QuoteCongress wants to impose heavy taxes on the earnings of youth: PM Modi in Munger
QuoteFight is between NDA’s ‘Santushtikaran model’ & INDI alliance’s 'Tushtikaran model': PM in Munger

भारत माता की, भारत माता की।

चंडिका माई के ई पवित्र धरती के गोड़ लागै छीये,
अंग राज कर्ण के ई भूमि के प्रणाम करै छीये.

मुंगेर की ये धरती स्वाभिमान की धरती है, विरासत की धरती है। इस क्षेत्र ने भारत की समृद्धि का वो दौर देखा है, जिसकी कई बार कल्पना तक मुश्किल हो जाती है। आज NDA सरकार, भारत की वही समृद्धि लौटाने का प्रयास कर रही है। और इस समय दुनिया भी जानती है कि ये समय भारत का है। दुनिया को भी लगता है कि जितनी मज़बूत सरकार भारत के लोग बनाएंगे, उतनी ही मज़बूती दुनिया को भी मिलेगी। 10 साल में भारत की जो ये साख बढ़ी है, आज दुनिया में भारत का डंका बज रहा है कि नहीं बज रहा है। आज दुनिया के हर देश में भारतीय का गौरव हो रहा है कि नहीं हो रहा है। आज भारत का सम्मान बढ़ रहा है कि नहीं बढ़ रहा है। ये किसके कारण हुआ है? ये आपका जवाब गलत है। ये मोदी के कारण नहीं हुआ है, ये आपके एक वोट के कारण हुआ है। ये आपके वोट की ताकत है जिसने दुनिया में हिंदुस्तान का डंका बजा दिया है। आपने अपने वोट से पहली बार NDA की मजबूत सरकार बनाई, मोदी को आशीर्वाद दिया। आज जो दिख रहा है न वो आपके उस वोट का का ये परिणाम है। आज भी इतनी विशाल संख्या में आप यहां आए हैं। उससे ज्यादा बाहर धूप में दिख रहे हैं मुझे। ये इस बात का प्रमाण है कि मुंगेर, बेगुसराय और खगड़िया भी एक स्वर से कह रहा है- फिर एक बार—मोदी सरकार !

भाइयों और बहनों,

लालटेन वाले उस अंधकार युग में जो जंगलराज चलता था, उसको मुंगेर ने सबसे अधिक सहा है। पहले हर कोई यहां से पलायन के बारे में ही सोचता था। लेकिन नीतीश जी जेडीयू-बीजेपी के नेतृत्व में NDA सरकार ने लालटेन के उस अंधेरे से बिहार को बाहर निकाला है। बड़ी मेहनत करके बिहार को बाहर निकाला है। अब जब भारत तेज़ी से विकसित हो रहा है, तो बिहार के तेज़ विकास का भी ये सही समय है। साथियों,आज हम देश में वंदे भारत, अमृत भारत और बुलेट ट्रेन जैसी नई ट्रेनें चला रहे हैं। ये सिर्फ आधुनिक सुविधाएं भर नहीं हैं। आज हम पटरी से लेकर, ट्रेन के इंजन और डिब्बे तक भारत में ही बना रहे हैं, इतना ही नहीं, दुनिया के और देशों को यानि विदेशों को भी बेच रहे हैं। इससे आने वाले समय में बिहार के रेल कारखानों को भी बहुत लाभ होने वाला है। हम भारत को दलहन और तिलहन में भी आत्मनिर्भर बनाने का संकल्प लेकर चले हैं। इसके लिए आने वाले 5 साल में मिशन मोड पर काम होगा। ऐसे में दलहन के कटोरे के रूप में इस क्षेत्र के किसानों की भूमिका और बड़ी होने जा रही है।

|

साथियों,

आज बिहार में, इस चुनावी जंग में जो लड़ाई चल रही है एक तरफ NDA के संतुष्टिकरण मॉडल और इंडी गठबंधन के तुष्टिकरण मॉडल के बीच है। हमारा मॉडल है संतुष्टिकरण कोई छूट न जाए, जिसके हक का है वो मिलना चाहिए। हमने माताओं-बहनों को टॉयलेट, गैस, बिजली, पानी की सुविधा दी। हमने मुफ्त राशन और मुफ्त इलाज की गारंटी दी। कभी किसी से नहीं पूछा कि तुम्हारा धर्म क्या है। तुम मंदिर जाते हो कि मस्जिद जाते हो। तुम्हारी जाति क्या है। हमने तो कहा जो हकदार है उनको सबको मिलेगा। यही सच्चा सेकुलरिज्म है, यही सच्चा सामाजिक न्याय है। हमने गरीबों के पक्के घर बनाए, वो भी माताओं-बहनों के नाम किए। लेकिन इंडी-गठबंधन अपनी पूरी ताकत सिर्फ तुष्टिकरण पर लगा रहा है। कांग्रेस के शहज़ादे का कहना है कि वो देशभर में हर परिवार की कमाई का, प्रॉपर्टी का सर्वे करेंगे। परिवार के पास क्या होता है?...कुछ छोटी-मोटी बचत होती है, छोटी-मोटी गुमटी-दुकान-मकान होता है। हमारी बहनों के पास कुछ जेवर-गहने होते हैं, स्त्रीधन तो हमारे यहां बहुत पवित्र होते हैं। मंगलसूत्र होता है। भ्रष्टाचार करके लोगों को तबाह करने वाली कांग्रेस की गलत नज़र अब आपकी इस संपत्ति पर भी पड़ गई है।

साथियों,

कांग्रेस कहती है कि वो किसानों के घर और ज़मीन के सर्वे कराएगी और आप पर विरासत टैक्स लगाएगी। हर परिवार का एक्सरे निकालेंगे। यानि आप अपनी पूरी संपत्ति, आज तो आपके पास जो भी है, मरते समय अपने बच्चों को दे देते हैं। कोई लिखकरके जाता है या मरने के बाद उनके बच्चों को मिल जाता है। लेकिन अब कांग्रेस ऐसा घोषणापत्र लेकर आई है। कांग्रेस ने ऐसी घोषणा की है कि अब आप अपना घर, खेत-खलिहान, दुकान जो आपकी मेहनत से बना है, जिसके मालिक आप हैं। अब आप अपने बच्चों को नहीं दे। कांग्रेस का कहना है, शहजादे के गुरु का कहना है कि उसमें से आधे से अधिक कांग्रेस सत्ता में आई तो उसे हड़प लेंगे। यानि आपके पास गांव में 4 कमरों का घर है, तो आपके बाद आपकी संतान को सिर्फ 2 कमरे मिलेंगे। मान लीजिए किसी किसान के पास 10 बीघा ज़मीन है। कांग्रेस की सरकार बनी, तो 5 बीघा ही उसकी संतानों को मिलेगा। ऐसा भयानक विचार लेकरके ये इंडी गठबंधन वाले आए हैं। और इधर आरजेडी वाले इतनी चर्चा चल रही है, लेकिन मुंह पर ताला लगाकर बैठ गए हैं। क्यों वो भी मौन रखकर ये संपत्ति का भागीदारी का मजा लेना चाहते हैं। विरासत टैक्स के रूप में कांग्रेस अपनी जो खासमखास वोट-बैंक को देगी। आरजेडी की अपनी खासमखास वोटबैंक होगी ये आपका लूटकर उनको देगी। और इसीलिए आज पूरा देश चिंतित है, हर नौजवान चिंतित है, हर बुजुर्ग मां-बाप चिंतित है। इसलिए आज पूरा देश कह रहा है - कांग्रेस की लूट: ज़िंदगी के साथ भी, ज़िंदगी के बाद भी। मरने के बाद भी लूटेंगे। कांग्रेस की इस योजना में आरजेडी उसके साथ कंधे से कंधा मिलाकर चल रही है। साथियों,युवाओं को ज्यादा से ज्यादा नए अवसर देना, रोजगार के मौके देना NDA की प्राथमिकता है। NDA सरकार मुद्रा योजना, स्टार्ट अप योजना से, नौजवानों को लाखों रुपए की मदद दे रही है। मकसद यही है कि देश के युवा अपने स्टार्ट अप शुरू करें, अपनी कंपनियां खोलें, अपने इच्छा अनुसार काम शुरू करें। लेकिन कांग्रेस, नौजवानों की सैलरी, उनकी कमाई पर, छोटे उदयोगों की कमाई पर भी भारी टैक्स लगाना चाहती है।

|

भाइयों और बहनों,

इंडी गठबंधन की दूसरी योजना तो और भी खतरनाक है। ये भारत के संविधान की भावना के विरुद्ध, हमारे पूर्वजों ने महीनों तक चर्चा करके जो हमारा देश का संविधान बनाया, जिस संविधान को बाबा अंबेडकर ने लिखा उस संविधान की भावना खिलाफ, बाबा साहब अंबेडकर की योजना और विचार के खिलाफ अब वे धर्म के आधार पर आरक्षण लाना चाहते हैं। कांग्रेस ने कर्नाटक में उन्होंने एक मॉडल बनाया है। मेरे ओबीसी समाज के जो भाई यहां हैं, ये जरा समझ लें, कितना बड़ा भयंकर संकट इनका खेल है। कर्नाटक में उन्होंने एक मॉडल बनाया है। जो अब संविधान का उनका, बेईमानी के साथ धर्म के आधार पर आरक्षण लाने की कोशिश की। सुप्रीम कोर्ट ने मना कर दिया, तो अब वो पिछले दरवाजे से खेल खेल रहे हैं। और इसलिए उन्हेंने क्या किया, कर्नाटका में जो ओबीसी को 27 परसेंट आरक्षण संविधान ने दिया है, बाबा साहब अंबेडकर ने दिया है, भारत की संसद ने दिया है। उन्होंने क्या किया रातोंरात कर्नाटका में जितने भी मुसलमान समाज के लोग हैं, जरूरी नहीं है वो अगड़ा हो पिछड़ा हो, कुछ भी नहीं, सब के सब, रातोंरात एक कागज निकाला, ठप्पा मार दिया और कह दिया कि सारे के सारे मुसलमान ओबीसी है। और उसका परिणाम ये आया कि ओबीसी समाज का जो 27 परसेंट का आरक्षण था, उसका बहुत हिस्सा उन्होंने ध्रर्म के नाम पर दे दिया। ओबीसी समाज का आरक्षण उन्होंने काट दिया। अब वो यही काम पूरे देश में करना चाहती है। बिहार में भी ये इनकी कर्नाटका का फार्मूला है, वो इंडी गठबंधन वाले यादव हो, मंडल हो, कुर्मी हो, कुशवाहा हो, निशाद हो ऐसी जितनी भी पिछड़ी जातियां है, उनको जो आरक्षण मिला है, अब उसमें से डाका डालेंगे, लूट लेंगे और धर्म के नाम पर बांट देंगे। अपने वोट बैंक को देना चाहते हैं। इसमें भी कांग्रेस को आरजेडी का पूरा-पूरा साथ मिल रहा है। ओबीसी का हक लूटने का एक खेल चल रहा है। और आरजेडी वाले तालियां बजा रहे हैं। लेकिन ये लोग कान खोलकर सुन लें। जबतक मोदी है, तबतक ये SC/ST/OBC का हक छीनकर धर्म के आधार पर नहीं बांट पाएंगे। ये मोदी की गारंटी है।

साथियों,

वोटबैंक की राजनीति के कारण ही, कांग्रेस की सरकारों ने हमारी हज़ारों वर्षों की समृद्ध विरासत की सुध नहीं ली। आज जब मैं गर्व के साथ पूरी दुनिया में जाकर कहता हूं कि भारत लोकतंत्र की जननी है, तो ये RJD-कांग्रेस-लेफ्ट वाले, मेरे देश का मज़ाक उड़ाते हैं। ये मज़ाक सिर्फ मोदी का नहीं है, बल्कि बिहार के महान लोकतांत्रिक इतिहास का मज़ाक है। बीते 10 वर्षों में हमने अपनी विरासत, अपनी धरोहर को फिर विश्व पटल पर स्थापित किया है। गुलामी की मानसिकता से घिरे ये लोग, अब चाहकर भी इस नए भारत को बदल नहीं सकते। आप देखिए, दिल्ली में G-20 सम्मेलन के दौरान हमने हमारे देश की महान विरासत नालंदा विश्वविद्याल के गौरवमयी इतिहास को दुनिया के सामने रखा। आज दुनिया के जी20 के जितने बड़े नेता हैं, उनके घर में नालंदा के उस विश्वविद्यालय के साथ फोटो है। NDA, भारत को 21वीं सदी के वैश्विक ज्ञान का केंद्र बनाने के लिए समर्पित है। मुंगेर में विश्व का सबसे बड़ा योग का विद्यालय है। पद्मश्री स्वामी निरंजनानंद सरस्वती जी के प्रयासों से पूरे विश्व से लोग यहां योग सीखने आते हैं। लेकिन गुलामी की मानसिकता से भरे दलों ने तो हमारे योग तक को विदेशियों के हवाले कर दिया था। आज पूरी दुनिया, जून के महीने में अंतर्राष्ट्रीय योग दिवस मनाती है। इससे मुंगेर को, बिहार को गर्व होना बहुत स्वाभाविक है।

|

साथियों,

अब भाजपा ने योग और आयुर्वेद को वैश्विक बनाने के लिए बड़ी घोषणाएं की हैं। NDA सरकार, योग और आयुर्वेद के लिए विश्व स्तर पर मान्यता देने की, प्रमाण पत्र देने की, व्यवस्था स्थापित करेगी। NDA सरकार, दुनिया के लिए योग और आयुर्वेद के प्रमाणित पाठ्यक्रम बनाने के लिए इससे जुड़े संस्थानों को मदद देगी। इससे योग और आयुर्वेद सेक्टर में हमारे नौजवानों के लिए पूरी दुनिया में अवसर बनेंगे। साथियों, मोदी का एक और मिशन, भारत को हमारे छोटे किसानों के मोटे अनाज-श्री अन्न को दुनिया में घर-घर पहुंचाने का है। बिहार में हमारे किसान बड़ी मात्रा में श्री-अन्न उगाते हैं। ये देश के करोड़ों छोटे किसानों की कमाई को कई गुणा बढ़ाने वाला है।

भाइयों और बहनों,

यहां इस क्षेत्र में तो साक्षात माता सीता के निशान हैं। 500 साल बाद अयोध्या में प्रभु राम का भव्य मंदिर बना है। पूरे देश को गर्व हो रहा है। सबको गर्व हुआ। प्राण-प्रतिष्ठा के कार्यक्रम में ये इंडी गठबंधन वालों को निमंत्रण दिया, उन्होंने उसे ठुकरा दिया। और दूसरी तरफ वो अंसारी परिवार को देखिए, जो दो-दो पीढ़ी से राम मंदिर के खिलाफ अदालत में मुकदमा लड़ते थे। मुसलमानों के लिए मुकदमा लड़ते थे। लेकिन जब सुप्रीम कोर्ट का निर्णय आ गया, तो उन्होंने गर्व के साथ उस निर्णय को माथे पर चढ़ाया, इतना ही नहीं, श्रीमान अंसारी खुद प्रभु श्री राम लला के प्राण प्रतिष्ठा के कार्यक्रम में खुद आए। लेकिन कांग्रेस-RJD के लोगों ने निमंत्रण ठुकरा दिया। ऐसे अहंकारी लोग जो अपने आप को भगवान राम से भी बड़ा मानते हैं। ऐसे लोगों को सबक सिखाने का ये मौका है।

भाइयों और बहनों,

आपको ये ध्यान रखना है कि इस बार आपका एक-एक वोट, भारत के विकास और विरासत को नई ऊंचाई देने के लिए पड़ने वाला है। इसलिए, मुंगेर से हमारे मित्र श्रीमान राजीव रंजन जी, बेगुसराय से गिरिराज सिंह जी और खगड़िया से राजेश वर्मा जी को हर बूथ पर विजयी बनाना है। कहीं 7 मई को मतदान है, तो कहीं 13 मई को, लेकिन हर बूथ पर मतदान के रिकॉर्ड जरूर टूटने चाहिए। टूटेंगे, घर-घर जाएंगे, ज्यादा से ज्यादा मतदान कराएंगे। सुबह 10 बजे से पहले मतदान कराएंगे। अच्छा मेरा एक काम करेंगे। ये मेरा काम है ललन सिंह का नहीं है, गिरिराज का नहीं है। देखिए घर-घर जाइएगा और कहिएगा कि मोदी जी मुंगेर आए थे, और मोदी जी ने आपको प्रणाम कहा है। हर परिवार में मेरा प्रणाम पहुंचा देंगे। जब हर परिवार में आप मेरा प्रणाम पहुंचाएंगे न तो हर परिवार मुझे आशीर्वाद देगा, वो आशीर्वाद मेरी ऊर्जा है, वो आशीर्वाद मेरी शक्ति है, वो आशीर्वाद मेरी प्रेरणा है। और उस आशीर्वाद को लेकर के पूरी ताकत के साथ आपकी सेवा में जुट जाऊंगा।

मेरे साथ बोलिए...भारत माता की। भारत माता की। भारत माता की।

बहुत-बहुत धन्यवाद !

  • Jitendra Kumar May 05, 2025

    ❤️🇮🇳🇮🇳
  • Dheeraj Thakur February 03, 2025

    जय श्री राम।
  • Dheeraj Thakur February 03, 2025

    जय श्री राम
  • कृष्ण सिंह राजपुरोहित भाजपा विधान सभा गुड़ामा लानी November 21, 2024

    जय श्री राम 🚩 वन्दे मातरम् जय भाजपा विजय भाजपा
  • Devendra Kunwar October 08, 2024

    BJP
  • दिग्विजय सिंह राना September 18, 2024

    हर हर महादेव
  • Vivek Kumar Gupta July 07, 2024

    नमो ...................🙏🙏🙏🙏🙏
  • Vivek Kumar Gupta July 07, 2024

    नमो .............................🙏🙏🙏🙏🙏
  • Dr Mukesh Ludanan July 02, 2024

    Jai ho
  • Pradhuman Singh Tomar June 24, 2024

    BJP 885
Explore More
প্ৰতিগৰাকী ভাৰতীয়ৰ তেজ উতলি আছে: মন কী বাতত প্ৰধানমন্ত্ৰী মোদী

Popular Speeches

প্ৰতিগৰাকী ভাৰতীয়ৰ তেজ উতলি আছে: মন কী বাতত প্ৰধানমন্ত্ৰী মোদী
'Operation Sindoor on, if they fire, we fire': India's big message to Pakistan

Media Coverage

'Operation Sindoor on, if they fire, we fire': India's big message to Pakistan
NM on the go

Nm on the go

Always be the first to hear from the PM. Get the App Now!
...
PM Modi's address to the nation
May 12, 2025
QuoteToday, every terrorist knows the consequences of wiping Sindoor from the foreheads of our sisters and daughters: PM
QuoteOperation Sindoor is an unwavering pledge for justice: PM
QuoteTerrorists dared to wipe the Sindoor from the foreheads of our sisters; that's why India destroyed the very headquarters of terror: PM
QuotePakistan had prepared to strike at our borders,but India hit them right at their core: PM
QuoteOperation Sindoor has redefined the fight against terror, setting a new benchmark, a new normal: PM
QuoteThis is not an era of war, but it is not an era of terrorism either: PM
QuoteZero tolerance against terrorism is the guarantee of a better world: PM
QuoteAny talks with Pakistan will focus on terrorism and PoK: PM

প্ৰিয় দেশবাসী,

নমস্কাৰ !

যোৱা কেইটামান দিনত দেশৰ শক্তি আৰু সংযম দুয়োটাই আমি সকলোৱে প্ৰত্যক্ষ কৰিছো।মই প্ৰথমে আমাৰ শক্তিশালী ভাৰতীয় সেনাবাহিনীক প্ৰণাম জনাইছো, সশস্ত্ৰ বাহিনী, আমাৰ চোৰাংচোৱা সংস্থা, আমাৰ বিজ্ঞানী, সকলোকে মই প্ৰতিজন ভাৰতীয়ৰ হৈ প্ৰণাম জনাইছো।

আমাৰ সাহসী জোৱানসকলে ‘অপাৰেচন সিন্দুৰ’ৰ লক্ষ্যত উপনীত হ’বলৈ গৈ অপৰিসীম সাহস প্ৰদৰ্শন কৰিলে। মই তেওঁলোকৰ বীৰত্বক, তেওঁলোকৰ সাহসক, তেওঁলোকৰ পৰাক্ৰমক সমৰ্পিত কৰিছো৷ মই তেওঁলোকৰ এই পৰাক্ৰমক , আমাৰ দেশৰ প্ৰতিগৰাকী মাতৃলৈ, দেশৰ প্ৰতিগৰাকী ভগ্নী আৰু প্ৰতিগৰাকী কন্যাৰ বাবে উৎসৰ্গা কৰিছো।

 

বন্ধুসকল,

যোৱা ২২ এপ্ৰিলত পহলগামত সন্ত্রাসবাদীয়ে প্রদর্শন কৰা বৰ্বৰতাই দেশ আৰু বিশ্বক স্তম্ভিত কৰি তুলিছিল৷

বন্ধৰ দিন উদযাপন কৰিবলৈ যোৱা নিৰ্দোষ নিৰীহ নাগৰিকক ধৰ্মৰ বিষয়ে সুধি পৰিয়ালৰ সন্মুখতে, শিশুসকলৰ সন্মুখতে...

নিৰ্দয়ভাবে হত্যা কৰা হৈছিল।

এয়া আছিল আতংকৰ এক বীভৎস ছবি, এয়া আছিল নিষ্ঠুৰতাৰ ভয়ংকৰ প্ৰকাশ৷ এয়া আছিল দেশৰ সমন্বয় বিনষ্ট কৰাৰ এক ঘৃণনীয় অপচেষ্টা। মোৰ ক্ষেত্ৰত ব্যক্তিগতভাৱে এই নাৰকীয় ঘটনাৰ বেদনা অসহনীয় আছিল।

এই সন্ত্ৰাসবাদী আক্ৰমণৰ পিছত সমগ্ৰ দেশ, প্ৰতিগৰাকী নাগৰিক, সমাজ, প্ৰতিটো শ্ৰেণীৰ লোক, প্ৰতিটো ৰাজনৈতিক দল একত্ৰিত হৈ 'একেষাৰে সন্ত্ৰাসবাদৰ বিৰুদ্ধে শক্তিশালী ব্যৱস্থাৰ দাবীৰে থিয় দিলে।

সন্ত্ৰাসবাদীক নিঃশেষ কৰিবলৈ ভাৰতীয় নিৰাপত্তা বাহিনীক আমি পূৰ্ণ কৰ্তৃত্ব প্ৰদান কৰিলো। আমি তেওঁলোকক এইক্ষেত্ৰত সম্পূৰ্ণ স্বাধীনতা প্ৰদান কৰিলো।

আৰু আজি প্ৰতিজন সন্ত্ৰাসবাদীয়ে, প্ৰতিটো সন্ত্ৰাসবাদী সংগঠনে উপলব্ধি কৰিবলৈ বাধ্য হৈছে আমাৰ ভগ্নী-কন্যাৰ কপালৰ সেন্দুৰ মচি পেলোৱাৰ পৰিণতি কি হ'ব পাৰে ।

 

বন্ধুসকল,

অপাৰেচন সিন্দুৰ ...এয়া কেৱল এটা নাম নহয়৷এয়া দেশৰ কোটি কোটি মানুহৰ আৱেগৰ প্ৰতিফলন।

অপাৰেচন 'সিন্দুৰ' ন্যায়ৰ অখণ্ড প্ৰতিজ্ঞা। ৬ মে’ৰ গভীৰ নিশা.. ৭ মে’ৰ পুৱা.. সমগ্ৰ বিশ্বই এই প্ৰতিজ্ঞা ফলাফলত পৰিণত হোৱা দেখিবলৈ পাইছে। ভাৰতীয় বাহিনীয়ে পাকিস্তানৰ সন্ত্ৰাসবাদী শিবিৰত আক্ৰমণ কৰিছে।

তেওঁলোকৰ প্ৰশিক্ষণ কেন্দ্ৰত নিখুঁতভাৱে আঘাত কৰিছে । সন্ত্ৰাসবাদীয়ে সপোনতো কল্পনা কৰা নাছিল যে ভাৰতে ইমান ডাঙৰ সিদ্ধান্ত ল’ব পাৰে। কিন্তু যেতিয়া দেশখন একত্ৰিত হয়, দেশ প্ৰথমৰ মনোভাৱেৰে মানুহৰ মনবোৰ ভৰি পৰে, তেতিয়া দেশেই সৰ্বোচ্চ হৈ পৰে। তেতিয়াই শক্তিশালী সিদ্ধান্ত লোৱা হয় আৰু তাৰ ফল লাভ কৰা হয়।

ভাৰতীয় ক্ষেপণাস্ত্ৰই যেতিয়া পাকিস্তানৰ সন্ত্ৰাসবাদী ঘাটিত আক্ৰমণ কৰিছিল, ভাৰতীয় ড্ৰোনে যেতিয়া আক্ৰমণ চলাইছিল, তেতিয়া কেৱল সন্ত্ৰাসবাদী সংগঠনৰ ভৱনবোৰেই নহয়, তেওঁলোকৰ আত্মবিশ্বাসো কঁপি উঠিছিল।

 

বহাৱালপুৰ আৰু মুৰিদকেৰ দৰে সন্ত্ৰাসবাদীৰ আত্মগোপন স্থানসমূহ এককথাত বিশ্ব সন্ত্ৰাসবাদৰ বিশ্ববিদ্যালয় স্বৰূপ হৈ পৰিছে।

বিশ্বৰ যিকোনো ঠাইত সংঘটিত হোৱা যিকোনো ডাঙৰ সন্ত্ৰাসবাদী আক্ৰমণ- সেয়া ৯/১১ৰ সন্ত্ৰাসবাদী আক্ৰমণেই হওঁক , লণ্ডন টিউব বোমা বিস্ফোৰণেই হওঁক বা ভাৰতত দশকজুৰি সংঘটিত হোৱা বৃহৎ সন্ত্ৰাসবাদী আক্ৰমণেই হওঁক, ক’ৰবাত নহয় ক’ৰবাত এই ঘটনাসমূহ সন্ত্ৰাসবাদীয়ে আত্মগোপন কৰি থকা এই স্থানসমূহৰ সৈতে সংযুক্ত হৈ পৰিছে। সন্ত্ৰাসবাদীয়ে আমাৰ ভগ্নীহঁতৰ সেন্দুৰ মচি পেলাইছিল৷ সেইবাবেই ভাৰতে সন্ত্ৰাসবাদৰ এই মুখ্য কাৰ্যালয় ধ্বংস কৰিছে। ভাৰতৰ এই আক্ৰমণত ১০০ৰো অধিক দুৰ্ধৰ্ষ সন্ত্ৰাসবাদী নিহত হৈছে। ইমানবোৰ সন্ত্ৰাসবাদীয়ে যোৱা ডেৰৰ পৰা তিনি দশক ধৰি পাকিস্তানত মুক্তভাৱে ঘূৰি ফুৰিছিল৷ যিসকলে পূৰ্বে ভাৰতৰ বিৰুদ্ধে ষড়যন্ত্ৰ কৰিছিল, তেওঁলোকক ভাৰতে এটা আঘাততে ধ্বংস কৰি পেলালে।

 

বন্ধুসকল,

ভাৰতৰ এই কাৰ্য্যত পাকিস্তান গভীৰভাৱে হতাশগ্ৰস্ত হৈ পৰিছে৷ সকলোতে কেৱল হতাশাৰ কলীয়া ডাৱৰে ছানি ধৰিছিল৷ তেওঁলোক বিভ্ৰান্ত হৈ পৰিছিল৷এনে বিভ্ৰান্তিকৰ অৱস্থাৰ মাজতে তেওঁলোকে আৰু এটা বেয়া কাম কৰিলে। সন্ত্ৰাসবাদৰ বিৰুদ্ধে ভাৰতে গ্ৰহণ কৰা ব্যৱস্থাক সমৰ্থন কৰাৰ পৰিৱৰ্তে পাকিস্তানে ভাৰতকহে আক্ৰমণ কৰিবলৈ আৰম্ভ কৰিলে।

পাকিস্তানে আমাৰ স্কুল আৰু কলেজসমূহ লক্ষ্য কৰি লৈছিল, গুৰুদ্বাৰ, মন্দিৰ, সাধাৰণ নাগৰিকৰ ঘৰ আদিও পাকিস্তানৰ আক্ৰণৰ লক্ষ্য হৈ পৰিছিল৷ এনে কাৰ্যৰ জড়িয়তে পাকিস্তানে নিজকে উদঙাই দিলে। বিশ্বই দেখিলে পাকিস্তানৰ ড্ৰোন আৰু মিছাইল কেনেকৈ ভাৰতৰ সন্মুখত খেৰৰ দৰে জ্বলি ছাই হৈ গল৷ ভাৰতৰ শক্তিশালী বায়ু প্ৰতিৰক্ষা ব্যৱস্থাই সেইবোৰ আকাশতে ধ্বংস কৰি পেলালে। সীমান্তত আক্ৰমণ কৰিবলৈ সাজু হৈছিল পাকিস্তান৷ কিন্তু ইয়াৰ বিপৰীতে ভাৰতে পাকিস্তানৰ বুকুত আঘাত হানিলে। ভাৰতৰ ড্ৰোন আৰু ক্ষেপণাস্ত্ৰই নিখুঁতভাৱে পাকিস্তানৰ লক্ষ্যস্থানত আঘাত কৰিছিল। ফলত পাকিস্তানী বায়ুসেনাৰ সেই বিমানঘাটিসমূহ ক্ষতিগ্ৰস্ত হৈছিল, যিবোৰকলৈ পাকিস্তানে গৌৰৱ কৰি আহিছিল৷ প্ৰথম তিনিদিনতে যে ভাৰতে পাকিস্তানক এনেদৰে ধ্বংস কৰিব সেয়া তেওঁলোকে কল্পনাও কৰা নাছিল । সন্ত্ৰাসবাদৰ বিৰুদ্ধে ভাৰতৰ আগ্ৰাসী কাৰ্য্য ব্যৱস্থাৰ পিছত পাকিস্তানে পলায়নৰ উপায় বিচাৰিবলৈ আৰম্ভ কৰিলে। পাকিস্তানে উত্তেজনা হ্ৰাস কৰিবলৈ বিশ্বক অনুৰোধ কৰিবলৈ ধৰিলে৷ বেয়াকৈ ক্ষতিগ্ৰস্ত হোৱাৰ পিছত বাধ্যবাধকতাত পৰি ১০ মে’ৰ দুপৰীয়া পাকিস্তানী সেনাই আমাৰ ডিজিএমঅ’ৰ সৈতে যোগাযোগ কৰিলে। তেতিয়ালৈকে আমি পাকিস্তানৰ সন্ত্ৰাসবাদৰ আন্তঃগাঁথনি বৃহৎ পৰিসৰত ধ্বংস কৰি পেলাইছিলো৷ বহু সন্ত্ৰাসবাদী নিহত হৈছিল৷ আমি পাকিস্তানৰ সন্ত্ৰাসবাদী ঘাটিবোৰ ধ্বংসাৱশেষলৈ ৰূপান্তৰিত কৰিছিলোঁ৷ গতিকে, দিশহাৰা পাকিস্তানৰ পৰা এটা আবেদন কৰা হৈছিল৷ এই কথা পাকিস্তানৰ পৰা কোৱা হৈছিল যে তেওঁলোকৰ পক্ষৰ পৰা আৰু কোনো সন্ত্ৰাসবাদী কাৰ্যকলাপ তথা সামৰিক দুষ্কাৰ্য কৰা নহ’ব ৷গতিকে ভাৰতেও এই কথা বিবেচনা কৰিলে। আৰু মই আকৌ কওঁ...আমি মাত্ৰ পাকিস্তানৰ সন্ত্ৰাসবাদী আৰু সামৰিক ঘাটিৰ বিৰুদ্ধে আমাৰ ব্যৱস্থা স্থগিতহে ৰাখিছো৷

অনাগত দিনত আমি পাকিস্তানৰ প্ৰতিটো খোজৰ হিচাব লম৷ তেওঁলোকে কি মনোভাৱ গ্ৰহণ কৰে সেয়া লক্ষ্য কৰিম৷

 

বন্ধুসকল,

ভাৰতৰ তিনিটা সেনাবাহিনী-আমাৰ বায়ুসেনা, আমাৰ সেনাবাহিনী আৰু আমাৰ নৌসেনা, আমাৰ সীমান্ত সুৰক্ষা বাহিনী-বিএছএফ, ভাৰতৰ অৰ্ধসামৰিক বাহিনী নিৰন্তৰ সষ্টম হৈ আছে ।ছাৰ্জিকেল ষ্ট্ৰাইক আৰু এয়াৰ ষ্ট্ৰাইকৰ পিছত এতিয়া অপাৰেচন সিন্দুৰ সন্ত্ৰাসবাদৰ বিৰুদ্ধে ভাৰতৰ এক বলিষ্ঠ পদক্ষেপ হিচাবে পৰিগণিত হৈছে। ভাৰতে এয়া নীতিগতভাবে গ্ৰহণ কৰিছে৷ ছাৰ্জিকেল ষ্ট্ৰাইক আৰু এয়াৰ ষ্ট্ৰাইকৰ পিছত এতিয়া অপাৰেচন সিন্দুৰ সন্ত্ৰাসবাদৰ বিৰুদ্ধে ভাৰতৰ সন্ত্ৰাসবাদ বিৰোধী নীতিৰ শক্তিশালী প্ৰমাণ হৈ পৰিছে। সন্ত্ৰাসবাদৰ বিৰুদ্ধে যুঁজত নতুন ৰেখা টানিছে অপাৰেচন সিন্দুৰে। এটা নতুন মান, এটা নতুন ধৰণ নিৰ্ধাৰণ কৰা হৈছে।

প্ৰথম কথা - ভাৰতত সন্ত্ৰাসবাদী আক্ৰমণ হ’লে উপযুক্ত উত্তৰ দিয়া হ’ব।আমি নিজৰ ধৰণে, নিজৰ চৰ্তত সঁহাৰি জনাম।

সন্ত্ৰাসবাদৰ শিপা য’ৰ পৰা বিস্তাৰিত হৈছে তাতেই আমি কঠোৰ ব্যৱস্থা গ্ৰহণ কৰিম। দ্বিতীয়তে – ভাৰতে কোনো ধৰণৰ পাৰমাণৱিক ব্লেকমেইল সহ্য নকৰে। পাৰমাণৱিক ব্লেকমেইলৰ আৱৰণেৰে ঘেৰি ৰখা সন্ত্ৰাসবাদীৰ আত্মগোপনৰ স্থানসমূহত ভাৰতে এক নিখুঁত আৰু নিৰ্ণায়ক আক্ৰমণ চলাব। তৃতীয়তে, সন্ত্ৰাসবাদক পৃষ্ঠপোষকতা কৰা চৰকাৰখন আৰু সন্ত্ৰাসবাদৰ মালিকসকলক আমি পৃথক সত্তা হিচাপে কেতিয়াও নাচাম।

'অপাৰেচন সিন্দুৰ'ৰ সময়ত বিশ্বই আকৌ দেখিছে পাকিস্তানৰ কুৎসিত মুখ।যেতিয়া মৃত সন্ত্ৰাসবাদীক বিদায় দিয়া হৈছিল।

পাকিস্তানী সেনাৰ শীৰ্ষ বিষয়াৰ মাজত লৰাধপৰা লাগিছল। দেশ খনৰ পৃষ্ঠপোষকতাত চলি থকা সন্ত্ৰাসবাদৰ এয়া এক ডাঙৰ প্ৰমাণ। ভাৰত আৰু আমাৰ নাগৰিকক যিকোনো ভাবুকিৰ পৰা ৰক্ষা কৰিবলৈ আমি নিৰ্ণায়ক পদক্ষেপ গ্ৰহণ কৰি যাম।

 

বন্ধুসকল,

আমি প্ৰতিবাৰেই যুদ্ধক্ষেত্ৰত পাকিস্তানক পৰাস্ত কৰিছো আৰু এইবাৰ অপাৰেচন সিন্দুৰে ইয়াত এক নতুন মাত্ৰা সংযোজন কৰিলে। আমি মৰুভূমি আৰু পৰ্বতমালাত আমাৰ সামৰ্থ্য উজ্জ্বলভাৱে প্ৰদৰ্শন কৰিছো৷ লগতে আধুনিক যুদ্ধত নিজৰ শ্ৰেষ্ঠত্ব প্ৰমাণ কৰিছো।এই অপাৰেচনৰ সময়ত আমাৰ মেড ইন ইণ্ডিয়া অস্ত্ৰৰ সত্যতাও প্ৰমাণিত হ’ল। আজি বিশ্বই লক্ষ্য কৰিছে- একবিংশ শতিকাৰ যুদ্ধত মেড ইন ইণ্ডিয়া প্ৰতিৰক্ষা সঁজুলিৰ সময় আহি পৰিছে।

 

বন্ধুসকল,

আমাৰ আটাইতকৈ ডাঙৰ শক্তি হৈছে সকলো ধৰণৰ সন্ত্ৰাসবাদৰ বিৰুদ্ধে আমাৰ মাজত গঢ় লোৱা ঐক্য। এয়া নিশ্চিতভাৱে যুদ্ধৰ যুগ নহয়৷ কিন্তু এয়া সন্ত্ৰাসবাদৰো যুগ নহয়। সন্ত্ৰাসবাদৰ বিৰুদ্ধে শূন্য সহনশীলতাই হৈছে এখন উন্নত পৃথিৱীৰ নিশ্চয়তা প্ৰদানৰ প্ৰথম চৰ্ত৷

 

বন্ধুসকল,

পাকিস্তানৰ সেনা, পাকিস্তান চৰকাৰে যি সন্ত্ৰাসবাদক লালন-পালন কৰি আহিছে এদিন সেই সন্ত্ৰাসবাদেই পাকিস্তানক ধ্বংস কৰিব। পাকিস্তানে যদি জীয়াই থাকিব বিচাৰে তেন্তে নিজৰ দেশত থকা সন্ত্ৰাসবাদীৰ ঘাটি ধ্বংস কৰিব লাগিব। ইয়াৰ বাহিৰে শান্তিৰ কোনো বিকল্প পথ নাই। এইক্ষেত্ৰত ভাৰতৰ স্থিতি অতি স্পষ্ট৷ আতংক আৰু আলোচনা একেলগে আগবাঢ়িব নোৱাৰে৷

সন্ত্ৰাস আৰু বাণিজ্য একেলগে আগুৱাব নোৱাৰে। আনকি পানী আৰু তেজ একেলগে বৈ যাব নোৱাৰে। আজি বিশ্ব সমাজকো ক'ব বিচাৰিছো- আমাৰ ঘোষিত নীতি হৈছে- পাকিস্তানৰ সৈতে যদি আলোচনা হয়, সেয়া হ'ব সন্ত্ৰাসবাদৰ বিষয়ত, যদি পাকিস্তানৰ সৈতে আলোচনা হয়, তেন্তে সেয়া হ'ব পাক অধিকৃত কাশ্মীৰৰ বিষয়ত৷

 

প্ৰিয় দেশবাসী,

আজি বুদ্ধ পূৰ্ণিমা।

ভগৱান বুদ্ধই আমাক শান্তিৰ পথ দেখুৱাইছে। শান্তিৰ পথো শক্তিৰ মাজেৰেই পৰিচালিত হয়৷ মানৱতা শান্তি আৰু সমৃদ্ধিৰ পথেৰে আগবাঢ়ি যাওক৷ প্ৰতিজন ভাৰতীয়ই শান্তিৰে জীয়াই থাকিবলৈ সক্ষম হওক৷ যিয়ে বিকশিত ভাৰতৰ সপোন পূৰণ কৰিব পাৰিব৷

ইয়াৰ বাবে ভাৰত শক্তিশালী হ'ব লাগিব আৰু প্ৰয়োজনৰ সময়ত শক্তি ব্যৱহাৰ কৰাটোও গুৰুত্বপূৰ্ণ কথা হৈ পৰিব। যোৱা কেইটামান দিনত ভাৰতে ঠিক এনে কামেই কৰিছে।ভাৰতীয় সেনা আৰু সশস্ত্ৰ বাহিনীক পুনৰবাৰ প্ৰণাম জনাইছো।

ভাৰতবাসীৰ সাহস আৰু ঐক্যক প্ৰণাম জনাইছো।

ধন্যবাদ...

ভাৰত মাতা কী জয় !!!

ভাৰত মাতা কী জয় !!!

ভাৰত মাতা কী জয় !!!