Our government has continuously worked to strengthen the Constitution and bring its spirit to every citizen: PM Modi in Purnea
The result of June 4th will determine the security of ‘Seemanchal’ region: PM Modi in Purnea

भारत माता की…. भारत माता की….जय

माई पूर्ण देवी, बिसहरी माय की जय… मैं भक्त प्रहलाद और महर्षि मेही बाबा की इस पावन धरती को नमन करता हूं। मौर्य साम्राज्य के रूप में भारत के गौरव को दूर दूर तक फैलाने वाले सम्राट अशोक की आज जयंती भी है। उनसे प्रेरणा लेने वाले बड़ी संख्या में लोग आज भाजपा को अपना आशीर्वाद देने आए हैं। एनडीए सरकार की तीसरी पारी को लेकर पहले से भी ज्यादा उत्साह नजर आ रहा है, आपका यह उत्साह बता रहा है फिर एक बार.... फिर एक बार..... फिर एक बार..... फिर एक बार..... विकसित भारत के लिए 4 जून.... 4 जून.... 4 जून....

साथियों,

आज एनडीए सरकार के लिए वंचित शोषित वर्ग हमारी पहली प्राथमिकता है। जिसको किसी ने नहीं पूछा, हम उसको पूज रहे हैं. एक समय था जब केंद्र की सरकारें बिहार को पिछड़ा कहकर पीछा छुड़ा लेतीं थी, बिहार की सरकारें सीमांचल को पिछड़ा कह कर के पलड़ा झाड़ लेती थी लेकिन हमने सीमांचल और पूर्णिया के पूर्ण विकास को अपना मिशन बनाया है। एनडीए सरकार ने सीमांचल के भाग्य को बदलने के लिए आकांक्षी जिला और अब आकांक्षी ब्लॉक ऐसी बहुत ही महत्वाकांक्षी योजना चलाई। आज हमारे पूर्णिया ने देश में सबसे बेहतर प्रगति करने वाले आकांक्षी जिलों में अपनी जगह बनाई है। मैं इसके लिए पूर्णिया के लोगों को बहुत-बहुत बधाई देता हूं।

साथियों,

आपका उत्साह अद्भुत है.. ऐसा उत्साह बहुत कम ही देखने को मिलता है लेकिन अगर आपका उत्साह मेरी आवाज पहुंचने ही नहीं देगा तो फिर इस सभा का फायदा क्या होगा। तो मेरी बात वहां बैठे लोग सुन सके इसलिए मेरी आपसे प्रार्थना है कि आप आपके नारे आपके उत्साह को थोड़ा नीचे करें तो अच्छा होगा करेंगे मेरी बात को.. मेरी बात को मानेंगे, पक्का मानेंगे.. बिहार के लोग इतने बढ़िया है यहां के नौजवान इतने बढ़िया है कि मेरी हर बात को स्वीकार करते हैं यह मेरा सौभाग्य है।

साथियों,

बिहार और पूर्णिया के पास सामर्थ्य की कभी कमी नहीं थी हमारे बिहार का किसान भरपूर मक्का उत्पादन करता है बिहार में जूट और मखाने की खेती भी खूब होती है.. पिछले 10 वर्षों में हमने जूट की एमएसपी को बढ़ाकर दो गुना किया है बिहार का 20 प्रतिशत मखाना अकेले पूर्णिया के किसान ही पैदा करते हैं। हमने आपके सामर्थ्य को प्रोत्साहन दिया, नतीजा यह हुआ कि आपने मखाना के सीड प्रोडक्शन को करीब दो गुना कर दिया आज एनडीए सरकार मखाने को सुपर फूड के रूप में प्रमोट कर रही है... मोटे अनाज यानी श्री अन्न की तो मोदी ने पूरी दुनिया में मार्केटिंग की है आपने जी-20 में देखा होगा मोदी ने दुनिया के बड़े-बड़े राष्ट्रपति प्रधानमंत्री को श्री अन्न, मोटा अनाज खिलाया कहा कि हमारे छोटे किसानों की मेहनत है इसमें अब मोटा अनाज गरीब का खाना नहीं अमीरों का खाना बन रहा है... इसका फायदा सीधे हमारे किसानों तक पहुंच रहा है मक्के को भी मुनाफे की फसल बनाने के लिए हमारी सरकार ने एमएसपी पर खरीद बढ़ाई और अब तो मक्के से एथेनॉल भी बनाया जा रहा है देश का पहला, पूरे भारत का पहला ग्रीन फील्ड एथेनॉल प्लांट पूर्णिया में लगाया गया है। हमारे नीतीश जी ने ही इसका उद्घाटन किया था, साथियों कृषि और उद्योग के इन अवसरों को गति देने के लिए पूर्णिया में रेल और रोड के इंफ्रास्ट्रक्चर को भी आधुनिक बनाया जा रहा है कुछ समय पहले ही मैंने कटिहार जोगबानी रेल सेक्शन के विद्युतीकरण लोकार्पण किया था, हमारी सरकार सीमांचल में अच्छी सड़कों का निर्माण भी करवा रही है और अब तो वह दिन दूर नहीं जब पूर्णिया में हवाई जहाज भी उतरेगी... हमारी सरकार सीमांचल में वंदे भारत, नमो भारत, जैसी ट्रेनों के जरिए कनेक्टिविटी बढ़ाने और बेहतर स्वास्थ्य सुविधाओं के लिए भी काम करेगी।

साथियों,

मोदी के के लिए आपके सपने ही मोदी का संकल्प है इसलिए गांव गरीब दलित वंचित दशकों से जिन समस्याओं से जूझ रहे थे मोदी ने 10 साल में उनका समाधान दिया है देश के 25 करोड़ गरीबी से बाहर तब आए जब हमनें दिन-रात उनके लिए मेहनत की देश के चार करोड़ गरीबों को पीएम आवास कब मिला जब आपने मोदी को सेवा करने का आशीर्वाद दिया। देश के 50 करोड़ से ज्यादा दलितों, वंचितों, गरीबों का बैंक में खाता तब खुला जब आपने मोदी को आशीर्वाद देकर के सेवा करने का मौका दिया। करोड़ों माताओं- बहनों को चूल्हे के धुएं से मुक्ति तब मिली जब मोदी ने उज्ज्वला सिलेंडर देकर उनकी सुध ली देश के 11 करोड़ परिवारों तक पहली बार पाइप से पानी तब पहुंचा जब मोदी ने हर घर जल को अपना मिशन बनाया। आज 11 करोड़ छोटे किसानों के खातों में किसान सम्मान निधि भी एनडीए सरकार ही भेज रही है... इन योजनाओं का बहुत बड़ा लाभ हमारे ततमा समाज, महलदार समाज और ऋषिदेव समाज के मेरे परिजनों को भी हुआ है, लेकिन साथियों मोदी इतने से संतुष्ट नहीं है जो काम हुआ है ना वह तो ट्रेलर है ट्रेलर... अभी हमें पूर्णिया को, सीमांचल को, बिहार को और पूरे हिंदुस्तान को बहुत आगे लेकर जाना है। कई बार लोग पूछते हैं कि मोदी के लिए समाज के आखिरी पायदान पर खड़ा व्यक्ति हमारा दलित, पिछड़ा, आदिवासी यह इतनी प्राथमिकता क्यों है... ये समाज मोदी की प्राथमिकता इसलिए है क्योंकि यही समाज सबसे ज्यादा गरीबी से प्रभावित है और मोदी गरीबी से ही निकलकर आपके बीच आया है। मोदी के ऊपर अपने इस समाज का, बाबा साहब का और उनके संविधान का बहुत बड़ा कर्ज है। इसलिए हमारी सरकार ने संविधान को एक श्रद्धा का स्थान मिले... संविधान को आस्था का स्थान मिले.... संविधान के प्रति देश का प्रत्येक व्यक्ति समर्पित हो, संविधान की भावना को हर देशवासी तक पहुंचाने के लिए लगातार काम किया है। हमारी ही सरकार ने देश में संविधान दिवस मनाने की शुरुआत की... आज बाबा साहब के संविधान को सेलिब्रेट करने के लिए बच्चों के स्कूलों से लेकर, सुप्रीम कोर्ट और संसद तक में कार्यक्रम किए जाते हैं और ये वक्त तो बहुत विशेष है, इस साल संविधान के 75 वर्ष की शुरुआत हो रही है जैसे हमनें आजादी के 75 वर्ष पर आजादी का अमृत महोत्सव मनाया इसी तरह इस वर्ष हमें संविधान के 75 वर्ष का पर्व मनाना है हमनें तय किया है हम देश के कोने- कोने में बाबा साहब के संविधान की भावना को लेकर जाएंगे.. देश की युवा पीड़ी को, देश की गौरवशाली संविधान के निर्माण की प्रक्रिया, उसके अध्याय, उसका महत्व बताएंगे, लेकिन दूसरी तरफ वो लोग हैं जिन्होंने आपातकाल में संविधान को रद्द करने, संविधान को बंधक बनाने, और संविधान को तोड़ने-मरोड़ने का काम किया था...हमें याद रखना है जो लोग सत्ता और सरकार को एक परिवार की मुट्ठी में रखना चाहते हैं, संविधान उनकी आंखों में हमेशा खटकते है इसलिए अब यह लोग संवैधानिक व्यवस्था से हुए चुनाव के नतीजों को अस्वीकार करने की धमकी देने लगे हैं लेकिन इनके मंसूबे कामयाब ना हो संविधान दलित, पिछड़ा, आदिवासी की ताकत बना रहे इसके लिए हमें एकजुट होकर साथ खड़े रहना है।

साथियों,

अगले पांच वर्षों के कामकाज के लिए बीजेपी ने अपना संकल्प पत्र जारी किया है... इस संकल्प पत्र में मोदी ने गारंटी दी है। देश के सभी जरूरतमंदों को आगे भी फ्री राशन, मुफत राशन मिलता रहेगा। मोदी ने गारंटी दी है गरीब, दलित, वंचित के कल्याण से जुड़ी योजनाओं को हम हर जरूरतमंद तक लेकर जाएंगे। हमारी सरकार 3 करोड़ नये पक्के घर बनाएगी। देश में 70 साल से अधिक उम्र के सभी बुजुर्गों को मुफ्त इलाज की जिम्मेदारी भी सरकार उठाएगी। आप अपने परिवार में अपने बुजुर्गों को कह दीजिए अब वो बीमारी को छुपाए नहीं, अगर कोई तकलीफ है तो मोदी बैठा है ये मोदी की गारंटी है....

साथियों,

पिछले 10 वर्षों में एनडीए सरकार ने वो काम किए हैं जिन्हें पहले असंभव माने जाते थे। आज हर कोई कह रहा है बड़े कामों का दम सिर्फ भाजपा के पास है, एनडीए के पास है। आपको याद होगा पहले अड़ोस-पड़ोस के देश यहां हमला करके चले जाते थे, सीमा पर हमारे जवानों की आए दिन शहादत होती थी आप लोगों को दुख के साथ ही गुस्सा भी आता था आपका मन करता था कि इन्हें घर में घुसकर मारो... मोदी ने आपकी इच्छा का पालन किया और इसका नतीजा क्या हुआ जो देश हमें आंखें दिखाता था वो कटोरा लेकर के भटक रहा है।

साथियों,

दशकों से देश में लोग मांग कर रहे थे कि कश्मीर में अलग झंडा, अलग संविधान नहीं चलना चाहिए जो लोग दिन-रात संविधान के नाम पर हमको गालियां देते हैं ना इतने दशकों तक उन्होंने राज किया, आजादी के बात उनके हाथ में सत्ता आई अब तक आई लेकिन उनमें हिम्मत नहीं थी कि बाबा साहेब आंबेडकर के संविधान को जम्मू- कश्मीर में लागू कर पाएं। बाबासाहब का संविधान वहां लागू नहीं होता था ये मोदी है, जो संविधान को समर्पित है। आज जम्मू- कश्मीर में भी आन-बान-शान के साथ हमारा संविधान लागू हो गया। कश्मीर से आपकी इच्छा थी 370 हटनी चाहिए तो ये घमंडिया गठबंधन वाले क्या कहते थे, ये कहते थे कि 370 हटी तो कश्मीर में आग लग जाएगी। आज आर्टिकल 370 का द-एंड हो चुका है। अगर कश्मीर में नहीं भारत को बांटने वालों के मंसूबों में जलन हो रही है आग लगी है।

साथियों,

कल रामनवमी का पवित्र त्यौहार भी है, ये लोग राम मंदिर के लिए भी यही कहते थे, बोलते थे कि राम मंदिर बना तो देश में आग लग जाएगी... आज हमारा राम मंदिर पूरी दुनिया में भारत का गौरव बढ़ा रहा है। अब कुंठा में घिरे ये कांग्रेस के लोग घमंडिया गठबंधन के लोग राम मंदिर का अपमान कर रहे हैं घमंडिया गठबंधन ने तो सनातन को मिटाने की कसम खा रखी है, 26 अप्रैल को आपका वोट इन्हें बताएगा कि सनातन मिटता है या ये लोग रहते हैं।

साथियों,

हमारा सीमांचल बिहार का एक संवेदनशील इलाका है... वोट बैंक की राजनीति करने वालों ने पूर्णिया और सीमांचल को अवैध घुसपेठ का ठिकाना बनाकर यहां की सुरक्षा को दांव पर लगाया है। इसका शिकार हमारे दलित, वंचित, पिछड़े और गरीब को होना पड़ा है। हमारे दलित भाइयों के घरों तक को जलाया गया था लेकिन मैं आपको आश्वासन देना चाहता हूं, देश की सुरक्षा से खिलवाड़ करने वाला हर तत्व सरकार की नजर में है। 4 जून का परिणाम इसी सीमांचल की सुरक्षा तय करेगा और जो लोग राजनीतिक फायदे के लिए सीएए का विरोध कर रहे हैं वो भी एक बात जरूर जान लें ये मोदी है ये ना डरने वाला है और ना ही झुकने वाला है।

साथियों,

आपने वह दौर भी देखा है, जब बिहार में जंगल राज था उस समय बिहार के इस इलाके में महा-जंगल राज हुआ करता था हिंसा, अराजकता, अपहरण और भ्रष्टाचार का यहां उद्योग चलता था। नीतीश जी के नेतृत्व में हमने बहुत मुश्किल से उस दौर को बदला है लेकिन आज एक बार फिर जंगल राज और महा- जंगल राज वाले लोग उस दौर की वापसी चाहते हैं, इनका एक ही एजेंडा है भ्रष्टाचार और लूट। हमारे पूर्णिया में कहते हैं ना हर बहे से खर खाए, बकरी खाए अचार, भाव ये मेहनत गरीब जनता करे और मलाई ये आरजेडी वाले लूटें... मोदी के रहते ये मुमकिन नहीं है इसलिए सब भ्रष्टाचारी के लूट के ठिकाने बचाने के लिए वो अब एक हो रहे हैं। मैं कहता हूं भ्रष्टाचार हटाओ, ये कहते हैं भ्रष्टाचारी बचाओ। मैं आपको एक गारंटी देता हूं, अगले पांच साल भ्रष्टाचार के खिलाफ और बड़ी कार्रवाइयों के पांच साल मान के चलिए।

साथियों,

पूर्णिया से एनडीए उम्मीदवार श्री संतोष कुमार जी, संतोष कुमार जी और कटिहार से दुलाल चंद्र गोस्वामी जी ये हमारे प्रत्याशी हैं। 26 अप्रैल को आपको इसी उत्साह के साथ इन्हें वोट करना है, पूर्णिया और कटियार से जीत का रिकॉर्ड बनाना चाहिए। बनाओगे... घर-घर जाओगे? पोलिंग बुथ जीतोगे? पोलिंग बुत जितना है, जीतोगे? हर पोलिंग बुत जितना है, जीतोगे? अच्छा मेरा एक और काम करोगे? मेरा एक और काम करोगे? करोगे क्या? ये मेरा काम है, करोगे? देखिए यहां से जाने के बाद घर- घर जाइए और जाकर के सबको कहिए कि हमारे मोदी जी आए थे, उन्होंने आपको प्रणाम कहा है। मेरा प्रणाम पहुंचा दोगे... देखिए मेरा प्रणाम पहुंचेगा तो सभी परिवार के लोग मुझे आशीर्वाद देंगे और जब परिवार के बुजुर्गों का आशीर्वाद मिलता है ना तो नई ऊर्जा मिलती है नई शक्ति मिलती है और मैं उसके लिए दौड़ता रहूंगा, आपके लिए दौड़ता रहूंगा और पहले ही मैंने कहा था मेरा पल- पल आपके नाम। मेरा पल- पल देश के नाम और इसलिए मेरा संकल्प है 24/7…. 24/7 फॉर 2047… विकसित भारत के संकल्प को पूरा करने के लिए 24/7 हर पल आपका।

मेरे साथ बोलिए, भारत माता की…… भारत माता की……… भारत माता की……

बहुत-बहुत धन्यवाद...

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Text of PM Modi's address at the Parliament of Guyana
November 21, 2024

Hon’ble Speaker, मंज़ूर नादिर जी,
Hon’ble Prime Minister,मार्क एंथनी फिलिप्स जी,
Hon’ble, वाइस प्रेसिडेंट भरत जगदेव जी,
Hon’ble Leader of the Opposition,
Hon’ble Ministers,
Members of the Parliament,
Hon’ble The चांसलर ऑफ द ज्यूडिशियरी,
अन्य महानुभाव,
देवियों और सज्जनों,

गयाना की इस ऐतिहासिक पार्लियामेंट में, आप सभी ने मुझे अपने बीच आने के लिए निमंत्रित किया, मैं आपका बहुत-बहुत आभारी हूं। कल ही गयाना ने मुझे अपना सर्वोच्च सम्मान दिया है। मैं इस सम्मान के लिए भी आप सभी का, गयाना के हर नागरिक का हृदय से आभार व्यक्त करता हूं। गयाना का हर नागरिक मेरे लिए ‘स्टार बाई’ है। यहां के सभी नागरिकों को धन्यवाद! ये सम्मान मैं भारत के प्रत्येक नागरिक को समर्पित करता हूं।

साथियों,

भारत और गयाना का नाता बहुत गहरा है। ये रिश्ता, मिट्टी का है, पसीने का है,परिश्रम का है करीब 180 साल पहले, किसी भारतीय का पहली बार गयाना की धरती पर कदम पड़ा था। उसके बाद दुख में,सुख में,कोई भी परिस्थिति हो, भारत और गयाना का रिश्ता, आत्मीयता से भरा रहा है। India Arrival Monument इसी आत्मीय जुड़ाव का प्रतीक है। अब से कुछ देर बाद, मैं वहां जाने वाला हूं,

साथियों,

आज मैं भारत के प्रधानमंत्री के रूप में आपके बीच हूं, लेकिन 24 साल पहले एक जिज्ञासु के रूप में मुझे इस खूबसूरत देश में आने का अवसर मिला था। आमतौर पर लोग ऐसे देशों में जाना पसंद करते हैं, जहां तामझाम हो, चकाचौंध हो। लेकिन मुझे गयाना की विरासत को, यहां के इतिहास को जानना था,समझना था, आज भी गयाना में कई लोग मिल जाएंगे, जिन्हें मुझसे हुई मुलाकातें याद होंगीं, मेरी तब की यात्रा से बहुत सी यादें जुड़ी हुई हैं, यहां क्रिकेट का पैशन, यहां का गीत-संगीत, और जो बात मैं कभी नहीं भूल सकता, वो है चटनी, चटनी भारत की हो या फिर गयाना की, वाकई कमाल की होती है,

साथियों,

बहुत कम ऐसा होता है, जब आप किसी दूसरे देश में जाएं,और वहां का इतिहास आपको अपने देश के इतिहास जैसा लगे,पिछले दो-ढाई सौ साल में भारत और गयाना ने एक जैसी गुलामी देखी, एक जैसा संघर्ष देखा, दोनों ही देशों में गुलामी से मुक्ति की एक जैसी ही छटपटाहट भी थी, आजादी की लड़ाई में यहां भी,औऱ वहां भी, कितने ही लोगों ने अपना जीवन समर्पित कर दिया, यहां गांधी जी के करीबी सी एफ एंड्रूज हों, ईस्ट इंडियन एसोसिएशन के अध्यक्ष जंग बहादुर सिंह हों, सभी ने गुलामी से मुक्ति की ये लड़ाई मिलकर लड़ी,आजादी पाई। औऱ आज हम दोनों ही देश,दुनिया में डेमोक्रेसी को मज़बूत कर रहे हैं। इसलिए आज गयाना की संसद में, मैं आप सभी का,140 करोड़ भारतवासियों की तरफ से अभिनंदन करता हूं, मैं गयाना संसद के हर प्रतिनिधि को बधाई देता हूं। गयाना में डेमोक्रेसी को मजबूत करने के लिए आपका हर प्रयास, दुनिया के विकास को मजबूत कर रहा है।

साथियों,

डेमोक्रेसी को मजबूत बनाने के प्रयासों के बीच, हमें आज वैश्विक परिस्थितियों पर भी लगातार नजर ऱखनी है। जब भारत और गयाना आजाद हुए थे, तो दुनिया के सामने अलग तरह की चुनौतियां थीं। आज 21वीं सदी की दुनिया के सामने, अलग तरह की चुनौतियां हैं।
दूसरे विश्व युद्ध के बाद बनी व्यवस्थाएं और संस्थाएं,ध्वस्त हो रही हैं, कोरोना के बाद जहां एक नए वर्ल्ड ऑर्डर की तरफ बढ़ना था, दुनिया दूसरी ही चीजों में उलझ गई, इन परिस्थितियों में,आज विश्व के सामने, आगे बढ़ने का सबसे मजबूत मंत्र है-"Democracy First- Humanity First” "Democracy First की भावना हमें सिखाती है कि सबको साथ लेकर चलो,सबको साथ लेकर सबके विकास में सहभागी बनो। Humanity First” की भावना हमारे निर्णयों की दिशा तय करती है, जब हम Humanity First को अपने निर्णयों का आधार बनाते हैं, तो नतीजे भी मानवता का हित करने वाले होते हैं।

साथियों,

हमारी डेमोक्रेटिक वैल्यूज इतनी मजबूत हैं कि विकास के रास्ते पर चलते हुए हर उतार-चढ़ाव में हमारा संबल बनती हैं। एक इंक्लूसिव सोसायटी के निर्माण में डेमोक्रेसी से बड़ा कोई माध्यम नहीं। नागरिकों का कोई भी मत-पंथ हो, उसका कोई भी बैकग्राउंड हो, डेमोक्रेसी हर नागरिक को उसके अधिकारों की रक्षा की,उसके उज्जवल भविष्य की गारंटी देती है। और हम दोनों देशों ने मिलकर दिखाया है कि डेमोक्रेसी सिर्फ एक कानून नहीं है,सिर्फ एक व्यवस्था नहीं है, हमने दिखाया है कि डेमोक्रेसी हमारे DNA में है, हमारे विजन में है, हमारे आचार-व्यवहार में है।

साथियों,

हमारी ह्यूमन सेंट्रिक अप्रोच,हमें सिखाती है कि हर देश,हर देश के नागरिक उतने ही अहम हैं, इसलिए, जब विश्व को एकजुट करने की बात आई, तब भारत ने अपनी G-20 प्रेसीडेंसी के दौरान One Earth, One Family, One Future का मंत्र दिया। जब कोरोना का संकट आया, पूरी मानवता के सामने चुनौती आई, तब भारत ने One Earth, One Health का संदेश दिया। जब क्लाइमेट से जुड़े challenges में हर देश के प्रयासों को जोड़ना था, तब भारत ने वन वर्ल्ड, वन सन, वन ग्रिड का विजन रखा, जब दुनिया को प्राकृतिक आपदाओं से बचाने के लिए सामूहिक प्रयास जरूरी हुए, तब भारत ने CDRI यानि कोएलिशन फॉर डिज़ास्टर रज़ीलिएंट इंफ्रास्ट्रक्चर का initiative लिया। जब दुनिया में pro-planet people का एक बड़ा नेटवर्क तैयार करना था, तब भारत ने मिशन LiFE जैसा एक global movement शुरु किया,

साथियों,

"Democracy First- Humanity First” की इसी भावना पर चलते हुए, आज भारत विश्वबंधु के रूप में विश्व के प्रति अपना कर्तव्य निभा रहा है। दुनिया के किसी भी देश में कोई भी संकट हो, हमारा ईमानदार प्रयास होता है कि हम फर्स्ट रिस्पॉन्डर बनकर वहां पहुंचे। आपने कोरोना का वो दौर देखा है, जब हर देश अपने-अपने बचाव में ही जुटा था। तब भारत ने दुनिया के डेढ़ सौ से अधिक देशों के साथ दवाएं और वैक्सीन्स शेयर कीं। मुझे संतोष है कि भारत, उस मुश्किल दौर में गयाना की जनता को भी मदद पहुंचा सका। दुनिया में जहां-जहां युद्ध की स्थिति आई,भारत राहत और बचाव के लिए आगे आया। श्रीलंका हो, मालदीव हो, जिन भी देशों में संकट आया, भारत ने आगे बढ़कर बिना स्वार्थ के मदद की, नेपाल से लेकर तुर्की और सीरिया तक, जहां-जहां भूकंप आए, भारत सबसे पहले पहुंचा है। यही तो हमारे संस्कार हैं, हम कभी भी स्वार्थ के साथ आगे नहीं बढ़े, हम कभी भी विस्तारवाद की भावना से आगे नहीं बढ़े। हम Resources पर कब्जे की, Resources को हड़पने की भावना से हमेशा दूर रहे हैं। मैं मानता हूं,स्पेस हो,Sea हो, ये यूनीवर्सल कन्फ्लिक्ट के नहीं बल्कि यूनिवर्सल को-ऑपरेशन के विषय होने चाहिए। दुनिया के लिए भी ये समय,Conflict का नहीं है, ये समय, Conflict पैदा करने वाली Conditions को पहचानने और उनको दूर करने का है। आज टेरेरिज्म, ड्रग्स, सायबर क्राइम, ऐसी कितनी ही चुनौतियां हैं, जिनसे मुकाबला करके ही हम अपनी आने वाली पीढ़ियों का भविष्य संवार पाएंगे। और ये तभी संभव है, जब हम Democracy First- Humanity First को सेंटर स्टेज देंगे।

साथियों,

भारत ने हमेशा principles के आधार पर, trust और transparency के आधार पर ही अपनी बात की है। एक भी देश, एक भी रीजन पीछे रह गया, तो हमारे global goals कभी हासिल नहीं हो पाएंगे। तभी भारत कहता है – Every Nation Matters ! इसलिए भारत, आयलैंड नेशन्स को Small Island Nations नहीं बल्कि Large ओशिन कंट्रीज़ मानता है। इसी भाव के तहत हमने इंडियन ओशन से जुड़े आयलैंड देशों के लिए सागर Platform बनाया। हमने पैसिफिक ओशन के देशों को जोड़ने के लिए भी विशेष फोरम बनाया है। इसी नेक नीयत से भारत ने जी-20 की प्रेसिडेंसी के दौरान अफ्रीकन यूनियन को जी-20 में शामिल कराकर अपना कर्तव्य निभाया।

साथियों,

आज भारत, हर तरह से वैश्विक विकास के पक्ष में खड़ा है,शांति के पक्ष में खड़ा है, इसी भावना के साथ आज भारत, ग्लोबल साउथ की भी आवाज बना है। भारत का मत है कि ग्लोबल साउथ ने अतीत में बहुत कुछ भुगता है। हमने अतीत में अपने स्वभाव औऱ संस्कारों के मुताबिक प्रकृति को सुरक्षित रखते हुए प्रगति की। लेकिन कई देशों ने Environment को नुकसान पहुंचाते हुए अपना विकास किया। आज क्लाइमेट चेंज की सबसे बड़ी कीमत, ग्लोबल साउथ के देशों को चुकानी पड़ रही है। इस असंतुलन से दुनिया को निकालना बहुत आवश्यक है।

साथियों,

भारत हो, गयाना हो, हमारी भी विकास की आकांक्षाएं हैं, हमारे सामने अपने लोगों के लिए बेहतर जीवन देने के सपने हैं। इसके लिए ग्लोबल साउथ की एकजुट आवाज़ बहुत ज़रूरी है। ये समय ग्लोबल साउथ के देशों की Awakening का समय है। ये समय हमें एक Opportunity दे रहा है कि हम एक साथ मिलकर एक नया ग्लोबल ऑर्डर बनाएं। और मैं इसमें गयाना की,आप सभी जनप्रतिनिधियों की भी बड़ी भूमिका देख रहा हूं।

साथियों,

यहां अनेक women members मौजूद हैं। दुनिया के फ्यूचर को, फ्यूचर ग्रोथ को, प्रभावित करने वाला एक बहुत बड़ा फैक्टर दुनिया की आधी आबादी है। बीती सदियों में महिलाओं को Global growth में कंट्रीब्यूट करने का पूरा मौका नहीं मिल पाया। इसके कई कारण रहे हैं। ये किसी एक देश की नहीं,सिर्फ ग्लोबल साउथ की नहीं,बल्कि ये पूरी दुनिया की कहानी है।
लेकिन 21st सेंचुरी में, global prosperity सुनिश्चित करने में महिलाओं की बहुत बड़ी भूमिका होने वाली है। इसलिए, अपनी G-20 प्रेसीडेंसी के दौरान, भारत ने Women Led Development को एक बड़ा एजेंडा बनाया था।

साथियों,

भारत में हमने हर सेक्टर में, हर स्तर पर, लीडरशिप की भूमिका देने का एक बड़ा अभियान चलाया है। भारत में हर सेक्टर में आज महिलाएं आगे आ रही हैं। पूरी दुनिया में जितने पायलट्स हैं, उनमें से सिर्फ 5 परसेंट महिलाएं हैं। जबकि भारत में जितने पायलट्स हैं, उनमें से 15 परसेंट महिलाएं हैं। भारत में बड़ी संख्या में फाइटर पायलट्स महिलाएं हैं। दुनिया के विकसित देशों में भी साइंस, टेक्नॉलॉजी, इंजीनियरिंग, मैथ्स यानि STEM graduates में 30-35 परसेंट ही women हैं। भारत में ये संख्या फोर्टी परसेंट से भी ऊपर पहुंच चुकी है। आज भारत के बड़े-बड़े स्पेस मिशन की कमान महिला वैज्ञानिक संभाल रही हैं। आपको ये जानकर भी खुशी होगी कि भारत ने अपनी पार्लियामेंट में महिलाओं को रिजर्वेशन देने का भी कानून पास किया है। आज भारत में डेमोक्रेटिक गवर्नेंस के अलग-अलग लेवल्स पर महिलाओं का प्रतिनिधित्व है। हमारे यहां लोकल लेवल पर पंचायती राज है, लोकल बॉड़ीज़ हैं। हमारे पंचायती राज सिस्टम में 14 लाख से ज्यादा यानि One point four five मिलियन Elected Representatives, महिलाएं हैं। आप कल्पना कर सकते हैं, गयाना की कुल आबादी से भी करीब-करीब दोगुनी आबादी में हमारे यहां महिलाएं लोकल गवर्नेंट को री-प्रजेंट कर रही हैं।

साथियों,

गयाना Latin America के विशाल महाद्वीप का Gateway है। आप भारत और इस विशाल महाद्वीप के बीच अवसरों और संभावनाओं का एक ब्रिज बन सकते हैं। हम एक साथ मिलकर, भारत और Caricom की Partnership को और बेहतर बना सकते हैं। कल ही गयाना में India-Caricom Summit का आयोजन हुआ है। हमने अपनी साझेदारी के हर पहलू को और मजबूत करने का फैसला लिया है।

साथियों,

गयाना के विकास के लिए भी भारत हर संभव सहयोग दे रहा है। यहां के इंफ्रास्ट्रक्चर में निवेश हो, यहां की कैपेसिटी बिल्डिंग में निवेश हो भारत और गयाना मिलकर काम कर रहे हैं। भारत द्वारा दी गई ferry हो, एयरक्राफ्ट हों, ये आज गयाना के बहुत काम आ रहे हैं। रीन्युएबल एनर्जी के सेक्टर में, सोलर पावर के क्षेत्र में भी भारत बड़ी मदद कर रहा है। आपने t-20 क्रिकेट वर्ल्ड कप का शानदार आयोजन किया है। भारत को खुशी है कि स्टेडियम के निर्माण में हम भी सहयोग दे पाए।

साथियों,

डवलपमेंट से जुड़ी हमारी ये पार्टनरशिप अब नए दौर में प्रवेश कर रही है। भारत की Energy डिमांड तेज़ी से बढ़ रही हैं, और भारत अपने Sources को Diversify भी कर रहा है। इसमें गयाना को हम एक महत्वपूर्ण Energy Source के रूप में देख रहे हैं। हमारे Businesses, गयाना में और अधिक Invest करें, इसके लिए भी हम निरंतर प्रयास कर रहे हैं।

साथियों,

आप सभी ये भी जानते हैं, भारत के पास एक बहुत बड़ी Youth Capital है। भारत में Quality Education और Skill Development Ecosystem है। भारत को, गयाना के ज्यादा से ज्यादा Students को Host करने में खुशी होगी। मैं आज गयाना की संसद के माध्यम से,गयाना के युवाओं को, भारतीय इनोवेटर्स और वैज्ञानिकों के साथ मिलकर काम करने के लिए भी आमंत्रित करता हूँ। Collaborate Globally And Act Locally, हम अपने युवाओं को इसके लिए Inspire कर सकते हैं। हम Creative Collaboration के जरिए Global Challenges के Solutions ढूंढ सकते हैं।

साथियों,

गयाना के महान सपूत श्री छेदी जगन ने कहा था, हमें अतीत से सबक लेते हुए अपना वर्तमान सुधारना होगा और भविष्य की मजबूत नींव तैयार करनी होगी। हम दोनों देशों का साझा अतीत, हमारे सबक,हमारा वर्तमान, हमें जरूर उज्जवल भविष्य की तरफ ले जाएंगे। इन्हीं शब्दों के साथ मैं अपनी बात समाप्त करता हूं, मैं आप सभी को भारत आने के लिए भी निमंत्रित करूंगा, मुझे गयाना के ज्यादा से ज्यादा जनप्रतिनिधियों का भारत में स्वागत करते हुए खुशी होगी। मैं एक बार फिर गयाना की संसद का, आप सभी जनप्रतिनिधियों का, बहुत-बहुत आभार, बहुत बहुत धन्यवाद।