BJD failed farmers for 25 years; BJP aims for their true empowerment: PM Modi in Nabarangpur
BJP's Sankalp Patra has the willpower for the rapid development of Odisha and to fulfil your dreams, says PM Modi

जय जगन्नाथ ! जय जगन्नाथ !  जय श्रीराम ! जय जय श्रीराम !

एठी उपस्थिता भाई ओ भौणी मानंकु मोर नमस्कार !

मां भंडार घरानी, मां माझी घरानी और मां पेंड्रानी के चरणों में भी मैं आस्थापूर्वक नमन करता हूं। मैं सबसे पहले जो लोग बाहर धूप में तप रहे हैं, मैं सबसे पहले उनसे क्षमा मांगता हूँ। ये जगह छोटी पड़ गई, और मैं देख रहा हूँ, जितने यहां हैं, उनसे पांच गुना लोग बाहर धूप में तप रहे हैं। जो लोग धूप में तप रहे हैं, मैं उनको विश्वास दिलाता हूँ कि आपकी तपस्या बेकार नहीं जाने दूंगा। आप जो तप कर रहे हैं, मुझे आशीर्वाद देने आए हैं आपका ये प्यार आपका ये आशीर्वाद, मैं यहां का विकास करके मैं जरूर लौटाऊंगा। इस चुनाव में यहां हमारे साथी एमएलए का भी चुनाव लड़ रहे हैं, हमारे साथी एमपी का भी चुनाव लड़ रहे हैं। मैं चाहूंगा कि जो एमएलए का चुनाव लड़ रहे हैं वो जरा आगे आ जाएं। जो एमएलए का चुनाव लड़ रहे हैं वो आगे आ जाएं, और जो एमपी का चुनाव लड़ रहे हैं वो भी आगे आ जाएं।

भारत माता की जय! भारत माता की जय!

यहां कोरापुट और कालाहांडी से भी अनेक साथी आए हैं। माता-बहनें आईं हैं। मैं आप सभी का सिर झुकाकर अभिनंदन करता हूं। आपका ये उत्साह साफ-साफ बता रहा है कि इस बार BJD जाएगी। बीजेपी आएगी। ओडिशा में पहली बार डबल इंजन सरकार! उड़ीसा रे प्रथम थर हेब डबल इंजीन सरकार। ओडिशा को भाजपा का पहला सीएम मिलेगा, और यह भी लिख रहिए, सीएम कौन बनेगा, यहां का, उड़ीसा का ही, उड़ीसा बेटा या उड़ीसा की बेटी, वो ही सीएम बनेगा, कोई बाहर वाला नहीं बनेगा। जो ओडिशा की मिट्टी, यहां की संस्कृति को, उसको अपने सिर-माथे लगाकर चलेगा, वही भाजपा अपना पहला सीएम बनाएगी। जो यहां की समस्या जानता है, जो यहां के समाधान जानता हैं, जो जनता से जुड़ा हो, भाजपा ऐसा सीएम देगी, ये मोदी की गारंटी है। और दिल्ली के लिए आपको क्या करना है? हिन्दुस्तान की सरकार बनाने के लिए क्या करना है? फिर एक बार...मोदी सरकार ! फिर एक बार...मोदी सरकार ! फिर एक बार...मोदी सरकार ! 

ओडिशा और दिल्ली में डबल इंजन की सरकार,ओडिशा के विकास को नई गति देगी।यहां प्रगति लाएगी। इसलिए मेरी प्रार्थना है,इस बार लोकसभा की सभी 21 सीटों पर कमल खिले। खिलेगा कमल? सभी 21 सीटों पर? और विधानसभा में भाजपा को बीजेपी को बंपर जीत मिले, ताकि ओडिशा को नई ऊर्जा मिले, नया नेतृत्व मिले।

साथियों, 

आप लिख लीजिए, लिख लेंगे? याद रखेंगे? जरा सब के सब बताओ, लिख लेंगे? आप लिख लीजिए, चार जून को बीजेडी सरकार की एक्सपायरी डेट है। और मैं, यहां आज क्यों आया हूँ, मैं आप सबको निमंत्रण देने के लिए आया हूँ। चार जून को बीजेडी सरकार की एक्सपायरी डेट है। और दस जून को भाजपा के मुख्यमंत्री के शपथ ग्रहण समारोह की डेट है। और मैं आपको भुवनेश्वर में, भाजपा सरकार के शपथ समारोह का निमंत्रण देने के लिए यहां तक आया हूँ। और मुझे पक्का विश्वास है जिन लोगों ने जैसे राम मंदिर का निमंत्रण ठुकरा दिया ना, आप लोग नहीं ठुकराएगें। मुझे पूर पता है, आप लोग मोदी के निमंत्रण को जरूर स्वीकार करेंगे। 

साथियों, 

कल ओडिशा भाजपा ने बहुत ही शानदार, बहुत ही शानदार, संकल्प-पत्र जारी किया है। मैनिफेस्टो जारी किया है। और इसके लिए ओडिशा भाजपा के सभी लोग बहुत-बहुत बधाई के पात्र हैं। भाजपा के संकल्प-पत्र में ओडिशा के तेज विकास की, आपके सपनों को पूरा करने की इच्छाशक्ति है। खास करके, माताओं-बहनों के लिए, ओडिशा की महिलाओं के लिए ये जो ‘सुभद्रा योजना’ लाए हैं न, ये तो अदभुत है। ये शुभद्रा योजना, ओडिशा के हमारे माताओं-बहनों की जिदंगी बदल देगी, ये मोदी की गारंटी है। तेंदु पत्र संग्राहकों को बोनस हो, देश के प्रमुख शहरों में ओडिया समुदाय भवन का निर्माण हो, बुजुर्गों को पेंशन हो, और ओडिशा के युवाओं को रोजगार के नए अवसर हों, भाजपा के संकल्प-पत्र में एक से बढ़कर एक गारंटी दी गई है। यहां भाजपा की सरकार बनते ही इन पर तेजी से काम शुरू हो जाएगा। सज्जन आप तस्वीर ले कर आए हैं, मैं आपका आभारी हूँ। आप नीचे रखिए। पीछे लोग परेशान हैं। आप नीचे रख दीजिए, नीचे रख दीजिए। मैंने देख लिया भाई! लोग पीछे परेशान हो रहे हैं। धन्यवाद, धन्यवाद। 

साथियों, 

ओडिशा के लोगों में दम भी है और जज्बा भी है। लेकिन मुझे ये देख कर दुख होता है कि BJD सरकार ने आपको सही अवसर नहीं दिए। मोदी जो योजनाएं बनाता है, उनको BJD सरकार ने लागू नहीं होने दिया। जो लागू हुईं, उनमें BJD ने अपने भ्रष्टाचार का ठप्पा लगा दिया। मोदी ने मुफ्त चावल की योजना शुरू की। क्यों? ताकि किसी भी गरीब मां के बच्चों को भूखा ना सोना पड़े। गरीब का चूल्हा जलता रहना चाहिए, लेकिन BJD सरकार ने इसमें भी घोटाला कर दिया। 

साथियों, 

मोदी ने पूरे देश में आयुष्मान योजना शुरू की। इससे आप देश में कहीं भी रहें 5 लाख रुपए तक मुफ्त इलाज मिलता है। लेकिन BJD सरकार ने इसको भी लागू नहीं किया।  

साथियों, 

मेरे लिए तो आप सब मोदी ही हैं। और इसलिए, आप गांव में जाकर गारंटी देना, ओडिशा में अब BJD की गड़बड़ियां नहीं चलेंगी। यहां भाजपा सरकार बनेगी, और उन्हें मोदी की हर योजना का पूरा-पूरा लाभ मिलेगा। 

साथियों, 

आपके पड़ोस में ही छत्तीसगढ़ है। वहां 15 साल बीजेपी की सरकार रही। हाल में ही फिर से वहां के लोगों ने, भाजपा को भारी बहुमत से चुन लिया। और आज छत्तीसगढ़ की सरकार एक आदिवासी मुख्यमंत्री, एक आदिवासी बेटा उस सरकार को चला रहा है। बीजेपी, छत्तीसगढ़ को संवार रही है। वहां धान किसानों से बड़ी मात्रा में धान खरीदा जाता है। धान किसानों को रिकॉर्ड पैसा भी दिया जाता है। यहां नबरंगपुर से तो छत्तीसगढ़ 50-60 किलोमीटर ही दूर है। वहां भाजपा सरकार 3100 रुपए प्रति क्विंटल पर धान खरीद करती है। जबकि यहां ओडिशा में धान की खरीद सिर्फ दो हजार एक सौ रुपए में होती है। इसलिए ओडिशा भाजपा ने घोषणा की है कि यहां बीजेपी सरकार बनने के दूसरे ही दिन तीन हजार एक सौ रुपए प्रति क्विंटल धान खरीदा जाएगा। बोलो भारत माता की जय, बोलो बढ़िया काम हो रहा है कि नहीं हो रहा है? आपको भरोसा है कि नहीं है? हर किसान को फायदा होगा कि नहीं होगा? ये मोदी की गारंटी है कि नहीं है?

साथियों, 

छत्तीसगढ़ में तेंदु पत्र की भी बड़ी खरीद छत्तीसगढ़ में होती है। लेकिन ओडिशा में क्या हाल है? यहां स्थिति बहुत खराब है। और इसलिए ओडिशा भाजपा ने तेंदु पत्र का दाम बढ़ाने और तेंदु पत्र संग्राहकों को बोनस देने की घोषणा की है। आप लोग खुश हैं? आप लोग खुश हैं? बोलिए जय जगनन्नाथ।  

साथियों, 

यहां इतना विशाल इंद्रावती बांध है। लेकिन नबरंगपुर और कोरापुट को परिवारों को बहुत लाभ नहीं मिल पाता। किसानों को पानी भी पर्याप्त नहीं मिलता। जबकि पड़ोस में छत्तीसगढ़ में किसान साल में 3-3 फसलें तक लेते हैं। यानी खेती चौपट, रोजगार चौपट, यहां के नौजवानों को रोजगार के लिए दूसरे राज्यों में जाना पड़ता है। यहां कपास किसान परेशान हैं, यहां गन्ना किसान परेशान हैं, यहां मक्का उगाने वाले छोटे किसान परेशान हैं, और BJD 25 साल में आपकी मुश्किलें कम नहीं कर पाई है। मुझे बताइए, जो आपके लिए कुछ करे नहीं, उनकी आपको जरूरत है क्या? कोई जरूरत है क्या? अब एक मिनट भी ऐसे लोगों को रहने देना चाहिए क्या? तो एक बार भाजपा को मौका देकर देखिए। और मैं आपको कहता हूँ, पांच साल में ये मोदी की गारंटी है ओडिशा को हम नंबर वन बना देंगे। भाजपा आपकी हर समस्या का समाधान करेगी। भाजपा के लिए आपका कल्याण की सर्वोपरि है। इसलिए मुझे विश्वास है, ओडिशा का विकास होगा, होगा... होगा। बोला, जय जगन्नाथ। एथी पाईं मोर बिस्वास उड़ीसा र बिकास निश्चय हेब l 

भाइयों और बहनों, 

आपने मोदी के 10 साल के सेवाकाल को देखा है। आपने ही प्रचंड बहुमत से मोदी को अवसर दिया है। इन 10 सालों में मोदी ने क्या किया? मोदी ने आदिवासी कल्याण का बजट 5 गुणा बढ़ाया। मोदी ने आदिवासी क्षेत्रों में, एकलव्य आवासीय विद्यालयों की संख्या 400 पहुंचाई। मोदी ने वनधन केंद्र योजना शुरु की, मोदी ने SC/ST आरक्षण को 10 साल और आगे बढ़ाया। केंद्रीय मंत्रिमंडल में 60 प्रतिशत मंत्री SC/ST/OBC के बनाए। और सबसे बड़ी बात, देश को पहला आदिवासी राष्ट्रपति देने का सौभाग्य भी बीजेपी को मिला। ओडिशा की एक बेटी आज देश की राष्ट्रपति हैं। ये आपके लिए ही नहीं, पूरे देश की मातृशक्ति के लिए गौरव की बात है। 140 करोड़ के देश को आज ओडिशा नेतृत्व दे रहा है।  

भाइयों और बहनों, 

यहां बहुतों को याद नहीं होगा, चार दशक, चालीस साल पहले एक प्रधानमंत्री ओडिशा आए थे। उन्होंने कहा था कि मैं दिल्ली से 1 रुपया भेजता हूं, गरीब तक 15 पैसा पहुंचता है। यानि 100 में से 85 पैसा ये कांग्रेस का पंजा लूट लेता था। आपने इस सेवक को अवसर दिया। मैं तो गरीब मां का बेटा हूँ। मुझे तो गरीब का दर्द समझ में आता है। मैंने कहा, 1 रूपया भेजूंगा तो एक पाई किसी को खाने नहीं दूंगा। और जो खाएगा वो जेल जाएगा और जेल का खाना खाएगा। जेल की रोटी चबाएगा। आपने देखा होगा, अभी घर जाओगे तो टीवी पर देखना, आज यहां पड़ोस में झारखंड में नोटों के पहाड़ मिल रहे हैं। नोटों के पहाड़ मिल रहे हैं। लोग देख रहे हैं मोदी वहां चोरी का माल पकड़ रहा है वहां। मुझे बताइए,यदि मैं चोरी बंद कर दूं, इनकी कमाई बंद कर दूं। इनकी लूट बंद कर दूं।तो मोदी को गाली देंगे की नहीं देंगे? गाली खाकर मुझे काम करना चाहिए की नहीं चाहिए? आप मुझे बताइए? मुझे आपकी पाई-पाई बचानी चाहिए कि नहीं बचानी चाहिए? आपके हक का पैसा बचाना चाहिए की नहीं चाहिए? और इसलिए मोदी ने  जनधन खातों, आधार और मोबाइल की ऐसी त्रिशक्ति बनाई कि गरीबों का पैसा लुटना बंद हो गया। अब घर बनाने का पैसा, सीधा आपके खाते में। गैस का पैसा, सीधा आपके खाते में। मनरेगा का पैसा, सीधा आपके खाते में। किसान सम्मान निधि का पैसा, सीधे आपके खाते में। यानि सबको लाभ, सीधा लाभ, कोई भेदभाव नहीं। और ये मोदी की गारंटी है- एहा हेऊछी मोदी र ज्ञारेंटी 

साथियों, 

मोदी, आदिवासियों में भी जो सबसे पिछड़े हैं, उनका भी ध्यान रख रहा है। पिछले वर्ष 15 नवंबर को मैंने भगवान बिरसा मुंडा के जन्मदिन पर पीएम जनमन योजना शुरू की। इस योजना पर 24 हजार करोड़ रुपए खर्च किए जा रहे हैं। ओडिशा में बड़ी संख्या में अति पिछड़ी आदिवासी जनजातियां रहती हैं। अब इन अति पिछड़ी आदिवासी जनजातियों का भी तेज विकास होगा। 

भाइयों और बहनों, 

मोदी का मंत्र है- विकास भी, विरासत भी। ओडिशा तो हजारों वर्षों की हमारी विरासत की भूमि है। मोदी ओडिशा की इस विरासत को पूरी दुनिया को दिखा रहा है। आपको ध्यान होगा, G-20 के लिए दुनियाभर के ताकतवर नेता दिल्ली आए थे। मैंने तब वहां बहुत बड़ा कोणार्क चक्र के सामने सबकी फोटो खिंचवाई। सबने मुझ से पूछा, ये क्या है? मैंने गर्व से कहा, ये मेरा ओडिशा का है। और आज दुनिया के सब बड़े नेताओं के घर में ये हमारे ओडिशा के कोणार्क चक्र की तस्वीर लटकती है। ये है मोदी का कमाल। और मोदी ने जैसे काशी विश्वनाथ कॉरिडोर का निर्माण किया, मोदी जैसे राममंदिर क्षेत्र को भव्य बना रहा है, वैसे ही मोदी जगन्नाथ जी के क्षेत्र को भी भव्य बनाएगा। ये मोदी की गारंटी है। बोलो, जय जगन्ननाथ। 

साथियों, 

यहां 13 मई को वोटिंग है। यहां मंच पर मेरे साथ विधानसभा के अनेक उम्मीदवार हैं,आपको इन सबको अपना MLA बनाना है। क्योंकि मुझे भुवनेश्वर में भाजपा की सरकार बनानी है। और इनके साथ ही, नवरंगपुर से हमारे साथी बलभद्र माझी जी, कालाहांडी से हमारी छोटी बहन माल्विका जी। हमारे तीन साथी, यहां पर मैदान में हैं, इन तीनों साथियों को लोकसभा में जीत करके मेरी मदद के लिए भेजना है। आप कमल पर बटन दबाएगें ना, वो सीधा का सीधा मोदी को मिलेगा, तो कमल पर बटन दबाएगें ना। ज्यादा से ज्यादा मतदान करेंगे। घर घर जाएगें। घर घर जाएगें। पोलिंग बूथ जीतेंगे। अच्छा मेरा एक काम और करेंगे। कमाल हो यार, चुनाव की बात करते हैं तो जवाब देते हो, मेरा काम बोला तो चुप हो गए। मेरा एक काम करोगे। पूरी ताकत से बताओ मेरा एक काम करोगे। चुनाव का नहीं है करोगे। ये इन लोगों के लिए नहीं मेरे लिए करोगे। पक्का करोगे। एक काम करना यहां से जाने के बाद, ज्यादा से ज्यादा परिवारों को मिलना और मिल कर के कहना, मोदी जी आए थे और मोदी जी ने आपको जोहार कहा है, जय जगन्नाथ कहा है। इतना मेरा बात कर लोगे? पक्का करोगे? बोलिए, 

भारत माता की जय, 

भारत माता की जय,

भारत माता की जय

बहुत बहुत धन्यवाद

 

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Text of PM Modi's address at the Parliament of Guyana
November 21, 2024

Hon’ble Speaker, मंज़ूर नादिर जी,
Hon’ble Prime Minister,मार्क एंथनी फिलिप्स जी,
Hon’ble, वाइस प्रेसिडेंट भरत जगदेव जी,
Hon’ble Leader of the Opposition,
Hon’ble Ministers,
Members of the Parliament,
Hon’ble The चांसलर ऑफ द ज्यूडिशियरी,
अन्य महानुभाव,
देवियों और सज्जनों,

गयाना की इस ऐतिहासिक पार्लियामेंट में, आप सभी ने मुझे अपने बीच आने के लिए निमंत्रित किया, मैं आपका बहुत-बहुत आभारी हूं। कल ही गयाना ने मुझे अपना सर्वोच्च सम्मान दिया है। मैं इस सम्मान के लिए भी आप सभी का, गयाना के हर नागरिक का हृदय से आभार व्यक्त करता हूं। गयाना का हर नागरिक मेरे लिए ‘स्टार बाई’ है। यहां के सभी नागरिकों को धन्यवाद! ये सम्मान मैं भारत के प्रत्येक नागरिक को समर्पित करता हूं।

साथियों,

भारत और गयाना का नाता बहुत गहरा है। ये रिश्ता, मिट्टी का है, पसीने का है,परिश्रम का है करीब 180 साल पहले, किसी भारतीय का पहली बार गयाना की धरती पर कदम पड़ा था। उसके बाद दुख में,सुख में,कोई भी परिस्थिति हो, भारत और गयाना का रिश्ता, आत्मीयता से भरा रहा है। India Arrival Monument इसी आत्मीय जुड़ाव का प्रतीक है। अब से कुछ देर बाद, मैं वहां जाने वाला हूं,

साथियों,

आज मैं भारत के प्रधानमंत्री के रूप में आपके बीच हूं, लेकिन 24 साल पहले एक जिज्ञासु के रूप में मुझे इस खूबसूरत देश में आने का अवसर मिला था। आमतौर पर लोग ऐसे देशों में जाना पसंद करते हैं, जहां तामझाम हो, चकाचौंध हो। लेकिन मुझे गयाना की विरासत को, यहां के इतिहास को जानना था,समझना था, आज भी गयाना में कई लोग मिल जाएंगे, जिन्हें मुझसे हुई मुलाकातें याद होंगीं, मेरी तब की यात्रा से बहुत सी यादें जुड़ी हुई हैं, यहां क्रिकेट का पैशन, यहां का गीत-संगीत, और जो बात मैं कभी नहीं भूल सकता, वो है चटनी, चटनी भारत की हो या फिर गयाना की, वाकई कमाल की होती है,

साथियों,

बहुत कम ऐसा होता है, जब आप किसी दूसरे देश में जाएं,और वहां का इतिहास आपको अपने देश के इतिहास जैसा लगे,पिछले दो-ढाई सौ साल में भारत और गयाना ने एक जैसी गुलामी देखी, एक जैसा संघर्ष देखा, दोनों ही देशों में गुलामी से मुक्ति की एक जैसी ही छटपटाहट भी थी, आजादी की लड़ाई में यहां भी,औऱ वहां भी, कितने ही लोगों ने अपना जीवन समर्पित कर दिया, यहां गांधी जी के करीबी सी एफ एंड्रूज हों, ईस्ट इंडियन एसोसिएशन के अध्यक्ष जंग बहादुर सिंह हों, सभी ने गुलामी से मुक्ति की ये लड़ाई मिलकर लड़ी,आजादी पाई। औऱ आज हम दोनों ही देश,दुनिया में डेमोक्रेसी को मज़बूत कर रहे हैं। इसलिए आज गयाना की संसद में, मैं आप सभी का,140 करोड़ भारतवासियों की तरफ से अभिनंदन करता हूं, मैं गयाना संसद के हर प्रतिनिधि को बधाई देता हूं। गयाना में डेमोक्रेसी को मजबूत करने के लिए आपका हर प्रयास, दुनिया के विकास को मजबूत कर रहा है।

साथियों,

डेमोक्रेसी को मजबूत बनाने के प्रयासों के बीच, हमें आज वैश्विक परिस्थितियों पर भी लगातार नजर ऱखनी है। जब भारत और गयाना आजाद हुए थे, तो दुनिया के सामने अलग तरह की चुनौतियां थीं। आज 21वीं सदी की दुनिया के सामने, अलग तरह की चुनौतियां हैं।
दूसरे विश्व युद्ध के बाद बनी व्यवस्थाएं और संस्थाएं,ध्वस्त हो रही हैं, कोरोना के बाद जहां एक नए वर्ल्ड ऑर्डर की तरफ बढ़ना था, दुनिया दूसरी ही चीजों में उलझ गई, इन परिस्थितियों में,आज विश्व के सामने, आगे बढ़ने का सबसे मजबूत मंत्र है-"Democracy First- Humanity First” "Democracy First की भावना हमें सिखाती है कि सबको साथ लेकर चलो,सबको साथ लेकर सबके विकास में सहभागी बनो। Humanity First” की भावना हमारे निर्णयों की दिशा तय करती है, जब हम Humanity First को अपने निर्णयों का आधार बनाते हैं, तो नतीजे भी मानवता का हित करने वाले होते हैं।

साथियों,

हमारी डेमोक्रेटिक वैल्यूज इतनी मजबूत हैं कि विकास के रास्ते पर चलते हुए हर उतार-चढ़ाव में हमारा संबल बनती हैं। एक इंक्लूसिव सोसायटी के निर्माण में डेमोक्रेसी से बड़ा कोई माध्यम नहीं। नागरिकों का कोई भी मत-पंथ हो, उसका कोई भी बैकग्राउंड हो, डेमोक्रेसी हर नागरिक को उसके अधिकारों की रक्षा की,उसके उज्जवल भविष्य की गारंटी देती है। और हम दोनों देशों ने मिलकर दिखाया है कि डेमोक्रेसी सिर्फ एक कानून नहीं है,सिर्फ एक व्यवस्था नहीं है, हमने दिखाया है कि डेमोक्रेसी हमारे DNA में है, हमारे विजन में है, हमारे आचार-व्यवहार में है।

साथियों,

हमारी ह्यूमन सेंट्रिक अप्रोच,हमें सिखाती है कि हर देश,हर देश के नागरिक उतने ही अहम हैं, इसलिए, जब विश्व को एकजुट करने की बात आई, तब भारत ने अपनी G-20 प्रेसीडेंसी के दौरान One Earth, One Family, One Future का मंत्र दिया। जब कोरोना का संकट आया, पूरी मानवता के सामने चुनौती आई, तब भारत ने One Earth, One Health का संदेश दिया। जब क्लाइमेट से जुड़े challenges में हर देश के प्रयासों को जोड़ना था, तब भारत ने वन वर्ल्ड, वन सन, वन ग्रिड का विजन रखा, जब दुनिया को प्राकृतिक आपदाओं से बचाने के लिए सामूहिक प्रयास जरूरी हुए, तब भारत ने CDRI यानि कोएलिशन फॉर डिज़ास्टर रज़ीलिएंट इंफ्रास्ट्रक्चर का initiative लिया। जब दुनिया में pro-planet people का एक बड़ा नेटवर्क तैयार करना था, तब भारत ने मिशन LiFE जैसा एक global movement शुरु किया,

साथियों,

"Democracy First- Humanity First” की इसी भावना पर चलते हुए, आज भारत विश्वबंधु के रूप में विश्व के प्रति अपना कर्तव्य निभा रहा है। दुनिया के किसी भी देश में कोई भी संकट हो, हमारा ईमानदार प्रयास होता है कि हम फर्स्ट रिस्पॉन्डर बनकर वहां पहुंचे। आपने कोरोना का वो दौर देखा है, जब हर देश अपने-अपने बचाव में ही जुटा था। तब भारत ने दुनिया के डेढ़ सौ से अधिक देशों के साथ दवाएं और वैक्सीन्स शेयर कीं। मुझे संतोष है कि भारत, उस मुश्किल दौर में गयाना की जनता को भी मदद पहुंचा सका। दुनिया में जहां-जहां युद्ध की स्थिति आई,भारत राहत और बचाव के लिए आगे आया। श्रीलंका हो, मालदीव हो, जिन भी देशों में संकट आया, भारत ने आगे बढ़कर बिना स्वार्थ के मदद की, नेपाल से लेकर तुर्की और सीरिया तक, जहां-जहां भूकंप आए, भारत सबसे पहले पहुंचा है। यही तो हमारे संस्कार हैं, हम कभी भी स्वार्थ के साथ आगे नहीं बढ़े, हम कभी भी विस्तारवाद की भावना से आगे नहीं बढ़े। हम Resources पर कब्जे की, Resources को हड़पने की भावना से हमेशा दूर रहे हैं। मैं मानता हूं,स्पेस हो,Sea हो, ये यूनीवर्सल कन्फ्लिक्ट के नहीं बल्कि यूनिवर्सल को-ऑपरेशन के विषय होने चाहिए। दुनिया के लिए भी ये समय,Conflict का नहीं है, ये समय, Conflict पैदा करने वाली Conditions को पहचानने और उनको दूर करने का है। आज टेरेरिज्म, ड्रग्स, सायबर क्राइम, ऐसी कितनी ही चुनौतियां हैं, जिनसे मुकाबला करके ही हम अपनी आने वाली पीढ़ियों का भविष्य संवार पाएंगे। और ये तभी संभव है, जब हम Democracy First- Humanity First को सेंटर स्टेज देंगे।

साथियों,

भारत ने हमेशा principles के आधार पर, trust और transparency के आधार पर ही अपनी बात की है। एक भी देश, एक भी रीजन पीछे रह गया, तो हमारे global goals कभी हासिल नहीं हो पाएंगे। तभी भारत कहता है – Every Nation Matters ! इसलिए भारत, आयलैंड नेशन्स को Small Island Nations नहीं बल्कि Large ओशिन कंट्रीज़ मानता है। इसी भाव के तहत हमने इंडियन ओशन से जुड़े आयलैंड देशों के लिए सागर Platform बनाया। हमने पैसिफिक ओशन के देशों को जोड़ने के लिए भी विशेष फोरम बनाया है। इसी नेक नीयत से भारत ने जी-20 की प्रेसिडेंसी के दौरान अफ्रीकन यूनियन को जी-20 में शामिल कराकर अपना कर्तव्य निभाया।

साथियों,

आज भारत, हर तरह से वैश्विक विकास के पक्ष में खड़ा है,शांति के पक्ष में खड़ा है, इसी भावना के साथ आज भारत, ग्लोबल साउथ की भी आवाज बना है। भारत का मत है कि ग्लोबल साउथ ने अतीत में बहुत कुछ भुगता है। हमने अतीत में अपने स्वभाव औऱ संस्कारों के मुताबिक प्रकृति को सुरक्षित रखते हुए प्रगति की। लेकिन कई देशों ने Environment को नुकसान पहुंचाते हुए अपना विकास किया। आज क्लाइमेट चेंज की सबसे बड़ी कीमत, ग्लोबल साउथ के देशों को चुकानी पड़ रही है। इस असंतुलन से दुनिया को निकालना बहुत आवश्यक है।

साथियों,

भारत हो, गयाना हो, हमारी भी विकास की आकांक्षाएं हैं, हमारे सामने अपने लोगों के लिए बेहतर जीवन देने के सपने हैं। इसके लिए ग्लोबल साउथ की एकजुट आवाज़ बहुत ज़रूरी है। ये समय ग्लोबल साउथ के देशों की Awakening का समय है। ये समय हमें एक Opportunity दे रहा है कि हम एक साथ मिलकर एक नया ग्लोबल ऑर्डर बनाएं। और मैं इसमें गयाना की,आप सभी जनप्रतिनिधियों की भी बड़ी भूमिका देख रहा हूं।

साथियों,

यहां अनेक women members मौजूद हैं। दुनिया के फ्यूचर को, फ्यूचर ग्रोथ को, प्रभावित करने वाला एक बहुत बड़ा फैक्टर दुनिया की आधी आबादी है। बीती सदियों में महिलाओं को Global growth में कंट्रीब्यूट करने का पूरा मौका नहीं मिल पाया। इसके कई कारण रहे हैं। ये किसी एक देश की नहीं,सिर्फ ग्लोबल साउथ की नहीं,बल्कि ये पूरी दुनिया की कहानी है।
लेकिन 21st सेंचुरी में, global prosperity सुनिश्चित करने में महिलाओं की बहुत बड़ी भूमिका होने वाली है। इसलिए, अपनी G-20 प्रेसीडेंसी के दौरान, भारत ने Women Led Development को एक बड़ा एजेंडा बनाया था।

साथियों,

भारत में हमने हर सेक्टर में, हर स्तर पर, लीडरशिप की भूमिका देने का एक बड़ा अभियान चलाया है। भारत में हर सेक्टर में आज महिलाएं आगे आ रही हैं। पूरी दुनिया में जितने पायलट्स हैं, उनमें से सिर्फ 5 परसेंट महिलाएं हैं। जबकि भारत में जितने पायलट्स हैं, उनमें से 15 परसेंट महिलाएं हैं। भारत में बड़ी संख्या में फाइटर पायलट्स महिलाएं हैं। दुनिया के विकसित देशों में भी साइंस, टेक्नॉलॉजी, इंजीनियरिंग, मैथ्स यानि STEM graduates में 30-35 परसेंट ही women हैं। भारत में ये संख्या फोर्टी परसेंट से भी ऊपर पहुंच चुकी है। आज भारत के बड़े-बड़े स्पेस मिशन की कमान महिला वैज्ञानिक संभाल रही हैं। आपको ये जानकर भी खुशी होगी कि भारत ने अपनी पार्लियामेंट में महिलाओं को रिजर्वेशन देने का भी कानून पास किया है। आज भारत में डेमोक्रेटिक गवर्नेंस के अलग-अलग लेवल्स पर महिलाओं का प्रतिनिधित्व है। हमारे यहां लोकल लेवल पर पंचायती राज है, लोकल बॉड़ीज़ हैं। हमारे पंचायती राज सिस्टम में 14 लाख से ज्यादा यानि One point four five मिलियन Elected Representatives, महिलाएं हैं। आप कल्पना कर सकते हैं, गयाना की कुल आबादी से भी करीब-करीब दोगुनी आबादी में हमारे यहां महिलाएं लोकल गवर्नेंट को री-प्रजेंट कर रही हैं।

साथियों,

गयाना Latin America के विशाल महाद्वीप का Gateway है। आप भारत और इस विशाल महाद्वीप के बीच अवसरों और संभावनाओं का एक ब्रिज बन सकते हैं। हम एक साथ मिलकर, भारत और Caricom की Partnership को और बेहतर बना सकते हैं। कल ही गयाना में India-Caricom Summit का आयोजन हुआ है। हमने अपनी साझेदारी के हर पहलू को और मजबूत करने का फैसला लिया है।

साथियों,

गयाना के विकास के लिए भी भारत हर संभव सहयोग दे रहा है। यहां के इंफ्रास्ट्रक्चर में निवेश हो, यहां की कैपेसिटी बिल्डिंग में निवेश हो भारत और गयाना मिलकर काम कर रहे हैं। भारत द्वारा दी गई ferry हो, एयरक्राफ्ट हों, ये आज गयाना के बहुत काम आ रहे हैं। रीन्युएबल एनर्जी के सेक्टर में, सोलर पावर के क्षेत्र में भी भारत बड़ी मदद कर रहा है। आपने t-20 क्रिकेट वर्ल्ड कप का शानदार आयोजन किया है। भारत को खुशी है कि स्टेडियम के निर्माण में हम भी सहयोग दे पाए।

साथियों,

डवलपमेंट से जुड़ी हमारी ये पार्टनरशिप अब नए दौर में प्रवेश कर रही है। भारत की Energy डिमांड तेज़ी से बढ़ रही हैं, और भारत अपने Sources को Diversify भी कर रहा है। इसमें गयाना को हम एक महत्वपूर्ण Energy Source के रूप में देख रहे हैं। हमारे Businesses, गयाना में और अधिक Invest करें, इसके लिए भी हम निरंतर प्रयास कर रहे हैं।

साथियों,

आप सभी ये भी जानते हैं, भारत के पास एक बहुत बड़ी Youth Capital है। भारत में Quality Education और Skill Development Ecosystem है। भारत को, गयाना के ज्यादा से ज्यादा Students को Host करने में खुशी होगी। मैं आज गयाना की संसद के माध्यम से,गयाना के युवाओं को, भारतीय इनोवेटर्स और वैज्ञानिकों के साथ मिलकर काम करने के लिए भी आमंत्रित करता हूँ। Collaborate Globally And Act Locally, हम अपने युवाओं को इसके लिए Inspire कर सकते हैं। हम Creative Collaboration के जरिए Global Challenges के Solutions ढूंढ सकते हैं।

साथियों,

गयाना के महान सपूत श्री छेदी जगन ने कहा था, हमें अतीत से सबक लेते हुए अपना वर्तमान सुधारना होगा और भविष्य की मजबूत नींव तैयार करनी होगी। हम दोनों देशों का साझा अतीत, हमारे सबक,हमारा वर्तमान, हमें जरूर उज्जवल भविष्य की तरफ ले जाएंगे। इन्हीं शब्दों के साथ मैं अपनी बात समाप्त करता हूं, मैं आप सभी को भारत आने के लिए भी निमंत्रित करूंगा, मुझे गयाना के ज्यादा से ज्यादा जनप्रतिनिधियों का भारत में स्वागत करते हुए खुशी होगी। मैं एक बार फिर गयाना की संसद का, आप सभी जनप्रतिनिधियों का, बहुत-बहुत आभार, बहुत बहुत धन्यवाद।