My vision is Viksit Bharat and Viksit Jharkhand: PM Modi

Published By : Admin | March 1, 2024 | 12:45 IST
B.J.P. is synonymous with the rapid & robust development of Jharkhand, while Congress is the enemy of its development: PM
On the one hand, there is infrastructural progress in Jharkhand, and on the other hand, we have the 'Corruption-Dynastic Politics-Appeasement' axis led by the JMM-Congress: PM Modi
The B.J.P.'s commitment is to foster the empowerment of tribal communities such as Baiga, Birhor, Birjia, Korwa, Paharia and Savara, among various others: PM
It is the B.J.P. that has instituted the celebration of Janjatiya Gaurav Diwas, ensuring a museum in honour of Birsa Munda Ji: PM Modi
My vision is Viksit Bharat and Viksit Jharkhand: PM Modi

भगवान बिरसा मुंडा की जय! भगवान बिरसा मुंडा की जय!
जोहार झारखंड!
मरांग बुरू की धरती को मेरा शत-शत प्रणाम,
निर्वाण भूमि पारसनाथ को भी मेरा प्रणाम !

आप सभी इतनी विशाल संख्या में हमें आशीर्वाद देने आए हैं। आपका यही जोश, यही उत्साह है, जिसके कारण देश में एक ही गूंज है- मैं अभी आ रहा था तो वो गूंज यहां पर भी सुनाई देती है। वो गूंज है...अबकी बार...400 पार ! अबकी बार...अबकी बार...अबकी बार...और साथियों, ये 400 पार का नारा ऐसे ही नहीं लग रहा है। ये तभी लग रहा है, जब मोदी की गारंटी पर देश भरोसा कर रहा है। मैं सबसे पहले सौम्यता के धनी अत्यंत सरल मेरे बहुत पुराने मित्र बाबूलाल जी का धन्यवाद करता हूं कि आज उन्होंने मुझे आपके बीच में से निकाल करके आप सबके दर्शन करने का सौभाग्य दिया। मैं इसीलिए उनका आभारी हूं। और जब मैं आप सबके दर्शन कर रहा था तो बहुत-बहुत पुराने-पुराने चेहरे, जिनके साथ मुझे संगठन में काम करने का सौभाग्य मिला है। ऐसे सब पुराने साथियों को आज मुझे निकट जाकरके प्रणाम करने का अवसर मिला। मैं सबसे पहले आप सबसे माफी मांगना चाहता हूं आप सबसे क्षमा मांगना चाहता हूं। क्षमा इसलिए कि ये जो पंडाल हमने बनाया है वो बहुत छोटा पड़ गया। और बड़ी मुश्किल 5 परसेंट लोग पंडाल में हैं और 95 परसेंट लोग बाहर धूप में तप रहे हैं। ये जो धूप में जो तप रहे हैं, आपको जो असुविधा हुई, इसके लिए मैं क्षमा मांगता हूं। लेकिन इस धूप में भी तप करके आप जो हमें आशीर्वाद दे रहे हैं, कार्य करने की एक नई ऊर्जा और प्रेरणा दे रहे हैं, आप सबको झारखंड के मेरे प्यारे भाइयों-बहनों, आप जो तप कर रहे हैं ये तप मैं बेकार नहीं जाने दूंगा। मैं विकास करके ब्याज समेत ये आपकी तपस्या को लौटाऊंगा। ये मैं आपको गारंटी देता हूं।

कभी-कभी मैं सोचता हूं कि पता नहीं, कितने जन्मों का पुण्य होगा मुझे जो आप मुझे इतना प्यार इतना आशीर्वाद दे रहे हैं। आप मुझे बताइए आप जो मुझे इतना प्यार देते हैं, इतना आशीर्वाद देते हैं क्या मैं आपके लिए जिंदगी खपाऊंगा कि नहीं खपाऊंगा। आपकी भलाई के लिए जिऊंगा कि नहीं जिऊंगा। शरीर का कण-कण समय का पल-पल आपको समर्पित करूंगा कि नहीं करूंगा। आपको विश्वास है न। यही मोदी की गारंटी है।

मेरे भाइयों-बहनों
अभी मैंने सिंदरी खाद कारखाने को जो फिर से शुरू करने की गारंटी दी थी। साल 2018 में मुझे सिंदरी के इस खाद कारखाने का शिलान्यास करने का सौभाग्य मिला। और आज सिंदरी के इस खाद कारखाने का लोकार्पण हो गया है। आप मुझे बताइए साथियों...क्या आपने सोचा था कि ये कारखाना एक दिन फिर से शुरू हो जाएगा? सब लोग निराश हो चुके थे न। सबने मान लिया था बस हो गया ताला लग गया, लग गया। माना था कि नहीं माना था। लेकिन ये मोदी तो है, इसकी गारंटी में दम है। और इसीलिए जिसकी आशा भी आपने छोड़ दी थी उसमें भी ऊर्जा भरने के लिए आपने मोदी को काम दिया है। इस खाद कारखाने से यहां युवाओं के लिए रोजगार के नए अवसर बनेंगे। इस खाद कारखाने से पूर्वी भारत के किसानों को बहुत लाभ होगा।

साथियों,
भाजपा का मतलब है, भाजपा का मकसद है विकास...तेज विकास। जबकि कांग्रेस हो या उसके सहयोगी दल, वो विकास के सबसे बड़े दुश्मन हैं। इसका उदाहरण नॉर्थ कर्णपुरा का बिजली कारखाना भी है। इसका शिलान्यास तो पिछली सदी के अंत में अटल बिहारी वाजपेयी करके गए थे। लेकिन फिर कांग्रेस की घोटालेबाज़ सरकार आई और इस प्रोजेक्ट पर ताला लग गया। 2014 में मोदी ने इस प्रोजेक्ट को भी फिर से जिंदा करने की गारंटी दी थी। आज इस बिजली कारखाने से अनेकों घर रोशन हो रहे हैं। मोदी ने उन गरीबों की भी चिंता की है, जिनके घर पहले बिजली कनेक्शन नहीं था। सौभाग्य योजना से यहां धनबाद में भी करीब एक लाख घरों में पहली बार मुफ्त बिजली कनेक्शन लगा है। इसीलिए तो देश कह रहा है- इसीलिए तो देश कह रहा है- जहां दूसरों से उम्मीद खत्म हो जाती है, वहां से मोदी की गारंटी शुरु होती है।

साथियों,
झारखंड के आप लोग, मोदी की ऐसी अनेक गारंटियों के गवाह हैं जो बीते वर्षों में पूरी हुई हैं। देवघर में झारखंड के दूसरे एयरपोर्ट का शिलान्यास मैंने 2018 में किया था। साल 2022 में इसके लोकार्पण करने का अवसर भी आपने मुझे ही दिया। साल 2018 में ही मैंने झारखंड के पहले एम्स की आधारशिला रखी थी। और 2022 में इसका लोकार्पण भी आपके ये सेवक मोदी ने किया। आज झारखंड देश के उन राज्यों में है जहां रेलवे का शत-प्रतिशत बिजलीकरण हो चुका है। झारखंड को अब तक 3 आधुनिक, मेड इन इंडिया, वंदेभारत ट्रेनें मिल चुकी हैं। कुछ दिन पहले ही अमृत भारत स्टेशन योजना के तहत, झारखंड के सत्ताइस रेलवे स्टेशनों के आधुनिकीकरण पर काम शुरु हुआ है। एक साथ 27 स्टेशन, पिछले 100 साल में ये काम नहीं हुआ होगा। 25 फरवरी को ही, झारखंड में अस्पतालों से जुड़ी अनेक परियोजनाओं का भी शिलान्यास किया गया है।

साथियों,
झारखंड में तेज विकास के लिए ये ज़रूरी है कि यहां कानून व्यवस्था अच्छी हो, शासन-प्रशासन ईमानदार हो। लेकिन जबसे यहां JMM और कांग्रेस की परिवारवादी, भ्रष्टाचारी और तुष्टिकरण वाली सरकार बनी है, तबसे स्थितियां बहुत बिगड़ी हैं। JMM मतलब हो गया है जम करके खाओ। झारखंड में रंगदारी बढ़ती ही जा रही है, तुष्टिकरण के चलते घुसपैठ बढ़ती जा रही है। और यहां JMM-कांग्रेस के नेताओं का एक ही काम रह गया है- अपनी तिजोरियां भरने का। इन लोगों ने झारखंड की जनता को लूटकर, आपको लूटकर, आपके पसीने की कमाई को लूटकर अपने लिए बेनामी संपत्तियों के पहाड़ बना लिए हैं। आपने देखी है ना यहां किस तरह नोटों की गड्डियां निकल रही हैं? मैंने तो अपनी आंखों कभी नोटों के ऐसे ढेर देखे ही नहीं है। पहली बार टीवी पे देखा क्या झारखंड कमाल कर रहा है। कोयले के ढेर तो देखे थे, नोटों के ढेर देख रहे हैं। अभी बाबूलाल जी ने बढ़िया वर्णन किया इसका। भाइयों-बहनों ये आपका पैसा है। ये झारखंड के गरीब आदिवासियों का पैसा है। ये आपका पैसा है, आपके बच्चों के भविष्य के लिए पैसा था इसे लूट लिया गया है। क्या आप ऐसे लोगों को माफ करोगे? ऐसे लोगों को माफ करोगे? क्या ऐसी बेइमानी झारखंड में चलने दोगे। क्या आपका रूपया कोई लूट ले, आपको मंजूर है। ऐसे भ्रष्टाचारियों के खिलाफ कार्रवाई होनी चाहिए या नहीं होनी चाहिए? उनकी जिंदगी जेलों में जानी चाहिए कि नहीं जानी चाहिए? जो जनता का लूटा है वो लौटाना पड़ेगा। ये मोदी की गारंटी है।

साथियों,
जब मोदी ऐसे भ्रष्टाचारियों पर एक्शन लेता है, तब ये लोग तरह-तरह के बहाने बनाते हैं। ये लोग जांच से भाग रहे हैं, क्योंकि ये लोग अपने कारनामे जानते हैं। JMM और कांग्रेस ने आदिवासियों को सिर्फ और सिर्फ वोटबैंक ही समझा है। झारखंड में इतने जनजातीय परिवार हैं, इतने प्रतिभाशाली नौजवान हैं, ये लोग उनको कभी आगे नहीं बढ़ाएंगे। ये इसलिए नहीं कर पाते क्योंकि, परिवारवादी अपने ही परिवार की सोचते हैं। जबकि मोदी जो भी कर रहा है, वो आपके भविष्य के लिए कर रहा है। आपके बच्चों के भविष्य के लिए कर रहा है। आप मुझे बताइए ये JMM को चलाने वाले जो लोग हैं एक ही परिवार के हैं कि नहीं हैं। एक ही परिवार के हैं कि नहीं हैं। वो अपने बच्चों का भला करेंगे कि आपके बच्चों का भला करेंगे। उनको अपने बच्चों की चिंता है या आपके बच्चों की चिंता है। ये मोदी है आप ही मेरे परिवारजन हैं। आपके बच्चों का भविष्य ये हमारी गारंटी है।

साथियों,
धनबाद और आसपास का ये क्षेत्र उद्यमियों और श्रमिकों का क्षेत्र है। लेकिन मोदी आपके लिए जो भी योजना बनाता है, ये इंडी गठबंधन वाले उसका विरोध करते हैं या फिर उसमें अड़ंगे लगाते हैं। कोरोना काल में हमने मुफ्त राशन की योजना शुरु की। लेकिन इंडी गठबंधन के लोग इसका भी विरोध कर रहे हैं। इंडी गठबंधन वाले चाहते हैं कि मुफ्त अनाज देने वाली योजना बंद कर दी जाए। आप मुझे बताइए भाई, गरीब के घर का चूल्हा जलता रहना चाहिए कि नहीं। आप मुझे बताइए चूल्हा जलता रहना चाहिए कि नहीं। आप मुझे बताइए गरीब का बच्चा पेट भरने के बाद ही सोना चाहिए कि नहीं। क्या गरीब की सेवा मोदी को करनी चाहिए कि नहीं करनी चाहिए। ये इंडी गठबंधन वाले कितना ही दबाव बना लें, लेकिन मोदी न झुकने वाला है न हटने वाला है। ये मुफ्त अनाज वाली गरीबों की योजना है न वो मोदी चालू रखेगा। आगे भी चालू रखेगा ताकि गरीब के घर का चूल्हा जलता रहे।

साथियों,
यहां झारखंड के अनेक भाई-बहन, दूसरे राज्यों में काम के लिए जाते हैं। मेरे यहां गुजरात में तो मेरा बहुत लोगों से मिलना होता था। मैं कभी सीमा पर जाता हूं तो वहां पर भी काम करने वाले मेरे झारखंड के भाई-बहन मिल जाते हैं। ऐसे साथियों को भी मुफ्त राशन मिलता रहे, हमने इसका भी इंतजाम किया है। हमने, एक देश एक राशन कार्ड, योजना बनाई है। अब मेरे मजदूर साथियों को किसी नई जगह जाने पर नया राशन कार्ड नहीं बनाना पड़ता।

साथियों,
भारत को विकसित बनाने में नारीशक्ति की एक महत्वपूर्ण भूमिका होने वाली है। और आज मैं देख रहा था जब मैं खुली जीप में आ रहा था जितनी मात्रा में माताएं-बहनें आशीर्वाद दे रही थी ये अद्भुत दृश्य था। इतनी बड़ी तादाद में माताओं-बहनों का आना वो भी अभी तो खाना खाने और पकाने का टाइम है तब आकरके मोदी को आशीर्वाद देने के लिए आ जाएं, ये कितना बड़ा प्यार है। साथियों, बीते 10 वर्षों में टॉयलेट हो, गैस कनेकशन हो, बहनों की ऐसी अनेक समस्याओं का समाधान भाजपा ने किया है। उज्जवला की लाभार्थी बहनों को बहुत सस्ता गैस सिलेंडर भी भाजपा सरकार ही दे रही है। अब मोदी पानी की समस्या का समाधान करने में जुटा है। लेकिन यहां इंडी गठबंधन की सरकार इस काम को भी रोक रही है। इतने साल बाद भी झारखंड में जल जीवन मिशन का करीब-करीब 50 प्रतिशत काम पूरा नहीं हो पाया है। झारखंड की इंडी-गठबंधन की सरकार यहां गरीबों के पक्के घर बनाने में भी रोड़े अटका रही है। और अभी बाबूलाल जी ने बताया उसमें भी मलाई खा जाते हैं।

साथियों,
इंडी गठबंधन की सरकार विकास विरोधी है, जनता विरोधी है। ये लोग जनता का हक छीनकर सरकार में मौज करने के सिवाए उनके पास कोई विजन नहीं है। जबकि मोदी की कोशिश है कि आपका अधिकार आपको सीधे मिले। आयुष्मान भारत के तहत मुफ्त इलाज होता है, तो सीधा पैसा अस्पताल को जाता है। पीएम किसान सम्मान निधि, सीधे मेरे किसानों के बैंक खाते में आती है। SC/ST समाज के विद्यार्थियों की स्कॉलरशिप... कोई बिचौलिया नहीं, कोई कटकी कंपनी नहीं, कोई मलाई खाने वाला नहीं...सीधे बैंक खाते में आती है। मनरेगा की मजदूरी सीधे बैंक खाते में आती है। गैस सिलेंडर की सब्सिडी सीधे, बैंक खाते में आती है। मोदी के ऐसे ही कामों ने इंडी गठबंधन के बिचौलियों का कमीशन बंद करा दिया है। अब मुझे बताइए जिनके कमीशन बंद हो गए हैं वो मोदी को गाली देंगे कि नहीं देंगे। देंगे कि नहीं देंगे। मोदी पर गुस्सा करेंगे कि नहीं करेंगे। भांति-भांति का झूठ फैलाएंगे कि नहीं फैलाएंगे। पानी पी-पीकर गालियां देते हैं लेकिन उनकी गाली मुझ तक नहीं पहुंचती है क्योंकि आपके आशीर्वाद की इतनी मजबूत दीवार है कि एक भी गाली मुझ तक नहीं पहुंचने देती है। और इसलिए मैं आपको नमन करता हूं। और भाइयों-बहनों मेरा पक्का विश्वास है, मेरा देश की जनता पर विश्वास है, इस देश के गांव, गरीब, किसान पर विश्वास है। इस देश की माताओं-बहनों, नौजवान पर विश्वास है। और मेरा विश्वास है ये लोग जितना कीचड़ उछालेंगे, जितना ज्यादा कीचड़ उछालेंगे उतने ही ज्यादा कमल खिलेंगे।

साथियों,
आदिवासी कल्याण और आदिवासी समाज की भागीदारी को बढ़ाना भाजपा सरकार की प्राथमिकता है। इसका सबसे बड़ा प्रमाण तो अलग झारखंड राज्य का निर्माण ही है। ये भाजपा ही है, जिसने अलग आदिवासी कल्याण मंत्रालय बनाया और बीते 10 वर्ष में इसके बजट में 5 गुणा बढ़ोतरी की। आदिवासी समाज में भी सबसे पिछड़ी जनजातियों की पहली बार सुध लेने वाली कोई पार्टी है, उस पार्टी का नाम भाजपा है। मैंने झारखंड से ही इन जनजातियों के विकास के लिए 24 हज़ार करोड़ रुपए की पीएम-जनमन योजना शुरू की है। इसके तहत आदिवासी परिवारों के घर बन रहे हैं, दूसरी सुविधाएं बन रही हैं, रोजगार के साधन बन रहे हैं। इसका लाभ झारखंड की बैगा, बिरहौर, बिरजिया, कोरवा, परहिया, सवारा ऐसी छोटी-छोटी आखिरी छोड़ पर बैठी मेरे जनजाति भाइ बहनों इसका लाभ मिल रहा है। ये भाजपा सरकार ही है, जिसने भगवान बिरसा मुंडा का संग्रहालय बनाया। उनके जन्म दिवस को राष्ट्रीय जनजातीय गौरव दिवस घोषित किया।

साथियों,
हर गरीब का सपना ही, और आप लिख लीजिए आपका सपना, आपका सपना ही मोदी का संकल्प है। मैं खुद दिन-रात इसलिए खपा रहा हूं, ताकि देश में गरीबों की मुश्किलें कम हों, जितनी कम हो, मैं उसके लिए कुछ न कुछ करता रहता हूं। मेरे देश के गरीब गरीबी से जल्दी से जल्दी बाहर निकलें। बीते 10 साल में देश में 25 करोड़ गरीब, गरीबी से बाहर आए हैं। जब उन 25 करोड़ भारतीयों की गरीबी दूर हो सकती है तो जो अभी भी गरीबी में जी रहा है, मोदी पर भरोसा कीजिए, आपकी गरीबी भी जाएगी। मोदी का संकल्प है- विकसित भारत के लिए विकसित झारखंड। आप लोग यहां से जाएंगे तो मेरा एक काम करेंगे? मेरा काम करेंगे। ऐसा नहीं, हाथ ऊपर करके बताइए तो मानूं। मेरा काम करेंगे, पक्का करेंगे। यहां से जाने के बाद अपने घर के आसपास, गांव में मोहल्ले में जो भी लोग हैं उनके पास जाइएगा जो रैली में नहीं आ पाए। उनसे कहिएगा कि मोदी जी धनबाद आए थे, मोदी ने आपको प्रणाम कहा है। मेरा प्रणाम पहुंचा देंगे।
एक बार फिर आप सभी का इतनी विशाल संख्या में आने के लिए मैं बहुत बहुत धन्यवाद करता हूं। और विशेष रूप से जो धूप में तप रहे हैं उनको फिर से धन्यवाद करता हूं। मैं देख रहा हूं एक भी व्यक्ति वहां से हटा नहीं है। क्या प्यार है आपका, क्या आशीर्वाद है आपके। ये कभी भूल नहीं सकता हूं भाइयों-बहनों। कभी भूल नहीं सकता। आप इस धूप में तप रहे हैं, मोदी को आशीर्वाद देने के लिए, जिंदगी में इससे बड़ा कोई सौभाग्य नहीं होता है।
मेरे साथ बोलिए....भारत माता की जय !
दोनों हाथ ऊपर करके ऐसी ताकत लगाइए...
भारत माता की जय ! भारत माता की जय !
जेलों में भी गूंज सुनाई देनी चाहिए...
भारत माता की जय ! भारत माता की जय !
बहुत-बहुत धन्यवाद।

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Text of PM Modi's address at the Parliament of Guyana
November 21, 2024

Hon’ble Speaker, मंज़ूर नादिर जी,
Hon’ble Prime Minister,मार्क एंथनी फिलिप्स जी,
Hon’ble, वाइस प्रेसिडेंट भरत जगदेव जी,
Hon’ble Leader of the Opposition,
Hon’ble Ministers,
Members of the Parliament,
Hon’ble The चांसलर ऑफ द ज्यूडिशियरी,
अन्य महानुभाव,
देवियों और सज्जनों,

गयाना की इस ऐतिहासिक पार्लियामेंट में, आप सभी ने मुझे अपने बीच आने के लिए निमंत्रित किया, मैं आपका बहुत-बहुत आभारी हूं। कल ही गयाना ने मुझे अपना सर्वोच्च सम्मान दिया है। मैं इस सम्मान के लिए भी आप सभी का, गयाना के हर नागरिक का हृदय से आभार व्यक्त करता हूं। गयाना का हर नागरिक मेरे लिए ‘स्टार बाई’ है। यहां के सभी नागरिकों को धन्यवाद! ये सम्मान मैं भारत के प्रत्येक नागरिक को समर्पित करता हूं।

साथियों,

भारत और गयाना का नाता बहुत गहरा है। ये रिश्ता, मिट्टी का है, पसीने का है,परिश्रम का है करीब 180 साल पहले, किसी भारतीय का पहली बार गयाना की धरती पर कदम पड़ा था। उसके बाद दुख में,सुख में,कोई भी परिस्थिति हो, भारत और गयाना का रिश्ता, आत्मीयता से भरा रहा है। India Arrival Monument इसी आत्मीय जुड़ाव का प्रतीक है। अब से कुछ देर बाद, मैं वहां जाने वाला हूं,

साथियों,

आज मैं भारत के प्रधानमंत्री के रूप में आपके बीच हूं, लेकिन 24 साल पहले एक जिज्ञासु के रूप में मुझे इस खूबसूरत देश में आने का अवसर मिला था। आमतौर पर लोग ऐसे देशों में जाना पसंद करते हैं, जहां तामझाम हो, चकाचौंध हो। लेकिन मुझे गयाना की विरासत को, यहां के इतिहास को जानना था,समझना था, आज भी गयाना में कई लोग मिल जाएंगे, जिन्हें मुझसे हुई मुलाकातें याद होंगीं, मेरी तब की यात्रा से बहुत सी यादें जुड़ी हुई हैं, यहां क्रिकेट का पैशन, यहां का गीत-संगीत, और जो बात मैं कभी नहीं भूल सकता, वो है चटनी, चटनी भारत की हो या फिर गयाना की, वाकई कमाल की होती है,

साथियों,

बहुत कम ऐसा होता है, जब आप किसी दूसरे देश में जाएं,और वहां का इतिहास आपको अपने देश के इतिहास जैसा लगे,पिछले दो-ढाई सौ साल में भारत और गयाना ने एक जैसी गुलामी देखी, एक जैसा संघर्ष देखा, दोनों ही देशों में गुलामी से मुक्ति की एक जैसी ही छटपटाहट भी थी, आजादी की लड़ाई में यहां भी,औऱ वहां भी, कितने ही लोगों ने अपना जीवन समर्पित कर दिया, यहां गांधी जी के करीबी सी एफ एंड्रूज हों, ईस्ट इंडियन एसोसिएशन के अध्यक्ष जंग बहादुर सिंह हों, सभी ने गुलामी से मुक्ति की ये लड़ाई मिलकर लड़ी,आजादी पाई। औऱ आज हम दोनों ही देश,दुनिया में डेमोक्रेसी को मज़बूत कर रहे हैं। इसलिए आज गयाना की संसद में, मैं आप सभी का,140 करोड़ भारतवासियों की तरफ से अभिनंदन करता हूं, मैं गयाना संसद के हर प्रतिनिधि को बधाई देता हूं। गयाना में डेमोक्रेसी को मजबूत करने के लिए आपका हर प्रयास, दुनिया के विकास को मजबूत कर रहा है।

साथियों,

डेमोक्रेसी को मजबूत बनाने के प्रयासों के बीच, हमें आज वैश्विक परिस्थितियों पर भी लगातार नजर ऱखनी है। जब भारत और गयाना आजाद हुए थे, तो दुनिया के सामने अलग तरह की चुनौतियां थीं। आज 21वीं सदी की दुनिया के सामने, अलग तरह की चुनौतियां हैं।
दूसरे विश्व युद्ध के बाद बनी व्यवस्थाएं और संस्थाएं,ध्वस्त हो रही हैं, कोरोना के बाद जहां एक नए वर्ल्ड ऑर्डर की तरफ बढ़ना था, दुनिया दूसरी ही चीजों में उलझ गई, इन परिस्थितियों में,आज विश्व के सामने, आगे बढ़ने का सबसे मजबूत मंत्र है-"Democracy First- Humanity First” "Democracy First की भावना हमें सिखाती है कि सबको साथ लेकर चलो,सबको साथ लेकर सबके विकास में सहभागी बनो। Humanity First” की भावना हमारे निर्णयों की दिशा तय करती है, जब हम Humanity First को अपने निर्णयों का आधार बनाते हैं, तो नतीजे भी मानवता का हित करने वाले होते हैं।

साथियों,

हमारी डेमोक्रेटिक वैल्यूज इतनी मजबूत हैं कि विकास के रास्ते पर चलते हुए हर उतार-चढ़ाव में हमारा संबल बनती हैं। एक इंक्लूसिव सोसायटी के निर्माण में डेमोक्रेसी से बड़ा कोई माध्यम नहीं। नागरिकों का कोई भी मत-पंथ हो, उसका कोई भी बैकग्राउंड हो, डेमोक्रेसी हर नागरिक को उसके अधिकारों की रक्षा की,उसके उज्जवल भविष्य की गारंटी देती है। और हम दोनों देशों ने मिलकर दिखाया है कि डेमोक्रेसी सिर्फ एक कानून नहीं है,सिर्फ एक व्यवस्था नहीं है, हमने दिखाया है कि डेमोक्रेसी हमारे DNA में है, हमारे विजन में है, हमारे आचार-व्यवहार में है।

साथियों,

हमारी ह्यूमन सेंट्रिक अप्रोच,हमें सिखाती है कि हर देश,हर देश के नागरिक उतने ही अहम हैं, इसलिए, जब विश्व को एकजुट करने की बात आई, तब भारत ने अपनी G-20 प्रेसीडेंसी के दौरान One Earth, One Family, One Future का मंत्र दिया। जब कोरोना का संकट आया, पूरी मानवता के सामने चुनौती आई, तब भारत ने One Earth, One Health का संदेश दिया। जब क्लाइमेट से जुड़े challenges में हर देश के प्रयासों को जोड़ना था, तब भारत ने वन वर्ल्ड, वन सन, वन ग्रिड का विजन रखा, जब दुनिया को प्राकृतिक आपदाओं से बचाने के लिए सामूहिक प्रयास जरूरी हुए, तब भारत ने CDRI यानि कोएलिशन फॉर डिज़ास्टर रज़ीलिएंट इंफ्रास्ट्रक्चर का initiative लिया। जब दुनिया में pro-planet people का एक बड़ा नेटवर्क तैयार करना था, तब भारत ने मिशन LiFE जैसा एक global movement शुरु किया,

साथियों,

"Democracy First- Humanity First” की इसी भावना पर चलते हुए, आज भारत विश्वबंधु के रूप में विश्व के प्रति अपना कर्तव्य निभा रहा है। दुनिया के किसी भी देश में कोई भी संकट हो, हमारा ईमानदार प्रयास होता है कि हम फर्स्ट रिस्पॉन्डर बनकर वहां पहुंचे। आपने कोरोना का वो दौर देखा है, जब हर देश अपने-अपने बचाव में ही जुटा था। तब भारत ने दुनिया के डेढ़ सौ से अधिक देशों के साथ दवाएं और वैक्सीन्स शेयर कीं। मुझे संतोष है कि भारत, उस मुश्किल दौर में गयाना की जनता को भी मदद पहुंचा सका। दुनिया में जहां-जहां युद्ध की स्थिति आई,भारत राहत और बचाव के लिए आगे आया। श्रीलंका हो, मालदीव हो, जिन भी देशों में संकट आया, भारत ने आगे बढ़कर बिना स्वार्थ के मदद की, नेपाल से लेकर तुर्की और सीरिया तक, जहां-जहां भूकंप आए, भारत सबसे पहले पहुंचा है। यही तो हमारे संस्कार हैं, हम कभी भी स्वार्थ के साथ आगे नहीं बढ़े, हम कभी भी विस्तारवाद की भावना से आगे नहीं बढ़े। हम Resources पर कब्जे की, Resources को हड़पने की भावना से हमेशा दूर रहे हैं। मैं मानता हूं,स्पेस हो,Sea हो, ये यूनीवर्सल कन्फ्लिक्ट के नहीं बल्कि यूनिवर्सल को-ऑपरेशन के विषय होने चाहिए। दुनिया के लिए भी ये समय,Conflict का नहीं है, ये समय, Conflict पैदा करने वाली Conditions को पहचानने और उनको दूर करने का है। आज टेरेरिज्म, ड्रग्स, सायबर क्राइम, ऐसी कितनी ही चुनौतियां हैं, जिनसे मुकाबला करके ही हम अपनी आने वाली पीढ़ियों का भविष्य संवार पाएंगे। और ये तभी संभव है, जब हम Democracy First- Humanity First को सेंटर स्टेज देंगे।

साथियों,

भारत ने हमेशा principles के आधार पर, trust और transparency के आधार पर ही अपनी बात की है। एक भी देश, एक भी रीजन पीछे रह गया, तो हमारे global goals कभी हासिल नहीं हो पाएंगे। तभी भारत कहता है – Every Nation Matters ! इसलिए भारत, आयलैंड नेशन्स को Small Island Nations नहीं बल्कि Large ओशिन कंट्रीज़ मानता है। इसी भाव के तहत हमने इंडियन ओशन से जुड़े आयलैंड देशों के लिए सागर Platform बनाया। हमने पैसिफिक ओशन के देशों को जोड़ने के लिए भी विशेष फोरम बनाया है। इसी नेक नीयत से भारत ने जी-20 की प्रेसिडेंसी के दौरान अफ्रीकन यूनियन को जी-20 में शामिल कराकर अपना कर्तव्य निभाया।

साथियों,

आज भारत, हर तरह से वैश्विक विकास के पक्ष में खड़ा है,शांति के पक्ष में खड़ा है, इसी भावना के साथ आज भारत, ग्लोबल साउथ की भी आवाज बना है। भारत का मत है कि ग्लोबल साउथ ने अतीत में बहुत कुछ भुगता है। हमने अतीत में अपने स्वभाव औऱ संस्कारों के मुताबिक प्रकृति को सुरक्षित रखते हुए प्रगति की। लेकिन कई देशों ने Environment को नुकसान पहुंचाते हुए अपना विकास किया। आज क्लाइमेट चेंज की सबसे बड़ी कीमत, ग्लोबल साउथ के देशों को चुकानी पड़ रही है। इस असंतुलन से दुनिया को निकालना बहुत आवश्यक है।

साथियों,

भारत हो, गयाना हो, हमारी भी विकास की आकांक्षाएं हैं, हमारे सामने अपने लोगों के लिए बेहतर जीवन देने के सपने हैं। इसके लिए ग्लोबल साउथ की एकजुट आवाज़ बहुत ज़रूरी है। ये समय ग्लोबल साउथ के देशों की Awakening का समय है। ये समय हमें एक Opportunity दे रहा है कि हम एक साथ मिलकर एक नया ग्लोबल ऑर्डर बनाएं। और मैं इसमें गयाना की,आप सभी जनप्रतिनिधियों की भी बड़ी भूमिका देख रहा हूं।

साथियों,

यहां अनेक women members मौजूद हैं। दुनिया के फ्यूचर को, फ्यूचर ग्रोथ को, प्रभावित करने वाला एक बहुत बड़ा फैक्टर दुनिया की आधी आबादी है। बीती सदियों में महिलाओं को Global growth में कंट्रीब्यूट करने का पूरा मौका नहीं मिल पाया। इसके कई कारण रहे हैं। ये किसी एक देश की नहीं,सिर्फ ग्लोबल साउथ की नहीं,बल्कि ये पूरी दुनिया की कहानी है।
लेकिन 21st सेंचुरी में, global prosperity सुनिश्चित करने में महिलाओं की बहुत बड़ी भूमिका होने वाली है। इसलिए, अपनी G-20 प्रेसीडेंसी के दौरान, भारत ने Women Led Development को एक बड़ा एजेंडा बनाया था।

साथियों,

भारत में हमने हर सेक्टर में, हर स्तर पर, लीडरशिप की भूमिका देने का एक बड़ा अभियान चलाया है। भारत में हर सेक्टर में आज महिलाएं आगे आ रही हैं। पूरी दुनिया में जितने पायलट्स हैं, उनमें से सिर्फ 5 परसेंट महिलाएं हैं। जबकि भारत में जितने पायलट्स हैं, उनमें से 15 परसेंट महिलाएं हैं। भारत में बड़ी संख्या में फाइटर पायलट्स महिलाएं हैं। दुनिया के विकसित देशों में भी साइंस, टेक्नॉलॉजी, इंजीनियरिंग, मैथ्स यानि STEM graduates में 30-35 परसेंट ही women हैं। भारत में ये संख्या फोर्टी परसेंट से भी ऊपर पहुंच चुकी है। आज भारत के बड़े-बड़े स्पेस मिशन की कमान महिला वैज्ञानिक संभाल रही हैं। आपको ये जानकर भी खुशी होगी कि भारत ने अपनी पार्लियामेंट में महिलाओं को रिजर्वेशन देने का भी कानून पास किया है। आज भारत में डेमोक्रेटिक गवर्नेंस के अलग-अलग लेवल्स पर महिलाओं का प्रतिनिधित्व है। हमारे यहां लोकल लेवल पर पंचायती राज है, लोकल बॉड़ीज़ हैं। हमारे पंचायती राज सिस्टम में 14 लाख से ज्यादा यानि One point four five मिलियन Elected Representatives, महिलाएं हैं। आप कल्पना कर सकते हैं, गयाना की कुल आबादी से भी करीब-करीब दोगुनी आबादी में हमारे यहां महिलाएं लोकल गवर्नेंट को री-प्रजेंट कर रही हैं।

साथियों,

गयाना Latin America के विशाल महाद्वीप का Gateway है। आप भारत और इस विशाल महाद्वीप के बीच अवसरों और संभावनाओं का एक ब्रिज बन सकते हैं। हम एक साथ मिलकर, भारत और Caricom की Partnership को और बेहतर बना सकते हैं। कल ही गयाना में India-Caricom Summit का आयोजन हुआ है। हमने अपनी साझेदारी के हर पहलू को और मजबूत करने का फैसला लिया है।

साथियों,

गयाना के विकास के लिए भी भारत हर संभव सहयोग दे रहा है। यहां के इंफ्रास्ट्रक्चर में निवेश हो, यहां की कैपेसिटी बिल्डिंग में निवेश हो भारत और गयाना मिलकर काम कर रहे हैं। भारत द्वारा दी गई ferry हो, एयरक्राफ्ट हों, ये आज गयाना के बहुत काम आ रहे हैं। रीन्युएबल एनर्जी के सेक्टर में, सोलर पावर के क्षेत्र में भी भारत बड़ी मदद कर रहा है। आपने t-20 क्रिकेट वर्ल्ड कप का शानदार आयोजन किया है। भारत को खुशी है कि स्टेडियम के निर्माण में हम भी सहयोग दे पाए।

साथियों,

डवलपमेंट से जुड़ी हमारी ये पार्टनरशिप अब नए दौर में प्रवेश कर रही है। भारत की Energy डिमांड तेज़ी से बढ़ रही हैं, और भारत अपने Sources को Diversify भी कर रहा है। इसमें गयाना को हम एक महत्वपूर्ण Energy Source के रूप में देख रहे हैं। हमारे Businesses, गयाना में और अधिक Invest करें, इसके लिए भी हम निरंतर प्रयास कर रहे हैं।

साथियों,

आप सभी ये भी जानते हैं, भारत के पास एक बहुत बड़ी Youth Capital है। भारत में Quality Education और Skill Development Ecosystem है। भारत को, गयाना के ज्यादा से ज्यादा Students को Host करने में खुशी होगी। मैं आज गयाना की संसद के माध्यम से,गयाना के युवाओं को, भारतीय इनोवेटर्स और वैज्ञानिकों के साथ मिलकर काम करने के लिए भी आमंत्रित करता हूँ। Collaborate Globally And Act Locally, हम अपने युवाओं को इसके लिए Inspire कर सकते हैं। हम Creative Collaboration के जरिए Global Challenges के Solutions ढूंढ सकते हैं।

साथियों,

गयाना के महान सपूत श्री छेदी जगन ने कहा था, हमें अतीत से सबक लेते हुए अपना वर्तमान सुधारना होगा और भविष्य की मजबूत नींव तैयार करनी होगी। हम दोनों देशों का साझा अतीत, हमारे सबक,हमारा वर्तमान, हमें जरूर उज्जवल भविष्य की तरफ ले जाएंगे। इन्हीं शब्दों के साथ मैं अपनी बात समाप्त करता हूं, मैं आप सभी को भारत आने के लिए भी निमंत्रित करूंगा, मुझे गयाना के ज्यादा से ज्यादा जनप्रतिनिधियों का भारत में स्वागत करते हुए खुशी होगी। मैं एक बार फिर गयाना की संसद का, आप सभी जनप्रतिनिधियों का, बहुत-बहुत आभार, बहुत बहुत धन्यवाद।