भारत माता की जय, भारत माता की जय
देवी सम्मक्का सरलअम्मा की जय
यदाद्री लक्ष्मी नरसिम्हा स्वामी की जय
अनगरिना वर्गाला विश्वरूप महासभा कि वच्चिना ना बंधुवुलकु ना सुभाकांक्षलु
जी किशन रेड्डी जी, मेरा छोटा भाई मन्दा कृष्ण मादिगा जी, दूर-दूर से आए मादिगा समुदाय के मेरे भाइयों और बहनों, अन्य महानुभाव।
देवियों और सज्जनों,
तेलंगाना के मेहनती और प्रतिभाशाली लोगों के बीच आना, हमेशा ही एक सुखद अनुभव होता है। और त्योहार के इस माहौल में, जब हम अपने परिवार के बीच होते हैं, तो खुशी दोगुनी हो जाती है। मैं तेलंगाना के दलित समुदाय का, तेलंगाना के मादिगा समुदाय का इस विशेष आयोजन में अभिनंदन करता हूं। मैं मेरे छोटे भाई कृष्णा का आभारी हूं। मैं आप सबका भी आभारी हूं क्योंकि आपने मुझे इतनी आत्मीयता से इस कार्यक्रम में आने का निमंत्रण दिया।
ना कुटुम्भ सभ्युल्लारा,
आजादी के बाद आपने देश में बहुत सी सरकारें देखी हैं। हमारी सरकार ऐसी है जिसकी सर्वोच्च प्राथमिकता गरीब कल्याण है, वंचितों को वरीयता देना है। बीजेपी जिस मंत्र पर चलती है, वो सबका साथ, सबका विकास, सबका विश्वास और सबका प्रयास है। हम सोशल जस्टिस-सामाजिक न्याय सुनिश्चित कराने के लिए प्रतिबद्ध हैं। हम तेलंगाना की धरती के महान सपूत, श्री गुर्रम जशुवा जी और उनके सामाजिक न्याय के कार्यों को अपनी प्रेरणा मानते हैं। मुझे बताया गया है कि अपने लिखे साहित्य में उन्होंने एक दलित भाई का वर्णन किया था जिन्होंने काशी में विराजमान बाबा विश्वनाथ को अपनी दुर्दशा बताई थी। काशी का सांसद होने के नाते इसे मैं अपना सौभाग्य समझता हूं कि आज मुझे आपके बीच आने, आपसे सुख-दुख साझा करने का अवसर मिला है। मुझे लगता है कि आज बाबा विश्वनाथ के आशीर्वाद से ही मैं आप सबके बीच यहां उपस्थित हूं।
ना कुटुम्भ सभ्युल्लारा,
मैं आज इस अवसर पर मादिगा समुदाय के अधिकारों की लड़ाई लड़ने वाली टीएन सदालक्ष्मी जी और टीवी नारायणा जी को श्रद्धापूर्वक याद कर रहा हूं। इन महान व्यक्तित्वों ने मादिगा समुदाय के हितों के लिए अपना जीवन खपाया है। मैं उन्हें नमन करता हूं। और मेरा छोटा भाई कृष्णा 30 साल से वन लाइफ वन मिशन, आपके हक के लिए लड़ाई लड़ रहा है। कृष्णा आपको बहुत साथी मिले, लड़ने के लिए। आज एक साथी और जोड़ दो। मादिगा समुदाय के मेरे भाइयों-बहनों और कृष्णा, मैं आज आपसे कुछ मांगने के लिए नहीं आया हूं। मैं आज आया हूं आपके बीच आजादी के बाद जितनी भी पोलिटिकल पार्टियों, जितने भी पोलिटिकल लीडर्स ने आपको वादा किया, आपसे धोखा किया, मैं आज एक पोलिटिकल बिरादरी का होने के नाते उनके पापों की क्षमा मांगने के लिए और उनके लिए पापों का प्रायश्चित करने आया हूं।
ना कुटुम्भ सभ्युल्लारा,
तेलंगाना आज इतिहास के एक बेहद अहम मोड़ पर खड़ा है। दशकों के आंदोलन के बाद 10 साल पहले जो सरकार यहां बनी, वो तेलंगाना के गौरव की, तेलंगाना के सम्मान की रक्षा नहीं कर पाई। तेलंगाना के लोगों के सामर्थ्य की पूरी दुनिया प्रशंसा करती है लेकिन जब बात यहां की गवर्नमेंट की आती है, गवर्नेंस की आती है, तो हर कोई निराश हो जाता है। इन 10 वर्षों में तेलंगाना सरकार ने हर किसी के साथ, मादिगा समुदाय के साथ सिर्फ विश्वासघात किया है। कौन भूल सकता है कि कांग्रेस ने किस तरह तेलंगाना के निर्माण में बाधाएं खड़ी की थीं। लेकिन जब अनेक बलिदानों के बाद तेलंगाना बना, तो BRS के नेता आपको भूलकर सबसे पहले कांग्रेस के नेताओं को धन्यवाद करने गए। आंदोलन के दिनों में आपसे ये वादा किया गया था कि किसी दलित को ही तेलंगाना का पहला सीएम बनाया जाएगा। लेकिन राज्य के निर्माण के बाद, हर दलित आकांक्षा को कुचलते हुए सीएम की कुर्सी पर KCR ने कब्जा कर लिया। BRS ने दलितों को जमीन देने का भी वादा किया था। क्या उन्होंने ये वादा पूरा किया? BRS ने आपको दलित बंधु स्कीम के जरिए हजारों करोड़ रुपये देने की बात कही थी। क्या आपको इसका लाभ हुआ? सच्चाई ये है कि ये स्कीम BRS विधायकों के रिश्तेदारों की स्कीम बन गई है। कोर्ट तक को ये कहना पड़ा कि दलित बंधु स्कीम के लाभार्थियों का चयन निष्पक्ष होना चाहिए। यहां की सरकार ने किसानों के लोन माफ करने का भी वादा किया था। लेकिन किसानों को इसका भी लाभ नहीं मिला। यहां की सरकार ने Irrigation Schemes के बदले आप लोगों को Irrigation Scams दिए हैं।
ना कुटुम्भ सभ्युल्लारा,
मैं मादिगा समुदाय के आप सभी भाई-बहनों को, ये स्पष्ट रूप से कहूंगा। आपको जितना BRS से सतर्क रहना है उतना ही कांग्रेस से भी सावधान रहना है। BRS दलित विरोधी है और कांग्रेस भी उससे कम नहीं है। BRS ने नए संविधान की मांग करके बाबा साहेब आंबेडकर का अपमान किया तो कांग्रेस का इतिहास भी कुछ ऐसा ही है। ये कांग्रेस ही है जिसने बाबा साहेब का विरोध करके उन्हें दो बार चुनाव नहीं जीतने दिया। कांग्रेस ने दशकों तक पुरानी संसद भवन के सेंट्रल हॉल में बाबा साहब की फोटो नहीं लगने दी। कांग्रेस की वजह से ही दशकों तक बाबा साहेब को भारत रत्न तक नहीं दिया गया। सेंट्रल हॉल में बाबा साहेब की तस्वीर हो या फिर भारत रत्न, ये तब संभव हुआ, जब केंद्र में बीजेपी के समर्थन से सरकार बनी।
ना कुटुम्भ सभ्युल्लारा,
बीआरएस की तरह ही कांग्रेस का इतिहास भी, दलितों से, पिछड़ों से नफरत का रहा है। इसका एक बड़ा उदाहरण बाबू जगजीवन राम थे, जिन्हें कांग्रेस के अपमान का सामना करना पड़ा। जब बीजेपी ने रामनाथ कोविंद जी को राष्ट्रपति का उम्मीदवार बनाया तो कांग्रेस ने उन्हें हराने के लिए पूरी ताकत लगा दी। दलित समाज से आने वाले कोविंद जी जब राष्ट्रपति बन गए, तो पूरे देश के राष्ट्रपति थे, हम सबके राष्ट्रपति थे, लेकिन तब भी कांग्रेस ने उनका तिरस्कार किया। (जरा बिजली के लोग वहां देख लें, शायद वहां शार्ट सर्किट न हो, और वहां सब साथियों से रिक्वेस्ट है थोड़ा दूर रहें वहां से...प्लीज) जब बीजेपी ने एक महिला को भारत का पहला आदिवासी राष्ट्रपति बनाने का प्रस्ताव रखा, तो कांग्रेस ने द्रौपदी मुर्मू जी का भी विरोध किया। उन्हें भी अपमानित करने का कांग्रेस कोई मौका नहीं छोड़ती। साथियों, राजस्थान में जन्मे हुए और राजस्थान से आकर तेलंगाना को अपनी कर्मभूमि बनाने वाले दलित अफसर हीरालाल सामरिया को कुछ दिन पहले ही Chief Information Commissioner बनाया गया है। पहला दलित अफसर, जो देश का पहला Chief Information Commissioner बना। कांग्रेस नहीं चाहती थी कि एक दलित अफसर इतना बड़ा दायित्व संभाले, इसलिए जिस बैठक में ये अहम निर्णय लिया गया, कांग्रेस ने उसका भी बहिष्कार किया। उनका शपथ समारोह हुआ, उसका भी बहिष्कार किया।
ना कुटुम्भ सभ्युल्लारा,
कांग्रेस ने इन दिनों जिस इंडी अलायंस का छाता खोल रखा है, उसमें बिहार के मुख्यमंत्री भी हैं जो जातिवादी राजनीति का झंडा लेकर घूमते हैं। मुझे याद है, उन्होंने मेरे करीबी दोस्त और दलित नेता राम विलास पासवान जी का लगातार अपमान किया था। यहां तक कि जब राम विलास पासवान जी को राज्यसभा सीट की बात आई थी, तो भी वो समर्थन देने में आनाकानी कर रहे थे। मैंने राम विलास पासवान जी के बेटे चिराग पासवान में इस दुख को हमेशा महसूस किया है। अभी हमने दो दिन पहले ही देखा है कि बिहार के उन्हीं सीएम ने सदन के फ्लोर पर एक और दलित नेता का, वहां के पूर्व सीएम का अपमान किया है। वहां के पूर्व सीएम जीतन राम मांझी, जो दलितों में भी अति दलित हैं, जिन्होंने अपने जीवन में बहुत ही संघर्ष किया है, उनको बिहार के सीएम ने भरे सदन में बुरी तरह अपमानित किया। बहुत ही निर्लज्जता के साथ जीतन बाबू को ये जताने की कोशिश की गई कि वो सीएम पद के योग्य नहीं थे। ये अहंकार की भावना, दलितों का अपमान करने की भावना कांग्रेस और उसके सहयोगियों की पहचान है।
ना कुटुम्भ सभ्युल्लारा,
भ्रष्टाचार के मामले में भी कांग्रेस और बीआरएस, एक दूसरे से अलग नहीं हैं। भारत में सामान्य तौर पर अलग-अलग राज्य, विकास योजनाओं के लिए दूसरे राज्यों के साथ cooperation करते हैं। लेकिन बीआरएस की सरकार ने दिल्ली की आम आदमी पार्टी के साथ मिलकर हजारों करोड़ रुपए का शराब घोटाला कर दिया है। ये लोग काम में नहीं, corruption में cooperation करते हैं। और मैं तेलंगाना के लोगों को ये स्पष्ट तस्वीर भी देखने को कहूंगा। दिल्ली में कांग्रेस की कट्टर सहयोगी आम आदमी पार्टी के साथ मिलकर तेलंगाना की बीआरएस पार्टी कट्टर भ्रष्टाचार करती है। और फिर यहां वही बीआरएस, कांग्रेस के खिलाफ लड़ने का ड्रामा भी कर रही है। तेलंगाना के लोगों को इस दोहरेपन से भी बहुत सावधान रहना है।
ना कुटुम्भ सभ्युल्लारा,
कांग्रेस और बीआरएस दोनों मिले हुए, पर्दे के पीछे उनके खेल अलग हैं। कांग्रेस और बीआरएस एक तरफ हैं और दूसरी तरफ भारतीय जनता पार्टी है। उनमें राज करने की मानसिकता है, बीजेपी में सेवा करने का संकल्प है। हमने एससी और एसटी लोगों पर अत्याचार से जुड़े कानून को और सख्त किया। हमने ये सुनिश्चित किया कि गरीबों को Bank Account, गरीबों को Toilets, गरीबों को Gas Connections, गरीबों को Loans, गरीबों को पक्के घर, गरीबों को किसी चीज की दिक्कत ना हो। इन सारी योजनाओं में एससी, एसटी, ओबीसी समाज के लोगों को सबसे अधिक लाभ दिया गया है।
ना कुटुम्भ सभ्युल्लारा,
आज Standup इंडिया जैसी स्कीम्स SC-ST को करोड़ों रुपये का लोन देकर उन्हें Entrepreneur बना रही हैं। मुद्रा लोन का सबसे अधिक लाभ, एससी एसटी और ओबीसी समुदाय के मेरे भाइयों और बहनों को ही हुआ है। पीएम आवास योजना के तहत करोड़ों घर अनुसूचित जाति और अनुसूचित जनजाति को आवंटित किए गए हैं। पिछले 9 वर्षों में तेलंगाना में ही 13 लाख से ज्यादा SC छात्रों को करीब 1,000 करोड़ रुपये की scholarship दी गई है।
ना कुटुम्भ सभ्युल्लारा,
अभी कुछ महीनों पहले ही बीजेपी सरकार ने पीएम विश्वकर्मा योजना भी शुरू की है। हमारे कुम्हार हों, सुनार हों, सुथार हों, मूर्तिकार हों, ऐसे 18 प्रोफेशन से जुड़े लोगों पर केंद्र सरकार 13 हजार करोड़ रुपए खर्च करने जा रही है। चाहे राज्य में हो या राष्ट्र के स्तर पर, बीजेपी निरंतर वंचितों के विकास के लिए काम कर रही है।
ना कुटुम्भ सभ्युल्लारा,
अपने गरीब भाई-बहनों का ध्यान रखते हुए बीजेपी सरकार ने पीएम गरीब कल्याण अन्न योजना को भी, गरीबों को जो मुफ्त राशन देते हैं, 80 करोड़ लोगों को, उनका घर का चूल्हा जलता रहे, गरीब के घर बच्चा भूखा सो न जाए, इसलिए गरीब कल्याण अन्न योजना चल रही है। यही दिसंबर में उसका काम पूरा हो रहा था। लेकिन गरीब मां की गोद से पैदा हुआ ये बेटा अब गरीबों को ऐसे छोड़ नहीं सकता और इसीलिए मैंने संकल्प किया है कि अगले 5 साल के लिए ये योजना को आगे बढ़ा दिया जाएगा। अब यहां तेलंगाना में भी लाखों साथियों को 5 साल तक मुफ्त राशन मिलता रहेगा। केंद्र सरकार, तेलंगाना के किसानों का हित देखते हुए पैडी की सरकारी ख़रीद को भी लगातार बढ़ा रही है। बीते वर्षों में यहां पैडी की 1 लाख 30 हजार करोड़ रुपए से ज़्यादा की ख़रीद हुई है। केंद्र सरकार किसानों से boiled राइस भी लेती है। अब हमारी सरकार ने ये निश्चय किया है इस ख़रीफ़ सीज़न में तेलंगाना के किसानों से 20 लाख मीट्रिक टन boiled राइस अतिरिक्त खरीदा जाएगा। इससे MSP का और ज़्यादा लाभ हमारे किसान को मिलेगा। मेरा यहां की राज्य सरकार को भी कहना है कि इस काम में ढिलाई ना बरतें, ये किसानों के हक का काम है, उनके फायदे का निर्णय है...इसमें कोई चुनाव की आचार संहिता बीच में नहीं आनी चाहिए।
ना कुटुम्भ सभ्युल्लारा,
तेलंगाना की इस विकास यात्रा में मादिगा समुदाय के साथ जो अन्याय हुआ है, उसे बीजेपी भली-भांति समझती है। मेरा सौभाग्य रहा, आप मुझे प्रधानमंत्री के रूप में, प्रधान सेवक के रूप में जानते हो, लेकिन आप में से बहुत कम लोगों को पता होगा कि बंगारू लक्ष्मण जी मेरे नेता थे। वो मेरी पार्टी के अध्यक्ष थे और मैं उनके अंडर में काम करता था। वो मेरा मार्गदर्शन करते थे, उन्होंने मुझे ट्रेन किया, एक कार्यकर्ता के रूप में संगठन का काम सिखाया। मेरे लिए गर्व की बात है कि मैं बंगारू लक्ष्मण के साथ उनके हाथ के नीचे काम करने वाला कार्यकर्ता रहा हूं। इसीलिए आपको भलीभांति जानता हूं।
मेरे परिवारजनों,
मैं आज बहुत भावुक हूं। आप कल्पना करिए, कृष्णा ने 30 साल अपनी जवानी पूरी खपा दी, इतना बड़ा आंदोलन अनवरत रूप से चलाया, कृष्णा मेरा छोटा भाई है। भारतीय जनता पार्टी में जैसे बंगारू लक्ष्मण के नेतृत्व में जैसे मुझे काम करने का सौभाग्य मिला, वैसा ही मैं आज इतने बड़े सामने समाज के साथ खड़े होकर कहना चाहता हूं, कि अब मुझे कृष्णा भले मेरा छोटा भाई है, लेकिन उसके नेतृत्व में आपके लिए काम करने का सौभाग्य मिला है। मैं आज कृष्णा के माता-पिता को भी आज आदरपूर्वक, श्रद्धापूर्वक प्रणाम करता हूं जिन्होंने ऐसे बेटे को जन्म दिया, जो समाज के हित के लिए 30 साल तक जूझता रहा, लड़ता रहा, हर किसी के पास पहुंचता रहा, मैं उस कृष्णा का आदर करता हूं, उसको जन्म देने वाले माता-पिता को भी श्रद्धापूर्वक नमन करता हूं। मैं आज जैसा मैंने कहा मेरे लिए बहुत भावुक पल है। मैं आज मादिगा समाज के हर व्यक्ति को बहुत आदर के साथ प्रणाम करता हूं। जिन्होंने 30 साल अपने न्याय के लिए लड़ाई लड़ी और पूरी तरह अहिंसक लड़ाई रही। इतना बड़ा आंदोलन, इतना लंबा समय, पूरी तरह अहिंसा, आपने जग्गू बाबू को भी बचाया, आपने बाबा साहेब अंबेडकर को भी बचाया और आपने बंगारू लक्ष्मण जी को भी बचाया और इसलिए मैं विशेष रूप से आप सबके इस आंदोलन की पवित्रता के लिए श्रद्धापूर्वक नमन करता हूं।
भारतीय जनता पार्टी पिछले तीन दशक से हर संघर्ष में आपके साथ खड़ी रही है। हम जल्द से जल्द इस अन्याय का अंत करने के लिए प्रतिबद्ध हैं। मैं जानता हूं कि यहां पर ऐसे कई लोग हैं, जिन्होंने अपने अधिकारों के लिए लंबे समय तक संघर्ष किया है। ये हमारा वादा है कि हम जल्द ही एक कमिटी का गठन करेंगे, जो आपके सशक्तिकरण के हर रास्ते को अपनाएगी। हम और आप ये भी जानते हैं कि एक बड़ी न्यायिक प्रक्रिया, सुप्रीम कोर्ट में भी चल रही है। आपकी इस लड़ाई को हम न्याय की लड़ाई मानते हैं। बाबा साहेब आंबेडकर ने हमें जो संविधान बनाया, उस संविधान ने न्य़ाय की जिम्मेदारी मुझपर दी है। हम उस न्याय को सुनिश्चित करा करके ही रहेंगे। अदालत में भी आपको न्याय मिले, ये भारत सरकार की सर्वोच्च प्राथमिकता है। पूरी मजबूती के साथ भारत सरकार न्याय के पक्ष में आपके साथी बनकर के खड़ी रहेगी।
(बेटे, बेटी, बेटा आप नीचे आओ बेटा... बेटा नीचे आओ...बेटा नीचे आओ...देखिए बेटा आपको चोट पहुंचेगी...बेटा ये अच्छा नहीं है। बेटा ये तार इसका बिगड़ा हुआ है बेटा...हम आपके साथ हैं बेटा, प्लीज। आप नीचे आइए बेटा...बेटा आप नीचे आइए...देखिए बेटा...ये तार की स्थिति अच्छी नहीं है बेटा। प्लीज बेटा नीचे आइए...बेटा मैं आपकी बात सुनूंगा...बैठिए बेटा...बेटा नीचे आइए...ये वहां पर शार्ट सर्किट है, बेटा नीचे आइए...नहीं बेटा ये ठीक नहीं है...बेटा यहां ऐसा करने से लाभ नहीं होगा। मैं यहां आपके लिए आया हूं। प्लीज...आप कृष्णा जी की बात मानिए बेटा...आप कृष्णा जी की बात मानिए...आप कृष्णा जी की बात मानिए बेटा....थैंक्यू बेटा।)
ना कुटुम्भ सभ्युल्लारा,
बीजेपी ही तेलंगाना के लोगों को सामाजिक न्याय की गारंटी दे सकती है। बीजेपी ही तेलंगाना को विकास के स्वर्णिम रास्ते पर ले जा सकती है। मुझे विश्वास है, बीजेपी और आपका सहयोग, आपका साथ, तेलंगाना डबल इंजन सरकार के गठन में अहम भूमिका निभाएगा।
मेरे भाइयों-बहनों,
मैं एक महत्वपूर्ण बात यहां से बताकर जाना चाहता हूं। अगर मेरी बात आपको अच्छी लगे, सही लगे, तो आप सब अपने मोबाइल फोन निकाल करके उसकी फ्लैश लाइट चालू करके मुझे आशीर्वाद देना। आज से इस आंदोलन में कृष्णा मेरा नेता है। मैं उसका असिस्टेंट हूं। और मैं आपके लिए पूरे दायित्व के साथ इस न्याय की लड़ाई में साथ रहूंगा। आप सभी यहां आए, हमें आशीर्वाद दिया, इसके लिए आप सबका फिर एक बार बहुत-बहुत धन्यवाद। और इस आंदोलन में मेरे नेता कृष्णा है। मैं कृष्णा का साथी हूं। और मैं कृष्णा के नेतृत्व में आपके साथ खड़ा हूं।
बोलिए,
भारत माता की...जय
भारत माता की...जय
भारत माता की...जय