूं…मैं हूं …आमी…आमी… आमी मोदीर पोरिवार !

माताएं-बहनें, आज जब इतनी बड़ी तादाद में माताओं-बहनों के बीच आया हूं तो मैं जीवन का एक पहलू जिसके विषय में आमतौर पर मैं नहीं बोलता हूं। लेकिन आज जब माताएं-बहनें बैठी हैं, तो बोलने का मेरा मन कर जाता है। बताऊं…बताऊं…बताऊं…मैं बताऊं…मैं पहले कभी नहीं बताता था लेकिन आज मन कर रहा है बता दूं। कुछ लोगों को लगता होगा कि किसी राजनेता ने मुझे गाली दी, और इसलिए मैं इन सबको मेरे परिवार…मेरे परिवार कह रहा हूं। मैं सच्चाई बताना चाहता हूं। मैं बहुत छोटी आयु में घर छोड़ करके एक झोला लेकरके चल पड़ा था। परिव्राजक की तरह देश के कोने-कोने में भटक रहा था। कुछ खोज रहा था, मेरे जेब में कभी एक पैसा नहीं रहता था…एक पैसा नहीं रहता था। लेकिन आपको जान करके और देशवासियों को जान करके गर्व होगा, मेरा देश कैसा है, मेरे देश की माताएं-बहनें कैसी हैं, मेरे देश का हर परिवार कैसा है। जेब में एक पैसा नहीं होता था। न भाषा जानता था। कंधे पर एक झोला लटकता था और मैं देखता था कोई न कोई परिवार, कोई मां-बाप, कोई बहन पता नहीं क्या कारण... वो मुझे पूछ लेते थे कि भाई, बेटे कुछ खाना-वाना खाए हो कि नहीं खाए हो। और मैं आज देशवासियों को बता रहा हूं सालों तक मैं परिव्राजक रहा हूं। कंधे पर झोला लेके घूमता रहा हूं। जेब में एक पैसा नहीं रहा, लेकिन मैं एक दिन भी भूखा नहीं रहा। और इसीलिए मैं कहता हूं यही मेरा परिवार है। 140 करोड़ देशवासी, ये मेरा परिवार। जब मेरी कोई जान नहीं, पहचान नहीं थी कंधे पर झोला लेके भटकता हुआ एक नौजवान…और समय देश के गरीब से गरीब परिवार ने जहां गया वहां मेरी चिंता की है। और इसलिए आज जब मैं गरीबों के लिए माताओं-बहनों के लिए जीजान से कुछ करने के लिए लगा हुआ हूं, समर्पित भाव से लगा हुआ हूं तो उसका कारण, मैं पूरे देश का वो परिवार-भाव महसूस किया था। आज मैं उसका कर्ज चुका रहा हूं। आपका कर्ज चुका रहा हूं। देश की कोटि-कोटि माताओं-बहनों का कर्ज चुका रहा हूं।

साथियों,
ये बांग्ला भूमि, नारीशक्ति की बहुत बड़ी प्रेरणा केंद्र रही है। यहां से नारीशक्ति ने देश को दिशा दी है। इस धरती ने मां शारदा, रानी रासमणि, भगिनी निवेदिता, सरला देवी, मातंगिनी हाज़रा, कल्पना दत्ता, प्रितिलता, बिना दास, नानीबाला देवी, अनगिनत- अनगिनत ऐसी अनेक शक्ति स्वरुपा देश को दी हैं। लेकिन इसी धरती पर TMC के राज में नारीशक्ति पर अत्याचार का घोर पाप हुआ है। मां-बोने देर शंगे अत्ताचार कोरे, टीएमसी घोर पाप कोरेछे। संदेशखाली में जो कुछ भी हुआ, उससे किसी का भी सिर शर्म से झुक जाएगा। लेकिन यहां की TMC सरकार को, आपके दुख से कोई फर्क नहीं पड़ता। TMC सरकार, बंगाल की महिलाओं के गुनहगार को बचाने के लिए पूरी शक्ति लगा रही है। लेकिन पहले हाईकोर्ट और फिर सुप्रीम कोर्ट से भी राज्य सरकार को झटका लगा है। गरीब, दलित, वंचित, आदिवासी परिवारों की बहनों-बेटियों के साथ TMC के नेता, जगह-जगह अत्याचार कर रहे हैं। लेकिन TMC सरकार को अपने अत्याचारी नेता पर भरोसा है, बांग्ला बहन-बेटियों पर भरोसा नहीं है। इस व्यवहार से बंगाल की महिलाएं, देश की महिलाएं आक्रोश में हैं। नारीशक्ति के आक्रोश का ये ज्वार संदेशखाली तक ही सीमित नहीं रहने वाला। संपूर्णो बांग्ला ते, संदेशखालीर झड़ उठबे ! मैं देख रहा हूं कि TMC के माफियाराज को ध्वस्त करने के लिए बंगाल की नारीशक्ति निकल चुकी है। संदेशखाली ने दिखाया है कि पश्चिम बंगाल की बहन-बेटियों की बुलंद आवाज़ सिर्फ और सिर्फ भाजपा ही है।

साथियों,
तुष्टिकरण और तोलाबाजों के दबाव में काम करने वाली TMC सरकार कभी भी बहन-बेटियों को सुरक्षा नहीं दे सकती। वहीं दूसरी तरफ केंद्र की भाजपा सरकार है, जिसने बलात्कार, रेप जैसे संगीन अपराध के लिए फांसी की सज़ा तक की व्यवस्था की है। संकट के समय बहनें आसानी से शिकायत कर सकें, इसके लिए महिला हेल्पलाइन बनाई गई है। लेकिन TMC सरकार, इस व्यवस्था को यहां लागू नहीं होने दे रही है। ऐसी महिला विरोधी TMC सरकार, महिलाओं का कभी भला नहीं कर सकती।

साथियों,
भारत की नारीशक्ति, विकसित भारत की एक सशक्त स्तंभ है। भारत की नारीशक्ति की आर्थिक शक्ति बढ़े, इसके लिए बीते 10 वर्षों में बीजेपी सरकार ने लगातार काम किया है। जनधन योजना के तहत करोड़ों बहनों के बैंक खाते खोले हैं, जिनमें से करीब 3 करोड़ लाभार्थी बहनें अकेले हमारे पश्चिम बंगाल से हैं। इन 10 वर्षों में देश में सेल्फ हेल्प ग्रुप्स से जुड़ी महिलाओं की संख्या 10 करोड़ को पार कर गई है। इसमें पश्चिम बंगाल की भी आप जैसी एक करोड़ 25 लाख से ज्यादा बहनें हैं। हमने देश में 10 वर्षों में बहनों के इन समूहों को स्वरोजगार के लिए 8 लाख करोड़ रुपए की मदद बैंकों से दिलवाई है। बंगाल के सेल्फ हेल्प ग्रुप्स को भी करीब 90 हजार करोड़ रुपए की मदद मिली है। और मैं तो अब जिस प्रकार ये स्वयं सहायता समूह, ये महिला स्वयं सहायता समूह उनकी जो ताकत देख रहा हूं न, तो मैंने तो एक मीटिंग में कहा था ये सिर्फ महिला स्वयं सहायता समूह है ऐसा नहीं है, ये तो राष्ट्र सहायता समूह है। राष्ट्र सहायता समूह है। साथियों, इस राशि से बंगाल की महिलाओं ने कृषि क्षेत्र में, कुटीर उद्योग में, मछलीपालन में, शहद पालन में, हस्तशिल्प में, एक से बढ़कर एक काम किए हैं।

साथियों,
भाजपा सरकार का प्रयास, गांवों में रहने वाली आप जैसी बहनों को लखपति दीदी बनाने का है। हमने देश में 3 करोड़ बहनों को लखपति दीदी बनाने का लक्ष्य रखा है। आप कल्पना कर सकते हैं, जब गांव-गांव में अनेकों लखपति दीदी होगी तो उस गांव की तस्वीर और तकदीर कैसे बदल जाएगी। अभी तक देशभर में 1 करोड़ से ज्यादा लखपति दीदी बनाने में हम सफल हो चुके हैं। और मुझे खुशी है कि भारत सरकार के इन प्रयत्नों से बंगाल में भी 16 लाख से अधिक महिलाएं... लखपति दीदी बन चुकी हैं।

साथियों,
मुद्रा योजना से बिना गारंटी का ऋण लेकर अपना बिजनेस शुरू करने वाले लाभार्थियों में भी सबसे अधिक हमारी माताएं-बहनें बेटियां हैं। इस योजना के तहत, सवा लाख करोड़ रुपए से अधिक सिर्फ पश्चिम बंगाल की बहनों को मिले हैं। मैं देशभर की बात नहीं कर रहा हूं। सिर्फ पश्चिम बंगाल में। पीएम किसान सम्मान निधि से भी देश की लगभग 3 करोड़ महिला किसानों को पहली बार पैसा मिला है। यहां बहुत बड़ी संख्या में हमारी बहनें, कारीगर हैं, हस्तकला से जुड़ी हैं। जूट की टोकरी बनाने वालीं...मछली का जाल बुनने वालीं, कपड़े की सिलाई, कपड़े की धुलाई, खिलौने-मालाएं ये बनाने वालीं, ऐसे अनेक कामों से जुड़ी बहनों के लिए हम पीएम विश्वकर्मा योजना लाए हैं। इस योजना पर भी 13 हजार करोड़ रुपए से ज्यादा खर्च किए जा रहे हैं।

साथियों,
बीजेपी सरकार महिलाओं के लिए एक और बहुत बड़ी योजना लेकर आई है। मोदी ने गांव की बहनों के लिए नमो ड्रोन दीदी योजना शुरू की है। इससे बहनों को ड्रोन पायलट की ट्रेनिंग दी जा रही है। इन बहनों को भाजपा सरकार ड्रोन देगी, जो खेती के काम आएंगे। इससे खेती भी आधुनिक होगी और बहनों को इससे अतिरिक्त कमाई भी होगी।

साथियों,
भाजपा के इन प्रयासों के बीच, इंडी अलायंस क्या कर रहा है, ये भी देश को जानना जरूरी है। केंद्र की भाजपा सरकार बहन-बेटियों के हित में जो भी प्रोग्राम बनाती है, इंडी गठबंधन की राज्य सरकारें उस पर ब्रेक लगा देती हैं। हमने बेटी बचाओ-बेटी पढ़ाओ अभियान चलाया, तो देश में लाखों बेटियों का जीवन बचा। लेकिन यहां TMC सरकार ने कभी बेटी बचाओ, बेटी पढ़ाओ अभियान को बंगाल में लागू नहीं होने दिया। हमने देश में 10 करोड़ बहनों को उज्जवला के तहत मुफ्त गैस कनेक्शन दिया, हम सस्ते सिलेंडर दे रहे हैं। लेकिन बंगाल में आज भी उज्जवला कनेक्शन के लिए 14 लाख से ज्यादा एप्लीकेशन्स TMC सरकार के पास पेंडिंग पड़ी हैं। मोदी, हर घर तक नल से जल पहुंचाने में जुटा है। लेकिन जहां-जहां इंडी गठबंधन की सरकारें हैं, वहां ये लोग उस काम में भी रोड़े अटका रहे हैं, गति धीमी कर रहे हैं।

साथियों,
भाजपा सरकार, बहन-बेटियों की छोटी-छोटी समस्याओं को दूर करने में जुटी है। हमने जीवन चक्र के हर पड़ाव को ध्यान में रखते हुए नारी हित के लिए योजनाएं बनाई हैं, अभियान चलाए हैं। हमने गांव-गरीब परिवार की बहन-बेटियों को पहली बार सस्ते सेनिटेरी पैड्स देने की योजना बनाई। पहले गर्भ के दौरान माता और शिशु की मृत्यु बहुत बड़ी चिंता थी। बीजेपी ने मुफ्त टीकाकरण और गर्भ के समय 5 हज़ार रुपए की मदद गर्भवती महिलाओं को देने की योजना बनाई। हमने आशा और आंगनबाड़ी कार्यकर्ताओं को भी 5 लाख रुपए तक का मुफ्त इलाज देने का फैसला लिया। पहले टॉयलेट के अभाव में आप बहनों-बेटियों को कितनी पीड़ा और अपमान सहना पड़ता था। भाजपा सरकार ने घर हो या स्कूल, हर जगह बेटियों के लिए टॉयलेट्स का निर्माण किया। गरीबों को जो पक्के घर दिए जा रहे हैं, उनकी रजिस्ट्री भी बहनों के नाम की जा रही है। यहां बंगाल में भी पीएम आवास योजना के लगभग 24 लाख घर, महिलाओं के भी नाम पर है। आज ऐसे हर घर की कीमत कई-कई लाख रुपए है।

साथियों,
महिलाओं की सुरक्षा, सुविधा और सशक्तिकरण - ये मोदी की गारंटी है। मोहिला सुरोक्खा, शुविदा आरो शोशोक्तिकरण, एटा मोदीर गारंटी ! आज देश की पहली नागरिक, हमारी राष्ट्रपति जी, आदिवासी समाज में पैदा हुई एक बेटी है। मोदी ने बहन-बेटियों को लोकसभा और विधानसभा में आरक्षण की गारंटी दी थी। वो पूरी हो चुकी है। मोदी ने मुस्लिम बहनों को, तीन तलाक की कुरीति से मुक्ति की गारंटी भी दी थी। ये गारंटी भी आपके आशीर्वाद से मोदी ने पूरी की। और याद करिए, तब टीएमसी, लेफ्ट और कांग्रेस का रुख क्या था? इंडी गठबंधन के ये लोग तब भी कट्टरपंथियों के साथ खड़े थे और आज भी उनके साथ हैं।

साथियों,
भारत को विकसित बनाने के लिए नारीशक्ति को ज्यादा से ज्यादा अवसर देना भी उतना ही जरूरी है। भाजपा सरकार के प्रयास से आज देश के हर सेक्टर में महिलाओं के लिए नए रास्ते बन रहे हैं। लेकिन आपको याद रखना है। जहां-जहां इंडी गठबंधन के सहयोगियों की सरकार है, वहां पर महिलाओं पर उतना ही अत्याचार है। बंगाल पर TMC नाम का जो ग्रहण लगा हुआ है, वो इस राज्य के विकास को आगे नहीं बढ़ने दे रहा है। इसलिए आप सभी बहनों को इंडी गठबंधन को हराना है, देश के कोने-कोने में कमल खिलाना है। नारी वंदन का इतना बड़ा भव्य समारोह, नारी के सम्मान में, कमल के सम्मान में मेरी सब माताओं-बहनों से आग्रह है, आपसे भी आग्रह है अपना मोबाइल फोन निकालिए। अपने मोबाइल फोन की फ्लैश लाइट चालू कीजिए। जिस-जिस के पास मोबाइल फोन है सब अपना मोबाइल फोन निकाल करके फ्लैश लाइट चालू कीजिए। शाबाश! सबके मोबाइल की फ्लैश लाइट चालू हो, सबके मोबाइल की फ्लैश लाइट। ये नारी सम्मान में है, ये नारी सम्मान में है। ये नारी वंदन के लिए है, ये नारीशक्ति के उज्ज्वल भविष्य के लिए है। ये मां भारती के उज्ज्वल भविष्य के लिए है। ये देश की नारीशक्ति के सामर्थ्य का परिचय है। और इसीलिए आज नारीशक्ति पूरे देश को अपने सामर्थ्य का परिचय दे रही है।
मेरे साथ बोलिए…भारत माता की…पूरी ताकत से हाथ ऊपर करके बोलिए… भारत माता की, भारत माता की, भारत माता की, भारत माता की, भारत माता की। वंदे, वंदे, वंदे, वंदे, वंदे, वंदे, वंदे, वंदे। बहुत-बहुत धन्यवाद

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Text of PM Modi's address at the Parliament of Guyana
November 21, 2024

Hon’ble Speaker, मंज़ूर नादिर जी,
Hon’ble Prime Minister,मार्क एंथनी फिलिप्स जी,
Hon’ble, वाइस प्रेसिडेंट भरत जगदेव जी,
Hon’ble Leader of the Opposition,
Hon’ble Ministers,
Members of the Parliament,
Hon’ble The चांसलर ऑफ द ज्यूडिशियरी,
अन्य महानुभाव,
देवियों और सज्जनों,

गयाना की इस ऐतिहासिक पार्लियामेंट में, आप सभी ने मुझे अपने बीच आने के लिए निमंत्रित किया, मैं आपका बहुत-बहुत आभारी हूं। कल ही गयाना ने मुझे अपना सर्वोच्च सम्मान दिया है। मैं इस सम्मान के लिए भी आप सभी का, गयाना के हर नागरिक का हृदय से आभार व्यक्त करता हूं। गयाना का हर नागरिक मेरे लिए ‘स्टार बाई’ है। यहां के सभी नागरिकों को धन्यवाद! ये सम्मान मैं भारत के प्रत्येक नागरिक को समर्पित करता हूं।

साथियों,

भारत और गयाना का नाता बहुत गहरा है। ये रिश्ता, मिट्टी का है, पसीने का है,परिश्रम का है करीब 180 साल पहले, किसी भारतीय का पहली बार गयाना की धरती पर कदम पड़ा था। उसके बाद दुख में,सुख में,कोई भी परिस्थिति हो, भारत और गयाना का रिश्ता, आत्मीयता से भरा रहा है। India Arrival Monument इसी आत्मीय जुड़ाव का प्रतीक है। अब से कुछ देर बाद, मैं वहां जाने वाला हूं,

साथियों,

आज मैं भारत के प्रधानमंत्री के रूप में आपके बीच हूं, लेकिन 24 साल पहले एक जिज्ञासु के रूप में मुझे इस खूबसूरत देश में आने का अवसर मिला था। आमतौर पर लोग ऐसे देशों में जाना पसंद करते हैं, जहां तामझाम हो, चकाचौंध हो। लेकिन मुझे गयाना की विरासत को, यहां के इतिहास को जानना था,समझना था, आज भी गयाना में कई लोग मिल जाएंगे, जिन्हें मुझसे हुई मुलाकातें याद होंगीं, मेरी तब की यात्रा से बहुत सी यादें जुड़ी हुई हैं, यहां क्रिकेट का पैशन, यहां का गीत-संगीत, और जो बात मैं कभी नहीं भूल सकता, वो है चटनी, चटनी भारत की हो या फिर गयाना की, वाकई कमाल की होती है,

साथियों,

बहुत कम ऐसा होता है, जब आप किसी दूसरे देश में जाएं,और वहां का इतिहास आपको अपने देश के इतिहास जैसा लगे,पिछले दो-ढाई सौ साल में भारत और गयाना ने एक जैसी गुलामी देखी, एक जैसा संघर्ष देखा, दोनों ही देशों में गुलामी से मुक्ति की एक जैसी ही छटपटाहट भी थी, आजादी की लड़ाई में यहां भी,औऱ वहां भी, कितने ही लोगों ने अपना जीवन समर्पित कर दिया, यहां गांधी जी के करीबी सी एफ एंड्रूज हों, ईस्ट इंडियन एसोसिएशन के अध्यक्ष जंग बहादुर सिंह हों, सभी ने गुलामी से मुक्ति की ये लड़ाई मिलकर लड़ी,आजादी पाई। औऱ आज हम दोनों ही देश,दुनिया में डेमोक्रेसी को मज़बूत कर रहे हैं। इसलिए आज गयाना की संसद में, मैं आप सभी का,140 करोड़ भारतवासियों की तरफ से अभिनंदन करता हूं, मैं गयाना संसद के हर प्रतिनिधि को बधाई देता हूं। गयाना में डेमोक्रेसी को मजबूत करने के लिए आपका हर प्रयास, दुनिया के विकास को मजबूत कर रहा है।

साथियों,

डेमोक्रेसी को मजबूत बनाने के प्रयासों के बीच, हमें आज वैश्विक परिस्थितियों पर भी लगातार नजर ऱखनी है। जब भारत और गयाना आजाद हुए थे, तो दुनिया के सामने अलग तरह की चुनौतियां थीं। आज 21वीं सदी की दुनिया के सामने, अलग तरह की चुनौतियां हैं।
दूसरे विश्व युद्ध के बाद बनी व्यवस्थाएं और संस्थाएं,ध्वस्त हो रही हैं, कोरोना के बाद जहां एक नए वर्ल्ड ऑर्डर की तरफ बढ़ना था, दुनिया दूसरी ही चीजों में उलझ गई, इन परिस्थितियों में,आज विश्व के सामने, आगे बढ़ने का सबसे मजबूत मंत्र है-"Democracy First- Humanity First” "Democracy First की भावना हमें सिखाती है कि सबको साथ लेकर चलो,सबको साथ लेकर सबके विकास में सहभागी बनो। Humanity First” की भावना हमारे निर्णयों की दिशा तय करती है, जब हम Humanity First को अपने निर्णयों का आधार बनाते हैं, तो नतीजे भी मानवता का हित करने वाले होते हैं।

साथियों,

हमारी डेमोक्रेटिक वैल्यूज इतनी मजबूत हैं कि विकास के रास्ते पर चलते हुए हर उतार-चढ़ाव में हमारा संबल बनती हैं। एक इंक्लूसिव सोसायटी के निर्माण में डेमोक्रेसी से बड़ा कोई माध्यम नहीं। नागरिकों का कोई भी मत-पंथ हो, उसका कोई भी बैकग्राउंड हो, डेमोक्रेसी हर नागरिक को उसके अधिकारों की रक्षा की,उसके उज्जवल भविष्य की गारंटी देती है। और हम दोनों देशों ने मिलकर दिखाया है कि डेमोक्रेसी सिर्फ एक कानून नहीं है,सिर्फ एक व्यवस्था नहीं है, हमने दिखाया है कि डेमोक्रेसी हमारे DNA में है, हमारे विजन में है, हमारे आचार-व्यवहार में है।

साथियों,

हमारी ह्यूमन सेंट्रिक अप्रोच,हमें सिखाती है कि हर देश,हर देश के नागरिक उतने ही अहम हैं, इसलिए, जब विश्व को एकजुट करने की बात आई, तब भारत ने अपनी G-20 प्रेसीडेंसी के दौरान One Earth, One Family, One Future का मंत्र दिया। जब कोरोना का संकट आया, पूरी मानवता के सामने चुनौती आई, तब भारत ने One Earth, One Health का संदेश दिया। जब क्लाइमेट से जुड़े challenges में हर देश के प्रयासों को जोड़ना था, तब भारत ने वन वर्ल्ड, वन सन, वन ग्रिड का विजन रखा, जब दुनिया को प्राकृतिक आपदाओं से बचाने के लिए सामूहिक प्रयास जरूरी हुए, तब भारत ने CDRI यानि कोएलिशन फॉर डिज़ास्टर रज़ीलिएंट इंफ्रास्ट्रक्चर का initiative लिया। जब दुनिया में pro-planet people का एक बड़ा नेटवर्क तैयार करना था, तब भारत ने मिशन LiFE जैसा एक global movement शुरु किया,

साथियों,

"Democracy First- Humanity First” की इसी भावना पर चलते हुए, आज भारत विश्वबंधु के रूप में विश्व के प्रति अपना कर्तव्य निभा रहा है। दुनिया के किसी भी देश में कोई भी संकट हो, हमारा ईमानदार प्रयास होता है कि हम फर्स्ट रिस्पॉन्डर बनकर वहां पहुंचे। आपने कोरोना का वो दौर देखा है, जब हर देश अपने-अपने बचाव में ही जुटा था। तब भारत ने दुनिया के डेढ़ सौ से अधिक देशों के साथ दवाएं और वैक्सीन्स शेयर कीं। मुझे संतोष है कि भारत, उस मुश्किल दौर में गयाना की जनता को भी मदद पहुंचा सका। दुनिया में जहां-जहां युद्ध की स्थिति आई,भारत राहत और बचाव के लिए आगे आया। श्रीलंका हो, मालदीव हो, जिन भी देशों में संकट आया, भारत ने आगे बढ़कर बिना स्वार्थ के मदद की, नेपाल से लेकर तुर्की और सीरिया तक, जहां-जहां भूकंप आए, भारत सबसे पहले पहुंचा है। यही तो हमारे संस्कार हैं, हम कभी भी स्वार्थ के साथ आगे नहीं बढ़े, हम कभी भी विस्तारवाद की भावना से आगे नहीं बढ़े। हम Resources पर कब्जे की, Resources को हड़पने की भावना से हमेशा दूर रहे हैं। मैं मानता हूं,स्पेस हो,Sea हो, ये यूनीवर्सल कन्फ्लिक्ट के नहीं बल्कि यूनिवर्सल को-ऑपरेशन के विषय होने चाहिए। दुनिया के लिए भी ये समय,Conflict का नहीं है, ये समय, Conflict पैदा करने वाली Conditions को पहचानने और उनको दूर करने का है। आज टेरेरिज्म, ड्रग्स, सायबर क्राइम, ऐसी कितनी ही चुनौतियां हैं, जिनसे मुकाबला करके ही हम अपनी आने वाली पीढ़ियों का भविष्य संवार पाएंगे। और ये तभी संभव है, जब हम Democracy First- Humanity First को सेंटर स्टेज देंगे।

साथियों,

भारत ने हमेशा principles के आधार पर, trust और transparency के आधार पर ही अपनी बात की है। एक भी देश, एक भी रीजन पीछे रह गया, तो हमारे global goals कभी हासिल नहीं हो पाएंगे। तभी भारत कहता है – Every Nation Matters ! इसलिए भारत, आयलैंड नेशन्स को Small Island Nations नहीं बल्कि Large ओशिन कंट्रीज़ मानता है। इसी भाव के तहत हमने इंडियन ओशन से जुड़े आयलैंड देशों के लिए सागर Platform बनाया। हमने पैसिफिक ओशन के देशों को जोड़ने के लिए भी विशेष फोरम बनाया है। इसी नेक नीयत से भारत ने जी-20 की प्रेसिडेंसी के दौरान अफ्रीकन यूनियन को जी-20 में शामिल कराकर अपना कर्तव्य निभाया।

साथियों,

आज भारत, हर तरह से वैश्विक विकास के पक्ष में खड़ा है,शांति के पक्ष में खड़ा है, इसी भावना के साथ आज भारत, ग्लोबल साउथ की भी आवाज बना है। भारत का मत है कि ग्लोबल साउथ ने अतीत में बहुत कुछ भुगता है। हमने अतीत में अपने स्वभाव औऱ संस्कारों के मुताबिक प्रकृति को सुरक्षित रखते हुए प्रगति की। लेकिन कई देशों ने Environment को नुकसान पहुंचाते हुए अपना विकास किया। आज क्लाइमेट चेंज की सबसे बड़ी कीमत, ग्लोबल साउथ के देशों को चुकानी पड़ रही है। इस असंतुलन से दुनिया को निकालना बहुत आवश्यक है।

साथियों,

भारत हो, गयाना हो, हमारी भी विकास की आकांक्षाएं हैं, हमारे सामने अपने लोगों के लिए बेहतर जीवन देने के सपने हैं। इसके लिए ग्लोबल साउथ की एकजुट आवाज़ बहुत ज़रूरी है। ये समय ग्लोबल साउथ के देशों की Awakening का समय है। ये समय हमें एक Opportunity दे रहा है कि हम एक साथ मिलकर एक नया ग्लोबल ऑर्डर बनाएं। और मैं इसमें गयाना की,आप सभी जनप्रतिनिधियों की भी बड़ी भूमिका देख रहा हूं।

साथियों,

यहां अनेक women members मौजूद हैं। दुनिया के फ्यूचर को, फ्यूचर ग्रोथ को, प्रभावित करने वाला एक बहुत बड़ा फैक्टर दुनिया की आधी आबादी है। बीती सदियों में महिलाओं को Global growth में कंट्रीब्यूट करने का पूरा मौका नहीं मिल पाया। इसके कई कारण रहे हैं। ये किसी एक देश की नहीं,सिर्फ ग्लोबल साउथ की नहीं,बल्कि ये पूरी दुनिया की कहानी है।
लेकिन 21st सेंचुरी में, global prosperity सुनिश्चित करने में महिलाओं की बहुत बड़ी भूमिका होने वाली है। इसलिए, अपनी G-20 प्रेसीडेंसी के दौरान, भारत ने Women Led Development को एक बड़ा एजेंडा बनाया था।

साथियों,

भारत में हमने हर सेक्टर में, हर स्तर पर, लीडरशिप की भूमिका देने का एक बड़ा अभियान चलाया है। भारत में हर सेक्टर में आज महिलाएं आगे आ रही हैं। पूरी दुनिया में जितने पायलट्स हैं, उनमें से सिर्फ 5 परसेंट महिलाएं हैं। जबकि भारत में जितने पायलट्स हैं, उनमें से 15 परसेंट महिलाएं हैं। भारत में बड़ी संख्या में फाइटर पायलट्स महिलाएं हैं। दुनिया के विकसित देशों में भी साइंस, टेक्नॉलॉजी, इंजीनियरिंग, मैथ्स यानि STEM graduates में 30-35 परसेंट ही women हैं। भारत में ये संख्या फोर्टी परसेंट से भी ऊपर पहुंच चुकी है। आज भारत के बड़े-बड़े स्पेस मिशन की कमान महिला वैज्ञानिक संभाल रही हैं। आपको ये जानकर भी खुशी होगी कि भारत ने अपनी पार्लियामेंट में महिलाओं को रिजर्वेशन देने का भी कानून पास किया है। आज भारत में डेमोक्रेटिक गवर्नेंस के अलग-अलग लेवल्स पर महिलाओं का प्रतिनिधित्व है। हमारे यहां लोकल लेवल पर पंचायती राज है, लोकल बॉड़ीज़ हैं। हमारे पंचायती राज सिस्टम में 14 लाख से ज्यादा यानि One point four five मिलियन Elected Representatives, महिलाएं हैं। आप कल्पना कर सकते हैं, गयाना की कुल आबादी से भी करीब-करीब दोगुनी आबादी में हमारे यहां महिलाएं लोकल गवर्नेंट को री-प्रजेंट कर रही हैं।

साथियों,

गयाना Latin America के विशाल महाद्वीप का Gateway है। आप भारत और इस विशाल महाद्वीप के बीच अवसरों और संभावनाओं का एक ब्रिज बन सकते हैं। हम एक साथ मिलकर, भारत और Caricom की Partnership को और बेहतर बना सकते हैं। कल ही गयाना में India-Caricom Summit का आयोजन हुआ है। हमने अपनी साझेदारी के हर पहलू को और मजबूत करने का फैसला लिया है।

साथियों,

गयाना के विकास के लिए भी भारत हर संभव सहयोग दे रहा है। यहां के इंफ्रास्ट्रक्चर में निवेश हो, यहां की कैपेसिटी बिल्डिंग में निवेश हो भारत और गयाना मिलकर काम कर रहे हैं। भारत द्वारा दी गई ferry हो, एयरक्राफ्ट हों, ये आज गयाना के बहुत काम आ रहे हैं। रीन्युएबल एनर्जी के सेक्टर में, सोलर पावर के क्षेत्र में भी भारत बड़ी मदद कर रहा है। आपने t-20 क्रिकेट वर्ल्ड कप का शानदार आयोजन किया है। भारत को खुशी है कि स्टेडियम के निर्माण में हम भी सहयोग दे पाए।

साथियों,

डवलपमेंट से जुड़ी हमारी ये पार्टनरशिप अब नए दौर में प्रवेश कर रही है। भारत की Energy डिमांड तेज़ी से बढ़ रही हैं, और भारत अपने Sources को Diversify भी कर रहा है। इसमें गयाना को हम एक महत्वपूर्ण Energy Source के रूप में देख रहे हैं। हमारे Businesses, गयाना में और अधिक Invest करें, इसके लिए भी हम निरंतर प्रयास कर रहे हैं।

साथियों,

आप सभी ये भी जानते हैं, भारत के पास एक बहुत बड़ी Youth Capital है। भारत में Quality Education और Skill Development Ecosystem है। भारत को, गयाना के ज्यादा से ज्यादा Students को Host करने में खुशी होगी। मैं आज गयाना की संसद के माध्यम से,गयाना के युवाओं को, भारतीय इनोवेटर्स और वैज्ञानिकों के साथ मिलकर काम करने के लिए भी आमंत्रित करता हूँ। Collaborate Globally And Act Locally, हम अपने युवाओं को इसके लिए Inspire कर सकते हैं। हम Creative Collaboration के जरिए Global Challenges के Solutions ढूंढ सकते हैं।

साथियों,

गयाना के महान सपूत श्री छेदी जगन ने कहा था, हमें अतीत से सबक लेते हुए अपना वर्तमान सुधारना होगा और भविष्य की मजबूत नींव तैयार करनी होगी। हम दोनों देशों का साझा अतीत, हमारे सबक,हमारा वर्तमान, हमें जरूर उज्जवल भविष्य की तरफ ले जाएंगे। इन्हीं शब्दों के साथ मैं अपनी बात समाप्त करता हूं, मैं आप सभी को भारत आने के लिए भी निमंत्रित करूंगा, मुझे गयाना के ज्यादा से ज्यादा जनप्रतिनिधियों का भारत में स्वागत करते हुए खुशी होगी। मैं एक बार फिर गयाना की संसद का, आप सभी जनप्रतिनिधियों का, बहुत-बहुत आभार, बहुत बहुत धन्यवाद।