Those elderly people above 70 years of age who will get free treatment of up to Rs 5 lakhs are waiting for 4th June: PM Modi in Bansgaon, UP

भारत माता की, भारत माता की।

मां करवल देई की जय! मां करवल देई की, मां करवल देई की।

तरकुल्हा देवी, बुढ़िया माई, गुरु गोरखनाथ और देवरहवा बाबा की ई धरती से हम रऊवां सब के प्रणाम करतानी।

साथियों,

कल छठे चरण का मतदान भी खत्म हो गया है। (अब आपलोग इजाजत दें तो मैं बोलना शुरू करूं। दो मिनट आपका, चलिए हो जाए।) इतना प्यार, इतना उत्साह, ये आपका प्यार मेरे सर आंखों पर दोस्तों। ये नौजवान तो हमारे जिगर के टुकड़े हैं जी। छठे चरण ने इंडी गठबंधन के छक्के छुड़ा दिए हैं। अब सातवें चरण में इंडी वालों पर पूर्वांचल का प्रहार होगा और पूर्वांचल का प्रहार जिस पर हुआ, वो मैदान से बाहर जाकर गिरता है। आपका उत्साह एक ही बात कह रहा है फिर एक बार, मोदी सरकार! फिर एक बार, मोदी सरकार! फिर एक बार, मोदी सरकार!

साथियों,

4 जून 2024 ये तारीख भारत का भविष्य तय करने जा रही है। अमृतकाल के संकल्प, विकसित भारत का निर्माण, 140 करोड़ सपने, 4 जून को देश एक नई उड़ान के लिए पंख फैलाएगा। इसीलिए, करोड़ों लोग 4 जून का इंतज़ार कर रहे हैं। वो 3 करोड़ गरीब जिन्हें आने वाले सालों में पक्का घर मिलेगा, उन्हें 4 जून का इंतज़ार है। 70 साल की उम्र से ऊपर के वो बुजुर्ग, जिन्हें अब 5 लाख रुपए का मुफ्त इलाज मिलेगा, उन्हें 4 जून का इंतज़ार है। वो करोड़ों युवा, जिन्हें मुद्रा योजना से अब 20 लाख रुपए की मदद मिलेगी, उन्हें 4 जून का इंतजार है। स्वयं सहायता समूहों से जुड़ी 3 करोड़ बहनें जो अब लखपति दीदी बनेंगी, उन्हें 4 जून का इंतज़ार है। देश के करोड़ों लोग, जिन्हें पीएम सूर्यघर योजना से मुफ्त बिजली मिलेगी, उन्हें 4 जून का इंतज़ार है। देश को पता है 4 जून से ही भारत के तीसरी बड़ी अर्थव्यवस्था बनने का काउंटडाउन शुरू हो जाएगा। और दुनिया की तीसरी बड़ी अर्थव्यवस्था बनने का मतलब है हर भारतवासी के पास आगे बढ़ने के ज्यादा मौके। हर भारतवासी के पास अपनी आय बढ़ाने के ज्यादा मौका। 4 जून को बुढ़वा मंगल के दिन हनुमान जी के आशीर्वाद से भारत की एक मंगल यात्रा की शुरुआत होगी।

साथियों,

देश की प्रगति से बांसगांव के लोग, देवरिया के लोग खुशियों से भरे हुए नजर आ रहे हैं। लेकिन कुछ ताक़तें ऐसी भी हैं जिन्हें भारत की प्रगति से पेट में दर्द हो रहा है। ये लोग 4 जून को लेकर अलग ही सपने देख रहे हैं। पाकिस्तान में सपा-कांग्रेस के इंडी गठबंधन के लिए दुआ पढ़ी जा रही है। सीमा पार से जिहादी उन्हें समर्थन दे रहे हैं। यहां सपा-कांग्रेस वाले वोट जिहाद की अपील कर रहे हैं। इनका मुद्दा देश का विकास नहीं, ये तो भारत को कई दशक पीछे ले जाना चाहते हैं। आप इनके मुद्दे देखिए, इंडी जमात कह रही है, ये सरकार में आएंगे तो कश्मीर में फिर से 370 लगाएंगे। ये बंटवारे के पीड़ितों को नागरिकता देने वाला CAA कानून रद्द करेंगे। आप मुझे बताइए, ये किसका एजेंडा है? यही तो भारत विरोधी ताकतें भी चाहती हैं। फिर इंडी वाले भी यही क्यों चाहते हैं?

साथियों,

कांग्रेस ने हमेशा देश की सुरक्षा के साथ खिलवाड़ किया। अभी एक और चौंकाने वाला खुलासा हुआ है। आपको पता है न, इतनी मात्रा में नौजवान हैं तो जरा ये बड़ा महत्त्वपूर्ण मुद्दा मैं आज आपको बताने जा रहा हूं। मीडिया वालों के लिए भी नया होगा। आपको पता है हमारा देश ब्रह्मोस मिसाइल बनाता है। और वह दिन दूर नहीं जब यूपी में भी ब्रह्मोस मिसाइल बना करेगी। और ब्रह्मोस मिसाइल ऐसी है जिसका खौफ दूर दूर तक है। दुनिया के कई देशों में ब्रह्मोस मिसाइल की मांग रही है। लेकिन कांग्रेस को ये भी पसंद नहीं आया। जो देश भारत से ब्रह्मोस खरीदना चाहते थे, दुनिया के कई देश, कांग्रेस सरकार ने उनके सामने भी रोड़े अटकाए। आप जानते हैं क्यों? ये इंडी वाले चाहते हैं भारत रक्षा क्षेत्र में ना आत्मनिर्भर बने और ना ही भारत में हथियार एक्सपोर्ट करने की क्षमता पैदा हो। ये इंडी वाले चाहते हैं विदेशी हथियारों की डील होती रहे, इनकी दलाली आती रहे। बोफोर्स घोटाले होते रहे, ऑगस्ट वेस्टलैंड घोटाले होते रहे, वो क्वात्रोची मामा को वो वाला खेल कांग्रेस जारी रखना चाहती थी। लेकिन भाइयों बहनों, आज हम रक्षा क्षेत्र में आत्मनिर्भर भारत की ओर मजबूती से आगे बढ़ रहे हैं। हमारे यूपी में डिफेंस कॉरिडॉर बन रहा है। देश का रक्षा निर्यात 21 हजार करोड़ रुपए से ऊपर पहुंच गया है। अब आप बताइए, देश में डिफेंस कॉरिडॉर बनाने वाली सरकार होनी चाहिए या जो हर मौके पर दिवाली हो या होली हो हर मौके पर जो दलाली ही करना चाहते हैं, दलाली करने वाली सरकार चाहिए क्या?

साथियों,

ये कांग्रेस और सपा ये इंडी जमात वाले इनकी राजनीति का एक ही मकसद है- तुष्टीकरण! तुष्टीकरण के लिए ये हमारी आस्था को गाली देते हैं। कांग्रेस पार्टी राममंदिर प्राण प्रतिष्ठा के निमंत्रण को ठुकरा देती है। इंडी जमात वाले राममंदिर को अपवित्र कहते हैं। सपा के नेता राममंदिर जाने को पाखंड बताते हैं। मैं आप लोगों से पूछता हूं। राममंदिर को गाली देने वालों को पूर्वांचल में एक भी सीट मिलनी चाहिए क्या? किसी भी बूथ में उनको वोट मिलना चाहिए क्या?

साथियों,

इंडी जमात का अब अगला निशाना हमारे देश का पवित्र संविधान है। बाबा साहब आंबेडकर ने धर्म के आधार पर आरक्षण का विरोध किया था। लेकिन, ये लोग क्या कर रहे हैं? कर्नाटक में कांग्रेस ने पिछड़ों का आरक्षण रातों-रात मुसलमानों को दे दिया। बंगाल में TMC वालों ने फर्जी OBC सर्टिफिकेट बनाकर पिछड़ों का आरक्षण लूट लिया, मुसलमानों दे दिया। यूपी में सपा उसी TMC का प्रचार कर रही है।

भाइयों बहनों,

मैं मेरे दलित, पिछड़ा समाज को याद दिलाना चाहता हूं। 2012 में सपा ने अपने घोषणापत्र में लिखा था कि मुसलमानों को दलितों के बराबर आरक्षण मिलना चाहिए। इंडी जमात इसके लिए संविधान बदलना चाहती है। मैं इनसे सवाल पूछता हूं तो ये मोदी को गाली देते हैं। धर्म के आधार पर आरक्षण का विरोध मोदी डटकर के कर रहा है। विरोध होना चाहिए कि नहीं होना चाहिए? आप मोदी को साथ देंगे कि नहीं देंगे क्या धर्म के आधार पर अब देश को बंटने देना चाहिए? फिर से देश के टुकड़े होने देना चाहिए? दलित, पिछड़ा के आरक्षण की लूट रुकनी चाहिए या नहीं रुकनी चाहिए?

साथियों,

सपा केवल अपने परिवार का कुनबा बचाने के लिए चुनाव लड़ रही है। यही सपा का चरित्र है। आप याद करिए, सपा का वो जंगलराज, बहन बेटियों का घर से निकलना मुश्किल था। मां-बाप मजबूर होकर बेटियों का स्कूल-कॉलेज छुड़वा देते थे। व्यापारी इसी खौफ में जीते थे, कब कौन गुंडा फिरौती मांग ले, कब किसका प्लॉट कब्जा हो जाए, कब किसका खेत चला जाए, सरकार की जमीन तक पर माफियाओं ने महल खड़े कर लिए थे। लेकिन, जब से योगीजी आए हैं, माहौल ही बदल गया, मौसम भी बदल गया! हमारे योगीजी तो अच्छे-अच्छों की गर्मी उतारने में एक्सपर्ट हैं। अब माफियाओं की मौज खत्म हुई है, उनके महलों की जगह गरीबों के लिए घर बन रहे हैं। यही बीजेपी और इंडी जमात में फर्क है।

साथियों,

आज यूपी के लोग गर्व से कहते हैं कि हम यूपी से हैं। सीना तान करके बोलते हैं। यूपी अब बाकी राज्यों से केवल बराबरी ही नहीं कर रहा इतना ही नहीं, अनेक राज्यों से आगे भी निकल रहा है। मैं यूपी का सांसद हूं, आपका पड़ोसी हूं, मुझे गर्व हो रहा है आज मेरे यूपी में देश में सबसे ज्यादा एयरपोर्ट्स वाला राज्य यूपी है। सबसे ज्यादा एक्स्प्रेसवे यूपी में हैं। सबसे ज्यादा शहरों में मेट्रो, यहां यूपी में बन रही है। बदलाव कैसे आता है, ये बांसगांव-देवरिया और गोरखपुर के लोग खुद देख रहे हैं। पूर्वांचल एक्सप्रेसवे के साथ गोरखपुर लिंक एक्सप्रेसवे, सीतामढ़ी से अयोध्या तक रामजानकी मार्ग, सहजनवा-दोहरीघाट रेललाइन ऐसे कितने काम इस क्षेत्र में चल रहे हैं। वन्देभारत ट्रेन यहां चल रही है। कुशीनगर और गोरखपुर केवल कुछ ही किलोमीटर की दूरी पर दो-दो एयरपोर्ट इस क्षेत्र को मिले हैं। अच्छी स्वास्थ्य सेवाओं के लिए गोरखपुर में नया एम्स खुला है। कुशीनगर में नया मेडिकल कॉलेज भी बन रहा है। 10 साल के भीतर-भीतर ये विकास कार्य लंबी लिस्ट है लेकिन मोदी तो कहता है ये तो अभी ट्रेलर हैं। अगर ट्रेलर इतना शानदार है तो आने वाले 5 साल कितनी मजबूती से देश को ऊपर ले जाएंगे आप अंदाजा लगा सकते हैं।

भाइयों बहनों,

पिछली सरकारों के शासन में यहां किसानों का बहुत नुकसान हुआ। अधिकांश चीनी मिलें बंद हो गईं। किसानों को गन्ने की खेती छोड़नी पड़ी। हमारी सरकार सपा के इन गड्ढों को भी भरने का काम कर रही है। हमने गन्ने के लिए FRP बढ़ाया है। गन्ना किसानों का हजारों करोड़ रुपए का बकाया चुकाया है। बांसगांव-देवरिया के किसानों को पीएम किसान सम्मान निधि के भी डेढ़ हजार करोड़ रुपए मिले हैं।

साथियों,

1 जून को आपका वोट बांसगांव, देवरिया और देश का भविष्य बनाएगा! आपका एक-एक वोट सीधा मोदी के खाते में जाएगा। बांसगांव से भाई कमलेश पासवान और देवरिया से युवा साथी शशांक मणि त्रिपाठी, इन्हें भारी बहुमत से जितवाना है। ज्यादा से ज्यादा वोटों से जितवाएंगे। ज्यादा से ज्यादा मतदान करवाएंगे, सारे रिकॉर्ड तोड़ेंगे, सभी पोलिंग बूथ में जीतेंगे। अच्छा मेरा एक काम करेंगे? बड़े कमाल के लोग हो यार। इनके लिए बोलता हूं तो जोरों से बोल रहे हो। मेरे लिए कहा कि काम करोगे तो ठंडे पड़ गए, ऐसा कैसा भाई, बताओ मेरा एक काम करोगे? ऐसा नहीं, दोनों हाथ ऊपर करके बताओ। अरे मेरे जिगर के टुकड़े इतने यहां हैं जरा दम लगा के बोलो ना। मेरा एक काम करोगे। देखिए हर गांव में, हर इलाके में देवस्थान होते हैं, तीर्थ स्थान होता है। आप वहां जाना मेरी तरफ से मथ्था टेकना, मोदी की तरफ से। और परमात्मा से आशीर्वाद मांगना है, मांगेंगे? मथ्था टेकेंगे? मोदी के लिए आशीर्वाद नहीं चाहिए। मोदी के परिवार के लिए आशीर्वाद नहीं चाहिए। विकसित भारत बनाने के लिए आशीर्वाद चाहिए। करेंगे, पक्का करेंगे।

बोलिए भारत माता की, जय भारत माता की, जय भारत माता की।

बहुत-बहुत धन्यवाद

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Text of PM Modi's address at the Parliament of Guyana
November 21, 2024

Hon’ble Speaker, मंज़ूर नादिर जी,
Hon’ble Prime Minister,मार्क एंथनी फिलिप्स जी,
Hon’ble, वाइस प्रेसिडेंट भरत जगदेव जी,
Hon’ble Leader of the Opposition,
Hon’ble Ministers,
Members of the Parliament,
Hon’ble The चांसलर ऑफ द ज्यूडिशियरी,
अन्य महानुभाव,
देवियों और सज्जनों,

गयाना की इस ऐतिहासिक पार्लियामेंट में, आप सभी ने मुझे अपने बीच आने के लिए निमंत्रित किया, मैं आपका बहुत-बहुत आभारी हूं। कल ही गयाना ने मुझे अपना सर्वोच्च सम्मान दिया है। मैं इस सम्मान के लिए भी आप सभी का, गयाना के हर नागरिक का हृदय से आभार व्यक्त करता हूं। गयाना का हर नागरिक मेरे लिए ‘स्टार बाई’ है। यहां के सभी नागरिकों को धन्यवाद! ये सम्मान मैं भारत के प्रत्येक नागरिक को समर्पित करता हूं।

साथियों,

भारत और गयाना का नाता बहुत गहरा है। ये रिश्ता, मिट्टी का है, पसीने का है,परिश्रम का है करीब 180 साल पहले, किसी भारतीय का पहली बार गयाना की धरती पर कदम पड़ा था। उसके बाद दुख में,सुख में,कोई भी परिस्थिति हो, भारत और गयाना का रिश्ता, आत्मीयता से भरा रहा है। India Arrival Monument इसी आत्मीय जुड़ाव का प्रतीक है। अब से कुछ देर बाद, मैं वहां जाने वाला हूं,

साथियों,

आज मैं भारत के प्रधानमंत्री के रूप में आपके बीच हूं, लेकिन 24 साल पहले एक जिज्ञासु के रूप में मुझे इस खूबसूरत देश में आने का अवसर मिला था। आमतौर पर लोग ऐसे देशों में जाना पसंद करते हैं, जहां तामझाम हो, चकाचौंध हो। लेकिन मुझे गयाना की विरासत को, यहां के इतिहास को जानना था,समझना था, आज भी गयाना में कई लोग मिल जाएंगे, जिन्हें मुझसे हुई मुलाकातें याद होंगीं, मेरी तब की यात्रा से बहुत सी यादें जुड़ी हुई हैं, यहां क्रिकेट का पैशन, यहां का गीत-संगीत, और जो बात मैं कभी नहीं भूल सकता, वो है चटनी, चटनी भारत की हो या फिर गयाना की, वाकई कमाल की होती है,

साथियों,

बहुत कम ऐसा होता है, जब आप किसी दूसरे देश में जाएं,और वहां का इतिहास आपको अपने देश के इतिहास जैसा लगे,पिछले दो-ढाई सौ साल में भारत और गयाना ने एक जैसी गुलामी देखी, एक जैसा संघर्ष देखा, दोनों ही देशों में गुलामी से मुक्ति की एक जैसी ही छटपटाहट भी थी, आजादी की लड़ाई में यहां भी,औऱ वहां भी, कितने ही लोगों ने अपना जीवन समर्पित कर दिया, यहां गांधी जी के करीबी सी एफ एंड्रूज हों, ईस्ट इंडियन एसोसिएशन के अध्यक्ष जंग बहादुर सिंह हों, सभी ने गुलामी से मुक्ति की ये लड़ाई मिलकर लड़ी,आजादी पाई। औऱ आज हम दोनों ही देश,दुनिया में डेमोक्रेसी को मज़बूत कर रहे हैं। इसलिए आज गयाना की संसद में, मैं आप सभी का,140 करोड़ भारतवासियों की तरफ से अभिनंदन करता हूं, मैं गयाना संसद के हर प्रतिनिधि को बधाई देता हूं। गयाना में डेमोक्रेसी को मजबूत करने के लिए आपका हर प्रयास, दुनिया के विकास को मजबूत कर रहा है।

साथियों,

डेमोक्रेसी को मजबूत बनाने के प्रयासों के बीच, हमें आज वैश्विक परिस्थितियों पर भी लगातार नजर ऱखनी है। जब भारत और गयाना आजाद हुए थे, तो दुनिया के सामने अलग तरह की चुनौतियां थीं। आज 21वीं सदी की दुनिया के सामने, अलग तरह की चुनौतियां हैं।
दूसरे विश्व युद्ध के बाद बनी व्यवस्थाएं और संस्थाएं,ध्वस्त हो रही हैं, कोरोना के बाद जहां एक नए वर्ल्ड ऑर्डर की तरफ बढ़ना था, दुनिया दूसरी ही चीजों में उलझ गई, इन परिस्थितियों में,आज विश्व के सामने, आगे बढ़ने का सबसे मजबूत मंत्र है-"Democracy First- Humanity First” "Democracy First की भावना हमें सिखाती है कि सबको साथ लेकर चलो,सबको साथ लेकर सबके विकास में सहभागी बनो। Humanity First” की भावना हमारे निर्णयों की दिशा तय करती है, जब हम Humanity First को अपने निर्णयों का आधार बनाते हैं, तो नतीजे भी मानवता का हित करने वाले होते हैं।

साथियों,

हमारी डेमोक्रेटिक वैल्यूज इतनी मजबूत हैं कि विकास के रास्ते पर चलते हुए हर उतार-चढ़ाव में हमारा संबल बनती हैं। एक इंक्लूसिव सोसायटी के निर्माण में डेमोक्रेसी से बड़ा कोई माध्यम नहीं। नागरिकों का कोई भी मत-पंथ हो, उसका कोई भी बैकग्राउंड हो, डेमोक्रेसी हर नागरिक को उसके अधिकारों की रक्षा की,उसके उज्जवल भविष्य की गारंटी देती है। और हम दोनों देशों ने मिलकर दिखाया है कि डेमोक्रेसी सिर्फ एक कानून नहीं है,सिर्फ एक व्यवस्था नहीं है, हमने दिखाया है कि डेमोक्रेसी हमारे DNA में है, हमारे विजन में है, हमारे आचार-व्यवहार में है।

साथियों,

हमारी ह्यूमन सेंट्रिक अप्रोच,हमें सिखाती है कि हर देश,हर देश के नागरिक उतने ही अहम हैं, इसलिए, जब विश्व को एकजुट करने की बात आई, तब भारत ने अपनी G-20 प्रेसीडेंसी के दौरान One Earth, One Family, One Future का मंत्र दिया। जब कोरोना का संकट आया, पूरी मानवता के सामने चुनौती आई, तब भारत ने One Earth, One Health का संदेश दिया। जब क्लाइमेट से जुड़े challenges में हर देश के प्रयासों को जोड़ना था, तब भारत ने वन वर्ल्ड, वन सन, वन ग्रिड का विजन रखा, जब दुनिया को प्राकृतिक आपदाओं से बचाने के लिए सामूहिक प्रयास जरूरी हुए, तब भारत ने CDRI यानि कोएलिशन फॉर डिज़ास्टर रज़ीलिएंट इंफ्रास्ट्रक्चर का initiative लिया। जब दुनिया में pro-planet people का एक बड़ा नेटवर्क तैयार करना था, तब भारत ने मिशन LiFE जैसा एक global movement शुरु किया,

साथियों,

"Democracy First- Humanity First” की इसी भावना पर चलते हुए, आज भारत विश्वबंधु के रूप में विश्व के प्रति अपना कर्तव्य निभा रहा है। दुनिया के किसी भी देश में कोई भी संकट हो, हमारा ईमानदार प्रयास होता है कि हम फर्स्ट रिस्पॉन्डर बनकर वहां पहुंचे। आपने कोरोना का वो दौर देखा है, जब हर देश अपने-अपने बचाव में ही जुटा था। तब भारत ने दुनिया के डेढ़ सौ से अधिक देशों के साथ दवाएं और वैक्सीन्स शेयर कीं। मुझे संतोष है कि भारत, उस मुश्किल दौर में गयाना की जनता को भी मदद पहुंचा सका। दुनिया में जहां-जहां युद्ध की स्थिति आई,भारत राहत और बचाव के लिए आगे आया। श्रीलंका हो, मालदीव हो, जिन भी देशों में संकट आया, भारत ने आगे बढ़कर बिना स्वार्थ के मदद की, नेपाल से लेकर तुर्की और सीरिया तक, जहां-जहां भूकंप आए, भारत सबसे पहले पहुंचा है। यही तो हमारे संस्कार हैं, हम कभी भी स्वार्थ के साथ आगे नहीं बढ़े, हम कभी भी विस्तारवाद की भावना से आगे नहीं बढ़े। हम Resources पर कब्जे की, Resources को हड़पने की भावना से हमेशा दूर रहे हैं। मैं मानता हूं,स्पेस हो,Sea हो, ये यूनीवर्सल कन्फ्लिक्ट के नहीं बल्कि यूनिवर्सल को-ऑपरेशन के विषय होने चाहिए। दुनिया के लिए भी ये समय,Conflict का नहीं है, ये समय, Conflict पैदा करने वाली Conditions को पहचानने और उनको दूर करने का है। आज टेरेरिज्म, ड्रग्स, सायबर क्राइम, ऐसी कितनी ही चुनौतियां हैं, जिनसे मुकाबला करके ही हम अपनी आने वाली पीढ़ियों का भविष्य संवार पाएंगे। और ये तभी संभव है, जब हम Democracy First- Humanity First को सेंटर स्टेज देंगे।

साथियों,

भारत ने हमेशा principles के आधार पर, trust और transparency के आधार पर ही अपनी बात की है। एक भी देश, एक भी रीजन पीछे रह गया, तो हमारे global goals कभी हासिल नहीं हो पाएंगे। तभी भारत कहता है – Every Nation Matters ! इसलिए भारत, आयलैंड नेशन्स को Small Island Nations नहीं बल्कि Large ओशिन कंट्रीज़ मानता है। इसी भाव के तहत हमने इंडियन ओशन से जुड़े आयलैंड देशों के लिए सागर Platform बनाया। हमने पैसिफिक ओशन के देशों को जोड़ने के लिए भी विशेष फोरम बनाया है। इसी नेक नीयत से भारत ने जी-20 की प्रेसिडेंसी के दौरान अफ्रीकन यूनियन को जी-20 में शामिल कराकर अपना कर्तव्य निभाया।

साथियों,

आज भारत, हर तरह से वैश्विक विकास के पक्ष में खड़ा है,शांति के पक्ष में खड़ा है, इसी भावना के साथ आज भारत, ग्लोबल साउथ की भी आवाज बना है। भारत का मत है कि ग्लोबल साउथ ने अतीत में बहुत कुछ भुगता है। हमने अतीत में अपने स्वभाव औऱ संस्कारों के मुताबिक प्रकृति को सुरक्षित रखते हुए प्रगति की। लेकिन कई देशों ने Environment को नुकसान पहुंचाते हुए अपना विकास किया। आज क्लाइमेट चेंज की सबसे बड़ी कीमत, ग्लोबल साउथ के देशों को चुकानी पड़ रही है। इस असंतुलन से दुनिया को निकालना बहुत आवश्यक है।

साथियों,

भारत हो, गयाना हो, हमारी भी विकास की आकांक्षाएं हैं, हमारे सामने अपने लोगों के लिए बेहतर जीवन देने के सपने हैं। इसके लिए ग्लोबल साउथ की एकजुट आवाज़ बहुत ज़रूरी है। ये समय ग्लोबल साउथ के देशों की Awakening का समय है। ये समय हमें एक Opportunity दे रहा है कि हम एक साथ मिलकर एक नया ग्लोबल ऑर्डर बनाएं। और मैं इसमें गयाना की,आप सभी जनप्रतिनिधियों की भी बड़ी भूमिका देख रहा हूं।

साथियों,

यहां अनेक women members मौजूद हैं। दुनिया के फ्यूचर को, फ्यूचर ग्रोथ को, प्रभावित करने वाला एक बहुत बड़ा फैक्टर दुनिया की आधी आबादी है। बीती सदियों में महिलाओं को Global growth में कंट्रीब्यूट करने का पूरा मौका नहीं मिल पाया। इसके कई कारण रहे हैं। ये किसी एक देश की नहीं,सिर्फ ग्लोबल साउथ की नहीं,बल्कि ये पूरी दुनिया की कहानी है।
लेकिन 21st सेंचुरी में, global prosperity सुनिश्चित करने में महिलाओं की बहुत बड़ी भूमिका होने वाली है। इसलिए, अपनी G-20 प्रेसीडेंसी के दौरान, भारत ने Women Led Development को एक बड़ा एजेंडा बनाया था।

साथियों,

भारत में हमने हर सेक्टर में, हर स्तर पर, लीडरशिप की भूमिका देने का एक बड़ा अभियान चलाया है। भारत में हर सेक्टर में आज महिलाएं आगे आ रही हैं। पूरी दुनिया में जितने पायलट्स हैं, उनमें से सिर्फ 5 परसेंट महिलाएं हैं। जबकि भारत में जितने पायलट्स हैं, उनमें से 15 परसेंट महिलाएं हैं। भारत में बड़ी संख्या में फाइटर पायलट्स महिलाएं हैं। दुनिया के विकसित देशों में भी साइंस, टेक्नॉलॉजी, इंजीनियरिंग, मैथ्स यानि STEM graduates में 30-35 परसेंट ही women हैं। भारत में ये संख्या फोर्टी परसेंट से भी ऊपर पहुंच चुकी है। आज भारत के बड़े-बड़े स्पेस मिशन की कमान महिला वैज्ञानिक संभाल रही हैं। आपको ये जानकर भी खुशी होगी कि भारत ने अपनी पार्लियामेंट में महिलाओं को रिजर्वेशन देने का भी कानून पास किया है। आज भारत में डेमोक्रेटिक गवर्नेंस के अलग-अलग लेवल्स पर महिलाओं का प्रतिनिधित्व है। हमारे यहां लोकल लेवल पर पंचायती राज है, लोकल बॉड़ीज़ हैं। हमारे पंचायती राज सिस्टम में 14 लाख से ज्यादा यानि One point four five मिलियन Elected Representatives, महिलाएं हैं। आप कल्पना कर सकते हैं, गयाना की कुल आबादी से भी करीब-करीब दोगुनी आबादी में हमारे यहां महिलाएं लोकल गवर्नेंट को री-प्रजेंट कर रही हैं।

साथियों,

गयाना Latin America के विशाल महाद्वीप का Gateway है। आप भारत और इस विशाल महाद्वीप के बीच अवसरों और संभावनाओं का एक ब्रिज बन सकते हैं। हम एक साथ मिलकर, भारत और Caricom की Partnership को और बेहतर बना सकते हैं। कल ही गयाना में India-Caricom Summit का आयोजन हुआ है। हमने अपनी साझेदारी के हर पहलू को और मजबूत करने का फैसला लिया है।

साथियों,

गयाना के विकास के लिए भी भारत हर संभव सहयोग दे रहा है। यहां के इंफ्रास्ट्रक्चर में निवेश हो, यहां की कैपेसिटी बिल्डिंग में निवेश हो भारत और गयाना मिलकर काम कर रहे हैं। भारत द्वारा दी गई ferry हो, एयरक्राफ्ट हों, ये आज गयाना के बहुत काम आ रहे हैं। रीन्युएबल एनर्जी के सेक्टर में, सोलर पावर के क्षेत्र में भी भारत बड़ी मदद कर रहा है। आपने t-20 क्रिकेट वर्ल्ड कप का शानदार आयोजन किया है। भारत को खुशी है कि स्टेडियम के निर्माण में हम भी सहयोग दे पाए।

साथियों,

डवलपमेंट से जुड़ी हमारी ये पार्टनरशिप अब नए दौर में प्रवेश कर रही है। भारत की Energy डिमांड तेज़ी से बढ़ रही हैं, और भारत अपने Sources को Diversify भी कर रहा है। इसमें गयाना को हम एक महत्वपूर्ण Energy Source के रूप में देख रहे हैं। हमारे Businesses, गयाना में और अधिक Invest करें, इसके लिए भी हम निरंतर प्रयास कर रहे हैं।

साथियों,

आप सभी ये भी जानते हैं, भारत के पास एक बहुत बड़ी Youth Capital है। भारत में Quality Education और Skill Development Ecosystem है। भारत को, गयाना के ज्यादा से ज्यादा Students को Host करने में खुशी होगी। मैं आज गयाना की संसद के माध्यम से,गयाना के युवाओं को, भारतीय इनोवेटर्स और वैज्ञानिकों के साथ मिलकर काम करने के लिए भी आमंत्रित करता हूँ। Collaborate Globally And Act Locally, हम अपने युवाओं को इसके लिए Inspire कर सकते हैं। हम Creative Collaboration के जरिए Global Challenges के Solutions ढूंढ सकते हैं।

साथियों,

गयाना के महान सपूत श्री छेदी जगन ने कहा था, हमें अतीत से सबक लेते हुए अपना वर्तमान सुधारना होगा और भविष्य की मजबूत नींव तैयार करनी होगी। हम दोनों देशों का साझा अतीत, हमारे सबक,हमारा वर्तमान, हमें जरूर उज्जवल भविष्य की तरफ ले जाएंगे। इन्हीं शब्दों के साथ मैं अपनी बात समाप्त करता हूं, मैं आप सभी को भारत आने के लिए भी निमंत्रित करूंगा, मुझे गयाना के ज्यादा से ज्यादा जनप्रतिनिधियों का भारत में स्वागत करते हुए खुशी होगी। मैं एक बार फिर गयाना की संसद का, आप सभी जनप्रतिनिधियों का, बहुत-बहुत आभार, बहुत बहुत धन्यवाद।