QuoteThe Congress government had made the ‘bandh’ and blockade the fate of Manipur: PM Modi
QuoteManipur is becoming the gateway to trade with the rest of East Asia: PM Modi on connecting Manipur with the world
QuoteBJP worked day and night for the wellbeing and development of the women in Manipur: PM Modi

पुम्न-मक्पू नोल्लुक्ना खुरुम्जरी इमा मनीपुर-बू खुरुम्जरी राजर्षी भाग्य चंद्र और पु खोतिनथांग सितल्हो की इस खूससूरत धरती और इस धरती पर आने का आनंद कुछ और होता है। 

स्वतंत्रता संग्राम से हम सब वाकिफ है, स्वतंत्रता संग्राम में महत्वपूर्ण भूमिका निभाने वाला मोइरांग यहां से बहुत दूर नहीं है। इस पराक्रमी धरती के आप सभी लोगों का मैं हृदय से बहुत-बहुत अभिनंदन करता हूं। यहां बड़ी संख्या में हमारी  माताएं-बहनें-बेटियां भी हमें आशीर्वाद देने आई हैं। मैं एयरपोर्ट से यहां तक आया, करीब 11-12 किलोमीटर का रास्ता, मुझे ताज्जुब है11-12 किलोमीटर रास्ते के दोनों तरफ ह्यूमन चेन नहीं ह्यूमन वॉल था। इतने लोग आशीर्वाद दे रहे थे मैं सचमुच में आप लोगों के इस प्यार से आप लोगों के आशीर्वाद से बहुत ही ऊर्जा का अनुभव करता हूं, एक नई ताकत का अनुभव करता हू। इतना आशीर्वाद देने के लिए इतना स्नेह बरसाने के लिए मणिपुर की मातृशक्ति को भी मैं विशेष रूप से प्रणाम करता हूं। आपका ये उत्साह बता रहा है कि मणिपुर में फिर एक बार डबल इंजन की सरकार बनने जा रही है।

भाइयों और बहनों, 

पिछले महीने ही मणिपुर ने अपनी स्थापना के 50 वर्ष पूरे किए हैं। बीते दशकों में आपने अनेक सरकारों को देखा है, उनका कामकाज भी देखा है और कारनामे भी देखे हैं। दशकों के कांग्रेस शासन में मणिपुर को असमानता और असंतुलित विकास ही मिला है। लेकिन बीते पांच वर्षों में बीजेपी की डबल इंजन की सरकार ने मणिपुर के विकास का पूरी ईमानदारी से प्रयास किया है। आपने बीजेपी की गुड गवर्नेंस को भी देखा है और गुड इंटेन्शन को भी देखा है। बीते पांच साल में हमने जो मेहनत की है, उसने आने वाले 25 सालों की एक ठोस, मजबूत नींव बनाई है। मैं विशेष रूप से यहां के युवा बेटे-बेटियों से, खासकर के फर्स्ट टाइम वोटर्स से कहूंगा, जो पहली बार इस बार वोट डालने के लिए जाने वाले हैं उनके मन में कितना उत्साह होगा कितना उमंग होगा, वोट देने के लिए जाने का मतलब यह नहीं है कि पोलिंग बूथ पर गए, बटन दबाया इतना ही नहीं है… जब आप वोटिंग मशीन पर बटन दबाते हैं इसका मतलब आप सरकार के सक्रिय भागीदार बन जाते हैं, आप सरकार चलाने के महत्वपूर्ण निर्णय के हिस्सेदार बन जाते हैं। और ये सौभाग्य जिन नवजवान बेटे-बेटियों को पहली बार मिल रहा है, मैं सबसे पहले तो उन्हें बहुत-बहुत बधाई देता हूं, और उनसे आग्रह करता हूं कि आपके जीवन में जो महत्वपूर्ण पल होते हैं, जब पहली बार आप स्कूल गए होंगे, जब पहली बार आप अपने गांव से बड़े शहर में कही बाहर गए होंगे, वो चीजें याद रहती हैं। वैसे ही ये पहली बार वोट डालना, पोलिंग स्टेशन पर जाना, बूथ के अंदर जाना, बटन दबाना और अंदर से विजय ध्वनि निकले एक नया विश्वास लेकर के निकलना, ये अवसर कभी जाने मत देना। मेरे नौजवान साथियों… ये चुनाव मणिपुर के आने वाले 25 साल को निर्धारित करने वाले हैं। स्टेबिलिटी और पीस का जो प्रोसेस इन 5 सालों में शुरू हुआ है, उसको अब हमें परमानेंट बनाना है। इसलिए मणिपुर में बीजेपी के नेतृत्व में पूर्ण बहुमत की सरकार बननी बहुत आवश्यक है। 

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साथियों, 

मणिपुर की माताएं बहनें, यहां के युवा, यहां के होनहार खिलाड़ी जानते हैं कि जब इच्छाशक्ति हो, जब दिन-रात मेहनत की जाए तो कोई भी लक्ष्य असंभव नहीं होता है। भाजपा सरकार ने मणिपुर में असंभव को भी संभव बनाया है। बंद और ब्लॉकेड से मणिपुर का शहर हो या गांव, हर क्षेत्र को राहत मिली है। वरना कांग्रेस सरकार ने तो बंद और ब्लॉकेड को ही मणिपुर का भाग्य बना दिया था। इससे रोजगार और कारोबार तो ठप होते ही थे, ज़रूरी सामान की कमी भी आप लोगों को भुगतनी पड़ती थी। 

साथियों, 

बीरेन सिंह जी और उनकी सरकार ने सभी को साथ लेकर चलते हुए मणिपुर में बदलाव का नया अध्याय लिखा है। अनेक युवा अब हिंसा का रास्ता छोड़कर, 

मणिपुर के विकास में सहयोग करने के लिए बढ़-चढ़ कर के भाग ले रहे हैं। एक समय था जब मणिपुर के लोगों के लिए सरकार तक पहुंचना, सरकारी दफ्तर तक पहुंचना बहुत मुश्किल था। जबकि बीरेन जी ने अपनी सरकार की पहचान पीपुल्स गवर्नमेंट के तौर पर बनाई है।

साथियों, 

भाजपा सरकार मणिपुर में क्या बदलाव लाई है, मैं इसका एक और उदाहरण आपको दूंगा। आप जानते हैं कोरोना की इतनी भयंकर वैश्विक महामारी से दो साल में मानव जाति को, दुनिया भर की मानव जाति को, इतना बड़ा संकट कभी आया नहीं। ये वैश्विक महामारी हर किसी को कुछ न कुछ परेशानी करती रही है इतने बड़े संकट में हमारी सरकार ने मणिपुर का पूरा ध्यान रखा है। आज बड़ी संख्या में मणिपुर के हर गरीब, हर ट्राइबल परिवार को मुफ्त वैक्सीन्स लगाई जा रही है। आपको वैक्सीन लगी कि नहीं लगी, वैक्सीन लगी, जरा हाथ ऊपर करके बताइए वैक्सीन लगी, सबको लगी। आपको कोई पैसा खर्च करना पड़ा क्या? आपको कोई पैसा खर्च करना पड़ा क्या?  भाई हमारी तो सोच यही है कि हिल हो या फिर वैली, सभी जगह समान रूप से वैक्सीन लगना चाहिए। आप कल्पना कीजिए, 2017 से पहले के बंद और ब्लॉकेड के दौर में ऐसी महामारी आती तो मणिपुर का क्या हाल होता?

साथियों, 

कांग्रेस पार्टी, नॉर्थ ईस्ट के लोगों की भावनाओं को, यहां के लोगों की तकलीफों को कभी समझ ही नहीं पाई। ये एनडीए की सरकार है जो नॉर्थ ईस्ट को अष्ट-लक्ष्मी मानते हुए, भारत के विकास का ग्रोथ इंजन मानते हुए, काम कर रही है। आप सभी की सेवा, आप सभी का विकास ही हमारी प्राथमिकता है। आप भूले नहीं होंगे कि 2017 से पहले राशन को लेकर कितनी दिक्कतें होती थीं। ये भाजपा की सरकार है जिसने यहां राशन व्यवस्था में चल रही लूट को समाप्त कर दिया। कोरोना के इस संकट काल में भी मणिपुर के 22 लाख लोगों को भाजपा सरकार मुफ्त राशन, करीब-करीब दो साल से मुफ्त राशन  सुनिश्चित करा रही है। इसका मतलब ये हुआ कि मणिपुर के हर 10 नागरिकों में से 7 नागरिकों को Seven out of Ten  लोगों को मुफ्त राशन की सुविधा का लाभ मिल रहा है। मेरी माताएं और बहनें तालियां बजाकर के मुझे आशीर्वाद दे रही हैं, माताएं-बहने मैं आपका बहुत आभारी हूं। मणिपुर वो धरती है जहां की महिलाओं ने विदेशी ताकतों के खिलाफ ऐतिहासिक लड़ाइयों का नेतृत्व किया है। ये दुर्भाग्य है कि दशकों तक यहां जो सरकारें रहीं उन्होंने मणिपुर की महिलाओं का जीवन आसान बनाने के लिए कुछ नहीं किया। ये भाजपा के नेतृत्व वाली एनडीए सरकार है, जिसने मणिपुर की महिलाओं, यहां की बहनों-बेटियों की आशाओं-आकांक्षाओं को समझा और उनके लिए दिन रात मेहनत की। प्रधानमंत्री आवास योजना के तहत मणिपुर में 60 हजार से ज्यादा घर बनाए जा रहे हैं। इसमें से ज्यादातर पर मालिकाना हक महिलाओं का है। महिला उद्यमियों की सहायता के लिए हमारी सरकार ने सात जिला मुख्यालयों पर इमा केईथेल का भी निर्माण किया है। इसका लाभ हजारों महिला दुकानदारों को हो रहा है। घर में बिजली कनेक्शन ना होने का सबसे ज्यादा नुकसान भी हमारी मणिपुर की माताओं-बहनों को ही उठाना पड़ता था। हमारी सरकार ने राज्य के सवा लाख से ज्यादा घरों को बिजली के कनेक्शन से जोड़ा है, उनके जीवन से अंधेरा दूर किया है। घर में गैस कनेक्शन ना होना भी मणिपुर की महिलाओं का जीवन मुश्किल बना रहा था, उन्हें बीमार कर रहा था। ये हमारी ही सरकार है जिसने मणिपुर की माताओं-बहनों को उज्ज्वला योजना के डेढ़ लाख कनेक्शन दिए हैं, मुफ्त में दिए है। मणिपुर के गांवों में रहने वाली हमारी बहनों को पीने के पानी के लिए जो दिक्कत उठानी पड़ती थी, तकलीफें झेलनी पड़ती थी, इसका भी हमें ऐहसास है। महिलाओं की इस समस्या को दूर करने के लिए डबल इंजन की सरकार ने हर घर जल अभियान चलाया। ये अभियान शुरू होने से पहले मणिपुर में सिर्फ, ये आंकड़ा याद रखेंगे आप, ये जो आंकड़ा कह रहा हूं उसे याद रखेंगे? जवाब तो दीजिए याद रखेंगे? मणिपुर में सिर्फ 25 हजार घर ऐसे थे जहां पाइप से पानी आता था। कितने? 25 हजार। कितने? कितने? कितने?  Twentyfive Thousand , 25 हजार। आज भाजपा सरकार बनने के बाद मणिपुर के करीब-करीब 3 लाख घरों में पाइप से पानी पहुंचा है। अब मुझे बताइये, इतने सालों में इतनी सरकारें आईं, इतने मुख्यमंत्री आए, बहुत बड़ी बातें कीं, लेकिन पानी पहुंचा 25 हजार घर में। और हमने पांच साल के भीतर-भीतर 3 लाख घरों में पानी पहुंचाया। ये मेरी माताएं-बहनें मुझे आशीर्वाद देंगी कि नहीं देंगी। सभी माताओं-बहनों से प्रार्थना करता हूं हाथ उठाकर मुझे आशीर्वाद दीजिए। अब हमारी सरकार इस लक्ष्य को लेकर चल रही है कि सरकार की योजनाओं से कोई भी व्यक्ति छूटे नहीं। जो इसका हकदार है, उसको उसका हक मिलना चाहिए। गरीब के लिए ऐसे काम तभी हो सकते हैं, जब डबल इंजन की सरकार हो, जब ईमानदारी हो और सेवा भाव से काम करने वाली सरकार हो। वरना कांग्रेस ने कभी आपके सामर्थ्य पर विश्वास नहीं किया, आपसे स्नेह नहीं किया। आज भी कांग्रेस के नेता यहां आकर बड़ी-बड़ी बातें करते हैं। लेकिन दूसरे राज्यों में जाते हैं, पहुंचते ही हमारे नॉर्थ ईस्ट के यहां की संस्कृति, हमारी मणिपुर की संस्कृति, हमारे नॉर्थ ईस्ट के पहनावे, हमारे मणिपुर के पहनावे इसके मजाक उड़ाते हैं, मखौल उड़ाते हैं, बेइज्जती करते हैं। यहां मणिपुर में भी कांग्रेस ने हिल और वैली के बीच ऐसा विभाजन ऐसा विभाजन कर दिया, ऐसी खाई पैदा कर दी और अपने सत्ता का खेल खेलते रहे भाइयों-बहनों। कांग्रेस ने मणिपुर की कनेक्टिविटी पर, मणिपुर के हर क्षेत्र के विकास पर कभी काम नहीं किया। 

साथियों,

हमारे लिए मणिपुर सहित ये पूरा क्षेत्र ईस्ट एशिया के साथ भारत के व्यापार-कारोबार का गेटवे है। इसलिए बीजेपी सरकार, मणिपुर को देश के रेल मैप पर लाई है। जीरीबाम को रेल से जुड़े हुए 5-6 साल हो चुके हैं। कुछ दिन पहले जब रानी गाइदिन्ल्यू स्टेशन पर पहली गुड्स ट्रेन पहुंची थी, तो जैसे आप लोग खुशियों से भर गए थे वैसे ही मुझे भी यह काम करने का बहुत आनंद और संतोष मिला था। वो दिन दूर नहीं है जब इंफाल तक भी रेल आएगी, और ये मोदी है तो पक्का आएगी। आप रेल के जरिए, पूरे देश के साथ सीधे कनेक्ट हो जाएंगे। ये कनेक्टिविटी यहां के टूरिज्म सेक्टर को भी कई गुना अधिक बढ़ाने वाली है। देश-विदेश के टूरिस्ट जब यहां ज्यादा संख्या में आएंगे तो यहां के युवाओं को कमाई के ज्यादा अवसर भी मिलेंगे।

साथियों,

रेल के साथ-साथ मणिपुर में नेशनल हाईवे कनेक्टिविटी पर भी अभूतपूर्व काम हुआ है। पहले की सरकार में मणिपुर में सिर्फ एक नेशनल हाईवे प्रोजेक्ट पर काम हो रहा था। आज हमारी सरकार करीब 40 नेशनल हाईवे प्रोजेक्ट्स पर काम कर रही है। म्यांमार और थाइलैंड को जोड़ने वाला हाईवे जब बनकर तैयार हो जाएगा तो मणिपुर, ईस्ट एशिया से कनेक्टिविटी का महत्वपूर्ण सेंटर बन जाएग, ट्रेड हब बनेगा। इस बार के बजट में हमने पहाड़ी क्षेत्रों को ध्यान में रखते हुए पर्वतमाला योजना और वाइब्रेंट विलेज योजना की भी घोषणा की है।

साथियों,

बीते 5 साल में बीजेपी ने मणिपुर में Sports Culture, Sports के कल्चर को और अधिक समृद्ध किया ही है, इसके साथ-साथ startups को भी बढ़ावा दिया है। बीरेन सिंह जी के भीतर जो sportsperson है, उससे भी इसमें बहुत मदद मिल रही है। मणिपुर तो मैरीकॉम और  मीराबाई चानू जैसे करिश्माई खिलाड़ियों की धरती है। मणिपुर में जो देश की पहली स्पोर्ट्स यूनिवर्सिटी बनाई गई है, वो इस क्षेत्र को स्पोर्ट्स का इंटरनेशनल हब बनाएगी। बीजेपी सरकार पूरे नॉर्थ ईस्ट में स्पोर्ट्स टैलेंट को प्रोत्साहित कर रही है, स्पोर्ट्स इंफ्रास्ट्रक्चर पर इन्वेस्ट कर रही है। और आपने देखा होगा, ऐसे ही माहौल के कारण ओलंपिक्स में भारत ने इतिहास का सबसे बेहतरीन प्रदर्शन किया है।

भाइयों और बहनों, 

हमारे जनजातीय समाज का आज़ादी की लड़ाई में अहम योगदान रहा है। बीजेपी सरकार ने इस योगदान को भी सम्मान दिया है। हमारी सरकार ने 

हर साल 15 नवंबर को जनजातीय गौरव दिवस के रूप में मनाने का निर्णय किया है। इसमें मणिपुर की हर जनजाति का भी गौरव है, उसकी पहचान का गौरव है। हमारी सरकार, मणिपुर में रानी गाइदिन्ल्यू, इनके नाम पर आजादी के जंग का एक म्यूज़ियम भी बनवा रही है। मणिपुर में इनर लाइन परमिट की लंबे समय से चल रही मांग को भी बीजेपी सरकार ने पूरा किया है।

साथियों, 

बीजेपी सरकार की नीति है- सबका साथ, सबका विकास, सबका विश्वास, और सबका प्रयास ! इसलिए हम हर व्यक्ति, हर वर्ग, हर क्षेत्र को विकास से जोड़ते हैं। मणिपुर के सामर्थ्य को और बढ़ाने के लिए मणिपुर भाजपा ने बहुत ही अच्छा, दूरगामी, मणिपुर का उत्कर्ष करने वाला घोषणापत्र भी बनाया है। इसमें शिक्षा से लेकर स्वास्थ्य तक, उद्योगों से लेकर डिजिटल कनेक्टिविटी तक, अनेक महत्वपूर्ण वायदे किए गए हैं। और आपको ये पता है कि बीजेपी जो कहती है, वो करके दिखाती है। आज मणिपुर के 6 लाख से अधिक किसानों को पीएम किसान सम्मान निधि का लाभ मिल रहा है। मणिपुर में ऑर्गेनिक फार्मिंग की जो ताकत है, बीजेपी सरकार इसको भी प्रोत्साहित कर रही है। यहां की ताकत बैंबू जैसे पारंपरिक उद्योग भी हैं। बीजेपी बैंबू किसानों को, बैंबू इंडस्ट्री को, यहां के MSMEs को प्रमोट कर रही है। और आपको याद होगा, बैंबू से जुड़े कानून में बदलाव भी हमारी ही सरकार ने किया है। हमारी सरकार ने जो मिशन ऑयल पाम शुरू किया है, पाम ऑयल के लिए उसका भी लाभ मणिपुर के किसानों को होगा।

साथियों,

विकास के इसी मॉडल के लिए आपको पूर्ण बहुमत की बीजेपी सरकार यहां बनानी है। आज भी मैं आपकी सेवा ज्यादा कर सकता हूं उसका कारण आपने दिल्ली में पूर्ण बहुमत की सरकार बनाई है। मणिपुर में भी पूर्ण बहुमत की सरकार बहुत जरूरी है। बंद और ब्लॉकेड के, डर और हिंसा के, उन पुराने दिनों को अब हमें वापस नहीं लौटने देना है।

भाइयों-बहनों, 

आपके बीच में अनेक बार आया हूं मैं तो शायद गिनती करूंगा तो भी गलत हो जाएगा, इतनी बार आया हूं। संगठन का काम करता था, तब भी आता था, गुजरात में मुख्यमंत्री था तब भी आता था, आपने मुझे प्रधानमंत्री बना दिया तब भी आता हूं। शायद हिंदुस्तान में जितने प्रधानमंत्री हो गए, वे सब जितने बार आए होंगे उन सबसे ज्यादा मैं अकेला आया हूं। अब मुझे बताइये आपका ये स्नेह, आपका ये प्यार मुझे बार-बार आपकी सेवा करने के लिए यहां खींचकर के ले आता है। और मैं ये सेवा करता रहूंगा, लेकिन सेवा को बल देने के लिए मुझे यहां भी डबल इंजन की सरकार चाहिए भाइयों और इसलिए मैं आपके पास आया हूं। आपको बीजेपी को वोट देना है, एनडीए की सरकार बनानी है।

भारत इमा ना, यई-फरे, मनीपुर इमा ना, यई-फरे पुम ना मक्पू अमुक्क हन्ना खुरुम्जरी। भारत माता की… भारत माता की… भारत माता की… बहुत-बहुत धन्यवाद

 

 

 

  • MLA Devyani Pharande February 17, 2024

    जय श्रीराम
  • Vaishali Tangsale February 15, 2024

    🙏🏻🙏🏻
  • n.d.mori August 09, 2022

    Namo Namo Namo Namo Namo Namo Namo 🌹
  • G.shankar Srivastav August 03, 2022

    नमस्ते
  • Laxman singh Rana July 31, 2022

    namo namo 🇮🇳🙏🚩
  • Laxman singh Rana July 31, 2022

    namo namo 🇮🇳🙏🌷
  • Jayanta Kumar Bhadra June 27, 2022

    Jai Jai Ganesh
  • Jayanta Kumar Bhadra June 27, 2022

    Jay Jay Ganesh
  • Jayanta Kumar Bhadra June 27, 2022

    Jay Jai Ganesh
  • G.shankar Srivastav June 12, 2022

    जय हो
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The government is focusing on modernizing the sports infrastructure in the country: PM Modi at Khelo India Youth Games
May 04, 2025
QuoteBest wishes to the athletes participating in the Khelo India Youth Games being held in Bihar, May this platform bring out your best: PM
QuoteToday India is making efforts to bring Olympics in our country in the year 2036: PM
QuoteThe government is focusing on modernizing the sports infrastructure in the country: PM
QuoteThe sports budget has been increased more than three times in the last decade, this year the sports budget is about Rs 4,000 crores: PM
QuoteWe have made sports a part of mainstream education in the new National Education Policy with the aim of producing good sportspersons & sports professionals in the country: PM

बिहार के मुख्यमंत्री श्रीमान नीतीश कुमार जी, केंद्रीय मंत्रिमंडल के मेरे सहयोगी मनसुख भाई, बहन रक्षा खड़से, श्रीमान राम नाथ ठाकुर जी, बिहार के डिप्टी सीएम सम्राट चौधरी जी, विजय कुमार सिन्हा जी, उपस्थित अन्य महानुभाव, सभी खिलाड़ी, कोच, अन्य स्टाफ और मेरे प्यारे युवा साथियों!

देश के कोना-कोना से आइल,, एक से बढ़ के एक, एक से नीमन एक, रउआ खिलाड़ी लोगन के हम अभिनंदन करत बानी।

साथियों,

खेलो इंडिया यूथ गेम्स के दौरान बिहार के कई शहरों में प्रतियोगिताएं होंगी। पटना से राजगीर, गया से भागलपुर और बेगूसराय तक, आने वाले कुछ दिनों में छह हज़ार से अधिक युवा एथलीट, छह हजार से ज्यादा सपनों औऱ संकल्पों के साथ बिहार की इस पवित्र धरती पर परचम लहराएंगे। मैं सभी खिलाड़ियों को अपनी शुभकामनाएं देता हूं। भारत में स्पोर्ट्स अब एक कल्चर के रूप में अपनी पहचान बना रहा है। और जितना ज्यादा भारत में स्पोर्टिंग कल्चर बढ़ेगा, उतना ही भारत की सॉफ्ट पावर भी बढ़ेगी। खेलो इंडिया यूथ गेम्स इस दिशा में, देश के युवाओं के लिए एक बहुत बड़ा प्लेटफॉर्म बना है।

साथियों,

किसी भी खिलाड़ी को अपना प्रदर्शन बेहतर करने के लिए, खुद को लगातार कसौटी पर कसने के लिए, ज्यादा से ज्यादा मैच खेलना, ज्यादा से ज्यादा प्रतियोगिताओं में हिस्सा, ये बहुत जरूरी होता है। NDA सरकार ने अपनी नीतियों में हमेशा इसे सर्वोच्च प्राथमिकता दी है। आज खेलो इंडिया, यूनिवर्सिटी गेम्स होते हैं, खेलो इंडिया यूथ गेम्स होते हैं, खेलो इंडिया विंटर गेम्स होते हैं, खेलो इंडिया पैरा गेम्स होते हैं, यानी साल भर, अलग-अलग लेवल पर, पूरे देश के स्तर पर, राष्ट्रीय स्तर पर लगातार स्पर्धाएं होती रहती हैं। इससे हमारे खिलाड़ियों का आत्मविश्वास बढ़ता है, उनका टैलेंट निखरकर सामने आता है। मैं आपको क्रिकेट की दुनिया से एक उदाहरण देता हूं। अभी हमने IPL में बिहार के ही बेटे वैभव सूर्यवंशी का शानदार प्रदर्शन देखा। इतनी कम आयु में वैभव ने इतना जबरदस्त रिकॉर्ड बना दिया। वैभव के इस अच्छे खेल के पीछे उनकी मेहनत तो है ही, उनके टैलेंट को सामने लाने में, अलग-अलग लेवल पर ज्यादा से ज्यादा मैचों ने भी बड़ी भूमिका निभाई। यानी, जो जितना खेलेगा, वो उतना खिलेगा। खेलो इंडिया यूथ गेम्स के दौरान आप सभी एथलीट्स को नेशनल लेवल के खेल की बारीकियों को समझने का मौका मिलेगा, आप बहुत कुछ सीख सकेंगे।

साथियों,

ओलंपिक्स कभी भारत में आयोजित हों, ये हर भारतीय का सपना रहा है। आज भारत प्रयास कर रहा है, कि साल 2036 में ओलंपिक्स हमारे देश में हों। अंतरराष्ट्रीय स्तर पर खेलों में भारत का दबदबा बढ़ाने के लिए, स्पोर्टिंग टैलेंट की स्कूल लेवल पर ही पहचान करने के लिए, सरकार स्कूल के स्तर पर एथलीट्स को खोजकर उन्हें ट्रेन कर रही है। खेलो इंडिया से लेकर TOPS स्कीम तक, एक पूरा इकोसिस्टम, इसके लिए विकसित किया गया है। आज बिहार सहित, पूरे देश के हजारों एथलीट्स इसका लाभ उठा रहे हैं। सरकार का फोकस इस बात पर भी है कि हमारे खिलाड़ियों को ज्यादा से ज्यादा नए स्पोर्ट्स खेलने का मौका मिले। इसलिए ही खेलो इंडिया यूथ गेम्स में गतका, कलारीपयट्टू, खो-खो, मल्लखंभ और यहां तक की योगासन को शामिल किया गया है। हाल के दिनों में हमारे खिलाड़ियों ने कई नए खेलों में बहुत ही अच्छा प्रदर्शन करके दिखाया है। वुशु, सेपाक-टकरा, पन्चक-सीलाट, लॉन बॉल्स, रोलर स्केटिंग जैसे खेलों में भी अब भारतीय खिलाड़ी आगे आ रहे हैं। साल 2022 के कॉमनवेल्थ गेम्स में महिला टीम ने लॉन बॉल्स में मेडल जीतकर तो सबका ध्यान आकर्षित किया था।

साथियों,

सरकार का जोर, भारत में स्पोर्ट्स इंफ्रास्ट्रक्चर को आधुनिक बनाने पर भी है। बीते दशक में खेल के बजट में तीन गुणा से अधिक की वृद्धि की गई है। इस वर्ष स्पोर्ट्स का बजट करीब 4 हज़ार करोड़ रुपए है। इस बजट का बहुत बड़ा हिस्सा स्पोर्ट्स इंफ्रास्ट्रक्चर पर खर्च हो रहा है। आज देश में एक हज़ार से अधिक खेलो इंडिया सेंटर्स चल रहे हैं। इनमें तीन दर्जन से अधिक हमारे बिहार में ही हैं। बिहार को तो, NDA के डबल इंजन का भी फायदा हो रहा है। यहां बिहार सरकार, अनेक योजनाओं को अपने स्तर पर विस्तार दे रही है। राजगीर में खेलो इंडिया State centre of excellence की स्थापना की गई है। बिहार खेल विश्वविद्यालय, राज्य खेल अकादमी जैसे संस्थान भी बिहार को मिले हैं। पटना-गया हाईवे पर स्पोर्टस सिटी का निर्माण हो रहा है। बिहार के गांवों में खेल सुविधाओं का निर्माण किया गया है। अब खेलो इंडिया यूथ गेम्स- नेशनल स्पोर्ट्स मैप पर बिहार की उपस्थिति को और मज़बूत करने में मदद करेंगे। 

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साथियों,

स्पोर्ट्स की दुनिया और स्पोर्ट्स से जुड़ी इकॉनॉमी सिर्फ फील्ड तक सीमित नहीं है। आज ये नौजवानों को रोजगार और स्वरोजगार को भी नए अवसर दे रहा है। इसमें फिजियोथेरेपी है, डेटा एनालिटिक्स है, स्पोर्ट्स टेक्नॉलॉजी, ब्रॉडकास्टिंग, ई-स्पोर्ट्स, मैनेजमेंट, ऐसे कई सब-सेक्टर्स हैं। और खासकर तो हमारे युवा, कोच, फिटनेस ट्रेनर, रिक्रूटमेंट एजेंट, इवेंट मैनेजर, स्पोर्ट्स लॉयर, स्पोर्ट्स मीडिया एक्सपर्ट की राह भी जरूर चुन सकते हैं। यानी एक स्टेडियम अब सिर्फ मैच का मैदान नहीं, हज़ारों रोज़गार का स्रोत बन गया है। नौजवानों के लिए स्पोर्ट्स एंटरप्रेन्योरशिप के क्षेत्र में भी अनेक संभावनाएं बन रही हैं। आज देश में जो नेशनल स्पोर्ट्स यूनिवर्सिटी बन रही हैं, या फिर नई नेशनल एजुकेशन पॉलिसी बनी है, जिसमें हमने स्पोर्ट्स को मेनस्ट्रीम पढ़ाई का हिस्सा बनाया है, इसका मकसद भी देश में अच्छे खिलाड़ियों के साथ-साथ बेहतरीन स्पोर्ट्स प्रोफेशनल्स बनाने का है। 

मेरे युवा साथियों, 

हम जानते हैं, जीवन के हर क्षेत्र में स्पोर्ट्समैन शिप का बहुत बड़ा महत्व होता है। स्पोर्ट्स के मैदान में हम टीम भावना सीखते हैं, एक दूसरे के साथ मिलकर आगे बढ़ना सीखते हैं। आपको खेल के मैदान पर अपना बेस्ट देना है और एक भारत श्रेष्ठ भारत के ब्रांड ऐंबेसेडर के रूप में भी अपनी भूमिका मजबूत करनी है। मुझे विश्वास है, आप बिहार से बहुत सी अच्छी यादें लेकर लौटेंगे। जो एथलीट्स बिहार के बाहर से आए हैं, वो लिट्टी चोखा का स्वाद भी जरूर लेकर जाएं। बिहार का मखाना भी आपको बहुत पसंद आएगा।

साथियों, 

खेलो इंडिया यूथ गेम्स से- खेल भावना और देशभक्ति की भावना, दोनों बुलंद हो, इसी भावना के साथ मैं सातवें खेलो इंडिया यूथ गेम्स के शुभारंभ की घोषणा करता हूं।