We will break the backbone of terrorism in Jammu and Kashmir and fight it with all our might: PM Modi
Our government is committed to restore dignity of displaced Kashmiri Pandits: PM Modi
PM Modi congratulates people of Jammu Kashmir for making the state Open Defecation Free

जिन नौजवानों से बात करने का मुझे मौका मिला आज आप सभी का आत्‍मविश्‍वास और भविष्‍य के प्रति आपकी जो एक positivity जो मुझे अनुभव आई, मेरे लिए भी उत्‍साहजनक है, मेरी ऊर्जा बढ़ाने वाली है। मैं सबसे पहले तो इन प्रश्‍नकर्ता और कार्यक्रम में आए देश भर के नौजवानों का आभार करता हूं। देश भर से जो साथी जुड़ें हैं उनको मैं फिर बता दूं कि यहां पर श्रीनगर में तापमान काफी नीचे है। हो सकता है रात होते-होते माइनस हो जाएगा। इसके बावजूद मौजूद यहां मेरे युवा साथी अनेक कश्‍मीरी भाई-बहन मौजूद हैं। ये कश्‍मीर की spirit को दिखाता है। कश्‍मीरियों की भावना को दिखाता है।

मंच पर विराजमान जम्‍मू-कश्‍मीर के राज्‍यपाल श्रीमान सतपाल मलिक जी, मंत्रिमंडल में मेरे सहयोगी डॉ. जितेंद्र सिंह, यहां उपस्थित सभी मेरे भाईयो और बहनों।

साथियों, आज जब मैं श्रीनगर आया हूं तब मैं शहीद नजीर अहमद वाणी सहित उन सैंकड़ो वीरों को श्रद्धासुमन अर्पित करता हूं जिन्‍होंने शांति के लिए राष्‍ट्र की रक्षा के लिए सर्वोच्‍च बलिदान दिया। शहीद नजीर अहमद वाणी उनके इसी अदम्‍य साहस और वीरता के लिए कृतज्ञ राष्‍ट्र ने अशोक चक्र से सम्‍मानित किया है। शहीद वाणी जैसे युवा ही जम्‍मू-कश्‍मीर और देश के हर नौजवान को देश के लिए जीने और देश के लिए समर्पित होने का रास्‍ता दिखाते हैं। मैं जम्‍मू-कश्‍मीर के लाखों लोगों को बधाई देता हूं। जिन्‍होंने सालों बाद पंचायतों और शहरी निकायों के चुनाव करवाए और अपने नुमाइंदे चुने।

लोकतंत्र के प्रति आपकी ये निष्‍ठा नफरत से भरे लोगों के लिए एक बहुत बड़ा संदेश है। कुछ लोगों द्वारा negativity फैलाने की कोशिश के बीच धमकियों से बेपरवाह आप जिस संख्‍या में पोलिंग बूथ तक पहुंचे हैं वो आपके अपने बच्‍चों के भविष्‍य जम्‍मू और कश्‍मीर के विकास की भावना को और पुख्‍ता करता है।

साथियों, आज मुझे यहां करीब 7 हजार करोड़ रुपये की योजनाओं का शिलान्‍यास और लोकार्पण करने का अवसर मिला है। ये तमाम प्रोजेक्‍टस श्रीनगर और आस पास के इलाकों के लोगों के जीवन को आसान बनाने में मदद करने वाले हैं। शिक्षा, स्‍वास्‍थ्‍य और infrastructure से जुड़ी इन परियोजनाओं के लिए आप सबको बहुत-बहुत बधाई।

साथियों, जैसे कि आपने देखा आज श्रीनगर देश की शिक्षा व्‍यवस्‍था से जुड़े एक बहुत बड़े कार्यक्रम की मेहरबानी कर रहा है। आपमें से बहुत लोगों ने नोटिस किया होगा कि चार साढ़े चार वर्ष पहले जितने भी बड़े कार्यक्रम लॉन्‍च होते थे या फिर केंद्र सरकार कोई योजना शुरु करती थी। वो सब कुछ दिल्‍ली के विज्ञान भवन में होता था। लेकिन हमने पुरानी सरकारों की संस्‍कृति को ही बदल दिया है।

हमारी सरकार ने आयुष्‍मान भारत योजना की शुरुआत झारखंड से की, उज्‍ज्‍वला योजना की शुरुआत उत्‍तर प्रदेश से की, प्रधानमंत्री सुरक्षा बीमा योजना, प्रधानमंत्री जीवन ज्‍योति योजना पश्चिम बंगाल में जाकर की, हेंडलूम से जुड़े राष्‍ट्रीय अभियान की शुरुआत तमिलनाडू से की, बे‍टी बचाओ-बेटी पढ़ाओ की शुरुआत हरियाणा से की, पोषण अभियान की शुरुआत राजस्‍थान जाकर के की।

अब आज पूरे देश से जुड़े एक महत्‍वपूर्ण कार्यक्रम के लिए हम सभी आज श्रीनगर में मौजूद हैं और देश भर के कार्यक्रम का लॉन्‍चिंग आज मैं श्रीनगर की धरती से कर रहा हूं। आज यहां राष्‍ट्रीय उच्‍च स्‍तर शिक्षा अभियान यानी रूसा के दूसरे फेज से जुड़े प्रोजेक्‍ट की शुरुआत की गई है, यहीं से देश भर 70 नए मॉडल डिग्री कॉलेज, 11 प्रोफेशनल कॉलेज, एक महिला यूनिवर्सिटी, 60 से अधिक entrepreneur, innovation और carrier hub का शिलान्‍यास और उद्घाटन किया गया है। इनमें से अनेक संस्‍थान यहीं जम्‍मू-कश्‍मीर के लिए भी है।

साथियों, ये दिखाता है कि न्‍यू इंडिया किस दिशा में चल रहा है। नए भारत के निर्माण के‍ लिए हमारा रास्‍ता क्‍या है। research, innovation, incubation or startup के लिए एक नया temperament देश में विकसित किया जा रहा है। देश भर स्‍कूलों में बन रही अटल टिंकरिंग लैबस को, अटल incubation centers को जय जवान जय किसान, जय विज्ञान और जय अनुसंधान का हमारा संकल्‍प और सशक्‍त हो रहा है। इस सशक्तिकरण का गवाह हमारा श्रीनगर बना है, जम्‍मू-कश्‍मीर बना है।

साथियों, ये startup India अभियान का ही असर है कि आज भारत चीन और अमेरिका के बाद तीसरा सबसे बड़ा startup nation बन गया है। बीते तीन-चार वर्षों में 15 हजार से अधिक startups recognize किए जा चुके हैं। इनमें से भी लगभग 50 प्रतिशत startups टीयर वन टीयर टू शहरों में स्‍थापित रहे हैं।

साथियों, startups के साथ-साथ देश इनके ग्रामीण इलाकों में टेक्‍नोलॉजी का विस्‍तार भी हमारी प्राथमिकता में है। आज देश भर में तीन लाख से अधिक common service centre ग्रामीणों को डिजिटल सेवाएं तो दे ही रहे हैं। लाखों युवाओं को रोजगार से भी जोड़ रहे हैं। आज बांदीपुरा में राज्‍य का पहला बीपीओ भी खुल गया है इससे बांदीपुरा के युवाओं के लिए नए अवसर का द्वार खुला है।

भाईयो-बहनों जितने भी प्रोजेक्‍ट का शिलान्‍यास और उद्घाटन आज किया गया है। ये देश के ऐसे जिलों में शुरू किया जा रहा है जो विकास की दौड़ में आगे बढ़ने का प्रयास कर रहे हैं। रूसा के दूसरे चरण में देश के पौने चार सौ जिलों में उत्‍कृष्‍ट शिक्षण संस्‍थान तैयार किए जा रहे हैं। अवसरों की समानता की तरफ एक और बड़ा कदम है। मुझे विश्‍वास है कि इन सभी जिलों के युवाओं को जब अपने घर के पास ही अच्‍छे संस्‍थान मिल जाएंगे तो अपने टेलेंट को और निखार पाएंगे, अपनी skill को और तराश पाएंगे।

साथियों, जब मैं न्‍यू इंडिया के आत्‍मविश्‍वास की बात करता हूं तो उसके पीछे एक ठोस आधार रहता है। जम्‍मू-कश्‍मीर की बेटी नौ साल की तजामुल इस्‍लाम जैसे देश के अनेक साथी हैं जो मुश्किल हालात में भी कुछ करने के लिए आगे बढ़ते हैं।

केंद्र सरकार आप सभी युवा सा‍थियों के इस उत्‍साह, इस उमंग को और उड़ान देना चाहती है। इसके लिए खेलो इंडिया अभियान के तहत एक बहुत बड़ा टेलेंट हंट कार्यक्रम देश में चल रहा है। छोटे-छोटे शहरों, कस्‍बों में स्‍पोर्टस की बेहतरीन सुविधाएं तैयार की जा रही है। यहां जम्‍मू-कश्‍मीर के 22 जिलों में भी multi purpose sports hall बनाने की योजना शुरू की गई है। आज भी गांदरबल में ऐसे ही एक इंडोर स्‍टेडियम का उद्घाटन किया गया है।

साथियों, जम्‍मू-कश्‍मीर में बीते 7-8 महीनों में विकास की गति को तेज करने का प्रयास किया गया है। यहां के सामान्‍य मानवी का जीवन आसान हो इसके लिए यहां का प्रशासन जुटा हुआ है। मुझे बताया गया है कि अनेक ऐसे प्रोजेक्‍टस जो दस-दस, बीस-बीस साल से अटके हुए थे वो भी अब पूरे कर लिए गए हैं बीते दो महीने में सैंकड़ों की डॉक्‍टरों की भर्ती हो, या बारामुला का पुल हो, ऐसे अनेक प्रोजेक्‍ट पूरे किए गए हैं। मैं जम्‍मू-कश्‍मीर के एक-एक नागरिक को बधाई देता हूं कि आप सभी ने पिछले साल सितंबर में तय समय से पहले ही राज्‍य को खुले में शौच से मुक्‍त घोषित कर दिया है। आप बधाई के पात्र हैं। मुझे ये भी बताया गया है कि जम्‍मू-कश्‍मीर को देश का पहला ऐसा राज्‍य बनने का लक्ष्‍य रखा गया है जहां हर गांव, गांव तक पाइप से पीने का पानी उपलब्‍ध होगा, ये बहुत सराहनीय प्रयास है।

साथियों, हमारी सरकार में तय समय सीमा में लक्ष्‍य को प्राप्‍त करने का ईमानदार प्रयास किया जाता है। आप सभी को याद होगा कि लालकिले से मैंने एक हजार दिन के भीतर देश के 18 हजार से अधिक उन गांवों तक बिजली पहुंचाने के लिए ऐलान किया जो स्‍वतंत्रता के इतने वर्षों बाद भी अंधेरे में गुजारा करते थे। उस लक्ष्‍य को समय सीमा के भीतर ही पूरा कर लिया गया है। इसके बाद सौभाग्‍य योजना के तहत देश के करोड़ों परिवारों को मुफ्त बिजली कनेक्‍शन देने का अभियान चल रहा है। लगभग ढाई करोड़ कनेक्‍शन दिए जा चुके हैं। और बहुत जल्‍द बाकी घरों को भी रोशन किया जाएगा। मुझे खुशी है कि जम्‍मू–कश्‍मीर में भी अब करीब-करीब हर परिवार तक बिजली का कनेक्‍शन पहुंच चुका है। इसके लिए मैं यहां के लोगों को बिजली विभाग से जुड़े हर कर्मी को, हर इंजीनियर को हृयपूर्वक बधाई देता हूं। राज्‍य सरकार की पूरी टीम को बधाई देता हूं।

साथियों, जम्‍मू–कश्‍मीर में हर घर तक बिजली पहुंचाने के साथ-साथ पर्याप्‍त बिजली देने की कोशिश भी की जा रही है। लेह, लद्दाख, कारगिल हो जम्‍मू हो या फिर अब श्रीनगर तीनों जगहों पर आज बिजली उत्‍पादन और ट्रांसमिशन से जुड़े अनेक बड़े प्रोजेक्‍टस का लोकार्पण और शिलान्‍यास एक ही दिन में करने का मुझे मौका‍ मिला है। यहां की बिजली जरूरतों को देखते हुए आजादी के बाद पहली बार इतने व्‍यापक स्‍तर पर काम हो रहा है। हमारी सरकार की कोशिश है कि पहले जो भारत के हक का पानी बेकार में बह जाता था। उसकी एक-एक बूंद का उपयोग जम्‍मू–कश्‍मीर के हित में किया जाए, इसी सोच के साथ अनेक पावर प्रोजेक्‍टस यहां शुरू किए गए हैं।

साथियों, ये तमाम प्रोजेक्‍टस देश भर में infrastructure को लेकर सरकार की प्राथमिकताओं का परिणाम है, सडक हो, बिजली हो, शिक्षा हो, या फिर स्‍वास्‍थ्‍य मूल सुविधाओं के निर्माण में देश तेजी से आगे बढ़ रहा है। जम्‍मू–कश्‍मीर के हेल्‍थ infrastructure को मजबूत करने के लिए जम्‍मू और पुलवामा में बनने वाले दो एम्‍स का आज ही शिलान्‍यास किया गया है। इन दोनों संस्‍थानों से राज्‍य के स्‍वास्‍थ्‍य सेक्‍टर में बहुत बड़ा बदलाव आने वाला है। ‍

साथियों, हम आधुनिक अस्‍पताल तो बना ही रहे हैं, दुनिया की सबसे बड़ी हेल्‍थ केयर स्‍कीम आयुष्‍मान भारत पीएमजे भी चला रहे हैं। देश के इतिहास में इतनी बड़ी हेल्‍थ केयर स्‍कीम गरीबो के लिए पहले कभी नहीं हुई। इस योजना के तहत गरीबों का हर वर्ष पांच लाख रुपये तक का मुफ्त इलाज सुनिश्चित हुआ है।

देश के लगभग 50 करोड़ गरीब बहन भाई इसके दायरे में है। जिसमें से तीस लाख लाभार्थी जम्‍मू-कश्‍मीर के ही हैं।

साथियों, आयुषमान भारत योजना की वजह से अब तक देश में 10 लाख से अधिक गरीबों को मुफ्त इलाज किया जा चुका है। अभी तो इस योजना को 100 दिन अभी-अभी पूरे हुए हैं। इतने कम समय में 10 लाख लोगों के मेजर सर्जरी उनकी मुसीबत में एक प्रकार से जो दो-दो तीन-तीन साल से मौत का इंतजार कर रहे थे। उनको आज नई जिदगी मिलेगी। इस योजना के तहत हर दिन दस हजार से अधिक हमारे गरीब भाई बहन मुफ्त इलाज पा रहे हैं। और ये पचास करोड़ लोग, ये दुनिया की सबसे बड़ी योजना है। अमेरिका, कनाडा और मेक्सिको इनकी जो टोटल पापुलेशन है उससे ज्‍यादा लोगों के लिए हमारी आयुष्‍मान भारत योजना है। आप कल्‍पना कर सकते हैं कितना बड़ा काम है।

साथियों, आयुषमान भारत जैसी योजना एक भारत श्रेष्‍ठ भारत का भी सर्वोत्‍तम उदाहरण है। क्‍योंकि जम्‍मू–कश्‍मीर का लाभार्थी देश में कहीं भी इस योजना का लाभ ले सकता है। मान लीजिए आप यहां से मुंबई गए और बीमारी आ गई, आप यहां पर अगर रजिस्‍टर्ड हैं तो मुंबई के अस्‍पताल में भी आप बिना खर्च किए लाभ ले सकते हैं। मुंबई का कोई यहां श्रीनगर कें अंदर घूमने-फिरने आया है कुछ मुसीबत आई वो यहां फायदा ले सकता है। सरकार ने सारी व्‍यवस्‍था करने के लिए व्‍यवस्‍था बनाई हुई है। संसाधनों की साझेदारी की यही शक्ति हमारे देश की सबसे बड़ी ताकत है। हर मुश्किल परिस्थिति में एक-दूसरे के काम आ सके, यही भारत की आत्‍मा है, यही कश्‍मीर की भावना है।

साथियों, इसी कश्‍मी‍यरित का तकाजा है कि हिंसा के दौर जिन कश्‍मीरी पंडित भाईयो बहनों को यहां से अपना घर, अपनी जमीन, अपने पूर्वजों की यादों को छोड़ कर जाना पड़ा है। उनको पूरे सम्‍मान से यहां बसाया जाए।

प्रधानमंत्री विकास पैकेज के जरिये हम इसके लिए कोशिश कर रहे है, राज्‍य प्रशासन ने वैसु और सेफपुरा में ट्रांजिट आवास बनाने शुरू कर दिए हैं। आज मुझे बांदीपुरा और गांदेरबल में ट्रांजिट आवास की सुविधा का विस्‍तार करने वाली योजना का शिलान्‍यास करने का अवसर मिला है। ये योजना भी प्रधानमंत्री विकास पैकेज का ही हिस्सा है

साथियों, यहां पर करीब 7 सौ फ्लैट बन जाने के बाद विस्‍थापित परिवारों को नई छत मिलेगी। सरकार का प्रयास रहेगा कि जो भी यहां वापिस आना चाहते हैं। उन्‍हें पूरी सुरक्षा और सम्‍मान के साथ यहां जगह मिले।

साथियों, कश्‍मीरी विस्‍‍थापितों को रोजगार के अवसर देने के लिए भी सरकार प्रतिबद्ध है। वर्ष 2015 में घोषित PM Development Package के तहत राज्‍य प्रशासन ने तीन हजार नियुक्तियों की स्‍वीकृति दे दी है। मुझे विश्‍वास है कि जल्‍द ही ये भर्तियां हो जाएंगी।

साथियों, जैसा कि मैंने शुरू में जिक्र किया कि जम्‍मू-कश्‍मीर के हीरो शहीद नजीर अहमद वाणी, शहीद मुहम्‍मद ओरेंगजेब और तजामूर हुसैन जैसे युवा हैं। जो शांति और देश के बेहतर भविष्‍य के लिए समर्प्रित रहे है। हीरो वही है जो सपने पूरा करने के लिए जीता है, वो सबसे बड़ा कायर है। जो दूसरे के सपनों को मारता है।

आज पूरा देश निर्दोष, निहत्‍थे, कश्‍मीरी बेटे, बेटियों की हत्‍या देखकर आक्रोष में हैं सिर्फ इसलिए कि वो नौजवान शांति चाहते हैं, जीना चाहते हैं उन्‍हें आतंकवाद का शिकार बनाया जा रहा है। यही यहां के आतंकवाद की सच्‍चाई है। मैं आज आपको जम्‍मू–कश्‍मीर के नौजवानों को और पूरे देश को ये विश्‍वास दिलाता हूं कि इस आतंक का पूरी ताकत से मुकाबला किया जाएगा। हर आतंकी को मुंहतोड़ जवाब दिया जाएगा। सर्जिकल स्‍ट्राइक करके हम पूरी दुनिया को बता चुके हैं। कि अब भारत की नई नीति और नई रीति क्‍या होती है।

हम जम्‍मू-कश्‍मीर में भी आंतकवाद की कमर तोड़ करके ही रहेंगे। जम्‍मू-कश्‍मीर का विकास यहां के लोगों का विकास ये हमारी प्राथमिकता है। और हमेशा रहेगी, मैं एक बार फिर आप सभी को शिक्षा से जुड़ी योजनाओं की शुरूआत के लिए से infrastructure परियोजनाओं के लिए बहुत-बहुत शुभकामनाएं देता हूं। बहुत-बहुत बधाई देता हूं। और मैं विश्‍वास दिलाता हूं। अटल बिहारी वाजपेयी जो सपना देखते थे, उन्‍होंने हमें विरासत में जो काम दिया है, उसमें एक रती भर भी पीछे नहीं हटेंगे। उस भावना को हम साकार करके दिखाएंगे और इसके लिए चाहे लद्दाख हो, चाहे श्रीनगर हो, चाहे जम्‍मू हो एक-एक नागरिक को साथ लेकर के सबका साथ-सबका विकास का मंत्र लेकर के हम वही खुशहाल कश्‍मीर, शांत कश्‍मीर, पूरे हिन्‍दुस्‍तान को न्‍योता देने वाला कश्‍मीर हरी-भरी इस वादियों में खुशहाली के दिन वाला कश्‍मीर उस सपनों को पूरा करने के लिए जो भी आवश्‍यक है वो कदम हम उठायेगें।

हमारा हर यहां का परिवार, हमारा हर यहां का हर बच्‍चा, उनका उज्‍ज्‍वल भविष्‍य, यही भारत के उज्‍ज्‍वल भविष्‍य का जीता जागता संबंध है। उन संबंधों को बरकरार रखते हुए हम इस बात को आगे बढ़ाने के लिए भरसक प्रयास करते रहेंगे इसी विश्‍वास के साथ मैं आप सबको हृदय से बहुत-बहुत शुभकामनाएं देता हूं।

धन्‍यवाद.

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Text Of Prime Minister Narendra Modi addresses BJP Karyakartas at Party Headquarters
November 23, 2024
Today, Maharashtra has witnessed the triumph of development, good governance, and genuine social justice: PM Modi to BJP Karyakartas
The people of Maharashtra have given the BJP many more seats than the Congress and its allies combined, says PM Modi at BJP HQ
Maharashtra has broken all records. It is the biggest win for any party or pre-poll alliance in the last 50 years, says PM Modi
‘Ek Hain Toh Safe Hain’ has become the 'maha-mantra' of the country, says PM Modi while addressing the BJP Karyakartas at party HQ
Maharashtra has become sixth state in the country that has given mandate to BJP for third consecutive time: PM Modi

जो लोग महाराष्ट्र से परिचित होंगे, उन्हें पता होगा, तो वहां पर जब जय भवानी कहते हैं तो जय शिवाजी का बुलंद नारा लगता है।

जय भवानी...जय भवानी...जय भवानी...जय भवानी...

आज हम यहां पर एक और ऐतिहासिक महाविजय का उत्सव मनाने के लिए इकट्ठा हुए हैं। आज महाराष्ट्र में विकासवाद की जीत हुई है। महाराष्ट्र में सुशासन की जीत हुई है। महाराष्ट्र में सच्चे सामाजिक न्याय की विजय हुई है। और साथियों, आज महाराष्ट्र में झूठ, छल, फरेब बुरी तरह हारा है, विभाजनकारी ताकतें हारी हैं। आज नेगेटिव पॉलिटिक्स की हार हुई है। आज परिवारवाद की हार हुई है। आज महाराष्ट्र ने विकसित भारत के संकल्प को और मज़बूत किया है। मैं देशभर के भाजपा के, NDA के सभी कार्यकर्ताओं को बहुत-बहुत बधाई देता हूं, उन सबका अभिनंदन करता हूं। मैं श्री एकनाथ शिंदे जी, मेरे परम मित्र देवेंद्र फडणवीस जी, भाई अजित पवार जी, उन सबकी की भी भूरि-भूरि प्रशंसा करता हूं।

साथियों,

आज देश के अनेक राज्यों में उपचुनाव के भी नतीजे आए हैं। नड्डा जी ने विस्तार से बताया है, इसलिए मैं विस्तार में नहीं जा रहा हूं। लोकसभा की भी हमारी एक सीट और बढ़ गई है। यूपी, उत्तराखंड और राजस्थान ने भाजपा को जमकर समर्थन दिया है। असम के लोगों ने भाजपा पर फिर एक बार भरोसा जताया है। मध्य प्रदेश में भी हमें सफलता मिली है। बिहार में भी एनडीए का समर्थन बढ़ा है। ये दिखाता है कि देश अब सिर्फ और सिर्फ विकास चाहता है। मैं महाराष्ट्र के मतदाताओं का, हमारे युवाओं का, विशेषकर माताओं-बहनों का, किसान भाई-बहनों का, देश की जनता का आदरपूर्वक नमन करता हूं।

साथियों,

मैं झारखंड की जनता को भी नमन करता हूं। झारखंड के तेज विकास के लिए हम अब और ज्यादा मेहनत से काम करेंगे। और इसमें भाजपा का एक-एक कार्यकर्ता अपना हर प्रयास करेगा।

साथियों,

छत्रपति शिवाजी महाराजांच्या // महाराष्ट्राने // आज दाखवून दिले// तुष्टीकरणाचा सामना // कसा करायच। छत्रपति शिवाजी महाराज, शाहुजी महाराज, महात्मा फुले-सावित्रीबाई फुले, बाबासाहेब आंबेडकर, वीर सावरकर, बाला साहेब ठाकरे, ऐसे महान व्यक्तित्वों की धरती ने इस बार पुराने सारे रिकॉर्ड तोड़ दिए। और साथियों, बीते 50 साल में किसी भी पार्टी या किसी प्री-पोल अलायंस के लिए ये सबसे बड़ी जीत है। और एक महत्वपूर्ण बात मैं बताता हूं। ये लगातार तीसरी बार है, जब भाजपा के नेतृत्व में किसी गठबंधन को लगातार महाराष्ट्र ने आशीर्वाद दिए हैं, विजयी बनाया है। और ये लगातार तीसरी बार है, जब भाजपा महाराष्ट्र में सबसे बड़ी पार्टी बनकर उभरी है।

साथियों,

ये निश्चित रूप से ऐतिहासिक है। ये भाजपा के गवर्नंस मॉडल पर मुहर है। अकेले भाजपा को ही, कांग्रेस और उसके सभी सहयोगियों से कहीं अधिक सीटें महाराष्ट्र के लोगों ने दी हैं। ये दिखाता है कि जब सुशासन की बात आती है, तो देश सिर्फ और सिर्फ भाजपा पर और NDA पर ही भरोसा करता है। साथियों, एक और बात है जो आपको और खुश कर देगी। महाराष्ट्र देश का छठा राज्य है, जिसने भाजपा को लगातार 3 बार जनादेश दिया है। इससे पहले गोवा, गुजरात, छत्तीसगढ़, हरियाणा, और मध्य प्रदेश में हम लगातार तीन बार जीत चुके हैं। बिहार में भी NDA को 3 बार से ज्यादा बार लगातार जनादेश मिला है। और 60 साल के बाद आपने मुझे तीसरी बार मौका दिया, ये तो है ही। ये जनता का हमारे सुशासन के मॉडल पर विश्वास है औऱ इस विश्वास को बनाए रखने में हम कोई कोर कसर बाकी नहीं रखेंगे।

साथियों,

मैं आज महाराष्ट्र की जनता-जनार्दन का विशेष अभिनंदन करना चाहता हूं। लगातार तीसरी बार स्थिरता को चुनना ये महाराष्ट्र के लोगों की सूझबूझ को दिखाता है। हां, बीच में जैसा अभी नड्डा जी ने विस्तार से कहा था, कुछ लोगों ने धोखा करके अस्थिरता पैदा करने की कोशिश की, लेकिन महाराष्ट्र ने उनको नकार दिया है। और उस पाप की सजा मौका मिलते ही दे दी है। महाराष्ट्र इस देश के लिए एक तरह से बहुत महत्वपूर्ण ग्रोथ इंजन है, इसलिए महाराष्ट्र के लोगों ने जो जनादेश दिया है, वो विकसित भारत के लिए बहुत बड़ा आधार बनेगा, वो विकसित भारत के संकल्प की सिद्धि का आधार बनेगा।



साथियों,

हरियाणा के बाद महाराष्ट्र के चुनाव का भी सबसे बड़ा संदेश है- एकजुटता। एक हैं, तो सेफ हैं- ये आज देश का महामंत्र बन चुका है। कांग्रेस और उसके ecosystem ने सोचा था कि संविधान के नाम पर झूठ बोलकर, आरक्षण के नाम पर झूठ बोलकर, SC/ST/OBC को छोटे-छोटे समूहों में बांट देंगे। वो सोच रहे थे बिखर जाएंगे। कांग्रेस और उसके साथियों की इस साजिश को महाराष्ट्र ने सिरे से खारिज कर दिया है। महाराष्ट्र ने डंके की चोट पर कहा है- एक हैं, तो सेफ हैं। एक हैं तो सेफ हैं के भाव ने जाति, धर्म, भाषा और क्षेत्र के नाम पर लड़ाने वालों को सबक सिखाया है, सजा की है। आदिवासी भाई-बहनों ने भी भाजपा-NDA को वोट दिया, ओबीसी भाई-बहनों ने भी भाजपा-NDA को वोट दिया, मेरे दलित भाई-बहनों ने भी भाजपा-NDA को वोट दिया, समाज के हर वर्ग ने भाजपा-NDA को वोट दिया। ये कांग्रेस और इंडी-गठबंधन के उस पूरे इकोसिस्टम की सोच पर करारा प्रहार है, जो समाज को बांटने का एजेंडा चला रहे थे।

साथियों,

महाराष्ट्र ने NDA को इसलिए भी प्रचंड जनादेश दिया है, क्योंकि हम विकास और विरासत, दोनों को साथ लेकर चलते हैं। महाराष्ट्र की धरती पर इतनी विभूतियां जन्मी हैं। बीजेपी और मेरे लिए छत्रपति शिवाजी महाराज आराध्य पुरुष हैं। धर्मवीर छत्रपति संभाजी महाराज हमारी प्रेरणा हैं। हमने हमेशा बाबा साहब आंबेडकर, महात्मा फुले-सावित्री बाई फुले, इनके सामाजिक न्याय के विचार को माना है। यही हमारे आचार में है, यही हमारे व्यवहार में है।

साथियों,

लोगों ने मराठी भाषा के प्रति भी हमारा प्रेम देखा है। कांग्रेस को वर्षों तक मराठी भाषा की सेवा का मौका मिला, लेकिन इन लोगों ने इसके लिए कुछ नहीं किया। हमारी सरकार ने मराठी को Classical Language का दर्जा दिया। मातृ भाषा का सम्मान, संस्कृतियों का सम्मान और इतिहास का सम्मान हमारे संस्कार में है, हमारे स्वभाव में है। और मैं तो हमेशा कहता हूं, मातृभाषा का सम्मान मतलब अपनी मां का सम्मान। और इसीलिए मैंने विकसित भारत के निर्माण के लिए लालकिले की प्राचीर से पंच प्राणों की बात की। हमने इसमें विरासत पर गर्व को भी शामिल किया। जब भारत विकास भी और विरासत भी का संकल्प लेता है, तो पूरी दुनिया इसे देखती है। आज विश्व हमारी संस्कृति का सम्मान करता है, क्योंकि हम इसका सम्मान करते हैं। अब अगले पांच साल में महाराष्ट्र विकास भी विरासत भी के इसी मंत्र के साथ तेज गति से आगे बढ़ेगा।

साथियों,

इंडी वाले देश के बदले मिजाज को नहीं समझ पा रहे हैं। ये लोग सच्चाई को स्वीकार करना ही नहीं चाहते। ये लोग आज भी भारत के सामान्य वोटर के विवेक को कम करके आंकते हैं। देश का वोटर, देश का मतदाता अस्थिरता नहीं चाहता। देश का वोटर, नेशन फर्स्ट की भावना के साथ है। जो कुर्सी फर्स्ट का सपना देखते हैं, उन्हें देश का वोटर पसंद नहीं करता।

साथियों,

देश के हर राज्य का वोटर, दूसरे राज्यों की सरकारों का भी आकलन करता है। वो देखता है कि जो एक राज्य में बड़े-बड़े Promise करते हैं, उनकी Performance दूसरे राज्य में कैसी है। महाराष्ट्र की जनता ने भी देखा कि कर्नाटक, तेलंगाना और हिमाचल में कांग्रेस सरकारें कैसे जनता से विश्वासघात कर रही हैं। ये आपको पंजाब में भी देखने को मिलेगा। जो वादे महाराष्ट्र में किए गए, उनका हाल दूसरे राज्यों में क्या है? इसलिए कांग्रेस के पाखंड को जनता ने खारिज कर दिया है। कांग्रेस ने जनता को गुमराह करने के लिए दूसरे राज्यों के अपने मुख्यमंत्री तक मैदान में उतारे। तब भी इनकी चाल सफल नहीं हो पाई। इनके ना तो झूठे वादे चले और ना ही खतरनाक एजेंडा चला।

साथियों,

आज महाराष्ट्र के जनादेश का एक और संदेश है, पूरे देश में सिर्फ और सिर्फ एक ही संविधान चलेगा। वो संविधान है, बाबासाहेब आंबेडकर का संविधान, भारत का संविधान। जो भी सामने या पर्दे के पीछे, देश में दो संविधान की बात करेगा, उसको देश पूरी तरह से नकार देगा। कांग्रेस और उसके साथियों ने जम्मू-कश्मीर में फिर से आर्टिकल-370 की दीवार बनाने का प्रयास किया। वो संविधान का भी अपमान है। महाराष्ट्र ने उनको साफ-साफ बता दिया कि ये नहीं चलेगा। अब दुनिया की कोई भी ताकत, और मैं कांग्रेस वालों को कहता हूं, कान खोलकर सुन लो, उनके साथियों को भी कहता हूं, अब दुनिया की कोई भी ताकत 370 को वापस नहीं ला सकती।



साथियों,

महाराष्ट्र के इस चुनाव ने इंडी वालों का, ये अघाड़ी वालों का दोमुंहा चेहरा भी देश के सामने खोलकर रख दिया है। हम सब जानते हैं, बाला साहेब ठाकरे का इस देश के लिए, समाज के लिए बहुत बड़ा योगदान रहा है। कांग्रेस ने सत्ता के लालच में उनकी पार्टी के एक धड़े को साथ में तो ले लिया, तस्वीरें भी निकाल दी, लेकिन कांग्रेस, कांग्रेस का कोई नेता बाला साहेब ठाकरे की नीतियों की कभी प्रशंसा नहीं कर सकती। इसलिए मैंने अघाड़ी में कांग्रेस के साथी दलों को चुनौती दी थी, कि वो कांग्रेस से बाला साहेब की नीतियों की तारीफ में कुछ शब्द बुलवाकर दिखाएं। आज तक वो ये नहीं कर पाए हैं। मैंने दूसरी चुनौती वीर सावरकर जी को लेकर दी थी। कांग्रेस के नेतृत्व ने लगातार पूरे देश में वीर सावरकर का अपमान किया है, उन्हें गालियां दीं हैं। महाराष्ट्र में वोट पाने के लिए इन लोगों ने टेंपरेरी वीर सावरकर जी को जरा टेंपरेरी गाली देना उन्होंने बंद किया है। लेकिन वीर सावरकर के तप-त्याग के लिए इनके मुंह से एक बार भी सत्य नहीं निकला। यही इनका दोमुंहापन है। ये दिखाता है कि उनकी बातों में कोई दम नहीं है, उनका मकसद सिर्फ और सिर्फ वीर सावरकर को बदनाम करना है।

साथियों,

भारत की राजनीति में अब कांग्रेस पार्टी, परजीवी बनकर रह गई है। कांग्रेस पार्टी के लिए अब अपने दम पर सरकार बनाना लगातार मुश्किल हो रहा है। हाल ही के चुनावों में जैसे आंध्र प्रदेश, अरुणाचल प्रदेश, सिक्किम, हरियाणा और आज महाराष्ट्र में उनका सूपड़ा साफ हो गया। कांग्रेस की घिसी-पिटी, विभाजनकारी राजनीति फेल हो रही है, लेकिन फिर भी कांग्रेस का अहंकार देखिए, उसका अहंकार सातवें आसमान पर है। सच्चाई ये है कि कांग्रेस अब एक परजीवी पार्टी बन चुकी है। कांग्रेस सिर्फ अपनी ही नहीं, बल्कि अपने साथियों की नाव को भी डुबो देती है। आज महाराष्ट्र में भी हमने यही देखा है। महाराष्ट्र में कांग्रेस और उसके गठबंधन ने महाराष्ट्र की हर 5 में से 4 सीट हार गई। अघाड़ी के हर घटक का स्ट्राइक रेट 20 परसेंट से नीचे है। ये दिखाता है कि कांग्रेस खुद भी डूबती है और दूसरों को भी डुबोती है। महाराष्ट्र में सबसे ज्यादा सीटों पर कांग्रेस चुनाव लड़ी, उतनी ही बड़ी हार इनके सहयोगियों को भी मिली। वो तो अच्छा है, यूपी जैसे राज्यों में कांग्रेस के सहयोगियों ने उससे जान छुड़ा ली, वर्ना वहां भी कांग्रेस के सहयोगियों को लेने के देने पड़ जाते।

साथियों,

सत्ता-भूख में कांग्रेस के परिवार ने, संविधान की पंथ-निरपेक्षता की भावना को चूर-चूर कर दिया है। हमारे संविधान निर्माताओं ने उस समय 47 में, विभाजन के बीच भी, हिंदू संस्कार और परंपरा को जीते हुए पंथनिरपेक्षता की राह को चुना था। तब देश के महापुरुषों ने संविधान सभा में जो डिबेट्स की थी, उसमें भी इसके बारे में बहुत विस्तार से चर्चा हुई थी। लेकिन कांग्रेस के इस परिवार ने झूठे सेक्यूलरिज्म के नाम पर उस महान परंपरा को तबाह करके रख दिया। कांग्रेस ने तुष्टिकरण का जो बीज बोया, वो संविधान निर्माताओं के साथ बहुत बड़ा विश्वासघात है। और ये विश्वासघात मैं बहुत जिम्मेवारी के साथ बोल रहा हूं। संविधान के साथ इस परिवार का विश्वासघात है। दशकों तक कांग्रेस ने देश में यही खेल खेला। कांग्रेस ने तुष्टिकरण के लिए कानून बनाए, सुप्रीम कोर्ट के आदेश तक की परवाह नहीं की। इसका एक उदाहरण वक्फ बोर्ड है। दिल्ली के लोग तो चौंक जाएंगे, हालात ये थी कि 2014 में इन लोगों ने सरकार से जाते-जाते, दिल्ली के आसपास की अनेक संपत्तियां वक्फ बोर्ड को सौंप दी थीं। बाबा साहेब आंबेडकर जी ने जो संविधान हमें दिया है न, जिस संविधान की रक्षा के लिए हम प्रतिबद्ध हैं। संविधान में वक्फ कानून का कोई स्थान ही नहीं है। लेकिन फिर भी कांग्रेस ने तुष्टिकरण के लिए वक्फ बोर्ड जैसी व्यवस्था पैदा कर दी। ये इसलिए किया गया ताकि कांग्रेस के परिवार का वोटबैंक बढ़ सके। सच्ची पंथ-निरपेक्षता को कांग्रेस ने एक तरह से मृत्युदंड देने की कोशिश की है।

साथियों,

कांग्रेस के शाही परिवार की सत्ता-भूख इतनी विकृति हो गई है, कि उन्होंने सामाजिक न्याय की भावना को भी चूर-चूर कर दिया है। एक समय था जब के कांग्रेस नेता, इंदिरा जी समेत, खुद जात-पात के खिलाफ बोलते थे। पब्लिकली लोगों को समझाते थे। एडवरटाइजमेंट छापते थे। लेकिन आज यही कांग्रेस और कांग्रेस का ये परिवार खुद की सत्ता-भूख को शांत करने के लिए जातिवाद का जहर फैला रहा है। इन लोगों ने सामाजिक न्याय का गला काट दिया है।

साथियों,

एक परिवार की सत्ता-भूख इतने चरम पर है, कि उन्होंने खुद की पार्टी को ही खा लिया है। देश के अलग-अलग भागों में कई पुराने जमाने के कांग्रेस कार्यकर्ता है, पुरानी पीढ़ी के लोग हैं, जो अपने ज़माने की कांग्रेस को ढूंढ रहे हैं। लेकिन आज की कांग्रेस के विचार से, व्यवहार से, आदत से उनको ये साफ पता चल रहा है, कि ये वो कांग्रेस नहीं है। इसलिए कांग्रेस में, आंतरिक रूप से असंतोष बहुत ज्यादा बढ़ रहा है। उनकी आरती उतारने वाले भले आज इन खबरों को दबाकर रखे, लेकिन भीतर आग बहुत बड़ी है, असंतोष की ज्वाला भड़क चुकी है। सिर्फ एक परिवार के ही लोगों को कांग्रेस चलाने का हक है। सिर्फ वही परिवार काबिल है दूसरे नाकाबिल हैं। परिवार की इस सोच ने, इस जिद ने कांग्रेस में एक ऐसा माहौल बना दिया कि किसी भी समर्पित कांग्रेस कार्यकर्ता के लिए वहां काम करना मुश्किल हो गया है। आप सोचिए, कांग्रेस पार्टी की प्राथमिकता आज सिर्फ और सिर्फ परिवार है। देश की जनता उनकी प्राथमिकता नहीं है। और जिस पार्टी की प्राथमिकता जनता ना हो, वो लोकतंत्र के लिए बहुत ही नुकसानदायी होती है।

साथियों,

कांग्रेस का परिवार, सत्ता के बिना जी ही नहीं सकता। चुनाव जीतने के लिए ये लोग कुछ भी कर सकते हैं। दक्षिण में जाकर उत्तर को गाली देना, उत्तर में जाकर दक्षिण को गाली देना, विदेश में जाकर देश को गाली देना। और अहंकार इतना कि ना किसी का मान, ना किसी की मर्यादा और खुलेआम झूठ बोलते रहना, हर दिन एक नया झूठ बोलते रहना, यही कांग्रेस और उसके परिवार की सच्चाई बन गई है। आज कांग्रेस का अर्बन नक्सलवाद, भारत के सामने एक नई चुनौती बनकर खड़ा हो गया है। इन अर्बन नक्सलियों का रिमोट कंट्रोल, देश के बाहर है। और इसलिए सभी को इस अर्बन नक्सलवाद से बहुत सावधान रहना है। आज देश के युवाओं को, हर प्रोफेशनल को कांग्रेस की हकीकत को समझना बहुत ज़रूरी है।

साथियों,

जब मैं पिछली बार भाजपा मुख्यालय आया था, तो मैंने हरियाणा से मिले आशीर्वाद पर आपसे बात की थी। तब हमें गुरूग्राम जैसे शहरी क्षेत्र के लोगों ने भी अपना आशीर्वाद दिया था। अब आज मुंबई ने, पुणे ने, नागपुर ने, महाराष्ट्र के ऐसे बड़े शहरों ने अपनी स्पष्ट राय रखी है। शहरी क्षेत्रों के गरीब हों, शहरी क्षेत्रों के मिडिल क्लास हो, हर किसी ने भाजपा का समर्थन किया है और एक स्पष्ट संदेश दिया है। यह संदेश है आधुनिक भारत का, विश्वस्तरीय शहरों का, हमारे महानगरों ने विकास को चुना है, आधुनिक Infrastructure को चुना है। और सबसे बड़ी बात, उन्होंने विकास में रोडे अटकाने वाली राजनीति को नकार दिया है। आज बीजेपी हमारे शहरों में ग्लोबल स्टैंडर्ड के इंफ्रास्ट्रक्चर बनाने के लिए लगातार काम कर रही है। चाहे मेट्रो नेटवर्क का विस्तार हो, आधुनिक इलेक्ट्रिक बसे हों, कोस्टल रोड और समृद्धि महामार्ग जैसे शानदार प्रोजेक्ट्स हों, एयरपोर्ट्स का आधुनिकीकरण हो, शहरों को स्वच्छ बनाने की मुहिम हो, इन सभी पर बीजेपी का बहुत ज्यादा जोर है। आज का शहरी भारत ईज़ ऑफ़ लिविंग चाहता है। और इन सब के लिये उसका भरोसा बीजेपी पर है, एनडीए पर है।

साथियों,

आज बीजेपी देश के युवाओं को नए-नए सेक्टर्स में अवसर देने का प्रयास कर रही है। हमारी नई पीढ़ी इनोवेशन और स्टार्टअप के लिए माहौल चाहती है। बीजेपी इसे ध्यान में रखकर नीतियां बना रही है, निर्णय ले रही है। हमारा मानना है कि भारत के शहर विकास के इंजन हैं। शहरी विकास से गांवों को भी ताकत मिलती है। आधुनिक शहर नए अवसर पैदा करते हैं। हमारा लक्ष्य है कि हमारे शहर दुनिया के सर्वश्रेष्ठ शहरों की श्रेणी में आएं और बीजेपी, एनडीए सरकारें, इसी लक्ष्य के साथ काम कर रही हैं।


साथियों,

मैंने लाल किले से कहा था कि मैं एक लाख ऐसे युवाओं को राजनीति में लाना चाहता हूं, जिनके परिवार का राजनीति से कोई संबंध नहीं। आज NDA के अनेक ऐसे उम्मीदवारों को मतदाताओं ने समर्थन दिया है। मैं इसे बहुत शुभ संकेत मानता हूं। चुनाव आएंगे- जाएंगे, लोकतंत्र में जय-पराजय भी चलती रहेगी। लेकिन भाजपा का, NDA का ध्येय सिर्फ चुनाव जीतने तक सीमित नहीं है, हमारा ध्येय सिर्फ सरकारें बनाने तक सीमित नहीं है। हम देश बनाने के लिए निकले हैं। हम भारत को विकसित बनाने के लिए निकले हैं। भारत का हर नागरिक, NDA का हर कार्यकर्ता, भाजपा का हर कार्यकर्ता दिन-रात इसमें जुटा है। हमारी जीत का उत्साह, हमारे इस संकल्प को और मजबूत करता है। हमारे जो प्रतिनिधि चुनकर आए हैं, वो इसी संकल्प के लिए प्रतिबद्ध हैं। हमें देश के हर परिवार का जीवन आसान बनाना है। हमें सेवक बनकर, और ये मेरे जीवन का मंत्र है। देश के हर नागरिक की सेवा करनी है। हमें उन सपनों को पूरा करना है, जो देश की आजादी के मतवालों ने, भारत के लिए देखे थे। हमें मिलकर विकसित भारत का सपना साकार करना है। सिर्फ 10 साल में हमने भारत को दुनिया की दसवीं सबसे बड़ी इकॉनॉमी से दुनिया की पांचवीं सबसे बड़ी इकॉनॉमी बना दिया है। किसी को भी लगता, अरे मोदी जी 10 से पांच पर पहुंच गया, अब तो बैठो आराम से। आराम से बैठने के लिए मैं पैदा नहीं हुआ। वो दिन दूर नहीं जब भारत दुनिया की तीसरी सबसे बड़ी अर्थव्यवस्था बनकर रहेगा। हम मिलकर आगे बढ़ेंगे, एकजुट होकर आगे बढ़ेंगे तो हर लक्ष्य पाकर रहेंगे। इसी भाव के साथ, एक हैं तो...एक हैं तो...एक हैं तो...। मैं एक बार फिर आप सभी को बहुत-बहुत बधाई देता हूं, देशवासियों को बधाई देता हूं, महाराष्ट्र के लोगों को विशेष बधाई देता हूं।

मेरे साथ बोलिए,

भारत माता की जय,

भारत माता की जय,

भारत माता की जय,

भारत माता की जय,

भारत माता की जय!

वंदे मातरम, वंदे मातरम, वंदे मातरम, वंदे मातरम, वंदे मातरम ।

बहुत-बहुत धन्यवाद।