QuoteThe situation of the Congress, which ruled for 60 years, is very worrying: PM Modi in Sabarkantha

भारत माता की जय,

हेमनगर वासिओ कैसे हो? ये भाई मीडिया वाले खड़े रहेंगे, आप कहा इनको बिठा रहे हो? अब तो मुझे साबरकांठा कहाँ देखना बाकि है, आप मुझे देख ही चुके हैं, साबरकांठा से मेरा कई दशकों से गहरा रिश्ता है। पीढ़ियाँ बदल गईं, रंग बदल गए, लेकिन साबरकांठा का प्यार मुझ पर वैसा ही रहा और आपके प्यार, आपके आशीर्वाद के कारण मुझे आप सब पर बहुत भरोसा है।

साथियो,

हो सकता है दुनिया के लोग मोदी को देश के प्रधानमंत्री के तौर पर जानते हों लेकिन देश के लिए मैं सिर्फ एक सेवक हूं । देशवासियों की सेवा का व्रत लेकर, आपके लिए महेनत करने वाला और सदैव आपका साथी। मैं यहां कई लोगों को नाम लेकर बुला सकता हूं और कई लोग यहां तक ​​कह सकते हैं, "अरे नरेंद्र भाई, रुको और देखो"। हमारा रिश्ता ऐसा है और हम उस शक्ति के साथ आगे बढ़ रहे हैं। मैं कई बार आया हूं, लेकिन आज मैं आपसे कुछ मांगने आया हूं।' सरकारी कामों में जब में आता हूँ तो कुछ देने के लिए आता हूँ, सरकारी योजना होती है, शिलान्यास होता है, उद्घाटन होता है, लेकिन कुछ मांगने तो आना ही चाहिए! और मुझे आपका आशीर्वाद चाहिए । देश के 140 करोड़ नागरिक सपनों के साथ जी सकें, इसके लिए मैं अथाग परिश्रम करूँगा, मुझसे कहीं भी कोई कमी ना रहे और इसके लिए मुझे मजबूत समर्थन की जरूरत है। मुझे गुजरात के मेरे सभी साथियों की आवश्यकता है। मैं चाहता हूं कि साबरकांठा और मेहसाणा भी चाहिए । मुझे पूरा विश्वास है कि भारतीय जनता पार्टी 7 तारीख को हर पोलिंग बूथ पर अभूतपूर्व मतदान करके विजय हासिल करने के संकल्प के साथ विजय हासिल करेगी ।

भाईओ और बहनो,

2014 में जब आपने मुझे दिल्ली भेजा तो वहाँ कुछ छोटे-बड़े काम करने के लिए थोड़ी मुझे दिल्ली भेजा गया। आपने मुझे चुनौतियों को चुनौती देने के लिए भेजा है, चुनौतियों को नजरअंदाज करने के लिए नहीं। चुनौतियों का सामना करने के लिए भेजा गया है और इस मिट्टी में वह ताकत है। दुनिया ने महात्मा गांधी में वह ताकत देखी। देश ने सरदार वल्लभभाई पटेल में वह क्षमता देखी। इस मिट्टी में वह ताकत है जिसने मुझे बड़ा किया और मैं आपके द्वारा दिए गए संस्कारों के माध्यम से, आपकी दी गई शिक्षा के माध्यम से देश की सेवा में दिन-रात समर्पित हूं। आज मैं संतोष के साथ कह सकता हूं कि मैंने कोई कसर नहीं छोड़ी। ये कांग्रेस के लोग देश को डराते थे कि अगर राम मंदिर बना तो देश में आग लग जायेगी, राम मंदिर बन गया ना? शान ने बनाया या नहीं बनाया? प्रभु राम की प्राण प्रतिष्ठित हुई या नहीं हुई? कहीं आग लगी? कहां हुई तूतू-मैंमैं? क्या देश के सभी लोगों ने इसे उत्सव के रूप में मनाया या नहीं? यह इस बात का सटीक उदाहरण है कि कांग्रेस के लोग जमीनी हकीकत से कितने अनभिज्ञ हैं और अपनी वोट बैंक की राजनीति के लिए किस तरह लोगों को डराते और धमकाते रहते हैं। देश में कहीं भी आग नहीं लगी, लेकिन कांग्रेस के दिलों में जो आग लगी है उसे कोई बुझा नहीं सकता । आप कल्पना कर सकते हैं कि देश आजाद होने के दूसरे दिन ही भगवान राम के मंदिर का निर्माण शुरू हो जाना चाहिए था, लेकिन ऐसा नहीं हुआ, देश को संघर्ष करना पड़ा। कांग्रेस ने 70-75 साल तक इसे रोकने की कोशिश की । वे थके नहीं, उन्होंने कोशिश की, उन्होंने बाहर से भी कोशिश की, उन्होंने कानून भी बनाया ताकि राम मंदिर न बने। लेकिन आख़िरकार कोर्ट ने फैसला किया...

बेटा, मैंने तुम्हारी फोटो देखी है, बैठ जाओ, पीछे बैठे लोगों को परेशानी होगी।

जो राम मंदिर के ट्रस्टी है उन लोगों ने सब कुछ माफ कर दिया, जिन्होंने राम मंदिर का विरोध किया था, उन्हें माफ कर दिया और प्राणप्रतिष्ठा में बुलाया। आइए नए सिरे से आगे बढ़ें, फिर भी इन लोगों ने भगवान राम के मंदिर की प्राण प्रतिष्ठा का निमंत्रण ठुकरा दिया । सिर्फ अपने वोट बैंक को खुश करने के लिए. ये लोग वोट बैंक की राजनीति में इतने डूब गए हैं कि अपना संतुलन खो बैठे हैं।

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साथियो,

ये लोग कह रहे थे कि अगर जम्मू-कश्मीर से धारा 370 हटा दी गई तो देश टूट जाएगा, देश में खून की नदियाँ बहेंगी। मुझे नहीं पता कि वे क्या कह रहे थे, अब तक तो वे यही कह रहे थे कि जम्मू-कश्मीर में तिरंगा फहराने वाला कोई नहीं मिलेगा। वे नहीं जानते, यह मोदी है, डराने वाले सारे खेल बंद करो। आप बताओ धारा 370 हटाई गई या नहीं हटाई गई? अरे तक गए हो तो फिर से जग जाओ और जवाब दो, धारा 370 हटी या नहीं? तुम्हें गर्व है या नहीं? क्या देश में कहीं खून की नदियाँ बहीं? और आज लाल चौक पर देश का तिरंगा शान से लहराएगा या नहीं?

साथियो,

10 साल पहले देश आतंकवाद की आग में जल रहा था और कांग्रेस को पता था कि पड़ोसी देश आतंकवादियों को आयात कर रहा है। और उनका एकमात्र काम आतंकवाद को आयात करना है और जब आतंकवादी आ रहे थे, तो वे मुंबई में 26/11 जैसी एक बहुत बड़ी घटना को आकार दे रहे थे। भारत के अलग-अलग कोनों में बम धमाके हुए, जिनमें कई लोग मारे गए। कश्मीर में आम दिनों में हमारे वीर जवान शहीद हो जाते थे और उस समय की कमजोर सरकार क्या कर रही थी? डोजियर भेज रही थी और सारी तस्वीरें, सूचनाएं और ये सब आपके यहां से आए वगैरह और कांग्रेस पाकिस्तान से कह रही थी कि हम पर बमबारी क्यों की? एक समय वह भी था जब वे डोजियर भेजते थे, जबकि आज का भारत आतंक के आकाओं को डोजियर नहीं बल्कि जवाब देता है और उन्हें उनके घर में घुसकर मारता है।

साथियो,

हमारे देश में वोटबैंक की राजनीति का शिकार अगर कोई हुआ है तो वो हैं हमारी मुस्लिम बहनें। सुप्रीम कोर्ट ने पहले ही फैसला दे दिया था, आज शहजादा संविधान लेकर घूम रहा हैं, अगर उनके मन में संविधान के प्रति उतना ही सम्मान है तो भारत का संविधान बनाने वाले सुप्रीम कोर्ट ने शाहबानो केस में कहा,लेकिन उन लोगों ने सुप्रीम कोर्ट का अपमान कर अलग कानून बना दिया और मुस्लिम बहनों को सुरक्षा नहीं दी । और तीन तलाक खत्म होने से सिर्फ मुस्लिम बहनों को ही सुरक्षा नहीं मिली है, पूरे परिवार को सुरक्षा मिली है । क्योंकि जब बेटी की शादी होती है तो पूरा परिवार बड़े अरमानों के साथ बेटी को ससुराल भेजता था, लेकिन माता-पिता को चिंता थी कि कहीं दामाद तलाक देकर बेटी को वापस घर न भेज दे! भाई परेशान रहता है, बाप परेशान रहता है, मां परेशान रहती है और कितनी बेटियां तीन तलाक सुनकर घर आ जाती थीं । परिवार बर्बाद हो गए लेकिन वोटबैंक की राजनीति के लिए इन लोगों ने तीन तलाक के कानून और परंपरा को रोकने का साहस नहीं दिखाया। मुझे वोट बैंक की परवाह नहीं थी, मैं चुनाव जीतकर और हारकर देश नहीं चलाता, मैं अपनी मुस्लिम बहनों को तीन तलाक से मुक्ति दिलाना चाहता था और मैंने इस देश से तीन तलाक ख़त्म कर दिया। लाखों बहनों का जीवन बचाया है, लाखों परिवारों का जीवन बचाया है।

भाईओ और बहनो,

आपके आशीर्वाद से जब मोदी ने ये सब किया तो कांग्रेस के शहजादा को बुखार आ गया, परेशानी हो गई और जब बुखार आता है तो आदमी कुछ भी बोलता है। शाहज़ादा कह रहे हैं, अगर तीसरी बार मोदी आए तो देश में आग लग जाएगी, पता नहीं लोगों के दिमाग में कहां से आ जाती है ये बात! लेकिन कांग्रेस के सपनों पर पानी फिर गया, इस देश की जनता कांग्रेस की हर मंशा को जान चुकी है । कांग्रेस निराशा के गर्त में डूबी हुई, जो अपनी ही पार्टी को बचा नहीं सकती, जो अपनी ही पार्टी में एक भी चिंगारी नहीं भर सकती, देश में सत्ता हासिल करने के लिए निकल पड़ी है? कांग्रेस 60 साल तक सत्ता में रही, लेकिन आज कर्ज में डूबी है. ये लोग खुलेआम कौन सी भाषा बोलते हैं! देश का बंटवारा? अरे भाई, 1947 में विभाजन देखकर देश बर्बाद हो गया और अभी भी देश के बड़े-बड़े नेता देश के विभाजन की बात कर रहे हैं! कांग्रेस और इंडी एलायंस की रणनीति देश में अराजकता फैलाना, अस्थिरता फैलाना, देश को संकट में डालना और किसी भी तरह से मोदी को बदनाम करना है। उन्होंने आज के खेल कोरोना के समय में खेले, जो 100 साल की सबसे बड़ी समस्या थी । भारत के कोविड मिशन, टीकाकरण मिशन को निष्प्रभावी करने के लिए कई खतरनाक प्रयास किए गए। जब CAA कानून आया तो देश में नकारात्मकता फैलाकर अराजकता का माहौल पैदा करने का प्रयास किया गया। आप मुझे बताएं कि विभाजन के दौरान सिख, हिंदू, ईसाई पाकिस्तान में रह गए, क्या उनके प्रति भारत की कोई जिम्मेदारी नहीं है? धर्म के नाम पर किया गया बंटवारा! तो जो लोग पीछे रह गए उनका क्या दोष था? अगर भारत ऐसे पीड़ितों को नागरिकता देता है तो कांग्रेस को परेशानी होती है। साथियों, आज भी कांग्रेस उनके कृत्यों से ऊपर नहीं उठ रही है। ये लोग हर बार चुनाव हारने पर बहाने ढूंढते हैं, EVM के कारण, EVM के कारण और जहां जीत जाते हैं वहां चुप रह जाते हैं। EVM के खिलाफ देश को भड़काने की कोशिश की जा रही है। फिलहाल सुप्रीम कोर्ट ने उन पर ऐसा सबक सिखाया है कि वो लोग अब कभी नहीं इस बारे में बोल नहीं पाएंगे । इन लोगों ने अब ऐसा काम किया है कि संविधान खतरे में है, आरक्षण खत्म हो जाएगा, ये जो लोग संविधान और आरक्षण की बात करते हैं और कांग्रेस के लोग, बाबा साहेब अंबेडकर का संविधान है, इन लोगों ने 60-70 साल तक राज किया लेकिन पूरे देश में लागू नहीं कर पाए। यह संविधान कश्मीर में लागू नहीं हो सका, कश्मीर में दलितों, आदिवासियों, पिछड़े वर्गों को आरक्षण नहीं मिला। लोग सिर्फ बड़ी-बड़ी बातें करते हैं, जबकि मोदी ही हैं जिन्होंने आकर 370 हटाया और कश्मीर में संविधान लागू किया। 70 साल बाद कश्मीर में दलितों को अधिकार मिला, आदिवासियों को अधिकार मिला, महिलाओं को अधिकार मिला, ओबीसी को अधिकार मिला। मोदी देश के हर कोने में संविधान की पवित्रता को बनाए रखने के लिए काम करते हैं। क्योंकि मोदी संविधान के प्रति समर्पित हैं ।

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भइओ और बहनो,

जबकि देश के दलित, आदिवासी, पिछड़े वर्ग ने कांग्रेस को नकार दिया है । इनके पास सब कुछ ख़त्म हो गया है इसलिए इन लोगों ने नकली वीडियो का धंधा शुरू कर दिया है, सब कुछ नकली दिखाना शुरू किया है। उनकी बात कोई नहीं सुनता, इसलिए वह चीजों को दिखाने के लिए अपने मुंह और मोदी के चेहरे का इस्तेमाल करते हैं। अरे हिम्मत है तो मुँह दिखा कर दिखाओ! यह पर्याप्त नहीं है और ये लोग जानते हैं कि देश न तो उन्हें देखना चाहता है, न उन्हें सुनना चाहता है और न ही उन्हें देखना चाहता है और आज कांग्रेस पार्टी और उसका पूरा स्वतंत्र गठबंधन एक नकली फैक्ट्री बन गया है। वे लोग बातें करते हैं, बड़ी-बड़ी बातें करते हैं, महोब्बत की दुकान आदि कहते हैं, लेकिन उनकी महोब्बत की दुकान ऐसी है कि वे नकली सामान, नकली नारे, नकली वादे बेच रहे हैं। मोदी को बदनाम करने की कोशिश की जा रही है । लेकिन, मुझे पूरा विश्वास है, मैं भारत में जहां भी रहा हूं, देश उनकी इन झूठी, थोपी हुई बातों को स्वीकार नहीं कर रहा है। पहले और दूसरे चरण के मतदान ने लोगों को विक्षुब्ध बना दिया है और वे बहाने ढूंढने लगे हैं तथा पूरी हार में भी मनोवैज्ञानिक जीत देखने लगे हैं। देश की जनता उन लोगों को कभी स्वीकार नहीं करेगी और मुझे विश्वास है कि मेरा गुजरात इस विजय यात्रा में सबसे आगे रहेगा। गुजरात सबसे ज्यादा वोट देगा, गुजरात सबसे ज्यादा बूथ जीतकर देगा और सभी सीटें गुजरात को मिलेंगी। साबरकांठा से एक प्राथमिक विद्यालय की शिक्षिका मैदान में हैं। समाज के छोटे से छोटे व्यक्ति को सम्मान देना समर्पण भाव से भारतीय जनता पार्टी की मंशा है और इसके लिए हम अपनी छोटी सी बेन शोभना को उम्मीदवार बनाकर लाए हैं। मेहसाणा से हमारे मित्र हरिभाई पटेल और यहां बीजापुर में भी विधानसभा चुनाव हैं, हमारे चावड़ाजी, सी.जे. चावड़ा, बहुत पुराने लेकिन चतुर खिलाड़ी हैं। लेकिन मैं कहूंगा कि जब वे कांग्रेस में थे तब भी उन्होंने मेरी एक भी बात नहीं टाली. आज मैं सार्वजनिक रूप से कहता हूं और मुझे खुशी है कि आज वह हमारा भागीदार बनकर गुजरात का भाग्य बदलने में योगदान देगा।

साथियों, हम सबकी जिम्मेदारी है कि हमें हर बूथ पर कमल खिलाना है और आप ये भी जान लें कि अगर आप उन्हें वोट देंगे तो वोट सीधे मोदी के खाते में जाएगा। आपका एक-एक वोट मोदी को मजबूत करेगा और आज पूरा देश एक विश्वास से कहता है
फ़िर एकबार .....मोदी सरकार
फ़िर एकबार .....मोदी सरकार
फ़िर एकबार .....मोदी सरकार

और एक और बात जो आपको नहीं भूलनी चाहिए. ये हैं हमारे भूपेन्द्र भाई जो विनम्रता और सौम्यता के साथ गुजरात के विकास के लिए कड़ी मेहनत कर रहे हैं। ये जीत गुजरात की विकास यात्रा को भी मजबूत करेगी और उसके लिए भी भाइयों-बहनों, मुझे गुजरात का भविष्य उज्ज्वल दिख रहा है और मैं उन लोगों से बात करना चाहता हूं जो पहली बार वोट कर रहे हैं। जो लोग पहली बार वोट करने जा रहे हैं। क्योंकि, जो लोग अब पहली बार वोट देने जा रहे हैं, उन्हें नहीं पता कि उनके माता-पिता कैसे परेशानी में जी रहे थे। कच्ची सड़क है तो अस्पताल नहीं, अस्पताल है तो डॉक्टर नहीं, अस्पताल है तो दवा नहीं। ये 18-20 साल के युवा हैं जिन्हें नहीं पता कि उनके माता-पिता पुरानी सरकारों में कैसे रह रहे थे। जो 18-20 साल के वोटर हैं उन्हें नहीं पता कि इस मोदी को दिल्ली भेजने से पहले देश की हालत क्या थी! आपने देखा होगा कि हर पब्लिक जगह में एक सुचना आती रहती थी । सारे पुराने समय के लोगो को यद् होगा । यदि आपको कोई गैर-विरासत वाली वस्तु दिखे तो हाथ मत लगाना । बिना विरासत का सामान दिखे तो दूर रहें, बिना विरासत का बैग दिखे तो पुलिस को सूचना दें, बिना विरासत का टिफिन दिखे तो देश इस डर में रहता था कि देश में कहीं भी विस्फोट हो जाएगा। मोदी साहब के आने के बाद यह बंध हुआ या नहीं हुआ? इसका मतलब है कि ये प्रवृत्ति के लोग हैं, उनकी प्रवृत्ति भले ही न गई हो लेकिन वो जानते हैं कि जब तक मोदी साहब हैं तब तक ऐसा नहीं करना चाहिए और इसलिए इन 18 साल के युवाओं को ये देखना चाहिए ।

पहले समाचार पढ़ते थे तो भ्रष्टाचार की खबरें आती थीं, इतने लूट गए...

आज क्या खबर है? वो पकड़ा गया, नोट गिनते-गिनते मशीन थक गई । आ रहा है या नहीं आ रहा है? अब अगर मैं ये सब पकड़ लूंगा तो उन लोगो को मुसीबत हो जाएगी या नहीं भाई! फिर मोदी को हटाने के लिए कोई योजना बनाएंगे या नहीं! मेरी रक्षा कौन करेगा? अरे मेरे देश के हर एक नागरिक करेगा । यह गुजरात का हर एक भाई और बहन करेगा ।

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भइओ बहनो,

एक समय की बात है, उमरगाम से अम्बाजी तक, पूरे क्षेत्र में कोई विज्ञान विद्यालय नहीं था! ये सब लोग बातें करते हैं आरक्षण की पर इस विस्तार में कोई साइंस स्कूल नहीं थी । तो ये मेरा आदिवासी बच्चा साइंस स्कूल में नहीं पढ़ेगा तो इंजीनियर या डॉक्टर कहां बनेगा भाई? गुजरात में, मोदी के मुख्यमंत्री बनने के बाद, आदिवासी विस्तार में विज्ञान विद्यालय शुरू किए गए और आज मेडिकल कॉलेज आदिवासी विस्तार में हैं, आज विश्वविद्यालय आदिवासी विस्तार में हैं। विकास क्यों करना चाहिए, आप सोचिए , हमने 4 करोड़ घर बनाए हैं। जिन गरीबों ने चार-चार पीढ़ियों से अपना घर नहीं देखा, जिन परिवारों को घर बनकर तैयार हो गया, जिन-जिन परिवारों को यहां घर मिल गया, उन सभी बहनों ने अब जाकर मुझे आशीर्वाद दिया है। यह पक्का घर पाकर उसके सपने साकार हो जायेंगे, वह जीवन में कुछ करना चाहेगा, उसका लड़कों को पढ़ाने का मन होगा, उसका जीवन बदल जायेगा। मेरी आपसे एक विनती है, मैं एक बात कहता हूं, क्या आप ऐसा करेंगे? थके नहीं हो ना! क्या आप इस चुनाव में एक काम कीजिए, आप गांव-गांव घूमिए, गांव में एक-दो लोग ऐसे हैं जिनको घर नहीं मिला है, क्योंकि कोई काम पर गया हो तो किसी को मकान मिलना रह गया हो और अगर लड़का अलग रहने चला गया है और मकान नहीं मिला है तो उनको कहना कि हमारे मोदी भाई आए थे और मोदी भाई ने कहा था कि अगर तीसरी बार भी मोदी सरकार बनेगी तो आपका घर भी बनेगा और ये मेरी गारंटी है । कोई आपसे कहेंगे अगर घर में गैस कनेक्शन नहीं है तो आप कह सकते हैं कि मैंने आपको ब्लैंक चेक दे दिया है, मेरे लिए आप मोदी हैं। अगर किसी को नल से पानी का कनेक्शन नहीं मिला है तो कहें कि तीसरे टर्म में कनेक्शन हो गया है । आप सोचिए, मैं दो-तीन कामों के लिए आपका ध्यान खींचना चाहता हूं। हमने एक योजना बनाई है, आपके घर में किसी भी समुदाय का कोई भी व्यक्ति, गुजरात का कोई भी व्यक्ति, गुजरात में रहने वाला कोई भी व्यक्ति, पिता, माता, चाचा, मामा, मौसी, फोई, 70 साल से ऊपर का कोई भी व्यक्ति, लेकिन होना चाहिए खाने-पीने में कोई दिक्कत न हो, मां-बाप को खिलाओ - पिलाओ लेकिन अगर कोई असली बीमारी आ जाए तो लड़का कितनी भी मेहनत कर ले, उसकी कमर खर्चे से टूट जाती हैं। क्योंकि एक तरफ तो उसके खुद के लड़के का पालन-पोषण करना है, उसका भविष्य देखना है, दूसरी तरफ अगर माता-पिता बीमार पड़ जाएं तो क्या करें? तो पूरी जवाबदारी 35, 40, 55 साल के भाइयों पर पड़ता है और इसलिए मोदी ने तय किया है कि 70 साल से ऊपर के नागरिक की बीमारी ठीक करने की जिम्मेदारी इस बेटे की है। अब इसका ख़र्च आपको नहीं उठाना पड़ेगा, ये मोदी की ज़िम्मेदारी है । अब आप ये चीज घर-घर पहुंचाएं, उन्हें बताएं, मैं एक और काम करना चाहता हूं, मैं आपका बिजली बिल जीरो करना चाहता हूं। मैं आपका पेट्रोल बिल शून्य करना चाहता हूं। आज क्या हुआ आपको पता चल जाएगा, लेकिन बात हवा में नहीं है, हमारे पास प्लान है । हमने पीएम सूर्यघर योजना तय की है और इस पीएम सूर्यघर योजना के तहत सरकार जरूरत के हिसाब से 50-60-70 हजार की रकम देती है, आप अपने घर पर सोलर सिस्टम लगवाएं और जो बिजली पैदा करेंगे उसे आप फ्री में इस्तेमाल कर सकते हैं, जीरो बिल और सरकार सरप्लस बिजली खरीदेगी और आप पैसा कमाओगे । आज आप जो बिजली का बिल भरते हैं, मोदी ऐसे दिन लाएंगे जब आप बिजली से भी कमाई करेंगे। मुझे बताओ तुम्हें और क्या चाहिए! आप मेरी बात समझे! उन्हें समझ नहीं आ रहा है । तो आज आप बहुत विचारमग्न हो गए हैं, आपको बिजली बिल फ्री मिलती है, दूसरा, आपका पेट्रोल बिल, अब इलेक्ट्रिक वाहन का जमाना आ रहा है, तो चाहे आपके पास स्कूटी हो, कार हो या स्कूटर हो। आज आप घर से निकलें तो 100-200 रुपये का पेट्रोल भरवाना पड़ता है ।

आज विश्व की सबसे बड़ी मूर्ति कहाँ है?

विश्व में सबसे बड़ा कार्यालय क्षेत्र किसका है? सूरत में.

विश्व का सबसे बड़ा स्टेडियम कहाँ है?

ये गुजरात की ताकत है भाई और अब इलेक्ट्रिक वाहन बनाने का काम गुजरात में होगा, हवाई जहाज बनाने का काम गुजरात में होगा , सेमीकंडक्टर का बड़ा काम जो दुनिया के 4 से 5 देशों में है वो गुजरात में किया जायेगा, आप गुजरात वालों को तो आनंद ही आनंद है । तो फिर मोदी को मजबूत करना है या नहीं? तो मेरा आप सभी भाइयों से निवेदन है चाहे कितनी भी गर्मी हो लेकिन पहले वोट करें फिर जलपान ठीक है? पक्का?

बोलो भारत माता की जय...

  • कृष्ण सिंह राजपुरोहित भाजपा विधान सभा गुड़ामा लानी November 21, 2024

    जय श्री राम 🚩 वन्दे मातरम् जय भाजपा विजय भाजपा
  • Devendra Kunwar October 08, 2024

    BJP
  • दिग्विजय सिंह राना September 18, 2024

    हर हर महादेव
  • Dr Mukesh Ludanan July 02, 2024

    Jai ho
  • Dharmendra Singh June 18, 2024

    जय श्रीं राम ||🙏
  • Vijay Kant Chaturvedi June 03, 2024

    jai ho
  • Mohd Husain May 31, 2024

    Jay ho
  • shashank agarwal May 31, 2024

    जय सिया राम 🙏 🌺जय भाजपा 400पार 🌺🙏
  • Dr Swapna Verma May 30, 2024

    namo namo
  • Domanlal korsewada May 21, 2024

    BJP
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140 crore Indians have taken a collective resolve to build a Viksit Bharat: PM Modi on Independence Day

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Uttar Pradesh is no longer just a land of possibilities but of competence and accomplishments: PM Modi in Varanasi
April 11, 2025
QuoteIn the last 10 years, the development of Banaras has gained a new momentum: PM
QuoteMahatma Jyotiba Phule and Savitribai Phule ji worked throughout their lives for the welfare of women empowerment: PM
QuoteBanas Dairy has changed both the image and destiny of thousands of families in Kashi: PM
QuoteKashi is now becoming the capital of Good Health: PM
QuoteToday, whoever goes to Kashi, praises its infrastructure and facilities: PM
QuoteIndia today is carrying forward both development and heritage together, Our Kashi is becoming the best model for this: PM
QuoteUttar Pradesh is no longer just a land of possibilities but of competence and accomplishments!: PM

नमः पार्वती पतये, हर-हर महादेव!

मंच पर विराजमान उत्तर प्रदेश के राज्यपाल आनंदीबेन पटेल, मुख्यमंत्री श्रीमान योगी आदित्यनाथ, डिप्टी सीएम केशव प्रसाद मौर्य, ब्रजेश पाठक, उपस्थित मंत्रीगण, अन्‍य जनप्रतिनिधिगण, बनास डेयरी के अध्यक्ष शंकर भाई चौधरी और यहां इतनी बड़ी संख्या में आशीर्वाद देने के लिए आए मेरे सभी परिवार जन,

काशी के हमरे परिवार के लोगन के हमार प्रणाम। आप सब लोग यहां हमें आपन आशीर्वाद देला। हम ए प्रेम क कर्जदार हई। काशी हमार हौ, हम काशी क हई।

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साथियों,

कल हनुमान जन्मोत्सव का पावन दिन है और आज मुझे संकट मोचन महाराज की काशी में आपके दर्शन का सौभाग्य मिला है। हनुमान जन्मोत्सव से पहले, काशी की जनता आज विकास का उत्सव मनाने यहां इकट्ठी हुई है।

साथियों,

पिछले 10 वर्षों में बनारस के विकास ने एक नई गति पकड़ी है। काशी ने आधुनिक समय को साधा है, विरासत को संजोया है और उज्ज्वल बनाने की दिशा में मजबूत कदम भी रखे हैं। आज काशी, सिर्फ पुरातन नहीं, प्रगतिशील भी है। काशी अब पूर्वांचल के आर्थिक नक्शे के केंद्र में है। जौने काशी के स्वयं महादेव चलाव लन… आज उहे काशी पूर्वांचल के विकास के रथ के खींचत हौ!

साथियों,

कुछ देर पहले काशी और पूर्वांचल के अनेक हिस्सों से जुड़ी ढेर सारी परियोजनाओं का लोकार्पण और शिलान्यास हुआ है। कनेक्टिविटी को मजबूती देने वाले अनेक इंफ्रास्ट्रक्चर प्रोजेक्ट्स, गांव-गांव, घर-घर तक नल से जल पहुंचाने का अभियान, शिक्षा, स्वास्थ्य और खेल सुविधाओं का विस्तार और हर क्षेत्र, हर परिवार, हर युवा को बेहतर सुविधाएं देने का संकल्प ये सारी बातें, ये सारी योजनाएं, पूर्वांचल को विकसित पूर्वांचल बनाने की दिशा में मील का पत्थर बनने वाली हैं। काशी के हर निवासी को इन योजनाओं से खूब लाभ मिलेगा। इन सभी विकास कार्यों के लिए, बनारस के लोगों को, पूर्वांचल के लोगों को मैं ढेर सारी बधाई देता हूं।

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साथियों,

आज सामाजिक चेतना के प्रतीक महात्मा ज्योतिबा फुले की जयंती भी है। महात्मा ज्योतिबा फुले और सावित्रीबाई फुले जी ने जीवन भर, नारी शक्ति के हित, उनके आत्मविश्वास और समाज कल्याण के लिए काम किया। आज हम उनके विचारों को, उनके संकल्पों को नारी सशक्तिकरण के उनके आंदोलन को आगे बढ़ा रहे हैं, नई ऊर्जा दे रहे हैं।

साथियों,

आज मैं एक बात और भी कहना चाहूंगा, महात्मा फुले जी जैसे त्यागी, तपस्वी, महापुरुषों से प्रेरणा से ही देश सेवा का हमारा मंत्र रहा है, सबका साथ, सबका विकास। हम देश के लिए उस विचार को लेकर के चलते हैं, जिसका समर्पित भाव है, सबका साथ, सबका विकास। जो लोग सिर्फ और सिर्फ सत्ता हथियाने के लिए, सत्ता पाने के लिए, दिन रात खेल खेलते रहते हैं, उनका सिद्धांत है, परिवार का साथ, परिवार का विकास। आज मैं सबका साथ, सबका विकास के इस मंत्र को साकार करने की दिशा में पूर्वांचल के पशुपालक परिवारों को, विशेष रूप से हमारी मेहनतकश बहनों को विशेष बधाई देता हूं। इन बहनों ने बता दिया है, अगर भरोसा किया जाए, तो वो भरोसा नया इतिहास रच देता है। ये बहनें अब पूरे पूर्वांचल के लिए नई मिसाल बन चुकी हैं। थोड़ी देर पहले, उत्तर प्रदेश के बनास डेयरी प्लांट से जुड़े सभी पशुपालक साथियों को बोनस वितरित किया गया है। बनारस और बोनस, ये कोई उपहार नहीं है, ये आपकी तपस्या का पुरस्कार है। 100 करोड़ रुपये से ज़्यादा का ये बोनस, आपके पसीने का, आपके परिश्रम का तोहफा है।

साथियों,

बनास डेयरी ने काशी में हजारों परिवारों की तस्वीर और तक़दीर दोनों बदल दी है। इस डेयरी ने आपकी मेहनत को इनाम में बदला और सपनों को नई उड़ान दी और खुशी की बात ये, कि इन प्रयासों से, पूर्वांचल की अनेकों बहनें अब लखपति दीदी बन गई हैं। जहाँ पहले गुज़ारे की चिंता थी, वहाँ अब कदम खुशहाली की तरफ बढ़ रहे हैं। और ये तरक्की बनारस, यूपी के साथ ही पूरे देश में दिखाई दे रही है। आज भारत दुनिया का सबसे बड़ा दूध उत्पादक देश है। 10 साल में दूध के उत्पादन में करीब 65 प्रतिशत की वृद्धि हुई है, डबल से भी ज्यादा। ये सफलता आप जैसे देश के करोड़ों किसानों की है, मेरे पशुपालक भाइयों और बहनों की है। और ये सफलता एक दिन में नहीं मिली है, बीते 10 सालों से, हम देश के पूरे डेयरी सेक्टर को मिशन मोड में आगे बढ़ा रहे हैं।

हमने पशुपालकों को किसान क्रेडिट कार्ड की सुविधा से जोड़ा है, उनके लिए लोन की सीमा बढ़ाई है, सब्सिडी की व्यवस्था की है और सबसे बड़ा महत्वपूर्ण एक काम, जीव दया का काम भी है। खुरपका-मुंहपका, Foot and Mouth Disease से पशुधन को बचाने के लिए मुफ्त वैक्सीन प्रोग्राम चलाया जा रहा है। कोविड की मुफ्त वैक्सीन की तो सबको चर्चा करनी याद आती है, लेकिन ये सरकार ऐसी है, जिसके सबका साथ, सबका विकास में मेरे पशुओं को भी मुफ्त में टीकाकरण हो रहा है।

दूध का संगठित कलेक्शन हो इसके लिए देश की 20 हजार से ज्यादा सहकारी समितियों को फिर से खड़ा किया गया है। इसमें लाखों नए सदस्य जोड़े गए हैं। प्रयास ये है कि डेयरी सेक्टर से जुड़े लोगों को एक साथ जोड़कर आगे बढ़ाया जा सके। देश में गाय की देसी नस्लें विकसित हों, उनकी क्वालिटी अच्छी हो। गायों की ब्रीडिंग का काम साइंटिफिक अप्रोच से हो। इसके लिए राष्ट्रीय गोकुल मिशन चल रहा है। इन सारे कामों का मूल यही है कि देश में जो पशुपालक भाई बहन हैं, वो विकास के नए रास्ते से जुड़ें। उन्हें अच्छे बाजार से, अच्छी संभावनाओं से जुड़ने का अवसर मिले। और आज बनास डेरी का काशी संकुल, पूरे पूर्वांचल में इसी प्रोजेक्ट को, इसी सोच को आगे बढ़ा रहा है। बनास डेयरी ने यहां गिर गायों का भी वितरण किया है और मुझे बताया गया है कि उनकी संख्या लगातार बढ़ रही है। बनास डेयरी ने यहां बनारस में पशुओं के चारे की व्यवस्था भी शुरू कर दी है। पूर्वांचल के करीब-करीब एक लाख किसानों से आज ये डेयरी दूध कलेक्ट कर रही है, किसानों को सशक्त कर रही है।

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साथियों,

अभी कुछ देर पहले मुझे यहां कई बुजुर्ग साथियों को आयुष्मान वय वंदना कार्ड सौंपने का अवसर मिला है। मैंने उन साथियों के चेहरे पर जो संतोष का भाव देखा, मेरे लिए वो इस योजना की सबसे बड़ी सफलता है। इलाज को लेकर घर के बुजुर्गों की जो चिंता रहती है, वो हम सब जानते हैं। 10-11 साल पहले इस क्षेत्र में, पूरे पूर्वांचल में, इलाज को लेकर जो परेशानियां थीं, वो भी हम सब जानते हैं। आज स्थितियां बिल्कुल अलग हैं, मेरी काशी अब आरोग्य की राजधानी भी बन रही है। दिल्ली-मुंबई के बड़े-बड़े जो अस्पताल, ये अस्पताल अब आज आपके घर के पास आ गए हैं। यही तो विकास है, जहाँ सुविधाएं लोगों के पास आती हैं।

साथियों,

बीते 10 वर्षों में हमने सिर्फ अस्पतालों की गिनती ही नहीं बढ़ाई है, हमने मरीज की गरिमा भी बढ़ाई है। आयुष्मान भारत योजना मेरे गरीब भाई-बहनों के लिए किसी वरदान से कम नहीं है। ये योजना सिर्फ इलाज नहीं देती, ये इलाज के साथ-साथ विश्वास देती है। उत्तर प्रदेश के लाखों और वाराणसी के हजारों लोग इसका लाभ उठा चुके हैं। हर इलाज, हर ऑपरेशन, हर राहत, जीवन की एक नई शुरुआत बन गई है। आयुष्मान योजना से यूपी में ही लाखों परिवारों के करोड़ों रुपये बचे हैं, क्योंकि सरकार ने कहा, अब आपके इलाज की जिम्मेदारी हमारी है।

और साथियों,

जब आपने हमें तीसरी बार आशीर्वाद दिया, तो हमने भी आपको सेवक के रूप में स्नेह स्वरूप अपने कर्तव्य को निभाया है और कुछ लौटाने का नम्र प्रयास किया है। मेरी गारंटी थी, बुजुर्गों का इलाज मुफ्त होगा, इसी का परिणाम है, आयुष्मान वय वंदना योजना! ये योजना, बुजुर्गों के इलाज के साथ ही उनके सम्मान के लिए है। अब हर परिवार के 70 वर्ष से ऊपर के बुजुर्ग, चाहे उनकी आय कुछ भी हो, मुफ्त इलाज के हकदार हैं। वाराणसी में सबसे ज़्यादा, करीब 50 हज़ार वय वंदना कार्ड यहां के बुजुर्गों तक पहुंच गए हैं। ये कोई आंकड़ा नहीं, ये सेवा का, एक सेवक का नम्र प्रयास है। अब इलाज के लिए जमीन बेचने की जरूरत नहीं! अब इलाज के लिए कर्ज लेने की मजबूरी नहीं! अब इलाज के लिए दर-दर भटकने की बेबसी नहीं! अपने इलाज के पइसा क चिंता मत करा, आयुष्मान कार्ड से आपके इलाज के पइसा अब सरकार देई!

साथियों,

आज काशी होकर जो भी जाता है, वो यहां के इंफ्रास्ट्रक्चर की, यहां की सुविधाओं की बहुत प्रशंसा करता है। आज हर दिन लाखों लोग बनारस आते हैं। बाबा विश्वनाथ का दर्शन करते हैं, मां गंगा में स्नान करते हैं। हर यात्री कहता है, बनारस, बहुत बदल गया है। कल्पना कीजिए, अगर काशी की सड़कें, यहां की रेल और एयरपोर्ट की स्थिति 10 साल पहले जैसी ही रहती, तो काशी की हालत कितनी खराब हो गई होती। पहले तो छोटे-छोटे त्योहारों के दौरान भी जाम लग जाता था। जैसे किसी को चुनार से आना हो और शिवपुर जाना हो। पहले उसको पूरा बनारस घूम कर, जाम में फंसकर, धूल-धूप में तपकर जाना पड़ता था। अब फुलवरिया क फ्लाईओवर बन गइल हो। अब रास्ता भी छोटा, समय भी बचत हो, जीवन भी राहत में हौ! ऐसे ही जौनपुर और गाजीपुर के ग्रामीण क्षेत्रों के लोगों को आने-जाने में और बलिया, मऊ, गाजीपुर जिलों के लोगों को एयरपोर्ट जाने के लिए वाराणसी शहर के भीतर से जाना होता था। घंटों लोग जाम में फंसे रहते थे। अब रिंग रोड से कुछ ही मिनट में, लोग इस पार से उस पार पहुंच जाते हैं।

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साथियों,

केहू के गाजीपुर जाए के हौ त पहिले कई घंटा लगत रहल। अब गाजीपुर, जौनपुर, मिर्जापुर, आजमगढ़ हर शहर में जाने का रास्ता, पहुंचने का रास्ता चौड़ा हो गया है। जहां पहले जाम था, आज वहाँ विकास की रफ्तार दौड़ रही है! बीते दशक में वाराणसी और आस-पास के क्षेत्रों की कनेक्टिविटी, उस पर करीब 45 हज़ार करोड़ रुपए खर्च किए गए हैं। ये पैसा सिर्फ कंक्रीट में नहीं गया, ये विश्वास में बदला है। इस निवेश का लाभ आज पूरी काशी और आसपास के जिलों को मिल रहा है।

साथियों,

काशी के इंफ्रास्ट्रक्चर पर हो रहे इस निवेश को आज भी विस्तार दिया गया है। हजारों करोड़ के प्रोजेक्टस का आज शिलान्यास किया गया है। हमारा जो लाल बहादुर शास्त्री एयरपोर्ट है, उसके विस्तारीकरण का काम तेजी से चल रहा है। जब एयरपोर्ट बड़ा हो रहा है, तो उसको जोड़ने वाली सुविधाओं का विस्तार भी ज़रूरी था। इसलिए अब एयरपोर्ट के पास 6 लेन की अंडरग्राउंड टनल बनने जा रही है। आज भदोही, गाजीपुर और जौनपुर के रास्तों से जुड़े प्रोजेक्ट्स पर भी काम शुरु हुआ है। भिखारीपुर और मंडुवाडीह पर फ्लाईओवर की मांग लंबे समय से हो रही थी। हमके खुशी हौ कि इहो मांग पूरा होए जात हौ। बनारस शहर और सारनाथ को जोड़ने के लिए नया पुल भी बनने जा रहा है। इससे एयरपोर्ट और अन्य जनपदों से सारनाथ जाने के लिए शहर के अंदर जाने की जरूरत नहीं पड़ेगी।

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साथियों,

अगले कुछ महीनों में, जब ये सारे काम पूरे हो जाएंगे, जो बनारस में आवाजाही और भी आसान होगी। रफ्तार भी बढ़ेगी और कारोबार भी बढ़ेगा। इसके साथ-साथ, कमाई-दवाई के लिए बनारस आने वालों को भी बहुत सुविधा होगी। और अब तो काशी में सिटी रोपवे का ट्रायल भी शुरू हो गया है, बनारस अब दुनिया के चुनिंदा ऐसे शहरों में होगा, जहां ऐसी सुविधा होगी।

साथियों,

वाराणसी में विकास का, इंफ्रास्ट्रक्चर का कोई भी काम होता है, तो इसका लाभ पूरे पूर्वांचल के नौजवानों को होता है। हमारी सरकार का बहुत जोर इस पर भी है कि काशी के युवाओं को स्पोर्ट्स में आगे बढ़ने के लगातार मौके मिलें। और अब तो 2036 में, ओलंपिक भारत में हो, इसके लिए हम लगे हुए हैं। लेकिन ओलंपिक में मेडल चमकाने के लिए मेरे काशी के नौजवानों आपको अभी से लगना पड़ेगा। और इसलिए आज, बनारस में नए स्टेडियम बन रहे हैं, युवा साथियों के लिए अच्छी फैसिलिटी बन रही है। नया स्पोर्ट्स कॉम्प्लेक्स खुल गया है। वाराणसी के सैकड़ों खिलाड़ी उसमें ट्रेनिंग ले रहे हैं। सांसद खेल प्रतियोगिता के भी प्रतिभागियों को इस खेल के मैदान में अपना दम दिखाने का अवसर मिला है।

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साथियों,

भारत आज विकास और विरासत, दोनों एक साथ लेकर चल रहा है। इसका सबसे बढ़िया मॉडल, हमारी काशी बन रही है। यहां गंगा जी का प्रवाह है और भारत की चेतना का भी प्रवाह है। भारत की आत्मा, उसकी विविधता में बसती है और काशी उसकी सबसे सुंदर तस्वीर है। काशी के हर मोहल्ले में एक अलग संस्कृति, हर गली में भारत का एक अलग रंग दिखता है। मुझे खुशी है कि काशी-तमिल संगमम् जैसे आयोजन से, एकता के ये सूत्र निरंतर मजबूत हो रहे हैं। अब तो यहां एकता मॉल भी बनने जा रहा है। इस एकता मॉल में भारत की विविधता के दर्शन होंगे। भारत के अलग-अलग जिलों के उत्पाद, यहां एक ही छत के नीचे मिलेंगे।

साथियों,

बीते वर्षों में, यूपी ने अपना आर्थिक नक्शा भी बदला है, नजरिया भी बदला है। यूपी, अब सिर्फ संभावनाओं की धरती नहीं रहा, अब ये सामर्थ्य और सिद्धियों की संकल्प भूमि बन रहा है! अब जैसे आजकल ‘मेड इन इंडिया’ की गूंज हर तरफ है। भारत में बनी चीजें, अब ग्लोबल ब्रांड बन रही हैं। आज यहां कई उत्पादों को GI टैग दिया गया है। GI टैग, ये सिर्फ एक टैग नहीं है, ये किसी जमीन की पहचान का प्रमाण पत्र है। ये बताता है कि ये चीज़, इसी मिट्टी की पैदाइश है। जहां GI टैग पहुंचता है, वहां से बाजारों में बुलंदियों का रास्ता खुलता है।

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साथियों,

आज यूपी पूरे देश में GI टैगिंग में नंबर वन है! यानी हमारी कला, हमारी चीजें, हमारे हुनर की अब तेजी से अंतरराष्ट्रीय पहचान बन रही है। अब तक वाराणसी और उसके आसपास के जिलों में 30 से ज्यादा उत्पादों को GI टैग मिला है। वाराणसी का तबला, शहनाई, दीवार पर बनने वाली पेंटिंग, ठंडाई, लाल भरवां मिर्च, लाल पेड़ा, तिरंगा बर्फी, हर चीज़ को मिला है पहचान का नया पासपोर्ट, GI टैग। आज ही, जौनपुर की इमरती, मथुरा की सांझी कला, बुंदेलखंड का कठिया गेहूँ, पीलीभीत की बांसुरी, प्रयागराज की मूंज कला, बरेली की ज़रदोज़ी, चित्रकूट की काष्ठ कला, लखीमपुर खीरी की थारू ज़रदोज़ी, ऐसे अनेक शहरों के उत्पादों को GI टैग वितरित किए गए हैं। यानी यूपी की मिट्टी में जो खुशबू है, अब वो सिर्फ हवा में नहीं, सरहदों के पार भी जाएगी।

साथियों,

जो काशी को सहेजता है, वह भारत की आत्मा को सहेजता है। हमें काशी को निरंतर सशक्त करते रहना है। हमें काशी को, सुंदर और स्वप्निल बनाए रखना है। काशी की पुरातन आत्मा को, आधुनिक काया से जोड़ते रहना है। इसी संकल्प के साथ, मेरे साथ एक बार फिर, हाथ उठाकर कहिए। नमः पार्वती पतये, हर हर महादेव। बहुत बहुत धन्यवाद।