QuoteThis ‘Chowkidar’(PM Modi) has worked tirelessly over the last five years to enhance India’s global position on the world stage: PM Modi
QuoteUN’s listing of Masood Azhar as a global terrorist shows India’s efforts against terrorism were now being recognised and supported internationally: PM Modi
QuoteThe track-record of the Congress shows it is not committed on fulfilling its promises, rather it is only interested in gaining political leverage from them: PM Modi

सब लोग बैठिए भैया, आप सब बैठिए, बैठिए।
भारत माता की...जय
भारत माता की...जय
भारत माता की...जय
यहां जयपुर ग्रामीण और दौसा से भी भारी संख्या में आप सब पधारे हैं। मैं आप सभी का बहुत-बहुत अभिनंदन करता हूं। गुलाबी नगरी का माहौल हमेशा देश का माहौल बताता है, और देश का माहौल क्या है? जब मैं मंच पे आया, आपने जिस प्रकार से रोशनी की ऐसा लग रहा था ये चुनाव सभा है की विजय सभा है।
भारत माता की...जय।

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साथियो, मां भारती की आन, बान, शान। मां भारती के लिए यही भक्ति यही जुनून है जो इस वीर धरा को और अद्भुत बनाता है।

साथियो, आज मैं आपके बीच नए भारत के नए सपनों को पूरा करने के लिए आदेश मांगने आया हूं, आशीर्वाद मांगने के लिए आया हूं।
भाइयो और बहनो, बीते 5 वर्ष में, दुनिया में भारत के आत्मविश्वास और आत्मसम्मान को बढ़ाने में इस चौकीदार ने कोई कसर नहीं छोड़ी। पूरी निष्ठा से काम किया, श्रम किया और मैंने एक बार लाल किले से कहा था, देशवासियों से कहा था की अगर आप 11 घंटे काम करेंगे तो मैं 12 घंटे काम करूंगा। अगर आप 13 घंटे काम करेंगे तो मैं 14 घंटे काम करूंगा। जयपुर के मेरे प्यारे भाइयो-बहनो, क्या मैंने मेरा वादा निभाया? मैंने मेहनत करने में कोई कमी रखी है? आपको जैसा मैंने कहा था वैसा ही करने के लिए मैंने पूरी कोशिश की है, मैं राजस्थान की कसौटी पर खरा उतर रहा हूं?

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याद करिए 2014 से पहले देश में क्या चर्चा होती थी, घरों के ड्राइंग रूम में, किचन में, ऑफिस में लंच के दौरान, बसों में, क्या बातें होती थीं? और ये याद करना बहुत जरूरी है। मुझे लाने से पहले भारत में जो रिमोट कंट्रोल वाली सरकार थी उस समय क्या हाल था, उस समय आपकी चर्चाएं क्या थी? ये आपको याद करना बहुत जरूरी है। क्या आप लोग मिलकर के चर्चा नहीं करते थे की आए दिन बम धमाके होते हैं, इंसान की जान की कद्र कब होगी? ये बात होती थी कि नहीं होती थी? मैं यहां भाषण देने नहीं आया हूं, मैं तो आपका आशीर्वाद लेने आया हूं। आप मुझे बताइये मैं जो बोल रहा हूं वो चर्चा होती थी कि नहीं होती थी? लोग कहते थे, छोटे-छोटे देश कार्रवाई करते हैं, भारत कब जागेगा? ये बात होती थी कि नहीं होती थी? ये जो घोटाला हुआ है, ये वाला कितने लाख का हुआ है? कितने करोड़ का हुआ है? इस घोटाले में कौन-कौन से नेता और उसका बेटा-बेटी किसकी शामिल हैं? हर साल देश में कोई न कोई घोटाला क्यों हो रहा है? ये बात होती थी की नहीं होती थी? जुबां पे इसकी चर्चा थी कि नहीं थी? महंगाई इतनी क्यों हैं? महंगाई डायन है कि खाए जात है? क्या सारा टैक्स हम ही से वसूल लेगी क्या सरकार? मिडिल क्लास की सरकार को तो परवाह ही नहीं है।

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साथियो, ये सवाल आप लोगों के बीच में चलते थे कि नहीं चलते थे? पांच साल पहले आप ये बातें करते थे कि नहीं करते थे? वो घोर निराशा के दिन थे, आशा की किरण तक दिखती नहीं थी। लेकिन आज भाजपा की सरकार में देश में किन बातों की चर्चा होती है, क्या सवाल उठते हैं? 14 की तुलना में याद करना होगा आपको, आज भी ड्राइंग रूम में, बस में, रेल में, दुकान में, ऑफिस में, बातें आज भी होती हैं। देश और दुनिया की होती है, तब क्या होता था, आज क्या होता है? आज चर्चा ये होती है की उस शहर में 6 लेन का हाईवे बन गया, हमारे शहर में कब बनेगा? ऐसी बात होती है कि नहीं होती है? उस जिले में मेडिकल कॉलेज इतना अच्छा हो गया, हमारे जिले में कब होगा? ये बात होती है कि नहीं होती है? वो शहर तो एयर कनेक्टिविटी से जुड़ गया, हमारा शहर कब जुड़ेगा ये बात होती है कि नहीं होती है? उस शहर में तो उड़ान योजना के तहत फ्लाइटें भी आने लग पड़ीं, हमारे शहर में ऐसा कब होगा? उस शहर का रेलवे स्टेशन तो इतना शानदार हो गया है, हमारे शहर का कब होगा? उस शहर के लिए तो नई-नई ट्रेनें जाती हैं, क्या शानदार कोच होते हैं, लेकिन हमारे शहर ऐसी ट्रेन कब आएगी? उसे तो पीएम आवास के तहत घर मिल गया, हमें क्या अगले 8-10 महीने में मिल जाएगा क्या? मैं ये बातें इसीलिए कह रहा हूं, इन सारे सवालों में शिकायत नहीं है, विश्वास का भाव होता है। ये भरोसा होता है की कुछ दिन के इंतजार के बाद ही सही, मोदी हमारे लिए भी करेगा। आज लोग यह नहीं पूछ रहे हैं की क्यों नहीं हुआ? आज लोग आशा और उम्मीद के साथ ये कहते हैं की कब होगा? यानी उसको पूरा भरोसा है होने वाला है। वो इतना ही कहता है कब होगा, हमारी बारी कब आएगी? निराशा से आशा की तरफ बढ़ता ये नया भारत और यही हमारी ऊर्जा है, यही हमारी शक्ति का स्रोत है।

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भाइयो और बहनो, इस नए भारत के निर्माण का नेतृत्व आज के नौजवान कर रहे हैं। वो आज नए भारत के निर्माण के लिए इस चौकीदार के साथ पूरी मजबूती से खड़े हैं। इस भावना को सिर्फ अपने ही परिवार और अपने ही वंश को सर्वोपरि मानने वाले समझ ही नहीं पा रहे, इसलिए वे जमीन से कट गए हैं। उनको समझ ही नहीं आ रहा है की देश चाहता क्या है? वो सिर्फ मोदी को गाली देने में जुटे हुए हैं। रोज सुबह डिक्शनरी लेके बैठे जाते हैं की आज कौन सी नई गाली निकालें, यही चल रहा है ना?

साथियो, 2014 में आपके वोट से देश में एक परिवार ने 55 साल जो तबाही लाकर के रखी थी। जीवन के हर क्षेत्र में खाई थी, गड्ढे थे। मैंने 55 महीने उस परिवार के 55 साल के गड्ढे भरने में खपा दिए। ये काम मैं कर पाया आपके वोट से। अबकी बार...मोदी सरकार, अबकी बार आपके वोट से विकास का हाईवे बनाने का अवसर है। 2014 में आपके वोट से डेढ़ करोड़ से ज्यादा परिवारों को अपना खुद का पक्का घर मिला। अबकी बार आपके वोट से देश के हर गरीब परिवार को अपना पक्का घर मिलेगा, एक भी बेघर नहीं रहेगा ये सपना, यानी एक तरह से देखे तो आपका वोट मोदी के खाते में जाएगा और हर बेघर का आशीर्वाद आपके खाते में आएगा। भाइयो और बहनो, 2014 में आपके वोट से 7 करोड़ से अधिक गरीब बहनों को चूल्हे पर गैस का कनेक्शन मिला। अबकी बार आपके वोट से हिंदुस्तान के सभी घरों में गैस का कनेक्शन पहुंचेगा। सोचिए, मोदी के खाते में डाला गया आपका एक वोट, आपको उस मां-बहन से भी आशीर्वाद दिलवाएगा, जिसे उज्जवला के तहत मुफ्त गैस कनेक्शन मिला है।

साथियो, 2014 में आपके वोट से हमारे सशस्त्र बलों को सम्मान मिला, वन रैंक-वन पेंशन का वादा पूरा हुआ, राफेल जैसा लड़ाकू विमान मिलना तय हुआ। अबकी बार आपका वोट हमारे सशस्त्र बलों को और आधुनिक बनाएगा, आपको वीर-सपूतों को जन्म देने वाली माताओं का आशीर्वाद दिलाएगा। भाइयो और बहनो, 2014 में आपके वोट से देश के सभी गांवों में बिजली पहुंची, अबकी बार आपके वोट से देश के हर घर में बिजली पहुंचाने का काम पूरा होगा। उस नई रोशनी में पढ़कर जो बच्चा आगे बढ़ेगा, जीवन में कुछ बनेगा, वो जीवन भर आपका धन्यवाद करेगा।

साथियो, 2014 में आपके वोट से किसानों की आय में बढ़ोतरी सुनिश्चित हुई, अबकी बार आपके वोट से 2022 तक किसानों की आय डबल होगी, दोगुनी होगी। 2014 में आपके वोट से छोटे किसानों के बैंक खाते में सीधी मदद का लाभ सुनिश्चित हुआ। अबकी बार आपके वोट से हर छोटे-बड़े किसान परिवार को इसका लाभ मिलेगा। छोटे किसानों को पेंशन की सुविधा मिलेगी और वो किसान भी अन्नदाता आपके लिए आशीर्वाद दाता भी बनेगा।

साथियो, सरकार बदलने का क्या फर्क होता है ये भी मैं आपको याद दिलाना चाहता हूं। यहां राजस्थान में कांग्रेस की सरकार बनी, पूर्ण बहुमत तो नहीं मिला लेकिन इधर-उधर से मिला कर के बन गई। एक मिलावटी सरकार यहां बन गई। अब यहां पर किस तरह के सवाल उठ रहे हैं, मैंने बताया मेरे आने से पहले क्या सवाल थे और मेरे आने के बाद क्या सवाल थे और आज अभी नई-नई सरकार बनी है, मिलावटी सरकार है। इधर-उधर से कुनबा जोड़ कर के बनी है अब सवाल उठ रहे हैं, लोग सवाल पूछ रहे हैं 10 दिन हो गए, 100 दिन हो गए, कर्जमाफी के वायदे का क्या हुआ? 10 दिन में मुख्यमंत्री बदलने वाले थे, उसका क्या हुआ?

साथियो, कांग्रेस की यही सच्चाई है। झूठ बोलना, फरेब करना और मतदाता को गुमराह करना, यही कांग्रेस का चरित्र है। वो एक बार चुनाव के समय जो पोस्टर छपवा लेती है, उसे कई दशक तक चलाती है।

50-60 साल पहले उसने चुनाव के समय गरीबी हटाओ वाला पोस्टर छपवाया था। आज तक वो उसी पोस्टर से काम चला रही है। हर चुनाव में वही पोस्टर निकालती है, बस नामदार की फोटो बदलती रहती है कभी पुरुष की आवाज कभी महिला की आवाज और गरीबी हटाओ बोलते रहते हैं। ये कर्जमाफी वाला पोस्टर भी कांग्रेस ने 10-15 साल पहले छपवाया था। आप राजस्थान वालों को आज क्या हो गया है भाई। रह-रह कर के जुस्सा आता है, आपको जो चाहिए वो आएगा, आएगा। मैं आपके इस प्यार के लिए आपको नमन करता हूं।


आपका ये उत्साह, जयपुर में बैठे कांग्रेस के नेता और दिल्ली में बैठे कांग्रेस के नेता वो डॉक्टरों को फोन कर रहे हैं, बीपी बढ़ रहा है। ये कर्जमाफी वाला पोस्टर भी कांग्रेस ने 10-15 साल पहले छपवाया था। हर चुनाव से पहले वो ये पोस्टर फिर अलग-अलग राज्यों में चिपका देती है। राजस्थान में भी उसने यही किया।

साथियो, कांग्रेस ने हमेशा किसान को सिर्फ जीतने धोखा दे सकते हैं दिया है, उसने देश के वीर जवानों को भी धोखा दिया है। कांग्रेस की सरकार कमीशन और करप्शन के चक्कर में भारत की रक्षा जरूरतों को भी खतरे में डालती रही है। देश की सुरक्षा को लेकर कांग्रेस का रवैया कैसा रहा है और भाजपा कैसे काम करती है। उसका गवाह, मई का ये महीना भी रहा है। मई 1998 में पोखरण में, अटल बिहारी वाजपेयी जी की सरकार ने दूसरा परमाणु विस्फोट किया था, पहले परीक्षण के दशकों बाद। अब आप बताइये, कांग्रेस की सरकार को ऐसा करने से किसी ने रोका था क्या? आखिर किसके दबाव में आ गई थी कांग्रेस? भाइयो और बहनो, यही स्थिति अंतरिक्ष में सैटेलाइट को मारने वाली A-SAT मिसाइल के परीक्षण को लेकर के थी। हमारे वैज्ञानिक कांग्रेस की सरकार से टेस्ट करने की इजाजत मांग रहे लेकिन पूरी सरकार, रिमोट कंट्रोल वाली सरकार थर-थर कांप रही थी, पसीना छूट रहा था। इनको लगता था की अगर दुनिया ने, हमने मिसाइल से सैटेलाइट से गिराया और दुनिया हम पर टूट पड़ी तो हम तो कही के नहीं रहेंगे। जिन लोगों को सत्ता इतनी प्यारी हो, कुर्सी का इतना मोह हो, वो पार्टी कभी भी देश का भला सोच सकती है क्या? सोच सकती है क्या? निर्णय कर सकते हैं क्या, कदम उठा सकते हैं क्या?

लेकिन साथियो, आपके इस चौकीदार ने वैज्ञानिकों को इजाजत दी और आज भारत स्पेस में, अंतरिक्ष में भी सर्जिकल स्ट्राइक करने की क्षमता रखने वाला दुनिया में चौथा देश बना है। और साथियो, ये जो हमारे मिसाइल ने सैटेलाइट को गिराया है। उस सैटेलाइट की स्पीड एक सेकेंड में 10 किलोमीटर की थी यानी बंदूक की नोक से गोली जिस स्पीड से निकलती है उतनी स्पीड से अंतरिक्ष में सैटेलाइट जा रहा था और मिसाइल धरती से निकली 3 मिनट के भीतर, उस भागती हुई सैटेलाइट को गिरा दिया। ये ताकत अब दुनिया में हिंदुस्तान चौथा देश बन गया है दोस्तों।

साथियो, कांग्रेस की सरकारों का रवैया देश में आतंकवादी हमलों के समय कैसा रहा है, वो भी हमें भूलना नहीं चाहिए। हमारे देश में इतने बम धमाके हुए, यहां जयपुर में भी आप लोगों को आतंकियों ने सीरियल ब्लास्ट करके दहला दिया था। आपको याद है, तब कांग्रेस सरकार ने कोई सख्ती दिखाई थी क्या? आपको याद है कि नहीं है? याद मुझे कराना पड़ रहा है याद इसीलिए नहीं है क्योंकि कांग्रेस ने कभी सख्ती दिखाई नहीं। अब मैं पूछता हूं, आप जवाब देंगे सब लोग? ये मरी पड़ी आवाज से जवाब नहीं देता है राजस्थान ये वीरों की भूमि है। आप जवाब देंगे, मैं जरा पूछता हूं आपको सर्जिकल स्ट्राइक याद है, एयर स्ट्राइक याद है, क्यों याद है?

साथियो, पहले भी सेना इजाजत मांगती थी लेकिन कांग्रेस की सरकार हिम्मत नहीं दिखा पाती थी। जब की देश की सुरक्षा को लेकर हमारी नीति और रीति साफ है और देश को चौकीदार पर भरोसा है। और मैं आज वीरों की भूमि पर आया हूं, बहादुरों की भूमि पर आया हूं। मैं उन माताओं के आशीर्वाद लेकर के कहना चाहता हूं, देश के लिए मर-मिटने वाले इस धरती ने अनेक वीर पुत्र दिए हैं। उन वीर पुत्रों को जन्म देने वाली उन माताओं का स्मरण करते हुए मैं कहता हूं। अब ये नया हिंदुस्तान है, अब देश को जहां से भी खतरा होगा, वहां पर घुसकर के मारेंगे। और अगर वो गोली मारेंगे तो हम गोला मारेंगे। ये होती है दमदार सरकार। ये दम तब आता है जब दिल और दिमाग सिर्फ और सिर्फ भारत के लिए सोचता है, सवा सौ करोड़ हिंदुस्तानियों के लिए सोचता है।

साथियो, मैं आपसे देश से एक महत्वपूर्ण बात कहना चाहता हूं। भाइयो-बहनो, वैसे राजस्थान की धरती से, ये वीरों की भूमि से मेरा कोई विशेष ही नाता लग रहा है, क्योंकि जब एयर स्ट्राइक हुई, जिस समय देश में, एयर स्ट्राइक हुआ और उसी दिन में चुरू पहुंचा था। चुरू में मेरी जन सभा थी और जब एयर स्ट्राइक की खबर आई तो चुरू वालों को लगा था की पता नहीं मोदी जी अब आएंगे की नहीं आएंगे? लेकिन एयर स्ट्राइक की खबरें हवा में थी और चुरू पाकिस्तान की सीमा पर है मोदी वहां आ धमका था।

आज फिर से राजस्थान की धरती पर वैसी ही कुछ खबरों के साथ आया हूं। अभी-अभी अमेरिका से न्यूयॉर्क से मीडिया रिपोर्ट आ रही है की आज UN ने संयुक्त राष्ट्र ने आतंकवादी संगठन जैश-ए-मोहम्मद के सरगना, कुख्यात आतंकवादी मसूद अज़हर पर प्रतिबंध लगा दिया है। मसूद अज़हर को संयुक्त राष्ट्र द्वारा आतंकवादी घोषित करने पर आखिरकार विश्व में सहमति बनी, ये संतोष का विषय है, देर आए दुरुस्त आए। आतंकवाद के खिलाफ संघर्ष में और आतंकवाद को जड़ से उखाड़ने के लिए लंबे समय से भारत जो प्रयास कर रहा था, ये उसकी बहुत बड़ी सफलता है। एक समय था जब देश में ऐसी रिमोट कंट्रोल वाली सरकार थी जिसमें प्रधानमंत्री तक की आवाज सरकार में भी कोई नहीं सुनता था और आज देश ने देखा है की यूनाइटेड नेशन में क्या हुआ? कैसे 130 करोड़ जनता की आवाज पूरे विश्व में दहाड़ रही है। ये है नया भारत और ये है इस नए भारत की ललकार आज भारत की बात पूरी दुनिया में सुनी जाती है। भारत की बात को नजर अंदाज नहीं किया जा सकता है यह बात आज साबित हो गई है। और, मैं डंके की चोट पर ये कहना चाहता हूं की ये तो सिर्फ शुरुआत है। आगे-आगे देखिए, होता क्या है।

साथियो, बीते दिनों में आपने देखा है किस प्रकार जम्मू-कश्मीर में आतंकवादियों का निरंतर सफाया किया जा रहा है। एयर स्ट्राइक करके पाकिस्तान में घुसकर आतंकवादियों के ठिकानों को तबाह किया है। उससे पहले सर्जिकल स्ट्राइक कर के आतंकियों और उनके ठिकानों को नेस्तनाबूद किया है। उसके बाद आज ही की हमारी बहुत बड़ी कूटनीतिज्ञ विजय भी आज देश देख रहा है। इन सब को जोड़ कर देखें तो विश्व में जो आज भारत की ताकत बनी है वो 130 करोड़ भारतीयों की सामूहिक शक्ति का परिणाम है। मैं देश को याद दिलाना चाहता हूं की जब यह काम चल रहा था तब नामदार ट्वीट कर कर के बड़ी खुशी में मनाते थे, ये पूरा वर्ग बहुत खुश था और मोदी का मजाक उड़ाते थे। आज इतने दिनों से मजाक उड़ाने वालों को मैं कहना चाहता हूं की यह सिर्फ मोदी की सफलता नहीं है यह पूरे हिंदुस्तान की सफलता है, 130 करोड़ हिंदुस्तानियों की सफलता है। मैं आशा रखता हूं वे आज भी खुशी मनाएंगे, आज भारत के लिए, हर भारतीय के लिए, चाहे वो किसी भी विचारधारा का हो, किसी भी धर्म का हो, किसी भी क्षेत्र का हो सबके लिए आज बेहद गर्व का दिन है। आज देश के लिए आत्मविश्वास का जो माहौल बना है। मेरी हाथ जोड़ कर प्रार्थना है की कोई भी राजनीतिक दल इस माहौल में, ऐसे उत्साह के माहौल में ऐसे आत्मविश्वाश के माहौल में, कृपा कर के मिलावट न करें।

भाइयो और बहनो, आतंकवाद के खिलाफ लड़ाई में विश्व समुदाय भारत के साथ खड़ा रहा इसके लिए मैं 130 करोड़ भारतीयों की तरफ से, हर मानवतावादी की तरफ से, विश्व समुदाय का आभार व्यक्त करता हूं।

साथियो, सर्जिकल स्ट्राइक और एयर स्ट्राइक से पूरे विश्व को भी भारत की 40 साल से जो मुसीबत झेल रहे हैं, जो हम बार-बार कह रहे थे उस सच्चाई का अब उन्हें एहसास हुआ है। इसके साथ-साथ पाकिस्तान में भी एक छोटा समूह जो सच्चे अर्थ में पाकिस्तान का उज्जवल भविष्य चाहता है वो भी सर्जिकल स्ट्राइक के बाद खुल कर आतंकवाद के खिलाफ बोलने लगा है। पकिस्तान का एक वर्ग अपने देश में खुले आम घूमते आतंकियों के खिलाफ, आतंकियों को ट्रेनिंग के खिलाफ अपने युवाओं की बर्बादी के खिलाफ आवाज उठाने लगा है। पाक की आतंकी दृष्टि के खिलाफ अब उसके जागरूक नागरिक ही आवाज उठाने लगे हैं, एयर स्ट्राइक के बाद ये आवाज और मुखर हुई है। आज संयुक्त राष्ट्र के निर्णय के बाद पाक के जागरूक नागरिक वहां की सरकार पर और दबाव बनाएंगे ये मैं अनुभव कर रहा हूं।

भाइयो-बहनो, वैश्विक स्तर पर चुनौतियों का सामना करने का साथ ही हमें यहां देश में भी एक भगीरथ कार्य पूरा करना है। ये काम है पानी को लेकर दुनिया की आधुनिक से आधुनिक टेक्नोलॉजी का उपयोग पानी के लिए हम करने वाले हैं। इसके लिए जल शक्ति मंत्रालय, एक अलग मंत्रालय बनाया जाएगा। नदियों का पानी हो, समंदर का पानी हो, बारिश का पानी हो, प्यासे गांवों तक इस पानी को पीने लायक बना कर के पहुंचाने का मिशन चलाया जाएगा। जितने भी हमारे बांध आज सूखे पड़े हैं, इसको पुनर्जीवित करने के लिए एक ईमानदार प्रयास हम करने वाले हैं।
साथियो, और मैंने पिछली बार राजस्थान आया था मैंने कहा था, की सिंधु नदी के संबंध में पानी की संबंध में पाकिस्तान के साथ जो समझौता हुआ और दिल्ली में सरकारें सोती रही और पानी हमारे हक का पानी पाकिस्तान में जाता रहा अब एक बूंद पानी नहीं जाने दूंगा। जिस पानी पर हिंदुस्तान के किसान का हक है वो पानी अब पाकिस्तान नहीं जाएगा।

साथियो, इन सारे संकल्पों की पूर्ति के लिए, आप चाहते हैं ये सब हो, आप चाहते हैं आतंकवाद खत्म हो, आप चाहते हैं देश आगे बढ़े, आप चाहते है देश में ईमानदारी आए, आप चाहते है बेईमान जेल जाएं? तो फिर एक काम करना पड़ेगा, करेंगे? घर-घर जाएंगे, हर पोलिंग बूथ में जाएंगे, मतदाताओं से मिलेंगे, मतदाताओं को समझाएंगे, चुनाव के दिन गर्मी हो तो भी वोट करवाएंगे? कमल के फूल के सामने बटन दबवाएंगे? कमल के फूल को वोट मिलेगा?

भाइयो बहनो कमल के फूल के सामने बटन दबाओगे तो ये आपका वोट सीधा-सीधा मोदी के खाते में जाएगा।

भाइयो बहनो, मैंने राजस्थान का मिजाज पिछली बार आया था देख लिया था, कांग्रेस का बचना मुश्किल है। अरे! जो अपने बेटे को भी नहीं बचा पाएंगे वो कांग्रेस को क्या बचा पाएंगे। फिर एक बार आपका ये उत्साह, उमंग, जोश मैं आपका बहुत-बहुत आभारी हूं।
भारत माता की...जय
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बहुत बहुत धन्यवाद।

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Cabinet approves National Scheme for ITI Upgradation and Setting up of 5 National COE for Skilling
May 07, 2025

In a major step towards transforming vocational education in India, the Union Cabinet chaired by the Prime Minister Shri Narendra Modi has approved the National Scheme for Industrial Training Institute (ITI) Upgradation and the Setting up of five (5) National Centres of Excellence for Skilling as a Centrally Sponsored Scheme.

National Scheme for Industrial Training Institute (ITI) Upgradation and Setting up of five (5) National Centres of Excellence (NCOE) for Skilling will be implemented as a Centrally Sponsored Scheme as per announcement, made under Budget 2024-25 and Budget 2025-26 with outlay of Rs.60,000 crore (Central Share: Rs.30,000 crore, State Share: Rs.20,000 crore and Industry Share: Rs.10,000 crore), with co-financing to the extent of 50% of Central share by the Asian Development Bank and the World Bank, equally.

The scheme will focus on upgradation of 1,000 Government ITIs in hub and spoke arrangement with industry aligned revamped trades (courses) and Capacity Augmentation of five (5) National Skill Training Institutes (NSTIs), including setting up of five National Centres of Excellence for Skilling in these institutes.

The Scheme aims to position existing ITIs as government-owned, industry-managed aspirational institutes of skills, in collaboration with State Governments and industry. Over a five-year period, 20 lakh youth will be skilled through courses that address the human capital needs of industries. The scheme will focus on ensuring alignment between local workforce supply and industry demand, thereby facilitating industries, including MSMEs, in accessing employment-ready workers.

The financial assistance provided under various schemes in the past was suboptimal to meet the full upgradation needs of ITIs, particularly in addressing growing investment requirements for infrastructure upkeep, capacity expansion, and the introduction of capital-intensive, new-age trades. To overcome this, a need-based investment provision has been kept under the proposed scheme, allowing flexibility in fund allocation based on the specific infrastructure, capacity, and trade-related requirements of each institution. For the first time, the scheme seeks to establish deep industry connect in planning and management of ITI upgradation on a sustained basis. The scheme will adopt an industry-led Special Purpose Vehicle (SPV) model for an outcome-driven implementation strategy, making it distinct from previous efforts to improve the ITI ecosystem.

Under the scheme, infrastructure upgradation for improved Training of Trainers (ToT) facilities will be undertaken in five National Skill. Training Institutes (NSTIs), namely Bhubaneswar, Chennai, Hyderabad, Kanpur, and Ludhiana. Additionally, pre-service and in-service training will be provided to 50,000 trainers.

By addressing long-standing challenges in infrastructure, course relevance, employability, and the perception of vocational training, the scheme aims to position ITIs at the forefront to cater to skilled manpower requirement, aligned to the nation’s journey to becoming a global manufacturing and innovation powerhouse. It will create a pipeline of skilled workers aligned with industry demand, thereby addressing skill shortages in high-growth sectors such as electronics, automotive, and renewable energy. In sum, the proposed scheme aligns with the Prime Minister’s vision of Viksit Bharat, with skilling as a key enabler to meet both current and future industry needs.

Background:

Vocational education and training can be an immense driver of economic growth and productivity, as India embarks on its aspirational journey towards a developed nation by 2047. Industrial Training Institutes (ITIs) have been the backbone of vocational education and training in India since the 1950s, operating under State Governments. While ITI network has expanded by nearly 47% since 2014, reaching 14,615 across with 14.40 lakh enrolment, vocational training via ITIs remains less aspirational and have also suffered from lack of systemic interventions to improve their infrastructure, and appeal.

While in the past there have been schemes to support the upgradation of ITIs, it is perhaps, the best time to scale incremental efforts of the last decade through a nationally scalable program for ITI re-imagination with course content and design aligned with industry needs to create a pool of skilled workforce as one of the key enablers to realize the goal of Viksit Bharat.