To protect Jharkhand's identity, a BJP government is necessary: PM Modi in Gumla

Published By : Admin | November 10, 2024 | 16:21 IST
QuoteTo stop infiltration, for employment of the youth, to save the identity of Jharkhand, women's safety, BJP government is required: PM Modi in Gumla
QuoteBJP made Jharkhand the centre of big schemes. Earlier, schemes were started from Delhi, now many schemes have been started from Jharkhand: PM Modi

जोहार,

झारखंड के हमरे आदिवासी-सदान भाई-बहिन// माय मन के जोहार ! जय श्री राम !

इस धरती पर माता अंजना का, वीर बजरंग बली का आशीर्वाद है। मुझे यहां आप सभी जनता-जनार्दन के दर्शन का सौभाग्य मिला है।

साथियों,

इस चुनाव में मुझे जहां-जहां जाने का अवसर मिला है। हर रैली पहले वाली रैली के रिकॉर्ड तोड़ देती है। यहां मेरी नजर जहां-जहां पहुंच रही है, लोग ही लोग हैं। और इन्होंने वहां पर सीमा का एक कर्टन बनाया है, उसके पीछे इतने ही लोग हैं। शायद उन तक मेरी आवाज भी नहीं पहुंचती होगी। इसके बावजूद इतनी बड़ी तादाद में आशीर्वाद देने आए हैं। ये साफ-साफ बताता है, हवा का रुख क्या है। मैं आपसे झारखंड में भाजपा-NDA सरकार के लिए आशीर्वाद मांगने आया हूं। और मैं देख रहा हूं, यहां हर तरफ, पूरे झारखंड के हर कोने में माता हो, बहन हो, नौजवान हो, किसान हो, मजदूर हो, गांव से हो, शहर से हो, एक ही आवाज है- रोटी-बेटी और माटी की पुकार, झारखंड में भाजपा-NDA सरकार। रोटी-बेटी और माटी की पुकार...रोटी-बेटी और माटी की पुकार...। झारखंड में घुसपैठ रोकने के लिए यहां भाजपा सरकार चाहिए। झारखंड की पहचान को बचाने के लिए यहां भाजपा सरकार चाहिए। नौजवानों को नौकरी मिले, महिलाओं को सुरक्षा मिले, इसके लिए यहां भाजपा सरकार चाहिए।

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साथियों,

आज आदिवासी, ओबीसी और दलितों की पहली पसंद भाजपा है, NDA है। जब अटल जी के नेतृत्व में दिल्ली में भाजपा की सरकार बनी तो हमने झारखंड और छत्तीसगढ़ नए राज्य बनाए। हमने जनजातीय समाज के लिए अलग मंत्रालय बनाया। 2014 में जब आपने मुझे सेवा का अवसर दिया, तबसे अनेक ऐतिहासिक काम आपके कल्याण के लिए, आपके बच्चों के उज्जवल भविष्य के लिए हम करते रहे हैं। (मैं यहां देख रहा हूं एक छोटा सा बच्चा बढ़िया सा चित्र बनाकर लाया है, और कब से उसके हाथ ऊपर हैं। और देखिए, दो-तीन बेटियां बहुत बढ़िया-बढ़िया चीजें बनाकर लाई है। मैं जरा सिक्योरिटी...अच्छा देखिए बच्चा एक काम करेंगे मेरा, पीछे अपना नाम-पता लिख दीजिए, मैं आपको चिट्ठी लिखूंगा। इसके पीछे अपना नाम-पता लिख दीजिए। मैं इस पर जरूर आपको चिट्ठी लिखूंगा। आप इतने प्यार से इतने बढ़िया-बढ़िया चित्र बना कर के लाए हैं, संदेश लिख कर के लाए हैं। मैं इसके लिए आपका बहुत आभारी हूं। और मेरी तरफ से आपको बहुत-बहुत आशीर्वाद देता हूं। नाम-पता लिख देना बेटे। बोलिए... भारत माता की, भारत माता की, भारत माता की।)

झारखंड के मेरे भाई-बहनों,

ये हमारी सरकार है, जिसने धरती आबा बिरसा मुंडा के जन्मदिवस को जनजातीय गौरव दिवस घोषित किया है। इस बार तो उनकी डेढ़ सौवीं जन्मजयंति है। 15 नवंबर से आने वाले एक साल तक हम देश के हर कोने में इसे जनजातीय गौरव वर्ष के रूप में मनाने जा रहे हैं। हमने यहां की संतान, परमवीर चक्र विजेता अल्बर्ट इक्का जी के नाम पर अंडमान में एक द्वीप का भी नाम रखा है। आज पूरी दुनिया से लोग वहां जाते हैं, तो अल्बर्ट इक्का जी के शौर्य को नमन करते हैं।

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साथियों,

राजनीति में आने से पहले मेरे जीवन का बहुत बड़ा हिस्सा मेरे आदिवासी भाई-बहनों के बीच गुजरा। आदिवासी भाई-बहनों की प्रतिभा, उनके परिश्रम, उनकी ईमानदारी, उनके नेतृत्व की क्षमता इसे मैं भलीभांति जानता हूं, मैं इसका कायल रहा हूं। यही वजह है कि आज भाजपा की सरकारों में बड़ी संख्या में आदिवासी मंत्री हैं। देश के अनेक राज्यों में राज्यपाल मेरे आदिवासी भाई-बहन हैं। सबसे बड़ी बात भाजपा-एनडीए ने ही द्रौपदी मुर्मू जी को देश की राष्ट्रपति बनाया है। लेकिन हमें यह नहीं भूलना है कि कांग्रेस का द्रौपदी मुर्मू जी के साथ कैसा व्यवहार रहा है। कांग्रेस ने आदिवासी बेटी को राष्ट्रपति चुनाव में हराने के लिए पूरा दम लगा दिया। आज भी कांग्रेस के लोग माननीय राष्ट्रपति जी का अपमान करने से बाज नहीं आते। सच्चाई यही है कि कांग्रेस और उसके साथी आदिवासी संतानों को ऊंचाई पर देख ही नहीं सकते। यहां झारखंड में अभी जो हमारे चंपई सोरेन जी के साथ किया गया वो भी इसी कांग्रेसी सोच का नतीजा है।

साथियों,

JMM-कांग्रेस ने झारखंड को हमेशा पिछड़ा रखा। लेकिन भाजपा-NDA ने झारखंड को देश के विकास से जुड़ी बड़ी-बड़ी योजनाओं का केंद्र बनाया। पहले दिल्ली से योजनाओं की शुरुआत होती थी। हमने झारखंड की भूमि से, धरती आबा की भूमि से देश के लिए अनेक बड़ी-बड़ी योजनाओं की शुरुआत की। हमने झारखंड में बिना गारंटी के ऋण देने वाली मुद्रा योजना, दिल्ली से नहीं दुमका से शुरु की थी। हमने 5 लाख रुपए के मुफ्त इलाज वाली आयुष्मान योजना दिल्ली से नहीं बल्कि झारखंड से लॉन्च की। अब तो हमने हर परिवार के 70 वर्ष से ऊपर के सभी बुजुर्गों का भी मुफ्त इलाज शुरु कर दिया है। और मैं आप सबको कहता हूं आप किसी भी समाज में पैदा हुए हों, कितनी ही आय हो, शहर के हों, गांव के हों, आपके परिवार में 70 साल से ऊपर के जो भी लोग हैं, आपके माता-पिता, दादा-दादी, नाना-नानी अगर उनको इलाज की जरूरत पड़े, आपको खर्च करने की चिंता नहीं रहेगी। यह उनका बेटा दिल्ली में बैठा है, वह करेगा।

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साथियों,

पिछले साल 15 नवंबर को मैं धरती आबा बिरसा मुंडा के गांव उलिहातू गया था। मैं देश का पहला प्रधानमंत्री हूं जिसको ये अवसर मिला है। वहां हमने एक बहुत बड़ी योजना, पीएम जनमन अभियान की शुरुआत की। ये अबूझमाड़िया, बैगा, बिरहोर, कमार, पहाड़ी कोरवा, भुंजिया, पंडो… ऐसी छोटे-छोटे समूह वाली जनजातियों के विकास के लिए है, जो सबसे पिछड़ी हुई हैं। किसी ने उनकी तरफ देखा नहीं। जिन्हें किसी ने नहीं पूछा, मोदी उनको पूजता है। पिछले महीने ही मैं हज़ारीबाग भी आया था। वहां से मैंने धरती आबा जनजातीय ग्राम उत्कर्ष अभियान की शुरुआत की। इससे गुमला-लोहरदगा-सिमडेगा सहित, देशभर के 60 हज़ार से अधिक गांवों का कायाकल्प होने वाला है। इन आदिवासी गांवों में भाजपा सरकार करीब 80 हज़ार करोड़ रुपए खर्च करने वाली है। कहीं किसी को पक्का आवास मिलेगा, गांव की सड़कें अच्छी होंगी, नालियां बनेंगी, नहरें बनेंगी, अच्छे स्कूल-अस्पताल बनेंगे। यहां के बच्चों के लिए ट्रेनिंग सेंटर बनेंगे। ये आपके बच्चों का भविष्य बनाएंगी, आपका भी भविष्य बनाएंगी।

साथियों,

भाजपा-NDA की सरकार, सबका साथ-सबका विकास के मूलमंत्र पर चल रही है। इसी रास्ते पर चलकर, झारखंड विकसित होगा, भारत भी विकसित होगा। लेकिन JMM-कांग्रेस के इरादे कुछ अलग हैं। कांग्रेस जानती है कि आदिवासी-ओबीसी-दलित बाहुल्य वाले राज्यों में वो इसलिए खत्म हो गई क्योंकि वहां ये समाज एकजुट हो गया। इसलिए कांग्रेस का शाही परिवार हमारे दलित समाज में, हमारे SC समाज की एकता को, हमारे आदिवासी समाज, हमारे ST समाज की एकता को, हमारा OBC समाज, हमारे OBC समाज की एकता को तोड़ना चाहता है। ये लोग SC/ST/OBC को मिला आरक्षण छीनना चाहते हैं। इस क्षेत्र में देखिए, हमारे आदिवासी समाज में कितनी ही जातियां हैं, यहां उरांव, धनगर हैं... मुंडा, पातर है... लोहरा हैं... खड़िया जनजातियां हैं... चिक बराइक हैं... महली हैं... असुर, अगड़िया हैं... नगेसिया-किसान हैं... खरवार हैं... कोरवा हैं... ऐसे दर्जनों छोटे बड़े आदिवासी समाज यहां रहते हैं। इनकी आवाज़ में तभी दम रहेगा, जब ये ST के रूप में, आदिवासी के रूप में एकजुट रहेंगे। लेकिन कांग्रेस चाहती है उरांव, मुंडा से लड़े और कमजोर हो जाएं। कांग्रेस-JMM, लोहरा को खड़िया से लड़ाना चाहती है। ये लोग, चिक बराइक और महली को आपस में लड़ाना चाहते हैं। असुर को नगेसिया से लड़ाना चाहते हैं। तो खरवार की लड़ाई कोरवा से करवाना चाहते हैं। ये कांग्रेस का एजेंडा है, ताकि आदिवासी समाज की सामूहिक ताकत खत्म हो जाए। सब जातियों में बिखर जाए, टुकड़े-टुकड़े हो जाए। आप मुझे बताइए साथियों, आप जातियों में टूटेंगे, तो आदिवासियों की ताकत कम होगी कि नहीं होगी? जरा हाथ ऊपर करके ताकत से बताइए, कम होगी कि नहीं होगी? कम होगी कि नहीं होगी? कम होने देंगे? कम होने देंगे? और इसीलिए, मैं कहता हूं- एक हैं तो सेफ हैं। एक रहेंगे तो... एक रहेंगे तो... एक रहेंगे तो...।

साथियों,

JMM-कांग्रेस को आप लोगों के सुख और सुविधा से कोई लेना-देना नहीं हैं। ये अपनी ही तिजोरियां भरने में मस्त हैं। आपने तो कांग्रेस के, JMM के नेताओं, मंत्रियों के नोटों के पहाड़ देखे हैं। मैं प्रधानमंत्री बन गया ना, मैं मुख्यमंत्री भी था लेकिन मेरी जिंदगी में मैंने कभी अपनी आंखों से नोटों के इतने बड़े पहाड़ नहीं देखे थे। मैंने पहली बार टीवी पे इतना बड़ा नोटों का पहाड़ देखे और यह भी चोरी का माल, लूट का माल, आपका पैसा, झारखंड के गरीबों का पैसा। इतने नोट निकले, इतने नोट निकले कि मशीनें भी गिनते-गिनते थक गईं। मेरे भाई-बहन यह पैसा आपका पैसा है, इसके मालिक आप हैं। और मोदी आपके पैसों को लूटने नहीं देगा। जिन्होंने लूटा है उन्हें लौटाना पड़ेगा ही। और खुद की जिंदगी जेल में गुजारनी पड़ेगी। कांग्रेस-JMM वाले झारखंड में नदी, नाला, पहाड़, सबकुछ बेचने में जुटे हैं। JMM-कांग्रेस के नेताओं ने तो बालू की तस्करी करके, अपने महल खड़े कर दिए हैं। ये लोग तो जन्म और मृत्यु प्रमाणपत्र में भी घूस ले रहे हैं। क्या ऐसे लोगों को माफ करोगे भाई? कोई माफ करेगा क्या? इन्होंने आपका जो पानी का नल लगना था, वो भी लूट लिया। मैंने मेरे देश के गरीब लोगों के लिए मुफ्त चावल की योजना शुरु की। इन्होंने गरीबों के राशन में भी घोटाला कर दिया। और आपकी थाली में से आपके बच्चों की थाली में से चावल चुरा लिया मेरे भाई-बहन। ऐसे लोग है जो चावल चुरा गए हैं। JMM-कांग्रेस ने राशन लूटा, पानी लूटा, बालू लूटा, कोयला लूटा... रोटी-बेटी-माटी हर चीज़ को, जीवन के हर पहलू को इन्होंने तबाह कर दिया है।

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साथियों,

JMM-कांग्रेस के इस भ्रष्टतंत्र का सबसे ज्यादा नुकसान, यहां बहुत बड़ी मात्रा में मेरे नौजवान, मैं देख रहा हूं ये नौजवानों का नुकसान, ये जेएमएम कांग्रेस वालों ने सबसे ज्यादा किया है। बीते 5 साल में झारखंड में कोई ऐसा एक्जाम नहीं, कोई ऐसा पेपर नहीं है, जो लीक नहीं हुआ है। ऐसी कोई सरकारी भर्ती नहीं है, जिसमें धांधली ना हुई हो। लेकिन झारखंड के मेरे नौजवान साथियों, आप आश्वस्त रहिए। मोदी बैठा है। भाजपा-NDA सरकार इनके हर भ्रष्टाचार का हिसाब चुकता करेगी।

साथियों,

भाजपा-NDA की सरकार ने बीते 10 सालों में छोटे किसानों को सबसे अधिक प्राथमिकता दी है। आज़ादी के इतिहास में पहली बार किसानों के खाते में सीधा पैसा पहुंचा है। गुमला के किसानों के खाते में ही, पीएम किसान सम्मान निधि के करीब-करीब 500 करोड़ पहुंचे हैं। साथियों, ये हमारे झारखंड में तो रागी, रागी का उत्पादन, रागी जैसा श्रीअन्न उगाया जाता है। आने वाला समय रागी किसानों के लिए अनेक अवसर लेकर के आ रहा है। हम श्रीअन्न के रूप में पूरी दुनिया में रागी की उपज को पहुंचाने जा रहे हैं। और आपको खुशी होगी, मेरी पिछली जब सरकार थी तो अमेरिका के राष्ट्रपति जी ने वाइट हाउस में भोजन रखा था और मुझे निमंत्रण दिया था। पूरे अमेरिका के बड़े-बड़े दिग्गज लोग वहां थे और खाने में क्या परोसा आपको मालूम है। खाने में यह हमारी रागी परोसी गई थी रागी। हमारे देश का मोटा अनाज जिसको कहते हैं वो श्रीअन्न परोसा गया था। झारखंड भाजपा ने किसानों के लिए जो घोषणाएं की है वह बहुत ही प्रशंसनीय है और इसलिए मैं झारखंड बीजेपी के नेताओं को बधाई देता हूं आपके निर्णय के लिए। कुछ समय पहले ही उड़ीसा में भाजपा सरकार बनी है। एक हमारा आदिवासी भाई वहां मुख्यमंत्री बना है। वहां हमने धान किसानों और आदिवासियों की वन उपज को लेकर जो घोषणाएं की थी वह सारी घोषणाएं इतने कम समय में हमने पूरी कर दी, वादा निभा दिया दोस्तों। 23 नवंबर के बाद झारखंड में भी भाजपा-एनडीए सरकार सभी गारंटी को पूरा करेगी, यह मेरी गारंटी है।

साथियों,

भारत तभी विकसित होगा जब हमारी नारी शक्ति विकसित होगी। नारी शक्ति का विकास होगा। यही बात झारखंड की माताओं-बहनों-बेटियों के लिए भी उतनी ही महत्वपूर्ण है। हमने देश में 3 करोड़ लखपति दीदी बनाने का बहुत बड़ा अभियान शुरु किया है। पहले कोई सोच भी नहीं सकता था कि कोई बहन-बेटी-मां लखपति बन जाए। मोदी सोचता है। मेरे गांव की तीन करोड़ महिलाएं लखपति दीदी बने यह मेरा सपना है। और मुझे खुशी है कि जब से मैंने अभियान शुरू किया है एक करोड़ ऐसी लखपति दीदी हम बना चुके हैं जो हर वर्ष एक लाख रुप से ज्यादा कमाती है। और मुझे खुशी है कि इनमें मेरे झारखंड की भी अनेक बहनें हैं। इन बहनों के समूहों को भाजपा एनडीए सरकार अलग-अलग काम के लिए पैसा दे रही है। हमारे इस मिशन को आगे बढ़ाने के लिए झारखंड भाजपा ने भी गोगो दीदी योजना, गोगो दीदी योजना इसका ऐलान किया है। गोगो दीदी योजना के तहत हर महीने बहनों के खाते में हजारों रुपए जमा होने वाले हैं।

साथियों,

झारखंड देशभक्तों की भूमि है। आज़ादी की लड़ाई से लेकर आज सीमा पर देश की सुरक्षा तक, झारखंड के वीर-वीरांगनाओं ने अग्रणी भूमिका निभाई है। ये शहीद अल्बर्ट इक्का, तेलंगा खड़िया, बख्तर साय और मुंडल सिंह जैसे महापुरुषों की धरती है। ऐसी प्रेरणाओं से भरा झारखंड 25 साल का हो रहा है। अगले 5 वर्षों में हमें आने वाले 25 साल की नींव मजबूत करनी है। इसके लिए यहां भाजपा-NDA की मज़बूत और स्थिर सरकार ज़रूरी है। भाजपा-आजसू-JDU-LJP के सभी उम्मीदवारों को विजयी बनाना है। आपका एक-एक वोट, विकसित झारखंड-विकसित भारत के निर्माण को गति देगा। मैं फिर एक बार आपसे एक प्रार्थना करना चाहता हूं। मेरा काम करेंगे? हाथ ऊपर करके बताएंगे करेंगे? पक्का करेंगे? देखिए, यह मोदी तो दिल्ली में रहता है लेकिन मेरे लिए तो आप सब मोदी हैं तो मेरा एक काम करोगे? बताइए फिर से करोगे? देखिए इस चुनाव में आप जहां भी जाएं मोहल्ले में जाएं, बूथ में जाएं, गांव में जाएं, गली में जाएं, कहीं पर भी आपको कोई परिवार झोपड़ी में रहता है या कोई परिवार कच्चे घर में रहता है तो उसका नाम-पता लिख लीजिए और वह मुझे भेज दीजिए। और उस परिवार को कह देना कि मोदी ने मुझे मोदी बनाया है। अब तुझे पक्का घर मिलेगा मैं मोदी की तरफ से वादा करके आता हूं। करेंगे? आप वादा करेंगे ना मैं निभाऊंगा आपको कहता हूं क्योंकि मेरे लिए आप ही मोदी हैं। मुझे झारखंड में हर परिवार को पक्का घर देना है जिसके पास पक्का घर नहीं है। आप मेरी मदद करेंगे? मुझे बताइए, झारखंड में गरीब को पक्का घर मिलेगा तो पुण्य मिलेगा कि नहीं मिलेगा? यह पुण्य किसको मिलेगा? किसको मिलेगा? अरे मोदी को नहीं वो पुण्य आपको मिलेगा। आपके वोट की ताकत है कि मोदी आज गरीबों को घर दे पा रहा है और इसलिए इस पुण्य के अधिकारी आप हैं। साथियों, एक बार फिर आज इतनी बड़ी तादाद में आप हम सबको आशीर्वाद देने के लिए आए मैं आपका हृदय से बहुत-बहुत आभार व्यक्त करता हूं।

मेरे साथ बोलिए,

भारत माता की,

भारत माता की,

भारत माता की।

बहुत-बहुत धन्यवाद।

  • Vishal Seth December 17, 2024

    जय श्री राम
  • Karishn singh Rajpurohit December 12, 2024

    जय श्री राम 🚩 वंदे मातरम् जय भाजपा विजय भाजपा
  • DEBASHIS ROY December 05, 2024

    🇮🇳🇮🇳🇮🇳🇮🇳🇮🇳🇮🇳🇮🇳🇮🇳
  • DEBASHIS ROY December 05, 2024

    joy hind joy bharat
  • DEBASHIS ROY December 05, 2024

    bharat mata ki joy
  • கார்த்திக் December 04, 2024

    🌺ஜெய் ஸ்ரீ ராம்🌺जय श्री राम🌺જય શ્રી રામ🌺 🌺ಜೈ ಶ್ರೀ ರಾಮ್🌺ଜୟ ଶ୍ରୀ ରାମ🌺Jai Shri Ram 🌺🌺 🌺জয় শ্ৰী ৰাম🌺ജയ് ശ്രീറാം 🌺 జై శ్రీ రామ్ 🌺🌹
  • शिवानन्द राजभर December 03, 2024

    एक भारत श्रेष्ठ भारत
  • ram Sagar pandey December 02, 2024

    🌹🙏🏻🌹जय श्रीराम🙏💐🌹जय श्रीकृष्णा राधे राधे 🌹🙏🏻🌹जय माता दी 🚩🙏🙏🌹🌹🙏🙏🌹🌹जय श्रीराम 🙏💐🌹
  • Yogendra Nath Pandey Lucknow Uttar vidhansabha November 30, 2024

    जय श्री राम
  • Avdhesh Saraswat November 30, 2024

    HAR BAAR MODI SARKAR
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In future leadership, SOUL's objective should be to instill both the Steel and Spirit in every sector to build Viksit Bharat: PM
February 21, 2025
QuoteThe School of Ultimate Leadership (SOUL) will shape leaders who excel nationally and globally: PM
QuoteToday, India is emerging as a global powerhouse: PM
QuoteLeaders must set trends: PM
QuoteIn future leadership, SOUL's objective should be to instill both the Steel and Spirit in every sector to build Viksit Bharat: PM
QuoteIndia needs leaders who can develop new institutions of global excellence: PM
QuoteThe bond forged by a shared purpose is stronger than blood: PM

His Excellency,

भूटान के प्रधानमंत्री, मेरे Brother दाशो शेरिंग तोबगे जी, सोल बोर्ड के चेयरमैन सुधीर मेहता, वाइस चेयरमैन हंसमुख अढ़िया, उद्योग जगत के दिग्गज, जो अपने जीवन में, अपने-अपने क्षेत्र में लीडरशिप देने में सफल रहे हैं, ऐसे अनेक महानुभावों को मैं यहां देख रहा हूं, और भविष्य जिनका इंतजार कर रहा है, ऐसे मेरे युवा साथियों को भी यहां देख रहा हूं।

साथियों,

कुछ आयोजन ऐसे होते हैं, जो हृदय के बहुत करीब होते हैं, और आज का ये कार्यक्रम भी ऐसा ही है। नेशन बिल्डिंग के लिए, बेहतर सिटिजन्स का डेवलपमेंट ज़रूरी है। व्यक्ति निर्माण से राष्ट्र निर्माण, जन से जगत, जन से जग, ये किसी भी ऊंचाई को प्राप्त करना है, विशालता को पाना है, तो आरंभ जन से ही शुरू होता है। हर क्षेत्र में बेहतरीन लीडर्स का डेवलपमेंट बहुत जरूरी है, और समय की मांग है। और इसलिए The School of Ultimate Leadership की स्थापना, विकसित भारत की विकास यात्रा में एक बहुत महत्वपूर्ण और बहुत बड़ा कदम है। इस संस्थान के नाम में ही ‘सोल’ है, ऐसा नहीं है, ये भारत की सोशल लाइफ की soul बनने वाला है, और हम लोग जिससे भली-भांति परिचित हैं, बार-बार सुनने को मिलता है- आत्मा, अगर इस सोल को उस भाव से देखें, तो ये आत्मा की अनुभूति कराता है। मैं इस मिशन से जुड़े सभी साथियों का, इस संस्थान से जुड़े सभी महानुभावों का हृदय से बहुत-बहुत अभिनंदन करता हूं। बहुत जल्द ही गिफ्ट सिटी के पास The School of Ultimate Leadership का एक विशाल कैंपस भी बनकर तैयार होने वाला है। और अभी जब मैं आपके बीच आ रहा था, तो चेयरमैन श्री ने मुझे उसका पूरा मॉडल दिखाया, प्लान दिखाया, वाकई मुझे लगता है कि आर्किटेक्चर की दृष्टि से भी ये लीडरशिप लेगा।

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साथियों,

आज जब The School of Ultimate Leadership- सोल, अपने सफर का पहला बड़ा कदम उठा रहा है, तब आपको ये याद रखना है कि आपकी दिशा क्या है, आपका लक्ष्य क्या है? स्वामी विवेकानंद ने कहा था- “Give me a hundred energetic young men and women and I shall transform India.” स्वामी विवेकानंद जी, भारत को गुलामी से बाहर निकालकर भारत को ट्रांसफॉर्म करना चाहते थे। और उनका विश्वास था कि अगर 100 लीडर्स उनके पास हों, तो वो भारत को आज़ाद ही नहीं बल्कि दुनिया का नंबर वन देश बना सकते हैं। इसी इच्छा-शक्ति के साथ, इसी मंत्र को लेकर हम सबको और विशेषकर आपको आगे बढ़ना है। आज हर भारतीय 21वीं सदी के विकसित भारत के लिए दिन-रात काम कर रहा है। ऐसे में 140 करोड़ के देश में भी हर सेक्टर में, हर वर्टिकल में, जीवन के हर पहलू में, हमें उत्तम से उत्तम लीडरशिप की जरूरत है। सिर्फ पॉलीटिकल लीडरशिप नहीं, जीवन के हर क्षेत्र में School of Ultimate Leadership के पास भी 21st सेंचुरी की लीडरशिप तैयार करने का बहुत बड़ा स्कोप है। मुझे विश्वास है, School of Ultimate Leadership से ऐसे लीडर निकलेंगे, जो देश ही नहीं बल्कि दुनिया की संस्थाओं में, हर क्षेत्र में अपना परचम लहराएंगे। और हो सकता है, यहां से ट्रेनिंग लेकर निकला कोई युवा, शायद पॉलिटिक्स में नया मुकाम हासिल करे।

साथियों,

कोई भी देश जब तरक्की करता है, तो नेचुरल रिसोर्सेज की अपनी भूमिका होती ही है, लेकिन उससे भी ज्यादा ह्यूमेन रिसोर्स की बहुत बड़ी भूमिका है। मुझे याद है, जब महाराष्ट्र और गुजरात के अलग होने का आंदोलन चल रहा था, तब तो हम बहुत बच्चे थे, लेकिन उस समय एक चर्चा ये भी होती थी, कि गुजरात अलग होकर के क्या करेगा? उसके पास कोई प्राकृतिक संसाधन नहीं है, कोई खदान नहीं है, ना कोयला है, कुछ नहीं है, ये करेगा क्या? पानी भी नहीं है, रेगिस्तान है और उधर पाकिस्तान है, ये करेगा क्या? और ज्यादा से ज्यादा इन गुजरात वालों के पास नमक है, और है क्या? लेकिन लीडरशिप की ताकत देखिए, आज वही गुजरात सब कुछ है। वहां के जन सामान्य में ये जो सामर्थ्य था, रोते नहीं बैठें, कि ये नहीं है, वो नहीं है, ढ़िकना नहीं, फलाना नहीं, अरे जो है सो वो। गुजरात में डायमंड की एक भी खदान नहीं है, लेकिन दुनिया में 10 में से 9 डायमंड वो है, जो किसी न किसी गुजराती का हाथ लगा हुआ होता है। मेरे कहने का तात्पर्य ये है कि सिर्फ संसाधन ही नहीं, सबसे बड़ा सामर्थ्य होता है- ह्यूमन रिसोर्स में, मानवीय सामर्थ्य में, जनशक्ति में और जिसको आपकी भाषा में लीडरशिप कहा जाता है।

21st सेंचुरी में तो ऐसे रिसोर्स की ज़रूरत है, जो इनोवेशन को लीड कर सकें, जो स्किल को चैनेलाइज कर सकें। आज हम देखते हैं कि हर क्षेत्र में स्किल का कितना बड़ा महत्व है। इसलिए जो लीडरशिप डेवलपमेंट का क्षेत्र है, उसे भी नई स्किल्स चाहिए। हमें बहुत साइंटिफिक तरीके से लीडरशिप डेवलपमेंट के इस काम को तेज गति से आगे बढ़ाना है। इस दिशा में सोल की, आपके संस्थान की बहुत बड़ी भूमिका है। मुझे ये जानकर अच्छा लगा कि आपने इसके लिए काम भी शुरु कर दिया है। विधिवत भले आज आपका ये पहला कार्यक्रम दिखता हो, मुझे बताया गया कि नेशनल एजुकेशन पॉलिसी के effective implementation के लिए, State Education Secretaries, State Project Directors और अन्य अधिकारियों के लिए वर्क-शॉप्स हुई हैं। गुजरात के चीफ मिनिस्टर ऑफिस के स्टाफ में लीडरशिप डेवलपमेंट के लिए चिंतन शिविर लगाया गया है। और मैं कह सकता हूं, ये तो अभी शुरुआत है। अभी तो सोल को दुनिया का सबसे बेहतरीन लीडरशिप डेवलपमेंट संस्थान बनते देखना है। और इसके लिए परिश्रम करके दिखाना भी है।

साथियों,

आज भारत एक ग्लोबल पावर हाउस के रूप में Emerge हो रहा है। ये Momentum, ये Speed और तेज हो, हर क्षेत्र में हो, इसके लिए हमें वर्ल्ड क्लास लीडर्स की, इंटरनेशनल लीडरशिप की जरूरत है। SOUL जैसे Leadership Institutions, इसमें Game Changer साबित हो सकते हैं। ऐसे International Institutions हमारी Choice ही नहीं, हमारी Necessity हैं। आज भारत को हर सेक्टर में Energetic Leaders की भी जरूरत है, जो Global Complexities का, Global Needs का Solution ढूंढ पाएं। जो Problems को Solve करते समय, देश के Interest को Global Stage पर सबसे आगे रखें। जिनकी अप्रोच ग्लोबल हो, लेकिन सोच का एक महत्वपूर्ण हिस्सा Local भी हो। हमें ऐसे Individuals तैयार करने होंगे, जो Indian Mind के साथ, International Mind-set को समझते हुए आगे बढ़ें। जो Strategic Decision Making, Crisis Management और Futuristic Thinking के लिए हर पल तैयार हों। अगर हमें International Markets में, Global Institutions में Compete करना है, तो हमें ऐसे Leaders चाहिए जो International Business Dynamics की समझ रखते हों। SOUL का काम यही है, आपकी स्केल बड़ी है, स्कोप बड़ा है, और आपसे उम्मीद भी उतनी ही ज्यादा हैं।

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साथियों,

आप सभी को एक बात हमेशा- हमेशा उपयोगी होगी, आने वाले समय में Leadership सिर्फ Power तक सीमित नहीं होगी। Leadership के Roles में वही होगा, जिसमें Innovation और Impact की Capabilities हों। देश के Individuals को इस Need के हिसाब से Emerge होना पड़ेगा। SOUL इन Individuals में Critical Thinking, Risk Taking और Solution Driven Mindset develop करने वाला Institution होगा। आने वाले समय में, इस संस्थान से ऐसे लीडर्स निकलेंगे, जो Disruptive Changes के बीच काम करने को तैयार होंगे।

साथियों,

हमें ऐसे लीडर्स बनाने होंगे, जो ट्रेंड बनाने में नहीं, ट्रेंड सेट करने के लिए काम करने वाले हों। आने वाले समय में जब हम Diplomacy से Tech Innovation तक, एक नई लीडरशिप को आगे बढ़ाएंगे। तो इन सारे Sectors में भारत का Influence और impact, दोनों कई गुणा बढ़ेंगे। यानि एक तरह से भारत का पूरा विजन, पूरा फ्यूचर एक Strong Leadership Generation पर निर्भर होगा। इसलिए हमें Global Thinking और Local Upbringing के साथ आगे बढ़ना है। हमारी Governance को, हमारी Policy Making को हमने World Class बनाना होगा। ये तभी हो पाएगा, जब हमारे Policy Makers, Bureaucrats, Entrepreneurs, अपनी पॉलिसीज़ को Global Best Practices के साथ जोड़कर Frame कर पाएंगे। और इसमें सोल जैसे संस्थान की बहुत बड़ी भूमिका होगी।

साथियों,

मैंने पहले भी कहा कि अगर हमें विकसित भारत बनाना है, तो हमें हर क्षेत्र में तेज गति से आगे बढ़ना होगा। हमारे यहां शास्त्रों में कहा गया है-

यत् यत् आचरति श्रेष्ठः, तत् तत् एव इतरः जनः।।

यानि श्रेष्ठ मनुष्य जैसा आचरण करता है, सामान्य लोग उसे ही फॉलो करते हैं। इसलिए, ऐसी लीडरशिप ज़रूरी है, जो हर aspect में वैसी हो, जो भारत के नेशनल विजन को रिफ्लेक्ट करे, उसके हिसाब से conduct करे। फ्यूचर लीडरशिप में, विकसित भारत के निर्माण के लिए ज़रूरी स्टील और ज़रूरी स्पिरिट, दोनों पैदा करना है, SOUL का उद्देश्य वही होना चाहिए। उसके बाद जरूरी change और रिफॉर्म अपने आप आते रहेंगे।

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साथियों,

ये स्टील और स्पिरिट, हमें पब्लिक पॉलिसी और सोशल सेक्टर्स में भी पैदा करनी है। हमें Deep-Tech, Space, Biotech, Renewable Energy जैसे अनेक Emerging Sectors के लिए लीडरशिप तैयार करनी है। Sports, Agriculture, Manufacturing और Social Service जैसे Conventional Sectors के लिए भी नेतृत्व बनाना है। हमें हर सेक्टर्स में excellence को aspire ही नहीं, अचीव भी करना है। इसलिए, भारत को ऐसे लीडर्स की जरूरत होगी, जो Global Excellence के नए Institutions को डेवलप करें। हमारा इतिहास तो ऐसे Institutions की Glorious Stories से भरा पड़ा है। हमें उस Spirit को revive करना है और ये मुश्किल भी नहीं है। दुनिया में ऐसे अनेक देशों के उदाहरण हैं, जिन्होंने ये करके दिखाया है। मैं समझता हूं, यहां इस हॉल में बैठे साथी और बाहर जो हमें सुन रहे हैं, देख रहे हैं, ऐसे लाखों-लाख साथी हैं, सब के सब सामर्थ्यवान हैं। ये इंस्टीट्यूट, आपके सपनों, आपके विजन की भी प्रयोगशाला होनी चाहिए। ताकि आज से 25-50 साल बाद की पीढ़ी आपको गर्व के साथ याद करें। आप आज जो ये नींव रख रहे हैं, उसका गौरवगान कर सके।

साथियों,

एक institute के रूप में आपके सामने करोड़ों भारतीयों का संकल्प और सपना, दोनों एकदम स्पष्ट होना चाहिए। आपके सामने वो सेक्टर्स और फैक्टर्स भी स्पष्ट होने चाहिए, जो हमारे लिए चैलेंज भी हैं और opportunity भी हैं। जब हम एक लक्ष्य के साथ आगे बढ़ते हैं, मिलकर प्रयास करते हैं, तो नतीजे भी अद्भुत मिलते हैं। The bond forged by a shared purpose is stronger than blood. ये माइंड्स को unite करता है, ये passion को fuel करता है और ये समय की कसौटी पर खरा उतरता है। जब Common goal बड़ा होता है, जब आपका purpose बड़ा होता है, ऐसे में leadership भी विकसित होती है, Team spirit भी विकसित होती है, लोग खुद को अपने Goals के लिए dedicate कर देते हैं। जब Common goal होता है, एक shared purpose होता है, तो हर individual की best capacity भी बाहर आती है। और इतना ही नहीं, वो बड़े संकल्प के अनुसार अपनी capabilities बढ़ाता भी है। और इस process में एक लीडर डेवलप होता है। उसमें जो क्षमता नहीं है, उसे वो acquire करने की कोशिश करता है, ताकि औऱ ऊपर पहुंच सकें।

साथियों,

जब shared purpose होता है तो team spirit की अभूतपूर्व भावना हमें गाइड करती है। जब सारे लोग एक shared purpose के co-traveller के तौर पर एक साथ चलते हैं, तो एक bonding विकसित होती है। ये team building का प्रोसेस भी leadership को जन्म देता है। हमारी आज़ादी की लड़ाई से बेहतर Shared purpose का क्या उदाहरण हो सकता है? हमारे freedom struggle से सिर्फ पॉलिटिक्स ही नहीं, दूसरे सेक्टर्स में भी लीडर्स बने। आज हमें आज़ादी के आंदोलन के उसी भाव को वापस जीना है। उसी से प्रेरणा लेते हुए, आगे बढ़ना है।

साथियों,

संस्कृत में एक बहुत ही सुंदर सुभाषित है:

अमन्त्रं अक्षरं नास्ति, नास्ति मूलं अनौषधम्। अयोग्यः पुरुषो नास्ति, योजकाः तत्र दुर्लभः।।

यानि ऐसा कोई शब्द नहीं, जिसमें मंत्र ना बन सके। ऐसी कोई जड़ी-बूटी नहीं, जिससे औषधि ना बन सके। कोई भी ऐसा व्यक्ति नहीं, जो अयोग्य हो। लेकिन सभी को जरूरत सिर्फ ऐसे योजनाकार की है, जो उनका सही जगह इस्तेमाल करे, उन्हें सही दिशा दे। SOUL का रोल भी उस योजनाकार का ही है। आपको भी शब्दों को मंत्र में बदलना है, जड़ी-बूटी को औषधि में बदलना है। यहां भी कई लीडर्स बैठे हैं। आपने लीडरशिप के ये गुर सीखे हैं, तराशे हैं। मैंने कहीं पढ़ा था- If you develop yourself, you can experience personal success. If you develop a team, your organization can experience growth. If you develop leaders, your organization can achieve explosive growth. इन तीन वाक्यों से हमें हमेशा याद रहेगा कि हमें करना क्या है, हमें contribute करना है।

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साथियों,

आज देश में एक नई सामाजिक व्यवस्था बन रही है, जिसको वो युवा पीढी गढ़ रही है, जो 21वीं सदी में पैदा हुई है, जो बीते दशक में पैदा हुई है। ये सही मायने में विकसित भारत की पहली पीढ़ी होने जा रही है, अमृत पीढ़ी होने जा रही है। मुझे विश्वास है कि ये नया संस्थान, ऐसी इस अमृत पीढ़ी की लीडरशिप तैयार करने में एक बहुत ही महत्वपूर्ण भूमिका निभाएगा। एक बार फिर से आप सभी को मैं बहुत-बहुत शुभकामनाएं देता हूं।

भूटान के राजा का आज जन्मदिन होना, और हमारे यहां यह अवसर होना, ये अपने आप में बहुत ही सुखद संयोग है। और भूटान के प्रधानमंत्री जी का इतने महत्वपूर्ण दिवस में यहां आना और भूटान के राजा का उनको यहां भेजने में बहुत बड़ा रोल है, तो मैं उनका भी हृदय से बहुत-बहुत आभार व्यक्त करता हूं।

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साथियों,

ये दो दिन, अगर मेरे पास समय होता तो मैं ये दो दिन यहीं रह जाता, क्योंकि मैं कुछ समय पहले विकसित भारत का एक कार्यक्रम था आप में से कई नौजवान थे उसमें, तो लगभग पूरा दिन यहां रहा था, सबसे मिला, गप्पे मार रहा था, मुझे बहुत कुछ सीखने को मिला, बहुत कुछ जानने को मिला, और आज तो मेरा सौभाग्य है, मैं देख रहा हूं कि फर्स्ट रो में सारे लीडर्स वो बैठे हैं जो अपने जीवन में सफलता की नई-नई ऊंचाइयां प्राप्त कर चुके हैं। ये आपके लिए बड़ा अवसर है, इन सबके साथ मिलना, बैठना, बातें करना। मुझे ये सौभाग्य नहीं मिलता है, क्योंकि मुझे जब ये मिलते हैं तब वो कुछ ना कुछ काम लेकर आते हैं। लेकिन आपको उनके अनुभवों से बहुत कुछ सीखने को मिलेगा, जानने को मिलेगा। ये स्वयं में, अपने-अपने क्षेत्र में, बड़े अचीवर्स हैं। और उन्होंने इतना समय आप लोगों के लिए दिया है, इसी में मन लगता है कि इस सोल नाम की इंस्टीट्यूशन का मैं एक बहुत उज्ज्वल भविष्य देख रहा हूं, जब ऐसे सफल लोग बीज बोते हैं तो वो वट वृक्ष भी सफलता की नई ऊंचाइयों को प्राप्त करने वाले लीडर्स को पैदा करके रहेगा, ये पूरे विश्वास के साथ मैं फिर एक बार इस समय देने वाले, सामर्थ्य बढ़ाने वाले, शक्ति देने वाले हर किसी का आभार व्यक्त करते हुए, मेरे नौजवानों के लिए मेरे बहुत सपने हैं, मेरी बहुत उम्मीदें हैं और मैं हर पल, मैं मेरे देश के नौजवानों के लिए कुछ ना कुछ करता रहूं, ये भाव मेरे भीतर हमेशा पड़ा रहता है, मौका ढूंढता रहता हूँ और आज फिर एक बार वो अवसर मिला है, मेरी तरफ से नौजवानों को बहुत-बहुत शुभकामनाएं।

बहुत-बहुत धन्यवाद।