QuoteThere's a race between Congress and JMM in Jharkhand - a race of corruption and looting: PM Modi in Singhbhum
QuoteBJP has given a new identity to Bhagwan Birsa Munda's birthday by celebrating it as Janjatiya Gaurav Diwas: PM Modi
QuoteCongress opposes respect for tribal history and the progress of tribal society: PM Modi in Singhbhum rally
QuoteJharkhand is echoing, "Phir Ek Baar, Modi Sarkar!": PM Modi in Singhbhum rally

जोहार..ये महान आदिवासी क्रांतिकारियों की धरती है। ये भगवान बिरसा मुंडा की भूमि है। इस धरती को, सिंहभूम को मेरा प्रणाम..मेरा शत्-शत् नमन। आज आप इतनी बड़ी संख्या में हम सबको आशीर्वाद देने आए हैं, आपका ये प्यार, आपका ये आशीर्वाद, ये ही मोदी की ताकत है।

साथियों,

भाजपा और झारखंड का ये जो रिश्ता है ना वो रिश्ता दिल का है। झारखंड को, यहां के लोगों की भावनाओं को अगर कोई समझता है और अगर सुलझाता है वो सिर्फ और सिर्फ भाजपा ही है। हमें हमेशा पता होता है कि आपके मन में क्या है? यहां के लोग क्या चाहते थे? अलग झारखंड बने, किसने बनाया, अटल बिहारी वाजपेयी ने बनाया भाजपा ने बनाया। कांग्रेस ने क्या किया? झारखंड का घोर-विरोध किया और बिहार के कुछ नेता तो चिल्ला-चिल्लाकर कहते थे कि मेरे डेडबॉडी पर झारखंड बनेगा। वो आजकल इंडी अलायंस में बैठे हुए हैं। ये भाजपा की ताकत थी, अटल बिहारी वाजपेयी की दीर्घ दृष्टि थी कि झारखंड बना। यहां के विकास पर ब्रेक लगा देने वाली कौन कांग्रेस, कांग्रेस को मंजूर नहीं था कि यहां के संसाधन आपके काम आए। वो दिल्ली के एयर कंडीशनर कमरों में बैठकर यहां की योजनाएं बनाते थे, एक रुपया देते थे उसमें से 85 पैसा मार लेते थे। मोदी ने कहा पूरा अगर एक रुपया भेजता हूं तो पूरा 100 पैसा सीधा आपके अकाउंट में जाएगा। मोदी ने कहा योजना सिर्फ दिल्ली से ही क्यों शुरू हो? क्या सब कुछ दिल्ली से ही होगा क्या? क्या मेरा झारखंड दिल्ली से कम है क्या? देश के हर कोने से शुरू हो, हमने बाबा साहेब अंबेडकर की जयंती पर आयुष्मान भारत योजना लॉन्च की, कहां से की झारखंड की भूमि से की और आज इस योजना से करोड़ों गरीबों को 5 लाख रुपये तक का मुफ्त इलाज मिल रहा है। मुद्रा योजना शुरू की नौजवानों के हाथ को मजबूत करने वाली, नौजवानों को अवसर देने वाली, मुद्रा योजना देश के युवाओं का भाग्य बदलने वाली इतनी बड़ी योजना कहां से शुरू हुई हमने झारखंड के दुमका से उसका प्रारंभ किया। मुद्रा योजना ने करोड़ों नौजवानों को अपने मन का काम करने के लिए पैसे दिए। पीएम जनमन योजना कहां से शुरू हुई झारखंड से, भगवान बिरसा मुंडा के गांव से 24000 करोड़ रुपए की ये योजना अति पिछड़े आदिवासी भाई-बहनों की जिंदगी बदल रही है। विकसित भारत वाली मोदी की गारंटी की गाड़ी कहां से शुरू हुई यहां झारखंड के खूंटी से और इसलिए तो मैं कहता हूं झारखंड और भाजपा का दिल का नाता है दिल का। और मेरे लिए दिल्ली से बढ़कर ये दिल का नाता है झारखंड का। और इसलिए आज झारखंड हर कोने में विश्वास के साथ उमंग के साथ उस उत्साह के साथ एक ही बात कह रहा है फिर एक बार.. फिर एक बार.. फिर एक बार.. फिर एक बार... फिर एक बार..।

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साथियों,

सिंहभूम और झारखंड की धरती आदिवासी क्रांतिकारियों की धरती है, लेकिन कांग्रेस ने आदिवासियों के बलिदान को कभी सम्मान नहीं दिया। कांग्रेस आजादी का पूरा श्रेय केवल एक परिवार को देना चाहती है। ये भाजपा है जिसने भगवान बिरसा मुंडा के जन्मदिन को एक और पहचान दी। हमने इस दिन को जनजातीय गौरव दिवस मनाने की शुरुआत की है। देश के कोने-कोने में भगवान बिरसा मुंडा का जय गान शुरू किया है। मैंने खुद रांची में भगवान बिरसा मुंडा के बलिदान स्थल पर म्यूजियम का लोकार्पण किया है। हम देशभर में आदिवासी गौरव के लिए जनजातीय म्यूजियम बना रहे हैं, लेकिन साथियों, कांग्रेस और उसके साथी क्या कहते हैं ये भी आपके लिए जानना जरूरी है, कांग्रेस को आदिवासी इतिहास का सम्मान पसंद नहीं है वो आप जनजातीय समाज के लोगों को आगे नहीं बढ़ने देना चाहते। साथियों, देश की माननीय राष्ट्रपति द्रौपदी मुर्मु जी पहले झारखंड की ही राज्यपाल थी। याद है ना, कांग्रेस और इंडी गठबंधन ने एक आदिवासी महिला को भारत के राष्ट्रपति बनाने का घोर विरोध किया। आदिवासी महिला भी देश के सर्वोच्च पद पर बैठ सकती है इस बात को पचा नहीं पा रहे थे।

साथियों,

झारखंड के जल, जंगल, जमीन पर हमारे आदिवासी भाई-बहनों का अधिकार है लेकिन जेएमएम और कांग्रेस इसे अपनी जागीर समझते हैं तभी तो झारखंड के हर संसाधन की खुली लूट चल रही है। इतना बड़ा शराब घोटाला यहां की झारखंड मुक्ति मोर्चा की सरकार ने किया, पूरे राज्य के खान खनिज को, बालू को अवैध खनन कर लूटा जा रहा है और पार्टी के छुटभैया नेता से लेकर पूर्व मुख्यमंत्री तक सबके सब इसमें जुटे हैं। उनके इलाके में ही सैकड़ों करोड़ रुपयों के अवैध खनन घोटाला हुआ है और ये लोग इतने पर ही नहीं रुके इन्होंने आदिवासी की जमीनें लूटने के बाद हमारे देश की सेना, सेना की जमीन पर भी आंख गड़ा कर रखी है, इतना बड़ा जमीन घोटाला जेएमएम के लोगों ने किया है। कांग्रेस झारखंड मुक्ति मोर्चा ने मिलकर झारखंड के मान-सम्मान को चोट पहुंचाई है। मैं आपसे पूछना चाहता हूं, यहां नौजवानों से पूछना चाहता हूं, मैं मेरी माताओं-बहनों से पूछना चाहता हूं क्या झारखंड को लूटने वाले को आप इन्हें माफ कर देंगे क्या? माफ करेंगे क्या? माफ करेंगे क्या? साथियों, कांग्रेस और जेएमएम में बहुत बड़ी रेस चल रही है लूट करने की रेस, भ्रष्टाचार करने की रेस, यहां कांग्रेसी सांसद के ठिकाने से 300 करोड़ रुपए नगद बरामद हुए। 300 करोड़ से ज्यादा केवल कैश नगद और आपने देखा होगा बैंकों से नोटें गिनने के लिए मशीनें लानी पड़ीं और मशीनें हांफती थी, नोटे गिनते-गिनते, थक जाती थी। झारखंड को लूटने की रेस कहां-कहां तक पहुंच गई है? भाइयों-बहनों, आप मुझे जवाब दीजिए ये जो लूट का पैसा निकल रहा है मैं आपसे पूछना चाहता हूं ये पैसा किसका है? ये पैसा किसका है? ये पैसा किसका है? ये पैसा ये संपत्ति ये मेरे झारखंड के गांव, गरीब, मजदूर, किसान, दलित, आदिवासी ये आपका पैसा है। ये आपके पैसे की लूट है कि नहीं है.. ये आपके पैसे की लूट है कि नहीं है।

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भाइयों और बहनों,

कांग्रेस और जेएमएम आपसे किस मुंह से वोट मांगने आते हैं। ये कितने बेशर्म हैं, लूट में पकड़े जाते हैं पर परवाह नहीं है, अब उनको दिल्ली में सरकार क्यों बनानी है? क्या आपका भला करने के लिए सरकार बनानी है क्या? क्या देश के नौजवानों का भविष्य बनाने के लिए सरकार बनानी है क्या? क्या ये दिल्ली में सरकार बनाकर ये पूरे देश में बेलगाम लूट नहीं करेंगे तो क्या करेंगे? 2014 के पहले भी इस देश को लूटने के सिवाय इन्होंने कुछ भी नहीं किया है। साथियों, इंडी गठबंधन ने झारखंड के साथ सबसे बड़ा धोखा किया है, जिस आरजेडी ने अलग झारखंड का सबसे ज्यादा विरोध किया, जिस नेता ने यहां सबसे ज्यादा अत्याचार किए, आज झारखंड मुक्ति मोर्चा उन्हीं की गोद में जाकर के बैठ गया है उनके साथ गठबंधन किया है जो इंडी गठबंधन बिहार में जंगल राज लाया था, वही जंगल राज ये लोग झारखंड में और ज्यादा फैलाने में लगे हुए हैं। अब तो आए दिन यहां व्यापारियों को फिरौती के लिए फोन आते हैं, अपराधियों को सीधे सरकार से संरक्षण मिल रहा है। इनकी सरकार में आदिवासियों की सरेआम हत्या होती है, ये आदिवासी समाज में अपराधियों का डर कायम रखना चाहते हैं, आप मुझे बताइए झारखंड को भ्रष्टाचार और जंगल राज की आग में झोंकने वाले को सजा मिलनी चाहिए कि नहीं मिलनी चाहिए? सजा मिलनी चाहिए कि नहीं..सजा मिलनी चाहिए कि नहीं? आपका हक लूटने वालों को सजा देने के लिए देश को आपके आशीर्वाद की जरूरत है।

साथियों,

एक ओर आदिवासी विरोधी मानसिकता वाली कांग्रेस है, दूसरी ओर हमारे लिए आदिवासियों का विकास पहली प्राथमिकता है। आदिवासी समाज के विकास के लिए सबसे पहले अलग जनजातीय मंत्रालय किसने बनाया? बीजेपी ने, अटल बिहारी वाजपेयी जी ने पहली बार जनजातीय समाज के लिए अलग मंत्रालय बनाया, अलग बजट बनाया तब जाकर के हमारे जनजातीय क्षेत्रों में आज विकास प्रारंभ हुआ। जनजातीय समाज के युवाओं के लिए आज बड़ी संख्या में एकलव्य आवासीय स्कूल कौन बनवा रहा है, बीजेपी। यहां भी एकलव्य विद्यालय का निर्माण तेजी से हो रहा है, आपने देखा होगा राष्ट्रीय शिक्षा नीति आई इसमें स्थानीय भाषाओं, जनजातीय भाषाओं में शिक्षा देने का फैसला किया तो बीजेपी ने किया। आप मुझे बताइए भाई, क्या हमारे जनजातीय बेटे-बेटी डॉक्टर बनने चाहिए कि नहीं बनने चाहिए। जरा पूरी ताकत से जवाब दो हमारे जनजातीय परिवारों के बेटे डॉक्टर बनने चाहिए कि नहीं बनना चाहिए। हमारी बेटियां डॉक्टर बननी चाहिए कि नहीं बननी चाहिए वो इंजीनियर बननी चाहिए कि नहीं बननी चाहिए, वो वैज्ञानिक बननी चाहिए कि नहीं बननी चाहिए। इन्होंने तो हालत ऐसी रखी थी कि अगर आपको अंग्रेजी नहीं आता है तो आप पढ़ाई भी नहीं कर सकते हो, डॉक्टर की बात छोड़ दो गरीब का बेटा गरीब की बेटी अंग्रेजी पढ़ने के लिए शहर में कहां जाएंगे? खर्चा कहां से लाएंगे? लेकिन ये आपका भाई ये आपका बेटा दिल्ली में बैठा है वो आपका दर्द जानता है और इसलिए मैंने कहा अरे डॉक्टर हो, इंजीनियर हो, वैज्ञानिक हो वो अपनी मातृभाषा में पढ़ेगा तो भी डॉक्टर बनेगा, इंजीनियर बनेगा, वैज्ञानिक बनेगा। जनजातीय युवाओं को खेलों में आगे बढ़ाने का काम आज भारतीय जनता पार्टी कर रही है और उसका सबसे बड़ा लाभ मेरे वीर बेटे-बेटी जो जनजातीय समाज से आते हैं वो आज देश का नाम रोशन कर रहे हैं। कांग्रेस ने तो आदिवासी इलाकों को अपने हाल पर छोड़ दिया था, आकांक्षी जिला योजना से एस्पिरेशनल डिस्ट्रिक्ट से आदिवासी जिलों का विकास आज भारतीय जनता पार्टी कर रही है। बीते 10 वर्षों में बीजेपी सरकार ने वो काम करके दिए हैं जिनका जनजातीय समाज को छह दशकों से इंतजार था। भाइयों और बहनों, हमारे आदिवासी समाज में सिकल सेल एनीमिया, ये बहुत बड़ी खतरनाक बीमारी होती है पहले किसी भी सरकार ने इसकी चिंता नहीं की। हमारी सरकार ने सिकल सेल एनीमिया के खिलाफ राष्ट्रीय स्तर पर अभियान चलाया है। चाईबासा में हमारी सरकार मेडिकल कॉलेज का निर्माण भी करा रही है, अब यहां के लोगों को इलाज के लिए दूर नहीं जाना पड़ेगा और यहीं के बच्चे यहीं से डॉक्टर बनकर निकलेंगे।

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साथियों,

10 वर्षों ने मोदी ने आदिवासी भाई-बहनों के लिए मकान, बिजली, पानी और सिलेंडर जैसी सुविधाएं दी हैं। हमारे प्रयासों से झारखंड में 18 लाख परिवारों को पक्के मकान मिले हैं, ढाई करोड़ से ज्यादा लोगों को हर महीने मुफ्त राशन मिल रहा है ताकि गरीब के घर का चूल्हा कभी बुझना नहीं चाहिए, गरीब का बच्चा कभी भूखा सोने के लिए मजबूर नहीं होना चाहिए। करीब 33 लाख घरों को पानी का कनेक्शन दिया गया है। मोदी का प्रयास है कि गरीब, आदिवासी हमारी महिलाओं का सामर्थ्य बढ़े वो आगे बढ़े लेकिन दूसरी ओर कांग्रेस आपकी संपत्ति पर डाका डालना चाहती है। कांग्रेस पार्टी ने कहा है कि वो सरकार में आएगी तो देश में सबकी संपत्ति की जांच कराएगी। चोरों की संपत्ति की जांच कराने का विरोध करते हैं और नागरिकों की संपत्ति की जांच करवाएंगे आपके पास चांदी कितनी है? सोना कितना है? शादी के समय आपको स्त्री धन कितना मिला था? सबकी जांच, खेत कितना है, कहां है? बेटा कहां रहता है? सबकी जांच करने की घोषणा की है और ये क्यों करना चाहते मालूम है। वो कहेंगे इससे ज्यादा तुम नहीं रख सकते हो, अगर 10 एकड़ भूमि है तो पांच एकड़ भूमि कांग्रेस की सरकार को दे दो, अगर एक ट्रैक्टर है तो तुम ट्रैक्टर नहीं रख सकते हो किसी के साथ भागीदारी करनी पड़ेगी आपकी संपत्ति छीनकर कांग्रेस अपनी वोट बैंक में जिन्होंने वोट जिहाद की घोषणा की है उनको देने का उन्होंने एक प्लान बनाया हुआ है। कांग्रेस के नेता कहते हैं कि देश की संपत्ति पर पहला हक माइनॉरिटी का मतलब मुसलमान का है, मोदी कहता है देश की संपत्ति पर पहला अधिकार मेरे दलित, मेरे आदिवासी, मेरे गरीब भाई-बहनों का माताओं, बेटे, बेटियों का है।

साथियों,

अब कांग्रेस की नजर ये मैं गंभीर बात बता रहा हूं आपको अब कांग्रेस की नजर दलितों, पिछड़ों, आदिवासी, ओबीसी इनके आरक्षण पर डाका डालने का इरादा है। उनको गुस्सा है कि आज देश भर में सबसे ज्यादा आदिवासी एमएलए किसके बीजेपी के, देशभर में सबसे आदिवासी एमपी किसके बीजेपी के, देशभर में दलित एमपी किसके ज्यादा बीजेपी के, राज्यों में दलित एमएलए किसके ज्यादा बीजेपी के, कांग्रेस को गुस्सा है कि आदिवासी, ये दलित, ये ओबीसी बीजेपी का समर्थन करते हैं अब उनको शिक्षा करने का उनका मन है और वो इतने गुस्से में है कि आपको जो आरक्षण बाबा साहेब अंबेडकर ने दिया है आपको जो संविधान बाबा साहेब अंबेडकर ने दिया है उनकी पीठ में छुरा भोंककर आपको जो रिजर्वेशन मिला है आरक्षण मिला है उसमें वो लूट करके मुसलमानों को धर्म के आधार पर डाका डालके उनको देना चाहते हैं। क्या हम ऐसा करने देंगे क्या? इनको संविधान के ऊपर खिलवाड़ करने देंगे क्या? ये बिहार के आरजेडी के नेता, ये कांग्रेस के नेता माथे पर संविधान की किताब रख के नाच रहे हैं और संविधान के साथ धोखा कर रहे हैं। मैं बताता हूं कैसे करते हैं अभी कर्नाटक में उन्होंने रातों-रात एक फतवा निकाला, एक ऑर्डर निकाला रातों-रात ठप्पा मार दिया ऑर्डर क्या कि कर्नाटक में (एक मिनट एक मिनट सुनिए, सुनिए भाई पहले जरा सुनिए बाद में मोदी-मोदी करिए पहला ढंग से सुनिए ये काम में आने वाली बात है समझने वाली बात है) कर्नाटक में रातों- रात उन्होंने एक फतवा निकाला और फतवा क्या निकाला कर्नाटक में जितने मुसलमान हैं जितने, कितना ही पढ़ा लिखा क्यों ना हो, कितना ही अमीर क्यों ना हो, कितना ही बड़े घराने का क्यों न बस वो मुसलमान है तो उन्होंने फतवा निकाला कि कर्नाटक के सारे मुसलमान ओबीसी हैं, रातों-रात ओबीसी हो गए और ओबीसी को जो 27 परसेंट आरक्षण मिलता था रातों-रात उसकी लूट उनके खाते में चली गई। देश देखता रह गया और ये पूरा मॉडल देश में लागू करना चाहते हैं क्या ये करने देंगे क्या? ये हम करने देंगे क्या? और कांग्रेस वाले, जेएमएम वाले, आरजेडी वाले कान खोल के सुन लो जब तक मोदी जिंदा है, जब तक मोदी जिंदा है तुम संविधान को हाथ नहीं लगा पाओगे, जब तक मोदी जिंदा है तुम आदिवासियों का आरक्षण नहीं लूट पाओगे, जब तक मोदी जिंदा है तुम दलितों के आरक्षण को लूट नहीं पाओगे, जब तक मोदी जिंदा है तुम ओबीसी के आरक्षण को लूट नहीं पाओगे।

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भाइयों-बहनों,

मेरी आप सबको गारंटी है, भारतीय जनता पार्टी की गारंटी है दुनिया की कोई ताकत हमारे संविधान को हाथ नहीं लगा सकती। बाबा साहेब अंबेडकर ने जो आरक्षण दिया है उसको कोई हाथ नहीं लगा सकता है ये मोदी की गारंटी है। साथियों, मैं पिछले 10 दिन से कांग्रेस को तीन चुनौतियां देता हूं और मैं उनको कहता हूं तुम लिखित में देश को कहो, मैं तो खुलेआम आरोप करता हूं तुम लिखित में देश को बताओ, कांग्रेस लिखकर के दे कि वो एससी, एसटी, ओबीसी का आरक्षण काटकर धर्म के आधार पर मुस्लिमों को नहीं देंगे लिख करके दो, नहीं देते हैं। कांग्रेस का कोई नेता इसका जवाब देने को तैयार नहीं है। आप मुझे बताइए, बाबा साहेब ने आरक्षण का जो अधिकार आपको दिया है क्या हम कांग्रेस को छीनने देंगे क्या? अगर मोदी आपके लिए लड़ना चाहता है मरना चाहता है तो मोदी को आशीर्वाद मिलना चाहिए कि नहीं मिलना चाहिए।

भाइयों और बहनों,

कांग्रेस, जेएमएम और उन सहयोगी अपने वोट बैंक के लिए कुछ भी कर रहे हैं। ये लोग झारखंड में घुसपैठियों को ठिकाना दे रहे हैं, ये घुसपैठिए हमारे आदिवासी भाई-बहनों की जमीन पर कब्जा कर रहे हैं। संथाल परगना जैसी जगहों पर इस घुसपैठ के कारण आदिवासियों की संख्या घट रही है, हमारी बहन- बेटियों की इज्जत सुरक्षित नहीं है। ये ही खेल इन लोगों ने बंगाल में खेला था, बंगाल के आदिवासी इलाकों में लोग घुसपैठियों के आतंक से जूझ रहे हैं, लोगों का जीवन सुरक्षित नहीं है, ऐसा ही ये हाल यहां झारखंड में बनाना चाहते हैं लेकिन जेएमएम सरकार वोट बैंक की भूख में वोट पाने के लिए आंख मूंदकर ये पाप कर रही है।

साथियों,

13 मई को आपका वोट झारखंड के विकास और सुरक्षा की गारंटी बनने वाला है। आपका जो भरोसा मोदी पर है उसे आपको कमल का बटन दबाकर ये वोट मुझ तक पहुंचाना है, मोदी के खाते में जमा करवाना है। सिंहभूम से भाजपा प्रत्याशी बहन गीता कोड़ा और खूंटी से मेरे साथी अर्जुन मुंडा उनको दिया आपका वोट मोदी को मजबूत करेगा, इनको मिला आपका वोट सीधा-सीधा मोदी तक जाएगा। तो आप घर-घर जाएंगे, घर-घर जाएंगे, ज्यादा मतदान कराएंगे। मुझे सबसे जवाब चाहिए घर-घर जाएंगे, ज्यादा मतदान कराएंगे। सबसे ज्यादा वोटों से जिताएंगे, सब पोलिंग बूथ जिताएंगे तो एक काम कीजिए अपना मोबाइल फोन निकालिए और उसका फ्लैशलाइट चालू कीजिए, सबके सब अपना मोबाइल फोन की फ्लैशलाइट चालू कीजिए सबके सब अपने मोबाइल फोन की फ्लैशलाइट चालू कीजिए सबके मोबाइल की फ्लैशलाइट चले। मेरा एक काम करेंगे.. मेरा एक काम करेंगे देखिए यहां से जाकर के परिवारों में जाना और कहना मोदी जी आए थे और मोदी जी ने आपको जोहार कहा है। मोदी का जोहार पहुंचाओगे घर-घर में, हर घर में मेरा जोहार पहुंचाओगे।
बोलिए भारत माता की..भारत माता की..भारत माता की।
बहुत-बहुत धन्यवाद।

  • कृष्ण सिंह राजपुरोहित भाजपा विधान सभा गुड़ामा लानी November 21, 2024

    जय श्री राम 🚩 वन्दे मातरम् जय भाजपा विजय भाजपा
  • Sangita devi November 04, 2024

    जमशेदपुर झारखंड पश्चिम विधानसभा कमल खिल के ही रहेगा कमल खिल के ही रहेगा
  • Devendra Kunwar October 08, 2024

    BJP
  • SHASHANK SHEKHAR SINGH October 01, 2024

    Jai shree Krishna
  • Sajdeepak Chouhan October 01, 2024

    kishan सम्मान निधि
  • दिग्विजय सिंह राना September 18, 2024

    हर हर महादेव
  • Pradhuman Singh Tomar July 04, 2024

    BJP
  • Dr Mukesh Ludanan July 02, 2024

    Jai ho
  • Dharmendra Singh June 18, 2024

    जय श्रीं राम ||🙏
  • krishangopal sharma Bjp June 13, 2024

    नमो नमो 🙏 जय भाजपा 🙏
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140 crore Indians have taken a collective resolve to build a Viksit Bharat: PM Modi on Independence Day

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"Huge opportunity": Japan delegation meets PM Modi, expressing their eagerness to invest in India
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Today, India is not just a Nation of Dreams but also a Nation That Delivers: PM Modi in TV9 Summit
March 28, 2025
QuoteToday, the world's eyes are on India: PM
QuoteIndia's youth is rapidly becoming skilled and driving innovation forward: PM
Quote"India First" has become the mantra of India's foreign policy: PM
QuoteToday, India is not just participating in the world order but also contributing to shaping and securing the future: PM
QuoteIndia has given Priority to humanity over monopoly: PM
QuoteToday, India is not just a Nation of Dreams but also a Nation That Delivers: PM

श्रीमान रामेश्वर गारु जी, रामू जी, बरुन दास जी, TV9 की पूरी टीम, मैं आपके नेटवर्क के सभी दर्शकों का, यहां उपस्थित सभी महानुभावों का अभिनंदन करता हूं, इस समिट के लिए बधाई देता हूं।

TV9 नेटवर्क का विशाल रीजनल ऑडियंस है। और अब तो TV9 का एक ग्लोबल ऑडियंस भी तैयार हो रहा है। इस समिट में अनेक देशों से इंडियन डायस्पोरा के लोग विशेष तौर पर लाइव जुड़े हुए हैं। कई देशों के लोगों को मैं यहां से देख भी रहा हूं, वे लोग वहां से वेव कर रहे हैं, हो सकता है, मैं सभी को शुभकामनाएं देता हूं। मैं यहां नीचे स्क्रीन पर हिंदुस्तान के अनेक शहरों में बैठे हुए सब दर्शकों को भी उतने ही उत्साह, उमंग से देख रहा हूं, मेरी तरफ से उनका भी स्वागत है।

साथियों,

आज विश्व की दृष्टि भारत पर है, हमारे देश पर है। दुनिया में आप किसी भी देश में जाएं, वहां के लोग भारत को लेकर एक नई जिज्ञासा से भरे हुए हैं। आखिर ऐसा क्या हुआ कि जो देश 70 साल में ग्यारहवें नंबर की इकोनॉमी बना, वो महज 7-8 साल में पांचवे नंबर की इकोनॉमी बन गया? अभी IMF के नए आंकड़े सामने आए हैं। वो आंकड़े कहते हैं कि भारत, दुनिया की एकमात्र मेजर इकोनॉमी है, जिसने 10 वर्षों में अपने GDP को डबल किया है। बीते दशक में भारत ने दो लाख करोड़ डॉलर, अपनी इकोनॉमी में जोड़े हैं। GDP का डबल होना सिर्फ आंकड़ों का बदलना मात्र नहीं है। इसका impact देखिए, 25 करोड़ लोग गरीबी से बाहर निकले हैं, और ये 25 करोड़ लोग एक नियो मिडिल क्लास का हिस्सा बने हैं। ये नियो मिडिल क्लास, एक प्रकार से नई ज़िंदगी शुरु कर रहा है। ये नए सपनों के साथ आगे बढ़ रहा है, हमारी इकोनॉमी में कंट्रीब्यूट कर रहा है, और उसको वाइब्रेंट बना रहा है। आज दुनिया की सबसे बड़ी युवा आबादी हमारे भारत में है। ये युवा, तेज़ी से स्किल्ड हो रहा है, इनोवेशन को गति दे रहा है। और इन सबके बीच, भारत की फॉरेन पॉलिसी का मंत्र बन गया है- India First, एक जमाने में भारत की पॉलिसी थी, सबसे समान रूप से दूरी बनाकर चलो, Equi-Distance की पॉलिसी, आज के भारत की पॉलिसी है, सबके समान रूप से करीब होकर चलो, Equi-Closeness की पॉलिसी। दुनिया के देश भारत की ओपिनियन को, भारत के इनोवेशन को, भारत के एफर्ट्स को, जैसा महत्व आज दे रहे हैं, वैसा पहले कभी नहीं हुआ। आज दुनिया की नजर भारत पर है, आज दुनिया जानना चाहती है, What India Thinks Today.

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साथियों,

भारत आज, वर्ल्ड ऑर्डर में सिर्फ पार्टिसिपेट ही नहीं कर रहा, बल्कि फ्यूचर को शेप और सेक्योर करने में योगदान दे रहा है। दुनिया ने ये कोरोना काल में अच्छे से अनुभव किया है। दुनिया को लगता था कि हर भारतीय तक वैक्सीन पहुंचने में ही, कई-कई साल लग जाएंगे। लेकिन भारत ने हर आशंका को गलत साबित किया। हमने अपनी वैक्सीन बनाई, हमने अपने नागरिकों का तेज़ी से वैक्सीनेशन कराया, और दुनिया के 150 से अधिक देशों तक दवाएं और वैक्सीन्स भी पहुंचाईं। आज दुनिया, और जब दुनिया संकट में थी, तब भारत की ये भावना दुनिया के कोने-कोने तक पहुंची कि हमारे संस्कार क्या हैं, हमारा तौर-तरीका क्या है।

साथियों,

अतीत में दुनिया ने देखा है कि दूसरे विश्व युद्ध के बाद जब भी कोई वैश्विक संगठन बना, उसमें कुछ देशों की ही मोनोपोली रही। भारत ने मोनोपोली नहीं बल्कि मानवता को सर्वोपरि रखा। भारत ने, 21वीं सदी के ग्लोबल इंस्टीट्यूशन्स के गठन का रास्ता बनाया, और हमने ये ध्यान रखा कि सबकी भागीदारी हो, सबका योगदान हो। जैसे प्राकृतिक आपदाओं की चुनौती है। देश कोई भी हो, इन आपदाओं से इंफ्रास्ट्रक्चर को भारी नुकसान होता है। आज ही म्यांमार में जो भूकंप आया है, आप टीवी पर देखें तो बहुत बड़ी-बड़ी इमारतें ध्वस्त हो रही हैं, ब्रिज टूट रहे हैं। और इसलिए भारत ने Coalition for Disaster Resilient Infrastructure - CDRI नाम से एक वैश्विक नया संगठन बनाने की पहल की। ये सिर्फ एक संगठन नहीं, बल्कि दुनिया को प्राकृतिक आपदाओं के लिए तैयार करने का संकल्प है। भारत का प्रयास है, प्राकृतिक आपदा से, पुल, सड़कें, बिल्डिंग्स, पावर ग्रिड, ऐसा हर इंफ्रास्ट्रक्चर सुरक्षित रहे, सुरक्षित निर्माण हो।

साथियों,

भविष्य की चुनौतियों से निपटने के लिए हर देश का मिलकर काम करना बहुत जरूरी है। ऐसी ही एक चुनौती है, हमारे एनर्जी रिसोर्सेस की। इसलिए पूरी दुनिया की चिंता करते हुए भारत ने International Solar Alliance (ISA) का समाधान दिया है। ताकि छोटे से छोटा देश भी सस्टेनबल एनर्जी का लाभ उठा सके। इससे क्लाइमेट पर तो पॉजिटिव असर होगा ही, ये ग्लोबल साउथ के देशों की एनर्जी नीड्स को भी सिक्योर करेगा। और आप सबको ये जानकर गर्व होगा कि भारत के इस प्रयास के साथ, आज दुनिया के सौ से अधिक देश जुड़ चुके हैं।

साथियों,

बीते कुछ समय से दुनिया, ग्लोबल ट्रेड में असंतुलन और लॉजिस्टिक्स से जुड़ी challenges का सामना कर रही है। इन चुनौतियों से निपटने के लिए भी भारत ने दुनिया के साथ मिलकर नए प्रयास शुरु किए हैं। India–Middle East–Europe Economic Corridor (IMEC), ऐसा ही एक महत्वाकांक्षी प्रोजेक्ट है। ये प्रोजेक्ट, कॉमर्स और कनेक्टिविटी के माध्यम से एशिया, यूरोप और मिडिल ईस्ट को जोड़ेगा। इससे आर्थिक संभावनाएं तो बढ़ेंगी ही, दुनिया को अल्टरनेटिव ट्रेड रूट्स भी मिलेंगे। इससे ग्लोबल सप्लाई चेन भी और मजबूत होगी।

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साथियों,

ग्लोबल सिस्टम्स को, अधिक पार्टिसिपेटिव, अधिक डेमोक्रेटिक बनाने के लिए भी भारत ने अनेक कदम उठाए हैं। और यहीं, यहीं पर ही भारत मंडपम में जी-20 समिट हुई थी। उसमें अफ्रीकन यूनियन को जी-20 का परमानेंट मेंबर बनाया गया है। ये बहुत बड़ा ऐतिहासिक कदम था। इसकी मांग लंबे समय से हो रही थी, जो भारत की प्रेसीडेंसी में पूरी हुई। आज ग्लोबल डिसीजन मेकिंग इंस्टीट्यूशन्स में भारत, ग्लोबल साउथ के देशों की आवाज़ बन रहा है। International Yoga Day, WHO का ग्लोबल सेंटर फॉर ट्रेडिशनल मेडिसिन, आर्टिफिशियल इंटेलीजेंस के लिए ग्लोबल फ्रेमवर्क, ऐसे कितने ही क्षेत्रों में भारत के प्रयासों ने नए वर्ल्ड ऑर्डर में अपनी मजबूत उपस्थिति दर्ज कराई है, और ये तो अभी शुरूआत है, ग्लोबल प्लेटफॉर्म पर भारत का सामर्थ्य नई ऊंचाई की तरफ बढ़ रहा है।

साथियों,

21वीं सदी के 25 साल बीत चुके हैं। इन 25 सालों में 11 साल हमारी सरकार ने देश की सेवा की है। और जब हम What India Thinks Today उससे जुड़ा सवाल उठाते हैं, तो हमें ये भी देखना होगा कि Past में क्या सवाल थे, क्या जवाब थे। इससे TV9 के विशाल दर्शक समूह को भी अंदाजा होगा कि कैसे हम, निर्भरता से आत्मनिर्भरता तक, Aspirations से Achievement तक, Desperation से Development तक पहुंचे हैं। आप याद करिए, एक दशक पहले, गांव में जब टॉयलेट का सवाल आता था, तो माताओं-बहनों के पास रात ढलने के बाद और भोर होने से पहले का ही जवाब होता था। आज उसी सवाल का जवाब स्वच्छ भारत मिशन से मिलता है। 2013 में जब कोई इलाज की बात करता था, तो महंगे इलाज की चर्चा होती थी। आज उसी सवाल का समाधान आयुष्मान भारत में नजर आता है। 2013 में किसी गरीब की रसोई की बात होती थी, तो धुएं की तस्वीर सामने आती थी। आज उसी समस्या का समाधान उज्ज्वला योजना में दिखता है। 2013 में महिलाओं से बैंक खाते के बारे में पूछा जाता था, तो वो चुप्पी साध लेती थीं। आज जनधन योजना के कारण, 30 करोड़ से ज्यादा बहनों का अपना बैंक अकाउंट है। 2013 में पीने के पानी के लिए कुएं और तालाबों तक जाने की मजबूरी थी। आज उसी मजबूरी का हल हर घर नल से जल योजना में मिल रहा है। यानि सिर्फ दशक नहीं बदला, बल्कि लोगों की ज़िंदगी बदली है। और दुनिया भी इस बात को नोट कर रही है, भारत के डेवलपमेंट मॉडल को स्वीकार रही है। आज भारत सिर्फ Nation of Dreams नहीं, बल्कि Nation That Delivers भी है।

साथियों,

जब कोई देश, अपने नागरिकों की सुविधा और समय को महत्व देता है, तब उस देश का समय भी बदलता है। यही आज हम भारत में अनुभव कर रहे हैं। मैं आपको एक उदाहरण देता हूं। पहले पासपोर्ट बनवाना कितना बड़ा काम था, ये आप जानते हैं। लंबी वेटिंग, बहुत सारे कॉम्प्लेक्स डॉक्यूमेंटेशन का प्रोसेस, अक्सर राज्यों की राजधानी में ही पासपोर्ट केंद्र होते थे, छोटे शहरों के लोगों को पासपोर्ट बनवाना होता था, तो वो एक-दो दिन कहीं ठहरने का इंतजाम करके चलते थे, अब वो हालात पूरी तरह बदल गया है, एक आंकड़े पर आप ध्यान दीजिए, पहले देश में सिर्फ 77 पासपोर्ट सेवा केंद्र थे, आज इनकी संख्या 550 से ज्यादा हो गई है। पहले पासपोर्ट बनवाने में, और मैं 2013 के पहले की बात कर रहा हूं, मैं पिछले शताब्दी की बात नहीं कर रहा हूं, पासपोर्ट बनवाने में जो वेटिंग टाइम 50 दिन तक होता था, वो अब 5-6 दिन तक सिमट गया है।

साथियों,

ऐसा ही ट्रांसफॉर्मेशन हमने बैंकिंग इंफ्रास्ट्रक्चर में भी देखा है। हमारे देश में 50-60 साल पहले बैंकों का नेशनलाइजेशन किया गया, ये कहकर कि इससे लोगों को बैंकिंग सुविधा सुलभ होगी। इस दावे की सच्चाई हम जानते हैं। हालत ये थी कि लाखों गांवों में बैंकिंग की कोई सुविधा ही नहीं थी। हमने इस स्थिति को भी बदला है। ऑनलाइन बैंकिंग तो हर घर में पहुंचाई है, आज देश के हर 5 किलोमीटर के दायरे में कोई न कोई बैंकिंग टच प्वाइंट जरूर है। और हमने सिर्फ बैंकिंग इंफ्रास्ट्रक्चर का ही दायरा नहीं बढ़ाया, बल्कि बैंकिंग सिस्टम को भी मजबूत किया। आज बैंकों का NPA बहुत कम हो गया है। आज बैंकों का प्रॉफिट, एक लाख 40 हज़ार करोड़ रुपए के नए रिकॉर्ड को पार कर चुका है। और इतना ही नहीं, जिन लोगों ने जनता को लूटा है, उनको भी अब लूटा हुआ धन लौटाना पड़ रहा है। जिस ED को दिन-रात गालियां दी जा रही है, ED ने 22 हज़ार करोड़ रुपए से अधिक वसूले हैं। ये पैसा, कानूनी तरीके से उन पीड़ितों तक वापिस पहुंचाया जा रहा है, जिनसे ये पैसा लूटा गया था।

साथियों,

Efficiency से गवर्नमेंट Effective होती है। कम समय में ज्यादा काम हो, कम रिसोर्सेज़ में अधिक काम हो, फिजूलखर्ची ना हो, रेड टेप के बजाय रेड कार्पेट पर बल हो, जब कोई सरकार ये करती है, तो समझिए कि वो देश के संसाधनों को रिस्पेक्ट दे रही है। और पिछले 11 साल से ये हमारी सरकार की बड़ी प्राथमिकता रहा है। मैं कुछ उदाहरणों के साथ अपनी बात बताऊंगा।

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साथियों,

अतीत में हमने देखा है कि सरकारें कैसे ज्यादा से ज्यादा लोगों को मिनिस्ट्रीज में accommodate करने की कोशिश करती थीं। लेकिन हमारी सरकार ने अपने पहले कार्यकाल में ही कई मंत्रालयों का विलय कर दिया। आप सोचिए, Urban Development अलग मंत्रालय था और Housing and Urban Poverty Alleviation अलग मंत्रालय था, हमने दोनों को मर्ज करके Housing and Urban Affairs मंत्रालय बना दिया। इसी तरह, मिनिस्ट्री ऑफ ओवरसीज़ अफेयर्स अलग था, विदेश मंत्रालय अलग था, हमने इन दोनों को भी एक साथ जोड़ दिया, पहले जल संसाधन, नदी विकास मंत्रालय अलग था, और पेयजल मंत्रालय अलग था, हमने इन्हें भी जोड़कर जलशक्ति मंत्रालय बना दिया। हमने राजनीतिक मजबूरी के बजाय, देश की priorities और देश के resources को आगे रखा।

साथियों,

हमारी सरकार ने रूल्स और रेगुलेशन्स को भी कम किया, उन्हें आसान बनाया। करीब 1500 ऐसे कानून थे, जो समय के साथ अपना महत्व खो चुके थे। उनको हमारी सरकार ने खत्म किया। करीब 40 हज़ार, compliances को हटाया गया। ऐसे कदमों से दो फायदे हुए, एक तो जनता को harassment से मुक्ति मिली, और दूसरा, सरकारी मशीनरी की एनर्जी भी बची। एक और Example GST का है। 30 से ज्यादा टैक्सेज़ को मिलाकर एक टैक्स बना दिया गया है। इसको process के, documentation के हिसाब से देखें तो कितनी बड़ी बचत हुई है।

साथियों,

सरकारी खरीद में पहले कितनी फिजूलखर्ची होती थी, कितना करप्शन होता था, ये मीडिया के आप लोग आए दिन रिपोर्ट करते थे। हमने, GeM यानि गवर्नमेंट ई-मार्केटप्लेस प्लेटफॉर्म बनाया। अब सरकारी डिपार्टमेंट, इस प्लेटफॉर्म पर अपनी जरूरतें बताते हैं, इसी पर वेंडर बोली लगाते हैं और फिर ऑर्डर दिया जाता है। इसके कारण, भ्रष्टाचार की गुंजाइश कम हुई है, और सरकार को एक लाख करोड़ रुपए से अधिक की बचत भी हुई है। डायरेक्ट बेनिफिट ट्रांसफर- DBT की जो व्यवस्था भारत ने बनाई है, उसकी तो दुनिया में चर्चा है। DBT की वजह से टैक्स पेयर्स के 3 लाख करोड़ रुपए से ज्यादा, गलत हाथों में जाने से बचे हैं। 10 करोड़ से ज्यादा फर्ज़ी लाभार्थी, जिनका जन्म भी नहीं हुआ था, जो सरकारी योजनाओं का फायदा ले रहे थे, ऐसे फर्जी नामों को भी हमने कागजों से हटाया है।

साथियों,

 

हमारी सरकार टैक्स की पाई-पाई का ईमानदारी से उपयोग करती है, और टैक्सपेयर का भी सम्मान करती है, सरकार ने टैक्स सिस्टम को टैक्सपेयर फ्रेंडली बनाया है। आज ITR फाइलिंग का प्रोसेस पहले से कहीं ज्यादा सरल और तेज़ है। पहले सीए की मदद के बिना, ITR फाइल करना मुश्किल होता था। आज आप कुछ ही समय के भीतर खुद ही ऑनलाइन ITR फाइल कर पा रहे हैं। और रिटर्न फाइल करने के कुछ ही दिनों में रिफंड आपके अकाउंट में भी आ जाता है। फेसलेस असेसमेंट स्कीम भी टैक्सपेयर्स को परेशानियों से बचा रही है। गवर्नेंस में efficiency से जुड़े ऐसे अनेक रिफॉर्म्स ने दुनिया को एक नया गवर्नेंस मॉडल दिया है।

साथियों,

पिछले 10-11 साल में भारत हर सेक्टर में बदला है, हर क्षेत्र में आगे बढ़ा है। और एक बड़ा बदलाव सोच का आया है। आज़ादी के बाद के अनेक दशकों तक, भारत में ऐसी सोच को बढ़ावा दिया गया, जिसमें सिर्फ विदेशी को ही बेहतर माना गया। दुकान में भी कुछ खरीदने जाओ, तो दुकानदार के पहले बोल यही होते थे – भाई साहब लीजिए ना, ये तो इंपोर्टेड है ! आज स्थिति बदल गई है। आज लोग सामने से पूछते हैं- भाई, मेड इन इंडिया है या नहीं है?

साथियों,

आज हम भारत की मैन्युफैक्चरिंग एक्सीलेंस का एक नया रूप देख रहे हैं। अभी 3-4 दिन पहले ही एक न्यूज आई है कि भारत ने अपनी पहली MRI मशीन बना ली है। अब सोचिए, इतने दशकों तक हमारे यहां स्वदेशी MRI मशीन ही नहीं थी। अब मेड इन इंडिया MRI मशीन होगी तो जांच की कीमत भी बहुत कम हो जाएगी।

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साथियों,

आत्मनिर्भर भारत और मेक इन इंडिया अभियान ने, देश के मैन्युफैक्चरिंग सेक्टर को एक नई ऊर्जा दी है। पहले दुनिया भारत को ग्लोबल मार्केट कहती थी, आज वही दुनिया, भारत को एक बड़े Manufacturing Hub के रूप में देख रही है। ये सक्सेस कितनी बड़ी है, इसके उदाहरण आपको हर सेक्टर में मिलेंगे। जैसे हमारी मोबाइल फोन इंडस्ट्री है। 2014-15 में हमारा एक्सपोर्ट, वन बिलियन डॉलर तक भी नहीं था। लेकिन एक दशक में, हम ट्वेंटी बिलियन डॉलर के फिगर से भी आगे निकल चुके हैं। आज भारत ग्लोबल टेलिकॉम और नेटवर्किंग इंडस्ट्री का एक पावर सेंटर बनता जा रहा है। Automotive Sector की Success से भी आप अच्छी तरह परिचित हैं। इससे जुड़े Components के एक्सपोर्ट में भी भारत एक नई पहचान बना रहा है। पहले हम बहुत बड़ी मात्रा में मोटर-साइकल पार्ट्स इंपोर्ट करते थे। लेकिन आज भारत में बने पार्ट्स UAE और जर्मनी जैसे अनेक देशों तक पहुंच रहे हैं। सोलर एनर्जी सेक्टर ने भी सफलता के नए आयाम गढ़े हैं। हमारे सोलर सेल्स, सोलर मॉड्यूल का इंपोर्ट कम हो रहा है और एक्सपोर्ट्स 23 गुना तक बढ़ गए हैं। बीते एक दशक में हमारा डिफेंस एक्सपोर्ट भी 21 गुना बढ़ा है। ये सारी अचीवमेंट्स, देश की मैन्युफैक्चरिंग इकोनॉमी की ताकत को दिखाती है। ये दिखाती है कि भारत में कैसे हर सेक्टर में नई जॉब्स भी क्रिएट हो रही हैं।

साथियों,

TV9 की इस समिट में, विस्तार से चर्चा होगी, अनेक विषयों पर मंथन होगा। आज हम जो भी सोचेंगे, जिस भी विजन पर आगे बढ़ेंगे, वो हमारे आने वाले कल को, देश के भविष्य को डिजाइन करेगा। पिछली शताब्दी के इसी दशक में, भारत ने एक नई ऊर्जा के साथ आजादी के लिए नई यात्रा शुरू की थी। और हमने 1947 में आजादी हासिल करके भी दिखाई। अब इस दशक में हम विकसित भारत के लक्ष्य के लिए चल रहे हैं। और हमें 2047 तक विकसित भारत का सपना जरूर पूरा करना है। और जैसा मैंने लाल किले से कहा है, इसमें सबका प्रयास आवश्यक है। इस समिट का आयोजन कर, TV9 ने भी अपनी तरफ से एक positive initiative लिया है। एक बार फिर आप सभी को इस समिट की सफलता के लिए मेरी ढेर सारी शुभकामनाएं हैं।

मैं TV9 को विशेष रूप से बधाई दूंगा, क्योंकि पहले भी मीडिया हाउस समिट करते रहे हैं, लेकिन ज्यादातर एक छोटे से फाइव स्टार होटल के कमरे में, वो समिट होती थी और बोलने वाले भी वही, सुनने वाले भी वही, कमरा भी वही। TV9 ने इस परंपरा को तोड़ा और ये जो मॉडल प्लेस किया है, 2 साल के भीतर-भीतर देख लेना, सभी मीडिया हाउस को यही करना पड़ेगा। यानी TV9 Thinks Today वो बाकियों के लिए रास्ता खोल देगा। मैं इस प्रयास के लिए बहुत-बहुत अभिनंदन करता हूं, आपकी पूरी टीम को, और सबसे बड़ी खुशी की बात है कि आपने इस इवेंट को एक मीडिया हाउस की भलाई के लिए नहीं, देश की भलाई के लिए आपने उसकी रचना की। 50,000 से ज्यादा नौजवानों के साथ एक मिशन मोड में बातचीत करना, उनको जोड़ना, उनको मिशन के साथ जोड़ना और उसमें से जो बच्चे सिलेक्ट होकर के आए, उनकी आगे की ट्रेनिंग की चिंता करना, ये अपने आप में बहुत अद्भुत काम है। मैं आपको बहुत बधाई देता हूं। जिन नौजवानों से मुझे यहां फोटो निकलवाने का मौका मिला है, मुझे भी खुशी हुई कि देश के होनहार लोगों के साथ, मैं अपनी फोटो निकलवा पाया। मैं इसे अपना सौभाग्य मानता हूं दोस्तों कि आपके साथ मेरी फोटो आज निकली है। और मुझे पक्का विश्वास है कि सारी युवा पीढ़ी, जो मुझे दिख रही है, 2047 में जब देश विकसित भारत बनेगा, सबसे ज्यादा बेनिफिशियरी आप लोग हैं, क्योंकि आप उम्र के उस पड़ाव पर होंगे, जब भारत विकसित होगा, आपके लिए मौज ही मौज है। आपको बहुत-बहुत शुभकामनाएं।

धन्यवाद।