QuotePM Modi says, “My vision for the north-east is transformation by transportation”
QuoteIndia's development is not possible without the development of the Northeast: PM Narendra Modi
QuoteBe it bureaucracy, music, art, sports, textiles, the people of Nagaland have contributed greatly to our nation: PM Modi
QuoteA strong and stable government is in the interest of Nagaland: PM Modi
QuoteWe are focusing on enhancing road, air and rail connectivity in Nagaland: PM Modi
QuoteWe are encouraging farmers to shift towards organic farming, this will add to their incomes: PM Modi in Nagaland
QuoteYouth of Nagaland are extremely talented, we want them to shine, says PM Modi in Nagaland

किशोर लाला नागतेय सब मानुष के सलाम दिला छे, बीजेपी एनडीडीपी पावरते आए छे  कोय ने डवलपमेंट आपनी नागा बोस्ती पंचायती दिवो। मंच पर विराजमान भारतीय जनता पार्टी के प्रदेश अध्यक्ष श्रीमान विसासोली लहोनगु, सांसद और मेरे मित्र श्रीमान नेफियू रियो जी, मंच पर विराजमान सभी वरिष्ठ महानुभाव, सभी उम्मीदवार और दूर-दूर से आए हुए मेरे प्यारे भाइयो और बहनो।

हमारा देश कितना विविध है, कितना विस्तृत है फिर भी कितना एकजुट है, उसका इस ताकत का अहसास नागालैंड में आकर होता है। अलग-अलग जनजाति, समुदाय लेकिन जन गण मन का गान सभी एक स्वर में होकर करते हैं। एक भारत श्रेष्ठ भारत का विहंगम दृश्य मैं अपने सामने आज मैं देख रहा हूं। देश के इस सुदूर कोने में त्वेनसांग में हमारे गठबंधन की लहर, दिल्ली में बैठे हुए हमारे कई मित्रों को इससे संकट जरूर नजर आएगी। जब सबका साथ और सबका साथ और इसी एक मंत्र को लेकरके हिन्दुस्तान के हर कोने को, हिन्दुस्तान के हर राज्य को, हिन्दुस्तान के हर समाज को साथ लेकर के प्रयास होता है और ईमानदारी से होता है तब इतनी बड़ी संख्या में आकर जाकरके लोग हमें आशीर्वाद देते हैं। जो लोग वोट बैंक की राजनीति करते हैं, जिनको समाज को बांटना, तोड़ना, एक-दूसरे के साथ लड़ाते रहने की आदत है। आज आपने अपनी उपस्थिति से उन सबको एक करारा जवाब दिया है। आपने इतनी बड़ी संख्या में आकर के मुझे आशीर्वाद दिये। आपने प्रेम बरसाया। इसलिए मैं आपका ह्रदय से बहुत-बहुत आभार व्यक्त करता हूं। इस भूमि को प्रणाम करता हूं। यहां की महान परंपराओं को प्रणाम करता हूं। यहां के एक-एक नागरिक बंधु भगिनी को प्रणाम करता हूं।

साथियों।

नागालैंड के प्रतिभावान लोगों ने देश के विकास में अपना अमूल्य योगदान दिया है। ब्यूरोक्रेसी हो, सेना हो, स्पोर्ट्स सेक्टर हो, टैक्सटाइल सेक्टर हो, म्यूजिक हो, नागालैंड के लोगों ने हमेशा अपने भारत का मान बढ़ाया है। मैं नागालैंड के लोगों के कठिन परिश्रम उनकी निष्ठा और उनकी बहादुरी, नागा समाज के समृद्ध सांस्कृतिक का मैं हमेशा प्रशंसक रहा हूं। अब ये देश न्यू इंडिया के संकल्प को पूरा करने के संकल्प के साथ आगे बढ़ रहा है। अब नागालैंड के लोगों का विकास, यहां के लोगों का संकल्प न्यू इंडिया के सपने को पूरा करने में बहुत महत्वपूर्ण भूमिका निभाएगा। आप सभी के योगदान से ही राष्ट्र का निर्माण का कार्य तेज गति से आगे बढ़ेगा। न्यू इंडिया का सपना, न्यू नागालैंड का सपना भी साकार होगा।

साथियों।

मैं नागालैंड के लोगों की  इस बात के लिए प्रशंसा करना चाहता हूं कि उन्होंने शांति और स्थायीत्व के लिए सामूहिक प्रयास किया है। नागालैंड की प्रगति और विकास की ये यात्रा तब और तेज होगी। जब हम सभी सबको साथ लेकरके आगे बढ़ेंगे। और इसलिए बीते कुछ वर्षों में जिस तरह राजनीतिक अस्थिरता इस क्षेत्र के लोगों ने देखी है। उससे अब आगे बढ़ने का समय है। चार साल में चार-चार बार कैबिनेट शपथ ग्रहण करे, ये स्थिति विकास को अवरूद्ध करने वाली है। इसलिए बहुत आवश्यक है कि नागालैंड में स्थिर और मजबूत सरकार बने। जो सिर्फ और सिर्फ नागालैंड के विकास को समर्पित हो, विकास के लिए काम करती हो।

साथियों।

विकास के रास्ते में एक बड़ा चैलेंज हमेशा रहेगा - करप्शन। बहुत आवश्यक है कि सरकार जिन योजनाओं पर जितनी राशि खर्च करना तय करती है, उसका पूरा लाभ सामान्य मानवी को मिले। ये भी बहुत जरूरी है कि केंद्र सरकार नागालैंड के विकास के लिए भेजती है, उसका पाई-पाई आपके विकास के लिए खर्च होनी चाहिए। हमारे देश में, एक बार एक प्रधानमंत्री ने कहा था कि दिल्ली से एक रुपया जाता है और वो गांव जाते-जाते 15 पैसा रह जाता है। ये स्थिति बदलने का हम संकल्प लेकर काम कर रहे हैं। नागालैंड में भारतीय जनता पार्टी की सरकार ये सुनिश्चित करेगी कि आपके विकास के लिए दिल्ली से भेजी गई राशि आप तक अवश्य पहुंचे। हम आधुनिक तकनीक के माध्यम से पूरे देश में वो लोप होल्स खत्म कर रहे हैं, लीकेज खत्म कर रहे हैं, जिनकी वजह से सरकारी पैसों की लूट हो रही थी। उसमें धीरे-धीरे कमी आना शुरू हो गया है।

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साथियों।

यहां पर जो राजनीतिक समस्या है, उसके समाधान के लिए भी हमारी सरकार गंभीरता से प्रयास कर रही है। मुझे उम्मीद है कि अगले कुछ महीनों में नागालैंड के लोगों के लिए सम्मानजनक और  उनके राजनीतिक अधिकारों का आदर करने वाला समाधान प्राप्त कर सकेंगे। इसके लिए हम सबको साथ चलना होगा, सबको साथ लेकर चलना है। नागालैंड के लोगों की इस चिंता का समाधान हमारे देश के लोकतंत्र को और मजबूत करेगा। एक परिवार के तौर पर हम सभी देश के विकास के लिए खुद को खपा सके, इस मार्ग को प्रशस्त करेगा। हमारी सरकार नागालैंड की भलाई के लिए उठ रही हर आवाज का सम्मान करती है। देश की लोकतंत्र में आस्था रखने वाले हर व्यक्ति के साथ हमारी सरकार ने बातचीत का रास्ता हमेशा खुला रखा है। यहां के त्वेसांग में जो कुछ संगठन है, यहां की सिविल सोसायटी है, उसकी चिंताओं पर उनसे बातचीत के लिए हमारी सरकार हमेशा तैयार है। ईस्टर्न नागालैंड, ईएनपीओ एरिया बहुत ही पिछड़ा क्षेत्र है। नागालैंड के साथ-साथ ईएनपीओ एरिया का हम विशेष ध्यान देंगे।

साथियों।

हमारा संविधान देश के हर के नागरिक के अधिकारों की सुरक्षा करता है। अपने शास्त्रों की विविधता के लिए, सबको साथ में लेकरके चलने का भाव, पूरे विश्व में अलग पहचान बनाता है। नागालैंड के अधिकारों की सुरक्षा करना हमारा कर्तव्य है। आपकी अनूठी जीवन शैली भारत का राष्ट्रीय गौरव है। और उसकी रक्षा के लिए केंद्र सरकार और मैं स्वयं भी पूरी तरह प्रतिबद्ध है। भारत की विकास गाथा तब तक पूरी नहीं हो सकती है, जब तक हमारे देश का संतुलित विकास न हो। पूर्वी भारत का विकास पश्चिमी भारत के बराबर न हो। इसलिए हमारी सरकार ने अष्टलक्ष्मी यानि पूर्वोत्तर के 8 राज्यों के विकास पर विशेष बल दिया है। सरकार एक्ट ईस्ट पॉलिसी पर काम कर रही है। जिस कारण पूर्वोत्तर के साथ भारत के पूर्व में स्थित देशों विशेषकर आसियान देशों और बांग्लादेश के बीच पीपुल टू पीपुल संबंध बढ़ता है। लोगों के बीच बढ़ते संपर्क से संपूर्ण पूर्वोत्तर क्षेत्र में आर्थिक समृद्धि बढ़ेगी। म्यांमार के साथ बेहतर संबंधों को बेहतर सीमा पार व्यापार के लिए इस्तेमाल किया जा सकता है। केंद्र सरकार ने इस क्षेत्र में इंफ्रास्ट्रक्चर में सुधार लाने पर बहुत जोर दिया है।

पूर्वोत्तर के लिए मेरा विजन है - ट्रांसफोरमेशन बॉय ट्रांसपोर्टेशन। सरकार ने हाल ही में नोर्थ ईस्ट स्पेशल इंफ्रास्ट्रक्चर डवलपमेंट को मंजूरी दी है। इसके तहत इंफ्रास्ट्रक्चर के निर्माण में होने वाली निधि की कमी को पूरा करने के लिए  शत-प्रतिशत फंडिंग करती है। सरकार तीन वर्षों में लगभग पांच हजार तीन सौ करोड़ रुपए देगी। नई योजना में मोटे तौर पर वाटर सप्लाय, पॉवर, कनेक्टिविटी और विशेष रूप से पर्यटन, शिक्षा, स्वास्थ्य तथा सामाजिक क्षेत्रों की इंफ्रास्ट्रक्चर को बढ़ावा देने वाली परियोजनाओं से संबंधित इंफ्रास्ट्रक्चर का निर्माण शामिल है। सरकार अलग से पूर्वोत्तर क्षेत्र की विशेष जरूरतों को पूरा करने के लिए विशेष ध्यान दे रही है। जिससे कि इस क्षेत्र का विकास अन्य क्षेत्रों के बराबर लगे। इस दिशा में विभिन्न मंत्रालय अपने तमाम योजनाओं के तहत पूर्वोत्तर को विशेष छूट दे रहे हैं। सभी केंद्रीय मंत्रालयों के लिए अपने बजट के लिए 10 प्रतिशत पूर्वोत्तर क्षेत्र पर खर्च करना अनिवार्य किया।

भाइयो बहनो।

नागालैंड में कनेक्टिविटी एक बहुत बड़ी समस्या है। चाहे वो सड़क हो, रेल हो या एयर कनेक्टिविटी हो या फिर पॉवर की कनेक्टिविटी। कनेक्टिविटी से जुड़ी इस परेशानी को खत्म करने के लिए केंद्र सरकार लगातार प्रयास कर रही है। जब केंद्र में भारतीय जनता पार्टी के नेतृत्व में एनडीए की सरकार बनी थी। तब नागालैंड में 1000 किमी के नेशनल हाईवे थे। चार साल से भी कम समय में हमने नागालैंड में 500 नेशनल हाइवे की वृद्धि कर दी। हजार से हमने 1500 किमी पहुंचा दिया। इस समय नागालैंड में छह हजार करोड़ रुपए के प्रोजेक्ट पर काम चल रहा है। अगले तीन-चार सालों में केंद्र सरकार 10 हजार करोड़ से ज्यादा नागालैंड में सड़कों के पीछे निवेश करने वाली है।

इसी तरह रेल कनेक्टिविटी की बात करें। पूरे पूर्वोत्तर में नई रेल लाइनों के निर्माण के लिए केंद्र सरकार 5500 करोड़ रुपए से ज्यादाखर्च कर रही है। सरकार पूर्वोत्तर के हर राज्य को, हर राज्य की राजधानी को ब्रॉड गेज लाइन से जोड़ने का काम कर रही है। 3000 करोड़ रुपए की लागत से दीमापुर-कोहिमा नई रेललाइन का काम शुरू हो चुका है। देश के दूर-दराज वाले क्षेत्रों को हवाई संपर्क से जोड़ने के लिए केंद्र सरकार ने उड़ान नाम की योजना शुरू की है। इस योजना का मकसद है - उड़े देश का आम नागरिक। मैं चाहता हूं कि हवाई चप्पल पहनने वाला भी आसानी से हवाई जहाज से यात्रा कर सके। मुझे बताया गया कि उड़ान योजना के तहत दीमापुर से शिलांग एयरपोर्ट तक के बीच उड़ान योजना के तहत सरकार के पास प्रस्ताव आया है। ये सेवा शुरू होने के बाद यहां के लोगों को शिलांग तक सीधी फ्लाइट की सुविधा मिल जाएगी।

नागालैंड में पॉवर कनेक्टिविटी और पॉवर इंस्टीट्यूशन सुधारने के लिए भी केंद्र सरकार करीब-करीब 800 करोड़ रुपए खर्च कर रही है। ये केंद्र सरकार के प्रयास का ही परिणाम है कि पिछले तीन सालों में नागालैंड के उन गांवों में बिजली पहुंचाई जा चुकी है जहां आजादी के इतने सालों के बाद भी बिजली नहीं थी। अब भारत के हर गांव में बिजली पहुंचाने का काम, नागालैंड के हर गांव में बिजली पहुंचाने का काम ...। अब अगला हमारा कदम है हर घर में बिजली पहुंचाने का काम। सौभाग्य योजना के तहत नागालैंड में आज भी एक लाख परिवार ऐसे हैं, जिनके पास बिजली नहीं है। हमारा लक्ष्य है उन सभी परिवारों के पास बिजली पहुंचे। और ये बिजली का कनेक्शन मुफ्त में दिया जाएगा।

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साथियों।

नागालैंड की आबादी करीब 20 लाख है। 20 लाख वाली आबादी वाले राज्य में 60 प्रतिशत घरों में बिजली कनेक्शन है। राज्य के करीब 40 प्रतिशत घरों में बिजली कनेक्शन न होना, इस बात को दिखाता है कि किस प्रकार से राज्य और देश में सरकारों को चलाया गया है। भारत सरकार ने हर परिवार में बिजली बचे, उजाला ज्यादा हो और बिजली का खर्च कम हो। इसलिए एलईडी बल्ब करीब-करीब 10 लाख एलईडी बल्ब नागालैंड में हर घर में पहुंचे हैं। इस कारण जिन घर में एलईडी बल्ब पहुंचा है। पूरे नागालैंड में करीब-करीब 50 करोड़ रुपए का बिजली बिल कम हुआ है। ऐसे परिवारों का बिजली खर्चा बच गया है।

आप जानते हैं देश में चैलेजिंग रूप से स्मार्ट सिटी बनाने का अभियान चल रहा है। यहां कोहिमा को स्मार्ट सिटी के लिए उसको नंबर मिला है। भारत सरकार 1800 करोड़ रुपये कोहिमा मे स्मार्ट सिटी बनाने के लिए खर्च करने के लिए आगे आई है। हमारी योजना है, गरीब से गरीब परिवार को अपना घर मिले। 2022, जब आजादी के 75 साल होंगे, हिन्दुस्तान में एक भी परिवार ऐसा न हो, जिसको रहने के लिए अपना घर न हो। अभी नागालैंड में 8500 घरों के निर्माण के लिए हमने स्वीकृति दे दी है। नए घरों और पुरानी योजनाओं के तहत अलग से घर के निर्माण के लिए केंद्र द्वारा 160 करोड़ रुपए राशि देना तय हुआ है।

भाइयो बहनो।

नागालैंड में हेल्थ इंश्योरेंस, हेल्थ इंफ्रास्ट्रक्चर में सुधारने के लिए केंद्र सरकार लगातार काम कर रही है। यहां पर किस तरह इंस्टीट्यूशनल डेलिवरी में दिक्कतें आती है, इसकी जानकारी केंद्र सरकार को है। इसलिए पिछले चार साल में नागालैंड को नेशनल हेल्थ मिशन के तहत 400 करोड़ रुपए दिया गया है। इस बार बजट में भारत सरकार ने बहुत ही दुनिया की सबसे बड़ी एक योजना लेकरके आए हैं। इस योजना के 10 करोड़ ऐसे परिवार, अगर उन परिवारों में बीमारी आ जाए, दवाई कराने के लिए पैसे नहीं होते, ऑपरेशन कराने के लिए पैसे नहीं होते हैं। गंभीर बीमारी होती है। हमने आयुष्मान भारत योजना के तहत तय किया है कि ऐसे परिवारों में अगर बीमारी आ गई और दवाई का खर्च करना पड़ा, ऑपरेशन का खर्च करना पड़ा। एक साल में 5 लाख रुपए तक का खर्च होगा, वो 5 लाख रुपए का खर्च इंश्योरेंस के माध्यम से भारत सरकार चुकाएगी। इस महत्वपूर्ण योजना को, आयुष्मान भारत योजना को आज हिन्दुस्तान में मोदी केयर, मोदी केयर के नाम से लोग पुकारने लगे हैं।

साथियों।

हमारे देश में नोर्थ ईस्ट ऐसा क्षेत्र है, जहां पर भारत सरकार ऑर्गेनिक खेती पर अपना बल देना चाहती है। यहां इतनी ताकत है कि हम पूरी दुनिया में यहां के खेतों में जो पैदा होती है, उसके लिए पूरी दुनिया को खरीदने के लिए मजबूर कर सकें। ऐसा काम यहां हो सकता है। और इसलिए शत-प्रतिशत हमारा राज्य ऑर्गेनिक स्टेट कैसे बने, उस दिशा में हम काम कर रहे हैं। इससे किसान को खर्चा भी कम होगा और उसको लाभ भी ज्यादा मिलेगा। सिक्किम ने हमारे नोर्थ ईस्ट के एक राज्य सिक्किम ने अपने आपको शत-प्रतिशत आर्गेनिक स्टेट बना दिया है। और नोर्थ ईस्ट के अन्य राज्य ऑर्गेनिक राज्य बनने के लिए प्रतिस्पर्द्धा कर रहे हैं। इसके लिए हमने देशभर में दस हजार से ज्यादा ऑर्गेनिक क्लस्टर विकसित करने के लिए सारे कदम उठाया है। नोर्थ-ईस्ट में भी 100 फार्मर प्रोड्यूसर ऑर्गेनाइजेशन बनाए गए हैं। इनसे 50 हजार से ज्यादा किसानों को जोड़ा जा चुका है।

भूतकाल में दिल्ली में बैठी हुई सरकारें, इस इलाके के मनोस्थिति से, मनोभाव से इतनी दूर थी, इतनी दूर थी कि उन्हें यहां की मूलभूत ताकत का पता नहीं था। इसी के कारण बांस, बंबू अब तक हमारे देश में ट्री माना गया, पेड़ माना गया। और इसके कारण देखते थे, लेकिन काट नहीं सकते थे, बेच नहीं सकते थे। अब भारत सरकार ने फैसला कर लिया कि मेरे नोर्थ-ईस्ट के भाई-बहन, मेरे नागालैंड के भाई-बहनजहां इतनी बड़ी मात्रा में बंबू की संभावना है। बंबू की खेती कर सकते हैं। क्यों न उनको काटने का, बेचने का अधिकार दिया जाए इसलिए हमने बंबू को ट्री की कैटेगरी से निकालकर ग्रास की कैटेगरी में ला दिया है। जो यहां के भविष्य को बदलने वाला है। हमने नेशनल बंबू मिशन को फिर से एक बार जीवंत किया, इसके लिए इंनिशिएटिव शुरू किए। और पहली बार 1000 करोड़ रुपया सिर्फ बंबू के लिए खर्च करना तय किया है। इसका सबसे ज्यादा फायदा नोर्थ-ईस्ट को मिलेगा, यहां के किसान को मिलेगा।

मेरे प्यारे भाइयो और बहनो।

नागालैंड के इनर्जेटिक नौजवान, यहां की क्रिएटिव महिलाएं, यहां के इनोवेटिव किसान, यहां का डेमोग्राफिक ..., राज्य को नई ऊंचाइयों पर ले जा सकता है। नागालैंड में स्पोर्ट्स का टैलेंट है, जो राज्य को नई पहचान दिलाने में सक्षम है। नागालैंड में शिक्षा और स्वास्थ्य के क्षेत्र में जो प्रगति की है, उसकी वजह से और ज्यादा संभावनाएं बनी है, जिसको आगे बढ़ाने के लिए भारत सरकार, भारतीय जनता पार्टी श्रीमान रियो हम सब मिलकरके आपके भविष्य के सपने को दिनरात जुटा देंगे।

नागालैंड के युवा अंग्रेजी भाषा से भली-भांति काम्फरटेबल हैं। इस वजह से आईटी, आउटसोर्सिंग, बीपीओ विदेश में, यहां के लोगों के लिए बहुत सारे अवसर हैं। यहां के नौजवानों को अपने पैरों पर खड़े रहने के लिए सामर्थ्य मिले, और देश के विकास में वो योगदान कर सके। इसके लिए स्किल इंडिया, स्टैंड अप इंडिया, डिजिटल इंडिया, स्टार्ट अप इंडिया जैसी अनेक योजनाओं के तहत यहां के नौजवानों को भारत सरकार सहायता कर रही है। और मुद्रा योजना के तहत बिना कोई गारंटी बैंकों से ऐसे नौजवानों को लोन देकर के, उन्हें अपने पैरों पर खड़े होने और आगे बढ़ने के लिए हम प्रेरित कर रहे हैं। इतने छोटे से राज्य में ये मुद्रा योजना को आए हुए ज्यादा समय नहीं हुआ है। इतने कम समय में 27 हजार से ज्यादा हमारे नागा वासियों को मुद्रा योजना से पैसे मिले हैं और वो अपने पैरों पर खड़े होकरके काम कर रहे हैं।

इस वर्ष बजट मे हमारी सरकार ने आदिवासी इलाके में रहने वाले बच्चों की शिक्षा से जुड़ा भी एक बहुत बड़ा ऐलान किया है। ऐसे ब्लॉक जहां पर 50 प्रतिशत से अधिक जनसंख्या अनुसूचित जनजाति की होगी, 20 हजार से ज्यादा आदिवासी लोग हैं, वहां पर नवोदय विद्यालय की तर्ज पर एकलव्य मोर्डन रेसिडेंसियल स्कूल खोले जाएंगे।

मेरे लिए खुशी की बात है, जब मैंने दिल्ली में सुना कि नागालैंड की कई संगठनों ने, नागालैंड की सिविल सोसायटी ने, नागालैंड के जागरूक प्रबुद्ध नागरिकों ने मिलकरके यहां पर पारदर्शी और शांतिपूर्ण चुनाव के लिए एक बीड़ा उठाया है, जागृति पैदा करने का काम किया है। मैं ऐसे सभी संगठनों का, ऐसे सभी व्यक्तियों का, ऐसे सभी महानुभावों का जो लोकतंत्र को ताकत देने के लिए आगे आए हैं। उनका मैं ह्रदय से अभिनंदन करता हूं, उनका बहुत-बहुत धन्यवाद करता हूं।

27 तारीख को मतदान होगा। मैं आप सबसे आग्रह करता हूं कि 27 तारीख को बीजेपी और एनडीडीपी गठबंधन को आप भारी मात्रा में वोट देकरके एक स्थिर, मजबूत और पूर्ण बहुमत वाली सरकार बनाइए और बीजेपी और एनडीपीपी को रियो के नेतृत्व में विजयी बनाइए। ये मैं आग्रह करता हूं।

मैं विश्वास दिलाता हूं कि बीजेपी और एनडीपीपी की नई सरकार बनेगी। तो यहां के विकास के लिए एक आपकी पसंद का इंजन लगेगा। और उसको आगे बढ़ाने के लिए दूसरा इंजन दिल्ली की भारत सरकार पूरी तरह लग जाएगी। आप कल्पना कर सकते हैं कि हमारा नागालैंड कितना आगे बढ़ेगा।

मोई इराम दूर भा आहे छे। मोई इराम दूर भा आहे छे। नागा लागे नेओम आरा मोईके खाली हाथ ना पाठावी। मोरोन धारा बीजेपी एनडीडीपी एलायंस के वोट दिवी। कुकनाएम। जय नागालैंड।

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PM Modi's address to the nation
May 12, 2025
QuoteToday, every terrorist knows the consequences of wiping Sindoor from the foreheads of our sisters and daughters: PM
QuoteOperation Sindoor is an unwavering pledge for justice: PM
QuoteTerrorists dared to wipe the Sindoor from the foreheads of our sisters; that's why India destroyed the very headquarters of terror: PM
QuotePakistan had prepared to strike at our borders,but India hit them right at their core: PM
QuoteOperation Sindoor has redefined the fight against terror, setting a new benchmark, a new normal: PM
QuoteThis is not an era of war, but it is not an era of terrorism either: PM
QuoteZero tolerance against terrorism is the guarantee of a better world: PM
QuoteAny talks with Pakistan will focus on terrorism and PoK: PM

প্ৰিয় দেশবাসী,

নমস্কাৰ !

যোৱা কেইটামান দিনত দেশৰ শক্তি আৰু সংযম দুয়োটাই আমি সকলোৱে প্ৰত্যক্ষ কৰিছো।মই প্ৰথমে আমাৰ শক্তিশালী ভাৰতীয় সেনাবাহিনীক প্ৰণাম জনাইছো, সশস্ত্ৰ বাহিনী, আমাৰ চোৰাংচোৱা সংস্থা, আমাৰ বিজ্ঞানী, সকলোকে মই প্ৰতিজন ভাৰতীয়ৰ হৈ প্ৰণাম জনাইছো।

আমাৰ সাহসী জোৱানসকলে ‘অপাৰেচন সিন্দুৰ’ৰ লক্ষ্যত উপনীত হ’বলৈ গৈ অপৰিসীম সাহস প্ৰদৰ্শন কৰিলে। মই তেওঁলোকৰ বীৰত্বক, তেওঁলোকৰ সাহসক, তেওঁলোকৰ পৰাক্ৰমক সমৰ্পিত কৰিছো৷ মই তেওঁলোকৰ এই পৰাক্ৰমক , আমাৰ দেশৰ প্ৰতিগৰাকী মাতৃলৈ, দেশৰ প্ৰতিগৰাকী ভগ্নী আৰু প্ৰতিগৰাকী কন্যাৰ বাবে উৎসৰ্গা কৰিছো।

 

বন্ধুসকল,

যোৱা ২২ এপ্ৰিলত পহলগামত সন্ত্রাসবাদীয়ে প্রদর্শন কৰা বৰ্বৰতাই দেশ আৰু বিশ্বক স্তম্ভিত কৰি তুলিছিল৷

বন্ধৰ দিন উদযাপন কৰিবলৈ যোৱা নিৰ্দোষ নিৰীহ নাগৰিকক ধৰ্মৰ বিষয়ে সুধি পৰিয়ালৰ সন্মুখতে, শিশুসকলৰ সন্মুখতে...

নিৰ্দয়ভাবে হত্যা কৰা হৈছিল।

এয়া আছিল আতংকৰ এক বীভৎস ছবি, এয়া আছিল নিষ্ঠুৰতাৰ ভয়ংকৰ প্ৰকাশ৷ এয়া আছিল দেশৰ সমন্বয় বিনষ্ট কৰাৰ এক ঘৃণনীয় অপচেষ্টা। মোৰ ক্ষেত্ৰত ব্যক্তিগতভাৱে এই নাৰকীয় ঘটনাৰ বেদনা অসহনীয় আছিল।

এই সন্ত্ৰাসবাদী আক্ৰমণৰ পিছত সমগ্ৰ দেশ, প্ৰতিগৰাকী নাগৰিক, সমাজ, প্ৰতিটো শ্ৰেণীৰ লোক, প্ৰতিটো ৰাজনৈতিক দল একত্ৰিত হৈ 'একেষাৰে সন্ত্ৰাসবাদৰ বিৰুদ্ধে শক্তিশালী ব্যৱস্থাৰ দাবীৰে থিয় দিলে।

সন্ত্ৰাসবাদীক নিঃশেষ কৰিবলৈ ভাৰতীয় নিৰাপত্তা বাহিনীক আমি পূৰ্ণ কৰ্তৃত্ব প্ৰদান কৰিলো। আমি তেওঁলোকক এইক্ষেত্ৰত সম্পূৰ্ণ স্বাধীনতা প্ৰদান কৰিলো।

আৰু আজি প্ৰতিজন সন্ত্ৰাসবাদীয়ে, প্ৰতিটো সন্ত্ৰাসবাদী সংগঠনে উপলব্ধি কৰিবলৈ বাধ্য হৈছে আমাৰ ভগ্নী-কন্যাৰ কপালৰ সেন্দুৰ মচি পেলোৱাৰ পৰিণতি কি হ'ব পাৰে ।

 

বন্ধুসকল,

অপাৰেচন সিন্দুৰ ...এয়া কেৱল এটা নাম নহয়৷এয়া দেশৰ কোটি কোটি মানুহৰ আৱেগৰ প্ৰতিফলন।

অপাৰেচন 'সিন্দুৰ' ন্যায়ৰ অখণ্ড প্ৰতিজ্ঞা। ৬ মে’ৰ গভীৰ নিশা.. ৭ মে’ৰ পুৱা.. সমগ্ৰ বিশ্বই এই প্ৰতিজ্ঞা ফলাফলত পৰিণত হোৱা দেখিবলৈ পাইছে। ভাৰতীয় বাহিনীয়ে পাকিস্তানৰ সন্ত্ৰাসবাদী শিবিৰত আক্ৰমণ কৰিছে।

তেওঁলোকৰ প্ৰশিক্ষণ কেন্দ্ৰত নিখুঁতভাৱে আঘাত কৰিছে । সন্ত্ৰাসবাদীয়ে সপোনতো কল্পনা কৰা নাছিল যে ভাৰতে ইমান ডাঙৰ সিদ্ধান্ত ল’ব পাৰে। কিন্তু যেতিয়া দেশখন একত্ৰিত হয়, দেশ প্ৰথমৰ মনোভাৱেৰে মানুহৰ মনবোৰ ভৰি পৰে, তেতিয়া দেশেই সৰ্বোচ্চ হৈ পৰে। তেতিয়াই শক্তিশালী সিদ্ধান্ত লোৱা হয় আৰু তাৰ ফল লাভ কৰা হয়।

ভাৰতীয় ক্ষেপণাস্ত্ৰই যেতিয়া পাকিস্তানৰ সন্ত্ৰাসবাদী ঘাটিত আক্ৰমণ কৰিছিল, ভাৰতীয় ড্ৰোনে যেতিয়া আক্ৰমণ চলাইছিল, তেতিয়া কেৱল সন্ত্ৰাসবাদী সংগঠনৰ ভৱনবোৰেই নহয়, তেওঁলোকৰ আত্মবিশ্বাসো কঁপি উঠিছিল।

 

বহাৱালপুৰ আৰু মুৰিদকেৰ দৰে সন্ত্ৰাসবাদীৰ আত্মগোপন স্থানসমূহ এককথাত বিশ্ব সন্ত্ৰাসবাদৰ বিশ্ববিদ্যালয় স্বৰূপ হৈ পৰিছে।

বিশ্বৰ যিকোনো ঠাইত সংঘটিত হোৱা যিকোনো ডাঙৰ সন্ত্ৰাসবাদী আক্ৰমণ- সেয়া ৯/১১ৰ সন্ত্ৰাসবাদী আক্ৰমণেই হওঁক , লণ্ডন টিউব বোমা বিস্ফোৰণেই হওঁক বা ভাৰতত দশকজুৰি সংঘটিত হোৱা বৃহৎ সন্ত্ৰাসবাদী আক্ৰমণেই হওঁক, ক’ৰবাত নহয় ক’ৰবাত এই ঘটনাসমূহ সন্ত্ৰাসবাদীয়ে আত্মগোপন কৰি থকা এই স্থানসমূহৰ সৈতে সংযুক্ত হৈ পৰিছে। সন্ত্ৰাসবাদীয়ে আমাৰ ভগ্নীহঁতৰ সেন্দুৰ মচি পেলাইছিল৷ সেইবাবেই ভাৰতে সন্ত্ৰাসবাদৰ এই মুখ্য কাৰ্যালয় ধ্বংস কৰিছে। ভাৰতৰ এই আক্ৰমণত ১০০ৰো অধিক দুৰ্ধৰ্ষ সন্ত্ৰাসবাদী নিহত হৈছে। ইমানবোৰ সন্ত্ৰাসবাদীয়ে যোৱা ডেৰৰ পৰা তিনি দশক ধৰি পাকিস্তানত মুক্তভাৱে ঘূৰি ফুৰিছিল৷ যিসকলে পূৰ্বে ভাৰতৰ বিৰুদ্ধে ষড়যন্ত্ৰ কৰিছিল, তেওঁলোকক ভাৰতে এটা আঘাততে ধ্বংস কৰি পেলালে।

 

বন্ধুসকল,

ভাৰতৰ এই কাৰ্য্যত পাকিস্তান গভীৰভাৱে হতাশগ্ৰস্ত হৈ পৰিছে৷ সকলোতে কেৱল হতাশাৰ কলীয়া ডাৱৰে ছানি ধৰিছিল৷ তেওঁলোক বিভ্ৰান্ত হৈ পৰিছিল৷এনে বিভ্ৰান্তিকৰ অৱস্থাৰ মাজতে তেওঁলোকে আৰু এটা বেয়া কাম কৰিলে। সন্ত্ৰাসবাদৰ বিৰুদ্ধে ভাৰতে গ্ৰহণ কৰা ব্যৱস্থাক সমৰ্থন কৰাৰ পৰিৱৰ্তে পাকিস্তানে ভাৰতকহে আক্ৰমণ কৰিবলৈ আৰম্ভ কৰিলে।

পাকিস্তানে আমাৰ স্কুল আৰু কলেজসমূহ লক্ষ্য কৰি লৈছিল, গুৰুদ্বাৰ, মন্দিৰ, সাধাৰণ নাগৰিকৰ ঘৰ আদিও পাকিস্তানৰ আক্ৰণৰ লক্ষ্য হৈ পৰিছিল৷ এনে কাৰ্যৰ জড়িয়তে পাকিস্তানে নিজকে উদঙাই দিলে। বিশ্বই দেখিলে পাকিস্তানৰ ড্ৰোন আৰু মিছাইল কেনেকৈ ভাৰতৰ সন্মুখত খেৰৰ দৰে জ্বলি ছাই হৈ গল৷ ভাৰতৰ শক্তিশালী বায়ু প্ৰতিৰক্ষা ব্যৱস্থাই সেইবোৰ আকাশতে ধ্বংস কৰি পেলালে। সীমান্তত আক্ৰমণ কৰিবলৈ সাজু হৈছিল পাকিস্তান৷ কিন্তু ইয়াৰ বিপৰীতে ভাৰতে পাকিস্তানৰ বুকুত আঘাত হানিলে। ভাৰতৰ ড্ৰোন আৰু ক্ষেপণাস্ত্ৰই নিখুঁতভাৱে পাকিস্তানৰ লক্ষ্যস্থানত আঘাত কৰিছিল। ফলত পাকিস্তানী বায়ুসেনাৰ সেই বিমানঘাটিসমূহ ক্ষতিগ্ৰস্ত হৈছিল, যিবোৰকলৈ পাকিস্তানে গৌৰৱ কৰি আহিছিল৷ প্ৰথম তিনিদিনতে যে ভাৰতে পাকিস্তানক এনেদৰে ধ্বংস কৰিব সেয়া তেওঁলোকে কল্পনাও কৰা নাছিল । সন্ত্ৰাসবাদৰ বিৰুদ্ধে ভাৰতৰ আগ্ৰাসী কাৰ্য্য ব্যৱস্থাৰ পিছত পাকিস্তানে পলায়নৰ উপায় বিচাৰিবলৈ আৰম্ভ কৰিলে। পাকিস্তানে উত্তেজনা হ্ৰাস কৰিবলৈ বিশ্বক অনুৰোধ কৰিবলৈ ধৰিলে৷ বেয়াকৈ ক্ষতিগ্ৰস্ত হোৱাৰ পিছত বাধ্যবাধকতাত পৰি ১০ মে’ৰ দুপৰীয়া পাকিস্তানী সেনাই আমাৰ ডিজিএমঅ’ৰ সৈতে যোগাযোগ কৰিলে। তেতিয়ালৈকে আমি পাকিস্তানৰ সন্ত্ৰাসবাদৰ আন্তঃগাঁথনি বৃহৎ পৰিসৰত ধ্বংস কৰি পেলাইছিলো৷ বহু সন্ত্ৰাসবাদী নিহত হৈছিল৷ আমি পাকিস্তানৰ সন্ত্ৰাসবাদী ঘাটিবোৰ ধ্বংসাৱশেষলৈ ৰূপান্তৰিত কৰিছিলোঁ৷ গতিকে, দিশহাৰা পাকিস্তানৰ পৰা এটা আবেদন কৰা হৈছিল৷ এই কথা পাকিস্তানৰ পৰা কোৱা হৈছিল যে তেওঁলোকৰ পক্ষৰ পৰা আৰু কোনো সন্ত্ৰাসবাদী কাৰ্যকলাপ তথা সামৰিক দুষ্কাৰ্য কৰা নহ’ব ৷গতিকে ভাৰতেও এই কথা বিবেচনা কৰিলে। আৰু মই আকৌ কওঁ...আমি মাত্ৰ পাকিস্তানৰ সন্ত্ৰাসবাদী আৰু সামৰিক ঘাটিৰ বিৰুদ্ধে আমাৰ ব্যৱস্থা স্থগিতহে ৰাখিছো৷

অনাগত দিনত আমি পাকিস্তানৰ প্ৰতিটো খোজৰ হিচাব লম৷ তেওঁলোকে কি মনোভাৱ গ্ৰহণ কৰে সেয়া লক্ষ্য কৰিম৷

 

বন্ধুসকল,

ভাৰতৰ তিনিটা সেনাবাহিনী-আমাৰ বায়ুসেনা, আমাৰ সেনাবাহিনী আৰু আমাৰ নৌসেনা, আমাৰ সীমান্ত সুৰক্ষা বাহিনী-বিএছএফ, ভাৰতৰ অৰ্ধসামৰিক বাহিনী নিৰন্তৰ সষ্টম হৈ আছে ।ছাৰ্জিকেল ষ্ট্ৰাইক আৰু এয়াৰ ষ্ট্ৰাইকৰ পিছত এতিয়া অপাৰেচন সিন্দুৰ সন্ত্ৰাসবাদৰ বিৰুদ্ধে ভাৰতৰ এক বলিষ্ঠ পদক্ষেপ হিচাবে পৰিগণিত হৈছে। ভাৰতে এয়া নীতিগতভাবে গ্ৰহণ কৰিছে৷ ছাৰ্জিকেল ষ্ট্ৰাইক আৰু এয়াৰ ষ্ট্ৰাইকৰ পিছত এতিয়া অপাৰেচন সিন্দুৰ সন্ত্ৰাসবাদৰ বিৰুদ্ধে ভাৰতৰ সন্ত্ৰাসবাদ বিৰোধী নীতিৰ শক্তিশালী প্ৰমাণ হৈ পৰিছে। সন্ত্ৰাসবাদৰ বিৰুদ্ধে যুঁজত নতুন ৰেখা টানিছে অপাৰেচন সিন্দুৰে। এটা নতুন মান, এটা নতুন ধৰণ নিৰ্ধাৰণ কৰা হৈছে।

প্ৰথম কথা - ভাৰতত সন্ত্ৰাসবাদী আক্ৰমণ হ’লে উপযুক্ত উত্তৰ দিয়া হ’ব।আমি নিজৰ ধৰণে, নিজৰ চৰ্তত সঁহাৰি জনাম।

সন্ত্ৰাসবাদৰ শিপা য’ৰ পৰা বিস্তাৰিত হৈছে তাতেই আমি কঠোৰ ব্যৱস্থা গ্ৰহণ কৰিম। দ্বিতীয়তে – ভাৰতে কোনো ধৰণৰ পাৰমাণৱিক ব্লেকমেইল সহ্য নকৰে। পাৰমাণৱিক ব্লেকমেইলৰ আৱৰণেৰে ঘেৰি ৰখা সন্ত্ৰাসবাদীৰ আত্মগোপনৰ স্থানসমূহত ভাৰতে এক নিখুঁত আৰু নিৰ্ণায়ক আক্ৰমণ চলাব। তৃতীয়তে, সন্ত্ৰাসবাদক পৃষ্ঠপোষকতা কৰা চৰকাৰখন আৰু সন্ত্ৰাসবাদৰ মালিকসকলক আমি পৃথক সত্তা হিচাপে কেতিয়াও নাচাম।

'অপাৰেচন সিন্দুৰ'ৰ সময়ত বিশ্বই আকৌ দেখিছে পাকিস্তানৰ কুৎসিত মুখ।যেতিয়া মৃত সন্ত্ৰাসবাদীক বিদায় দিয়া হৈছিল।

পাকিস্তানী সেনাৰ শীৰ্ষ বিষয়াৰ মাজত লৰাধপৰা লাগিছল। দেশ খনৰ পৃষ্ঠপোষকতাত চলি থকা সন্ত্ৰাসবাদৰ এয়া এক ডাঙৰ প্ৰমাণ। ভাৰত আৰু আমাৰ নাগৰিকক যিকোনো ভাবুকিৰ পৰা ৰক্ষা কৰিবলৈ আমি নিৰ্ণায়ক পদক্ষেপ গ্ৰহণ কৰি যাম।

 

বন্ধুসকল,

আমি প্ৰতিবাৰেই যুদ্ধক্ষেত্ৰত পাকিস্তানক পৰাস্ত কৰিছো আৰু এইবাৰ অপাৰেচন সিন্দুৰে ইয়াত এক নতুন মাত্ৰা সংযোজন কৰিলে। আমি মৰুভূমি আৰু পৰ্বতমালাত আমাৰ সামৰ্থ্য উজ্জ্বলভাৱে প্ৰদৰ্শন কৰিছো৷ লগতে আধুনিক যুদ্ধত নিজৰ শ্ৰেষ্ঠত্ব প্ৰমাণ কৰিছো।এই অপাৰেচনৰ সময়ত আমাৰ মেড ইন ইণ্ডিয়া অস্ত্ৰৰ সত্যতাও প্ৰমাণিত হ’ল। আজি বিশ্বই লক্ষ্য কৰিছে- একবিংশ শতিকাৰ যুদ্ধত মেড ইন ইণ্ডিয়া প্ৰতিৰক্ষা সঁজুলিৰ সময় আহি পৰিছে।

 

বন্ধুসকল,

আমাৰ আটাইতকৈ ডাঙৰ শক্তি হৈছে সকলো ধৰণৰ সন্ত্ৰাসবাদৰ বিৰুদ্ধে আমাৰ মাজত গঢ় লোৱা ঐক্য। এয়া নিশ্চিতভাৱে যুদ্ধৰ যুগ নহয়৷ কিন্তু এয়া সন্ত্ৰাসবাদৰো যুগ নহয়। সন্ত্ৰাসবাদৰ বিৰুদ্ধে শূন্য সহনশীলতাই হৈছে এখন উন্নত পৃথিৱীৰ নিশ্চয়তা প্ৰদানৰ প্ৰথম চৰ্ত৷

 

বন্ধুসকল,

পাকিস্তানৰ সেনা, পাকিস্তান চৰকাৰে যি সন্ত্ৰাসবাদক লালন-পালন কৰি আহিছে এদিন সেই সন্ত্ৰাসবাদেই পাকিস্তানক ধ্বংস কৰিব। পাকিস্তানে যদি জীয়াই থাকিব বিচাৰে তেন্তে নিজৰ দেশত থকা সন্ত্ৰাসবাদীৰ ঘাটি ধ্বংস কৰিব লাগিব। ইয়াৰ বাহিৰে শান্তিৰ কোনো বিকল্প পথ নাই। এইক্ষেত্ৰত ভাৰতৰ স্থিতি অতি স্পষ্ট৷ আতংক আৰু আলোচনা একেলগে আগবাঢ়িব নোৱাৰে৷

সন্ত্ৰাস আৰু বাণিজ্য একেলগে আগুৱাব নোৱাৰে। আনকি পানী আৰু তেজ একেলগে বৈ যাব নোৱাৰে। আজি বিশ্ব সমাজকো ক'ব বিচাৰিছো- আমাৰ ঘোষিত নীতি হৈছে- পাকিস্তানৰ সৈতে যদি আলোচনা হয়, সেয়া হ'ব সন্ত্ৰাসবাদৰ বিষয়ত, যদি পাকিস্তানৰ সৈতে আলোচনা হয়, তেন্তে সেয়া হ'ব পাক অধিকৃত কাশ্মীৰৰ বিষয়ত৷

 

প্ৰিয় দেশবাসী,

আজি বুদ্ধ পূৰ্ণিমা।

ভগৱান বুদ্ধই আমাক শান্তিৰ পথ দেখুৱাইছে। শান্তিৰ পথো শক্তিৰ মাজেৰেই পৰিচালিত হয়৷ মানৱতা শান্তি আৰু সমৃদ্ধিৰ পথেৰে আগবাঢ়ি যাওক৷ প্ৰতিজন ভাৰতীয়ই শান্তিৰে জীয়াই থাকিবলৈ সক্ষম হওক৷ যিয়ে বিকশিত ভাৰতৰ সপোন পূৰণ কৰিব পাৰিব৷

ইয়াৰ বাবে ভাৰত শক্তিশালী হ'ব লাগিব আৰু প্ৰয়োজনৰ সময়ত শক্তি ব্যৱহাৰ কৰাটোও গুৰুত্বপূৰ্ণ কথা হৈ পৰিব। যোৱা কেইটামান দিনত ভাৰতে ঠিক এনে কামেই কৰিছে।ভাৰতীয় সেনা আৰু সশস্ত্ৰ বাহিনীক পুনৰবাৰ প্ৰণাম জনাইছো।

ভাৰতবাসীৰ সাহস আৰু ঐক্যক প্ৰণাম জনাইছো।

ধন্যবাদ...

ভাৰত মাতা কী জয় !!!

ভাৰত মাতা কী জয় !!!

ভাৰত মাতা কী জয় !!!