প্ৰধানমন্ত্ৰী শ্ৰী নৰেন্দ্ৰ মোদীয়ে আজি কলকাতা প’ৰ্ট ট্ৰাষ্টৰ ডেৰশ বছৰীয়া জয়ন্তী সমাৰোহত অংশগ্ৰহণ কৰে৷
প্ৰধানমন্ত্ৰীয়ে কলকাতা প’ৰ্ট ট্ৰাষ্টৰ ডেৰশ বছৰীয়া জয়ন্তীৰ স্মাৰক হিচাপে প’ৰ্ট জেটিছত এক ফলকো অনাৱৰণ কৰে৷
দেশ জলশক্তিৰ ক্ষেত্ৰত গুৰুত্বপূৰ্ণ সেৱা আগবঢ়োৱা কেঅ’পিটিৰ ডেৰশ বছৰীয়া জয়ন্তী সমাৰোহত উপস্থিত থাকিবলৈ পাই প্ৰধানমন্ত্ৰীয়ে নিজকে সৌভাগ্যৱান বুলি মন্তব্য কৰে৷
‘‘এই বন্দৰটোৱে দেশৰ বহু ঐতিহাসিক মুহূৰ্তৰ সাক্ষী হৈ ৰৈছে৷ সত্যাগ্ৰহৰ পৰা আৰম্ভ কৰি স্বচ্ছাগ্ৰহলৈ এই বন্দৰটোৱে দেশ পৰিৱৰ্তিত হোৱা দেখা পাইছে৷ কলকাতাৰ এই বন্দৰটোৱে ভাৰতৰ ঔদ্যোগিক, আধ্যাত্মিক আৰু স্ব–নিৰ্ভৰশীলতাৰ প্ৰত্যাশাক প্ৰতিফলিত কৰিছে’’, প্ৰধানমন্ত্ৰীয়ে এইদৰে কয়৷
প্ৰধানমন্ত্ৰীয়ে এই অনুষ্ঠানটোত প’ৰ্টৰ এক বন্দনা গীতো মুকলি কৰে৷ প্ৰধানমন্ত্ৰীয়ে কয় যে ভাৰতৰ গুজৰাটৰ লোথাল বন্দৰৰ পৰা কলকাতা বন্দৰলৈ এই বন্দৰৰ শাৰীয়ে কেৱল বাণিজ্য তথা ব্যৱসায়কে প্ৰতিনিধিত্ব কৰাই নহয়, ই বিশ্বৰ সভ্যতা তথা সংস্কৃতিকো প্ৰতিনিধিত্ব কৰে৷
‘‘আমাৰ চৰকাৰে বন্দৰসমূহ বিকাশৰ দুৱাৰমুখ বুলি বিশ্বাস কৰে৷ এইবাবেই চৰকাৰে বন্দৰসমূহৰ আন্তঃগাঁথনিৰ বিকাশৰ বাবে সাগৰমালা প্ৰকল্পৰ সূচনা কৰিছে৷ এই আঁচনিৰ অধীনত ৬ লাখ কোটি টকাতকৈও অধিক পুঁজি ৩৬০০ প্ৰকল্পলৈ আৱণ্টিত কৰা হৈছে৷ ইয়াৰে ২০০ত কৈও অধিক প্ৰকল্পৰ ব্যয় ৩ লাখ কোটি টকা ব্যয় কৰা হৈছে আৰু প্ৰায় ১২৫টা প্ৰকল্পৰ কাম সমাপ্ত হোৱাৰ দিশত আগবাঢ়িছে৷ কলকাতা বন্দৰ পূব ভাৰতৰ ঔদ্যোগিক কেন্দ্ৰৰ সৈতে সংযোজিত আৰু সেয়ে ইয়াৰ পৰা নেপাল, ভূটান, বাংলাদেশ তথা ম্যানমাৰলৈ বাণিজ্য কৰিবলৈ সূচল হয়’’, প্ৰধানমন্ত্ৰীয়ে এইদৰে কয়৷
ডঃ শ্যমাপ্ৰসাদ প্ৰসাদ মুখাৰ্জী প’ৰ্ট ন্যাস
প্ৰধানমন্ত্ৰীয়ে কলকাতা প’ৰ্ট ন্যাসক ডঃ শ্যামাপ্ৰসাদ মুখাৰ্জীৰ নামত উচৰ্গা কৰি কয় যে ডঃ মুখাৰ্জী আছিল বংগৰ সন্তান যিয়ে দেশত ঔদ্যোগিকতাৰ ভেঁটি স্থাপন কৰিছিল আৰু চিত্তৰঞ্জন লক’ম’টিভ কাৰখানা, হিন্দুস্তান এয়াৰক্ৰাফ্ট কাৰখানা, সিন্ধ্ৰী সাৰ কাৰখানা আৰু দামোদৰ উপত্যকা নিগম স্থাপনত গুৰুত্বপূৰ্ণ ভূমিকা পালন কৰিছিল৷
ডঃ শ্যমাপ্ৰসাদ প্ৰসাদ মুখাৰ্জী প’ৰ্ট ন্যাস
প্ৰধানমন্ত্ৰীয়ে কলকাতা প’ৰ্ট ন্যাসক ডঃ শ্যামাপ্ৰসাদ মুখাৰ্জীৰ নামত উচৰ্গা কৰি কয় যে ডঃ মুখাৰ্জী আছিল বংগৰ সন্তান যিয়ে দেশত ঔদ্যোগিকতাৰ ভেঁটি স্থাপন কৰিছিল আৰু চিত্তৰঞ্জন লক’ম’টিভ কাৰখানা, হিন্দুস্তান এয়াৰক্ৰাফ্ট কাৰখানা, সিন্ধ্ৰী সাৰ কাৰখানা আৰু দামোদৰ উপত্যকা নিগম স্থাপনত গুৰুত্বপূৰ্ণ ভূমিকা পালন কৰিছিল৷
কেঅ’পিটিৰ পেঞ্চনাৰসকলৰ বাবে কল্যাণমূলক আঁচনি
শ্ৰী নৰেন্দ্ৰ মোদীয়ে কলকাতা প’ৰ্ট ট্ৰাষ্টৰ অৱসৰপ্ৰাপ্ত তথা বিদ্যমান কৰ্মচাৰীসকলৰ পেঞ্চনৰ বাবে ৫০১ কোটি টকাৰ এখন চেক প্ৰদান কৰে৷ তেওঁ দুগৰাকী অৱসৰপ্ৰাপ্ত বৰ্ষীয়ান পেঞ্চনাৰক সম্বৰ্ধনাও জনায়৷
প্ৰধানমন্ত্ৰীয়ে সুন্দৰবনৰ ২০০ আদিবাসী ছোৱালী শিক্ষাৰ্থীসকলৰ বাবে কৌশল বিকাশ কেন্দ্ৰ আৰু প্ৰীতিলতা ছাত্ৰ আবাসো মুকলি কৰে৷
मां गंगा के सानिध्य में, गंगासागर के निकट, देश की जलशक्ति के इस ऐतिहासिक प्रतीक पर, इस समारोह का हिस्सा बनना सौभाग्य की बात है: PM @narendramodi
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कोलकाता पोर्ट के विस्तार और आधुनिकीकरण के लिए आज सैकड़ों करोड़ रुपए के इंफ्रास्ट्रक्चर प्रोजेक्ट्स का लोकार्पण और शिलान्यास भी किया गया है। आदिवासी बेटियों की शिक्षा और कौशल विकास के लिए हॉस्टल और स्किल डेवलपमेंट सेंटर का शिलान्यास हुआ है: PM @narendramodi
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इस पोर्ट ने भारत को विदेशी राज से स्वराज पाते देखा है। सत्याग्रह से लेकर स्वच्छाग्रह तक इस पोर्ट ने देश को बदलते हुए देखा है।
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ये पोर्ट सिर्फ मालवाहकों का ही स्थान नहीं रहा, बल्कि देश और दुनिया पर छाप छोड़ने वाले ज्ञानवाहकों के चरण भी यहां पड़े हैं: PM @narendramodi
एक प्रकार से कोलकाता का ये पोर्ट भारत की औद्योगिक, आध्यात्मिक और आत्मनिर्भरता की आकांक्षा का प्रतीक है।
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ऐसे में जब ये पोर्ट डेढ़ सौवें साल में प्रवेश कर रहा है, तब इसको न्यू इंडिया के निर्माण का भी एक प्रतीक बनाना आवश्यक है: PM @narendramodi
पश्चिम बंगाल की, देश की इसी भावना को नमन करते हुए मैं कोलकाता पोर्ट ट्रस्ट का नाम, भारत के औद्योगीकरण के प्रणेता, बंगाल के विकास का सपना लेकर जीने वाले और एक देश, एक विधान के लिए बलिदान देने वाले डॉक्टर श्यामा प्रसाद मुखर्जी के नाम पर करने की घोषणा करता हूं: PM @narendramodi
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बंगाल के सपूत, डॉक्टर मुखर्जी ने देश में औद्योगीकरण की नींव रखी थी। चितरंजन लोकोमोटिव फैक्ट्री, हिन्दुस्तान एयरक्राफ्ट फैक्ट्री, सिंदरी फर्टिलाइज़र कारखाना और दामोदर वैली कॉर्पोरेशन, ऐसे अनेक बड़ी परियोजनाओं के विकास में डॉक्टर मुखर्जी का बहुत योगदान रहा है: PM @narendramodi
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आज के इस अवसर पर, मैं बाबा साहेब आंबेडकर को भी याद करता हूं, उन्हें नमन करता हूं। डॉक्टर मुखर्जी और बाबा साहेब, दोनों ने स्वतंत्रता के बाद के भारत के लिए नई नीतियां दी थीं, नया विजन दिया था: PM @narendramodi
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लेकिन ये देश का दुर्भाग्य रहा कि डॉक्टर मुखर्जी और बाबा साहेब के सरकार से हटने के बाद, उनके सुझावों पर वैसा अमल नहीं किया गया, जैसा किया जाना चाहिए था: PM @narendramodi
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गुजरात के लोथल पोर्ट से लेकर कोलकाता पोर्ट तक देखें, तो भारत की लंबी कोस्ट लाइन से पूरी दुनिया में व्यापार-कारोबार होता था और सभ्यता, संस्कृति का प्रसार भी होता था: PM @narendramodi
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हमारी सरकार ये मानती है कि हमारे Coasts, विकास के Gateways हैं। इसलिए सरकार ने Coasts पर कनेक्टिविटी और वहां के इंफ्रास्ट्रक्चर को आधुनिक बनाने के लिए सागरमाला कार्यक्रम शुरू किया: PM @narendramodi
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इस योजना के तहत करीब 6 लाख करोड़ रुपए से अधिक के पौने 6 सौ प्रोजेक्ट्स की पहचान की जा चुकी है। इनमें से 3 लाख करोड़ रुपए से अधिक के 200 से ज्यादा प्रोजेक्ट पर काम चल रहा है और लगभग सवा सौ पूरे भी हो चुके हैं: PM @narendramodi
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इस वर्ष हल्दिया में मल्टीमॉडल टर्मिनल और फरक्का में नेविगेशनल लॉक को तैयार करने का प्रयास है। साल 2021 तक गंगा में बड़े जहाज़ भी चल सकें, इसके लिए भी ज़रूरी गहराई बनाने का काम प्रगति पर है: PM @narendramodi
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नदी जलमार्ग की सुविधाओं के बनने से कोलकाता पोर्ट पूर्वी भारत के औद्योगिक सेंटर्स से तो जुड़ा ही है, नेपाल, बांग्लादेश, भूटान और म्यांमार जैसे देशों के लिए व्यापार और आसान हुआ है: PM @narendramodi
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पश्चिम बंगाल के विकास के लिए केंद्र सरकार की तरफ से हर संभव कोशिश की जा रही है। विशेष तौर पर गरीबों, दलितों, वंचितों, शोषितों और पिछड़ों के विकास के लिए समर्पित भाव से प्रयास किए जा रहे हैं: PM @narendramodi
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जैसे ही पश्चिम बंगाल राज्य सरकार आयुष्मान भारत योजना, पीएम किसान सम्मान निधि के लिए स्वीकृति देगी, यहां के लोगों को इन योजनाओं का भी लाभ मिलने लगेगा: PM @narendramodi
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