QuoteCongress and its allies were making tall promises before the elections but now, they have realized that the country no longer favours their divisive politics: PM Modi
QuoteThe recent discovery of large amounts of illegal cash from the state’s CM and his aides shows how the return of Congress in MP means a return of corruption: PM Modi
QuoteA growing country like India needs an inclusive model of development of the BJP rather than the divisive politics of Congress: Prime Minister Modi

नए भारत के निर्माण के लिए मध्य प्रदेश के इस उत्साह को मैं विशेष रुप से नमन करता हूं, सिद्धि, रीवा, शहडोल सहित पूरे मध्य प्रदेश ने पांच वर्ष पहले दिल्ली में इस सेवक को मजबूत किया था। 2014 में 30 साल के बाद तीन दशक के बाद दिल्ली में पूर्ण बहुमत के साथ केंद्र में सरकार बनी थी, और उसमें मध्य प्रदेश का बहुत बड़ा योगदान रहा है। आज जब मैं आपके बीच आया हूं तो ये कह सकता हूं पूरी निष्ठा और ईमानदारी के साथ आपने मुझपे जो भरोसा रखा था। मैंने काम करने का प्रयास किया है। दिन-रात जुटा रहा हूं। आपके आशीर्वाद से बहुत लक्ष्य हासिल हुए है, और जो बाकी है उनको भी आपके ही सहयोग से पूरा करने वाला हूं। साथियो, इस जगह के साथ बीरबल का नाम का जुड़ा है। बीरबल की खिचड़ी के बारे में देश का बच्चा-बच्चा जानता है। कांग्रेस अपने महामिलावटियों के साथ मिलकर ऐसी ही खिचड़ी पकाने की फिराक में थी। लेकिन तीन चरणों के मतदान के बाद उसको समझ आ गया है कि वंशवाद के चूल्हे में अब ताप नहीं है। इसलिए जो स्वार्थ की राजनीति रोटियां सेकते थे, उनकी न दाल गलने वाली है। न खिचड़ी पकने वाली है। अब देश का हर चौकीदार जाग चुका है, और नए भारत के सपने के साथ आगे बढ़ रहा है। देश ने मजबूर और कमजोर सरकार बनाने के सारे मंसूबों पर पानी फेर दिया है। विशेष तौर पर वो युवा बेटे बेटी जो पहली बार लोकसभा चुनाव में अपना वोट डाल रहे हैं। ये हमारे नौजवान 20वीं सदी की सोच के साथ चलने को तैयार नहीं है। ये हमारे नौजवान 21वीं सदी के सपने को साकार करने वाला भारत चाहते हैं।

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भाइयो –बहनो, कांग्रेस किस तरह आपको धोखा देती है, उसका उदाहरण मैं यहीं मध्य प्रदेश से देना चाहता हूं। आज मध्य प्रदेश में बिजली की स्थिति क्या है? कांग्रेस का वादा था कि बिजली का बिल कम करने का और इसका तरीका उसने निकाला कि आप लोगों के घर में बिजली की सप्लाई ही कम कर दी। जितनी शिवराज जी के समय में बिजली मिलती थी उससे हाफ बिजली देकर कांग्रेस सरकार आपका बिजली बिल कम करने की फॉर्मूला पर चल रही है। ये धोखा नहीं तो क्या है? ये बेईमानी नहीं है तो क्या है? क्या जनता के साथ ऐसा खेल खेलते हैं? साथियो, सिद्धि सहित ये पूरा क्षेत्र तो पावर हब रहा है। बिजली के बड़े-बड़े प्रोजेक्ट यहां पर है, बल्कि आपका ये चौकीदार जो सौर ऊर्जा पर काम कर रहा है। पूरी दुनिया में सौर ऊर्जा के लिए हम जो अभियान चला रहे हैं। उसका एक अहम सेंटर हमारा ये पूरा क्षेत्र होने वाला है। कांग्रेस और उसके महामिलावटियों को अगर गलती से दिल्ली में भी मौका मिल गया तो क्या हाल होगा इसका अंदाजा आप लगा सकते हैं? कभी-कभी ट्रेलर देखकर पता चलता है कि फिल्म कैसी होगी। ये मध्य प्रदेश कांग्रेस कल्चर का ट्रेलर दिखा रहा है। 6 महीने में जो पाप उन्होंने शुरू किया है। राजस्थान, मध्य प्रदेश, छत्तीसगढ़ अभी तो वोट मिला है। पता है सामने लोकसभा का चुनाव है उसके बावजूद भी वो अपनी आदत से नहीं निकल पा रहे और उसका जो ट्रेलर देखकर कांप उठता है मन कि ऐसे लोगों ने 70 साल तक दिल्ली को कितना बर्बाद कर दिया है इन लोगों ने। भाइयो-बहनो, कांग्रेस की धोखाबाजी का एक और सबूत है कर्जमाफी का झूठा वादा, यहां जो किसान है। जरा मैं इन किसान भाइयो से पूछना चाहता हूं क्या उनका कर्ज माफ हुआ क्या? जोर से बताइए कर्ज माफ हुआ क्या? लेकिन देश भर में ये घूम-घूम कर कह रहे हैं कि भाइयो-बहनो इतना झूठ बोलने की इनकी आदत इतनी ताकत मैं तो हैरान हूं जी। इतना बड़ा वादा किया था पूरा नहीं किया। और मैं ये भी पूछना चाहता हूं, ये कर्जमाफी किसके लिए लाते हैं। कोई आदिवासी किसान क्या उसको कभी कर्ज मिलता है? उसे कभी कर्ज मिलता है? किसी दलित किसान को कभी कर्ज मिलता है? उसे कभी कर्ज मिलता है? ये उनके मुठ्ठी भर जो यार दोस्त है वही कर्ज लेते हैं और हर दस साल के बाद उन्हीं का कर्ज माफ होता है, गरीब किसान को कुछ नहीं मिलता है। आज देश के हर किसान को आपकी आवाज सुनकर समझ आ गया होगा कि कांग्रेस पर भरोसा का मतलब क्या होता है।

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भाइयो –बहनो, कर्जमाफी तो दूर कांग्रेस किस तरह गरीब बच्चों के मूंह से निवाला छीन रही है निवाला। मैं उसके लिए भी आपको बताना चाहता हूं। साथियो, मध्य प्रदेश के आदिवासी बच्चों के लिए प्रसूता माताओं के लिए, गरीब माताओं बच्चों के लिए भारत सरकार पोषक आहार के लिए ये चौकीदार की सरकार दिल्ली से पैसे भेजती है। ताकी जो प्रसूता माता है उसको प्रसूता के समय नौ महीने अच्छा खाना मिले। उसका शरीर ताकतवर हो, ताकी उसके गर्व में जो बच्चा है वो भी तंदुरुस्त हो और देश को तंदुरुस्त बेटा-बेटी मिले। लेकिन भाइयो- बहनो, भारत सरकार ने ये चौकीदार ने जो पैसा भेजा और ये ऐसे लोग हैं ऐसे लोग हैं। ये चौकीदार के रहते हुए भी चोरी करने की हिम्मत कर गए, और उसने इस पैसे से तुगलक रोड चुनावी घोटाला कर दिया है। पूरे देश ने टीवी पर देखा है कि कैसे मध्य प्रदेश के बारे में बातें आ रही है। बोरे भर-भर के नोटें मिली है। आपको पता है ये तुगलक रोड कहां है? ये दिल्ली में तुगलक रोड है और ये तुगलक रोड पर कांग्रेस के एक बहुत बड़े नेता का बांग्ला है। आपका पैसा गरीब के निवाले का पैसा प्रसूता माता के पोषण का पैसा ये चोरी कर कर के वहां पहुंचाते थे भाइयो। बंडल के बंडल जाते थे और यही पैसे नामदार के प्रचार में लगा दिया गया।

साथियो, और मजा है उनके जो चेले चपाटे है वो मोदी को पूछते हैं कि मोदी तुम विरोधी दल वालों के यहां रेड क्यों करते हो? एक तो ये रेड मोदी करता नहीं है। वो तो डिपार्टमेंट डिपार्टमेंट का काम करता है। लेकिन मुद्दा ये नहीं है कि रेड भाजपा के यहां हुई कि कांग्रेस के यहां हुई। मुद्दा ये है इतना सारा माला कहां से निकला? क्यों निकला ? लेकिन उस मुद्दे की चर्चा नहीं करते। इनके चेले चपाटे चर्चा ये करते हैं कि कांग्रेस वालो के यहां रेड क्यों हुई? भाइयो-बहनो, रेलवे में जो टिकट लेकर जाता है उसको कोई पकड़ता है क्या? कोई पकड़ता है क्या? बिना टिकट जो जाएगा उसी को पकड़ेगा न। जो चोरी करेगा वही पकड़ा जाएगा। जो चोरी नहीं करेगा कौन पकड़ेगा उसको। चोरी पर सीनाजोरी हमको क्यों पकड़ा? हम तो कांग्रेस के हैं। हम तो नेता हैं। हम तो मुख्यमंत्री के रिश्तेदार हैं। अरे देश का कानून हर किसी के लिए सामान होता है। अगर मोदी गलती करता है तो मोदी के घर पर भी इनकम टैक्स ने रेड करना चाहिए। सबके लिए कानून सामान होना चाहिए।

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साथियो, यहीं कांग्रेस का सच है, गरीब और किसान के नाम घोषणाएं करती है, योजनाएं बनाती है और उसी पैसे में घोटाला करती रहती है। दिल्ली से लेकर भोपाल तक कांग्रेस में भ्रष्टाचार ही शिष्टाचार है। लेकिन आपका ये चौकीदार चौकन्ना है। नामदार हो या उनके राग दरबारी कोई नहीं बचेगा। साथियो, कांग्रेस कैसे काम करती है इसका एक उदाहरण रीवा और सिंगरौली के बीच रेल लाइन के काम का भी है। जितने दिन केंद्र में कांग्रेस की सरकार रही। ये योजना धूल फांकती रही। इसे शुरू करवाने का काम हमारी सरकार ने ही किया है। साथियो, देश के लोगों का जीवन सुधरे, गरीबी कम हो। किसान की दिक्कतें कम हो। ये कांग्रेस कभी नहीं चाहती। कांग्रेस ने कर्ज माफी तो नहीं की। मोदी सरकार जो आपके खाते में किसानों के खाते में पैसे जमा करना चाहती है। उसको भी ये भ्रष्ट सरकार रोक रही है। यहां एमपी के 84 लाख किसान परिवारों के खाते में पीएम किसान योजना का पैसा अब पहुंच जाना चाहिए था। अब तक उनके खाते में जमा हो जाना चाहिए था, उनके खाते में जमा होना चाहिए था। देश भर में करोड़ों किसानों का हो चुका है। लेकिन मध्य प्रदेश के किसानों को ये लाभ नहीं पहुंचा है। क्यों? क्योंकि यहां जो भ्रष्ट सरकार है जो यहां भ्रष्ट सरकार है वो ऐसा निकम्मा काम कर रही है कि अभी तक हमें किसानों की लिस्ट नहीं दे रहे हैं, सूची नहीं दे रहे हैं। उन्हें डर लग रहा है कि सूची देंगे बैंक अकाउंट देंगे और मोदी सीधा पैसा देगा तो ये किसानों के सामने इनकी पोल खुल जाएगी।

मुख्यमंत्री जी मैं जानता हूं, आप बहुत बिजी है, मैं जानता हूं चुनाव के बाद आपका स्विट्जरलैंड जाना जरूरी था। आप बहुत बिजी हैं। बेटे को सेट करना है। उसमें आपको बहुत काम है। आप बिजी है। आपके पीए- फिए जो रहे हैं, उनके घर नोटों के बोरे निकले उनको बचाना है। इसलिए आप बहुत बिजी हैं। लेकिन किसी और अफसर को दे दो उनको बोलो मोदी जी लिस्ट मांग रहे हैं दे दो। किसानों को पैसा मिल जाएगा। लेकिन आप आश्वस्त रहिए जब इस बार मध्य प्रदेश से आप भारतीय जनता पार्टी को सबकी सब सीटें जीताकर के देंगे। 23 मई को चुनाव नतीजा आएगा, और किसानों के भविष्य पर ताला लगाने वाली जो टोली है उनका दिमाग ठिकाने आ जाएगा। तब वो किसानों के नाम हमको भेजेंगे। वो लाइन में आ जाएंगे। भाइयो –बहनो, किसानों को सीधी मदद के अलावा हम सिंचाई और भंडारण की भी एक मजबूत व्यवस्था हम खड़ी कर रहे हैं। आने वाले पांच वर्षों में ग्राम भंडारण योजना बनाने वाले हैं। ताकी गांव के पास ही भंडारण की उचित व्यवस्था किसान को मिले। इसी तरह आदिवासी परिवार जो वन उपज इकठ्ठा करते हैं उनकी अच्छी कीमत मिले, इसके लिए अनेक प्रयास किए जा रहे हैं। जैसे समर्थन मूल्य के दायरे में अब 50 ऐसी वन उपज को लाया गया है। वन उपज से शरबत, जैम, चटनी, आचार जैसी अनेक चीजें बन सके। दवाइयों में काम आए। आयुर्वेद के लिए मदद हो। ऐसी हर चीज का अच्छी से अच्छी मार्केटिंग हो। इसके लिए विशेष वन धन केंद्र बनाया जा रहा है। यानी वन धन केंद्र से कमाई होगी और जन धन खातों में पैसा जमा होगा। जन धन से वन धन तक आदिवासी भाइयो-बहनो की चिंता ये चौकीदार कर रहा है। साथियो, हमारे गांव हो या देश के विकास में एक बहुत बड़ी भागीदारी हमारी बहन बेटियों की है। वित्त क्षेत्र तो महिला स्वावलंबन और सशक्तिकरण के लिए जाना जाता है। पशु पालन हो, मुर्गी पालन हो। इसमें भी बहुत बड़ी भूमिका बहनों की है। आपको पशुधन से जुड़े काम के लिए पैसे की दिक्कत न आए इसलिए इस चौकीदार ने पशुपालकों के लिए भी किसान क्रेडिट कार्ड की सुविधा दे दी है। स्वावलंबन से सशक्तिकरण के जिस सोच के साथ हम आगे बढ़ रहे हैं उसको हमारी बहनें तेजी से पूरा कर रही है। 

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भाइयो –बहनो, दीन दयाल उपाध्याय राष्ट्रीय ग्रामीण आजीविका मिशन का लाभ मध्य प्रदेश के देश के गांव-गांव में देखने को मिल रहा है, और इसके लिए मैं शिवराज जी ने जो सरकार चलाई, उस समय जो काम किया, उसका अभिनंदन करता हूं। उनको बधाई देता हूं। इसके तहत देश के करोड़ों बहनें देश से गरीबी हटाने में अहम भूमिका निभा रहीं हैं। मैं स्वंय सहायता समूह से जुड़ी बहनों को भारत सरकरा द्वारा शुरू की गई एक नई व्यवस्था के बारे में बताना चाहता हूं। हमने जैम GEM गवर्नमेंट E मार्केटप्लेस नाम से एक सुविधा विकसित की है। इसके माध्यम से आप अपने सामान को केंद्र सरकार को सीधे बेच सकते हैं। ऐसी ही आसान व्यवस्थाएं इस चौकीदार ने बनाई है। जो पहले किसी ने सोचा भी नहीं था, भाइयो बहनो, आपका ये चाकीदार महिला सशक्तिकरण के लिए पूरी तरह समर्पित है। जन्म से लेकर जीवन के हर चरण में बेटियों और बहनों की रक्षा सुरक्षा और सशक्तिकरण के लिए तमाम योजनाएं आज चल रही है। प्रसूता माता के पोषण के लिए 6 हजार रुपये की सीधी मदद अस्पतालों में सुरक्षित मातृत्व सुनिश्चित कराने की योजना। मुफ्त में टिकाकरण का अभियान, बेटी पढ़ाओ- बेटी बचाओ अभियान, स्कूल और घर में शौचालय की सुविधा, माताओं और बहनों को मुफ्त में गैस कनेक्शन, गरीबों को मिल रहे घर और उसका मालिकाना हक माताओं और बहनों के नाम पर। ऐसी अनेक योजनाएं जो बेटियों को ध्यान में रखते हुए ही बनाई गई है। इतना ही नहीं आपके इस चौकीदार ने पहली बार बलात्कार जैसे जघन्य अपराध के लिए फांसी की सजा का प्रावधान भी किया है। साथियो, इस चौकीदार को भारत की बेटियों पर पूरा विश्वास है इसलिए पहली बार देश की रक्षा सुरक्षा के अग्रिम मोर्चे पर बेटियों को तैनात करने का फैसला लिया गया है। पहली बार महिला फाइटर पायलटों ने देश की ताकत बढ़ाई है, और इसमें भी मेरे रीवा की बेटी मध्य प्रदेश की बेटी ने देश का नाम रौशन किया है। भाइयो-बहनो, राष्ट्र रक्षा के लिए लड़ना एक सम्मान की बात है। लेकिन कांग्रेस के समर्थन से सरकार चला रहे एक मुख्यमंत्री ने क्या कहा, ये सुनकर आप चौंक जाओगे।

मुझे मालूम नहीं है नई सरकार बनने के बाद मीडिया वाले कुछ लिख पाते हैं कि नहीं लिख पाते हैं। मुझे पता नहीं है उनकी तकलीफ हो सकती है क्योंकि उनका नेचर ही ऐसा है। इसलिए शायद ये बात न भी छपी हो आगे भी छपेगी कि नहीं मुझे भरोसा नहीं है। लेकिन मैं बता देता हूं कर्नाटक में एक मुख्यमंत्री जो सरकार कांग्रेस चलाती है। उस मुख्यमंत्री ने एक गंभीर प्रकार का बयान दिया है, और न ही वो माफी मांग रहे हैं न ही कांग्रेस पार्टी माफी मांग ही है, न कांग्रेस के नामदार माफी मांग रहे हैं, न ही उनके चेले चपाटे कांग्रेस को सवाल पूछ रहे हैं। क्या पाप किया है ? मैं बताऊ? बताऊ? याद रखोगे? कांग्रेस का जवाब मांगोगे? ये कर्नाटक की जो कांग्रेस सरकार चला रही है उसके मुख्मंत्री ने कहा कि सेना में जो जवान जाते हैं वो भूखे मरते हैं, दो टाइम खाने के लिए रोटी का पैसा नहीं है इसलिए वो सेना में जाते हैं। मुझे बताइए भाइयो-बहनो, ये हमारी देश की सेना का अपमान है कि नहीं? वीर जवानों का अपमान है कि नहीं? उन वीर माताओं का अपमान है कि नहीं, जिन्होंने वीर बेटे को जन्म दिया उन मां का अपमान है कि नहीं है ? क्या जान हथेली पर लेकर दुश्मनों की छाती पर गोलियां दागने के लिए मां के पैर छुकर जो सीमा पर जाता है, यूनिफॉर्म पहनकर के दिन-रात ड्यूटी करता है, उसकी आंखें दिन-रात दुश्मन को तलाशती रहती है। क्या ये भूखा मर रहा है इसलिए कर रहा है? पेट की खातिर लोग सेना में जाते हैं? अरे वो रोटी खानी तो पत्थर पर लात मारकर के रोटी कमा सकता है। वो तो गोली खाने के लिए जाता है। मां भारती के लिए जाता है। हमारी रक्षा करने के लिए, भारत मां की रक्षा के लिए, जान की बाजी लगाने वाले जवानों का ये अपमान ये अपमान मध्य प्रदेश सहन कर सकता है। आप सहन कर सकते हैं? इसका जवाब मांगेंगे कि नहीं मांगेंगे ? उनको सजा करेंगे कि नहीं करेंगे ?

भाइयो-बहनो, ये चुनाव मौका है देश के इस प्रकार से अपमानित करने वालों को सजा करेगा। साथियो, इसी सोच का परिणाम है कि कांग्रेस के सरकार में आतंकवादी देश में मौत का खुला खेल खेलते रहे, और पाकिस्तान ऊपर से नाचता रहा, हमारी मजाक उड़ता रहा। लेकिन भाइयो-बहनो, ये नया हिंदुस्तान है, अब हिंदुस्तान ये सहन नहीं करेगा। करना चाहिए क्या ? ये आतंकियों का जुल्म सहना चाहिए क्या ? आतंकियों को गोली चलाने देना चाहिए क्या? बम फोड़ने देना चाहिए क्या ? भाइयो-बहनो, अब आतंकियों को पता है कि अब गलती कि तो ये मोदी है। पाताल से भी आतंकवादियों को खोजेगा और फिर घर में घुसकर के मारेगा। आप बताइए आतंकवाद खत्म होना चाहिए कि नहीं चाहिए ? आतंकवाद को जड़ मूल से यहां से उखाड़ फेंकना चाहिए कि नहीं चाहिए? जो कांग्रेस कहती है कि कश्मीर से सेना को हटा देंगे। जवानों को मिला विशेष अधिकार हटा देंगे। देशद्रोह का कानून हटा देंगे। क्या ऐसी कांग्रेस आतंकवाद खत्म कर सकती है क्या ? कर सकती है क्या ? भाइयो –बहनो, आप मुझे बताइए, आज हमारे देश में प्रधानमंत्री बनने के लिए एक बहुत बड़ी लंबी कतार खड़ी है। जैसे राशन कार्ड लेकर लोग खड़े रहते हैं, ये प्रधानमंत्री की कुर्सी लेने के लिए लंबी कतार है, कर्नाटक में जो 8 सीट लड़ रहे हैं वो भी कहते हैं कि वो प्रधानमंत्री बन सकते हैं। इसमें से कोई 20 सीट लड़ने वाला कहता है प्रधानमंत्री बनना चाहता है। कोई 40 सीट वाला कहता है प्रधानमंत्री बनना चाहता है। और सब टेलर के यहां कपड़े तैयार कर कर के बैठे हैं। जैकेट बनवा बनवा कर रेडी रखा है। आप मुझे बताइए ये जितने चेहरे हैं देशभर में जिनके दिमाग में भरा है कि देश की जनता उनको प्रधानमंत्री बनाएगी। ठीक है सपने रखने के लिए कोई मना करेगा भाई। लेकिन मैं आपको पूछना चाहता हूं कि ये जितने भी चेहरे हैं। जितने भी लोग प्रधानमंत्री बनने का सपना देख रहे हैं। उनमें से आतंकवाद को कौन खत्म कर सकता है? ऐसा नहीं ये मुझे खुश करने के लिए बोलेंगे नहीं चलेगा? ये मीडिया वालों को खुश करने के लिए नहीं बोलना चाहिए। कुछ मीडिया वालों को दुखी करने के लिए भी नहीं बोलना चाहिए। ये कांग्रेस वालों की नींद खराब करने के लिए भी नहीं बोलना चाहिए। सच बोलना है, जो आपके दिल से आवाज है, वो निकलनी चाहिए। मोदी को अच्छा लगे या बुरा लगे। मुझे बताइए आतंकवाद को कौन खत्म कर सकता है। आपको पूरा भरोसा है ये मोदी कर सकता है।

भाइयो –बहनो, अकेला मोदी कुछ नहीं सकता है, आतंकवाद को खत्म करेगा आपका एक वोट, आपके वोट की ताकत है, कमल के निशान पर बटन दबाओगे, तब विश्वास करो आप आतंकवाद को मारने की तैयारी कर रहे हो। इस बार कमल के निशान पर बटन दबाना, ये सिर्फ मतदान नहीं है, ये आतंकवादियों को सफाए का संकल्प है। भाइयो-बहनो, ये चुनाव में आप कमल के निशान पर बटन दबाओगे, तो आप विश्वास रखिए आपका वोट सीधा सीधा मोदी के खाते में जाएगा। आपका वोट मोदी के लिए है। आपको वोट मोदी के लिए देना है। एक चौकीदार के लिए देना है। आप चाहते हैं चौकीदार मजबूत बने? आप चाहते हैं चौकीदार मजबूत बने ? आप चाहते हैं चौकीदार मजबूत बने ? तो मेरे साथ एक संकल्प करेंगे? दोनों मुठ्ठी बंद करके। पूरी ताकत से बोलेंगे? आपको बोलना है.. चौकीदार

गांव-गांव है... चौकीदार, शहर-शहर है... चौकीदार, बच्चा-बच्चा... चौकीदार, बड़े-बुजुर्ग भी... चौकीदार, माता-बहने भी.... चौकीदार, घर-घर में है... चौकीदार, खेत-खलिहान में.... चौकीदार, बाग-बगान में... चौकीदार, देश के अंदर.... चौकीदार, सरहद पर भी... चौकीदार, डॉक्टर-इंजीनियर... चौकीदार, शिक्षक-प्रोफेसर.. चौकीदार, लेखक-पत्रकार भी... चौकीदार, कलाकार भी... चौकीदार, किसान-कामगार भी... चौकीदार, दुकानदार भी... चौकीदार, वकील-व्यापारी... चौकीदार, छात्र- छात्राएं... चौकीदार, पूरा हिंदुस्तान... चौकीदार, पूरा हिंदुस्तान... चौकीदार
भारत माता की जय
बहुत बहुत धन्यवाद

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Our government is making the vision of women-led development the axis of development: PM Modi in Bhopal, Madhya Pradesh
May 31, 2025
QuotePM inaugurates, lays foundation stone of multiple development projects in Bhopal
QuoteThe name of Lokmata Devi Ahilyabai Holkar fills us with reverence, Words fall short to speak about her great personality: PM
QuoteDevi Ahilyabai was a great guardian of India's heritage: PM
QuoteMata Ahilyabai is a symbol of invaluable contribution of our women power in nation building: PM
QuoteOur government is making the vision of women-led development the axis of development: PM
QuoteThe Namo Drone Didi campaign is encouraging the rural women, increasing their income: PM
QuoteToday, a large number of women scientists are working in all our major space missions: PM
QuoteOperation Sindoor has also become a symbol of the strength of our women power: PM

मध्य प्रदेश के राज्यपाल श्रीमान मंगुभाई पटेल, हमारे लोकप्रिय मुख्यमंत्री श्रीमान मोहन यादव जी, टेक्नोलॉजी के माध्यम से हमारे साथ जुड़े हुए केंद्रीय मंत्री, इंदौर से तोखन साहू जी, दतिया से राम मोहन नायडू जी, सतना से मुरलीधर मोहोल जी, यहां मंच पर उपस्थित राज्य के उपमुख्यमंत्री जगदीश देवड़ा जी, राजेंद्र शुक्ला जी, लोकसभा में मेरे साथी वी डी शर्मा जी, अन्य मंत्रिगण, जनप्रतिनिधिगण और विशाल संख्या में आए हुए मेरे प्यारे भाइयों और बहनों।

सबसे पहले मैं मां भारती को भारत की मातृशक्ति को प्रणाम करता हूं। आज यहां इतनी बड़ी संख्या में माताएं-बहनें-बेटियां हमें आशीर्वाद देने आई हैं। मैं आप सभी बहनों के दर्शन पाकर धन्य हो गया हूं।

भाइयों और बहनों,

आज लोकमाता देवी अहिल्याबाई होल्कर जी की तीन सौवीं जन्म जयंती है।140 करोड़ भारतीयों के लिए ये अवसर प्रेरणा का है, राष्ट्र निर्माण के लिए हो रहे भागीरथ प्रयासों में अपना योगदान देने का है। देवी अहिल्याबाई कहती थीं, कि शासन का सही अर्थ जनता की सेवा करना और उनके जीवन में सुधार लाना होता है। आज का कार्यक्रम, उनकी इस सोच को आगे बढ़ाता है। आज इंदौर मेट्रो की शुरुआत हुई है। दतिया और सतना भी अब हवाई सेवा से जुड़ गए हैं। ये सभी प्रोजेक्ट मध्य प्रदेश में सुविधाएं बढ़ाएंगे, विकास को गति देंगे और रोजगार के अनेक नए अवसर बनाएंगे। मैं आज इस पवित्र दिवस पर विकास के इन सारे कामों के लिए आप सबको, पूरे मध्य प्रदेश को बहुत-बहुत बधाई देता हूं।

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साथियों,

लोकमाता देवी अहिल्याबाई होलकर, ये नाम सुनते ही मन में श्रद्धा का भाव उमड़ पड़ता है। उनके महान व्यक्तित्व के बारे में बोलने के लिए शब्द कम पड़ जाते हैं। देवी अहिल्याबाई प्रतीक हैं, कि जब इच्छाशक्ति होती है, दृढ़ प्रतिज्ञा होती है, तो परिस्थितियां कितनी ही विपरीत क्यों ना हों, परिणाम लाकर दिखाया जा सकता है। ढाई-तीन सौ साल पहले, जब देश गुलामी की जंजीरों में जकड़ा हुआ था, उस समय ऐसे महान कार्य कर जाना, कि आने वाली अनेक पीढ़ियां उसकी चर्चा करें, ये कहना तो आसान है, करना आसान नहीं था।

साथियों,

लोकमाता अहिल्याबाई ने प्रभु सेवा और जन सेवा, इसे कभी अलग नहीं माना। कहते हैं, वे हमेशा शिवलिंग अपने साथ लेकर चलती थीं। उस चुनौतीपूर्ण कालखंड में एक राज्य का नेतृत्व कांटों से भरा ताज, कोई कल्पना कर सकता है, कांटों से भरा ताज पहनने जैसा वो काम, लेकिन लोकमाता अहिल्याबाई ने अपने राज्य की समृद्धि को नई दिशा दी। उन्होंने गरीब से गरीब को समर्थ बनाने के लिए काम किया। देवी अहिल्याबाई भारत की विरासत की बहुत बड़ी संरक्षक थीं। जब देश की संस्कृति पर, हमारे मंदिरों, हमारे तीर्थ स्थलों पर हमले हो रहे थे, तब लोकमाता ने उन्हें संरक्षित करने का बीड़ा उठाया, उन्होंने काशी विश्वनाथ सहित पूरे देश में हमारे अनेकों मंदिरों का, हमारे तीर्थों का पुनर्निर्माण किया। औऱ ये मेरा सौभाग्य है कि जिस काशी में लोकमाता अहिल्याबाई ने विकास के इतने काम किए, उस काशी ने मुझे भी सेवा का अवसर दिया है। आज अगर आप काशी विश्वनाथ महादेव के दर्शन करने जाएंगे, तो वहां आपको देवी अहिल्याबाई की मूर्ति भी वहाँ पर मिलेगी।

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साथियों,

माता अहिल्याबाई ने गवर्नेंस का एक ऐसा उत्तम मॉडल अपनाया, जिसमें गरीबों और वंचितों को सबसे ज्यादा प्राथमिकता दी गई। रोजगार के लिए, उद्यम बढ़ाने के लिए उन्होंने अनेक योजनाओं को शुरू किया। उन्होंने कृषि और वन-उपज आधारित कुटीर उद्योग और हस्तकला को प्रोत्साहित किया। खेती को बढ़ावा देने के लिए, छोटी-छोटी नहरों की जाल बिछाई, उसे विकसित किया, उस जमाने में आप सोचिए 300 साल पहले। जल संरक्षण को बढ़ावा देने के लिए उन्होंने कितने ही तालाब बनवाए और आज तो हम लोग भी लगातार कह रहे हैं, catch the rain, बारिश के एक एक बूंद पानी को बचाओ। देवी अहिल्या जी ने ढाई सौ-तीन सौ साल पहले हमें ये काम बताया था। किसानों की आय बढ़ाने के लिए उन्होंने कपास और मसालों की खेती को प्रोत्साहित किया। आज ढाई सौ-तीन सौ साल के बाद भी हमें बार बार किसानों को कहना पड़ता है, कि crop diversification बहुत जरूरी है। हम सिर्फ धान की खेती करके या गन्ने की खेती करके अटक नहीं सकते, देश की जरूरतों को, सारी चीजों को हमें diversify करके उत्पादित करना चाहिए। उन्होंने आदिवासी समाज के लिए, घुमन्तु टोलियों के लिए, खाली पड़ी जमीन पर खेती की योजना बनाई। ये मेरा सौभाग्य है, कि मुझे एक आदिवासी बेटी, आज जो भारत के राष्ट्रपति पद पर विराजमान है, उनके मार्गदर्शन में मेरे आदिवासी भाई-बहनों की सेवा करने का मौका मिला है। देवी अहिल्या ने विश्व प्रसिद्ध माहेश्वरी साड़ी के लिए नए उद्योग लगाए और बहुत कम लोगों को पता होगा, कि देवी अहिल्या जी हूनर की पारखी थी और वो जूनागढ़ से गुजरात में, जूनागढ़ से कुछ परिवारों को माहेश्वर लाईं और उनको साथ जोड़कर के, आज से ढाई सौ-तीन सौ साल पहले ये माहेश्वरी साड़ी का काम आगे बढ़ाया, जो आज भी अनेक परिवारों को वो गहना बन गया है, और जिससे हमारे बुनकरों को बहुत फायदा हुआ।

साथियों,

देवी अहिल्याबाई को कई बड़े सामाजिक सुधारों के लिए भी हमेशा याद रखा जाएगा। आज अगर बेटियों की शादी की उम्र की चर्चा करें, तो हमारे देश में कुछ लोगों को सेक्यूलरिज्म खतरे में दिखता है, उनको लगता है ये हमारे धर्म के खिलाफ है। ये देवी अहिल्या जी देखिए, मातृशक्ति के गौरव के लिए उस जमाने में बेटियों की शादी की उम्र के विषय में सोचती थीं। उनकी खुद की शादी छोटी उम्र में हुई थी, लेकिन उनको सब पता था, बेटियों के विकास के लिए कौन सा रास्ता होना चाहिए। ये देवी अहिल्या जी थीं, उन्होंने महिलाओं का भी संपत्ति में अधिकार हो, जिन स्त्रियों के पति की असमय मृत्यु हो गई हो, वो फिर विवाह कर सकें, उस कालखंड में ये बातें करना भी बहुत मुश्किल होता था। लेकिन देवी अहिल्याबाई ने इन समाज सुधारों को भरपूर समर्थन दिया। उन्होंने मालवा की सेना में महिलाओं की एक विशेष टुकड़ी भी बनाई थी। ये पश्चिम की दुनिया के लोगों को पता नहीं है। हमें कोसते रहते हैं, हमारी माताओं बहनों के अधिकारों के नाम पर हमें नीचा दिखाने की कोशिश करते हैं। ढाई सौ-तीन सौ साल पहले हमारे देश में सेना में महिलाओं का होना, साथियों महिला सुरक्षा के लिए उन्होंने गांवों में नारी सुरक्षा टोलियां, ये भी बनाने का काम किया था। यानी माता अहिल्याबाई, राष्ट्र निर्माण में हमारी नारीशक्ति के अमूल्य योगदान का प्रतीक हैं। मैं, समाज में इतना बड़ा परिवर्तन लाने वाली देवी अहिल्या जी को आज श्रद्धापूर्वक नमन करता हूं, उनके चरणों में प्रणाम करता हूं और मैं उनसे प्रार्थना करता हूं, कि आप जहां भी हों, हम सभी पर अपना आशीर्वाद बरसाए।

साथियों,

देवी अहिल्या का एक प्रेरक कथन है, जो हम कभी भूल नहीं सकते। और उस कथन का अगर मोटे-मोटे शब्दों में मैं कहूं, उसका भाव यही था, कि जो कुछ भी हमें मिला है, वो जनता द्वारा दिया ऋण है, जिसे हमें चुकाना है। आज हमारी सरकार लोकमाता अहिल्याबाई के इन्हीं मूल्यों पर चलते हुए काम कर रही है। नागरिक देवो भव:- ये आज गवर्नेंस का मंत्र है। हमारी सरकार, वीमेन लेड डवलपमेंट के विजन को विकास की धुरी बना रही है। सरकार की हर बड़ी योजना के केंद्र में माताएं-बहनें-बेटियां हैं। आप भी जानती हैं, गरीबों के लिए 4 करोड़ घर बनाए जा चुके हैं और इनमें से अधिकतर घर हमारी माताओं-बहनों के नाम पर हैं, मालिकाना हक मेरी माताओं-बहनों को दिया है। इनमें से ज्यादातर महिलाएं ऐसी हैं, जिनके नाम पर पहली बार कोई संपत्ति दर्ज हुई है। यानी देश की करोड़ों बहनें पहली बार घर की मालकिन बनी हैं।

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साथियों,

आज सरकार, हर घर तक नल से जल पहुंचा रही है, ताकि हमारी माताओं-बहनों को असुविधा न हो, बेटियां अपनी पढ़ाई में ध्यान दे सकें। करोड़ों बहनों के पास पहले, बिजली, एलपीजी गैस और टॉयलेट जैसी सुविधाएं भी नहीं थीं। ये सुविधाएं भी हमारी सरकार ने पहुंचाईं। और ये सिर्फ सुविधाएं नहीं हैं, ये माताओं-बहनों के सम्मान का हमारी तरफ से एक नम्र प्रयास है। इससे गांव की, गरीब परिवारों की माताओं-बहनों के जीवन से अनेक मुश्किलें कम हुईं हैं।

साथियों,

पहले माताएं-बहनें अपनी बीमारियां छुपाने पर मजबूर थीं। गर्भावस्था के दौरान अस्पताल जाने से बचती थीं। उनको लगता था, कि इससे परिवार पर बोझ पड़ेगा और इसलिए दर्द सहती थीं, लेकिन परिवार में किसी को बताती नहीं थीं। आयुष्मान भारत योजना ने उनकी इस चिंता को भी खत्म किया है। अब वो भी अस्पताल में 5 लाख रुपए तक का मुफ्त इलाज करा सकती हैं।

साथियों,

महिलाओं के लिए पढ़ाई और दवाई के साथ ही जो बहुत जरूरी चीज है, वो कमाई भी है। जब महिला की अपनी आय होती है, तो घर में उसका स्वाभिमान और बढ़ जाता है, घर के निर्णयों में उसकी सहभागिता और बढ़ जाती है। बीते 11 वर्षों में हमारी सरकार ने देश की महिलाओं को आर्थिक रूप से सशक्त करने के लिए निरंतर काम किया है। आप कल्पना कर सकते है, 2014 से पहले, आपने मुझे सेवा करने का मौका दिया उसके पहले, 30 करोड़ से ज्यादा बहनें ऐसी थीं, जिनका कोई बैंक खाता तक नहीं था। हमारी सरकार ने इन सभी के बैंक में जनधन खाते खुलवाए, इन्हीं खातों में अब सरकार अलग-अलग योजनाओं का पैसा सीधा उनके खाते में भेज रही है। अब वे गांव हो या शहर अपना कुछ ना कुछ काम कर रही हैं, आर्थिक उपार्जन कर रही हैं, स्वरोजगार कर रही हैं। उन्हें मुद्रा योजना से बिना गारंटी का लोन मिल रहा है। मुद्रा योजना की 75 प्रतिशत से ज्यादा लाभार्थी, ये हमारी माताएं-बहनें-बेटियां हैं।

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साथियों,

आज देश में 10 करोड़ बहनें सेल्फ हेल्प ग्रुप्स से जुड़ी हैं, जो कोई न कोई आर्थिक गतिविधि करती हैं। ये बहनें अपनी कमाई के नए साधन बनाएं, इसके लिए सरकार लाखों रुपयों की मदद कर रही है। हमने ऐसी 3 करोड़ बहनों को लखपति दीदी बनाने का संकल्प लिया है। मुझे संतोष है कि अब तक डेढ़ करोड़ से ज्यादा बहनें, लखपति दीदी बन भी चुकी हैं। अब गांव-गांव में बैंक सखियां लोगों को बैंकिंग से जोड़ रही हैं। सरकार ने बीमा सखियां बनाने का अभियान भी शुरु किया है। हमारी बहनें-बेटियां अब देश को बीमा की सुरक्षा देने में भी बहुत बड़ी भूमिका निभा रही हैं।

साथियों,

एक समय था, जब नई टेक्नोलॉजी आती थी, तो उससे महिलाओं को दूर रखा जाता था। हमारा देश आज उस दौर को भी पीछे छोड़ रहा है। आज सरकार का प्रयास है कि आधुनिक टेक्नॉलॉजी में भी हमारी बहनें, हमारी बेटियां आगे बढ़कर के नेतृत्व दें। अब जैसे आज खेती में ड्रोन क्रांति आ रही है। इसको हमारी गांव की बहनें ही नेतृत्व दे रही हैं। नमो ड्रोन दीदी अभियान से गांव की बहनों का हौसला बढ़ रहा है, उनकी कमाई बढ़ रही है और गांव में उनकी एक नई पहचान बन रही है।

साथियों,

आज बहुत बड़ी संख्या में हमारी बेटियां वैज्ञानिक बन रही हैं, डॉक्टर-इंजीनियर और पायलट बन रही हैं। हमारे यहां साइंस और मैथ्स पढ़ने वाली बेटियों की संख्या लगातार बढ़ रही है। आज जितने भी हमारे बड़े स्पेस मिशन हैं, उनमें बड़ी संख्या में वैज्ञानिक के नाते हमारी माताएं-बहनें-बेटियां काम कर रही हैं। चंद्रयान थ्री मिशन, पूरा देश गौरव कर रहा है। चंद्रयान थ्री मिशन में तो 100 से अधिक महिला वैज्ञानिक और इंजीनियर शामिल थीं। ऐसे ही जमाना स्टार्ट अप्स का है, स्टार्ट अप्स के क्षेत्र में भी हमारी बेटियां अदभुत काम कर रही हैं। देश में लगभग पैंतालीस परसेंट स्टार्ट अप्स की, उसमे कम से कम एक डायरेक्टर कोई न कोई हमारी बहन है, कोई न कोई हमारी बेटी है, महिला है। और ये संख्या लगातार बढ़ रही है।

साथियों,

हमारा प्रयास है, कि नीति निर्माण में बेटियों की भागीदारी लगातार बढ़े। बीते एक दशक में इसके लिए एक के बाद एक अनेक कदम उठाए गए हैं। हमारी सरकार में पहली बार पूर्ण कालिक महिला रक्षामंत्री बनीं। पहली बार देश की वित्तमंत्री, एक महिला बनीं। पंचायत से लेकर पार्लियामेंट तक, महिलाओं की संख्या लगातार बढ़ रही है। इस बार 75 सांसद महिलाएं हैं। लेकिन हमारा प्रयास है कि ये भागीदारी और बढ़े। नारीशक्ति वंदन अधिनियम के पीछे भी यही भावना है। सालों तक इस कानून को रोका गया, लेकिन हमारी सरकार ने इसे पारित करके दिखाया। अब संसद और विधानसभाओं में महिला आरक्षण पक्का हो गया है। कहने का अर्थ ये है कि भाजपा सरकार, बहनों-बेटियों को हर स्तर पर, हर क्षेत्र में सशक्त कर रही है।

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साथियों,

भारत संस्कृति और संस्कारों का देश है। और सिंदूर, ये हमारी परंपरा में नारीशक्ति का प्रतीक है। राम भक्ति में रंगे हनुमान जी भी सिंदूर को ही धारण किए हुए हैं। शक्ति पूजा में हम सिंदूर का अर्पण करते हैं। और यही सिंदूर अब भारत के शौर्य का प्रतीक बना है।

साथियों,

पहलगाम में आतंकियों ने सिर्फ भारतीयों का खून ही नहीं बहाया, उन्होंने हमारी संस्कृति पर भी प्रहार किया है। उन्होंने हमारे समाज को बांटने की कोशिश की है। और सबसे बड़ी बात, आतंकवादियों ने भारत की नारीशक्ति को चुनौती दी है। ये चुनौती, आतंकवादियों और उनके आकाओं के लिए काल बन गई है काल। ऑपरेशन सिंदूर, आतंकवादियों के खिलाफ भारत के इतिहास का सबसे बड़ा और सफल ऑपरेशन है। जहां पाकिस्तान की सेना ने सोचा तक नहीं था, वहां आतंकी ठिकानों को हमारी सेनाओं ने मिट्टी में मिला दिया। सैंकड़ों किलोमीटर अंदर घुसकर के मिट्टी में मिला दिया। ऑपरेशन सिंदूर ने डंके की चोट पर कह दिया है, कि आतंकवादियों के जरिए छद्म युद्ध, proxy war नहीं चलेगा। अब घर में घुसकर भी मारेंगे और जो आतंकियों की मदद करेगा, उसको भी इसकी भारी कीमत चुकानी पड़ेगी। अब भारत का एक-एक नागरिक कह रहा है, 140 करोड़ देशवासियों की बुलंद आवाज कह रही है- अगर, अगर तुम गोली चलाओगे, तो मानकर चलों गोली का जवाब गोले से दिया जाएगा।

साथियों,

ऑपरेशन सिंदूर हमारी नारीशक्ति के सामर्थ्य का भी प्रतीक बना है। हम सभी जानते हैं, कि BSF का इस ऑपरेशन में कितना बड़ा रोल रहा है। जम्मू से लेकर पंजाब, राजस्थान और गुजरात की सीमा तक बड़ी संख्या में BSF की हमारी बेटियां मोर्चे पर रही थीं, मोर्चा संभाल रही थीं। उन्होंने सीमापार से होने वाली फायरिंग का मुंहतोड़ जवाब दिया। कमांड एंड कंट्रोल सेंटर्स से लेकर दुश्मन की पोस्टों को ध्वस्त करने तक, BSF की वीर बेटियों ने अद्भुत शौर्य दिखाया है।

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साथियों,

आज दुनिया, राष्ट्ररक्षा में भारत की बेटियों का सामर्थ्य देख रही है। इसके लिए भी बीते दशक में सरकार ने अनेक कदम उठाए हैं। स्कूल से लेकर युद्ध के मैदान तक, आज देश अपनी बेटियों के शौर्य पर अभूतपूर्व भरोसा कर रहा है। हमारी सेना ने पहली बार सैनिक स्कूलों के दरवाज़े बेटियों के लिए खोले हैं। 2014 से पहले एनसीसी में सिर्फ 25 प्रतिशत कैडेट्स ही बेटियां होती थीं, आज उनकी संख्या 50 प्रतिशत की तरफ आगे बढ़ रही है। कल के दिन देश में एक औऱ नया इतिहास बना है। आज अखबार में देखा होगा आपने, नेशनल डिफेंस एकेडमी यानी NDA से महिला कैडेट्स का पहला बैच पास आउट हुआ है। आज सेना, नौसेना और वायुसेना में बेटियां अग्रिम मोर्चे पर तैनात हो रही हैं। आज फाइटर प्लेन से लेकर INS विक्रांत युद्धपोत तक, वीमेन ऑफीसर्स अपनी जांबाजी दिखा रही हैं।

साथियों,

हमारी नौसेना की वीर बेटियों के साहस का ताज़ा उदाहरण भी देश के सामने है। आपको मैं नाविका सागर परिक्रमा के बारे में बताना चाहता हूं। नेवी की दो वीर बेटियों ने करीब ढाई सौ दिनों की समुद्री यात्रा पूरी की है, धरती का चक्कर लगाया है। हज़ारों किलोमीटर की ये यात्रा, उन्होंने ऐसी नाव से की जो मोटर से नहीं बल्कि हवा से चलती है। सोचिए, ढाई सौ दिन समंदर में, इतने दिनों तक समंदर में रहना, कई कई हफ्ते तक जमीन के दर्शन तक नहीं होना और ऊपर से समंदर का तूफान कितना तेज होता है, हमें पता है, खराब मौसम, भयानक तूफान, उन्होंने हर मुसीबत को हराया है। ये दिखाता है, कि चुनौती कितनी भी बड़ी हो, भारत की बेटियां उस पर विजय पा सकती हैं।

साथियों,

नक्सलियों के खिलाफ ऑपरेशन हों या फिर सीमापार का आतंक हो, आज हमारी बेटियां भारत की सुरक्षा की ढाल बन रही हैं। मैं आज देवी अहिल्या की इस पवित्र भूमि से, देश की नारीशक्ति को फिर से सैल्यूट करता हूं

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साथियों,

देवी अहिल्या ने अपने शासनकाल में विकास के कार्यों के साथ साथ विरासत को भी सहेजा। आज का भारत भी विकास और विरासत, दोनों को साथ लेकर चल रहा है। आधुनिक इंफ्रास्ट्रक्चर के निर्माण को देश कैसे गति दे रहे है, आज का कार्यक्रम इसका उदाहरण है। आज मध्य प्रदेश को पहली मेट्रो सुविधा मिली है। इंदौर पहले ही स्वच्छता के लिए दुनिया में अपनी पहचान बना चुका है। अब इंदौर की पहचान उसकी मेट्रो से भी होने जा रही है। यहां भोपाल में भी मेट्रो का काम तेज़ी से चल रहा है। मध्य प्रदेश में, रेलवे के क्षेत्र में व्यापक काम हो रहा है। कुछ दिन पहले ही केंद्र सरकार ने रतलाम-नागदा रूट को चार लाइनों में बदलने के लिए स्वीकृति दे दी है। इससे इस क्षेत्र में और ज्यादा ट्रेनें चल पाएंगी, भीड़भाड़ कम होगी। केंद्र सरकार ने इंदौर–मनमाड रेल परियोजना को भी मंजूरी दे दी है।

साथियों,

आज मध्य प्रदेश के दतिया और सतना भी हवाई यात्रा के नेटवर्क से जुड़ गए हैं। इन दोनों हवाई अड्डों से बुंदेलखंड और विंध्य क्षेत्र में एयर कनेक्टिविटी बेहतर होगी। अब माँ पीतांबरा, मां शारदा देवी और पवित्र चित्रकूट धाम के दर्शन करना और सुलभ हो जाएगा।

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साथियों,

आज भारत, इतिहास के उस मोड़ पर है, जहां हमें अपनी सुरक्षा, अपने सामर्थ्य और अपनी संस्कृति, हर स्तर पर काम करना है। हमें अपना परिश्रम बढ़ाना है। इसमें हमारी मातृशक्ति, हमारी माताओं-बहनों-बेटियों की भूमिका बहुत बड़ी है। हमारे सामने लोकमाता देवी अहिल्याबाई जी की प्रेरणा है। रानी लक्ष्मीबाई, रानी दुर्गावती, रानी कमलापति, अवंतीबाई लोधी, कित्तूर की रानी चेनम्मा, रानी गाइडिन्ल्यू, वेलु नाचियार, सावित्री बाई फुले, ऐसे हर नाम हमें गौरव से भर देते हैं। लोकमाता अहिल्याबाई की ये तीन सौवीं जन्मजयंती, हमें निरंतर प्रेरित करती रहे, आने वाली सदियों के लिए हम एक सशक्त भारत की नींव मजबूत करें, इसी कामना के साथ आप सभी को फिर से एक बार बहुत-बहुत शुभकामनाएं देता हूं। अपना तिरंगा ऊपर उठाकर के मेरे साथ बालिए –

भारत माता की जय!

भारत माता की जय!

भारत माता की जय!

वंदे मातरम!

वंदे मातरम!

वंदे मातरम!

वंदे मातरम!

वंदे मातरम!

वंदे मातरम!

वंदे मातरम!

वंदे मातरम!

वंदे मातरम!