QuoteThe unwavering support of Karnataka for the BJP has given the corruption-ridden I.N.D.I alliance, sleepless nights
QuoteCongress & the I.N.D.I alliance possess no roadmap, agenda or vision for the development of India
QuoteKarnataka is a state where there is CM in waiting, Super CM, Shadow CM, Future CM Aspirant & Collection Master to facilitate scams & loot
QuoteThe I.N.D.I alliance has proclaimed to end the concept of ‘Shakti’ that has not only disrespected the Hindu Dharma but the Nari Shakti of India
QuoteBJP has always prioritized the empowerment of SC-ST-OBC and the safe evacuation of the members of the ‘Hakki-Pikki’ tribe through ‘Operation Kaveri’ is a testimony to the same

भारत माता की, भारत माता की, भारत माता की।

शिवमोग्गा-दा जनतेगे नन्ना नमस्कारागड़ु

मैं शक्ति स्वरूपा, सिगन्दूरु चौडेश्वरि देवी के चरणों में श्रद्धापूर्वक प्रणाम करता हूं।

हम सभी के लिए आपका ये प्यार और आशीर्वाद, जनसमर्थन की ये लहर, कर्नाटका के कोने-कोने में बीजेपी को मिल रहा अपार जनसमर्थन, ये दृश्य...ये ऊर्जा अपने आप में…ऐसा लग रहा है कि पूरा मैदान ऊर्जा से भरा हुआ है। दूसरी तरफ भ्रष्टाचार और तुष्टिकरण में डूबे इंडी अलायंस की नींद उड़ गई होगी। और, शिवमोगा तो खास तौर पर ऐसी भूमि है, जनसंघ के जमाने में जब हमें कोई जानता नहीं था। कोई हमारा म्यूनिसिपालिटी का मेंबर नहीं होता था। ऐसे समय येदुरप्पा जी ने अपनी पूरी जवानी यहां खपा दी थी। ये उनकी तपोभूमि रही है। इस क्षेत्र की, कर्नाटका की हर सीट से मोदी के development ambassador को दिल्ली भेजना है। आपको कर्नाटका की 28 की 28 सीटें BJP-NDA को देने के लिए मैं आज आपको प्रार्थना करने आया हूं। 4 जून को 400 पार। ‘4 जून को 400 पार के मिशन’ में आपकी बहुत बड़ी भूमिका है। और इसलिए... आखिरकार हम 400 सीटों की बात क्यों कर रहे हैं हम। ये 400 सीटें क्यों। विकसित भारत के लिए...400 पार! विकसित भारत के लिए...400 पार! विकसित भारत के लिए...400 पार! विकसित कर्नाटका के लिए...400 पार! विकसित कर्नाटका के लिए...400 पार! गरीबी कम करने के लिए...400 पार! गरीबी कम करने के लिए...400 पार! आतंक पर प्रहार के लिए...400 पार! भ्रष्टाचारियों पर कार्रवाई के लिए...400 पार! किसानों की समृद्धि के लिए...400 पार! युवाओं को नए अवसर देने के लिए...400 पार! ई बारी…नानूरु मीरी ! ई बारी…नानूरु मीरी !

|

साथियों,
पिछले 10 वर्षों में देश ने बीजेपी का काम देखा है। बीजेपी की सबसे बड़ी प्राथमिकताएं हैं- विकास, गरीब कल्याण और सामर्थ्यवान भारत! वहीं दूसरी ओर कांग्रेस है। कांग्रेस के पास विकास का एजेंडा नहीं, इसलिए वो तरह-तरह के हथकंडे आजमाती है। कांग्रेस का पहला हथकंडा है- झूठ बोलो! बड़े-बड़े झूठ बोलो! बार-बार झूठ बोलो। जहां जाओ वहां झूठ बोलो। सुबह-शाम झूठ बोलो। कांग्रेस का दूसरा हथकंडा है- अपने झूठ को ढकने के लिए, नए झूठ बोलो। कांग्रेस का तीसरा हथकंडा है- जब पकड़े जाओ, तो अपनी करतूतों का ठीकरा दूसरों के सर पर फोड़ दो। हर चुनाव से पहले कांग्रेस के लोग बड़े-बड़े झूठे वादे करने में एक्सपर्ट हो गए हैं। यहां कर्नाटका में भी कांग्रेस ने यही किया। और अब सरकार बनने के बाद, कांग्रेस फिर झूठ पर झूठ बोले जा रही है। कभी वो केंद्र को जिम्मेदार बता रही है, कभी मोदी पर आरोप लगा रही है, तो कभी दूसरी पार्टियों पर अपनी नाकामी का ठीकरा फोड़ रही है। क्योंकि, कांग्रेस की मंशा कभी काम की नहीं होती। कांग्रेस का केवल एक ही इरादा होता है- लोगों को लूटना, अपनी जेब भरना! इसीलिए, कांग्रेस को जब से कर्नाटका में मौका मिला है, तो इन्होंने कर्नाटका को अपना ATM बना लिया है। यहां इनकी लूट इतनी बढ़ गई है कि सरकार चलाने के लिए पैसे तक नहीं बचे हैं। और इस लूट में भागीदार बनने की होड़ मची हुई है। कोई यहां ‘CM in Waiting’ है। कोई यहां ‘Future CM Aspirant’ है। कोई यहां ‘Super CM’ है, कोई यहां ‘Shadow CM’ है। और इतने सारे CM के बीच एक दिल्ली के 'Collection Minister,' भी हैं। कांग्रेस की इस करतूत का नुकसान, कर्नाटका के लोगों को उठाना पड़ रहा है। कुछ ही महीनों में कांग्रेस की सरकार ने कर्नाटका की साख को बहुत बड़ा धक्का लगा दिया है। मैं कांग्रेस के प्रति कर्नाटका के लोगों का आक्रोश देख रहा हूं, उनका गुस्सा समझ रहा हूं। कांग्रेस सरकार के ऐसे रवैये के बीच बहुत जरूरी है कि कर्नाटका की लोकसभा की हर सीट पर BJP-NDA को विजय मिले। BJP-NDA के सांसद, कर्नाटका के लोगों की सेवा के लिए काम करेंगे, यहां केंद्र की योजनाओं को अच्छी तरह लागू करने में मदद करेंगे।

साथियों,
कल मुंबई में शिवाजी मैदान में इंडी अलायंस की तरफ से खुला ऐलान किया गया। वो लोग हिंदू धर्म में समाहित शक्ति को समाप्त करना चाहते हैं। हिंदू शक्ति को समाप्त करने का उन्होंने बीड़ा उठाया है। हिंदू समाज जिसे शक्ति मानता है, उस शक्ति के विनाश का उन्होंने एलान कर दिया है। अगर शक्ति के विनाश का उनका एलान है तो शक्ति की उपासना का हमारा भी एलान है। मैं जब सार्वजनिक जीवन में आया, जब मैंने अपने समय का पल-पल और शरीर का कण-कण लोगों की सेवा के लिए समर्पित करने का संकल्प लिया तो मुझे इसी शक्ति ने ऊर्जा दी। आज भी मैं शक्ति की उपासना करता हूं, देश के कोटि-कोटि लोग हिंदू धर्म की इस शक्ति के उपासक हैं। और मैं तो हैरान हूं... कल शिवाजी पार्क में शक्ति के विनाश का एलान हो रहा है, जब मैंने सुना तो मैं सोच रहा था कि बाला साहेब ठाकरे जी, उनकी आत्मा को कितना दुख पहुंचा होगा। शिवाजी पार्क में शक्ति के विनाश का एलान किया जाए, वो भी शिवाजी पार्क में। और उस भूमि पर जहां का बच्चा-बच्चा जन्म से जय भवानी, जय शिवाजी का मंत्र लेकर के बड़ा होता है। छत्रपति शिवाजी महाराज, दुर्गा भवानी से आशीर्वाद लेकर के हिंदवी स्वराज की स्थापना के लिए निकल पड़े थे। वे शक्ति के उपासक थे और उसी शिवाजी पार्क में शक्ति के विनाश का ऐलान किया जाता है। और कौन लोग मंच पर बैठे थे, पता नहीं बाला साहब की आत्मा को क्या होता होगा। शक्ति का विनाश करने की सोच।

|

साथियों,
मेरे लिए देश की नारीशक्ति, इसी शक्ति का प्रतिबिंब है। इसलिए हमारी सरकार की योजनाओं में सबसे ज्यादा प्राथमिकता नारी शक्ति को दी जाती है। आजादी के बाद आज तक किसी सरकार ने नारीशक्ति पर इतना बल नहीं दिया जितना हमारी सरकार ने दिया है। इसलिए ही जब चंद्रयान वहां पहुंचा जहां कोई नहीं पहुंचा था, तो हमने उस स्थान को शिव-शक्ति प्वाइंट का नाम दिया। कई पॉलिटिकल जानकार कहते रहे हैं कि ये नारीशक्ति मोदी की साइलेंट वोटर है। लेकिन मेरे लिए देश की नारीशक्ति वोटर नहीं बल्कि मां शक्ति स्वरूपा है। नारीशक्ति का यही आशीर्वाद मेरा सबसे बड़ा सुरक्षा कवच है। हम तो हमेशा से कहते आ रहे हैं...या देवी सर्वभूतेषु शक्ति रूपेण संस्थिता। नमस्तस्यै नमस्तस्यै नमस्तस्यै नमो नमः॥ इसी भावना के साथ हम मां भारती की पूजा करते हैं। इसी भावना के साथ हम मां भारती की शक्ति बढ़ाना चाहते हैं। इसी भावना के साथ हम मां भारती की शक्ति को बढ़ाना चाहते हैं। हमारे राष्ट्रकवि कुवेम्पु ने भी कर्नाटका की इस धरती के लिए क्या कहा था? उन्होंने कहा था- मन्त्र कणा, शक्ति कणा, तायि कणा, देवी कणा। उन्होंने कर्नाटका माता को भी शक्ति के रूप में देखा था। इंडी अलायंस के ये लोग अब इसी शक्ति को कुचलना चाहते हैं, तबाह करना चाहते हैं, समाप्त करना चाहते हैं। इन्हें मां भारती की बढ़ती हुई शक्ति से नफरत हो रही है। इन्हें भारतीय नारी का उत्थान अच्छा नहीं लग रहा है। इन्हें भारतीय नारी का सशक्तिकरण पसंद नहीं आ रहा। शक्ति पर वार का मतलब है- देश की माताओं-बहनों-बेटियों पर वार। शक्ति पर वार का मतलब है- नारी कल्याण की योजनाओं पर वार। शक्ति पर वार का मतलब है- मां भारती की शक्ति पर वार। ये शक्ति ही है, जिसके अवतरण से भारत की भूमि से आतंक और अत्याचार का अंत होता है। इंडी अलायंस ने, कांग्रेस ने इसी शक्ति को ललकारा है। कांग्रेस को इसका जवाब देश की हर महिला-हर बहन- हर बेटी देगी, शक्ति का हर उपासक देगा। 4 जून को इन्हें पता चल जाएगा कि शक्ति को ललकारने का मतलब क्या होता है।

साथियों,
कांग्रेस सत्ता हासिल करने के लिए किसी भी हद तक जाने वाली पार्टी है। अंग्रेज़ चले गए। लेकिन कांग्रेस ने अंग्रेजियत वाली मानसिकता नहीं छोड़ी। ‘बांटो और राज करो’ वो अपनी विरासत कांग्रेस को देकर गए हैं। कांग्रेस ने पहले देश को बांटा, जाति में बांटा, समुदाय में बांटा, धर्म, क्षेत्र और भाषा के आधार पर लोगों को बांटा। और, सत्ता हासिल करने के लिए कांग्रेस ने देश का बंटवारा भी कर दिया। लेकिन फिर भी बांटने की मानसिकता वाली इस कांग्रेस को इतने से संतोष नहीं हो रहा है। अब कांग्रेस फिर से देश को बांटने वाले खतरनाक खेल भी खेलने लगी है। अब ये अपने इस मंसूबे पर भी खुलकर बोलने लगे हैं। अभी हाल ही में, कर्नाटका के कांग्रेस सांसद ने देश को एक बार और बांटने का बयान दिया है। ऐसे सांसद को पार्टी से निकाल फेंकने के बजाय कांग्रेस उसका बचाव कर रही है। कर्नाटका ऐसी राजनीति और ऐसे षडयंत्रों को कभी सफल नहीं होने देगा। कर्नाटका की धरती का ऐसा अपमान करने वाली कांग्रेस को इस लोकसभा चुनाव में चुन-चुन करके साफ कर देना चाहिए। करेंगे न? करेंगे न? जरा दोनों हाथ ऊपर करके बोलिए करेंगे न? चुन-चुन करके साफ करेंगे न? 26 अप्रैल और 7 मई को आपको इसी संकल्प को लेकर निकलना है। 26 अप्रैल और 7 मई को, आपको अपने वोट से कांग्रेस के विभाजनकारी मंसूबों को ध्वस्त करना है।

|

साथियों,
आजादी के बाद कांग्रेस ने जो व्यवस्था बनाई उसमें गरीब और गरीब होता गया, कंगाल होता गया और गरीब के अधिकार छिनते रहे। कांग्रेस ने हमेशा देश के गरीब को मूलभूत सुविधाओं को भी तरसा कर रखा। बीते 10 वर्षों में हमने इन हालातों को बदलने के लिए काम किया है। पिछले 10 वर्षों में, भारत के 25 करोड़ लोग गरीबी से बाहर आए हैं। ये इसलिए संभव हुआ, क्योंकि हमने गरीबों की समस्याओं पर फोकस किया। हमने उन्हें मुश्किलों से बाहर निकालने का रास्ता तैयार किया। मैं आपको कर्नाटका का उदाहरण देता हूं कि हमारे काम का स्केल कितना बड़ा है। परिवार में कोई मेडिकल इमरजेंसी आ जाए तो गरीब और गरीब हो जाता है। लेकिन हमने आयुष्मान भारत योजना के तहत अकेले कर्नाटका में 60 लाख से ज्यादा लोगों का मुफ्त इलाज कराया है। अकेले शिवमोगा में ही 5 लाख से ज्यादा आयुष्मान कार्ड धारक हैं। इसी तरह, कर्नाटका में 40 लाख से ज्यादा गरीब महिलाओं को मुफ्त गैस कनेक्शन दिया गया है। पूरे कर्नाटका में लगभग 9 लाख परिवारों को पीएम आवास योजना के तहत पक्का मकान दिया है।

साथियों,
ये जो लाखों, करोड़ों लोगों को हमारी योजनाओं का फायदा मिला है, उनमें से ज्यादातर SC, ST और OBC समुदाय के हैं। आज उन्हें सशक्त बनाकर हम सामाजिक न्याय की दिशा में आगे बढ़ रहे हैं। पिछली बार मैं यहां शिवमोगा एयरपोर्ट का उद्घाटन करने आया था। मुझे याद है कि यहां के हक्की पिक्की जनजातीय समुदाय के लोगों से मेरी लंबी चर्चा हुई थी। उन लोगों को ऑपरेशन कावेरी के द्वारा युद्ध संकट में घिरे सुडान से बाहर निकाला गया था। ये इस बात का उदाहरण है कि हम अपने सभी लोगों के लिए काम कर रहे हैं, ये मायने नहीं रखता कि वो कहां हैं। ये इस बात का भी प्रमाण है कि वंचित समुदाय की सेवा के प्रति बीजेपी लगातार समर्पित हैं। आजाद भारत के इतिहास में बीजेपी ही वो पार्टी है जिसने SC और ST दोनों समुदाय के लोगों को राष्ट्रपति बनाया है। इसलिए, जब आप बीजेपी को वोट देंगे, तो आपका वोट सामाजिक न्याय के लिए होगा।

|

साथियों,
आज पहली बार भारत इस मुकाम पर पहुंचा है कि दुनिया में लोग भारत के आधुनिक इनफ्रास्ट्रक्चर की चर्चा कर रहे हैं। भारत की पहचान अब हाइस्पीड वंदेभारत, नमो-भारत ट्रेनों से होती है। भारत की पहचान अब मेट्रो और अंडरवॉटर मेट्रो से हो रही है। भारत की पहचान अब हाइस्पीड इंटरनेट और 5G से होती है। भारत की पहचान अब गांव-गांव में UPI टेक्नालजी से होती है। भारत की पहचान अब ग्रीन कॉरिडॉर और एक्स्प्रेसवेज से होती है। बीजेपी की केंद्र सरकार कर्नाटका में भी इस विकास अभियान को बढ़ावा दे रही है। यहां तुमकुरू और शिवमोगा के बीच नेशनल हाइवे बन रहा है। हमारी सरकार इसके निर्माण पर 6 हजार करोड़ रुपए से ज्यादा खर्च कर रही है। इससे इस इलाके की पूरी तस्वीर बदल जाएगी। शिवमोगा से बेंगलुरू पहुंचने में लगने वाला समय 2 घंटे कम हो जाएगा। करीब 100 रुपए की लागत से शिवमोगा के पास कोटेगंगूर कोचिंग डिपो भी विकसित किया जा रहा है। शिवमोगा शहर में दो रेलवे ब्रिज भी बनाए गए हैं, जिससे यहां के लोगों को बहुत सुविधा हो गई है। शिवमोगा, सागर जंबागरू और तलगुप्पा स्टेशनों को अमृत स्टेशन भी बनाया गया है। यहां की रेल सुविधाओं का कायाकल्प हो रहा है।

|

साथियों,
अगले 5 वर्षों में विकास के इस अभियान को और गति मिलने वाली है। अगले 5 वर्ष देश उन फैसलों का गवाह बनेगा, जो पहले कभी नहीं हुये! अगले 5 वर्षों में ही भारत दुनिया की तीसरी अर्थव्यवस्था बनेगा। अगले 5 वर्षों में गरीब कल्याण की योजनाएं शत प्रतिशत लोगों तक पहुंचेंगी। जिसे अब तक पक्का घर नहीं मिला, नल से जल नहीं मिला, आयुष्मान कार्ड नहीं मिला, सबके घर तक NDA सरकार पहुंचेगी। अगले 5 वर्षों में युवाओं के लिए अवसरों के नए द्वार खुलेंगे। और, ये रास्ता 26 अप्रैल और 7 मई को आपके वोट से पक्का होगा। 26 अप्रैल को उडुपी-चिकमंगलूर सीट पर श्री कोटा श्रीनिवास, दक्षिण कन्नड़ा सीट पर कैप्टन बृजेश चौटा और बेंगलुरु रूरल सीट पर डॉ. सीएन मंजूनाथ के लिए बड़ी संख्या में वोट डालने हैं। इसके बाद 7 मई को शिवमोगा की सीट पर श्री बी वाई राघवेंद्र और दावनगेरे में श्रीमति गायत्री सिद्धेश्वर को भारी मतों से विजयी बनाना है। मुझे विश्वास है कि 4 जून को कर्नाटका की हर सीट पर विकास का कमल खिलेगा। लेकिन इसके लिए… मैंने तो बहुत गारंटी दी, आपको भी मुझे एक गारंटी देनी होगी कि हर पोलिंग बूथ में कमल ही कमल खिलेगा। खिलेगा? खिलेगा? कमल खिलेगा? कमल खिलेगा?

बहुत-बहुत धन्यवाद!

भारत माता की, भारत माता की, भारत माता की।

  • Dheeraj Thakur February 12, 2025

    जय श्री राम।
  • Dheeraj Thakur February 12, 2025

    जय श्री राम
  • कृष्ण सिंह राजपुरोहित भाजपा विधान सभा गुड़ामा लानी November 21, 2024

    जय श्री राम 🚩 वन्दे मातरम् जय भाजपा विजय भाजपा
  • Devendra Kunwar October 08, 2024

    BJP
  • दिग्विजय सिंह राना September 19, 2024

    हर हर महादेव
  • krishangopal sharma Bjp June 13, 2024

    नमो नमो 🙏 जय भाजपा 🙏
  • krishangopal sharma Bjp June 13, 2024

    नमो नमो 🙏 जय भाजपा 🙏
  • krishangopal sharma Bjp June 13, 2024

    नमो नमो 🙏 जय भाजपा 🙏
  • JBL SRIVASTAVA May 27, 2024

    मोदी जी 400 पार
  • Domanlal korsewada May 23, 2024

    BJP
Explore More
140 crore Indians have taken a collective resolve to build a Viksit Bharat: PM Modi on Independence Day

Popular Speeches

140 crore Indians have taken a collective resolve to build a Viksit Bharat: PM Modi on Independence Day
Rs 30,000 Crore Saved Via Jan Aushadhi Kendras In Last 10 Years; Over 15,000 Centres Opened, Nearly 10,000 More Planned: Government

Media Coverage

Rs 30,000 Crore Saved Via Jan Aushadhi Kendras In Last 10 Years; Over 15,000 Centres Opened, Nearly 10,000 More Planned: Government
NM on the go

Nm on the go

Always be the first to hear from the PM. Get the App Now!
...
Today, India is not just a Nation of Dreams but also a Nation That Delivers: PM Modi in TV9 Summit
March 28, 2025
QuoteToday, the world's eyes are on India: PM
QuoteIndia's youth is rapidly becoming skilled and driving innovation forward: PM
Quote"India First" has become the mantra of India's foreign policy: PM
QuoteToday, India is not just participating in the world order but also contributing to shaping and securing the future: PM
QuoteIndia has given Priority to humanity over monopoly: PM
QuoteToday, India is not just a Nation of Dreams but also a Nation That Delivers: PM

श्रीमान रामेश्वर गारु जी, रामू जी, बरुन दास जी, TV9 की पूरी टीम, मैं आपके नेटवर्क के सभी दर्शकों का, यहां उपस्थित सभी महानुभावों का अभिनंदन करता हूं, इस समिट के लिए बधाई देता हूं।

TV9 नेटवर्क का विशाल रीजनल ऑडियंस है। और अब तो TV9 का एक ग्लोबल ऑडियंस भी तैयार हो रहा है। इस समिट में अनेक देशों से इंडियन डायस्पोरा के लोग विशेष तौर पर लाइव जुड़े हुए हैं। कई देशों के लोगों को मैं यहां से देख भी रहा हूं, वे लोग वहां से वेव कर रहे हैं, हो सकता है, मैं सभी को शुभकामनाएं देता हूं। मैं यहां नीचे स्क्रीन पर हिंदुस्तान के अनेक शहरों में बैठे हुए सब दर्शकों को भी उतने ही उत्साह, उमंग से देख रहा हूं, मेरी तरफ से उनका भी स्वागत है।

साथियों,

आज विश्व की दृष्टि भारत पर है, हमारे देश पर है। दुनिया में आप किसी भी देश में जाएं, वहां के लोग भारत को लेकर एक नई जिज्ञासा से भरे हुए हैं। आखिर ऐसा क्या हुआ कि जो देश 70 साल में ग्यारहवें नंबर की इकोनॉमी बना, वो महज 7-8 साल में पांचवे नंबर की इकोनॉमी बन गया? अभी IMF के नए आंकड़े सामने आए हैं। वो आंकड़े कहते हैं कि भारत, दुनिया की एकमात्र मेजर इकोनॉमी है, जिसने 10 वर्षों में अपने GDP को डबल किया है। बीते दशक में भारत ने दो लाख करोड़ डॉलर, अपनी इकोनॉमी में जोड़े हैं। GDP का डबल होना सिर्फ आंकड़ों का बदलना मात्र नहीं है। इसका impact देखिए, 25 करोड़ लोग गरीबी से बाहर निकले हैं, और ये 25 करोड़ लोग एक नियो मिडिल क्लास का हिस्सा बने हैं। ये नियो मिडिल क्लास, एक प्रकार से नई ज़िंदगी शुरु कर रहा है। ये नए सपनों के साथ आगे बढ़ रहा है, हमारी इकोनॉमी में कंट्रीब्यूट कर रहा है, और उसको वाइब्रेंट बना रहा है। आज दुनिया की सबसे बड़ी युवा आबादी हमारे भारत में है। ये युवा, तेज़ी से स्किल्ड हो रहा है, इनोवेशन को गति दे रहा है। और इन सबके बीच, भारत की फॉरेन पॉलिसी का मंत्र बन गया है- India First, एक जमाने में भारत की पॉलिसी थी, सबसे समान रूप से दूरी बनाकर चलो, Equi-Distance की पॉलिसी, आज के भारत की पॉलिसी है, सबके समान रूप से करीब होकर चलो, Equi-Closeness की पॉलिसी। दुनिया के देश भारत की ओपिनियन को, भारत के इनोवेशन को, भारत के एफर्ट्स को, जैसा महत्व आज दे रहे हैं, वैसा पहले कभी नहीं हुआ। आज दुनिया की नजर भारत पर है, आज दुनिया जानना चाहती है, What India Thinks Today.

|

साथियों,

भारत आज, वर्ल्ड ऑर्डर में सिर्फ पार्टिसिपेट ही नहीं कर रहा, बल्कि फ्यूचर को शेप और सेक्योर करने में योगदान दे रहा है। दुनिया ने ये कोरोना काल में अच्छे से अनुभव किया है। दुनिया को लगता था कि हर भारतीय तक वैक्सीन पहुंचने में ही, कई-कई साल लग जाएंगे। लेकिन भारत ने हर आशंका को गलत साबित किया। हमने अपनी वैक्सीन बनाई, हमने अपने नागरिकों का तेज़ी से वैक्सीनेशन कराया, और दुनिया के 150 से अधिक देशों तक दवाएं और वैक्सीन्स भी पहुंचाईं। आज दुनिया, और जब दुनिया संकट में थी, तब भारत की ये भावना दुनिया के कोने-कोने तक पहुंची कि हमारे संस्कार क्या हैं, हमारा तौर-तरीका क्या है।

साथियों,

अतीत में दुनिया ने देखा है कि दूसरे विश्व युद्ध के बाद जब भी कोई वैश्विक संगठन बना, उसमें कुछ देशों की ही मोनोपोली रही। भारत ने मोनोपोली नहीं बल्कि मानवता को सर्वोपरि रखा। भारत ने, 21वीं सदी के ग्लोबल इंस्टीट्यूशन्स के गठन का रास्ता बनाया, और हमने ये ध्यान रखा कि सबकी भागीदारी हो, सबका योगदान हो। जैसे प्राकृतिक आपदाओं की चुनौती है। देश कोई भी हो, इन आपदाओं से इंफ्रास्ट्रक्चर को भारी नुकसान होता है। आज ही म्यांमार में जो भूकंप आया है, आप टीवी पर देखें तो बहुत बड़ी-बड़ी इमारतें ध्वस्त हो रही हैं, ब्रिज टूट रहे हैं। और इसलिए भारत ने Coalition for Disaster Resilient Infrastructure - CDRI नाम से एक वैश्विक नया संगठन बनाने की पहल की। ये सिर्फ एक संगठन नहीं, बल्कि दुनिया को प्राकृतिक आपदाओं के लिए तैयार करने का संकल्प है। भारत का प्रयास है, प्राकृतिक आपदा से, पुल, सड़कें, बिल्डिंग्स, पावर ग्रिड, ऐसा हर इंफ्रास्ट्रक्चर सुरक्षित रहे, सुरक्षित निर्माण हो।

साथियों,

भविष्य की चुनौतियों से निपटने के लिए हर देश का मिलकर काम करना बहुत जरूरी है। ऐसी ही एक चुनौती है, हमारे एनर्जी रिसोर्सेस की। इसलिए पूरी दुनिया की चिंता करते हुए भारत ने International Solar Alliance (ISA) का समाधान दिया है। ताकि छोटे से छोटा देश भी सस्टेनबल एनर्जी का लाभ उठा सके। इससे क्लाइमेट पर तो पॉजिटिव असर होगा ही, ये ग्लोबल साउथ के देशों की एनर्जी नीड्स को भी सिक्योर करेगा। और आप सबको ये जानकर गर्व होगा कि भारत के इस प्रयास के साथ, आज दुनिया के सौ से अधिक देश जुड़ चुके हैं।

साथियों,

बीते कुछ समय से दुनिया, ग्लोबल ट्रेड में असंतुलन और लॉजिस्टिक्स से जुड़ी challenges का सामना कर रही है। इन चुनौतियों से निपटने के लिए भी भारत ने दुनिया के साथ मिलकर नए प्रयास शुरु किए हैं। India–Middle East–Europe Economic Corridor (IMEC), ऐसा ही एक महत्वाकांक्षी प्रोजेक्ट है। ये प्रोजेक्ट, कॉमर्स और कनेक्टिविटी के माध्यम से एशिया, यूरोप और मिडिल ईस्ट को जोड़ेगा। इससे आर्थिक संभावनाएं तो बढ़ेंगी ही, दुनिया को अल्टरनेटिव ट्रेड रूट्स भी मिलेंगे। इससे ग्लोबल सप्लाई चेन भी और मजबूत होगी।

|

साथियों,

ग्लोबल सिस्टम्स को, अधिक पार्टिसिपेटिव, अधिक डेमोक्रेटिक बनाने के लिए भी भारत ने अनेक कदम उठाए हैं। और यहीं, यहीं पर ही भारत मंडपम में जी-20 समिट हुई थी। उसमें अफ्रीकन यूनियन को जी-20 का परमानेंट मेंबर बनाया गया है। ये बहुत बड़ा ऐतिहासिक कदम था। इसकी मांग लंबे समय से हो रही थी, जो भारत की प्रेसीडेंसी में पूरी हुई। आज ग्लोबल डिसीजन मेकिंग इंस्टीट्यूशन्स में भारत, ग्लोबल साउथ के देशों की आवाज़ बन रहा है। International Yoga Day, WHO का ग्लोबल सेंटर फॉर ट्रेडिशनल मेडिसिन, आर्टिफिशियल इंटेलीजेंस के लिए ग्लोबल फ्रेमवर्क, ऐसे कितने ही क्षेत्रों में भारत के प्रयासों ने नए वर्ल्ड ऑर्डर में अपनी मजबूत उपस्थिति दर्ज कराई है, और ये तो अभी शुरूआत है, ग्लोबल प्लेटफॉर्म पर भारत का सामर्थ्य नई ऊंचाई की तरफ बढ़ रहा है।

साथियों,

21वीं सदी के 25 साल बीत चुके हैं। इन 25 सालों में 11 साल हमारी सरकार ने देश की सेवा की है। और जब हम What India Thinks Today उससे जुड़ा सवाल उठाते हैं, तो हमें ये भी देखना होगा कि Past में क्या सवाल थे, क्या जवाब थे। इससे TV9 के विशाल दर्शक समूह को भी अंदाजा होगा कि कैसे हम, निर्भरता से आत्मनिर्भरता तक, Aspirations से Achievement तक, Desperation से Development तक पहुंचे हैं। आप याद करिए, एक दशक पहले, गांव में जब टॉयलेट का सवाल आता था, तो माताओं-बहनों के पास रात ढलने के बाद और भोर होने से पहले का ही जवाब होता था। आज उसी सवाल का जवाब स्वच्छ भारत मिशन से मिलता है। 2013 में जब कोई इलाज की बात करता था, तो महंगे इलाज की चर्चा होती थी। आज उसी सवाल का समाधान आयुष्मान भारत में नजर आता है। 2013 में किसी गरीब की रसोई की बात होती थी, तो धुएं की तस्वीर सामने आती थी। आज उसी समस्या का समाधान उज्ज्वला योजना में दिखता है। 2013 में महिलाओं से बैंक खाते के बारे में पूछा जाता था, तो वो चुप्पी साध लेती थीं। आज जनधन योजना के कारण, 30 करोड़ से ज्यादा बहनों का अपना बैंक अकाउंट है। 2013 में पीने के पानी के लिए कुएं और तालाबों तक जाने की मजबूरी थी। आज उसी मजबूरी का हल हर घर नल से जल योजना में मिल रहा है। यानि सिर्फ दशक नहीं बदला, बल्कि लोगों की ज़िंदगी बदली है। और दुनिया भी इस बात को नोट कर रही है, भारत के डेवलपमेंट मॉडल को स्वीकार रही है। आज भारत सिर्फ Nation of Dreams नहीं, बल्कि Nation That Delivers भी है।

साथियों,

जब कोई देश, अपने नागरिकों की सुविधा और समय को महत्व देता है, तब उस देश का समय भी बदलता है। यही आज हम भारत में अनुभव कर रहे हैं। मैं आपको एक उदाहरण देता हूं। पहले पासपोर्ट बनवाना कितना बड़ा काम था, ये आप जानते हैं। लंबी वेटिंग, बहुत सारे कॉम्प्लेक्स डॉक्यूमेंटेशन का प्रोसेस, अक्सर राज्यों की राजधानी में ही पासपोर्ट केंद्र होते थे, छोटे शहरों के लोगों को पासपोर्ट बनवाना होता था, तो वो एक-दो दिन कहीं ठहरने का इंतजाम करके चलते थे, अब वो हालात पूरी तरह बदल गया है, एक आंकड़े पर आप ध्यान दीजिए, पहले देश में सिर्फ 77 पासपोर्ट सेवा केंद्र थे, आज इनकी संख्या 550 से ज्यादा हो गई है। पहले पासपोर्ट बनवाने में, और मैं 2013 के पहले की बात कर रहा हूं, मैं पिछले शताब्दी की बात नहीं कर रहा हूं, पासपोर्ट बनवाने में जो वेटिंग टाइम 50 दिन तक होता था, वो अब 5-6 दिन तक सिमट गया है।

साथियों,

ऐसा ही ट्रांसफॉर्मेशन हमने बैंकिंग इंफ्रास्ट्रक्चर में भी देखा है। हमारे देश में 50-60 साल पहले बैंकों का नेशनलाइजेशन किया गया, ये कहकर कि इससे लोगों को बैंकिंग सुविधा सुलभ होगी। इस दावे की सच्चाई हम जानते हैं। हालत ये थी कि लाखों गांवों में बैंकिंग की कोई सुविधा ही नहीं थी। हमने इस स्थिति को भी बदला है। ऑनलाइन बैंकिंग तो हर घर में पहुंचाई है, आज देश के हर 5 किलोमीटर के दायरे में कोई न कोई बैंकिंग टच प्वाइंट जरूर है। और हमने सिर्फ बैंकिंग इंफ्रास्ट्रक्चर का ही दायरा नहीं बढ़ाया, बल्कि बैंकिंग सिस्टम को भी मजबूत किया। आज बैंकों का NPA बहुत कम हो गया है। आज बैंकों का प्रॉफिट, एक लाख 40 हज़ार करोड़ रुपए के नए रिकॉर्ड को पार कर चुका है। और इतना ही नहीं, जिन लोगों ने जनता को लूटा है, उनको भी अब लूटा हुआ धन लौटाना पड़ रहा है। जिस ED को दिन-रात गालियां दी जा रही है, ED ने 22 हज़ार करोड़ रुपए से अधिक वसूले हैं। ये पैसा, कानूनी तरीके से उन पीड़ितों तक वापिस पहुंचाया जा रहा है, जिनसे ये पैसा लूटा गया था।

साथियों,

Efficiency से गवर्नमेंट Effective होती है। कम समय में ज्यादा काम हो, कम रिसोर्सेज़ में अधिक काम हो, फिजूलखर्ची ना हो, रेड टेप के बजाय रेड कार्पेट पर बल हो, जब कोई सरकार ये करती है, तो समझिए कि वो देश के संसाधनों को रिस्पेक्ट दे रही है। और पिछले 11 साल से ये हमारी सरकार की बड़ी प्राथमिकता रहा है। मैं कुछ उदाहरणों के साथ अपनी बात बताऊंगा।

|

साथियों,

अतीत में हमने देखा है कि सरकारें कैसे ज्यादा से ज्यादा लोगों को मिनिस्ट्रीज में accommodate करने की कोशिश करती थीं। लेकिन हमारी सरकार ने अपने पहले कार्यकाल में ही कई मंत्रालयों का विलय कर दिया। आप सोचिए, Urban Development अलग मंत्रालय था और Housing and Urban Poverty Alleviation अलग मंत्रालय था, हमने दोनों को मर्ज करके Housing and Urban Affairs मंत्रालय बना दिया। इसी तरह, मिनिस्ट्री ऑफ ओवरसीज़ अफेयर्स अलग था, विदेश मंत्रालय अलग था, हमने इन दोनों को भी एक साथ जोड़ दिया, पहले जल संसाधन, नदी विकास मंत्रालय अलग था, और पेयजल मंत्रालय अलग था, हमने इन्हें भी जोड़कर जलशक्ति मंत्रालय बना दिया। हमने राजनीतिक मजबूरी के बजाय, देश की priorities और देश के resources को आगे रखा।

साथियों,

हमारी सरकार ने रूल्स और रेगुलेशन्स को भी कम किया, उन्हें आसान बनाया। करीब 1500 ऐसे कानून थे, जो समय के साथ अपना महत्व खो चुके थे। उनको हमारी सरकार ने खत्म किया। करीब 40 हज़ार, compliances को हटाया गया। ऐसे कदमों से दो फायदे हुए, एक तो जनता को harassment से मुक्ति मिली, और दूसरा, सरकारी मशीनरी की एनर्जी भी बची। एक और Example GST का है। 30 से ज्यादा टैक्सेज़ को मिलाकर एक टैक्स बना दिया गया है। इसको process के, documentation के हिसाब से देखें तो कितनी बड़ी बचत हुई है।

साथियों,

सरकारी खरीद में पहले कितनी फिजूलखर्ची होती थी, कितना करप्शन होता था, ये मीडिया के आप लोग आए दिन रिपोर्ट करते थे। हमने, GeM यानि गवर्नमेंट ई-मार्केटप्लेस प्लेटफॉर्म बनाया। अब सरकारी डिपार्टमेंट, इस प्लेटफॉर्म पर अपनी जरूरतें बताते हैं, इसी पर वेंडर बोली लगाते हैं और फिर ऑर्डर दिया जाता है। इसके कारण, भ्रष्टाचार की गुंजाइश कम हुई है, और सरकार को एक लाख करोड़ रुपए से अधिक की बचत भी हुई है। डायरेक्ट बेनिफिट ट्रांसफर- DBT की जो व्यवस्था भारत ने बनाई है, उसकी तो दुनिया में चर्चा है। DBT की वजह से टैक्स पेयर्स के 3 लाख करोड़ रुपए से ज्यादा, गलत हाथों में जाने से बचे हैं। 10 करोड़ से ज्यादा फर्ज़ी लाभार्थी, जिनका जन्म भी नहीं हुआ था, जो सरकारी योजनाओं का फायदा ले रहे थे, ऐसे फर्जी नामों को भी हमने कागजों से हटाया है।

साथियों,

 

हमारी सरकार टैक्स की पाई-पाई का ईमानदारी से उपयोग करती है, और टैक्सपेयर का भी सम्मान करती है, सरकार ने टैक्स सिस्टम को टैक्सपेयर फ्रेंडली बनाया है। आज ITR फाइलिंग का प्रोसेस पहले से कहीं ज्यादा सरल और तेज़ है। पहले सीए की मदद के बिना, ITR फाइल करना मुश्किल होता था। आज आप कुछ ही समय के भीतर खुद ही ऑनलाइन ITR फाइल कर पा रहे हैं। और रिटर्न फाइल करने के कुछ ही दिनों में रिफंड आपके अकाउंट में भी आ जाता है। फेसलेस असेसमेंट स्कीम भी टैक्सपेयर्स को परेशानियों से बचा रही है। गवर्नेंस में efficiency से जुड़े ऐसे अनेक रिफॉर्म्स ने दुनिया को एक नया गवर्नेंस मॉडल दिया है।

साथियों,

पिछले 10-11 साल में भारत हर सेक्टर में बदला है, हर क्षेत्र में आगे बढ़ा है। और एक बड़ा बदलाव सोच का आया है। आज़ादी के बाद के अनेक दशकों तक, भारत में ऐसी सोच को बढ़ावा दिया गया, जिसमें सिर्फ विदेशी को ही बेहतर माना गया। दुकान में भी कुछ खरीदने जाओ, तो दुकानदार के पहले बोल यही होते थे – भाई साहब लीजिए ना, ये तो इंपोर्टेड है ! आज स्थिति बदल गई है। आज लोग सामने से पूछते हैं- भाई, मेड इन इंडिया है या नहीं है?

साथियों,

आज हम भारत की मैन्युफैक्चरिंग एक्सीलेंस का एक नया रूप देख रहे हैं। अभी 3-4 दिन पहले ही एक न्यूज आई है कि भारत ने अपनी पहली MRI मशीन बना ली है। अब सोचिए, इतने दशकों तक हमारे यहां स्वदेशी MRI मशीन ही नहीं थी। अब मेड इन इंडिया MRI मशीन होगी तो जांच की कीमत भी बहुत कम हो जाएगी।

|

साथियों,

आत्मनिर्भर भारत और मेक इन इंडिया अभियान ने, देश के मैन्युफैक्चरिंग सेक्टर को एक नई ऊर्जा दी है। पहले दुनिया भारत को ग्लोबल मार्केट कहती थी, आज वही दुनिया, भारत को एक बड़े Manufacturing Hub के रूप में देख रही है। ये सक्सेस कितनी बड़ी है, इसके उदाहरण आपको हर सेक्टर में मिलेंगे। जैसे हमारी मोबाइल फोन इंडस्ट्री है। 2014-15 में हमारा एक्सपोर्ट, वन बिलियन डॉलर तक भी नहीं था। लेकिन एक दशक में, हम ट्वेंटी बिलियन डॉलर के फिगर से भी आगे निकल चुके हैं। आज भारत ग्लोबल टेलिकॉम और नेटवर्किंग इंडस्ट्री का एक पावर सेंटर बनता जा रहा है। Automotive Sector की Success से भी आप अच्छी तरह परिचित हैं। इससे जुड़े Components के एक्सपोर्ट में भी भारत एक नई पहचान बना रहा है। पहले हम बहुत बड़ी मात्रा में मोटर-साइकल पार्ट्स इंपोर्ट करते थे। लेकिन आज भारत में बने पार्ट्स UAE और जर्मनी जैसे अनेक देशों तक पहुंच रहे हैं। सोलर एनर्जी सेक्टर ने भी सफलता के नए आयाम गढ़े हैं। हमारे सोलर सेल्स, सोलर मॉड्यूल का इंपोर्ट कम हो रहा है और एक्सपोर्ट्स 23 गुना तक बढ़ गए हैं। बीते एक दशक में हमारा डिफेंस एक्सपोर्ट भी 21 गुना बढ़ा है। ये सारी अचीवमेंट्स, देश की मैन्युफैक्चरिंग इकोनॉमी की ताकत को दिखाती है। ये दिखाती है कि भारत में कैसे हर सेक्टर में नई जॉब्स भी क्रिएट हो रही हैं।

साथियों,

TV9 की इस समिट में, विस्तार से चर्चा होगी, अनेक विषयों पर मंथन होगा। आज हम जो भी सोचेंगे, जिस भी विजन पर आगे बढ़ेंगे, वो हमारे आने वाले कल को, देश के भविष्य को डिजाइन करेगा। पिछली शताब्दी के इसी दशक में, भारत ने एक नई ऊर्जा के साथ आजादी के लिए नई यात्रा शुरू की थी। और हमने 1947 में आजादी हासिल करके भी दिखाई। अब इस दशक में हम विकसित भारत के लक्ष्य के लिए चल रहे हैं। और हमें 2047 तक विकसित भारत का सपना जरूर पूरा करना है। और जैसा मैंने लाल किले से कहा है, इसमें सबका प्रयास आवश्यक है। इस समिट का आयोजन कर, TV9 ने भी अपनी तरफ से एक positive initiative लिया है। एक बार फिर आप सभी को इस समिट की सफलता के लिए मेरी ढेर सारी शुभकामनाएं हैं।

मैं TV9 को विशेष रूप से बधाई दूंगा, क्योंकि पहले भी मीडिया हाउस समिट करते रहे हैं, लेकिन ज्यादातर एक छोटे से फाइव स्टार होटल के कमरे में, वो समिट होती थी और बोलने वाले भी वही, सुनने वाले भी वही, कमरा भी वही। TV9 ने इस परंपरा को तोड़ा और ये जो मॉडल प्लेस किया है, 2 साल के भीतर-भीतर देख लेना, सभी मीडिया हाउस को यही करना पड़ेगा। यानी TV9 Thinks Today वो बाकियों के लिए रास्ता खोल देगा। मैं इस प्रयास के लिए बहुत-बहुत अभिनंदन करता हूं, आपकी पूरी टीम को, और सबसे बड़ी खुशी की बात है कि आपने इस इवेंट को एक मीडिया हाउस की भलाई के लिए नहीं, देश की भलाई के लिए आपने उसकी रचना की। 50,000 से ज्यादा नौजवानों के साथ एक मिशन मोड में बातचीत करना, उनको जोड़ना, उनको मिशन के साथ जोड़ना और उसमें से जो बच्चे सिलेक्ट होकर के आए, उनकी आगे की ट्रेनिंग की चिंता करना, ये अपने आप में बहुत अद्भुत काम है। मैं आपको बहुत बधाई देता हूं। जिन नौजवानों से मुझे यहां फोटो निकलवाने का मौका मिला है, मुझे भी खुशी हुई कि देश के होनहार लोगों के साथ, मैं अपनी फोटो निकलवा पाया। मैं इसे अपना सौभाग्य मानता हूं दोस्तों कि आपके साथ मेरी फोटो आज निकली है। और मुझे पक्का विश्वास है कि सारी युवा पीढ़ी, जो मुझे दिख रही है, 2047 में जब देश विकसित भारत बनेगा, सबसे ज्यादा बेनिफिशियरी आप लोग हैं, क्योंकि आप उम्र के उस पड़ाव पर होंगे, जब भारत विकसित होगा, आपके लिए मौज ही मौज है। आपको बहुत-बहुत शुभकामनाएं।

धन्यवाद।