India is now manufacturing everything from mobile phones to fighter jets and aircraft carriers: PM Modi in Haryana
Voting for Congress means putting Haryana's stability and development at risk: PM Modi launching attack on the Opposition
Every commitment made by the BJP is a solid guarantee: PM Modi in Haryana’s Sonipat rally
Haryana is a medal factory for India: PM Modi praising Haryana’s talent pool
The fourth generation of the Congress royal family is now advocating for the abolition of reservations: PM Modi in Haryana’s Sonipat rally

भारत माता की जय !
भारत माता की जय !
भारत माता की जय !
सारे बुजुर्गा नै//
भाई बहना नै//
और नौजवान साथिया नै//
राम राम !!

सोनीपत की इस धरती से मैं देश के महान सपूत, सर छोटूराम जी को प्रणाम करता हूं। सर छोटूराम जी का जीवन किसानों और वंचितों के लिए समर्पित रहा। हरियाणा की लोककला को समृद्ध करने वाले बाबा लख्मीचंद जी को भी मैं नमन करता हूं। आज 25 सितंबर है। हमारे पथ प्रदर्शक, पंडित दीन दयाल उपाध्याय जी की जन्म जयंती भी है। अंत्योदय और गरीबों की सेवा के लिए पंडित दीन दयाल उपाध्याय जी ने जो रास्ता दिखाया, वो प्रत्येक भाजपा कार्यकर्ता के लिए संकल्प-पथ की तरह है। उनकी प्रेरणा से भाजपा, भारत को विकास की नई ऊंचाई पर ले जा रही है, गरीबों का उत्थान कर रही है। मैं श्रद्धेय दीन दयाल जी को श्रद्धापूर्वक नमन करता हूं।

साथियों,

जैसे-जैसे वोटिंग का दिन पास आ रहा है, वैसे-वैसे कांग्रेस पस्त पड़ती जा रही है। हरियाणा में भाजपा के लिए समर्थन बढ़ता ही जा रहा है। आपका ये प्यार, ये अपनापन, हरियाणा का ये प्यार तो मेरी जिंदगी की बहुत बड़ी अमानत है। मैं गर्व के साथ कहता हूं, मैं जो कुछ भी हूं, उसमें हरियाणा का भी बहुत बड़ा योगदान है। आज पूरा हरियाणा कह रहा है- फिर एक बार....भाजपा सरकार। फिर एक बार....भाजपा सरकार। फिर एक बार....भाजपा सरकार। फिर एक बार....भाजपा सरकार। फिर एक बार....भाजपा सरकार।

साथियों,

आज जम्मू-कश्मीर में दूसरे चरण का मतदान भी हो रहा है। ये मतदान शांतिपूर्ण तरीके से चल रहा है। लोग सुबह से ही वोट डालने के लिए कतारों में लग गए हैं। पहले चरण में जिस तरह जम्मू-कश्मीर में वोटिंग का रिकॉर्ड टूटा, वो भी दुनिया ने देखा है। मैं जम्मू-कश्मीर के लोगों की सराहना करूंगा, उन्हें बधाई दूंगा कि वो लोकतंत्र के इस पर्व में उतने उत्साह से हिस्सा ले रहे हैं।

साथियों,

भाजपा सरकार में हरियाणा आज खेती और उद्योग, दोनों मामलों में देश के टॉप राज्यों में अपनी जगह बना रहा है। जब औद्योगीकरण बढ़ता है, तो इसका सबसे अधिक फायदा गरीब को, किसान को और दलित को होता है। बाबासाहेब आंबेडकर, जिन्होंने बाबासाहेब को पढ़ा होगा, न पढ़ा हो तो पढ़ लें। बाबासाहेब आंबेडकर मानते थे कि दलितों के सशक्तिकरण में उद्योगों की बड़ी भूमिका होती है। वो देखते थे कि गरीब के पास, दलितों के पास, वंचितों के पास पर्याप्त जमीन नहीं होती। वो जानते थे, बहुत से गरीब साथी भूमिहीन होते थे। खेत मजदूरी में अपनी जिंदगी काटते थे। इसलिए बाबासाहेब कहते थे कि जब फैक्ट्रियां लगती हैं, तो दलितों-वंचितों को अवसर मिलता है। इसलिए बाबासाहेब, दलितों से टेक्निकल स्किल सीखने के लिए कहते थे। भाजपा की नीति-निर्णयों में, भाजपा के विचारों में आपको बाबासाहेब की यही सोच दिखाई देगी। दलित और वंचित समाज को उद्योगों में अवसर देकर ही सच्चा सशक्तिकरण संभव है।

साथियों,

आज हमारे भारत में एक और चुनौती है, जिस पर सिर्फ और सिर्फ भाजपा ही बात करती है। हमारे देश में खेत का साइज भी लगातार कम हो रहा है। जैसे-जैसे परिवार बढ़ता है। जमीन के टुकड़े होते हैं। जमीन बंट जाती है। धीरे-धीरे एक छोटा टुकड़ा बच्चों के नसीब आता है। आबादी बढ़ रही है, लेकिन खेत छोटा हो रहा है। ऐसे में खेती से जुड़े सभी अर्थशास्त्री भी मानते हैं कि गांव में खेती के साथ-साथ कमाई के दूसरे जरिए भी होने चाहिए। अकेली खेती पर गुजारा, पूरा परिवार के लिए और इसलिए हर मां-बाप चाहता है कि एक बेटा खेती करेगा। दूसरा शहर में जाकर काम करेगा। और इसलिए जब उद्योगों का विस्तार होता है, तो उससे किसानों का जीवन भी बेहतर होता है। इससे किसान परिवार के बच्चों को भी अच्छी नौकरियां मिलती हैं, अच्छे अवसर मिलते हैं। और इसलिए साथियों, भाजपा खेती को भी बढ़ावा देती है, व्यापार-कारोबार को भी बढ़ावा देती है।

भाइयों और बहनों,

कल रात को ही मैं अमेरिका से भारत लौटा हूं। अमेरिका में मेरी मुलाकात दुनिया के बड़े-बड़े नेताओं से, बड़ी-बड़ी कंपनियां चलाने वालों से हुई। जिन कंपनियों के CEO से मैं मिला, एक-एक कंपनी लाखों-करोड़ रुपए के कारोबार करती है। मैंने उन्हें भारत के नौजवानों के टेलेंट के बारे में बताया।

साथियों,

पिछले 10 साल में पूरी दुनिया में भारत पर भरोसा बढ़ा है। और मैं हरियाणा के लोगों को एक बात तो जरूर बताऊंगा। कल जब मैं न्यूयार्क गया, परसों। तो वहां स्वागत के लिए बहुत बड़ी मात्रा में भारतीय समुदाय था। लेकिन सबसे बड़ी बात वो थी कि वहां पर पूरा हरियाणा खड़ा कर दिया गया था। अमेरिका में पली-बढ़ी हमारी हरियाणा की बेटी और उसके साथ और पांच-सात बहनें, हरियाणा के हमारे साथी, उन्होंने हरियाणा का नृत्य जो आप यहां देख रहे थे ना, वैसा नृत्य न्यूयार्क में करके स्वागत कर रहे थे। यानी हरियाणा खड़ा कर दिया था उन्होंने।

साथियों,

आज एक बात का विश्वास हुआ है कि अब भारत, करप्शन, परिवारवाद से मुक्त होकर तरक्की कर रहा है। दुनिया को लगता है कि आने वाले समय में कोई देश सबसे तेज आगे बढ़ेगा, तो वो देश है- भारत। बेटे आप बहुत बढ़िया चित्र बनाकर लाए हो। लेकिन ऐसे खड़े रहोगे तो थक जाओगे। आप मेरे लिए लाए हैं। चलिए मैं मेरे एसपीजी को कहता हूं, वो आपसे वो फोटो ले लेंगे। पीछे अपना नाम-पता लिख लेना। मैं आपको चिठ्ठी लिखूंगा। अपना नाम-पता पीछे लिख देना। इतना बढ़िया चित्र बनाया है इस बेटे ने।

साथियों,

आज दुनिया की बड़ी-बड़ी कंपनियां भारत में निवेश के लिए, यहां अपनी फैक्ट्रियां लगाने के लिए आतुर हैं। आप सोचिए, जब इतनी बड़ी कंपनियां, भारत में निवेश करेंगी तो इसका बहुत अधिक फायदा मेरे हरियाणा को होगा। यहां के हमारे नौजवानों को होगा। यहां के किसानों को होगा। आज हमारा ये हरियाणा गुरुग्राम-फरीदाबाद से लेकर, सोनीपत-पानीपत तक, दुनिया की बड़ी-बड़ी कंपनियों का सेंटर बन रहा है। थैक्यू बेटा। मिल गया, मुझे मिल जाएगा। इनको दे दीजिए। हां, शाबाश। अब आराम से बैठो बेटा। देखिए, गिरना मत। देश से निर्यात होने वाले 35 प्रतिशत से अधिक कालीन और करीब 20 प्रतिशत कपड़े हरियाणा में ही बनते हैं। यहां खरखौदा में देखिए, भाजपा औद्योगिक शहर बना रही है। कोशिश यही है कि यहां के हमारे नौजवानों को ज्यादा से ज्यादा नौकरियां मिलें, रोजगार मिलें। हरियाणा भाजपा ने घोषणा की है कि ऐसे अनेक औद्योगिक शहर, राज्य के अलग-अलग हिस्सों में बनाए जाएंगे। अभी मारुति का कारखाना लगना भी यहां तय हो गया है। आने वाले समय में ऐसे कई बड़े-बड़े कारखाने यहां लगने वाले हैं।

साथियों,

मेक इन इंडिया के 10 सालों ने भी इसमें बड़ी भूमिका निभाई है। हम मोबाइल फोन से लेकर लड़ाकू विमान और विमान वाहक पोत तक, अब भारत में बना रहे हैं। बीते 3 साल में ही मैन्युफैक्चरिंग से जुड़े सेक्टर में लाखों नए रोजगार बने हैं। आज भारत में बनी चीजें हम उन देशों को भी बेच रहे हैं, जहां से पहले हम मंगाया करते थे। अब आप देखिए, भारत में बनी सुजुकी गाड़ियां, मूलत: वो कंपनी जापान की है। सुजुकी कंपनी गाड़ी अब यहां बनाती है। और जापान वाले भारत से वो गाड़ी मंगवाकर खरीदते हैं। और ये कमाल कहां होता है, मालूम है। ये कमाल कहां होता है, मालूम है। ये कमाल मेरी हरियाणा की धरती से होता है। हरियाणा की धरती से बने उत्पाद आज दुनिया के बाजारों में पहुंच रहे हैं, यही है नए भारत की ताकत।

साथियों,

अब जब दुनिया भर से लोग भारत में फैक्ट्री लगाने आना चाहते हैं। नई कंपनियां खोलने आना चाहते हैं। तो आप खुद सोचिए, हरियाणा में यहां कैसी सरकार होनी चाहिए? हरियाणा में उद्योगों को बढ़ावा देने वाली भाजपा सरकार जरूरी है। हरियाणा में नौकरियों को बढ़ावा देने वाली भाजपा सरकार जरूरी है। क्योंकि आप भी जानते हैं, जहां भी कांग्रेस सरकार आई, और कांग्रेस को मौका मिला। जहां-जहां कांग्रेस ने पैर रखा, एक काम पक्का- करप्शन, करप्शन, करप्शन। भ्रष्टाचार, भ्रष्टाचार, भ्रष्टाचार। भाई-भतीजावाद, भाई-भतीजावाद, भाई-भतीजावाद। भारत के सरकारी सिस्टम में भ्रष्टाचार को पैदा करने वाली, पालने-पोसने वाली, हमारे देश में भ्रष्टाचार की कोई जन्मदात्री है, तो कांग्रेस पार्टी है। कांग्रेस का शाही परिवार, देश का सबसे भ्रष्ट परिवार है। और जब हाईकमान भ्रष्टाचारी है, तो नीचे फिर लूट का खुला लाइसेंस मिल ही जाता है। याद कीजिए, 10 साल पहले जब यहां कांग्रेस की सरकार थी, तब क्या होता था? आज जो नए वोटर हैं ना। 18 साल, 20 साल के, उन्हें तो पता तक नहीं होगा कि दस साल पहले हरियाणा को कैसे लूटा गया था। तब हरियाणा में किसानों की जमीन को जमकर के लूटा गया। कांग्रेस ने हरियाणा को दलालों और दामादों के हवाले कर दिया था। दलालों और दामादों से बचना है तो कमल ही बचाएगा। किस-किस कांग्रेस नेता पर आरोप लगे हैं, ये आप अच्छे से जानते हैं। हरियाणा में एक भी नौकरी ऐसी नहीं थी, ये दस साल पहले की कथा है, एक भी नौकरी ऐसी नहीं थी, जिसमें खर्ची और पर्ची न चलती हो। सरकारी ठेकों में जमकर भ्रष्टाचार होता था। हरियाणा को लूटकर खाने वाली ऐसी करप्ट कांग्रेस को हरियाणा की सरकार से मीलों-मीलों दूर रखना है। तब जाके हरियाणा बचेगा। और आपका तो मुझपर हक है। मुझे भी तो हरियाणा का कर्ज चुकाना है। और मुझे खुशी है कि हरियाणा के लोग इतने समझदार हैं कि वो राज्य और केंद्र की ताकत क्या होती है, ये जितना हरियाणा के लोग समझते हैं ना, हिंदुस्तान में और कोई उतना नहीं समझता है। जितना हरियाणा वाले समझते हैं और इसलिए हरियाणा हमेशा राज्य में वही सरकार बनाता है, जिसकी दिल्ली में सरकार होती है। हरियाणा के लोगों को इसकी बराबर समझ है।

साथियों,

जैसी स्थिति यहां कांग्रेस ने उस समय बनाई थी, आज कर्नाटका में उनकी सरकार है। जरा देखिए, अभी तो दो साल हुए हैं, क्या हाल करके रखा है। वहां कांग्रेस के मुख्यमंत्री उन पर जमीन घोटाले के आरोप लगे हैं। जब इसकी जांच शुरु हुई, तो कर्नाटका के मुख्यमंत्री हाईकोर्ट चले गए। हाईकोर्ट ने भी उनको एक और डंडा मारा। उन्होंने कहा, कोई मदद नहीं होगी और कल ही हाईकोर्ट ने साफ-साफ कहा कि जांच के आदेश सही हैं। और जांच होनी चाहिए। अब देखिए, दो साल मुश्किल से हुए हैं। आदत जाती नहीं है। क्या हरियाणा में इनको ये पाप करने का ठेका दे सकते हैं क्या। हरियाणा में इनको घुसने दे सकते हैं क्या। आप ये गलती मत करना, दस साल बाहर रहे तो सुधर गए होंगे। ये सुधर सकते ही नहीं है जी। ये कभी नहीं सुधर सकते।

और भाइयों और बहनों,

कर्नाटका में सिर्फ जमीन घोटाले का ही मामला नहीं है। वहां मेरे दलित भाई-बहन, ये समझिए, कांग्रेस पार्टी के अध्यक्ष भी कर्नाटका से आते हैं। दलित समाज से हैं। कर्नाटका में दलितों के लिए जो फंड था, उसमें भी कांग्रेस ने घोटाला किया। ये वहां की कांग्रेस सरकार ने, वहां के सीएम ने विधानसभा में खुद इस बात को स्वीकार किया है। अब बताइए, जहां भ्रष्टाचार होगा, वहां दुनिया का कोई देश, कोई भी निवेश करने वाला, कोई भी कारखाना लगाने वाला, हरियाणा की धरती पर आएगा क्या? तो हरियाणा का नुकसान होगा कि नहीं होगा। हरियाणा में निवेश नहीं आएगा, तो नौजवानों को नौकरी कैसे मिलेगी?

साथियों,

कांग्रेस से बड़ी बेईमान और धोखेबाज पार्टी देश में और कोई नहीं है। ये हरियाणा के किसानों के लिए बड़ी-बड़ी घोषणाएं करते हैं। लेकिन जहां सत्ता में है, जरा आप यहां आए हो तो उनको पूछो, तुम यहां आकर के सारे सपने दिखा रहे हो। कर्नाटका में तुम्हारी सरकार है। वहां तो किसानों को लागू करो ना बोल रहे वो। तेलंगाना में तुम्हारी सरकार है, वहां तो लागू करो। ये झूठ बोल रहे हैं। ये आपकी आंख में धूल झोंक रहे हैं।

साथियों,

हरियाणा की भाजपा सरकार ने किसानों से 24 फसलें MSP पर खरीदने का फैसला लिया। लेकिन जब यहां कांग्रेस की सरकार थी, तो MSP पर फसलें खऱीदने से सबसे ज्यादा नफरत करती थी। यही कांग्रेस की सच्चाई है, जो हरियाणा के किसान को पूरी तरह कांग्रेस को पहचान लेना जरूरी है।

साथियों,

भाजपा सरकार, निरंतर किसान हक में बड़े फैसले ले रही है। अपनी तीसरी पारी के पहले 100 दिनों में ही हमारी सरकार ने किसानों के लिए अनेक बड़े फैसले लिए गए हैं। कुछ दिन पहले ही केंद्र सरकार ने बासमती के निर्यात को लेकर बड़ा फैसला लिया। अभी तक बासमती के एक्सपोर्ट के लिए न्यूनतम मूल्य तय था। उस सीमा से नीचे, निर्यात संभव नहीं था। इससे भारत के बजाय, दूसरे देशों से लोग इंपोर्ट करते थे। अब हमने किसानों की भलाई के लिए ये सीमा भी हटा दी है। और इससे ज्यादा बासमती एक्सपोर्ट हो पाएगा। इसका सीधा फायदा धान किसानों को होगा। उन्हें और ज्यादा पैसा मिलेगा।

साथियों,

हमने भारत के तिलहन किसानों के लिए भी बड़ा फैसला लिया है। विदेश से आयात होने वाले तेल पर हमने टैक्स बढ़ा दिया है। कोशिश यही है कि भारत के किसानों के तिलहन की ज्यादा से ज्यादा खरीद हो। और तिलहन की खेती करने वाले किसानों को ज्यादा से ज्यादा उसका लाभ हो। तिलहन किसानों को भी इसका लाभ होगा। अब जैसे सूरजमुखी के आयात पर पहले टैक्स नहीं था। अब 20 प्रतिशत टैक्स लगाया गया है। इससे हरियाणा के सूरजमुखी की पैदावार से जुड़े हमारे जो किसान भाई-बहन हैं, उनको बेहतर दाम मिलेंगे। भाजपा ये सब इसलिए कर रही है, ताकि हमारे किसान ज्यादा से ज्यादा तिलहन उगाएं, और पैसे कमाएं। और भाजपा, कांग्रेस की तरह कोरी घोषणाएं नहीं कर रही है, बल्कि जमीन पर बारीक से बारीक काम कर रही है। तभी हरियाणा के किसानों को भाजपा पर भरोसा होता है।

साथियों,

हरियाणा के किसान हों या युवा, उनका भविष्य, भाजपा सरकार में ही सुरक्षित है। बीते 10 साल से हरियाणा में भाजपा की सरकार है। हमारी सरकार पर, हमारे मुख्यमंत्री पर भ्रष्टाचार के कोई आरोप नहीं लगे। यहां भाजपा सरकार ने सरकारी नौकरियों में खर्ची और पर्ची को बंद किया। 8 अक्टूबर के बाद भाजपा की नई सरकार एक बार फिर नौजवानों के लिए हजारों नए अवसर बनाएगी। यहां युवाओं को बहुत बड़ी संख्या में नए रोजगार मिलेंगे।

साथियों,

सोनीपत-पानीपत की ये पूरी बेल्ट अवसरों से भरी है। यहां पर हो रहे विकास कार्य, इस पूरे क्षेत्र को आधुनिक पहचान दे रहे हैं। भाजपा सरकार ने सोनीपत तक मेट्रो के विस्तार को स्वीकृति दी है। आज जिस तरह इस क्षेत्र में भाजपा ने नए हाईवे बनवाए हैं। उस मामले में तो ये क्षेत्र सबसे कनेक्टेड इलाकों में से एक बन रहा है।

साथियों,

हरियाणा, भारत की मेडल फैक्ट्री भी है। हाल में ओलंपिक्स और पैरालंपिक्स में, भारत के शानदार प्रदर्शन में हरियाणा के खिलाड़ियों की बड़ी भूमिका रही है। अब भारत में हम 2036 में ओलंपिक्स कराने के लिए प्रयास कर रहे हैं। इसका फायदा हरियाणा के नौजवानों को होगा। यहां स्पोर्ट्स का नया इंफ्रास्ट्रक्चर बनेगा। गांव-गांव में नए खिलाड़ियों को अवसर मिलेगा। आप देखिए, देश की तीसरी स्पोर्ट्स यूनिवर्सिटी, यहां भाजपा ने ही सोनीपत में बनवाई है। अब हरियाणा भाजपा ने घोषणा की है, हर जिले में अलग-अलग ओलंपिक्स खेलों की नर्सरी बनाएंगे। हरियाणा की बेटियां, हरियाणा के बेटे दुनिया भर में जाकर मेडल लाएं, उसमें भाजपा हर तरह से उनकी मदद कर रही है।

साथियों,

आपके पास तो, हमारे साथी मोहन लाल बड़ोली जी के रूप में हरियाणा भाजपा का अध्यक्ष है। अरविंद शर्मा जी जैसे अनुभवी जनप्रतिनिधि हैं, जिनको इतने साल तक केंद्र में रहने का अनुभव है। इनके रहते, यहां के विकास की गति और तेज होना तय है।

साथियों,

सोनीपत की ये धरती उन वीर जवानों की भी धरती है, जिन्होंने हिमालय की ऊंची चोटियों पर दिन-रात मातृभूमि की रक्षा की है। हरियाणा की वीर माताओं की हजारों संतानें आज बॉर्डर पर हैं। यहां की अनेक संतानें हैं, जिन्होंने जम्मू-कश्मीर में हालात को सामान्य बनाने में मदद की है। वहां आतंक और अलगाव के जख्म हरियाणा के वीर बेटों ने अपने शरीर पर खाए हैं। आप मत भूलिए, कांग्रेस की कुनीति से निकले पत्थर, हरियाणा की संतानों पर फेंके जाते थे। आज जब जम्मू कश्मीर में शांतिपूर्ण मतदान होता है, तो सबसे अधिक खुशी हरियाणा की वीर माताओं को होती है। लेकिन कांग्रेस और इसके साथियों को जम्मू-कश्मीर में शांति पसंद नहीं है। कांग्रेस, जम्मू-कश्मीर में फिर से धारा 370, आर्टिकल-370 वापस लाना चाहती है। कांग्रेस, जम्मू-कश्मीर में आतंक और अलगाव को फिर से हवा देना चाहती है। तुष्टिकरण के लिए कांग्रेस देश के दुश्मनों के एजेंडे को भारत में लागू करना चाहती है। ऐसी कांग्रेस को आप हरियाणा के लोग सबक सिखाएंगे? ये मुझे पूरा भरोसा है। आर्टिकल-370 को वापस लाना, उन वीरों की कुर्बानी का अपमान होगा, जिन्होंने जम्मू-कश्मीर में आतंक के खिलाफ लड़ाई लड़ी है।

साथियों,

कांग्रेस ने दलितों, पिछड़ों और शोषितों के साथ भी धोखा किया है। आजकल कांग्रेस के भीतर यहां जो सिर-फुट्टौवल हो रही है। ये पुराने पापों का ही परिणाम है। याद कीजिए, 2014 से पहले जब यहां कांग्रेस का राज था। जब हुड्डा जी यहां सीएम हुआ करते थे। तब ऐसा कोई साल नहीं था, जब दलितों के साथ अन्याय नहीं होता था। अनेक दलितों को जान से हाथ धोना पड़ा। दलित परिवारों की बहू-बेटियों पर अत्याचार होते थे। हर कोई जानता था, कि दलितों के खिलाफ इस घिनौने खेल को कांग्रेस ही खाद-पानी देती है। और जो भी कांग्रेस की इस दलित-विरोधी हरकत के खिलाफ बोलता है। कांग्रेस उसके खिलाफ साजिशें करने लगती है। ये आज हरियाणा का दलित समाज एक बार फिर हरियाणा के अंदर कांग्रेस का जो ड्रामा चल रहा है, उसे देख रही है।

साथियों,

कांग्रेस ने हमेशा ही, दलित, ओबीसी और आदिवासियों को भागीदारी से वंचित रखा है। ये तो बाबा साहेब आंबेडकर थे, जिन्होंने दलितों को आरक्षण दिया। वरना ओबीसी की तरह, दलितों को भी अपने हक के लिए कांग्रेस की हार का ही इंतजार करना पड़ता। जब-जब कांग्रेस सरकार से दूर रही है, तब-तब गरीबों को, SC/ST/OBC को उनका हक मिला है। और जब-जब कांग्रेस सरकार में रही है, उसने दलितों-पिछड़ों का हक छीना है। कांग्रेस के शाही परिवार से जो भी प्रधानमंत्री बना, उसने हमेशा आरक्षण का विरोध किया है। आरक्षण का विरोध, आरक्षण से नफरत, ये कांग्रेस के DNA में है। इसलिए आज भी हम देखते हैं, कांग्रेस के शाही खानदान की चौथी पीढ़ी भी आरक्षण को हटाने की बात कर रही है। आपको कांग्रेस की आरक्षण विरोधी, आरक्षण विरोधी चालों से सावधान रहना है।

साथियों,

बीजेपी ने दलित, ओबीसी और आदिवासियों को सही मायने में भागीदारी दी है। वंचित और पिछड़े समाज के हर व्यक्ति को भाजपा ने हमेशा आगे बढ़ाया। यहां हरियाणा में देखिए, हमारे नायब सिंह सैनी जी को भाजपा ने सीएम बनाया। इतने कम समय में ही इन्होंने पूरे हरियाणा के लोगों के दिल में जगह बनाई है। आज यहां लोग कहते हैं कि—
यो नायब सैनी //
एक किसान-मज़दूर का बेट्टा सेह।
इसके किवाड़ //
लोगां ताई चौबी घंटे खुले रवे सेह।

भाइयों और बहनों,

कांग्रेस की सरकारों की एक और पहचान है। कांग्रेस सरकार, अस्थिरता के लिए भी जानी जाती हैं। बीते कुछ सालों में ही जहां-जहां इनकी सरकारें बनीं, वहां यही देखने को मिला है। कांग्रेस शासित हर राज्य में, उनके मुख्यमंत्री और मंत्री झगड़ों में उलझे हुए हैं। उनको जनता की तकलीफ, उनके दुख-दर्द से कोई लेना देना नहीं है। कर्नाटका में, उनके सीएम और डिप्टी सीएम आपसी लड़ाई में बिजी हैं। तेलंगाना, हिमाचल प्रदेश वहां भी यही कहानी है। राजस्थान और छत्तीसगढ़ में भी, जब उनकी सरकारें थीं, पूरा पांच साल नंबर-1, नंबर-2 एक-दूसरे की टांग खींचने में लगे रहे। इसलिए, हरियाणा को भी बहुत सावधान रहना है। गलती से भी, मेरे शब्द लिखकर रखना भाइयो, हरियाणा का मुझपर हक है, इसलिए मैं अपनी बात आपके सामने बड़े विश्वास से कह रहा हूं। याद रखना, गलती से भी, गलती से भी कांग्रेस आ गई तो अपने झगड़ों में ही हरियाणा को बर्बाद कर छोड़ेंगे। यहां पर कांग्रेस में जिस तरह झगड़े बढ़ रहे हैं, पूरा हरियाणा देख रहा है। कांग्रेस को वोट देना यानि हरियाणा की स्थिरता और विकास को दांव पर लगाना है। बर्बादी के दरवाजे खोलना है। ये अस्थिरता, हरियाणा में हर काम ठप कर देगी। यहां निवेश और नौकरी, दोनों पर असर होगा। इसलिए आपको सिर्फ और सिर्फ कमल के निशान पर बटन दबाना है।

साथियों,

इस भूमि ने भगत फूल सिंह जैसे महापुरुष देश को दिए हैं। जिन्होंने तब बेटियों की शिक्षा को अपना मिशन बनाया, जब बेटियों को पढ़ाना असंभव था। ये मेरा सौभाग्य है कि 2015 में पानीपत से ही मुझे बेटी बचाओ-बेटी पढ़ाओ अभियान का शुभारंभ करने का अवसर मिला। कांग्रेस ने 60 साल देश पर राज किया। लेकिन उसे कभी देश की बेटियों की चिंता नहीं हुई। अगर कांग्रेस को चिंता होती तो, गैस, नल से जल, बिजली, टॉयलेट, बैंक में खाते, ऐसी मूल सुविधाएं आज 60-70 साल के बाद, मेरे आने के बाद मिलीं। मुझे संतोष है कि बेटी बचाओ-बेटी पढ़ाओ से हरियाणा को फायदा हुआ। 10 साल पहले हरियाणा में 1000 बेटों पर सिर्फ 866 बेटियां थीं। आज ये संख्या बढ़कर 914 हो चुकी है। आज हरियाणा की बेटियां, स्पोर्ट्स में दम दिखा रही हैं। आज हरियाणा की बेटियां पुलिस और सेना में दम दिखा रही हैं। हमें गर्व है कि NDA में जो महिला कैडेट्स का जो फर्स्ट बैच था, उसमें हरियाणा की बेटी ने टॉप किया।

साथियों,

हरियाणा भाजपा, नारीशक्ति को और सशक्त करने के लिए आगे बढ़कर काम कर रही है। हरियाणा भाजपा ने, लाडो लक्ष्मी योजना के तहत हर महीने 2100 रुपए देने का वायदा किया है। गरीब परिवारों को 500 रुपए में गैस सिलेंडर देने की योजना भी जारी रहेगी। हरियाणा भाजपा ने 5 लाख लखपति दीदी बनाने और हर गांव में ड्रोन पायलट दीदी बनाने की भी घोषणा की है।

साथियों,

भाजपा का संकल्प, ये पक्की गारंटी होता है। भाजपा जो कहती है, वो करके दिखाती है। हरियाणा में भी हर वायदे तेजी से जमीन पर उतरकर रहेंगे। आपके घर तक पहुंचेंगे। इसलिए 5 अक्टूबर को, हमारे इन सभी उम्मीदवारों को भारी मतों से विजयी बनाना है। लगातार तीसरी बार, हरियाणा में कमल खिलाना है। एक बार फिर, इतनी बड़ी संख्या में हमें आशीर्वाद देने के लिए आप आए। मैं आपको बहुत-बहुत आभारी हूं। दोनों हाथ ऊपर करके पूरी ताकत से मेरे साथ बोलिए....

भारत माता की जय !
भारत माता की जय !
भारत माता की जय !
बहुत बहुत धन्यवाद !

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Text Of Prime Minister Narendra Modi addresses BJP Karyakartas at Party Headquarters
November 23, 2024
Today, Maharashtra has witnessed the triumph of development, good governance, and genuine social justice: PM Modi to BJP Karyakartas
The people of Maharashtra have given the BJP many more seats than the Congress and its allies combined, says PM Modi at BJP HQ
Maharashtra has broken all records. It is the biggest win for any party or pre-poll alliance in the last 50 years, says PM Modi
‘Ek Hain Toh Safe Hain’ has become the 'maha-mantra' of the country, says PM Modi while addressing the BJP Karyakartas at party HQ
Maharashtra has become sixth state in the country that has given mandate to BJP for third consecutive time: PM Modi

जो लोग महाराष्ट्र से परिचित होंगे, उन्हें पता होगा, तो वहां पर जब जय भवानी कहते हैं तो जय शिवाजी का बुलंद नारा लगता है।

जय भवानी...जय भवानी...जय भवानी...जय भवानी...

आज हम यहां पर एक और ऐतिहासिक महाविजय का उत्सव मनाने के लिए इकट्ठा हुए हैं। आज महाराष्ट्र में विकासवाद की जीत हुई है। महाराष्ट्र में सुशासन की जीत हुई है। महाराष्ट्र में सच्चे सामाजिक न्याय की विजय हुई है। और साथियों, आज महाराष्ट्र में झूठ, छल, फरेब बुरी तरह हारा है, विभाजनकारी ताकतें हारी हैं। आज नेगेटिव पॉलिटिक्स की हार हुई है। आज परिवारवाद की हार हुई है। आज महाराष्ट्र ने विकसित भारत के संकल्प को और मज़बूत किया है। मैं देशभर के भाजपा के, NDA के सभी कार्यकर्ताओं को बहुत-बहुत बधाई देता हूं, उन सबका अभिनंदन करता हूं। मैं श्री एकनाथ शिंदे जी, मेरे परम मित्र देवेंद्र फडणवीस जी, भाई अजित पवार जी, उन सबकी की भी भूरि-भूरि प्रशंसा करता हूं।

साथियों,

आज देश के अनेक राज्यों में उपचुनाव के भी नतीजे आए हैं। नड्डा जी ने विस्तार से बताया है, इसलिए मैं विस्तार में नहीं जा रहा हूं। लोकसभा की भी हमारी एक सीट और बढ़ गई है। यूपी, उत्तराखंड और राजस्थान ने भाजपा को जमकर समर्थन दिया है। असम के लोगों ने भाजपा पर फिर एक बार भरोसा जताया है। मध्य प्रदेश में भी हमें सफलता मिली है। बिहार में भी एनडीए का समर्थन बढ़ा है। ये दिखाता है कि देश अब सिर्फ और सिर्फ विकास चाहता है। मैं महाराष्ट्र के मतदाताओं का, हमारे युवाओं का, विशेषकर माताओं-बहनों का, किसान भाई-बहनों का, देश की जनता का आदरपूर्वक नमन करता हूं।

साथियों,

मैं झारखंड की जनता को भी नमन करता हूं। झारखंड के तेज विकास के लिए हम अब और ज्यादा मेहनत से काम करेंगे। और इसमें भाजपा का एक-एक कार्यकर्ता अपना हर प्रयास करेगा।

साथियों,

छत्रपति शिवाजी महाराजांच्या // महाराष्ट्राने // आज दाखवून दिले// तुष्टीकरणाचा सामना // कसा करायच। छत्रपति शिवाजी महाराज, शाहुजी महाराज, महात्मा फुले-सावित्रीबाई फुले, बाबासाहेब आंबेडकर, वीर सावरकर, बाला साहेब ठाकरे, ऐसे महान व्यक्तित्वों की धरती ने इस बार पुराने सारे रिकॉर्ड तोड़ दिए। और साथियों, बीते 50 साल में किसी भी पार्टी या किसी प्री-पोल अलायंस के लिए ये सबसे बड़ी जीत है। और एक महत्वपूर्ण बात मैं बताता हूं। ये लगातार तीसरी बार है, जब भाजपा के नेतृत्व में किसी गठबंधन को लगातार महाराष्ट्र ने आशीर्वाद दिए हैं, विजयी बनाया है। और ये लगातार तीसरी बार है, जब भाजपा महाराष्ट्र में सबसे बड़ी पार्टी बनकर उभरी है।

साथियों,

ये निश्चित रूप से ऐतिहासिक है। ये भाजपा के गवर्नंस मॉडल पर मुहर है। अकेले भाजपा को ही, कांग्रेस और उसके सभी सहयोगियों से कहीं अधिक सीटें महाराष्ट्र के लोगों ने दी हैं। ये दिखाता है कि जब सुशासन की बात आती है, तो देश सिर्फ और सिर्फ भाजपा पर और NDA पर ही भरोसा करता है। साथियों, एक और बात है जो आपको और खुश कर देगी। महाराष्ट्र देश का छठा राज्य है, जिसने भाजपा को लगातार 3 बार जनादेश दिया है। इससे पहले गोवा, गुजरात, छत्तीसगढ़, हरियाणा, और मध्य प्रदेश में हम लगातार तीन बार जीत चुके हैं। बिहार में भी NDA को 3 बार से ज्यादा बार लगातार जनादेश मिला है। और 60 साल के बाद आपने मुझे तीसरी बार मौका दिया, ये तो है ही। ये जनता का हमारे सुशासन के मॉडल पर विश्वास है औऱ इस विश्वास को बनाए रखने में हम कोई कोर कसर बाकी नहीं रखेंगे।

साथियों,

मैं आज महाराष्ट्र की जनता-जनार्दन का विशेष अभिनंदन करना चाहता हूं। लगातार तीसरी बार स्थिरता को चुनना ये महाराष्ट्र के लोगों की सूझबूझ को दिखाता है। हां, बीच में जैसा अभी नड्डा जी ने विस्तार से कहा था, कुछ लोगों ने धोखा करके अस्थिरता पैदा करने की कोशिश की, लेकिन महाराष्ट्र ने उनको नकार दिया है। और उस पाप की सजा मौका मिलते ही दे दी है। महाराष्ट्र इस देश के लिए एक तरह से बहुत महत्वपूर्ण ग्रोथ इंजन है, इसलिए महाराष्ट्र के लोगों ने जो जनादेश दिया है, वो विकसित भारत के लिए बहुत बड़ा आधार बनेगा, वो विकसित भारत के संकल्प की सिद्धि का आधार बनेगा।



साथियों,

हरियाणा के बाद महाराष्ट्र के चुनाव का भी सबसे बड़ा संदेश है- एकजुटता। एक हैं, तो सेफ हैं- ये आज देश का महामंत्र बन चुका है। कांग्रेस और उसके ecosystem ने सोचा था कि संविधान के नाम पर झूठ बोलकर, आरक्षण के नाम पर झूठ बोलकर, SC/ST/OBC को छोटे-छोटे समूहों में बांट देंगे। वो सोच रहे थे बिखर जाएंगे। कांग्रेस और उसके साथियों की इस साजिश को महाराष्ट्र ने सिरे से खारिज कर दिया है। महाराष्ट्र ने डंके की चोट पर कहा है- एक हैं, तो सेफ हैं। एक हैं तो सेफ हैं के भाव ने जाति, धर्म, भाषा और क्षेत्र के नाम पर लड़ाने वालों को सबक सिखाया है, सजा की है। आदिवासी भाई-बहनों ने भी भाजपा-NDA को वोट दिया, ओबीसी भाई-बहनों ने भी भाजपा-NDA को वोट दिया, मेरे दलित भाई-बहनों ने भी भाजपा-NDA को वोट दिया, समाज के हर वर्ग ने भाजपा-NDA को वोट दिया। ये कांग्रेस और इंडी-गठबंधन के उस पूरे इकोसिस्टम की सोच पर करारा प्रहार है, जो समाज को बांटने का एजेंडा चला रहे थे।

साथियों,

महाराष्ट्र ने NDA को इसलिए भी प्रचंड जनादेश दिया है, क्योंकि हम विकास और विरासत, दोनों को साथ लेकर चलते हैं। महाराष्ट्र की धरती पर इतनी विभूतियां जन्मी हैं। बीजेपी और मेरे लिए छत्रपति शिवाजी महाराज आराध्य पुरुष हैं। धर्मवीर छत्रपति संभाजी महाराज हमारी प्रेरणा हैं। हमने हमेशा बाबा साहब आंबेडकर, महात्मा फुले-सावित्री बाई फुले, इनके सामाजिक न्याय के विचार को माना है। यही हमारे आचार में है, यही हमारे व्यवहार में है।

साथियों,

लोगों ने मराठी भाषा के प्रति भी हमारा प्रेम देखा है। कांग्रेस को वर्षों तक मराठी भाषा की सेवा का मौका मिला, लेकिन इन लोगों ने इसके लिए कुछ नहीं किया। हमारी सरकार ने मराठी को Classical Language का दर्जा दिया। मातृ भाषा का सम्मान, संस्कृतियों का सम्मान और इतिहास का सम्मान हमारे संस्कार में है, हमारे स्वभाव में है। और मैं तो हमेशा कहता हूं, मातृभाषा का सम्मान मतलब अपनी मां का सम्मान। और इसीलिए मैंने विकसित भारत के निर्माण के लिए लालकिले की प्राचीर से पंच प्राणों की बात की। हमने इसमें विरासत पर गर्व को भी शामिल किया। जब भारत विकास भी और विरासत भी का संकल्प लेता है, तो पूरी दुनिया इसे देखती है। आज विश्व हमारी संस्कृति का सम्मान करता है, क्योंकि हम इसका सम्मान करते हैं। अब अगले पांच साल में महाराष्ट्र विकास भी विरासत भी के इसी मंत्र के साथ तेज गति से आगे बढ़ेगा।

साथियों,

इंडी वाले देश के बदले मिजाज को नहीं समझ पा रहे हैं। ये लोग सच्चाई को स्वीकार करना ही नहीं चाहते। ये लोग आज भी भारत के सामान्य वोटर के विवेक को कम करके आंकते हैं। देश का वोटर, देश का मतदाता अस्थिरता नहीं चाहता। देश का वोटर, नेशन फर्स्ट की भावना के साथ है। जो कुर्सी फर्स्ट का सपना देखते हैं, उन्हें देश का वोटर पसंद नहीं करता।

साथियों,

देश के हर राज्य का वोटर, दूसरे राज्यों की सरकारों का भी आकलन करता है। वो देखता है कि जो एक राज्य में बड़े-बड़े Promise करते हैं, उनकी Performance दूसरे राज्य में कैसी है। महाराष्ट्र की जनता ने भी देखा कि कर्नाटक, तेलंगाना और हिमाचल में कांग्रेस सरकारें कैसे जनता से विश्वासघात कर रही हैं। ये आपको पंजाब में भी देखने को मिलेगा। जो वादे महाराष्ट्र में किए गए, उनका हाल दूसरे राज्यों में क्या है? इसलिए कांग्रेस के पाखंड को जनता ने खारिज कर दिया है। कांग्रेस ने जनता को गुमराह करने के लिए दूसरे राज्यों के अपने मुख्यमंत्री तक मैदान में उतारे। तब भी इनकी चाल सफल नहीं हो पाई। इनके ना तो झूठे वादे चले और ना ही खतरनाक एजेंडा चला।

साथियों,

आज महाराष्ट्र के जनादेश का एक और संदेश है, पूरे देश में सिर्फ और सिर्फ एक ही संविधान चलेगा। वो संविधान है, बाबासाहेब आंबेडकर का संविधान, भारत का संविधान। जो भी सामने या पर्दे के पीछे, देश में दो संविधान की बात करेगा, उसको देश पूरी तरह से नकार देगा। कांग्रेस और उसके साथियों ने जम्मू-कश्मीर में फिर से आर्टिकल-370 की दीवार बनाने का प्रयास किया। वो संविधान का भी अपमान है। महाराष्ट्र ने उनको साफ-साफ बता दिया कि ये नहीं चलेगा। अब दुनिया की कोई भी ताकत, और मैं कांग्रेस वालों को कहता हूं, कान खोलकर सुन लो, उनके साथियों को भी कहता हूं, अब दुनिया की कोई भी ताकत 370 को वापस नहीं ला सकती।



साथियों,

महाराष्ट्र के इस चुनाव ने इंडी वालों का, ये अघाड़ी वालों का दोमुंहा चेहरा भी देश के सामने खोलकर रख दिया है। हम सब जानते हैं, बाला साहेब ठाकरे का इस देश के लिए, समाज के लिए बहुत बड़ा योगदान रहा है। कांग्रेस ने सत्ता के लालच में उनकी पार्टी के एक धड़े को साथ में तो ले लिया, तस्वीरें भी निकाल दी, लेकिन कांग्रेस, कांग्रेस का कोई नेता बाला साहेब ठाकरे की नीतियों की कभी प्रशंसा नहीं कर सकती। इसलिए मैंने अघाड़ी में कांग्रेस के साथी दलों को चुनौती दी थी, कि वो कांग्रेस से बाला साहेब की नीतियों की तारीफ में कुछ शब्द बुलवाकर दिखाएं। आज तक वो ये नहीं कर पाए हैं। मैंने दूसरी चुनौती वीर सावरकर जी को लेकर दी थी। कांग्रेस के नेतृत्व ने लगातार पूरे देश में वीर सावरकर का अपमान किया है, उन्हें गालियां दीं हैं। महाराष्ट्र में वोट पाने के लिए इन लोगों ने टेंपरेरी वीर सावरकर जी को जरा टेंपरेरी गाली देना उन्होंने बंद किया है। लेकिन वीर सावरकर के तप-त्याग के लिए इनके मुंह से एक बार भी सत्य नहीं निकला। यही इनका दोमुंहापन है। ये दिखाता है कि उनकी बातों में कोई दम नहीं है, उनका मकसद सिर्फ और सिर्फ वीर सावरकर को बदनाम करना है।

साथियों,

भारत की राजनीति में अब कांग्रेस पार्टी, परजीवी बनकर रह गई है। कांग्रेस पार्टी के लिए अब अपने दम पर सरकार बनाना लगातार मुश्किल हो रहा है। हाल ही के चुनावों में जैसे आंध्र प्रदेश, अरुणाचल प्रदेश, सिक्किम, हरियाणा और आज महाराष्ट्र में उनका सूपड़ा साफ हो गया। कांग्रेस की घिसी-पिटी, विभाजनकारी राजनीति फेल हो रही है, लेकिन फिर भी कांग्रेस का अहंकार देखिए, उसका अहंकार सातवें आसमान पर है। सच्चाई ये है कि कांग्रेस अब एक परजीवी पार्टी बन चुकी है। कांग्रेस सिर्फ अपनी ही नहीं, बल्कि अपने साथियों की नाव को भी डुबो देती है। आज महाराष्ट्र में भी हमने यही देखा है। महाराष्ट्र में कांग्रेस और उसके गठबंधन ने महाराष्ट्र की हर 5 में से 4 सीट हार गई। अघाड़ी के हर घटक का स्ट्राइक रेट 20 परसेंट से नीचे है। ये दिखाता है कि कांग्रेस खुद भी डूबती है और दूसरों को भी डुबोती है। महाराष्ट्र में सबसे ज्यादा सीटों पर कांग्रेस चुनाव लड़ी, उतनी ही बड़ी हार इनके सहयोगियों को भी मिली। वो तो अच्छा है, यूपी जैसे राज्यों में कांग्रेस के सहयोगियों ने उससे जान छुड़ा ली, वर्ना वहां भी कांग्रेस के सहयोगियों को लेने के देने पड़ जाते।

साथियों,

सत्ता-भूख में कांग्रेस के परिवार ने, संविधान की पंथ-निरपेक्षता की भावना को चूर-चूर कर दिया है। हमारे संविधान निर्माताओं ने उस समय 47 में, विभाजन के बीच भी, हिंदू संस्कार और परंपरा को जीते हुए पंथनिरपेक्षता की राह को चुना था। तब देश के महापुरुषों ने संविधान सभा में जो डिबेट्स की थी, उसमें भी इसके बारे में बहुत विस्तार से चर्चा हुई थी। लेकिन कांग्रेस के इस परिवार ने झूठे सेक्यूलरिज्म के नाम पर उस महान परंपरा को तबाह करके रख दिया। कांग्रेस ने तुष्टिकरण का जो बीज बोया, वो संविधान निर्माताओं के साथ बहुत बड़ा विश्वासघात है। और ये विश्वासघात मैं बहुत जिम्मेवारी के साथ बोल रहा हूं। संविधान के साथ इस परिवार का विश्वासघात है। दशकों तक कांग्रेस ने देश में यही खेल खेला। कांग्रेस ने तुष्टिकरण के लिए कानून बनाए, सुप्रीम कोर्ट के आदेश तक की परवाह नहीं की। इसका एक उदाहरण वक्फ बोर्ड है। दिल्ली के लोग तो चौंक जाएंगे, हालात ये थी कि 2014 में इन लोगों ने सरकार से जाते-जाते, दिल्ली के आसपास की अनेक संपत्तियां वक्फ बोर्ड को सौंप दी थीं। बाबा साहेब आंबेडकर जी ने जो संविधान हमें दिया है न, जिस संविधान की रक्षा के लिए हम प्रतिबद्ध हैं। संविधान में वक्फ कानून का कोई स्थान ही नहीं है। लेकिन फिर भी कांग्रेस ने तुष्टिकरण के लिए वक्फ बोर्ड जैसी व्यवस्था पैदा कर दी। ये इसलिए किया गया ताकि कांग्रेस के परिवार का वोटबैंक बढ़ सके। सच्ची पंथ-निरपेक्षता को कांग्रेस ने एक तरह से मृत्युदंड देने की कोशिश की है।

साथियों,

कांग्रेस के शाही परिवार की सत्ता-भूख इतनी विकृति हो गई है, कि उन्होंने सामाजिक न्याय की भावना को भी चूर-चूर कर दिया है। एक समय था जब के कांग्रेस नेता, इंदिरा जी समेत, खुद जात-पात के खिलाफ बोलते थे। पब्लिकली लोगों को समझाते थे। एडवरटाइजमेंट छापते थे। लेकिन आज यही कांग्रेस और कांग्रेस का ये परिवार खुद की सत्ता-भूख को शांत करने के लिए जातिवाद का जहर फैला रहा है। इन लोगों ने सामाजिक न्याय का गला काट दिया है।

साथियों,

एक परिवार की सत्ता-भूख इतने चरम पर है, कि उन्होंने खुद की पार्टी को ही खा लिया है। देश के अलग-अलग भागों में कई पुराने जमाने के कांग्रेस कार्यकर्ता है, पुरानी पीढ़ी के लोग हैं, जो अपने ज़माने की कांग्रेस को ढूंढ रहे हैं। लेकिन आज की कांग्रेस के विचार से, व्यवहार से, आदत से उनको ये साफ पता चल रहा है, कि ये वो कांग्रेस नहीं है। इसलिए कांग्रेस में, आंतरिक रूप से असंतोष बहुत ज्यादा बढ़ रहा है। उनकी आरती उतारने वाले भले आज इन खबरों को दबाकर रखे, लेकिन भीतर आग बहुत बड़ी है, असंतोष की ज्वाला भड़क चुकी है। सिर्फ एक परिवार के ही लोगों को कांग्रेस चलाने का हक है। सिर्फ वही परिवार काबिल है दूसरे नाकाबिल हैं। परिवार की इस सोच ने, इस जिद ने कांग्रेस में एक ऐसा माहौल बना दिया कि किसी भी समर्पित कांग्रेस कार्यकर्ता के लिए वहां काम करना मुश्किल हो गया है। आप सोचिए, कांग्रेस पार्टी की प्राथमिकता आज सिर्फ और सिर्फ परिवार है। देश की जनता उनकी प्राथमिकता नहीं है। और जिस पार्टी की प्राथमिकता जनता ना हो, वो लोकतंत्र के लिए बहुत ही नुकसानदायी होती है।

साथियों,

कांग्रेस का परिवार, सत्ता के बिना जी ही नहीं सकता। चुनाव जीतने के लिए ये लोग कुछ भी कर सकते हैं। दक्षिण में जाकर उत्तर को गाली देना, उत्तर में जाकर दक्षिण को गाली देना, विदेश में जाकर देश को गाली देना। और अहंकार इतना कि ना किसी का मान, ना किसी की मर्यादा और खुलेआम झूठ बोलते रहना, हर दिन एक नया झूठ बोलते रहना, यही कांग्रेस और उसके परिवार की सच्चाई बन गई है। आज कांग्रेस का अर्बन नक्सलवाद, भारत के सामने एक नई चुनौती बनकर खड़ा हो गया है। इन अर्बन नक्सलियों का रिमोट कंट्रोल, देश के बाहर है। और इसलिए सभी को इस अर्बन नक्सलवाद से बहुत सावधान रहना है। आज देश के युवाओं को, हर प्रोफेशनल को कांग्रेस की हकीकत को समझना बहुत ज़रूरी है।

साथियों,

जब मैं पिछली बार भाजपा मुख्यालय आया था, तो मैंने हरियाणा से मिले आशीर्वाद पर आपसे बात की थी। तब हमें गुरूग्राम जैसे शहरी क्षेत्र के लोगों ने भी अपना आशीर्वाद दिया था। अब आज मुंबई ने, पुणे ने, नागपुर ने, महाराष्ट्र के ऐसे बड़े शहरों ने अपनी स्पष्ट राय रखी है। शहरी क्षेत्रों के गरीब हों, शहरी क्षेत्रों के मिडिल क्लास हो, हर किसी ने भाजपा का समर्थन किया है और एक स्पष्ट संदेश दिया है। यह संदेश है आधुनिक भारत का, विश्वस्तरीय शहरों का, हमारे महानगरों ने विकास को चुना है, आधुनिक Infrastructure को चुना है। और सबसे बड़ी बात, उन्होंने विकास में रोडे अटकाने वाली राजनीति को नकार दिया है। आज बीजेपी हमारे शहरों में ग्लोबल स्टैंडर्ड के इंफ्रास्ट्रक्चर बनाने के लिए लगातार काम कर रही है। चाहे मेट्रो नेटवर्क का विस्तार हो, आधुनिक इलेक्ट्रिक बसे हों, कोस्टल रोड और समृद्धि महामार्ग जैसे शानदार प्रोजेक्ट्स हों, एयरपोर्ट्स का आधुनिकीकरण हो, शहरों को स्वच्छ बनाने की मुहिम हो, इन सभी पर बीजेपी का बहुत ज्यादा जोर है। आज का शहरी भारत ईज़ ऑफ़ लिविंग चाहता है। और इन सब के लिये उसका भरोसा बीजेपी पर है, एनडीए पर है।

साथियों,

आज बीजेपी देश के युवाओं को नए-नए सेक्टर्स में अवसर देने का प्रयास कर रही है। हमारी नई पीढ़ी इनोवेशन और स्टार्टअप के लिए माहौल चाहती है। बीजेपी इसे ध्यान में रखकर नीतियां बना रही है, निर्णय ले रही है। हमारा मानना है कि भारत के शहर विकास के इंजन हैं। शहरी विकास से गांवों को भी ताकत मिलती है। आधुनिक शहर नए अवसर पैदा करते हैं। हमारा लक्ष्य है कि हमारे शहर दुनिया के सर्वश्रेष्ठ शहरों की श्रेणी में आएं और बीजेपी, एनडीए सरकारें, इसी लक्ष्य के साथ काम कर रही हैं।


साथियों,

मैंने लाल किले से कहा था कि मैं एक लाख ऐसे युवाओं को राजनीति में लाना चाहता हूं, जिनके परिवार का राजनीति से कोई संबंध नहीं। आज NDA के अनेक ऐसे उम्मीदवारों को मतदाताओं ने समर्थन दिया है। मैं इसे बहुत शुभ संकेत मानता हूं। चुनाव आएंगे- जाएंगे, लोकतंत्र में जय-पराजय भी चलती रहेगी। लेकिन भाजपा का, NDA का ध्येय सिर्फ चुनाव जीतने तक सीमित नहीं है, हमारा ध्येय सिर्फ सरकारें बनाने तक सीमित नहीं है। हम देश बनाने के लिए निकले हैं। हम भारत को विकसित बनाने के लिए निकले हैं। भारत का हर नागरिक, NDA का हर कार्यकर्ता, भाजपा का हर कार्यकर्ता दिन-रात इसमें जुटा है। हमारी जीत का उत्साह, हमारे इस संकल्प को और मजबूत करता है। हमारे जो प्रतिनिधि चुनकर आए हैं, वो इसी संकल्प के लिए प्रतिबद्ध हैं। हमें देश के हर परिवार का जीवन आसान बनाना है। हमें सेवक बनकर, और ये मेरे जीवन का मंत्र है। देश के हर नागरिक की सेवा करनी है। हमें उन सपनों को पूरा करना है, जो देश की आजादी के मतवालों ने, भारत के लिए देखे थे। हमें मिलकर विकसित भारत का सपना साकार करना है। सिर्फ 10 साल में हमने भारत को दुनिया की दसवीं सबसे बड़ी इकॉनॉमी से दुनिया की पांचवीं सबसे बड़ी इकॉनॉमी बना दिया है। किसी को भी लगता, अरे मोदी जी 10 से पांच पर पहुंच गया, अब तो बैठो आराम से। आराम से बैठने के लिए मैं पैदा नहीं हुआ। वो दिन दूर नहीं जब भारत दुनिया की तीसरी सबसे बड़ी अर्थव्यवस्था बनकर रहेगा। हम मिलकर आगे बढ़ेंगे, एकजुट होकर आगे बढ़ेंगे तो हर लक्ष्य पाकर रहेंगे। इसी भाव के साथ, एक हैं तो...एक हैं तो...एक हैं तो...। मैं एक बार फिर आप सभी को बहुत-बहुत बधाई देता हूं, देशवासियों को बधाई देता हूं, महाराष्ट्र के लोगों को विशेष बधाई देता हूं।

मेरे साथ बोलिए,

भारत माता की जय,

भारत माता की जय,

भारत माता की जय,

भारत माता की जय,

भारत माता की जय!

वंदे मातरम, वंदे मातरम, वंदे मातरम, वंदे मातरम, वंदे मातरम ।

बहुत-बहुत धन्यवाद।