WB is waiting for governance where every dept of the govt works honestly & carries out its duty. Free of discrimination & full of harmony: PM Modi
Record investment is coming to India. We want a major chunk of this to be used in Bengal to promote every form of industry and employment: PM Modi
Silk and jute industries are important aspects of Aatmanirbhar Bharat. Promoting them is our responsibility: PM Modi
PM Modi promises to give Rs 18,000 in bank accounts of farmers under PM-Kisan scheme if BJP comes to power in West Bengal

भारत माता की… 

नमस्कार, 

मेरे प्रिय बंगाल के भाइयो और बहनो, 

देश में कोरोना की जो स्थिति है, उस वजह से मैं आज सुबह से ही अनेक महत्वपूर्ण बैठकों में व्यस्त रहा। अभी मैं आपके साथ टेक्नोलॉजी के माध्यम से जुड़ रहा हूं। आपके बीच उपस्थित नहीं हो सका, प्रत्यक्ष आकर आपका आशीर्वाद नहीं ले सका, इसके लिए मैं आपका क्षमाप्रार्थी हूं। विशेषतौर पर आज मैं मालदा, मुर्शिदाबाद, सूरी और साउथ कोलकाता के मतदाताओं, वहां के भाजपा कार्यकर्ताओं से भी क्षमा चाहता हूं। भाजपा कार्यकर्ताओं ने कोविड नियमों को ध्यान में रखते हुए सभा की बड़ी जोर-शोर से तैयारी की थी। लेकिन परिस्थितिवश मेरा बंगाल आना आज संभव नहीं है।बंगाल को याद करके, मैं बंगाल से बाहर भी रहता हूँ, तो रोबी ठाकुर की ये पंक्ति हमेशा याद आती है। रोबी ठाकुर ने कहा था ओ आमार देशेर माटी, तोमार पोरे ठेकाइ माथा। ओ मेरे देश की माटी, तुझ पर मैं शीश झुकाता हूँ।

साथियो, 

परेड ग्राउंड से मैंने आपके बीच आकर पश्चिम बंगाल के बेहतर भविष्य के लिए, आशोल पॉरिबोर्तोन का आग्रह किया था। इसके बाद आपने जो मुझे और बीजेपी के हर साथी को जिस प्रकार से प्यार दिया, आशीर्वाद दिया, भारी मतदान करके, समर्थन किया, उसको व्यक्त करने के लिए मेरे पास शब्द भी कम पड़ रहे हैं। आज जब आपसे मैं जुड़ा हूं तो इस स्नेह का, इस समर्थन का आभार व्यक्त करने के लिए भी आया हूं। पश्चिम बंगाल के कोने-कोने में जाकर मैंने अनुभव किया है कि पश्चिम बंगाल के बेहतर भविष्य के लिए एक सकारात्मक बदलाव की इच्छा कितनी प्रबल है। हर उम्र, हर वर्ग, हर मत, हर संप्रदाय के लोगों में पुरुष हो या स्त्री हो शहर हो या गांव हो पढ़े-लिखें हो या अनपढ़ हो सब के सब में शोनार बांग्ला के निर्माण के लिए एक संकल्प दिख रहा है।

भाइयो और बहनो,

पश्चिम बंगाल के ये चुनाव सिर्फ सत्ता बदलने के लिए नहीं है, बल्कि इन चुनावों में मैं एक आकांक्षी, एस्पिरेशन, एक आशावादी पश्चिम बंगाल को उभरते देख रहा हूं। गांव हो या शहर, हर जगह बेहतर जीवन, बेहतर शिक्षा, बेहतर रोज़गार, बेहतर विकल्प के लिए एक तड़प देख रहा हूं। शांति, सुरक्षा और विकास की एक ललक बंगाल में देखने को मिल रही है। पश्चिम बंगाल आज एक ऐसे शासन के लिए लालायित है, जहां सरकार का हर विभाग ईमानदारी से अपना काम करे, अपना दायित्व निभाए। भेदभाव से मुक्त, सद्भाव से युक्त ऐसी व्यवस्था के लिए पश्चिम बंगाल वोट दे रहा है। बंगाल के लोग काम के अवसर चाहते हैं, श्रम की गरिमा चाहते हैं। Dignity of labour, बंगाल के लोग ईज़ ऑफ लिविंग चाहते हैं, ईज़ ऑफ डुइंग बिजनेस चाहते हैं। और बंगाल की ऐसी हर इच्छा पूरी करने का बीजेपी ने संकल्प लिया है।

साथियो,
ये समय, बंगाल को एक नई ऊर्जा के साथ 21वीं सदी के तीसरे दशक में आगे बढ़ाने का है। मालदा, मुर्शीदाबाद से लेकर बीरभूम और कोलकाता तक, हर कोई ये चाहता है कि पश्चिम बंगाल का वो पुराना गौरव लौट आए। हर कोई ये चाहता है कि जिस पश्चिम बंगाल में लोग सपने सच करने आते थे, वो पश्चिम बंगाल 21वीं सदी के अवतार के साथ हमें दोबारा मिल जाए। बीजेपी की डबल इंजन की सरकार, इसमें कोई कसर बाकी नहीं छोड़ेगी। बीजेपी बांग्लार जूबादेर के देबे चाकरी बीजेपी बांग्लार माँ-बोनेदेर के देबे सुरोक्खा बीजेपी बांग्लार जोनो-गोन के देबे भ्रोष्टाचार-मुक्तो शासोन बीजेपी बांग्लार जोनो-गोन के देबे गुंडामी-मुक्तो बांग्ला, बीजेपी बांग्लार चाशीदेर (किसानों) के देबे शोमृद्धि

भाइयो और बहनो, 

लोकतंत्र हमारी सबसे बड़ी ताकत है। लोकतंत्र के बिना सामान्य जन की भावनाओं को सम्मान मिलना बहुत मुश्किल है। देश के अन्य राज्यों की तरह ही पश्चिम बंगाल में भी लोकतंत्र का गौरव हमारा पंचायत सिस्टम रहा है। गांव में पंचायतों को और शहरों में नगर निगमों और नगर पालिकाओं को उनकी लोकतांत्रिक शक्ति  फिर से एक बार वापिस लौटाना ये हमारी प्राथमिकता रहेगी। ये संस्थान विकास और विश्वास के सबसे पहले माध्यम होते हैं। संकट की स्थिति में जनता सबसे पहले इन्ही संस्थानों तक पहुंच पाती है। इसलिए इस सिस्टम पर फिर से भरोसा जगाना बहुत ज़रूरी है। पक्ष और विपक्ष की, डिबेट और डिस्कशन की समृद्ध परंपरा पश्चिम बंगाल में और फले फूले, ये सुनिश्चित करना बीजेपी सरकार की प्रतिबद्धता रहेगी।

साथियो, 

समाज में सकारात्मकता और सद्भाव, विकास का प्रमुख रास्ता है। इसके लिए कानून का राज हो, समय पर सभी की सुनवाई हो, ये बहुत ज़रूरी है। कानून सुनेगा, कानून निष्पक्ष भाव से काम करेगा तो जीवन भी आसान होगा और व्यापार-कारोबार भी आसान होगा। घुसपैठ, तस्करी, अवैध कारोबार, हिंसा, तोलाबाजी, सिंडिकेट, ये विकास के घोर दुश्मन हैं। भारत में निवेश करने के लिए दुनिया संभावनाएं तलाश कर रही हैं। लगातार रिकॉर्ड निवेश भारत में हो रहा है।

इस निवेश का एक बड़ा हिस्सा पश्चिम बंगाल में लगे, यहां हर प्रकार के शिल्प को, हर प्रकार के रोज़गार को बल मिले, इसके लिए बीजेपी सरकार भरपूर प्रयास करेगी। भाइयों और बहनों, बेहतर स्वास्थ्य के बिना विकास अधूरा है और शुद्ध पानी के बिना बेहतर स्वास्थ्य सुनिश्चित नहीं किया जा सकता। शुद्ध पीने का पानी, हर घर पाइप से जल तेज़ी से पहुंचाना भी बीजेपी की प्राथमिकता है। बंगाल के हर घर को पाइप से शुद्ध जल मिलेगा तो माताओं-बहनों की तकलीफ तो कम होगी ही, आने वाली पीढ़ियां अनेक गभीर बीमारियों से मुक्त होंगी। इससे गरीब का स्वास्थ्य पर होने वाला खर्च भी बचेगा।  

साथियो,

स्वास्थ्य पर होने वाला खर्च गरीब की कमर तोड़ देता है। इसके लिए आयुष्मान भारत योजना के तहत 5 लाख रुपए की मदद गरीब के काम आने वाली है। केंद्र सरकार हर तीन लोकसभा क्षेत्रों, इनके बीच कम से कम एक मेडिकल कॉलेज के निर्माण पर बल दे रही है। बंगाल के कई क्षेत्रों में डेंगु भी एक बहुत बड़ी समस्या रही है। जलभराव और स्वच्छता के अभाव के कारण, ये संकट हर साल परेशान करता है। बीजेपी सरकार डेंगू जैसी बीमारियों को दूर करने के लिए गंभीर कदम उठाएगी। 

भाइयो और बहनो,

स्वास्थ्य के साथ-साथ शिक्षा और शिल्प, इन दोनों पर फोकस करके ही शोनार बांग्ला का निर्माण संभव है। पश्चिम बंगाल के गांव-गांव में शिक्षकों की जो समृद्ध परिपाटी है, जो शिक्षकों की सकारात्मक भूमिका है, उसको प्रोत्साहित करना बहुत ज़रूरी है। गुरुदेव ने शिक्षा और शिल्प को लेकर विश्व भारती में जो प्रयोग किया, नई राष्ट्रीय शिक्षा नीति उसको विस्तार देती है। स्कूल के समय से ही विद्यार्थी को शिल्प से जोड़ा जाए, विद्यार्थी को उसकी सुविधा के हिसाब से शिक्षा मिले, जिस भाषा को वो समझता है, उसमें ही उसको शिक्षा मिले, ये नई राष्ट्रीय शिक्षा नीति के मूल में है। गरीब का, आदिवासी का, दलित, वंचित, शोषित का बच्चा भी उसकी अपनी भाषा में मेडिकल, इंजीनियरिंग, टेक्नॉलॉजी की पढ़ाई कर पाए, इसके लिए नई राष्ट्रीय शिक्षा नीति को यहां तेज़ी से लागू किया जाएगा।

भाइयो और बहनो,

बंगाल के पास आम, लिची, प्याज़, आलू, रेशम, जूट ऐसे अनेक प्रकार की पूंजी है। क़ृषक को उसकी उपज की पूरी कीमत, सीधी बैंक खाते में मिले ये बीजेपी सरकार सुनिश्चित करने वाली है। रेशम और जूट उद्योग आत्मनिर्भर भारत का एक बहुत मजबूत पहलू है। इसको प्रोत्साहित करना हमारी प्रतिबद्धता है। इसी प्रकार फल-सब्जियों की वेस्टेज को रोकने के लिए भी किसानों को हर संभव मदद उपलब्ध कराई जाएगी। किसानों को रेल के माध्यम से फल-सब्जियों के लिए कोल्ड स्टोरेज की एक बहुत बड़ी सौगात मिल रही है। कोल्ड स्टोरेज हो, कृषि आधारित शिल्प हो या फिर नदियों में डैम बनाकर सिंचाई की सुविधाओं का निर्माण हो, इनके लिए बीजेपी सरकार तेज़ी से काम करने वाली है। यहां अधिक से अधिक कृषि आधारित शिल्प लगें, इसके लिए केंद्र सरकार ने पहले ही व्यापक प्रयास शुरु कर दिए हैं। पीएम किसान सम्मान निधि के तहत पिछले 18 हज़ार रुपए बंगाल के हर किसान को मिलें, इसके लिए सरकार बनते ही काम शुरू किया जाएगा।

साथियो,

बंगाल क अनेक क्षेत्रों में मत्स्यपालन को और Blue Economy को और अधिक बढ़ावा देने की जरूरत है। मत्स्य पालकों को प्रधानमंत्री मत्स्य संपदा योजना का पूरा लाभ मिले, ये सुनिश्चित किया जाएगा। इसके तहत मछली के चारे से लेकर, दवा और फिर बाज़ार पहुंचाने तक एक बेहतर इंफ्रास्ट्रक्चर के लिए केंद्र सरकार मदद दे रही है। बीजेपी सरकार का प्रयास है कि मछली की प्रोसेसिंग से जुड़े शिल्प पश्चिम बंगाल में लगें, ताकि मछली के कारोबार में ज्यादा से ज्यादा लाभ सुनिश्चित हो। 

भाइयो और बहनो,

मालदा, मुर्शीदाबाद हो, बीरभूम हो या फिर कोलकाता, हर जिले की, हर शहर की अपनी ताकत है। यही ताकत शोनार बांग्ला की प्रेरणा बनेगी। गुरुदेव ने विश्व भारती के लिए जो मंत्र दिया वो है- यत्र विश्वं भवत्येक नीडम् यानि सारा विश्व एक घौंसला है, एक घर है। इसी भाव के साथ, सबको अंगीकार करते हुए, बंगाल, बीरभूम, कोलकाता ऐसे शहर हर सपने को सच करता आया है। कोलकाता देश के उन शुरुआती शहरों में था जहां बिजली आई। जब देश के दूसरे शहरों में तांगे चलते थे, यहां ट्राम चलती थी। जब दूसरे शहरों में ऑटो नहीं था, तब यहां टैक्सी चलती थीं। जब दूसरे शहरों में बसें चलने लगीं, तब यहां मेट्रो ट्रेन की तैयारी चल रही थी। पब्लिक ट्रांसपोर्ट में कोलकाता और पश्चिम बंगाल की इसी लीडरशिप को नए दशक में हम सशक्त करेंगे। अभी कोलकाता मेट्रो के विस्तार का काम चल रहा है। बीजेपी सरकार बनने के बाद ये काम और तेज़ गति से आगे बढ़ेगा। 

भाइयों और बहनों,

कोलकाता हो या पश्चिम बंगाल के दूसरे शहर, प्रदूषण से मुक्ति बहुत ज़रूरी है। CNG आधारित ट्रैफिक, रसोई में पाइप से सस्ती गैस, ऐसे सिटी गैस डिस्ट्रीब्यूशन नेटवर्क का विस्तार, इलेक्ट्रिक मोबिलिटी, ऐसे तमाम कदमों से प्रदूषण में ज़रूर कमी आएगी। शहरों में ड्रेनेज सिस्टम को सुधारना, नदी किनारे घाटों का सुंदरीकरण करना, ये शहर के जीवन को बेहतर बनाएगा। कोलकाता की तो पहचान सिटी ऑफ जॉय के रूप में रही है। आधुनिक इंफ्रास्ट्रक्चर के माध्यम से इसको सिटी ऑफ फ्यूचर के रूप में विकसित किया जाएगा। 

साथियो, 

पश्चिम बंगाल, फिर से आत्मनिर्भर भारत का, भारत के ग्लोबल एक्सपोर्ट का अहम सेंटर बने, इसके लिए यहां आशोल पॉरिबोर्तोन चाहिए। यहां हल्दिया से लेकर बनारस तक एक महत्वपूर्ण इनलैंड वॉटरवे पर तेज़ी से काम चल रहा है। श्यामा प्रसाद मुखर्जी पोर्ट के आधुनिकीकरण पर पहले ही काम शुरु हो चुका है। बीते सालों में जो काम यहां किया गया है, उसके सकारात्मक परिणाम हमें देखने को मिल रहे हैं। और भारत सरकार के नाते मुझे संतोष है कि हम कई अवरोधों के बावजूद भी इन कामों को कर पाए आगे बढ़ा पाए। ऐसे ही अनेक पोर्ट और दूसरे इंफ्रास्ट्रक्चर को बीजेपी की सरकार तेज़ गति से ट्रांसफॉर्म करेगी।

साथियो, 

गांव हों या शहर, अपना पक्का घर हर परिवार का सपना होता है। बीजेपी सरकार हर गरीब के, मध्यम वर्ग के अपने घर के सपने को पूरा करने के लिए पूरी ईमानदारी से जुटी है। बीते वर्षों में 2 करोड़ से अधिक घर हमारी सरकार द्वारा गरीबों के लिए बनवाए गए हैं। बंगाल में बीजेपी सरकार बनने के बाद, गरीबों के लिए घर निर्माण की गति को बहुत तेजी से बढ़ाया जाएगा। घर पर पक्की छत हो, इसके लिए हमारे प्रयास और बढ़ेंगे। और डबल इंजन की सरकार ये काम बहुत आसानी से कर लेगी, ये हम आपको भरोसा देता हूं। एक तरफ मिडिल क्लास के लिए होम लोन पर लाखों रुपए की छूट दी जा रही है, वहीं दूसरी तरह शहरी गरीबों को पक्का घर दिया जा रहा है। गांव से शहर काम के लिए आए श्रमिक साथियों को भी किराए पर सस्ता और अच्छा आवास मिले, इसके लिए केंद्र सरकार पहले ही योजना बना चुकी है। इसी तरह, केंद्र सरकार का रेरा कानून, जो देश के मध्यम वर्ग के सपनों को मजबूती देता है, सुरक्षा देता है उन्हें घर खरीदने पर होने वाली धोखाधड़ी से बचाता है, उसे भी बंगाल की बीजेपी सरकार जल्द लागू करेगी।

भाइयो और बहनो,

बहनों और बेटियों की सक्रिय भागीदारी के बिना विकास अधूरा है। बीजेपी सरकार की ये कोशिश है कि बेटियों के जन्म से लेकर बुढ़ापे तक उनको हर वो सुविधा और प्रोत्साहन मिले, जिससे वो बेहतर समाज का निर्माण कर सकें। पश्चिम बंगाल तो नारी शक्ति की एक बहुत बड़ी प्रेरणास्थली रही है, एक प्रकार से पूजनीय स्थल रहा है। बेहतर गर्ल्ज कॉलेज हों, टेक्नीकल एजुकेशन से जुड़े बेहतरीन संस्थान वहां हों, इसके लिए बीजेपी सरकार प्राथमिकता के आधार पर काम करेगी। बेटियों के खिलाफ संगीन अपराध करने वालों को जल्द से जल्द सज़ा हो, इसके लिए पश्चिम बंगाल में दर्जनों फास्ट ट्रैक कोर्ट बनाने के लिए भाजपा सरकार आते ही तुरंत काम शुरू कर देगी। नारी शक्ति के आत्मविश्वास और आत्मनिर्भरता को सशक्त करने के लिए बीजेपी के संकल्प पत्र में विस्तार से हमने चर्चा की है। सरकार बनते ही, पहले दिन से इस संकल्प पत्र के हर बिंदु पर पूरी गंभीरता से काम शुरु किया जाएगा। सोनार बांग्ला, का निर्माण हम सभी के प्रयासों से होगा, सबको साथ लेकर होगा। 

साथियो, 

बंगाल में चार दशक के बाद लोकतंत्र को मजबूत करने के लिए जनता उत्साह और उमंग के साथ आज निकल पड़ी है, आगे आ रही है। उसे मुक्त मन से अपने अधिकार का प्रयोग करके अपनी पसंद की सरकार चुनने का स्वतंत्र रूप से अवसर मिला है। अब बंगाल चुनाव में मतदान के दो फेज बचे हैं, दो चरण बचे हैं। औऱ एक तरह से चुनाव की दृष्टि से, एक प्रकार से मेरी ये, आज तो मैं रूबरू आकर के अपनी आखिरी रैली कर के आपका धन्यवाद करता लेकिन वर्चुअली भी एक प्रकार से ये मेरी आखिरी रैली इस चुनाव की है। अब तक बंगाल की जनता ने बहुत उत्तम मतदान किया है। पूरे देश को प्रेरणा दे इतना भारी मतदान किया है। मैं आपसे प्रार्थना करता हूं कि आगे भी आप ऐसा ही करिएगा। और भले ही दो चरण बाकी हों, लेकिन आपको एक ही बार निकलना है मतदान के लिए। मतदान के लिए जो दिशा-निर्देश बनाए गए हैं, उनका पालन हो, ये सुनिश्चित करते हुए ही आप मतदान करिएगा।  

साथियो,

अंत में एक बार फिर मेरा आपसे आग्रह रहेगा कि कोरोना से बचाव के हर उपाय पर गंभीरता से आप उसका पालन करते रहे। अस्पतालों पर जो दबाव है, उसको हमें अपनी सावधानी से कम करना है। वैज्ञानिक और मेडिकल सलाह के आधार पर ही हमें आगे बढ़ना है, एकजुट होकर कश्मीर से कन्याकुमारी,अटक से कटक हमें एकजुट होकर इस लड़ाई को लड़ना है। टीके के दौरान भी, टीके के बाद भी, मास्क ज़रूरी है, पूरे चेहरे को मास्क से ढंकना ज़रूरी है। दवाई भी, कड़ाई भी, इस मंत्र को हमें याद रखना है। हम सबकी एकजुटता से ही हर लक्ष्य प्राप्त होगा। बंगाल जीतेगा, बीजेपी जीतेगी, हम सब मिलकर जीतेंगे। बंगाल बढ़ेगा, बंगाल बहुत आगे बढ़ेगा, सोनार बांग्ला बनेगा। मैं अपनी बात, University of Calcutta के लिए रोबी ठाकुर ने जो गीत लिखा था, उसी से समाप्त कर रहा हूं।

शुभो कोर्मोपोथे धोरो निर्भोयो गान

शोब दुर्बोल सोन्शोय होक अबोसान

अपने शुभ कर्म-पथ पर निर्भीक हो कर आगे बढ़िए।

आपकी सभी रुकावटें और शंकाएँ समाप्त हों।

इसी संकल्प के साथ आप सभी से आज्ञा चाहता हूं, और आप सभी के उत्तम स्वास्थ्य के लिए प्रार्थना करता हूं। दो मई बंगाल के जीवन में सोनार बांग्ला की तरफ एक बहुत मजबूत कदम आपलोग बढ़ाने वाले हैं। जैसा कि मैंने वादा किया था कि नई सरकार बीजेपी की बनने वाली है। नमस्कार !!

 

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Text of PM Modi's address at the Parliament of Guyana
November 21, 2024

Hon’ble Speaker, मंज़ूर नादिर जी,
Hon’ble Prime Minister,मार्क एंथनी फिलिप्स जी,
Hon’ble, वाइस प्रेसिडेंट भरत जगदेव जी,
Hon’ble Leader of the Opposition,
Hon’ble Ministers,
Members of the Parliament,
Hon’ble The चांसलर ऑफ द ज्यूडिशियरी,
अन्य महानुभाव,
देवियों और सज्जनों,

गयाना की इस ऐतिहासिक पार्लियामेंट में, आप सभी ने मुझे अपने बीच आने के लिए निमंत्रित किया, मैं आपका बहुत-बहुत आभारी हूं। कल ही गयाना ने मुझे अपना सर्वोच्च सम्मान दिया है। मैं इस सम्मान के लिए भी आप सभी का, गयाना के हर नागरिक का हृदय से आभार व्यक्त करता हूं। गयाना का हर नागरिक मेरे लिए ‘स्टार बाई’ है। यहां के सभी नागरिकों को धन्यवाद! ये सम्मान मैं भारत के प्रत्येक नागरिक को समर्पित करता हूं।

साथियों,

भारत और गयाना का नाता बहुत गहरा है। ये रिश्ता, मिट्टी का है, पसीने का है,परिश्रम का है करीब 180 साल पहले, किसी भारतीय का पहली बार गयाना की धरती पर कदम पड़ा था। उसके बाद दुख में,सुख में,कोई भी परिस्थिति हो, भारत और गयाना का रिश्ता, आत्मीयता से भरा रहा है। India Arrival Monument इसी आत्मीय जुड़ाव का प्रतीक है। अब से कुछ देर बाद, मैं वहां जाने वाला हूं,

साथियों,

आज मैं भारत के प्रधानमंत्री के रूप में आपके बीच हूं, लेकिन 24 साल पहले एक जिज्ञासु के रूप में मुझे इस खूबसूरत देश में आने का अवसर मिला था। आमतौर पर लोग ऐसे देशों में जाना पसंद करते हैं, जहां तामझाम हो, चकाचौंध हो। लेकिन मुझे गयाना की विरासत को, यहां के इतिहास को जानना था,समझना था, आज भी गयाना में कई लोग मिल जाएंगे, जिन्हें मुझसे हुई मुलाकातें याद होंगीं, मेरी तब की यात्रा से बहुत सी यादें जुड़ी हुई हैं, यहां क्रिकेट का पैशन, यहां का गीत-संगीत, और जो बात मैं कभी नहीं भूल सकता, वो है चटनी, चटनी भारत की हो या फिर गयाना की, वाकई कमाल की होती है,

साथियों,

बहुत कम ऐसा होता है, जब आप किसी दूसरे देश में जाएं,और वहां का इतिहास आपको अपने देश के इतिहास जैसा लगे,पिछले दो-ढाई सौ साल में भारत और गयाना ने एक जैसी गुलामी देखी, एक जैसा संघर्ष देखा, दोनों ही देशों में गुलामी से मुक्ति की एक जैसी ही छटपटाहट भी थी, आजादी की लड़ाई में यहां भी,औऱ वहां भी, कितने ही लोगों ने अपना जीवन समर्पित कर दिया, यहां गांधी जी के करीबी सी एफ एंड्रूज हों, ईस्ट इंडियन एसोसिएशन के अध्यक्ष जंग बहादुर सिंह हों, सभी ने गुलामी से मुक्ति की ये लड़ाई मिलकर लड़ी,आजादी पाई। औऱ आज हम दोनों ही देश,दुनिया में डेमोक्रेसी को मज़बूत कर रहे हैं। इसलिए आज गयाना की संसद में, मैं आप सभी का,140 करोड़ भारतवासियों की तरफ से अभिनंदन करता हूं, मैं गयाना संसद के हर प्रतिनिधि को बधाई देता हूं। गयाना में डेमोक्रेसी को मजबूत करने के लिए आपका हर प्रयास, दुनिया के विकास को मजबूत कर रहा है।

साथियों,

डेमोक्रेसी को मजबूत बनाने के प्रयासों के बीच, हमें आज वैश्विक परिस्थितियों पर भी लगातार नजर ऱखनी है। जब भारत और गयाना आजाद हुए थे, तो दुनिया के सामने अलग तरह की चुनौतियां थीं। आज 21वीं सदी की दुनिया के सामने, अलग तरह की चुनौतियां हैं।
दूसरे विश्व युद्ध के बाद बनी व्यवस्थाएं और संस्थाएं,ध्वस्त हो रही हैं, कोरोना के बाद जहां एक नए वर्ल्ड ऑर्डर की तरफ बढ़ना था, दुनिया दूसरी ही चीजों में उलझ गई, इन परिस्थितियों में,आज विश्व के सामने, आगे बढ़ने का सबसे मजबूत मंत्र है-"Democracy First- Humanity First” "Democracy First की भावना हमें सिखाती है कि सबको साथ लेकर चलो,सबको साथ लेकर सबके विकास में सहभागी बनो। Humanity First” की भावना हमारे निर्णयों की दिशा तय करती है, जब हम Humanity First को अपने निर्णयों का आधार बनाते हैं, तो नतीजे भी मानवता का हित करने वाले होते हैं।

साथियों,

हमारी डेमोक्रेटिक वैल्यूज इतनी मजबूत हैं कि विकास के रास्ते पर चलते हुए हर उतार-चढ़ाव में हमारा संबल बनती हैं। एक इंक्लूसिव सोसायटी के निर्माण में डेमोक्रेसी से बड़ा कोई माध्यम नहीं। नागरिकों का कोई भी मत-पंथ हो, उसका कोई भी बैकग्राउंड हो, डेमोक्रेसी हर नागरिक को उसके अधिकारों की रक्षा की,उसके उज्जवल भविष्य की गारंटी देती है। और हम दोनों देशों ने मिलकर दिखाया है कि डेमोक्रेसी सिर्फ एक कानून नहीं है,सिर्फ एक व्यवस्था नहीं है, हमने दिखाया है कि डेमोक्रेसी हमारे DNA में है, हमारे विजन में है, हमारे आचार-व्यवहार में है।

साथियों,

हमारी ह्यूमन सेंट्रिक अप्रोच,हमें सिखाती है कि हर देश,हर देश के नागरिक उतने ही अहम हैं, इसलिए, जब विश्व को एकजुट करने की बात आई, तब भारत ने अपनी G-20 प्रेसीडेंसी के दौरान One Earth, One Family, One Future का मंत्र दिया। जब कोरोना का संकट आया, पूरी मानवता के सामने चुनौती आई, तब भारत ने One Earth, One Health का संदेश दिया। जब क्लाइमेट से जुड़े challenges में हर देश के प्रयासों को जोड़ना था, तब भारत ने वन वर्ल्ड, वन सन, वन ग्रिड का विजन रखा, जब दुनिया को प्राकृतिक आपदाओं से बचाने के लिए सामूहिक प्रयास जरूरी हुए, तब भारत ने CDRI यानि कोएलिशन फॉर डिज़ास्टर रज़ीलिएंट इंफ्रास्ट्रक्चर का initiative लिया। जब दुनिया में pro-planet people का एक बड़ा नेटवर्क तैयार करना था, तब भारत ने मिशन LiFE जैसा एक global movement शुरु किया,

साथियों,

"Democracy First- Humanity First” की इसी भावना पर चलते हुए, आज भारत विश्वबंधु के रूप में विश्व के प्रति अपना कर्तव्य निभा रहा है। दुनिया के किसी भी देश में कोई भी संकट हो, हमारा ईमानदार प्रयास होता है कि हम फर्स्ट रिस्पॉन्डर बनकर वहां पहुंचे। आपने कोरोना का वो दौर देखा है, जब हर देश अपने-अपने बचाव में ही जुटा था। तब भारत ने दुनिया के डेढ़ सौ से अधिक देशों के साथ दवाएं और वैक्सीन्स शेयर कीं। मुझे संतोष है कि भारत, उस मुश्किल दौर में गयाना की जनता को भी मदद पहुंचा सका। दुनिया में जहां-जहां युद्ध की स्थिति आई,भारत राहत और बचाव के लिए आगे आया। श्रीलंका हो, मालदीव हो, जिन भी देशों में संकट आया, भारत ने आगे बढ़कर बिना स्वार्थ के मदद की, नेपाल से लेकर तुर्की और सीरिया तक, जहां-जहां भूकंप आए, भारत सबसे पहले पहुंचा है। यही तो हमारे संस्कार हैं, हम कभी भी स्वार्थ के साथ आगे नहीं बढ़े, हम कभी भी विस्तारवाद की भावना से आगे नहीं बढ़े। हम Resources पर कब्जे की, Resources को हड़पने की भावना से हमेशा दूर रहे हैं। मैं मानता हूं,स्पेस हो,Sea हो, ये यूनीवर्सल कन्फ्लिक्ट के नहीं बल्कि यूनिवर्सल को-ऑपरेशन के विषय होने चाहिए। दुनिया के लिए भी ये समय,Conflict का नहीं है, ये समय, Conflict पैदा करने वाली Conditions को पहचानने और उनको दूर करने का है। आज टेरेरिज्म, ड्रग्स, सायबर क्राइम, ऐसी कितनी ही चुनौतियां हैं, जिनसे मुकाबला करके ही हम अपनी आने वाली पीढ़ियों का भविष्य संवार पाएंगे। और ये तभी संभव है, जब हम Democracy First- Humanity First को सेंटर स्टेज देंगे।

साथियों,

भारत ने हमेशा principles के आधार पर, trust और transparency के आधार पर ही अपनी बात की है। एक भी देश, एक भी रीजन पीछे रह गया, तो हमारे global goals कभी हासिल नहीं हो पाएंगे। तभी भारत कहता है – Every Nation Matters ! इसलिए भारत, आयलैंड नेशन्स को Small Island Nations नहीं बल्कि Large ओशिन कंट्रीज़ मानता है। इसी भाव के तहत हमने इंडियन ओशन से जुड़े आयलैंड देशों के लिए सागर Platform बनाया। हमने पैसिफिक ओशन के देशों को जोड़ने के लिए भी विशेष फोरम बनाया है। इसी नेक नीयत से भारत ने जी-20 की प्रेसिडेंसी के दौरान अफ्रीकन यूनियन को जी-20 में शामिल कराकर अपना कर्तव्य निभाया।

साथियों,

आज भारत, हर तरह से वैश्विक विकास के पक्ष में खड़ा है,शांति के पक्ष में खड़ा है, इसी भावना के साथ आज भारत, ग्लोबल साउथ की भी आवाज बना है। भारत का मत है कि ग्लोबल साउथ ने अतीत में बहुत कुछ भुगता है। हमने अतीत में अपने स्वभाव औऱ संस्कारों के मुताबिक प्रकृति को सुरक्षित रखते हुए प्रगति की। लेकिन कई देशों ने Environment को नुकसान पहुंचाते हुए अपना विकास किया। आज क्लाइमेट चेंज की सबसे बड़ी कीमत, ग्लोबल साउथ के देशों को चुकानी पड़ रही है। इस असंतुलन से दुनिया को निकालना बहुत आवश्यक है।

साथियों,

भारत हो, गयाना हो, हमारी भी विकास की आकांक्षाएं हैं, हमारे सामने अपने लोगों के लिए बेहतर जीवन देने के सपने हैं। इसके लिए ग्लोबल साउथ की एकजुट आवाज़ बहुत ज़रूरी है। ये समय ग्लोबल साउथ के देशों की Awakening का समय है। ये समय हमें एक Opportunity दे रहा है कि हम एक साथ मिलकर एक नया ग्लोबल ऑर्डर बनाएं। और मैं इसमें गयाना की,आप सभी जनप्रतिनिधियों की भी बड़ी भूमिका देख रहा हूं।

साथियों,

यहां अनेक women members मौजूद हैं। दुनिया के फ्यूचर को, फ्यूचर ग्रोथ को, प्रभावित करने वाला एक बहुत बड़ा फैक्टर दुनिया की आधी आबादी है। बीती सदियों में महिलाओं को Global growth में कंट्रीब्यूट करने का पूरा मौका नहीं मिल पाया। इसके कई कारण रहे हैं। ये किसी एक देश की नहीं,सिर्फ ग्लोबल साउथ की नहीं,बल्कि ये पूरी दुनिया की कहानी है।
लेकिन 21st सेंचुरी में, global prosperity सुनिश्चित करने में महिलाओं की बहुत बड़ी भूमिका होने वाली है। इसलिए, अपनी G-20 प्रेसीडेंसी के दौरान, भारत ने Women Led Development को एक बड़ा एजेंडा बनाया था।

साथियों,

भारत में हमने हर सेक्टर में, हर स्तर पर, लीडरशिप की भूमिका देने का एक बड़ा अभियान चलाया है। भारत में हर सेक्टर में आज महिलाएं आगे आ रही हैं। पूरी दुनिया में जितने पायलट्स हैं, उनमें से सिर्फ 5 परसेंट महिलाएं हैं। जबकि भारत में जितने पायलट्स हैं, उनमें से 15 परसेंट महिलाएं हैं। भारत में बड़ी संख्या में फाइटर पायलट्स महिलाएं हैं। दुनिया के विकसित देशों में भी साइंस, टेक्नॉलॉजी, इंजीनियरिंग, मैथ्स यानि STEM graduates में 30-35 परसेंट ही women हैं। भारत में ये संख्या फोर्टी परसेंट से भी ऊपर पहुंच चुकी है। आज भारत के बड़े-बड़े स्पेस मिशन की कमान महिला वैज्ञानिक संभाल रही हैं। आपको ये जानकर भी खुशी होगी कि भारत ने अपनी पार्लियामेंट में महिलाओं को रिजर्वेशन देने का भी कानून पास किया है। आज भारत में डेमोक्रेटिक गवर्नेंस के अलग-अलग लेवल्स पर महिलाओं का प्रतिनिधित्व है। हमारे यहां लोकल लेवल पर पंचायती राज है, लोकल बॉड़ीज़ हैं। हमारे पंचायती राज सिस्टम में 14 लाख से ज्यादा यानि One point four five मिलियन Elected Representatives, महिलाएं हैं। आप कल्पना कर सकते हैं, गयाना की कुल आबादी से भी करीब-करीब दोगुनी आबादी में हमारे यहां महिलाएं लोकल गवर्नेंट को री-प्रजेंट कर रही हैं।

साथियों,

गयाना Latin America के विशाल महाद्वीप का Gateway है। आप भारत और इस विशाल महाद्वीप के बीच अवसरों और संभावनाओं का एक ब्रिज बन सकते हैं। हम एक साथ मिलकर, भारत और Caricom की Partnership को और बेहतर बना सकते हैं। कल ही गयाना में India-Caricom Summit का आयोजन हुआ है। हमने अपनी साझेदारी के हर पहलू को और मजबूत करने का फैसला लिया है।

साथियों,

गयाना के विकास के लिए भी भारत हर संभव सहयोग दे रहा है। यहां के इंफ्रास्ट्रक्चर में निवेश हो, यहां की कैपेसिटी बिल्डिंग में निवेश हो भारत और गयाना मिलकर काम कर रहे हैं। भारत द्वारा दी गई ferry हो, एयरक्राफ्ट हों, ये आज गयाना के बहुत काम आ रहे हैं। रीन्युएबल एनर्जी के सेक्टर में, सोलर पावर के क्षेत्र में भी भारत बड़ी मदद कर रहा है। आपने t-20 क्रिकेट वर्ल्ड कप का शानदार आयोजन किया है। भारत को खुशी है कि स्टेडियम के निर्माण में हम भी सहयोग दे पाए।

साथियों,

डवलपमेंट से जुड़ी हमारी ये पार्टनरशिप अब नए दौर में प्रवेश कर रही है। भारत की Energy डिमांड तेज़ी से बढ़ रही हैं, और भारत अपने Sources को Diversify भी कर रहा है। इसमें गयाना को हम एक महत्वपूर्ण Energy Source के रूप में देख रहे हैं। हमारे Businesses, गयाना में और अधिक Invest करें, इसके लिए भी हम निरंतर प्रयास कर रहे हैं।

साथियों,

आप सभी ये भी जानते हैं, भारत के पास एक बहुत बड़ी Youth Capital है। भारत में Quality Education और Skill Development Ecosystem है। भारत को, गयाना के ज्यादा से ज्यादा Students को Host करने में खुशी होगी। मैं आज गयाना की संसद के माध्यम से,गयाना के युवाओं को, भारतीय इनोवेटर्स और वैज्ञानिकों के साथ मिलकर काम करने के लिए भी आमंत्रित करता हूँ। Collaborate Globally And Act Locally, हम अपने युवाओं को इसके लिए Inspire कर सकते हैं। हम Creative Collaboration के जरिए Global Challenges के Solutions ढूंढ सकते हैं।

साथियों,

गयाना के महान सपूत श्री छेदी जगन ने कहा था, हमें अतीत से सबक लेते हुए अपना वर्तमान सुधारना होगा और भविष्य की मजबूत नींव तैयार करनी होगी। हम दोनों देशों का साझा अतीत, हमारे सबक,हमारा वर्तमान, हमें जरूर उज्जवल भविष्य की तरफ ले जाएंगे। इन्हीं शब्दों के साथ मैं अपनी बात समाप्त करता हूं, मैं आप सभी को भारत आने के लिए भी निमंत्रित करूंगा, मुझे गयाना के ज्यादा से ज्यादा जनप्रतिनिधियों का भारत में स्वागत करते हुए खुशी होगी। मैं एक बार फिर गयाना की संसद का, आप सभी जनप्रतिनिधियों का, बहुत-बहुत आभार, बहुत बहुत धन्यवाद।