Published By : Admin |
September 18, 2024 | 16:27 IST
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ISRO to develop launch vehicle with high payload, cost effective, reusable, and commercially viable
Cabinet clears development of Next Generation of satellite Launch Vehicle
The Union Cabinet chaired by the Prime Minister Shri Narendra Modi has approved the development of Next Generation Launch Vehicle (NGLV), that will be a significant step towards the Government’s vision of establishing & operating the Bharatiya Antariksh Station and towards developing capability for Indian Crewed Landing on the Moon by 2040. NGLV will have 3 times the present payload capability with 1.5 times the cost compared to LVM3, and will also have reusability resulting in low-cost access to space and modular green propulsion systems.
The goals of the Indian space programme during the Amrit Kaal require a new generation of human rated launch vehicles with high payload capability & reusability. Hence, the development of the Next Generation Launch Vehicle (NGLV) is taken up which is designed to have a maximum payload capability of 30 tonnes to Low Earth Orbit, which also has a reusable first stage. Currently, India has achieved self-reliance in space transportation systems to launch satellites up to 10 tonne to Low Earth Orbit (LEO) and 4 tonne to Geo-Synchronous Transfer Orbit (GTO) through the currently operational PSLV, GSLV, LVM3 & SSLV launch vehicles.
The NGLV development project will be implemented with maximal participation from the Indian industry, who is also expected to invest in the manufacturing capacity at the outset itself, thereby allowing a seamless transition to the operational phase subsequent to the development. NGLV will be demonstrated with three development flights (D1, D2 & D3) with a target of 96 months (8 years) for the completion of the development phase.
The total fund approved is Rs. 8240.00 Crore and includes the development costs, three developmental flights, essential facility establishment, Programme Management and Launch Campaign.
Leap towards Bharatiya Antariksh Station
The development of NGLV will enable national & commercial missions including launch of human spaceflight missions to Bharatiya Antariksh Station, Lunar/inter-planetary exploration missions along with communication & earth observation satellite constellations to Low Earth Orbit that will benefit the entire space ecosystem in the country. This project will boost the Indian space ecosystem in terms of capability and capacity.
India's space ambitions take yet another important leap with the approval of the Next Generation Launch Vehicle (NGLV)! This will bring us closer to establishing the Bharatiya Antariksh Station and achieving a crewed Moon landing by 2040.https://t.co/G2GExuQIyy
The masterminds of terror now know that raising an eye against India will lead to nothing but destruction: PM at Adampur Air Base
May 13, 2025
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Interacted with the air warriors and soldiers, Their courage and professionalism in protecting our nation are commendable: PM
‘Bharat Mata ki Jai’ is not just a slogan, This is the oath of every soldier who puts his life at stake for the honour and dignity of his country: PM
Operation Sindoor is a trinity of India's policy, intent, and decisive capability: PM
When the Sindoor of our sisters and daughters was wiped away, we crushed the terrorists in their hideouts: PM
The masterminds of terror now know that raising an eye against India will lead to nothing but destruction: PM
Not only were terrorist bases and airbases in Pakistan destroyed, but their malicious intentions and audacity were also defeated: PM
India's Lakshman Rekha against terrorism is now crystal clear,If there is another terror attack, India will respond and it will be a decisive response: PM
Every moment of Operation Sindoor stands as a testament to the strength of India's armed forces: PM
If Pakistan shows any further terrorist activity or military aggression, we will respond decisively, This response will be on our terms, in our way: PM
This is the new India! This India seeks peace, But if humanity is attacked, India also knows how to crush the enemy on the battlefield: PM
भारत माता की जय!
भारत माता की जय!
भारत माता की जय!
इस जयघोष की ताकत अभी-अभी दुनिया ने देखी है। भारत माता की जय, ये सिर्फ उद्घोष नहीं है, ये देश के हर उस सैनिक की शपथ है, जो मां भारती की मान-मर्यादा के लिए जान की बाजी लगा देता है। ये देश के हर उस नागरिक की आवाज़ है, जो देश के लिए जीना चाहता है, कुछ कर गुजरना चाहता है। भारत माता की जय, मैदान में भी गूंजती है और मिशन में भी। जब भारत के सैनिक मां भारती की जय बोलते हैं, तो दुश्मन के कलेजे काँप जाते हैं। जब हमारे ड्रोन्स, दुश्मन के किले की दीवारों को ढहा देते हैं, जब हमारी मिसाइलें सनसनाती हुई निशाने पर पहुँचती हैं, तो दुश्मन को सुनाई देता है- भारत माता की जय! जब रात के अंधेरे में भी, जब हम सूरज उगा देते हैं, तो दुश्मन को दिखाई देता है- भारत माता की जय! जब हमारी फौजें, न्यूक्लियर ब्लैकमेल की धमकी की हवा निकाल देती हैं, तो आकाश से पाताल तक एक ही बात गूंजती है- भारत माता की जय!
साथियों,
वाकई, आप सभी ने कोटि-कोटि भारतीयों का सीना चौड़ा कर दिया है, हर भारतीय का माथा गर्व से ऊंचा कर दिया है। आपने इतिहास रच दिया है। और मैं आज सुबह-सुबह आपके बीच आया हूं, आपके दर्शन करने के लिए। जब वीरों के पैर धरती पर पड़ते हैं, तो धरती धन्य हो जाती है, जब वीरों के दर्शन का अवसर मिलता है, तो जीवन धन्य हो जाता है। और इसलिए मैं आज सुबह-सुबह ही आपके दर्शन करने के लिए यहां पहुंचा हूं। आज से अनेक दशक बाद भी जब भारत के इस पराक्रम की चर्चा होगी, तो उसके सबसे प्रमुख अध्याय आप और आपके साथी होंगे। आप सभी वर्तमान के साथ ही देश की आने वाली पीढ़ियों की, और उनके लिए भी नई प्रेरणा बन गए हैं। मैं वीरों की इस धरती से आज एयरफोर्स, नेवी और आर्मी के सभी जांबाजों, BSF के अपने शूरवीरों को सैल्यूट करता हूं। आपके पराक्रम की वजह से आज ऑपरेशन सिंदूर की गूंज हर कोने में सुनाई दे रही है। इस पूरे ऑपरेशन के दौरान हर भारतीय आपके साथ खड़ा रहा, हर भारतीय की प्रार्थना आप सभी के साथ रही। आज हर देशवासी, अपने सैनिकों, उनके परिवारों के प्रति कृतज्ञ है, उनका ऋणी है।
साथियों,
ऑपरेशन सिंदूर कोई सामान्य सैन्य अभियान नहीं है। ये भारत की नीति, नीयत और निर्णायक क्षमता की त्रिवेणी है। भारत बुद्ध की भी धरती है और गुरु गोबिंद सिंह जी की भी धरती है। गुरू गोबिंद सिंह जी ने कहा था- सवा लाख से एक लड़ाऊं, चिड़ियन ते मैं बाज़ तुड़ाऊं, तबै गुरु गोबिंद सिंह नाम कहाऊं।” अधर्म के नाश और धर्म की स्थापना के लिए शस्त्र उठाना, ये हमारी परंपरा है। इसलिए जब हमारी बहनों, बेटियों का सिंदूर छीना गया, तो हमने आंतकियों के फ़न को उनके घर में घुसके कुचल दिया। वो कायरों की तरह छिपकर आए थे, लेकिन वो ये भूल गए, उन्होंने जिसे ललकारा है, वो हिन्द की सेना है। आपने उन्हें सामने से हमला करके मारा, आपने आतंक के तमाम बड़े अड्डों को मिट्टी में मिला दिया, 9 आतंकी ठिकाने बर्बाद हुए, 100 से ज्यादा आतंकियों की मौत हुई, आतंक के आकाओं को अब समझ आ गया है, भारत की ओर नज़र उठाने का एक ही अंजाम होगा- तबाही! भारत में निर्दोष लोगों का खून बहाने का एक ही अंजाम होगा- विनाश और महाविनाश! जिस पाकिस्तानी सेना के भरोसे ये आतंकी बैठे थे, भारत की सेना, भारत की एयरफोर्स और भारत की नेवी ने, उस पाकिस्तानी सेना को भी धूल चटा दी है। आपने पाकिस्तानी फौज को भी बता दिया है, पाकिस्तान में ऐसा कोई ठिकाना नहीं है, जहां बैठकर आतंकवादी चैन की सांस ले सके। हम घर में घुसकर मारेंगे और बचने का एक मौका तक नहीं देंगे। और हमारे ड्रोन्स, हमारी मिसाइलें, उनके बारे में तो सोचकर पाकिस्तान को कई दिन तक नींद नहीं आएगी। कौशल दिखलाया चालों में, उड़ गया भयानक भालों में। निर्भीक गया वह ढालों में, सरपट दौड़ा करवालों में। ये पंक्तियां महाराणा प्रताप के प्रसिद्ध घोड़े चेतक पर लिखी गई हैं, लेकिन ये पंक्तियां आज के आधुनिक भारतीय हथियारों पर भी फिट बैठती हैं।
मेरे वीर साथियों,
ऑपरेशन सिंदूर से आपने देश का आत्मबल बढ़ाया है, देश को एकता के सूत्र में बाँधा है, और आपने भारत की सीमाओं की रक्षा की है, भारत के स्वाभिमान को नई ऊंचाई दी है।
साथियों,
आपने वो किया, जो अभूतपूर्व है, अकल्पनीय है, अद्भुत है। हमारी एयरफोर्स ने पाकिस्तान में इतना डीप, आतंक के अड्डों को टारगेट किया। सिर्फ 20-25 मिनट के भीतर, सीमापार लक्ष्यों को भेदना, बिल्कुल पिन पॉइंट टारगेट्स को हिट करना, ये सिर्फ एक मॉडर्न टेक्नोलॉजी से लैस, प्रोफेशनल फोर्स ही कर सकती है। आपकी स्पीड और प्रिसीजन, इस लेवल की थी, कि दुश्मन हक्का-बक्का रह गया। उसको पता ही नहीं चला कि कब उसका सीना छलनी हो गया।
साथियों,
हमारा लक्ष्य, पाकिस्तान के अंदर terror हेडक्वार्टर्स को हिट करने का था, आतंकियों को हिट करने का था। लेकिन पाकिस्तान ने अपने यात्री विमानों को सामने करके जो साजिश रची, मैं कल्पना कर सकता हूं, वो पल कितना कठिन होगा, जब सिविलियन एयरक्राफ्ट दिख रहा है, और मुझे गर्व है आपने बहुत सावधानी से, बहुत सतर्कता से सिविलियन एयरक्राफ्ट को नुकसान किए बिना, तबाह करके दिखाया, उसका जवाब दे दिया आपने। मैं गर्व के साथ कह सकता हूं, कि आप सभी अपने लक्ष्यों पर बिल्कुल खरे उतरे हैं। पाकिस्तान में आतंकी ठिकानों और उनके एयरबेस ही तबाह नहीं हुए, बल्कि उनके नापाक इरादे और उनके दुस्साहस, दोनों की हार हुई है।
साथियों,
ऑपरेशन सिंदूर से बौखलाए दुश्मन ने इस एयरबेस के साथ-साथ, हमारे अनेक एयरबेस पर हमला करने की कई बार कोशिश की। बार-बार उसने हमें टारगेट किया, लेकिन पाक के नाकाम, नापाक इरादे हर बार नाकाम हो गए। पाकिस्तान के ड्रोन, उसके UAV, पाकिस्तान के एयरक्राफ्ट और उसकी मिसाइलें, हमारे सशक्त एयर डिफेंस के सामने सब के सब ढेर हो गए। मैं देश के सभी एयरबेस से जुड़ी लीडरशिप की, भारतीय वायुसेना के हर एयर-वॉरियर की हृदय से सराहना करता हूं, आपने वाकई बहुत शानदार काम किया है।
साथियों,
आतंक के विरुद्ध भारत की लक्ष्मण रेखा अब एकदम स्पष्ट है। अब फिर कोई टैरर अटैक हुआ, तो भारत जवाब देगा, पक्का जवाब देगा। ये हमने सर्जिकल स्ट्राइक के समय देखा है, एयर स्ट्राइक के समय देखा है, और अब तो ऑपरेशन सिंदूर, भारत का न्यू नॉर्मल है। और जैसा मैंने कल भी कहा, भारत ने अब तीन सूत्र तय कर दिए हैं, पहला- भारत पर आतंकी हमला हुआ तो हम अपने तरीके से, अपनी शर्तों पर, अपने समय पर जवाब देंगे। दूसरा- कोई भी न्यूक्लियर ब्लैकमेल भारत नहीं सहेगा। तीसरा- हम आतंक की सरपरस्त सरकार और आतंक के आकाओं को अलग-अलग नहीं देखेंगे। दुनिया भी भारत के इस नए रूप को, इस नई व्यवस्था को समझते हुए ही आगे बढ़ रही है।
साथियों,
ऑपरेशन सिंदूर का एक-एक क्षण भारत की सेनाओं के सामर्थ्य की गवाही देता है। इस दौरान हमारी सेनाओं का को-ऑर्डिनेशन, वाकई मैं कहूंगा, शानदार था। आर्मी हो, नेवी हो या एयरफोर्स, सबका तालमेल बहुत जबरदस्त था। नेवी ने समुद्र पर अपना दबदबा बनाया। सेना ने बॉर्डर पर मजबूती दी। और, भारतीय वायुसेना ने अटैक भी किया और डिफेंड भी किया। BSF और दूसरे बलों ने भी अद्भुत क्षमताओं का प्रदर्शन किया है। Integrated air and land combat systems ने शानदार काम किया है। और यही तो है, jointness, ये अब भारतीय सेनाओं के सामर्थ्य की एक मजबूत पहचान बन चुकी है।
साथियों,
ऑपरेशन सिंदूर में मैनपावर के साथ ही मशीन का को-ऑर्डिनेशन भी अद्भुत रहा है। भारत के पारंपरिक एयर डिफेंस सिस्टम हों, जिन्होंने अनेक लड़ाइयां देखी हैं, या फिर आकाश जैसे हमारे मेड इन इंडिया प्लेटफॉर्म हों, इनको S-400 जैसे आधुनिक और सशक्त डिफेंस सिस्टम ने अभूतपूर्व मज़बूती दी है। एक मजबूत सुरक्षा कवच भारत की पहचान बन चुकी है। पाकिस्तान की लाख कोशिश के बाद भी, हमारे एयरबेस हों, या फिर हमारे दूसरे डिफेंस इंफ्रास्ट्रक्चर, इन पर आंच तक नहीं आई। और इसका श्रेय आप सभी को जाता है, और मुझे गर्व है आप सब पर, बॉर्डर पर तैनात हर सैनिक को जाता है, इस ऑपरेशन से जुड़े हर व्यक्ति को इसका श्रेय जाता है।
साथियों,
आज हमारे पास नई और cutting edge technology का ऐसा सामर्थ्य है, जिसका पाकिस्तान मुकाबला नहीं कर सकता। बीते दशक में एयरफोर्स सहित, हमारी सभी सेनाओं के पास, दुनिया की श्रेष्ठ टेक्नोलॉजी पहुंची है। लेकिन हम सब जानते हैं, नई टेक्नोलॉजी के साथ चुनौतियां भी उतनी ही बड़ी होती हैं। Complicated और sophisticated systems को मैंटेन करना, उन्हें efficiency के साथ ऑपरेट करना, एक बहुत बड़ी स्किल है। आपने tech को tactics से जोड़कर दिखा दिया है। आपने सिद्ध कर दिया है कि आप इस गेम में, दुनिया में बेहतरीन हैं। भारत की वायुसेना अब सिर्फ हथियारों से ही नहीं, डेटा और ड्रोन से भी दुश्मन को छकाने में माहिर हो गई है।
साथियों,
पाकिस्तान की गुहार के बाद भारत ने सिर्फ अपनी सैन्य कार्रवाई को स्थगित किया है। अगर, अगर पाकिस्तान ने फिर से आतंकी गतिविधि या सैन्य दुस्साहस दिखाया, तो हम उसका मुंहतोड़ जवाब देंगे। ये जवाब, अपनी शर्तों पर, अपने तरीके से देंगे। और इस निर्णय की आधारशिला, इसके पीछे छिपा विश्वास, आप सबका धैर्य, शौर्य, साहस और सजगता है। आपको ये हौसला, ये जुनून, ये जज्बा, ऐसे ही बरकरार रखना है। हमें लगातार मुस्तैद रहना है, हमें तैयार रहना है। हमें दुश्मन को याद दिलाते रहना है, ये नया भारत है। ये भारत शांति चाहता है, लेकिन, अगर मानवता पर हमला होता है, तो ये भारत युद्ध के मोर्चे पर दुश्मन को मिट्टी में मिलाना भी अच्छी तरह जानता है। इसी संकल्प के साथ, आइए एक बार फिर बोलें-